इस मैदान में ना कोई उन्हें देखने वाला था और ना ही कोई उनकी आवाज सुनने वाला। समर और माही का चेहरा खुशी से खिल उठा क्योंकि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका पहला मिलन इतनी खूबसूरत जगह पर होगा ।
अब दोनो से बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था इसलिए माही ने समर की तरफ देखते हुए अपने दोनों हाथ ऊपर उठा दिए मानो उसे कह रही हो कि मुझे अपनी बांहों में भरकर सुहाग सेज पर ले चलो ।
समर आगे बढ़ कर माही को किसी नाजुक गुड़िया की तरह से अपनी गोद में उठा लेता है। जैसे ही उसने माही को उठाया तो माही को उसके जिस्म की कठोरता का एहसास हुआ कि उसका जिस्म एक दम पत्थर जैसा बन गया था । माही खुशी से झूम उठती हैं क्योंकि आज उसे पता चला था कि समर ने पहलवान बनने के लिए कितना पसीना बहाया हैं।
समर जैसे ही उसकी आंखो में देखता है दोनो खो से जाते हैं ।समर जैसे ही अपने होठ आगे बढ़ाता है तो माही उसके होंठों पर एक उंगली रख देती हैं और बेड की तरफ इशारा करती हैं मानो बात रही हो कि सुहाग रात बेड पर होती है ।
माही की गांड़ समर की गोद में होने के कारण उसके लंड से छू रही थी जिससे उसे एहसास हुआ कि उसका लन्ड आज जितना टाइट पहले कभी नहीं हुआ था।
माही सोच रही थी एक तो पहले से इतना बड़ा और मोटा था, उपर से मोटी मोटी गांठ, अब पहलवान बनने के कारण और उपर से मंत्रित जल से मिली ताकत , उफ्फ कैसे झेल पायेगी वो इस खौफनाक लंड को । ये सब सोचते ही उसकी चूत गीली होने लगी थी
समर उसे बेड पर बिठा देता हैं तो माही को सुहाग सेज पर बैठकर शर्म महसूस हुई और उसकी नजरे शर्म से झुक गई थी। समर उसके पास बैठकर अपने हाथ से उसके सुंदर मुखड़े को देखता हैं तो उसके होश उड़ जाते हैं।
वो धीरे से उसके चेहरे को उपर उठाता हैं तो माही की आंखे बंद हो गई थी । होंठ खुल और बंद हो रहे थे और एक मस्त रस उसके होंठो पर चमक रहा था ।
समर:बिल्कुल चांद की तरह खूबसूरत लग रही है मेरी जान।
अपनी आंखे खोलो माही ।
माही धीरे धीरे अपने पलके उठाते हुए अपनी आंखे खोल देती हैं और समर की तरफ देखती है और फिर जैसे ही समर अपने होंठ आगे बढ़ाकर उसके होंठो के पास लाता हैं वो आंखे बंद करते हुए अपने होंठो को आगे बढ़ा देती हैं । समर अपने जलते हुए होंठो को उसके प्यासे होंठो पर रख देता हैं और चूसने लगता हैं। माही भी जोश में आते हुए उसके होठ चूसने लगती हैं । आज उन्हें किस मैं अजीब सा मजा आ रहा था , समर उसके होठों को जोर जोर से ऐसे चूस रहा था मानो उनमें से कोई रस निकाल रहा हो।
माही अपने हाथ उसके सिर के पीछे ले आती हैं और उसके बालों को सहलाते हुए उसके होठ चूस रही थी।
समर अपन एक हाथ उसकी कमर पर रख देता हैं और हल्के हल्के सहलाने लगा था।
तभी समर अपनी जीभ बाहर निकालता हैं तो माही अपना मुंह खोल देती हैं और उसकी जीभ माही के मुंह में प्रवेश कर गई।
दोनो के दूसरे की जीभ चूस रहे थे , दोनो जैसे जोश से भर रहे थे ।
एक लंबा किस होने को बाद जब दोनो की सांसे उखड़ने लगी तो दोनो सांस लेने के लिए रुकते हैं और फिर से उनके होठ जुड़ जाते हैं।
फिर समर माही को बेड पर लिटा देता हैं और खुद उसके उपर लेटते हुए किस करने लगता हैं और माही के दोनो हाथ अपने हाथों में भरकर मसलने लगता हैं ।
उपर आ जाने के कारण अब उसका खड़ा हुआ लंड माही की चूत पर कपड़ों के उपर से दबाव डाल रहा था जिससे माही की चूत में नमी आने लगी थी और वो भी नीचे से अपनी मोटी भारी गांड़ उठा कर उसके लंड पर रगड़ रही थी। मस्ती के कारण उसकी आंखे बंद हो चुकी थी
किस करते करते समर अपने सूट के बटन खोल कर उसे अलग कर देता हैं और अपना बनियान भी निकाल देता हैं तो उसकी चोड़ी ठोस छाती अब उपर से पूरी नंगी हो चुकी थी । किस करते करते माही जैसे ही अपने दोनो हाथ उसकी कमर पर लाती हैं तो उसे एहसास हुआ कि समर की छाती नंगी हो चुकी हैं और उसकी आंखे खुल जाती हैं और ध्यान से उसकी छाती को देखती हैं तो उसे एहसास हुआ कि पहली से ज्यादा चौड़ी हो गई है । तो क्या लंड भी चौड़ा हो गया होगा ये ख्याल जैसे ही उसके मन में आता हैं उसकी चूत से रस निकलना शुरू हो गया था जिससे उसकी कच्छी गीली होने लगी थी।
वो अपने हाथ आगे लेट हुए उसकी छाती पर रख देती हैं तो उसे एहसास हुआ कि उसकी छाती बिल्कुल ठोस और कठोर बन चुकी है तो क्या लंड भी कठोर??
जैसे ही ये ख्याल मन में आता है तो उसकी गीली चूत में खुजली बढ़ जाती हैं । वो धीरे धीरे अपना हाथ समर की छाती पर घुमाती रहती हैं जिससे समर को बहुत सुकून मिल रहा था। अब समर आगे बढ़ते हुए माही की आंखो में देखते हुए उसके हाथ उपर की ओर उठाने लगता हैं तो माही उसका इशारा समझते हुए अपने दोनो हाथ उपर उठा देती हैं और समर प्यार से उसका सूट उपर उठा कर निकाल देता हैं तो अब माही उपर से सिर्फ काले रंग की एक ब्रा में थी। शर्म के एहसास से माही की आंखे बंद हो गई। समर को एहसास हुआ कि उसकी चूचियां पहले से ज्यादा गोल और भर सी गई हैं और पूरी तरस से उसकी ब्रा में नहीं समा रही थी । ब्रा इस कदर टाइट लग रही थी कि चूचियां दब रही थी और अकड़ती जा रहीं थीं। समर ब्रा के ऊपर से ही उसकी चूचियों को हाथ में भर लेता हैं और दाबने लगता हैं तो माही का मजा बढ़ जाता है और उसका मुंह खुल जाता है और वो सिसकी लेने लगती हैं तो समर जोश में आते हुए जोर जोर से उसकी चूचियां दबाने लगता हैं और फिर दोनो हाथ पीछे ले जाते हुए उसकी ब्रा का हुक खोल देता हैं और उसके ब्रा को एक झटके के साथ उसके जिस्म से अलग कर देता हैं । माही की तो सांसे बढ़ गई थी और ब्रा के हटते ही उसकी चूचियां उछल कर बाहर आ गई जो पूरी ठोस थी।जोर जोर से सांस लेने के कारण उसकी चूचियां उपर नीचे हो रही थी । वो हिम्मत करके एक बार अपनी आंखे खोलती हैं तो पाया कि समर बहुत ही प्यार से उसकी चूचियां देख रहा हैं ।चूचियां पूरी टाइट थी और कठोरता से खड़ी हुई थी और निपल्स तो और भी टाईट होकर उपर की और तने हुए थे मानो समर का मुंह चिढ़ा रहे हो।