प्रीति :आजा मेरी रंडी बेटी कब तक छुप कर देखेगी आजा तेरे बाप ने तेरी मनपसन्द मलाई मेरी बुर में छोड़ दी इसे चाट ले और चल अब तू ठंडी कर मुझे.।
अब आगे
प्रीति की बात को सुनकर अमृता उसी रूम में पर्दे के पीछे से निकल कर आती है वह भी पूरी तरह से नंगी थी ।वह आती है और आकर प्रीति के होंठो के एक बार चुम कर बोलती है कि
अमृता :क्या बात है मेरी रंडी माँ आज बहुत गरम लग रही है और यह क्या जब देखो तब पापा को जलील करती रहती हो ।
प्रीति :अब बस भी कर एक तो साली पहले अपने बाप से शादी करवा दी और अब जले पर नमक छिड़क रही है।
अमृता : तो तू क्यों चिंता करती है मेरी प्यारी माँ तुझे बोला तो है ना एक जवान लण्ड खोज ले ।लेकिन तू है कि मेरी बात सुनती ही नही है ।
प्रीति :जब कालेज में तेरे पीछे लड़के नही पड़ते थे तब मैं सोचती थी कि ऐसा क्या है तेरे बाप के नाम मे जो सारे लौंडे डरते है और तुझसे बात तक नही करते लेकिन अब समझ रही हु जब मेरे नाम के आगे ठकुराइन लग गया तब समझी की सब साले चोदू है डरते है ।अरे साला जो पहले मेरी रोज चुदाई करता था वह भी अब डरता है बहनचोद हरामी साला।
अमृता : यार आज कल तू गाली बहुत देने लगी है कही ऐसा ना हो कि सब तेरी गाली के वजह से भाग जाए।
प्रीति : अब तू मत सुरु हो जा चल आजा पहले मुझे ठंडी कर बाद में अपनी बातें चोद लेना।
अमृता : सुधर जा साली जब देख गाली देती है।
इतना बोल कर अमृता प्रीति की चुचियो को पकड़ कर बुरी तरह से मसल देती है जिसकी वजह से उसकी चुचिया लाल हो जाती है
प्रीति : मत कर रंडी वरना जिस दिन मौका मिला ना तेरी गांड मार लुंगी बिना तेल लगाएं समझ गयी कुतिया।
अमृता : चल वो सब छोड़ यह बता आज माल कहा है मेरे भड़वे बाप का।
प्रीति : साली थोड़ी तो इज्जत कर ले बाप है तेरा वह ।मेरा तो करती नही है माँ हु चाहे सौतेली ही सही।
इधर तब तक अमृता उसके बुर में अपने बाप के मलाई को चाट रही थी वह उसके बुर को अपने मुह में भर कर अंदर तक खींच कर दांत लगा देती है जिसकी वजह से प्रीति तड़प उठती है और बोलती है कि
प्रीति :अरे रंडी काट क्यों रही है चूस कर पानी निकाल दे ।
अमृता :चूस तो रही हु ना माँ कितना पानी छोड़ रही हो तुम अच्छा चल एक काम कर मेरी भी पानी चूस कर निकाल दे वरना तेरा वह बूढा कभी भी आ सकता है ।
इतना बोल कर अमृता 69 की पोजीसन में आ गयी और अब प्रीति भी अमृता की चूत को चाटने लगी और दोनों अंदर तक एक दूसरे के बुर में कभी उंगली डालती तो कभी जीभ तो कभी बुर के दोनों होंठो को मुह में लेकर चुस्ती करीब 15 मिंट तक कि जबरदस्त चुसाई के बाद दोनों एक दूसरे के मुह में अपना पानी छोड़ दी ।उसके बाद दोनों बाथरूम में जाकर एक दूसरे को रगड़ कर अच्छे से नहलाया और फिर कपड़े पहन कर बाहर हाल में आकर बैठ गयी । जंहा पर गांव की ही एक औरत अपना काम कर रही थी तो अमृता ने प्रीति को कुछ इशारा किया तो प्रीति ने उसको अपनी पास बुलवाया और बोली कि
प्रीति :क्या रे चम्पा एक काम बोली तेरे से वह भी नही कर पाई अभी तक और कितना समय लेगी।
चम्पा : समय की बात नही है मालकिन जैसा आपको लड़का चाहिए उसके बारे में पता कर ली हु या ये कहु की आपकी सोच से भी बढ़ कर है तो गलत नही होगा पर ।
इतना बोल कर चम्पा शांत हो गयी तो प्रीति बोली कि
प्रीति : रूक क्यों गयी बोल ना ।
चम्पा : पर मालकिन वह इसी गांव का है और मुझे नही लगता कि वह इसके लिए तैयार होगा।
प्रीति : तू उसकी चिंता मत कर बस यह बता वह कौन है।
चम्पा : वह अपने गांव के राजेश्वर का छोटा बेटा है बाप जितना सीधा है बीटा उतना ही हरामी गांव में आधी से ज्यादा लड़कियों और औरतों को चोद चुका है ।गांव की कितनी बहुओ को तो माँ भी बना दिया है जिसमे से मेरी बहु भी उसी के बच्चे की माँ बनने वाली है।
प्रीति :तो तुम अपनी बहू को कुछ बोलती नही है ।
चम्पा :अब आप से झूठ नही बोलूंगी मालकिन सच तो यही है कि मैंने खुद ही अपनी बहू को उसके नीचे सुलाया है।
अमृता जो इतनी देर से चुप थी वह बोली कि
अमृता :ऐसा क्या है रे उसमे जो सब उसके पीछे ही पड़ी है।
चम्पा : छोटी मालकिन अगर आप बुरा ना माने तो बोलू
अमृता :बोल खुल कर बोल
चम्पा : वह जो आपका सबसे बड़ा खिलौना है ना वह भी उसके आगे छोटा और पतला है।
प्रीति और अमृता दोनों ही चोंक जाती है क्यूंकि जिस खिलोने के बारे में वह बोल रही थी वह 10 इंच लंबा और 3इंच मोटा है ।
प्रीति :काहे लिए झूठ बोल रही हो चम्पा उतना बड़ा तो बहुत मुश्किल से किसी का होता है और तू बोल रही है कि उससे भी बड़ा।
चम्पा : अगर आप चाहे तो चेक कर ले उसको मेरे में डाल कर अगर मेरे मुह से आवाज तक निकली तो अपकीं जुटी मेरा सर
अमृता जानती थी अगर यह इतने विश्वास से बोल रही है तो सच ही होगा लेकिन फिर भी ट्राय करने में क्या जाता है और यही सोच कर अपने रूम में जाती है और उसको लेकर आती है और चम्पा अपनी साड़ी ऊपर तक उठा कर एक बार हल्का सा थूक लगा कर उस डिलडो को एक बार मे डाल लेती है और उफ तक नही करती ।यह देख कर दोनों चोंक जाती है इसपर प्रीति बोलती हैकि
प्रीति :इसका मतलब तू बहुत दिनों से उसका लण्ड ले रही है और हमे आज बता रही है।
चम्पा : माफी दे दो मालकिन क्या करूँ डरती थी।
अमृता :ठीक है एक बार उसे हमसे मिला दे बाकी हम देख लेंगे।
चम्पा : मालकिन आज भोला गया था उसके बाप के पास पैसे के लिए कल हो सके तो वह खुद आ जाये।