ronny aaa
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Nice update..bro?जूही की बातों को सुनकर सरिता एक बार तो शर्मा जाती है लेकिन फिर उसे आंखे दिखाती हुई कहती है
सरिता : आप ही ले लो आपको ही भूख लगी है आपकी फुद्दी ही नही मान रही है फटने को बेचैन है और तू जल्दी चल माँ बुला रही है शर्म लाज तो है नही जब देख इधर उधर मुह मारता रहता है।
जूही : का हुआ काहे डॉट रही है मेरे देवर को ऐसे कही इसने रात में तेरी मार तो नही ली ना।
सरिता : ऐ तू जा रे माँ बापू कबसे इंतजार कर रहे है तू काहे हम लोगो की बात सुन रहा है।
इसके बाद मैं वंहा से फ्रेश होने के बाद नास्ता करने के लिए माँ के पास चला आया और उधर मेरे जाने के बाद जूही और सरिता आपस मे बाते करने लगी ।
जूही : क्या बात है ननद रानी आज बड़ी गर्म दिख रही हो लगता है भाई का लौड़ा कुछ ज्यादा ही पसन्द आ गया है।
सरिता :मुझे तो नही लेकिन आपको जरूर पसंद आ गया है मेरे भाई लण्ड लगता है जल्द ही अपकीं बुर खुल जायेगी।
जूही :हा री शादी को 6 महीने हो गए और मैं अभी तक कुवारी ही हू तेरे बड़े भैया में दम नही है और शादी कर लिये और यंहा पर मुझे छोड़ दिया।इधर मा जी और उधर मेरी माँ दोनों ही बच्चे के लिए पूछ रही है । अब मैं उन लोगो को क्या बताऊँ की जब मेरी सील ही नही टूटी अभी तक तो बच्चा कंहा से पैदा करू।
सरिता : भाभी इसलिए ही तो मैं वह सब कर रही हु जो कोई भी बहन कभी भी नही करेगी
जूही :जानती हूं रे तभी तो अभी तक यंहा पर हु नही तो मैं तो कबका यंहा से चली गयी होती ।
सरिता : नही आप ऐसा मत करना नही तो मेरा भाई बदनाम हो जाएगा ।
जूही : अच्छा वह सब छोड़ यह बोल की तेरी बुर ने पानी छोड़ा की नही अपने भाई का लौड़ा देख कर।
सरिता :मतलब की तुम नही सुधरोगी ।
अभी सरिता और कुछ बोल पाती उससे पहले ही जूही ने पयजामी में हाथ डाल कर सीधे उसकी पैंटी में हाथ डाल कर उसकी बुर में उंगली डाल दी और फिर हाथ बाहर निकाल ली और उसे अपनी भीगी हुई उंगली दिखाती हुई बोली कि
जूही :मेरी ननद रानी मुह से कुछ और बोल रही हो और तुम्हारी बुर कुछ और ही बोल रही है यह देखो तुम्हारे बुर के रस से भीगा हुआ अमृत ।अब यह कंहा धोने जाऊ पूरा उंगली में तो तेरी मलाई लगी हुई हैं ऐसा करती हूं इसे तेरे भाई को ही चटा देती हु मेरी मलाई तो बहुत खा लिया है ।अब उसे उसकी बहन की मलाई खिला दु।
सरिता :नही भाभी आप ऐसा कुछ नही करोगी ।
जूही :मैं ऐसा ही करने वाली हु अब तक तो तेरा भाई भी नास्ता कर लिया होगा अब उसे घी भी खिला दु।
इतना बोल कर जूही वंहा से भागती हुई चली गयी और जब वह बाहर पहुची तो देखी की मैं नास्ता करने के बाद हाथ धोने के लिए मशीन पर आया हुआ था ।वंहा पर मुझे देख कर उनका काम और भी आसान हो गया और मेरे पास आते हुए बोली कि
जूही :नास्ता हो गया देवर जी ।
मैं : हा भाभी नास्ता कर लिया अब खेतो को जाना है।
जूही : नास्ता कर लिए अब घी भी चाट लीजिये ।
मैं :क्या बात है भाभी आज बिना मांगे मिल रहा है लगता है कि घी का मशीन बहुत गर्म है अपने आप घी निकल रहा है ।
जूही :हा देवर जी इस घी का मशीन ज्यादा ही गर्म है अब आप लेट मत करो वरना मजा खराब हो जाएगा।
इतना बोल कर भाभी ने अपनी वह उंगली जो कि सरिता दी बुर में डाली थी वह मुझे चटा दी मैं भी अच्छे से चाट लेने के बाद बापू के साथ खेतो को निकल गया।
जब मैं खेतो पर पहुचा तो पूजा अपनी माँ के साथ खेतो के तरफ जा रही थी मैं भी उसके पीछे हो लिया और उसकी माँ मेरे बापू से बाते करते हुए जा रही थी तो मैंने पीछे से पूजा की गांड में उंगली डाल दी जिससे वह चिहुँक उठी और पीछे मुड़ कर जब मुझे देखी तो हस पड़ी और बोली कि
पूजा :क्या रे जब देख तू मेरी गांड के पीछे ही पड़ा रहता है कल रात में सुखा गांड में पेल दिया अभी तक दर्द कर रहा है और तुझे तो कुछ मतलब नही अभी भी गांड में उंगली पेल रहा है ।
मैं :अरे मेरी फुलझड़ी नाराज क्यों होती है मेरा भी छिल गया है तुझे बोला कि चूस कर गिला कर दे नही मानी तो मैं क्या करता वैसे ही डाल दिया। आज रात में दे रही है ना ।
पूजा :आज मैं नही आ पाऊंगी मौसी की लड़की आयी है उसी के साथ रहूंगी टाइम नही मिलेगा।
मैं : तो उसे भी लेते आ उसको भी चोद दूंगा ।
Super waiting for nextजूही की बातों को सुनकर सरिता एक बार तो शर्मा जाती है लेकिन फिर उसे आंखे दिखाती हुई कहती है
सरिता : आप ही ले लो आपको ही भूख लगी है आपकी फुद्दी ही नही मान रही है फटने को बेचैन है और तू जल्दी चल माँ बुला रही है शर्म लाज तो है नही जब देख इधर उधर मुह मारता रहता है।
जूही : का हुआ काहे डॉट रही है मेरे देवर को ऐसे कही इसने रात में तेरी मार तो नही ली ना।
सरिता : ऐ तू जा रे माँ बापू कबसे इंतजार कर रहे है तू काहे हम लोगो की बात सुन रहा है।
इसके बाद मैं वंहा से फ्रेश होने के बाद नास्ता करने के लिए माँ के पास चला आया और उधर मेरे जाने के बाद जूही और सरिता आपस मे बाते करने लगी ।
जूही : क्या बात है ननद रानी आज बड़ी गर्म दिख रही हो लगता है भाई का लौड़ा कुछ ज्यादा ही पसन्द आ गया है।
सरिता :मुझे तो नही लेकिन आपको जरूर पसंद आ गया है मेरे भाई लण्ड लगता है जल्द ही अपकीं बुर खुल जायेगी।
जूही :हा री शादी को 6 महीने हो गए और मैं अभी तक कुवारी ही हू तेरे बड़े भैया में दम नही है और शादी कर लिये और यंहा पर मुझे छोड़ दिया।इधर मा जी और उधर मेरी माँ दोनों ही बच्चे के लिए पूछ रही है । अब मैं उन लोगो को क्या बताऊँ की जब मेरी सील ही नही टूटी अभी तक तो बच्चा कंहा से पैदा करू।
सरिता : भाभी इसलिए ही तो मैं वह सब कर रही हु जो कोई भी बहन कभी भी नही करेगी
जूही :जानती हूं रे तभी तो अभी तक यंहा पर हु नही तो मैं तो कबका यंहा से चली गयी होती ।
सरिता : नही आप ऐसा मत करना नही तो मेरा भाई बदनाम हो जाएगा ।
जूही : अच्छा वह सब छोड़ यह बोल की तेरी बुर ने पानी छोड़ा की नही अपने भाई का लौड़ा देख कर।
सरिता :मतलब की तुम नही सुधरोगी ।
अभी सरिता और कुछ बोल पाती उससे पहले ही जूही ने पयजामी में हाथ डाल कर सीधे उसकी पैंटी में हाथ डाल कर उसकी बुर में उंगली डाल दी और फिर हाथ बाहर निकाल ली और उसे अपनी भीगी हुई उंगली दिखाती हुई बोली कि
जूही :मेरी ननद रानी मुह से कुछ और बोल रही हो और तुम्हारी बुर कुछ और ही बोल रही है यह देखो तुम्हारे बुर के रस से भीगा हुआ अमृत ।अब यह कंहा धोने जाऊ पूरा उंगली में तो तेरी मलाई लगी हुई हैं ऐसा करती हूं इसे तेरे भाई को ही चटा देती हु मेरी मलाई तो बहुत खा लिया है ।अब उसे उसकी बहन की मलाई खिला दु।
सरिता :नही भाभी आप ऐसा कुछ नही करोगी ।
जूही :मैं ऐसा ही करने वाली हु अब तक तो तेरा भाई भी नास्ता कर लिया होगा अब उसे घी भी खिला दु।
इतना बोल कर जूही वंहा से भागती हुई चली गयी और जब वह बाहर पहुची तो देखी की मैं नास्ता करने के बाद हाथ धोने के लिए मशीन पर आया हुआ था ।वंहा पर मुझे देख कर उनका काम और भी आसान हो गया और मेरे पास आते हुए बोली कि
जूही :नास्ता हो गया देवर जी ।
मैं : हा भाभी नास्ता कर लिया अब खेतो को जाना है।
जूही : नास्ता कर लिए अब घी भी चाट लीजिये ।
मैं :क्या बात है भाभी आज बिना मांगे मिल रहा है लगता है कि घी का मशीन बहुत गर्म है अपने आप घी निकल रहा है ।
जूही :हा देवर जी इस घी का मशीन ज्यादा ही गर्म है अब आप लेट मत करो वरना मजा खराब हो जाएगा।
इतना बोल कर भाभी ने अपनी वह उंगली जो कि सरिता दी बुर में डाली थी वह मुझे चटा दी मैं भी अच्छे से चाट लेने के बाद बापू के साथ खेतो को निकल गया।
जब मैं खेतो पर पहुचा तो पूजा अपनी माँ के साथ खेतो के तरफ जा रही थी मैं भी उसके पीछे हो लिया और उसकी माँ मेरे बापू से बाते करते हुए जा रही थी तो मैंने पीछे से पूजा की गांड में उंगली डाल दी जिससे वह चिहुँक उठी और पीछे मुड़ कर जब मुझे देखी तो हस पड़ी और बोली कि
पूजा :क्या रे जब देख तू मेरी गांड के पीछे ही पड़ा रहता है कल रात में सुखा गांड में पेल दिया अभी तक दर्द कर रहा है और तुझे तो कुछ मतलब नही अभी भी गांड में उंगली पेल रहा है ।
मैं :अरे मेरी फुलझड़ी नाराज क्यों होती है मेरा भी छिल गया है तुझे बोला कि चूस कर गिला कर दे नही मानी तो मैं क्या करता वैसे ही डाल दिया। आज रात में दे रही है ना ।
पूजा :आज मैं नही आ पाऊंगी मौसी की लड़की आयी है उसी के साथ रहूंगी टाइम नही मिलेगा।
मैं : तो उसे भी लेते आ उसको भी चोद दूंगा ।
Nice updateपूजा पहले तो मेरी बात को सुनकर हसी और फिर बोली कि
पूजा : मैं जानती थी तू ऐसा ही कुछ बोलेगा लेकिन मेरी जान हर लड़की लण्ड की। भूखी नही होती है ।उन्हें कुछ और भी चाहिए होता है ।
मैं : देख तू जानती है मैं ना घुमा फिरा कर बात करता हु और ना ही ऐसी बाते पसन्द करता हु इसलिए जो बोलना है खुल कर बोल।
पूजा :देख मैं तो यही कहूंगा कि तू उसे भूल जा वह तेरे हाथ नही आने वाली है ।उसको तेरा दोस्त कालू ने पटा रखा है और मुझे ऐसा लगता है कि वह भी उसे प्यार करती है इसलिए वह तेरे हाथ नही आने वाली।
मैं : एक बार मेरा लण्ड उसे दिखा दे वह खुद ब खुद ना चली आयी तो तू जो बोलेगी मैं मान लूंगा।
अभी हम और कुछ बोलते इससे पहले ही उसका खेत आ गया और वह अपने माँ के साथ खेतो में चली गयी और मैं बापू के साथ अपने खेत के तरफ चल दिया ।खेत मे जाकर देखा तो वँहा पर कुछ औरते और लड़कियां काम कर रही थी जो कि हमेशा से करती आ रही थी पर उसमे एक नया चहेरा था जो कि एक शादी सुदा औरत थी सावली सी थी लेकिन उसके चुचे और गांड दोनों ही मस्त थी ।बापू थे तो मैं कुछ कर नही पा रहा था बस भगवान से एक ही प्राथना कर रहा था कि बापू खाना खाने घर को चले जाएं। वैसे मेरे लिए उसको पटाना कोई बड़ी बात नही थी क्यूंकि यंहा पर जितनी भी लडकिया या औरते काम कर रही थी सब की सब चुद चुकी है मुझसे कोई भी नया माल मेरे खेत मे काम करने आये और वह चुदे ना ऐसा हो ही नही सकता था वही पास में काम कर रही एक औरत से मैं बोला कि
मैं :काकी का हाल बा सब ठीक है ना ।
काकी :क्या बात है बाबू आज हमारी याद कैसे आ गयी जब से हरिया की बिटिया आयी है तबसे तो उसके ही भोसड़े में घुसे रहेला आज हमार याद कैसे आ गयी।
मैं :नही काकी ऐसी कोई बात नही है बस नई माल रही तो थोड़ा ज्यादा चल दी वैसे भी बहुत गर्म माल है साली को जितना चोदो कम है ।वैसे भी तुम तो जानती हो कि मुझे गांड बहुत पसंद है और उसकी गांड कोरी रही तो खोलने में मजा आ गया।
काकी :अच्छा ठीक है वैसे कोई काम हो तो बता दो हो सके तो हम कुछ मदद कर सके।
मैं : बस काकी एक तू ही तो है जो बिना बोले सब समझ जाती है वो बात यह है कि वह नई औरत कौन है जो काम करे आयी है।
काकी :अरे बाबू तुम नही जानते वह कौन है।
मैं :अरे काकी अगर जानता तो तुमसे क्यों पूछता।
काकी : अरे वह हरिया की बहू है जिसकी 5 साल हो गए शादी को लेकिन अभी तक बच्चा नही हुआ।
मैं :तो तुम सबको लगता है कि कमी इसी में है।
काकी :अरे बाबू हमे लग के क्या मतलब हम तो सुने है हरिया की औरत अपने बेटे की दूसरी शादी के लड़का खोज रही है इसलिए इसको अपने से अलग कर दी है। यह तो ठाकुर के यंहा काम के लिए जा रही थी । वह तो हम बोले कि चल तुझको गांव में काम दिलवा देती हूं ठाकुर के यंहा क्यों जाएगी।
मैं :यह तो बिल्कुल ठीक किया तुमने काकी ।
अभी हम लोग बाते कर ही रहे थे कि ठाकुर का चापलूस जिसे देख कर पूरा गांव जलता है ।वह पिता जी से कुछ बाते करने लगा और कुछ ही देर में वह चला गया ।लेकिन बापू उसके बाद काफी परेशान से दिखने लगे तो मैं बापू के पास पहुचा और उनसे पूछा कि
मैं : बापू क्या बात है आप बहुत परेशान हो गए है ।
बापू :कुछ नही बेटा वह ठाकुर का कुछ कर्जा है वही मांगने के लिए भोला आया था दो दिन का समय दिया है उसने।
मैं :मैने आपसे कितनी बार बोला कि आप और भैया ने जो रुपया मेरे नामपर जमा कर रखा है उसी को उठा कर दे दो लेकिन आप मेरी बात सुनते ही कंहा हो।
बापू :लेकिन बेटा कल तुमको अगर जरूरत पड़ी तो क्या करोगे।
मैं :जब जरूरत पड़ेगी तब देखेंगे अभी से उसकी चिंता क्यों करते हो।
बापू :ठीक है तो आज सहर चले जाओ और पैसे निकाल लाओ कल जा कर दे दूंगा।
वही दूसरी तरफ एक हवेली के कमरे में एक औरत पूरी नंगी हो कर लेटी हुई है और एक आदमी उसकी चुचियो को दबाते हुए उसके होंठो को चूस रहा था और दूसरे हाथ से उसकी बुर में उंगली कर रहा था । इसपर वह औरत बोलती है कि
औरत :आहहहहहहहहह मेरी जान ऐसे ही करो और जोर से चुसो इन चुचियो को बहुत तड़पती है आज सारी गर्मी निकाल दो।
आदमी कुछ नही बोलता है और उस औरत की चूत में अपनी दो उंगली और डाल दिया और तेजी से उसकी बुर में उंगली पेलने लगा फिर उसके बाद उसके चुचियो को चूमते हुए नीचे की तरफ बढ़ चला और उसकी झांटो से भरी हुई बुर को खोल कर उसके दाने को जोर से चूस लेता है इस पर वह औरत तड़प उठती है और जोर से उसके सर को पकड़ कर अपने बुर में दबा देती है जिससे कि उस आदमी की जीभ और अंदर तक घुस जाती है करीब 5 मिंट तक उस्की बुर को चाटता रहता है ।
उसके बॉद खड़ा होकर अपने लण्ड को उस औरत के मुह में डाल देता है जो कि पूरा खड़ा होने के बाद भी 6 इंच का ही था वह औरत उसके लण्ड को पूरा मुह में लेकर चूसने लगती है जैसे कोई लॉलीपॉप चूस रहा हो
आह हहहहहहहह हहहहहहहह मेरी जान ऐसे ही चुसो बहुत मजा आ रहा है
औरत : अब बर्दास्त नही हो रहा है डाल दो मेरी बुर में अपना लण्ड कस कर चोदो जान
आदमी :अच्छा रंडी चल कुटिया बन जा।
औरत : हा भड़वे अपनी बेटी की उम्र की लड़की से शादी कर ली अब उसे ठंडा कर नही तो अपना यह बुर लेकर किसी के पास भी चली जाऊंगी।
इतना सुनते ही वह आदमी उस औरत के बुर में अपना लण्ड डाल कर उसे चोदने लगता है
औरत और जोर से डाल ना भड़वे दम नही है क्या जो धीरे धीरे चोद रहा है साला नामर्द कही का
आदमी : साली तू तो पूरा रंडी बन गयी है कुतिया तुझे तो लगता है किसी कुत्ते से चुदवाना पड़ेगा रंडी
औरत : साले बाते मत कर धक्का लगा अगर आज पहले गिरा ना तेरी गांड मार लुंगी कुत्ते ।
आदमी और जोर से धक्का लगाने लगा लेकिन एक जवान लड़की को कंहा तक चोद पाता उस औरत के ठंडे होने से पहले ही उसकी बुरमे झड़ में गया तो वह औरत बोली कि
औरत :शाले भड़वे जब गांड में दम नही होता तो क्यों गण्ड मरवाने आ जाता है कुत्ते कही का अब कंहा जाऊ साले कुत्ते बोल ना
इस पर वह आदमी कुछ नही बोलता और चुप चाप अपने कपड़े पहन कर निकल जाता है ।यह दोनों और कोई नही बल्कि ठाकुर भानु प्रताप और उसकी बीवी प्रीती थे ।यह ठाकुर का काम था जब भी अपनी बीवी को पेलता तो उसे ठंडा किये बिना ही उसका गिर जाता था अब तो प्रीति उसकी थोड़ी भी इज्जत नही करती थी ।ठाकुर के जाने के बाद प्रीति बोलती है कि
प्रीति :आजा मेरी रंडी बेटी कब तक छुप कर देखेगी आजा तेरे बाप ने तेरी मनपसन्द मलाई मेरी बुर में छोड़ दी इसे चाट ले और चल अब तू ठंडी कर मुझे.।