अब तक आपने पढ़ा कि शिवा कैसे पंडित को लड़की बना कर ठाकुर की हवेली में फिट करने की सोचता है और दूसरी तरफ असलम और बाबा लाला से मिलने गांव को चल देते है और कृष्णा को धंधा संभालने को कहते है।
अब आगे
असलम और बाबा के जाने के बाद कृष्णा के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान आ जाती है और वो एक नंबर मिलता है,
कृष्णा - हाँ कहा हो तुम जल्दी आ जाओ, अपने प्लान को शुरु करने का वक़्त आ गया है। और फोन काट देता है।
उधर शिवा एक प्लान के तहत पंडित को राजी कर लेता है कि वो एक अलग ही भेष में ठाकुर की हवेली में उसका प्रवेश कराएगा। पहले तो पंडित बहुत मना करता है लेकिन आखिरी में जब शिवा उसे ये सब अपनी दोस्ती और देश के लिए करने को कहता है तो वो राज़ी हो जाता है। फिर होता है पंडित का मेकओवर। करीब 7 से 8 घंटे के कठिन परिश्रम के बाद जो सख्शियत सामने आती है उसे देख कर खुद शिवा एक सिटी बजा देता है।
शिवा - हाय मार जावा गुड़ खाके, क्या लग रहा है तू यार।
पंडित - थोड़ी मोटी आवाज में रहने दे, तूने तो साला बिना ऑपरेशन के ही मुझे ये बना दिया। ऐसी भेषभूषा में अगर अपनी माँ के सामने भी चला गया तो वो भी नही पहचाने गी और अगर गलती से पहचान भी लिया तो मुझे ऐसे देखकर सदमे में चली जायेगी ये सोच कर की मेने तो एक लड़के को जन्मा था ये ऐसा कैसे बन गया। शिवा तेरा वो डायलॉग है ना जो तू बोलता है कि ऐसे मरूँगा की न तो मर्दो में भर्ती होगी और न ही औरतो में गिनती, भाई उसका मतलब आज समझ मे आ गया मुझे। और में कसम खाता हूं कि इस मिशन के बाद अगर मुझे फिर से तेरे साथ काम करना पड़ा ना तो में इस्तीफा देदूँगा लेकिन तेरे साथ काम नही करूँगा।
शिवा (जो इतनी देर से अपनी हँसी को रोके था बहुत जोर से हँसता हुआ बोलता है) - डार्लिंग अब करूँगा नही करूँगी बोलने की आदत डाल लो।
पंडित - ज्यादा बकवास मत कर वरना अभी इस्तीफा देदूंगी, (हड़बड़ा कर) मतलब देदूँगा।
शिवा - चलो बहुत बकवास कर ली, अब जरा अपने प्लान को दुबारा से समझ ले।
पंडित - पता है यार, पहले मुझे सोनिया का बॉडीगॉर्ड बनके उसके साथ रहना है और उसका विश्वास जीत कर उसे धीरे 2 उसके बाप की सच्चाई बतानी है। और उसे उसके बाप के खिलाफ करके उसकी मदद से ठाकुर के खिलाफ सबूत इकठे करने है और उसे ठाकुर के खिलाफ गवाह बना कर अदालत में पेश करना है क्योंकि ठाकुर अपनी ही बेटी को नही मरेगा, जैसे उसने बाकी सब उन गवाहों के साथ किया है जिसने उसके खिलाफ आवाज उठानी चाही। यही ना या और भी कुछ है।
शिवा - बिल्कुल सही बस एक काम और करना है इन सब से पहले।
पंडित - वो भी बता दे मेरे बाप
शिवा (मुस्कुराते हुए) - बस उसे छूने की कोशिश भी मत करना क्योंकि
पंडित - अबे याद है क्योंकि वो मेरी होने वाली भाभी है।
अब शिवा शरमाने लगा तो पंडित उसे और छेड़ने लगा सोनिया का नाम ले ले के।
और थोड़ी मस्ती के बाद दोनो निकल लिए ठाकुर की हवेली की तरफ। और वहाँ पहुँच कर शिवा ने पंडित को ठाकुर से मिलवाया।
शिवा - ठाकुर साहब प्रणाम
ठाकुर - ह्म्म्म ठीक है ठीक है, कल से कहा था तू। बिना बताये ही गायब था।
शिवा - मालिक आपके ही काम मे लगा हुआ था। आपने कहा था कि छोटी मालकिन की सुरक्षा के लिए एक बॉडीगॉर्ड बन जाऊं। लेकिन मालिक में एक मर्द हु और हर जगह उनके साथ नही जा सकता ना। और मेरे रहते हुए उनकी प्राइवेसी भी बाधित होगी। कई चीजें हाल लड़की किसी मर्द के सामने नही कर सकती है ना।
ठाकुर - बिल्कुल सही कह रहा है तू। ये तो मैंने सोचा ही नही। लेकिन मेरी बेटी की सुरक्षा भी तो जरूरी है ना। तो उसके लिए क्या सोचा तूने। क्या किया तूने।
शिवा - जी मालिक मैने सोचा भी और करा भी है तभी तो इन्हें लाया हूं अपने साथ।
अब पहली बार ठाकुर की नजर शिवा के पीछे खड़ी एक हसीना पर पड़ी जो ब्लैक टीशर्ट और ब्लैक ही पैंट, आंखों पर धूप का चश्मा, बाल बॉय कट, पैरो में स्पोर्ट्स शूज और बिल्कुल बेपरवाह सी खड़ी थी। ठाकुर उसे देखता है तो देखता ही रह जाता है। उसकी नाक की बाली सूरज की रोशनी के कारण चमक रही होती है जो उसकी सुंदरता को और बढ़ा रही थी।
ठाकुर - ये कौन है और इस लड़की को मेरी बेटी सुरक्षा सौंपना चाहते हो तुम। पागल हो गए हो क्या।
शिवा - मालिक अगर आप चाहो तो इसकी परीक्षा भी ले सकते हो। मै वचन देता हूं अगर ये आपके मापदंडों पर खरी नही उतरी तो इसे खुद अपने हाथों से मारकर आपकी नजरो से हमेशा 2 के लिए दूर हो जाऊंगा।
ठाकुर - ठीक है, इसे मेरे 20 आदमियों से लड़ना होगा और अगर ये उन सबको हरा कर अंत तक टिकी रही तो मै इसे रख लूंगा।
और अपने कुछ आदमियों को इशारा करता है।
शिवा - ठीक है मालिक लेकिन एक बात कह देता हूं कि वो 20 आदमी इससे लड़ने के बाद या तो भगवान को प्यारे हो जाएंगे या फिर जिंदगी भर के लिए बेकार। फिर मुझे मत कहियेगा कि मेरी वजह से आपके 20 आदमी कम हो गए।
ठाकुर - उसकी चिंता तुम करो। हमारे लिए जान देने और लेने वाले आदमियों की कमी नही है मेरे पास। बस मुझे चिंता इस बात की है कि इस खूबसूरत बला के कपड़े न फाड़ दे मेरे आदमी।
शिवा (मुस्कुरा कर) - मालिक उसकी चिंता आप मत कीजिये। बस तेल देखिए और तेल की धार देखिए।
अगला अपडेट पंडित की पहली लड़ाई वो भी लड़की के भेष में।