सांवली संध्या का सफर 10
पुनम सही करा पापा बहुत नखरा है भाभी मे भैया भी उसका पक्ष ही लेते है
राजन चिंता ना कर बहुरिया की गांड वही फैलायेगा और बोलेगा मार लो मेरी अंजली की गांड वरना उसे दुकान घर दोनो जगह से निकाल दूंगा
पुनम तब तक वो नाग को निगल चुकी थी मात्र लंड का टोपा ही उसके मुँह मे घुस पा रहा था मोटाई के कारण पुनम का मुंह जैसे फटने को हो
पुनम ने बाहर निकलाते हुये गहरी सॉस लेकर रामू के लंड को एक चपत मारी
पुनम बदमाश कितना मोटा है मुँह की किनारी चिर गई गांड की हालत क्या करेगा

उधर राजन पुनम की बुर मसल चाट रहा था वो गांड के छेद को चाट कर तैयार कर रहा है राजन की बातो ने पुनम को उत्तेजित किया तो था मगर उसके चाटने ने पुनम पर गजब ढा दिया था अब उसे चुदना था बस चुदना
रामू बहन की लौड़ी जब यह तेरी गांड से घुसेगा तब खुद ही पता चल जायेगा
पुनम हाये चाचा अब तक पापा की नुनी ही पाई है, लंड से आज पाला पड़ा है जानती हूँ इस गांड का फटना तो तय है, लंड का काम होता है फाड़ना तो बुर गांड का काम है फटना ये अपना काम करे और मेरी गांड अपना काम करेगी ही, वैसे बदनसीब है जो बुर गांड फटने से बच जाये, वैसे मेरी खानदान की चुत वा गांड मेरे बाप ने तेरे नाम कर दी है भाभी पर मोहर तय हो गई है मेरी पर आज तुम लगा दोगे, मगर मेरे बाप के आगे मेरी मम्मी का भी भौसड़ा गांड मारना छोड़ना मत, बड़ी गांड उचका कर चलती है, आपके आधा मोटा होगा लम्बाई 7 इंच है फूफा का लंड मगर जब भी मम्मी पर चढते है तो मूत मारती है
राजन बेटा वो भी नम्बर 1 छिनाल है जब शादी करके उसे लाया था हफ्ता हुआ होगा शायद होली थी तेरे फुफा मेरे जीजा आये थे घर, दोनो बैठे टेबल पर शराब का मजा ले रहे थे तभी तेरी माँ रोशनी आँगन से गांड मटकाते गई, जीजा ने एक आह भरी,
जीजा क्या मस्त महरारू लाया है साले क्या मस्त चाल भले सलवार मे तो बड़ी कातिल लगती है गाड़ मारी की नही मारी या बुर मे डुबा हुआ है इसकी
राजन क्या जीजा आप भी, बडे नखरे करती है ऊपर से बहुत टाईट है बुर की सील तोड़ने मे बहुत मेहनत लग गई
जीजा शराब की एक घुँट मारते हुये माने सील पैक माल मिला है, एक हम है तेरी बहन की गांड ही सील पैक मिली हो बुर तो खुली हुई भेजी, मेरे से जादा मेरे जीजा बजाते है तेरी बहन की और तेजी से हँसा पड़ा हाहाहाह
राजन क्या जीजा एक घुँट मारते हुये
तभी शायद राजन की बहन या यो कहे तेरी बुँआ रानी ने यह बात सुन ली
रानी हरामी यह कह तेरी नजर मेरी भाभी पर है मुझे क्यो बदनाम कर रहा है, मै जानती नही की तेरी नजर मेरी भाभी की गांड पर है तु दामाद है इस घर का चोद ले तुझे रोका किसने है
क्या भैया इनका इतना भी हक नही बनता इस घर पर
राजन ना बहन ऐसा ना कहे जीजा इस घर के मालिक है और मालिक का हक अपनी हर चीज पर होता है फिर रिश्ता मे इनका हक बनता है
रानी हरामी जब तेरे दोनो जीजा मिलकर एक मेरी गांड तो एक बुर मे लंड डालकर चोदते है मै चिल्लाती हूँ तुझे कोई फर्क पड़ता है
जीजा मुझे तो मजा आता है कुत्तिया
रानी तो हरामी यहाँ तेरा हक है तो मांगता क्यो है
जीजा हाँ वो तो है मगर बेचारी अभी नई- नई है तेरा भाई भी ढक से नही चढा
राजन तो जीजा आप ढंग से चढ लो रोशनी ओ रोशनी
मादर चोद रंडी बुरचोदी कहाँ मर गई
रोशनी जी आप ने बुलाया
राजन कुत्तिया जीजा के लिए चखना ला