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Incest पुरा परिवार हवस का शिकार

कहानी का हीरो आप किसे समझ रहे हो ??


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Nasn

Well-Known Member
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158
अपडेट 20


ट्रेन गोवा पहुंचने वाली थी ।सब अपना अपना समान निकल के तैयार होने लगे ।
" तभी सलोनी बोली आप लोग कौन से होटल में ठहरने वाले हो ।
" जी कुछ सोचा नही हैं अभी ये आवाज़ राहुल की थी ।
" एक काम करते हैं हम लोग साथ ही चलते हैं ।क्या बोलती हो निधि जी ।
" राहुल कुछ बोलता उससे पहले ही निधि बोली गयी हाँ ठीक रहेगा ।
गाडी़ रुक चुकी थी सब उतरने लगे ।सब बहुत खुश होने लगे।आरोही खुशी से उछलने कूदने लगी । स्टेशन से टैक्सी करके वो लोग एक होटल की तरफ चल पड़ते हैं ।
" तु अपना काम नही कर पाया तो मेरा क्या खाक करेगा ये आवाज़ गुड्डू के बॉस की थी।
" गुड्डू सर पकड़ता हुआ बोला उस रंडी को उसके भाई ने बचा लिया वरना आज उसका खेल ख़तम था बॉस।
" वो अकेला तुम तीनों पे भारी पड़ गया ।तुम लोग किसी काम के नही हो । मुझे ही कुछ और करना पड़ेगा।

" ये सब कैसे हुआ आयशा बोल ?
कुसुम की आवाज़ से आयश काँप रही थी ।
" रोहन मम्मी वो आयेशा को गुड्डू ने इतना बोल वो चुप हो गया ।
कुसुम ने एक जोर का थप्पड़ आयशा को दे मारा ।कलमुई मर क्यों नही जाती यही दिन देखना बाकी रह गया था ।
" भाग्येवान क्या कर रही हो जवान बेटी को कोई मारता हैं क्या ।
" कुसुम तो क्या करूँ जब मना किया था तो नदी पे क्यों गयी थी ।एक बार अपनी जवानी मसलवा के मन नही भरा इसका जो फिर से चली गयी ।
आयशा अब रोने लगी थी ।तभी रोहन बोला मम्मी क्यों बात का पतंगर बना रही हो ।
" कुसुम अच्छा मैं बात बढ़ा रही हूँ और ये महारानी जी जो कर के आयी हैं वो क्या हैं बोल । आज उसने चोली फाड़ दी कल को पता नही क्या क्या करवा के आएगी ।

" तभी मोहन बोला भाग्येवान अब बस भी करो सब ठीक तो हो गया हैं ।बाकी उस गुड्डू को तो अब मैं छोडूंगा नही । उसकी इतनी हिम्मत की वो मेरी बेटी के पीछे फिर से पड़ गया ।
" जैसा करना हैं करो अब से ये घर से बहार नही जाएगी ।ये बोल के कुसुम कमरे में चली गयी ।आयशा रोये जा रही थी की रोहन उसको चुप करने लगा और मोहन निकल गया गुड्डू की तलाश में ,जैसे तैसे आयशा चुप हो गयी। शाम हो चली थी आयशा खाना बनाने चल दी आज रोहन भी आयशा की सहायता कर रहा था ।

एक होटल में पहुँच कर सब अपने अपने कमरें में आराम करने लगे । इधर सलोनी और राज कमरे में आते ही शुरू हो चुके थे ।
" आह्ह्ह...राज चोदो जोर जोर से चोदो आह्ह्ह.. उफ़..
" हाँ सलोनी आह्ह..तुम्हारी चूत मुझे पागल करती हैं।उफ्फ्फ्फ़..तुम्हारे ये चुचे हम्म...

कुछ ही देर में चुदाई का ये खेल एक आह्ह्ह..के साथ समाप्त हो गया ।दोनो शांत पड़े रहे । बिस्तर पे हाँफ रहे थे।
" आरोही निधि से दीदी चलो ना गोवा घूमते हैं क्या बिस्तर पे पड़े हुए हैं ।
" निधि थोड़ा आराम तो कर ले महारानी जी उसके बाद शाम को चलते हैं ।

" देखो मुझे आप से कोई बात नही करनी हैं आगे से आप कॉल मत कीजिये ।दूसरी तरफ से बेटा इतनी बड़ी सज़ा मत दे अपने पापा को..इतना बोला ही था की निशा कॉल कट देती हैं ।निशा किसी सोच में डूबी हुई थी की उसके कमरे के दरवाजे पे दस्तक हुई ।उसने जाकर दरवाजा खोला तो सामने राहुल था ।
" हाय राहुल आओ ना अंदर ।
राहुल कमरे में दाखिल होता हैं इधर निशा दरवाजा बंद कर देती हैं और दोनो बिस्तर पे बैठ के बातें करने लगाते हैं ।
" निशा चलो कही घूम के आते हैं ।
" वाओ मज़ा आएगा चलो मैं आरोही और निधि को भी बोल देती हूँ । वो जल्दी से निधि और आरोही को बताने चली जाती हैं ।
इधर काम बढ़ने के कारण सुरेश अब सुमन से मज़े नही ले पा रहा था । शाम हो चली थी अब तो और भी ग्राहक आने लगे थे ।
" विक्की अपने टट्टो के जरिये पता लगा चुका था की निधि ,आरोही ,निशा और राहुल दिखाई क्यों नही दे रहे हैं ।
" पापा वो लोग गोवा गये हैं ।
" तिवारी - अच्छा तो रंडिया गोवा में चुदवाने गयी कोई नही बेटा उनको आने दे फिर उनकी चुदाई का बंदोबस्त करते हैं ।
" पर पापा मुझे आरोही चाहिए साली को देखे 2 दिन हो गये हैं ।
" हम्म. तो एक काम कर तु भी गोवा जाकर आ मेरे एक पहचान का अभी गोवा में हैं ।मैं उसको बोल के पता करवाता हूँ वो रंडिया कहा चुदवा रही हैं ।
" तभी अजय बोला अंकल मुझे भी साथ भेज दीजिये ना ।
" तिवारी मुस्कुरा के बोला ठीक हैं ठीक हैं तु भी जा आखिर दोनों ने एक ही चूत तो मारनी हैं ।

" आरोही - भैया कहा चल रहे हैं बताओ ना ।
" सैटर्डे नाईट मार्केट चलते हैं शाम हो चुकी हैं तो बाकी कल से घूमने जाएंगे । और मार्केट के लिए निकल जाते हैं ।
कुछ ही देर में वहा पहुंच जाते हैं। और तरह तरह की चीज़े देखने लगते हैं तड़कते-भड़कते कपड़ों से लेकर जूते, बैग, लैदर की चीज़े, हस्तशिल्प, सजावटी लैंप आदि ।
" निधि- आरोही और निशा के कानों में बोलती हैं अरे चलो ना बिकिनी ले लेते हैं कल बीच पे मज़ा आएगा ।
" निशा - तुम पागल हो गयी हो क्या बिकिनी कौन पहनेगा ।
" निधि - तो क्या जीन्स और सलवार में बीच पे घूमने जाओगी और पानी में क्या जीन्स पहन के तैरने जाओगी ।
तभी आरोही बोली दीदी पर भैया के सामने बिकिनी कैसे पहन सकते हैं और लोग भी तो देखेंगे ना मुझे तो शर्म आएगी ।
" निधि - तुम लोग मत पहनना मैं तो बिकिनी ही पहनूंगी और वो राहुल से बोलती हैं भैया मुझे कुछ खरीदना हैं ।
" राहुल - क्या चाहिए बोलो मैं खरीद देता हूँ ।
" निधि - नही भैया मैं खरीद लूंगी आप पैसे दे दो ।
राहुल पैसे दे देता हैं और बोलता हैं तुम लोग खरीद लो मैं उधर ही घूम रहा हूँ । निधि ,आरोही और निशा एक दुकान में चले जाते हैं ।वहा निधि एक से एक सेक्सी बिकिनी पसंद करने लगती हैं जिसे देख निशा हैरान थी पर मन तो उसका भी था की वो भी पहनने तभी निधि अपने लिए दो बिकिनी पसंद कर लेती हैं ।
" आरोही दीदी मेरे भी ले लो ।
" क्या तु तो मना कर रही थी ।अब क्या हुआ ।
तभी निशा बोली मुझे भी लेना हैं ये सुन निधि मुस्कुरा देती हैं और वो उनके लिए भी बिकिनी पसंद करने लगती हैं ।इधर राहुल बियर की केन खरीद के घुट पे घुट लगाए जा रहा था ।
" तभी निशा बोलती हैं । राहुल तुम कब से पीने लगे हो ।
" हाँ भैया आप ये गंदे चीज़े कब से पी रहे हो बताओ ये आवाज़ आरोही की थी ।
" अरे यार तुम लोग भी ना ये तो हलकी चीज़ हैं और गोवा आये हैं तो इतना तो चलता ही हैं ।और बताओ खरीद लिया जो चाहिए था ।
" निश- हाँ राहुल खरीद लिया।
" अच्छा तो चलो कुछ खा लेते हैं फिर होटल जाकर आराम करते हैं ।
रात हो चुकी थी आयशा अपना बिस्तर लगा रही थी ।कुसुम अपना मुँह फुलाए अपने बिस्तर पे सो रही थी ।मोहन भी बरामदे में हुक्का पी रहा था । रोहन और आयशा तो बस इसी ताक में थे की कब उसकी मम्मी सोये और वो कुछ काम करे अब तो आयशा की बूर कुलबुलाने लगी थी । रात का एक पहर बीत गया था ।इधर रोहन की आँख लग चुकी थी ।पर आयशा की तो बूर में जैसे चींटी काट रही थी ।नींद उससे कोसों दूर थी वो हार थक के रोहन के पास चुपके से जाने लगी ।वो पहुंच के रोहन को उठाये बिना ही उसके गालो पे एक चूमा देकर बोली कितने प्यारे हैं मेरे भैया और उसका लंड पकड़ के निकल ली और सहलाने लगी पर काफी देर हो जाने के बाद भी लंड में तनाव ना आता देख वो परेशान हो गयी ।इधर रोहन की भी आँख खुल गयी और उसने आयशा को दबोच लिया और बोला क्या कर रही हैं मम्मी देख लेगी तो क्या होगा ।
" आयशा शर्माते हुए भैया वो मुझे नींद नही आ रही थी तो बोल के चुप हो गयी ।

रोहन भी मुस्कुरा दिया और बोला बूर में खुजली हो रही हैं ना ।
ये सुन आयशा शर्म से रोहन के सीने में मुँह छुपा लेती हैं ।
" आयशा सुन ना ये ऐसे खड़ा नही होगा इसको मुँह में लेकर प्यार कर तो वो जाग जायेगा ।

ये सुन कर आयशा रोहन को देखने लगी ।और बोली छी.. भैया उसको मुँह में कौन लेता हैं मैं नही करूंगी।
" तो बूर की खुलजी का क्या करेगी ।
आयशा मुस्कुरा के बोली धत...कुछ भी बोलते हो ।और कुछ सोच के बोली वो तो गंदी चीज़ हैं । आप तो वहा से पेशाब करते हो।

" आयशा वो गंदी चीज़ नही सबसे अच्छी चीज़ हैं देखा नही दिन में तुमको कितना मज़ा दिया ।
इस बात पे आयशा मुस्कुरा के रह गयी और लंड पकड़कर देखने लगी चांदनी रात में हलकी रौशनी में लंड दिखाई दे लगा था ।उसने अपनी जीभ लंड पे फेरी ही थी की इस एहसास से रोहन मचल उठा । वो मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । वो बहुत अजीब आ महसूस कर रही थी। वो ज़्यादा चूस नही पायी उसको घिन आ रही थी पर उसने अपना काम कर दिया था लंड अकड़ने लगा था ।
" भैया मुझसे अब नही होगा छी.. कितना खारा पन हैं ।
" रोहन मुस्कुरा दिया और झट से आयशा हो अपनी तरफ खींच के उसके होठों पे होंठ लगा दिया और चूमने लगा ।धीरे धीरे होठों का चुम्बन गहरा होता गया और वासना दोनों के शरीर में घर करने लगी। जब साँसे लेना मुश्किल होने लगा तो दोनों अलग हुए और रोहन ने आयशा को बिस्तर पे सोने को बोला और जल्दी से उसका घाँघरा उठाया तो देखा आयशा ने कच्छी ही नही पहनी थी ।
" लगता हैं बूर में आग लगी हैं । ये सुन आयशा मुस्कुरा देती हैं ।
रोहन बूर चाटने लगता हैं थोड़ी देर में ही बूर थूक से भीग जाती हैं और वो लंड रख के धीरे से सरका देता हैं गप से लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा जाता हैं और रोहन अपनी कमर चलने लगता है धीरे धीरे चुदाई का अपने सबाब पे जाने लगी थी बूर रस छोड़ने लगी और चिकनापन बढ़ गया और मस्ती अपने पूरे चरम पे पहुंच गयी ।।दोनों के साँसे उखड़ने लगी थी पर दोनों रुकना नही चाहते थे ।
आयशा को अब बहुत आनंद आने लगा था वो मस्ती में हलकी सिसकियाँ निकाल के रोहन के अंदर ऊर्जा बढ़ा रही थी ।
तभी खांसे की आवाज़ से दोनों ने कमर हिलना रोक दिया ।वो आवाज़ मोहन की थी ।कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद रोहन फिर से चोदने लगा अब दोनों ही मस्ती में आनंदित हो चले थे ।इतना आनंद आयशा सह नही पायी और आह्ह्ह..भैया करने लगी और उसका बदन काँपते हुए शांत हो गया ।रोहन भी अब रुकना नही चाहता था उसने भी जोरदार धक्कों से प्रहार किया और उसका लिंग भी माल उगलने लगा और एक दम से शांत होकर लेट गया ।तभी कुसुम की उठने की आवाज़ से आयशा जल्दी से भाग कर अपने बिस्तर पे सो गयी और दोनों कब नींद की आगोश में चले गये पता ही नही चला ।
खाना खाकर राहुल ,निधि,आरोही और निशा होटल पहुँचे ही थे की सलोनी मिल गयी और बोली अरे आप कहाॅं से आ रहे हैं ।
" निधि - जी हम मार्केट से घूमकर आ रहे हैं ।
" सलोनी - अच्छा जी मुझे भी बोल देते तो चल देती कोई नही अगली बार देखते हैं ।
सब साथ साथ ही अपने कमरे में जा रहे थे की सलोनी बोली अरे निधि जी तुम ये आरोही के साथ क्यों जा रही हो ।
तुमको तो राहुल के साथ जाना चाहिए ये बात वो मुस्कुराते हुए बोली ।
ये सुन राहुल के साथ निशा और आरोही भी थोड़ा चिहूँक उठे ।
" निधि भी थोड़ा घबरा गयी थी पर उसने डर नही दिखाया और बोली।वो क्या हैं ना अभी हमारी शादी नही हुई है तो उनके साथ एक ही कमरे में इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
" सलोनी मुस्कुरा के बोली तो क्या हुआ आखिर कल को वो तुम्हारे पति ही तो होने वाले हैं और कुछ ऐसा वैसा हो भी गया तो क्या होगा ।
" तभी राज बोला क्या सलोनी तुम भी वो लोग जैसा चाहते है करने दो ये उनका मामला हैं ।
" निधि जल्दी से पीछा छुड़ाने के लिए बोली हैं आप ठीक बोल रही हो और वो राहुल के साथ राहुल के कमरे में चली गयी ।सलोनी ये देख मुस्कुरा दी और वो भी चली गयी ।इधर निशा और आरोही ऑंखें फाड़ के देखे जा रही थी ।और कुछ देर बाद वो भी अपने कमरे में चली गयी ।

आज सुरेश बहुत थक गया था ।बरखा तो बिस्तर पे गिरते ही सो गयी थी ।पर गरिमा की खुजली बढ़ने लगी और उसने पापा को कॉल किया तो सुरेश ने तुरंत उठा के बोला हाँ बोलो मेरी जान क्या हुआ ।
" पापा आओ ना ।
" बेटा बहुत थक गया हूंँ मुश्किल हैं ।
" अच्छा आप आओ में कर लूंगी ।
" ठीक हैं आता हूँ । बोलकर धीरे से उठकर गरिमा के कमरे की तरफ चल दिया ।
इधर गरिमा पुरी नग्न बिस्तर पे टाँगे खोले हुए लेती इंतज़ार कर रही थी की सुरेश ने दरवाजा से हलकी आवाज़ में बोला गरिमा ।
" अंदर आ जाओ पापा दरवाजा खुला हुआ हैं ।
सुरेश जैसे ही अंदर आता हैं गरिमा को ऐसे देख के चौंक जाता हैं ।गरिमा भी मुस्कुराते हुए अपनी चूत को खोल के दिखाते हुए बोली पापा जल्दी से चोद दो ना चूत में में आग लगी हुई हैं ।
सुरेश जल्दी से गरिमा पे टूट पड़ता हैं वो दोनो एक दूसरे को बेतहसा चूमने लगते हैं ।गरिमा भी अपने पापा को जकड़ लेती हैं धीरे धीरे मस्ती बढ़ने लगती हैं और सुरेश का लिंग सर उठाने लगा ।
दोनो अलग हुए और सुरेश जल्दी से नग्न होकर गरिमा की चूचियों को चूसने और दबाने लगता हैं ।

" आअह्ह..पापा।
निप्पल पे सुरेश की जीभ से गरिमा सिसक उठती ।
सुरेश मज़े लेकर चूचियों से खेल रहा था ।थोड़ी देर में ही गरिमा उठ कर सुरेश के लिंग को मुँह भर ली और चूसने लगी ।लिंग पे जीभ के एहसास से सुरेश भी मस्ती में सिसकियाने लगा आह्ह्ह .. गरिमा चूस ले साली ।
गरिमा अब देर ना करते हुए लिंग पे बैठ गयी और लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा गया ।और गरिमा लिंग पे ऊपर निचे होकार चुदाई का मज़ा लेने लगी ।

" आह्ह्ह..पापा आपका लंड मुझे सुकून देता हैं
अब गरिमा तेज़ी से कमर ऊपर निचे करते चुदवा रही थी ।दोनों ही अब मस्ती में मगन हो चुके थे पर गरिमा अब धक्के नही लगा पा रही थी ।तो सुरेश ने पटकर गरिमा को पट दिया और गप से लोड़ा फिर बूर में डाल के जोर जोर से चोदने लगा ।
" आअह्ह...पापा धीरे करो उफ्फ्फ...
" चुप साली आज तेरी चूत फाड़ दूंगा ।ले साली ले कुतिया जोर से लंड पेलता हुआ बोला ।
ऐसे ही काफी देर गरिमा अपनी चूत का छेद बड़ा करवाती रही ।
" आअह्ह्ह...गरिमा मैं आने वाला हूँ उफ्फ्फ...रंडी
"हाँ पापा में भी आह्ह्ह ..चोदो जोर से आह्ह्ह..पापा की रंडी हूँ
दोनो अब चरमसुख पे पहुँच गये और आह्ह्ह.. रंडी गरिमा करते हुए सुरेश निढाल हो गया ।
" इधर गरिमा भी झड़ने लगी ।दोनो ही एक दूसरे पे गिरे हुए हाँफ रहे थे ।
सुरेश बहुत थक गया था उसको उठने का भी मन नही हो रहा था। पर गरिमा जैसे तैसे सुरेश को उसके कमरे तक पहुँचा के आयी और नंगी ही सो गयी ।
गज़ब अपडेट
सुरेश की एक और ताबड़तोड़ चुदाई.....
 
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Guri006

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ट्रेन गोवा पहुंचने वाली थी ।सब अपना अपना समान निकल के तैयार होने लगे ।
" तभी सलोनी बोली आप लोग कौन से होटल में ठहरने वाले हो ।
" जी कुछ सोचा नही हैं अभी ये आवाज़ राहुल की थी ।
" एक काम करते हैं हम लोग साथ ही चलते हैं ।क्या बोलती हो निधि जी ।
" राहुल कुछ बोलता उससे पहले ही निधि बोली गयी हाँ ठीक रहेगा ।
गाडी़ रुक चुकी थी सब उतरने लगे ।सब बहुत खुश होने लगे।आरोही खुशी से उछलने कूदने लगी । स्टेशन से टैक्सी करके वो लोग एक होटल की तरफ चल पड़ते हैं ।
" तु अपना काम नही कर पाया तो मेरा क्या खाक करेगा ये आवाज़ गुड्डू के बॉस की थी।
" गुड्डू सर पकड़ता हुआ बोला उस रंडी को उसके भाई ने बचा लिया वरना आज उसका खेल ख़तम था बॉस।
" वो अकेला तुम तीनों पे भारी पड़ गया ।तुम लोग किसी काम के नही हो । मुझे ही कुछ और करना पड़ेगा।

" ये सब कैसे हुआ आयशा बोल ?
कुसुम की आवाज़ से आयश काँप रही थी ।
" रोहन मम्मी वो आयेशा को गुड्डू ने इतना बोल वो चुप हो गया ।
कुसुम ने एक जोर का थप्पड़ आयशा को दे मारा ।कलमुई मर क्यों नही जाती यही दिन देखना बाकी रह गया था ।
" भाग्येवान क्या कर रही हो जवान बेटी को कोई मारता हैं क्या ।
" कुसुम तो क्या करूँ जब मना किया था तो नदी पे क्यों गयी थी ।एक बार अपनी जवानी मसलवा के मन नही भरा इसका जो फिर से चली गयी ।
आयशा अब रोने लगी थी ।तभी रोहन बोला मम्मी क्यों बात का पतंगर बना रही हो ।
" कुसुम अच्छा मैं बात बढ़ा रही हूँ और ये महारानी जी जो कर के आयी हैं वो क्या हैं बोल । आज उसने चोली फाड़ दी कल को पता नही क्या क्या करवा के आएगी ।

" तभी मोहन बोला भाग्येवान अब बस भी करो सब ठीक तो हो गया हैं ।बाकी उस गुड्डू को तो अब मैं छोडूंगा नही । उसकी इतनी हिम्मत की वो मेरी बेटी के पीछे फिर से पड़ गया ।
" जैसा करना हैं करो अब से ये घर से बहार नही जाएगी ।ये बोल के कुसुम कमरे में चली गयी ।आयशा रोये जा रही थी की रोहन उसको चुप करने लगा और मोहन निकल गया गुड्डू की तलाश में ,जैसे तैसे आयशा चुप हो गयी। शाम हो चली थी आयशा खाना बनाने चल दी आज रोहन भी आयशा की सहायता कर रहा था ।

एक होटल में पहुँच कर सब अपने अपने कमरें में आराम करने लगे । इधर सलोनी और राज कमरे में आते ही शुरू हो चुके थे ।
" आह्ह्ह...राज चोदो जोर जोर से चोदो आह्ह्ह.. उफ़..
" हाँ सलोनी आह्ह..तुम्हारी चूत मुझे पागल करती हैं।उफ्फ्फ्फ़..तुम्हारे ये चुचे हम्म...

कुछ ही देर में चुदाई का ये खेल एक आह्ह्ह..के साथ समाप्त हो गया ।दोनो शांत पड़े रहे । बिस्तर पे हाँफ रहे थे।
" आरोही निधि से दीदी चलो ना गोवा घूमते हैं क्या बिस्तर पे पड़े हुए हैं ।
" निधि थोड़ा आराम तो कर ले महारानी जी उसके बाद शाम को चलते हैं ।

" देखो मुझे आप से कोई बात नही करनी हैं आगे से आप कॉल मत कीजिये ।दूसरी तरफ से बेटा इतनी बड़ी सज़ा मत दे अपने पापा को..इतना बोला ही था की निशा कॉल कट देती हैं ।निशा किसी सोच में डूबी हुई थी की उसके कमरे के दरवाजे पे दस्तक हुई ।उसने जाकर दरवाजा खोला तो सामने राहुल था ।
" हाय राहुल आओ ना अंदर ।
राहुल कमरे में दाखिल होता हैं इधर निशा दरवाजा बंद कर देती हैं और दोनो बिस्तर पे बैठ के बातें करने लगाते हैं ।
" निशा चलो कही घूम के आते हैं ।
" वाओ मज़ा आएगा चलो मैं आरोही और निधि को भी बोल देती हूँ । वो जल्दी से निधि और आरोही को बताने चली जाती हैं ।
इधर काम बढ़ने के कारण सुरेश अब सुमन से मज़े नही ले पा रहा था । शाम हो चली थी अब तो और भी ग्राहक आने लगे थे ।
" विक्की अपने टट्टो के जरिये पता लगा चुका था की निधि ,आरोही ,निशा और राहुल दिखाई क्यों नही दे रहे हैं ।
" पापा वो लोग गोवा गये हैं ।
" तिवारी - अच्छा तो रंडिया गोवा में चुदवाने गयी कोई नही बेटा उनको आने दे फिर उनकी चुदाई का बंदोबस्त करते हैं ।
" पर पापा मुझे आरोही चाहिए साली को देखे 2 दिन हो गये हैं ।
" हम्म. तो एक काम कर तु भी गोवा जाकर आ मेरे एक पहचान का अभी गोवा में हैं ।मैं उसको बोल के पता करवाता हूँ वो रंडिया कहा चुदवा रही हैं ।
" तभी अजय बोला अंकल मुझे भी साथ भेज दीजिये ना ।
" तिवारी मुस्कुरा के बोला ठीक हैं ठीक हैं तु भी जा आखिर दोनों ने एक ही चूत तो मारनी हैं ।

" आरोही - भैया कहा चल रहे हैं बताओ ना ।
" सैटर्डे नाईट मार्केट चलते हैं शाम हो चुकी हैं तो बाकी कल से घूमने जाएंगे । और मार्केट के लिए निकल जाते हैं ।
कुछ ही देर में वहा पहुंच जाते हैं। और तरह तरह की चीज़े देखने लगते हैं तड़कते-भड़कते कपड़ों से लेकर जूते, बैग, लैदर की चीज़े, हस्तशिल्प, सजावटी लैंप आदि ।
" निधि- आरोही और निशा के कानों में बोलती हैं अरे चलो ना बिकिनी ले लेते हैं कल बीच पे मज़ा आएगा ।
" निशा - तुम पागल हो गयी हो क्या बिकिनी कौन पहनेगा ।
" निधि - तो क्या जीन्स और सलवार में बीच पे घूमने जाओगी और पानी में क्या जीन्स पहन के तैरने जाओगी ।
तभी आरोही बोली दीदी पर भैया के सामने बिकिनी कैसे पहन सकते हैं और लोग भी तो देखेंगे ना मुझे तो शर्म आएगी ।
" निधि - तुम लोग मत पहनना मैं तो बिकिनी ही पहनूंगी और वो राहुल से बोलती हैं भैया मुझे कुछ खरीदना हैं ।
" राहुल - क्या चाहिए बोलो मैं खरीद देता हूँ ।
" निधि - नही भैया मैं खरीद लूंगी आप पैसे दे दो ।
राहुल पैसे दे देता हैं और बोलता हैं तुम लोग खरीद लो मैं उधर ही घूम रहा हूँ । निधि ,आरोही और निशा एक दुकान में चले जाते हैं ।वहा निधि एक से एक सेक्सी बिकिनी पसंद करने लगती हैं जिसे देख निशा हैरान थी पर मन तो उसका भी था की वो भी पहनने तभी निधि अपने लिए दो बिकिनी पसंद कर लेती हैं ।
" आरोही दीदी मेरे भी ले लो ।
" क्या तु तो मना कर रही थी ।अब क्या हुआ ।
तभी निशा बोली मुझे भी लेना हैं ये सुन निधि मुस्कुरा देती हैं और वो उनके लिए भी बिकिनी पसंद करने लगती हैं ।इधर राहुल बियर की केन खरीद के घुट पे घुट लगाए जा रहा था ।
" तभी निशा बोलती हैं । राहुल तुम कब से पीने लगे हो ।
" हाँ भैया आप ये गंदे चीज़े कब से पी रहे हो बताओ ये आवाज़ आरोही की थी ।
" अरे यार तुम लोग भी ना ये तो हलकी चीज़ हैं और गोवा आये हैं तो इतना तो चलता ही हैं ।और बताओ खरीद लिया जो चाहिए था ।
" निश- हाँ राहुल खरीद लिया।
" अच्छा तो चलो कुछ खा लेते हैं फिर होटल जाकर आराम करते हैं ।
रात हो चुकी थी आयशा अपना बिस्तर लगा रही थी ।कुसुम अपना मुँह फुलाए अपने बिस्तर पे सो रही थी ।मोहन भी बरामदे में हुक्का पी रहा था । रोहन और आयशा तो बस इसी ताक में थे की कब उसकी मम्मी सोये और वो कुछ काम करे अब तो आयशा की बूर कुलबुलाने लगी थी । रात का एक पहर बीत गया था ।इधर रोहन की आँख लग चुकी थी ।पर आयशा की तो बूर में जैसे चींटी काट रही थी ।नींद उससे कोसों दूर थी वो हार थक के रोहन के पास चुपके से जाने लगी ।वो पहुंच के रोहन को उठाये बिना ही उसके गालो पे एक चूमा देकर बोली कितने प्यारे हैं मेरे भैया और उसका लंड पकड़ के निकल ली और सहलाने लगी पर काफी देर हो जाने के बाद भी लंड में तनाव ना आता देख वो परेशान हो गयी ।इधर रोहन की भी आँख खुल गयी और उसने आयशा को दबोच लिया और बोला क्या कर रही हैं मम्मी देख लेगी तो क्या होगा ।
" आयशा शर्माते हुए भैया वो मुझे नींद नही आ रही थी तो बोल के चुप हो गयी ।

रोहन भी मुस्कुरा दिया और बोला बूर में खुजली हो रही हैं ना ।
ये सुन आयशा शर्म से रोहन के सीने में मुँह छुपा लेती हैं ।
" आयशा सुन ना ये ऐसे खड़ा नही होगा इसको मुँह में लेकर प्यार कर तो वो जाग जायेगा ।

ये सुन कर आयशा रोहन को देखने लगी ।और बोली छी.. भैया उसको मुँह में कौन लेता हैं मैं नही करूंगी।
" तो बूर की खुलजी का क्या करेगी ।
आयशा मुस्कुरा के बोली धत...कुछ भी बोलते हो ।और कुछ सोच के बोली वो तो गंदी चीज़ हैं । आप तो वहा से पेशाब करते हो।

" आयशा वो गंदी चीज़ नही सबसे अच्छी चीज़ हैं देखा नही दिन में तुमको कितना मज़ा दिया ।
इस बात पे आयशा मुस्कुरा के रह गयी और लंड पकड़कर देखने लगी चांदनी रात में हलकी रौशनी में लंड दिखाई दे लगा था ।उसने अपनी जीभ लंड पे फेरी ही थी की इस एहसास से रोहन मचल उठा । वो मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । वो बहुत अजीब आ महसूस कर रही थी। वो ज़्यादा चूस नही पायी उसको घिन आ रही थी पर उसने अपना काम कर दिया था लंड अकड़ने लगा था ।
" भैया मुझसे अब नही होगा छी.. कितना खारा पन हैं ।
" रोहन मुस्कुरा दिया और झट से आयशा हो अपनी तरफ खींच के उसके होठों पे होंठ लगा दिया और चूमने लगा ।धीरे धीरे होठों का चुम्बन गहरा होता गया और वासना दोनों के शरीर में घर करने लगी। जब साँसे लेना मुश्किल होने लगा तो दोनों अलग हुए और रोहन ने आयशा को बिस्तर पे सोने को बोला और जल्दी से उसका घाँघरा उठाया तो देखा आयशा ने कच्छी ही नही पहनी थी ।
" लगता हैं बूर में आग लगी हैं । ये सुन आयशा मुस्कुरा देती हैं ।
रोहन बूर चाटने लगता हैं थोड़ी देर में ही बूर थूक से भीग जाती हैं और वो लंड रख के धीरे से सरका देता हैं गप से लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा जाता हैं और रोहन अपनी कमर चलने लगता है धीरे धीरे चुदाई का अपने सबाब पे जाने लगी थी बूर रस छोड़ने लगी और चिकनापन बढ़ गया और मस्ती अपने पूरे चरम पे पहुंच गयी ।।दोनों के साँसे उखड़ने लगी थी पर दोनों रुकना नही चाहते थे ।
आयशा को अब बहुत आनंद आने लगा था वो मस्ती में हलकी सिसकियाँ निकाल के रोहन के अंदर ऊर्जा बढ़ा रही थी ।
तभी खांसे की आवाज़ से दोनों ने कमर हिलना रोक दिया ।वो आवाज़ मोहन की थी ।कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद रोहन फिर से चोदने लगा अब दोनों ही मस्ती में आनंदित हो चले थे ।इतना आनंद आयशा सह नही पायी और आह्ह्ह..भैया करने लगी और उसका बदन काँपते हुए शांत हो गया ।रोहन भी अब रुकना नही चाहता था उसने भी जोरदार धक्कों से प्रहार किया और उसका लिंग भी माल उगलने लगा और एक दम से शांत होकर लेट गया ।तभी कुसुम की उठने की आवाज़ से आयशा जल्दी से भाग कर अपने बिस्तर पे सो गयी और दोनों कब नींद की आगोश में चले गये पता ही नही चला ।
खाना खाकर राहुल ,निधि,आरोही और निशा होटल पहुँचे ही थे की सलोनी मिल गयी और बोली अरे आप कहाॅं से आ रहे हैं ।
" निधि - जी हम मार्केट से घूमकर आ रहे हैं ।
" सलोनी - अच्छा जी मुझे भी बोल देते तो चल देती कोई नही अगली बार देखते हैं ।
सब साथ साथ ही अपने कमरे में जा रहे थे की सलोनी बोली अरे निधि जी तुम ये आरोही के साथ क्यों जा रही हो ।
तुमको तो राहुल के साथ जाना चाहिए ये बात वो मुस्कुराते हुए बोली ।
ये सुन राहुल के साथ निशा और आरोही भी थोड़ा चिहूँक उठे ।
" निधि भी थोड़ा घबरा गयी थी पर उसने डर नही दिखाया और बोली।वो क्या हैं ना अभी हमारी शादी नही हुई है तो उनके साथ एक ही कमरे में इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
" सलोनी मुस्कुरा के बोली तो क्या हुआ आखिर कल को वो तुम्हारे पति ही तो होने वाले हैं और कुछ ऐसा वैसा हो भी गया तो क्या होगा ।
" तभी राज बोला क्या सलोनी तुम भी वो लोग जैसा चाहते है करने दो ये उनका मामला हैं ।
" निधि जल्दी से पीछा छुड़ाने के लिए बोली हैं आप ठीक बोल रही हो और वो राहुल के साथ राहुल के कमरे में चली गयी ।सलोनी ये देख मुस्कुरा दी और वो भी चली गयी ।इधर निशा और आरोही ऑंखें फाड़ के देखे जा रही थी ।और कुछ देर बाद वो भी अपने कमरे में चली गयी ।

आज सुरेश बहुत थक गया था ।बरखा तो बिस्तर पे गिरते ही सो गयी थी ।पर गरिमा की खुजली बढ़ने लगी और उसने पापा को कॉल किया तो सुरेश ने तुरंत उठा के बोला हाँ बोलो मेरी जान क्या हुआ ।
" पापा आओ ना ।
" बेटा बहुत थक गया हूंँ मुश्किल हैं ।
" अच्छा आप आओ में कर लूंगी ।
" ठीक हैं आता हूँ । बोलकर धीरे से उठकर गरिमा के कमरे की तरफ चल दिया ।
इधर गरिमा पुरी नग्न बिस्तर पे टाँगे खोले हुए लेती इंतज़ार कर रही थी की सुरेश ने दरवाजा से हलकी आवाज़ में बोला गरिमा ।
" अंदर आ जाओ पापा दरवाजा खुला हुआ हैं ।
सुरेश जैसे ही अंदर आता हैं गरिमा को ऐसे देख के चौंक जाता हैं ।गरिमा भी मुस्कुराते हुए अपनी चूत को खोल के दिखाते हुए बोली पापा जल्दी से चोद दो ना चूत में में आग लगी हुई हैं ।
सुरेश जल्दी से गरिमा पे टूट पड़ता हैं वो दोनो एक दूसरे को बेतहसा चूमने लगते हैं ।गरिमा भी अपने पापा को जकड़ लेती हैं धीरे धीरे मस्ती बढ़ने लगती हैं और सुरेश का लिंग सर उठाने लगा ।
दोनो अलग हुए और सुरेश जल्दी से नग्न होकर गरिमा की चूचियों को चूसने और दबाने लगता हैं ।

" आअह्ह..पापा।
निप्पल पे सुरेश की जीभ से गरिमा सिसक उठती ।
सुरेश मज़े लेकर चूचियों से खेल रहा था ।थोड़ी देर में ही गरिमा उठ कर सुरेश के लिंग को मुँह भर ली और चूसने लगी ।लिंग पे जीभ के एहसास से सुरेश भी मस्ती में सिसकियाने लगा आह्ह्ह .. गरिमा चूस ले साली ।
गरिमा अब देर ना करते हुए लिंग पे बैठ गयी और लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा गया ।और गरिमा लिंग पे ऊपर निचे होकार चुदाई का मज़ा लेने लगी ।

" आह्ह्ह..पापा आपका लंड मुझे सुकून देता हैं
अब गरिमा तेज़ी से कमर ऊपर निचे करते चुदवा रही थी ।दोनों ही अब मस्ती में मगन हो चुके थे पर गरिमा अब धक्के नही लगा पा रही थी ।तो सुरेश ने पटकर गरिमा को पट दिया और गप से लोड़ा फिर बूर में डाल के जोर जोर से चोदने लगा ।
" आअह्ह...पापा धीरे करो उफ्फ्फ...
" चुप साली आज तेरी चूत फाड़ दूंगा ।ले साली ले कुतिया जोर से लंड पेलता हुआ बोला ।
ऐसे ही काफी देर गरिमा अपनी चूत का छेद बड़ा करवाती रही ।
" आअह्ह्ह...गरिमा मैं आने वाला हूँ उफ्फ्फ...रंडी
"हाँ पापा में भी आह्ह्ह ..चोदो जोर से आह्ह्ह..पापा की रंडी हूँ
दोनो अब चरमसुख पे पहुँच गये और आह्ह्ह.. रंडी गरिमा करते हुए सुरेश निढाल हो गया ।
" इधर गरिमा भी झड़ने लगी ।दोनो ही एक दूसरे पे गिरे हुए हाँफ रहे थे ।
सुरेश बहुत थक गया था उसको उठने का भी मन नही हो रहा था। पर गरिमा जैसे तैसे सुरेश को उसके कमरे तक पहुँचा के आयी और नंगी ही सो गयी ।
agar Garima pregnant ho jaye to fir suresh kaise bache ga .


Ek naya mod mil sakta hai kahani ko.
 
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ट्रेन गोवा पहुंचने वाली थी ।सब अपना अपना समान निकल के तैयार होने लगे ।
" तभी सलोनी बोली आप लोग कौन से होटल में ठहरने वाले हो ।
" जी कुछ सोचा नही हैं अभी ये आवाज़ राहुल की थी ।
" एक काम करते हैं हम लोग साथ ही चलते हैं ।क्या बोलती हो निधि जी ।
" राहुल कुछ बोलता उससे पहले ही निधि बोली गयी हाँ ठीक रहेगा ।
गाडी़ रुक चुकी थी सब उतरने लगे ।सब बहुत खुश होने लगे।आरोही खुशी से उछलने कूदने लगी । स्टेशन से टैक्सी करके वो लोग एक होटल की तरफ चल पड़ते हैं ।
" तु अपना काम नही कर पाया तो मेरा क्या खाक करेगा ये आवाज़ गुड्डू के बॉस की थी।
" गुड्डू सर पकड़ता हुआ बोला उस रंडी को उसके भाई ने बचा लिया वरना आज उसका खेल ख़तम था बॉस।
" वो अकेला तुम तीनों पे भारी पड़ गया ।तुम लोग किसी काम के नही हो । मुझे ही कुछ और करना पड़ेगा।

" ये सब कैसे हुआ आयशा बोल ?
कुसुम की आवाज़ से आयश काँप रही थी ।
" रोहन मम्मी वो आयेशा को गुड्डू ने इतना बोल वो चुप हो गया ।
कुसुम ने एक जोर का थप्पड़ आयशा को दे मारा ।कलमुई मर क्यों नही जाती यही दिन देखना बाकी रह गया था ।
" भाग्येवान क्या कर रही हो जवान बेटी को कोई मारता हैं क्या ।
" कुसुम तो क्या करूँ जब मना किया था तो नदी पे क्यों गयी थी ।एक बार अपनी जवानी मसलवा के मन नही भरा इसका जो फिर से चली गयी ।
आयशा अब रोने लगी थी ।तभी रोहन बोला मम्मी क्यों बात का पतंगर बना रही हो ।
" कुसुम अच्छा मैं बात बढ़ा रही हूँ और ये महारानी जी जो कर के आयी हैं वो क्या हैं बोल । आज उसने चोली फाड़ दी कल को पता नही क्या क्या करवा के आएगी ।

" तभी मोहन बोला भाग्येवान अब बस भी करो सब ठीक तो हो गया हैं ।बाकी उस गुड्डू को तो अब मैं छोडूंगा नही । उसकी इतनी हिम्मत की वो मेरी बेटी के पीछे फिर से पड़ गया ।
" जैसा करना हैं करो अब से ये घर से बहार नही जाएगी ।ये बोल के कुसुम कमरे में चली गयी ।आयशा रोये जा रही थी की रोहन उसको चुप करने लगा और मोहन निकल गया गुड्डू की तलाश में ,जैसे तैसे आयशा चुप हो गयी। शाम हो चली थी आयशा खाना बनाने चल दी आज रोहन भी आयशा की सहायता कर रहा था ।

एक होटल में पहुँच कर सब अपने अपने कमरें में आराम करने लगे । इधर सलोनी और राज कमरे में आते ही शुरू हो चुके थे ।
" आह्ह्ह...राज चोदो जोर जोर से चोदो आह्ह्ह.. उफ़..
" हाँ सलोनी आह्ह..तुम्हारी चूत मुझे पागल करती हैं।उफ्फ्फ्फ़..तुम्हारे ये चुचे हम्म...

कुछ ही देर में चुदाई का ये खेल एक आह्ह्ह..के साथ समाप्त हो गया ।दोनो शांत पड़े रहे । बिस्तर पे हाँफ रहे थे।
" आरोही निधि से दीदी चलो ना गोवा घूमते हैं क्या बिस्तर पे पड़े हुए हैं ।
" निधि थोड़ा आराम तो कर ले महारानी जी उसके बाद शाम को चलते हैं ।

" देखो मुझे आप से कोई बात नही करनी हैं आगे से आप कॉल मत कीजिये ।दूसरी तरफ से बेटा इतनी बड़ी सज़ा मत दे अपने पापा को..इतना बोला ही था की निशा कॉल कट देती हैं ।निशा किसी सोच में डूबी हुई थी की उसके कमरे के दरवाजे पे दस्तक हुई ।उसने जाकर दरवाजा खोला तो सामने राहुल था ।
" हाय राहुल आओ ना अंदर ।
राहुल कमरे में दाखिल होता हैं इधर निशा दरवाजा बंद कर देती हैं और दोनो बिस्तर पे बैठ के बातें करने लगाते हैं ।
" निशा चलो कही घूम के आते हैं ।
" वाओ मज़ा आएगा चलो मैं आरोही और निधि को भी बोल देती हूँ । वो जल्दी से निधि और आरोही को बताने चली जाती हैं ।
इधर काम बढ़ने के कारण सुरेश अब सुमन से मज़े नही ले पा रहा था । शाम हो चली थी अब तो और भी ग्राहक आने लगे थे ।
" विक्की अपने टट्टो के जरिये पता लगा चुका था की निधि ,आरोही ,निशा और राहुल दिखाई क्यों नही दे रहे हैं ।
" पापा वो लोग गोवा गये हैं ।
" तिवारी - अच्छा तो रंडिया गोवा में चुदवाने गयी कोई नही बेटा उनको आने दे फिर उनकी चुदाई का बंदोबस्त करते हैं ।
" पर पापा मुझे आरोही चाहिए साली को देखे 2 दिन हो गये हैं ।
" हम्म. तो एक काम कर तु भी गोवा जाकर आ मेरे एक पहचान का अभी गोवा में हैं ।मैं उसको बोल के पता करवाता हूँ वो रंडिया कहा चुदवा रही हैं ।
" तभी अजय बोला अंकल मुझे भी साथ भेज दीजिये ना ।
" तिवारी मुस्कुरा के बोला ठीक हैं ठीक हैं तु भी जा आखिर दोनों ने एक ही चूत तो मारनी हैं ।

" आरोही - भैया कहा चल रहे हैं बताओ ना ।
" सैटर्डे नाईट मार्केट चलते हैं शाम हो चुकी हैं तो बाकी कल से घूमने जाएंगे । और मार्केट के लिए निकल जाते हैं ।
कुछ ही देर में वहा पहुंच जाते हैं। और तरह तरह की चीज़े देखने लगते हैं तड़कते-भड़कते कपड़ों से लेकर जूते, बैग, लैदर की चीज़े, हस्तशिल्प, सजावटी लैंप आदि ।
" निधि- आरोही और निशा के कानों में बोलती हैं अरे चलो ना बिकिनी ले लेते हैं कल बीच पे मज़ा आएगा ।
" निशा - तुम पागल हो गयी हो क्या बिकिनी कौन पहनेगा ।
" निधि - तो क्या जीन्स और सलवार में बीच पे घूमने जाओगी और पानी में क्या जीन्स पहन के तैरने जाओगी ।
तभी आरोही बोली दीदी पर भैया के सामने बिकिनी कैसे पहन सकते हैं और लोग भी तो देखेंगे ना मुझे तो शर्म आएगी ।
" निधि - तुम लोग मत पहनना मैं तो बिकिनी ही पहनूंगी और वो राहुल से बोलती हैं भैया मुझे कुछ खरीदना हैं ।
" राहुल - क्या चाहिए बोलो मैं खरीद देता हूँ ।
" निधि - नही भैया मैं खरीद लूंगी आप पैसे दे दो ।
राहुल पैसे दे देता हैं और बोलता हैं तुम लोग खरीद लो मैं उधर ही घूम रहा हूँ । निधि ,आरोही और निशा एक दुकान में चले जाते हैं ।वहा निधि एक से एक सेक्सी बिकिनी पसंद करने लगती हैं जिसे देख निशा हैरान थी पर मन तो उसका भी था की वो भी पहनने तभी निधि अपने लिए दो बिकिनी पसंद कर लेती हैं ।
" आरोही दीदी मेरे भी ले लो ।
" क्या तु तो मना कर रही थी ।अब क्या हुआ ।
तभी निशा बोली मुझे भी लेना हैं ये सुन निधि मुस्कुरा देती हैं और वो उनके लिए भी बिकिनी पसंद करने लगती हैं ।इधर राहुल बियर की केन खरीद के घुट पे घुट लगाए जा रहा था ।
" तभी निशा बोलती हैं । राहुल तुम कब से पीने लगे हो ।
" हाँ भैया आप ये गंदे चीज़े कब से पी रहे हो बताओ ये आवाज़ आरोही की थी ।
" अरे यार तुम लोग भी ना ये तो हलकी चीज़ हैं और गोवा आये हैं तो इतना तो चलता ही हैं ।और बताओ खरीद लिया जो चाहिए था ।
" निश- हाँ राहुल खरीद लिया।
" अच्छा तो चलो कुछ खा लेते हैं फिर होटल जाकर आराम करते हैं ।
रात हो चुकी थी आयशा अपना बिस्तर लगा रही थी ।कुसुम अपना मुँह फुलाए अपने बिस्तर पे सो रही थी ।मोहन भी बरामदे में हुक्का पी रहा था । रोहन और आयशा तो बस इसी ताक में थे की कब उसकी मम्मी सोये और वो कुछ काम करे अब तो आयशा की बूर कुलबुलाने लगी थी । रात का एक पहर बीत गया था ।इधर रोहन की आँख लग चुकी थी ।पर आयशा की तो बूर में जैसे चींटी काट रही थी ।नींद उससे कोसों दूर थी वो हार थक के रोहन के पास चुपके से जाने लगी ।वो पहुंच के रोहन को उठाये बिना ही उसके गालो पे एक चूमा देकर बोली कितने प्यारे हैं मेरे भैया और उसका लंड पकड़ के निकल ली और सहलाने लगी पर काफी देर हो जाने के बाद भी लंड में तनाव ना आता देख वो परेशान हो गयी ।इधर रोहन की भी आँख खुल गयी और उसने आयशा को दबोच लिया और बोला क्या कर रही हैं मम्मी देख लेगी तो क्या होगा ।
" आयशा शर्माते हुए भैया वो मुझे नींद नही आ रही थी तो बोल के चुप हो गयी ।

रोहन भी मुस्कुरा दिया और बोला बूर में खुजली हो रही हैं ना ।
ये सुन आयशा शर्म से रोहन के सीने में मुँह छुपा लेती हैं ।
" आयशा सुन ना ये ऐसे खड़ा नही होगा इसको मुँह में लेकर प्यार कर तो वो जाग जायेगा ।

ये सुन कर आयशा रोहन को देखने लगी ।और बोली छी.. भैया उसको मुँह में कौन लेता हैं मैं नही करूंगी।
" तो बूर की खुलजी का क्या करेगी ।
आयशा मुस्कुरा के बोली धत...कुछ भी बोलते हो ।और कुछ सोच के बोली वो तो गंदी चीज़ हैं । आप तो वहा से पेशाब करते हो।

" आयशा वो गंदी चीज़ नही सबसे अच्छी चीज़ हैं देखा नही दिन में तुमको कितना मज़ा दिया ।
इस बात पे आयशा मुस्कुरा के रह गयी और लंड पकड़कर देखने लगी चांदनी रात में हलकी रौशनी में लंड दिखाई दे लगा था ।उसने अपनी जीभ लंड पे फेरी ही थी की इस एहसास से रोहन मचल उठा । वो मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । वो बहुत अजीब आ महसूस कर रही थी। वो ज़्यादा चूस नही पायी उसको घिन आ रही थी पर उसने अपना काम कर दिया था लंड अकड़ने लगा था ।
" भैया मुझसे अब नही होगा छी.. कितना खारा पन हैं ।
" रोहन मुस्कुरा दिया और झट से आयशा हो अपनी तरफ खींच के उसके होठों पे होंठ लगा दिया और चूमने लगा ।धीरे धीरे होठों का चुम्बन गहरा होता गया और वासना दोनों के शरीर में घर करने लगी। जब साँसे लेना मुश्किल होने लगा तो दोनों अलग हुए और रोहन ने आयशा को बिस्तर पे सोने को बोला और जल्दी से उसका घाँघरा उठाया तो देखा आयशा ने कच्छी ही नही पहनी थी ।
" लगता हैं बूर में आग लगी हैं । ये सुन आयशा मुस्कुरा देती हैं ।
रोहन बूर चाटने लगता हैं थोड़ी देर में ही बूर थूक से भीग जाती हैं और वो लंड रख के धीरे से सरका देता हैं गप से लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा जाता हैं और रोहन अपनी कमर चलने लगता है धीरे धीरे चुदाई का अपने सबाब पे जाने लगी थी बूर रस छोड़ने लगी और चिकनापन बढ़ गया और मस्ती अपने पूरे चरम पे पहुंच गयी ।।दोनों के साँसे उखड़ने लगी थी पर दोनों रुकना नही चाहते थे ।
आयशा को अब बहुत आनंद आने लगा था वो मस्ती में हलकी सिसकियाँ निकाल के रोहन के अंदर ऊर्जा बढ़ा रही थी ।
तभी खांसे की आवाज़ से दोनों ने कमर हिलना रोक दिया ।वो आवाज़ मोहन की थी ।कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद रोहन फिर से चोदने लगा अब दोनों ही मस्ती में आनंदित हो चले थे ।इतना आनंद आयशा सह नही पायी और आह्ह्ह..भैया करने लगी और उसका बदन काँपते हुए शांत हो गया ।रोहन भी अब रुकना नही चाहता था उसने भी जोरदार धक्कों से प्रहार किया और उसका लिंग भी माल उगलने लगा और एक दम से शांत होकर लेट गया ।तभी कुसुम की उठने की आवाज़ से आयशा जल्दी से भाग कर अपने बिस्तर पे सो गयी और दोनों कब नींद की आगोश में चले गये पता ही नही चला ।
खाना खाकर राहुल ,निधि,आरोही और निशा होटल पहुँचे ही थे की सलोनी मिल गयी और बोली अरे आप कहाॅं से आ रहे हैं ।
" निधि - जी हम मार्केट से घूमकर आ रहे हैं ।
" सलोनी - अच्छा जी मुझे भी बोल देते तो चल देती कोई नही अगली बार देखते हैं ।
सब साथ साथ ही अपने कमरे में जा रहे थे की सलोनी बोली अरे निधि जी तुम ये आरोही के साथ क्यों जा रही हो ।
तुमको तो राहुल के साथ जाना चाहिए ये बात वो मुस्कुराते हुए बोली ।
ये सुन राहुल के साथ निशा और आरोही भी थोड़ा चिहूँक उठे ।
" निधि भी थोड़ा घबरा गयी थी पर उसने डर नही दिखाया और बोली।वो क्या हैं ना अभी हमारी शादी नही हुई है तो उनके साथ एक ही कमरे में इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
" सलोनी मुस्कुरा के बोली तो क्या हुआ आखिर कल को वो तुम्हारे पति ही तो होने वाले हैं और कुछ ऐसा वैसा हो भी गया तो क्या होगा ।
" तभी राज बोला क्या सलोनी तुम भी वो लोग जैसा चाहते है करने दो ये उनका मामला हैं ।
" निधि जल्दी से पीछा छुड़ाने के लिए बोली हैं आप ठीक बोल रही हो और वो राहुल के साथ राहुल के कमरे में चली गयी ।सलोनी ये देख मुस्कुरा दी और वो भी चली गयी ।इधर निशा और आरोही ऑंखें फाड़ के देखे जा रही थी ।और कुछ देर बाद वो भी अपने कमरे में चली गयी ।

आज सुरेश बहुत थक गया था ।बरखा तो बिस्तर पे गिरते ही सो गयी थी ।पर गरिमा की खुजली बढ़ने लगी और उसने पापा को कॉल किया तो सुरेश ने तुरंत उठा के बोला हाँ बोलो मेरी जान क्या हुआ ।
" पापा आओ ना ।
" बेटा बहुत थक गया हूंँ मुश्किल हैं ।
" अच्छा आप आओ में कर लूंगी ।
" ठीक हैं आता हूँ । बोलकर धीरे से उठकर गरिमा के कमरे की तरफ चल दिया ।
इधर गरिमा पुरी नग्न बिस्तर पे टाँगे खोले हुए लेती इंतज़ार कर रही थी की सुरेश ने दरवाजा से हलकी आवाज़ में बोला गरिमा ।
" अंदर आ जाओ पापा दरवाजा खुला हुआ हैं ।
सुरेश जैसे ही अंदर आता हैं गरिमा को ऐसे देख के चौंक जाता हैं ।गरिमा भी मुस्कुराते हुए अपनी चूत को खोल के दिखाते हुए बोली पापा जल्दी से चोद दो ना चूत में में आग लगी हुई हैं ।
सुरेश जल्दी से गरिमा पे टूट पड़ता हैं वो दोनो एक दूसरे को बेतहसा चूमने लगते हैं ।गरिमा भी अपने पापा को जकड़ लेती हैं धीरे धीरे मस्ती बढ़ने लगती हैं और सुरेश का लिंग सर उठाने लगा ।
दोनो अलग हुए और सुरेश जल्दी से नग्न होकर गरिमा की चूचियों को चूसने और दबाने लगता हैं ।

" आअह्ह..पापा।
निप्पल पे सुरेश की जीभ से गरिमा सिसक उठती ।
सुरेश मज़े लेकर चूचियों से खेल रहा था ।थोड़ी देर में ही गरिमा उठ कर सुरेश के लिंग को मुँह भर ली और चूसने लगी ।लिंग पे जीभ के एहसास से सुरेश भी मस्ती में सिसकियाने लगा आह्ह्ह .. गरिमा चूस ले साली ।
गरिमा अब देर ना करते हुए लिंग पे बैठ गयी और लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा गया ।और गरिमा लिंग पे ऊपर निचे होकार चुदाई का मज़ा लेने लगी ।

" आह्ह्ह..पापा आपका लंड मुझे सुकून देता हैं
अब गरिमा तेज़ी से कमर ऊपर निचे करते चुदवा रही थी ।दोनों ही अब मस्ती में मगन हो चुके थे पर गरिमा अब धक्के नही लगा पा रही थी ।तो सुरेश ने पटकर गरिमा को पट दिया और गप से लोड़ा फिर बूर में डाल के जोर जोर से चोदने लगा ।
" आअह्ह...पापा धीरे करो उफ्फ्फ...
" चुप साली आज तेरी चूत फाड़ दूंगा ।ले साली ले कुतिया जोर से लंड पेलता हुआ बोला ।
ऐसे ही काफी देर गरिमा अपनी चूत का छेद बड़ा करवाती रही ।
" आअह्ह्ह...गरिमा मैं आने वाला हूँ उफ्फ्फ...रंडी
"हाँ पापा में भी आह्ह्ह ..चोदो जोर से आह्ह्ह..पापा की रंडी हूँ
दोनो अब चरमसुख पे पहुँच गये और आह्ह्ह.. रंडी गरिमा करते हुए सुरेश निढाल हो गया ।
" इधर गरिमा भी झड़ने लगी ।दोनो ही एक दूसरे पे गिरे हुए हाँफ रहे थे ।
सुरेश बहुत थक गया था उसको उठने का भी मन नही हो रहा था। पर गरिमा जैसे तैसे सुरेश को उसके कमरे तक पहुँचा के आयी और नंगी ही सो गयी ।

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ट्रेन गोवा पहुंचने वाली थी ।सब अपना अपना समान निकल के तैयार होने लगे ।
" तभी सलोनी बोली आप लोग कौन से होटल में ठहरने वाले हो ।
" जी कुछ सोचा नही हैं अभी ये आवाज़ राहुल की थी ।
" एक काम करते हैं हम लोग साथ ही चलते हैं ।क्या बोलती हो निधि जी ।
" राहुल कुछ बोलता उससे पहले ही निधि बोली गयी हाँ ठीक रहेगा ।
गाडी़ रुक चुकी थी सब उतरने लगे ।सब बहुत खुश होने लगे।आरोही खुशी से उछलने कूदने लगी । स्टेशन से टैक्सी करके वो लोग एक होटल की तरफ चल पड़ते हैं ।
" तु अपना काम नही कर पाया तो मेरा क्या खाक करेगा ये आवाज़ गुड्डू के बॉस की थी।
" गुड्डू सर पकड़ता हुआ बोला उस रंडी को उसके भाई ने बचा लिया वरना आज उसका खेल ख़तम था बॉस।
" वो अकेला तुम तीनों पे भारी पड़ गया ।तुम लोग किसी काम के नही हो । मुझे ही कुछ और करना पड़ेगा।

" ये सब कैसे हुआ आयशा बोल ?
कुसुम की आवाज़ से आयश काँप रही थी ।
" रोहन मम्मी वो आयेशा को गुड्डू ने इतना बोल वो चुप हो गया ।
कुसुम ने एक जोर का थप्पड़ आयशा को दे मारा ।कलमुई मर क्यों नही जाती यही दिन देखना बाकी रह गया था ।
" भाग्येवान क्या कर रही हो जवान बेटी को कोई मारता हैं क्या ।
" कुसुम तो क्या करूँ जब मना किया था तो नदी पे क्यों गयी थी ।एक बार अपनी जवानी मसलवा के मन नही भरा इसका जो फिर से चली गयी ।
आयशा अब रोने लगी थी ।तभी रोहन बोला मम्मी क्यों बात का पतंगर बना रही हो ।
" कुसुम अच्छा मैं बात बढ़ा रही हूँ और ये महारानी जी जो कर के आयी हैं वो क्या हैं बोल । आज उसने चोली फाड़ दी कल को पता नही क्या क्या करवा के आएगी ।

" तभी मोहन बोला भाग्येवान अब बस भी करो सब ठीक तो हो गया हैं ।बाकी उस गुड्डू को तो अब मैं छोडूंगा नही । उसकी इतनी हिम्मत की वो मेरी बेटी के पीछे फिर से पड़ गया ।
" जैसा करना हैं करो अब से ये घर से बहार नही जाएगी ।ये बोल के कुसुम कमरे में चली गयी ।आयशा रोये जा रही थी की रोहन उसको चुप करने लगा और मोहन निकल गया गुड्डू की तलाश में ,जैसे तैसे आयशा चुप हो गयी। शाम हो चली थी आयशा खाना बनाने चल दी आज रोहन भी आयशा की सहायता कर रहा था ।

एक होटल में पहुँच कर सब अपने अपने कमरें में आराम करने लगे । इधर सलोनी और राज कमरे में आते ही शुरू हो चुके थे ।
" आह्ह्ह...राज चोदो जोर जोर से चोदो आह्ह्ह.. उफ़..
" हाँ सलोनी आह्ह..तुम्हारी चूत मुझे पागल करती हैं।उफ्फ्फ्फ़..तुम्हारे ये चुचे हम्म...

कुछ ही देर में चुदाई का ये खेल एक आह्ह्ह..के साथ समाप्त हो गया ।दोनो शांत पड़े रहे । बिस्तर पे हाँफ रहे थे।
" आरोही निधि से दीदी चलो ना गोवा घूमते हैं क्या बिस्तर पे पड़े हुए हैं ।
" निधि थोड़ा आराम तो कर ले महारानी जी उसके बाद शाम को चलते हैं ।

" देखो मुझे आप से कोई बात नही करनी हैं आगे से आप कॉल मत कीजिये ।दूसरी तरफ से बेटा इतनी बड़ी सज़ा मत दे अपने पापा को..इतना बोला ही था की निशा कॉल कट देती हैं ।निशा किसी सोच में डूबी हुई थी की उसके कमरे के दरवाजे पे दस्तक हुई ।उसने जाकर दरवाजा खोला तो सामने राहुल था ।
" हाय राहुल आओ ना अंदर ।
राहुल कमरे में दाखिल होता हैं इधर निशा दरवाजा बंद कर देती हैं और दोनो बिस्तर पे बैठ के बातें करने लगाते हैं ।
" निशा चलो कही घूम के आते हैं ।
" वाओ मज़ा आएगा चलो मैं आरोही और निधि को भी बोल देती हूँ । वो जल्दी से निधि और आरोही को बताने चली जाती हैं ।
इधर काम बढ़ने के कारण सुरेश अब सुमन से मज़े नही ले पा रहा था । शाम हो चली थी अब तो और भी ग्राहक आने लगे थे ।
" विक्की अपने टट्टो के जरिये पता लगा चुका था की निधि ,आरोही ,निशा और राहुल दिखाई क्यों नही दे रहे हैं ।
" पापा वो लोग गोवा गये हैं ।
" तिवारी - अच्छा तो रंडिया गोवा में चुदवाने गयी कोई नही बेटा उनको आने दे फिर उनकी चुदाई का बंदोबस्त करते हैं ।
" पर पापा मुझे आरोही चाहिए साली को देखे 2 दिन हो गये हैं ।
" हम्म. तो एक काम कर तु भी गोवा जाकर आ मेरे एक पहचान का अभी गोवा में हैं ।मैं उसको बोल के पता करवाता हूँ वो रंडिया कहा चुदवा रही हैं ।
" तभी अजय बोला अंकल मुझे भी साथ भेज दीजिये ना ।
" तिवारी मुस्कुरा के बोला ठीक हैं ठीक हैं तु भी जा आखिर दोनों ने एक ही चूत तो मारनी हैं ।

" आरोही - भैया कहा चल रहे हैं बताओ ना ।
" सैटर्डे नाईट मार्केट चलते हैं शाम हो चुकी हैं तो बाकी कल से घूमने जाएंगे । और मार्केट के लिए निकल जाते हैं ।
कुछ ही देर में वहा पहुंच जाते हैं। और तरह तरह की चीज़े देखने लगते हैं तड़कते-भड़कते कपड़ों से लेकर जूते, बैग, लैदर की चीज़े, हस्तशिल्प, सजावटी लैंप आदि ।
" निधि- आरोही और निशा के कानों में बोलती हैं अरे चलो ना बिकिनी ले लेते हैं कल बीच पे मज़ा आएगा ।
" निशा - तुम पागल हो गयी हो क्या बिकिनी कौन पहनेगा ।
" निधि - तो क्या जीन्स और सलवार में बीच पे घूमने जाओगी और पानी में क्या जीन्स पहन के तैरने जाओगी ।
तभी आरोही बोली दीदी पर भैया के सामने बिकिनी कैसे पहन सकते हैं और लोग भी तो देखेंगे ना मुझे तो शर्म आएगी ।
" निधि - तुम लोग मत पहनना मैं तो बिकिनी ही पहनूंगी और वो राहुल से बोलती हैं भैया मुझे कुछ खरीदना हैं ।
" राहुल - क्या चाहिए बोलो मैं खरीद देता हूँ ।
" निधि - नही भैया मैं खरीद लूंगी आप पैसे दे दो ।
राहुल पैसे दे देता हैं और बोलता हैं तुम लोग खरीद लो मैं उधर ही घूम रहा हूँ । निधि ,आरोही और निशा एक दुकान में चले जाते हैं ।वहा निधि एक से एक सेक्सी बिकिनी पसंद करने लगती हैं जिसे देख निशा हैरान थी पर मन तो उसका भी था की वो भी पहनने तभी निधि अपने लिए दो बिकिनी पसंद कर लेती हैं ।
" आरोही दीदी मेरे भी ले लो ।
" क्या तु तो मना कर रही थी ।अब क्या हुआ ।
तभी निशा बोली मुझे भी लेना हैं ये सुन निधि मुस्कुरा देती हैं और वो उनके लिए भी बिकिनी पसंद करने लगती हैं ।इधर राहुल बियर की केन खरीद के घुट पे घुट लगाए जा रहा था ।
" तभी निशा बोलती हैं । राहुल तुम कब से पीने लगे हो ।
" हाँ भैया आप ये गंदे चीज़े कब से पी रहे हो बताओ ये आवाज़ आरोही की थी ।
" अरे यार तुम लोग भी ना ये तो हलकी चीज़ हैं और गोवा आये हैं तो इतना तो चलता ही हैं ।और बताओ खरीद लिया जो चाहिए था ।
" निश- हाँ राहुल खरीद लिया।
" अच्छा तो चलो कुछ खा लेते हैं फिर होटल जाकर आराम करते हैं ।
रात हो चुकी थी आयशा अपना बिस्तर लगा रही थी ।कुसुम अपना मुँह फुलाए अपने बिस्तर पे सो रही थी ।मोहन भी बरामदे में हुक्का पी रहा था । रोहन और आयशा तो बस इसी ताक में थे की कब उसकी मम्मी सोये और वो कुछ काम करे अब तो आयशा की बूर कुलबुलाने लगी थी । रात का एक पहर बीत गया था ।इधर रोहन की आँख लग चुकी थी ।पर आयशा की तो बूर में जैसे चींटी काट रही थी ।नींद उससे कोसों दूर थी वो हार थक के रोहन के पास चुपके से जाने लगी ।वो पहुंच के रोहन को उठाये बिना ही उसके गालो पे एक चूमा देकर बोली कितने प्यारे हैं मेरे भैया और उसका लंड पकड़ के निकल ली और सहलाने लगी पर काफी देर हो जाने के बाद भी लंड में तनाव ना आता देख वो परेशान हो गयी ।इधर रोहन की भी आँख खुल गयी और उसने आयशा को दबोच लिया और बोला क्या कर रही हैं मम्मी देख लेगी तो क्या होगा ।
" आयशा शर्माते हुए भैया वो मुझे नींद नही आ रही थी तो बोल के चुप हो गयी ।

रोहन भी मुस्कुरा दिया और बोला बूर में खुजली हो रही हैं ना ।
ये सुन आयशा शर्म से रोहन के सीने में मुँह छुपा लेती हैं ।
" आयशा सुन ना ये ऐसे खड़ा नही होगा इसको मुँह में लेकर प्यार कर तो वो जाग जायेगा ।

ये सुन कर आयशा रोहन को देखने लगी ।और बोली छी.. भैया उसको मुँह में कौन लेता हैं मैं नही करूंगी।
" तो बूर की खुलजी का क्या करेगी ।
आयशा मुस्कुरा के बोली धत...कुछ भी बोलते हो ।और कुछ सोच के बोली वो तो गंदी चीज़ हैं । आप तो वहा से पेशाब करते हो।

" आयशा वो गंदी चीज़ नही सबसे अच्छी चीज़ हैं देखा नही दिन में तुमको कितना मज़ा दिया ।
इस बात पे आयशा मुस्कुरा के रह गयी और लंड पकड़कर देखने लगी चांदनी रात में हलकी रौशनी में लंड दिखाई दे लगा था ।उसने अपनी जीभ लंड पे फेरी ही थी की इस एहसास से रोहन मचल उठा । वो मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । वो बहुत अजीब आ महसूस कर रही थी। वो ज़्यादा चूस नही पायी उसको घिन आ रही थी पर उसने अपना काम कर दिया था लंड अकड़ने लगा था ।
" भैया मुझसे अब नही होगा छी.. कितना खारा पन हैं ।
" रोहन मुस्कुरा दिया और झट से आयशा हो अपनी तरफ खींच के उसके होठों पे होंठ लगा दिया और चूमने लगा ।धीरे धीरे होठों का चुम्बन गहरा होता गया और वासना दोनों के शरीर में घर करने लगी। जब साँसे लेना मुश्किल होने लगा तो दोनों अलग हुए और रोहन ने आयशा को बिस्तर पे सोने को बोला और जल्दी से उसका घाँघरा उठाया तो देखा आयशा ने कच्छी ही नही पहनी थी ।
" लगता हैं बूर में आग लगी हैं । ये सुन आयशा मुस्कुरा देती हैं ।
रोहन बूर चाटने लगता हैं थोड़ी देर में ही बूर थूक से भीग जाती हैं और वो लंड रख के धीरे से सरका देता हैं गप से लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा जाता हैं और रोहन अपनी कमर चलने लगता है धीरे धीरे चुदाई का अपने सबाब पे जाने लगी थी बूर रस छोड़ने लगी और चिकनापन बढ़ गया और मस्ती अपने पूरे चरम पे पहुंच गयी ।।दोनों के साँसे उखड़ने लगी थी पर दोनों रुकना नही चाहते थे ।
आयशा को अब बहुत आनंद आने लगा था वो मस्ती में हलकी सिसकियाँ निकाल के रोहन के अंदर ऊर्जा बढ़ा रही थी ।
तभी खांसे की आवाज़ से दोनों ने कमर हिलना रोक दिया ।वो आवाज़ मोहन की थी ।कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद रोहन फिर से चोदने लगा अब दोनों ही मस्ती में आनंदित हो चले थे ।इतना आनंद आयशा सह नही पायी और आह्ह्ह..भैया करने लगी और उसका बदन काँपते हुए शांत हो गया ।रोहन भी अब रुकना नही चाहता था उसने भी जोरदार धक्कों से प्रहार किया और उसका लिंग भी माल उगलने लगा और एक दम से शांत होकर लेट गया ।तभी कुसुम की उठने की आवाज़ से आयशा जल्दी से भाग कर अपने बिस्तर पे सो गयी और दोनों कब नींद की आगोश में चले गये पता ही नही चला ।
खाना खाकर राहुल ,निधि,आरोही और निशा होटल पहुँचे ही थे की सलोनी मिल गयी और बोली अरे आप कहाॅं से आ रहे हैं ।
" निधि - जी हम मार्केट से घूमकर आ रहे हैं ।
" सलोनी - अच्छा जी मुझे भी बोल देते तो चल देती कोई नही अगली बार देखते हैं ।
सब साथ साथ ही अपने कमरे में जा रहे थे की सलोनी बोली अरे निधि जी तुम ये आरोही के साथ क्यों जा रही हो ।
तुमको तो राहुल के साथ जाना चाहिए ये बात वो मुस्कुराते हुए बोली ।
ये सुन राहुल के साथ निशा और आरोही भी थोड़ा चिहूँक उठे ।
" निधि भी थोड़ा घबरा गयी थी पर उसने डर नही दिखाया और बोली।वो क्या हैं ना अभी हमारी शादी नही हुई है तो उनके साथ एक ही कमरे में इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
" सलोनी मुस्कुरा के बोली तो क्या हुआ आखिर कल को वो तुम्हारे पति ही तो होने वाले हैं और कुछ ऐसा वैसा हो भी गया तो क्या होगा ।
" तभी राज बोला क्या सलोनी तुम भी वो लोग जैसा चाहते है करने दो ये उनका मामला हैं ।
" निधि जल्दी से पीछा छुड़ाने के लिए बोली हैं आप ठीक बोल रही हो और वो राहुल के साथ राहुल के कमरे में चली गयी ।सलोनी ये देख मुस्कुरा दी और वो भी चली गयी ।इधर निशा और आरोही ऑंखें फाड़ के देखे जा रही थी ।और कुछ देर बाद वो भी अपने कमरे में चली गयी ।

आज सुरेश बहुत थक गया था ।बरखा तो बिस्तर पे गिरते ही सो गयी थी ।पर गरिमा की खुजली बढ़ने लगी और उसने पापा को कॉल किया तो सुरेश ने तुरंत उठा के बोला हाँ बोलो मेरी जान क्या हुआ ।
" पापा आओ ना ।
" बेटा बहुत थक गया हूंँ मुश्किल हैं ।
" अच्छा आप आओ में कर लूंगी ।
" ठीक हैं आता हूँ । बोलकर धीरे से उठकर गरिमा के कमरे की तरफ चल दिया ।
इधर गरिमा पुरी नग्न बिस्तर पे टाँगे खोले हुए लेती इंतज़ार कर रही थी की सुरेश ने दरवाजा से हलकी आवाज़ में बोला गरिमा ।
" अंदर आ जाओ पापा दरवाजा खुला हुआ हैं ।
सुरेश जैसे ही अंदर आता हैं गरिमा को ऐसे देख के चौंक जाता हैं ।गरिमा भी मुस्कुराते हुए अपनी चूत को खोल के दिखाते हुए बोली पापा जल्दी से चोद दो ना चूत में में आग लगी हुई हैं ।
सुरेश जल्दी से गरिमा पे टूट पड़ता हैं वो दोनो एक दूसरे को बेतहसा चूमने लगते हैं ।गरिमा भी अपने पापा को जकड़ लेती हैं धीरे धीरे मस्ती बढ़ने लगती हैं और सुरेश का लिंग सर उठाने लगा ।
दोनो अलग हुए और सुरेश जल्दी से नग्न होकर गरिमा की चूचियों को चूसने और दबाने लगता हैं ।

" आअह्ह..पापा।
निप्पल पे सुरेश की जीभ से गरिमा सिसक उठती ।
सुरेश मज़े लेकर चूचियों से खेल रहा था ।थोड़ी देर में ही गरिमा उठ कर सुरेश के लिंग को मुँह भर ली और चूसने लगी ।लिंग पे जीभ के एहसास से सुरेश भी मस्ती में सिसकियाने लगा आह्ह्ह .. गरिमा चूस ले साली ।
गरिमा अब देर ना करते हुए लिंग पे बैठ गयी और लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा गया ।और गरिमा लिंग पे ऊपर निचे होकार चुदाई का मज़ा लेने लगी ।

" आह्ह्ह..पापा आपका लंड मुझे सुकून देता हैं
अब गरिमा तेज़ी से कमर ऊपर निचे करते चुदवा रही थी ।दोनों ही अब मस्ती में मगन हो चुके थे पर गरिमा अब धक्के नही लगा पा रही थी ।तो सुरेश ने पटकर गरिमा को पट दिया और गप से लोड़ा फिर बूर में डाल के जोर जोर से चोदने लगा ।
" आअह्ह...पापा धीरे करो उफ्फ्फ...
" चुप साली आज तेरी चूत फाड़ दूंगा ।ले साली ले कुतिया जोर से लंड पेलता हुआ बोला ।
ऐसे ही काफी देर गरिमा अपनी चूत का छेद बड़ा करवाती रही ।
" आअह्ह्ह...गरिमा मैं आने वाला हूँ उफ्फ्फ...रंडी
"हाँ पापा में भी आह्ह्ह ..चोदो जोर से आह्ह्ह..पापा की रंडी हूँ
दोनो अब चरमसुख पे पहुँच गये और आह्ह्ह.. रंडी गरिमा करते हुए सुरेश निढाल हो गया ।
" इधर गरिमा भी झड़ने लगी ।दोनो ही एक दूसरे पे गिरे हुए हाँफ रहे थे ।
सुरेश बहुत थक गया था उसको उठने का भी मन नही हो रहा था। पर गरिमा जैसे तैसे सुरेश को उसके कमरे तक पहुँचा के आयी और नंगी ही सो गयी ।
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गज़ब स्टोरी है , आपके सभी अपडेट्स धुंआधार हैं , आप जैसे चाहो वैसे लिखो।

अब तक के सभी अपडेट्स को पढ़कर बहुत मजा आया , ऑल द बेस्ट फॉर फ्यूचर अपडेट्स
 
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Punnu

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ट्रेन गोवा पहुंचने वाली थी ।सब अपना अपना समान निकल के तैयार होने लगे ।
" तभी सलोनी बोली आप लोग कौन से होटल में ठहरने वाले हो ।
" जी कुछ सोचा नही हैं अभी ये आवाज़ राहुल की थी ।
" एक काम करते हैं हम लोग साथ ही चलते हैं ।क्या बोलती हो निधि जी ।
" राहुल कुछ बोलता उससे पहले ही निधि बोली गयी हाँ ठीक रहेगा ।
गाडी़ रुक चुकी थी सब उतरने लगे ।सब बहुत खुश होने लगे।आरोही खुशी से उछलने कूदने लगी । स्टेशन से टैक्सी करके वो लोग एक होटल की तरफ चल पड़ते हैं ।
" तु अपना काम नही कर पाया तो मेरा क्या खाक करेगा ये आवाज़ गुड्डू के बॉस की थी।
" गुड्डू सर पकड़ता हुआ बोला उस रंडी को उसके भाई ने बचा लिया वरना आज उसका खेल ख़तम था बॉस।
" वो अकेला तुम तीनों पे भारी पड़ गया ।तुम लोग किसी काम के नही हो । मुझे ही कुछ और करना पड़ेगा।

" ये सब कैसे हुआ आयशा बोल ?
कुसुम की आवाज़ से आयश काँप रही थी ।
" रोहन मम्मी वो आयेशा को गुड्डू ने इतना बोल वो चुप हो गया ।
कुसुम ने एक जोर का थप्पड़ आयशा को दे मारा ।कलमुई मर क्यों नही जाती यही दिन देखना बाकी रह गया था ।
" भाग्येवान क्या कर रही हो जवान बेटी को कोई मारता हैं क्या ।
" कुसुम तो क्या करूँ जब मना किया था तो नदी पे क्यों गयी थी ।एक बार अपनी जवानी मसलवा के मन नही भरा इसका जो फिर से चली गयी ।
आयशा अब रोने लगी थी ।तभी रोहन बोला मम्मी क्यों बात का पतंगर बना रही हो ।
" कुसुम अच्छा मैं बात बढ़ा रही हूँ और ये महारानी जी जो कर के आयी हैं वो क्या हैं बोल । आज उसने चोली फाड़ दी कल को पता नही क्या क्या करवा के आएगी ।

" तभी मोहन बोला भाग्येवान अब बस भी करो सब ठीक तो हो गया हैं ।बाकी उस गुड्डू को तो अब मैं छोडूंगा नही । उसकी इतनी हिम्मत की वो मेरी बेटी के पीछे फिर से पड़ गया ।
" जैसा करना हैं करो अब से ये घर से बहार नही जाएगी ।ये बोल के कुसुम कमरे में चली गयी ।आयशा रोये जा रही थी की रोहन उसको चुप करने लगा और मोहन निकल गया गुड्डू की तलाश में ,जैसे तैसे आयशा चुप हो गयी। शाम हो चली थी आयशा खाना बनाने चल दी आज रोहन भी आयशा की सहायता कर रहा था ।

एक होटल में पहुँच कर सब अपने अपने कमरें में आराम करने लगे । इधर सलोनी और राज कमरे में आते ही शुरू हो चुके थे ।
" आह्ह्ह...राज चोदो जोर जोर से चोदो आह्ह्ह.. उफ़..
" हाँ सलोनी आह्ह..तुम्हारी चूत मुझे पागल करती हैं।उफ्फ्फ्फ़..तुम्हारे ये चुचे हम्म...

कुछ ही देर में चुदाई का ये खेल एक आह्ह्ह..के साथ समाप्त हो गया ।दोनो शांत पड़े रहे । बिस्तर पे हाँफ रहे थे।
" आरोही निधि से दीदी चलो ना गोवा घूमते हैं क्या बिस्तर पे पड़े हुए हैं ।
" निधि थोड़ा आराम तो कर ले महारानी जी उसके बाद शाम को चलते हैं ।

" देखो मुझे आप से कोई बात नही करनी हैं आगे से आप कॉल मत कीजिये ।दूसरी तरफ से बेटा इतनी बड़ी सज़ा मत दे अपने पापा को..इतना बोला ही था की निशा कॉल कट देती हैं ।निशा किसी सोच में डूबी हुई थी की उसके कमरे के दरवाजे पे दस्तक हुई ।उसने जाकर दरवाजा खोला तो सामने राहुल था ।
" हाय राहुल आओ ना अंदर ।
राहुल कमरे में दाखिल होता हैं इधर निशा दरवाजा बंद कर देती हैं और दोनो बिस्तर पे बैठ के बातें करने लगाते हैं ।
" निशा चलो कही घूम के आते हैं ।
" वाओ मज़ा आएगा चलो मैं आरोही और निधि को भी बोल देती हूँ । वो जल्दी से निधि और आरोही को बताने चली जाती हैं ।
इधर काम बढ़ने के कारण सुरेश अब सुमन से मज़े नही ले पा रहा था । शाम हो चली थी अब तो और भी ग्राहक आने लगे थे ।
" विक्की अपने टट्टो के जरिये पता लगा चुका था की निधि ,आरोही ,निशा और राहुल दिखाई क्यों नही दे रहे हैं ।
" पापा वो लोग गोवा गये हैं ।
" तिवारी - अच्छा तो रंडिया गोवा में चुदवाने गयी कोई नही बेटा उनको आने दे फिर उनकी चुदाई का बंदोबस्त करते हैं ।
" पर पापा मुझे आरोही चाहिए साली को देखे 2 दिन हो गये हैं ।
" हम्म. तो एक काम कर तु भी गोवा जाकर आ मेरे एक पहचान का अभी गोवा में हैं ।मैं उसको बोल के पता करवाता हूँ वो रंडिया कहा चुदवा रही हैं ।
" तभी अजय बोला अंकल मुझे भी साथ भेज दीजिये ना ।
" तिवारी मुस्कुरा के बोला ठीक हैं ठीक हैं तु भी जा आखिर दोनों ने एक ही चूत तो मारनी हैं ।

" आरोही - भैया कहा चल रहे हैं बताओ ना ।
" सैटर्डे नाईट मार्केट चलते हैं शाम हो चुकी हैं तो बाकी कल से घूमने जाएंगे । और मार्केट के लिए निकल जाते हैं ।
कुछ ही देर में वहा पहुंच जाते हैं। और तरह तरह की चीज़े देखने लगते हैं तड़कते-भड़कते कपड़ों से लेकर जूते, बैग, लैदर की चीज़े, हस्तशिल्प, सजावटी लैंप आदि ।
" निधि- आरोही और निशा के कानों में बोलती हैं अरे चलो ना बिकिनी ले लेते हैं कल बीच पे मज़ा आएगा ।
" निशा - तुम पागल हो गयी हो क्या बिकिनी कौन पहनेगा ।
" निधि - तो क्या जीन्स और सलवार में बीच पे घूमने जाओगी और पानी में क्या जीन्स पहन के तैरने जाओगी ।
तभी आरोही बोली दीदी पर भैया के सामने बिकिनी कैसे पहन सकते हैं और लोग भी तो देखेंगे ना मुझे तो शर्म आएगी ।
" निधि - तुम लोग मत पहनना मैं तो बिकिनी ही पहनूंगी और वो राहुल से बोलती हैं भैया मुझे कुछ खरीदना हैं ।
" राहुल - क्या चाहिए बोलो मैं खरीद देता हूँ ।
" निधि - नही भैया मैं खरीद लूंगी आप पैसे दे दो ।
राहुल पैसे दे देता हैं और बोलता हैं तुम लोग खरीद लो मैं उधर ही घूम रहा हूँ । निधि ,आरोही और निशा एक दुकान में चले जाते हैं ।वहा निधि एक से एक सेक्सी बिकिनी पसंद करने लगती हैं जिसे देख निशा हैरान थी पर मन तो उसका भी था की वो भी पहनने तभी निधि अपने लिए दो बिकिनी पसंद कर लेती हैं ।
" आरोही दीदी मेरे भी ले लो ।
" क्या तु तो मना कर रही थी ।अब क्या हुआ ।
तभी निशा बोली मुझे भी लेना हैं ये सुन निधि मुस्कुरा देती हैं और वो उनके लिए भी बिकिनी पसंद करने लगती हैं ।इधर राहुल बियर की केन खरीद के घुट पे घुट लगाए जा रहा था ।
" तभी निशा बोलती हैं । राहुल तुम कब से पीने लगे हो ।
" हाँ भैया आप ये गंदे चीज़े कब से पी रहे हो बताओ ये आवाज़ आरोही की थी ।
" अरे यार तुम लोग भी ना ये तो हलकी चीज़ हैं और गोवा आये हैं तो इतना तो चलता ही हैं ।और बताओ खरीद लिया जो चाहिए था ।
" निश- हाँ राहुल खरीद लिया।
" अच्छा तो चलो कुछ खा लेते हैं फिर होटल जाकर आराम करते हैं ।
रात हो चुकी थी आयशा अपना बिस्तर लगा रही थी ।कुसुम अपना मुँह फुलाए अपने बिस्तर पे सो रही थी ।मोहन भी बरामदे में हुक्का पी रहा था । रोहन और आयशा तो बस इसी ताक में थे की कब उसकी मम्मी सोये और वो कुछ काम करे अब तो आयशा की बूर कुलबुलाने लगी थी । रात का एक पहर बीत गया था ।इधर रोहन की आँख लग चुकी थी ।पर आयशा की तो बूर में जैसे चींटी काट रही थी ।नींद उससे कोसों दूर थी वो हार थक के रोहन के पास चुपके से जाने लगी ।वो पहुंच के रोहन को उठाये बिना ही उसके गालो पे एक चूमा देकर बोली कितने प्यारे हैं मेरे भैया और उसका लंड पकड़ के निकल ली और सहलाने लगी पर काफी देर हो जाने के बाद भी लंड में तनाव ना आता देख वो परेशान हो गयी ।इधर रोहन की भी आँख खुल गयी और उसने आयशा को दबोच लिया और बोला क्या कर रही हैं मम्मी देख लेगी तो क्या होगा ।
" आयशा शर्माते हुए भैया वो मुझे नींद नही आ रही थी तो बोल के चुप हो गयी ।

रोहन भी मुस्कुरा दिया और बोला बूर में खुजली हो रही हैं ना ।
ये सुन आयशा शर्म से रोहन के सीने में मुँह छुपा लेती हैं ।
" आयशा सुन ना ये ऐसे खड़ा नही होगा इसको मुँह में लेकर प्यार कर तो वो जाग जायेगा ।

ये सुन कर आयशा रोहन को देखने लगी ।और बोली छी.. भैया उसको मुँह में कौन लेता हैं मैं नही करूंगी।
" तो बूर की खुलजी का क्या करेगी ।
आयशा मुस्कुरा के बोली धत...कुछ भी बोलते हो ।और कुछ सोच के बोली वो तो गंदी चीज़ हैं । आप तो वहा से पेशाब करते हो।

" आयशा वो गंदी चीज़ नही सबसे अच्छी चीज़ हैं देखा नही दिन में तुमको कितना मज़ा दिया ।
इस बात पे आयशा मुस्कुरा के रह गयी और लंड पकड़कर देखने लगी चांदनी रात में हलकी रौशनी में लंड दिखाई दे लगा था ।उसने अपनी जीभ लंड पे फेरी ही थी की इस एहसास से रोहन मचल उठा । वो मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । वो बहुत अजीब आ महसूस कर रही थी। वो ज़्यादा चूस नही पायी उसको घिन आ रही थी पर उसने अपना काम कर दिया था लंड अकड़ने लगा था ।
" भैया मुझसे अब नही होगा छी.. कितना खारा पन हैं ।
" रोहन मुस्कुरा दिया और झट से आयशा हो अपनी तरफ खींच के उसके होठों पे होंठ लगा दिया और चूमने लगा ।धीरे धीरे होठों का चुम्बन गहरा होता गया और वासना दोनों के शरीर में घर करने लगी। जब साँसे लेना मुश्किल होने लगा तो दोनों अलग हुए और रोहन ने आयशा को बिस्तर पे सोने को बोला और जल्दी से उसका घाँघरा उठाया तो देखा आयशा ने कच्छी ही नही पहनी थी ।
" लगता हैं बूर में आग लगी हैं । ये सुन आयशा मुस्कुरा देती हैं ।
रोहन बूर चाटने लगता हैं थोड़ी देर में ही बूर थूक से भीग जाती हैं और वो लंड रख के धीरे से सरका देता हैं गप से लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा जाता हैं और रोहन अपनी कमर चलने लगता है धीरे धीरे चुदाई का अपने सबाब पे जाने लगी थी बूर रस छोड़ने लगी और चिकनापन बढ़ गया और मस्ती अपने पूरे चरम पे पहुंच गयी ।।दोनों के साँसे उखड़ने लगी थी पर दोनों रुकना नही चाहते थे ।
आयशा को अब बहुत आनंद आने लगा था वो मस्ती में हलकी सिसकियाँ निकाल के रोहन के अंदर ऊर्जा बढ़ा रही थी ।
तभी खांसे की आवाज़ से दोनों ने कमर हिलना रोक दिया ।वो आवाज़ मोहन की थी ।कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद रोहन फिर से चोदने लगा अब दोनों ही मस्ती में आनंदित हो चले थे ।इतना आनंद आयशा सह नही पायी और आह्ह्ह..भैया करने लगी और उसका बदन काँपते हुए शांत हो गया ।रोहन भी अब रुकना नही चाहता था उसने भी जोरदार धक्कों से प्रहार किया और उसका लिंग भी माल उगलने लगा और एक दम से शांत होकर लेट गया ।तभी कुसुम की उठने की आवाज़ से आयशा जल्दी से भाग कर अपने बिस्तर पे सो गयी और दोनों कब नींद की आगोश में चले गये पता ही नही चला ।
खाना खाकर राहुल ,निधि,आरोही और निशा होटल पहुँचे ही थे की सलोनी मिल गयी और बोली अरे आप कहाॅं से आ रहे हैं ।
" निधि - जी हम मार्केट से घूमकर आ रहे हैं ।
" सलोनी - अच्छा जी मुझे भी बोल देते तो चल देती कोई नही अगली बार देखते हैं ।
सब साथ साथ ही अपने कमरे में जा रहे थे की सलोनी बोली अरे निधि जी तुम ये आरोही के साथ क्यों जा रही हो ।
तुमको तो राहुल के साथ जाना चाहिए ये बात वो मुस्कुराते हुए बोली ।
ये सुन राहुल के साथ निशा और आरोही भी थोड़ा चिहूँक उठे ।
" निधि भी थोड़ा घबरा गयी थी पर उसने डर नही दिखाया और बोली।वो क्या हैं ना अभी हमारी शादी नही हुई है तो उनके साथ एक ही कमरे में इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
" सलोनी मुस्कुरा के बोली तो क्या हुआ आखिर कल को वो तुम्हारे पति ही तो होने वाले हैं और कुछ ऐसा वैसा हो भी गया तो क्या होगा ।
" तभी राज बोला क्या सलोनी तुम भी वो लोग जैसा चाहते है करने दो ये उनका मामला हैं ।
" निधि जल्दी से पीछा छुड़ाने के लिए बोली हैं आप ठीक बोल रही हो और वो राहुल के साथ राहुल के कमरे में चली गयी ।सलोनी ये देख मुस्कुरा दी और वो भी चली गयी ।इधर निशा और आरोही ऑंखें फाड़ के देखे जा रही थी ।और कुछ देर बाद वो भी अपने कमरे में चली गयी ।

आज सुरेश बहुत थक गया था ।बरखा तो बिस्तर पे गिरते ही सो गयी थी ।पर गरिमा की खुजली बढ़ने लगी और उसने पापा को कॉल किया तो सुरेश ने तुरंत उठा के बोला हाँ बोलो मेरी जान क्या हुआ ।
" पापा आओ ना ।
" बेटा बहुत थक गया हूंँ मुश्किल हैं ।
" अच्छा आप आओ में कर लूंगी ।
" ठीक हैं आता हूँ । बोलकर धीरे से उठकर गरिमा के कमरे की तरफ चल दिया ।
इधर गरिमा पुरी नग्न बिस्तर पे टाँगे खोले हुए लेती इंतज़ार कर रही थी की सुरेश ने दरवाजा से हलकी आवाज़ में बोला गरिमा ।
" अंदर आ जाओ पापा दरवाजा खुला हुआ हैं ।
सुरेश जैसे ही अंदर आता हैं गरिमा को ऐसे देख के चौंक जाता हैं ।गरिमा भी मुस्कुराते हुए अपनी चूत को खोल के दिखाते हुए बोली पापा जल्दी से चोद दो ना चूत में में आग लगी हुई हैं ।
सुरेश जल्दी से गरिमा पे टूट पड़ता हैं वो दोनो एक दूसरे को बेतहसा चूमने लगते हैं ।गरिमा भी अपने पापा को जकड़ लेती हैं धीरे धीरे मस्ती बढ़ने लगती हैं और सुरेश का लिंग सर उठाने लगा ।
दोनो अलग हुए और सुरेश जल्दी से नग्न होकर गरिमा की चूचियों को चूसने और दबाने लगता हैं ।

" आअह्ह..पापा।
निप्पल पे सुरेश की जीभ से गरिमा सिसक उठती ।
सुरेश मज़े लेकर चूचियों से खेल रहा था ।थोड़ी देर में ही गरिमा उठ कर सुरेश के लिंग को मुँह भर ली और चूसने लगी ।लिंग पे जीभ के एहसास से सुरेश भी मस्ती में सिसकियाने लगा आह्ह्ह .. गरिमा चूस ले साली ।
गरिमा अब देर ना करते हुए लिंग पे बैठ गयी और लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा गया ।और गरिमा लिंग पे ऊपर निचे होकार चुदाई का मज़ा लेने लगी ।

" आह्ह्ह..पापा आपका लंड मुझे सुकून देता हैं
अब गरिमा तेज़ी से कमर ऊपर निचे करते चुदवा रही थी ।दोनों ही अब मस्ती में मगन हो चुके थे पर गरिमा अब धक्के नही लगा पा रही थी ।तो सुरेश ने पटकर गरिमा को पट दिया और गप से लोड़ा फिर बूर में डाल के जोर जोर से चोदने लगा ।
" आअह्ह...पापा धीरे करो उफ्फ्फ...
" चुप साली आज तेरी चूत फाड़ दूंगा ।ले साली ले कुतिया जोर से लंड पेलता हुआ बोला ।
ऐसे ही काफी देर गरिमा अपनी चूत का छेद बड़ा करवाती रही ।
" आअह्ह्ह...गरिमा मैं आने वाला हूँ उफ्फ्फ...रंडी
"हाँ पापा में भी आह्ह्ह ..चोदो जोर से आह्ह्ह..पापा की रंडी हूँ
दोनो अब चरमसुख पे पहुँच गये और आह्ह्ह.. रंडी गरिमा करते हुए सुरेश निढाल हो गया ।
" इधर गरिमा भी झड़ने लगी ।दोनो ही एक दूसरे पे गिरे हुए हाँफ रहे थे ।
सुरेश बहुत थक गया था उसको उठने का भी मन नही हो रहा था। पर गरिमा जैसे तैसे सुरेश को उसके कमरे तक पहुँचा के आयी और नंगी ही सो गयी ।
Behtarren update bhidu......guddu jiske liye kaam krta hai ...wo chhata hai aayesha ki ijjat lut jaye .....
अपडेट 20


ट्रेन गोवा पहुंचने वाली थी ।सब अपना अपना समान निकल के तैयार होने लगे ।
" तभी सलोनी बोली आप लोग कौन से होटल में ठहरने वाले हो ।
" जी कुछ सोचा नही हैं अभी ये आवाज़ राहुल की थी ।
" एक काम करते हैं हम लोग साथ ही चलते हैं ।क्या बोलती हो निधि जी ।
" राहुल कुछ बोलता उससे पहले ही निधि बोली गयी हाँ ठीक रहेगा ।
गाडी़ रुक चुकी थी सब उतरने लगे ।सब बहुत खुश होने लगे।आरोही खुशी से उछलने कूदने लगी । स्टेशन से टैक्सी करके वो लोग एक होटल की तरफ चल पड़ते हैं ।
" तु अपना काम नही कर पाया तो मेरा क्या खाक करेगा ये आवाज़ गुड्डू के बॉस की थी।
" गुड्डू सर पकड़ता हुआ बोला उस रंडी को उसके भाई ने बचा लिया वरना आज उसका खेल ख़तम था बॉस।
" वो अकेला तुम तीनों पे भारी पड़ गया ।तुम लोग किसी काम के नही हो । मुझे ही कुछ और करना पड़ेगा।

" ये सब कैसे हुआ आयशा बोल ?
कुसुम की आवाज़ से आयश काँप रही थी ।
" रोहन मम्मी वो आयेशा को गुड्डू ने इतना बोल वो चुप हो गया ।
कुसुम ने एक जोर का थप्पड़ आयशा को दे मारा ।कलमुई मर क्यों नही जाती यही दिन देखना बाकी रह गया था ।
" भाग्येवान क्या कर रही हो जवान बेटी को कोई मारता हैं क्या ।
" कुसुम तो क्या करूँ जब मना किया था तो नदी पे क्यों गयी थी ।एक बार अपनी जवानी मसलवा के मन नही भरा इसका जो फिर से चली गयी ।
आयशा अब रोने लगी थी ।तभी रोहन बोला मम्मी क्यों बात का पतंगर बना रही हो ।
" कुसुम अच्छा मैं बात बढ़ा रही हूँ और ये महारानी जी जो कर के आयी हैं वो क्या हैं बोल । आज उसने चोली फाड़ दी कल को पता नही क्या क्या करवा के आएगी ।

" तभी मोहन बोला भाग्येवान अब बस भी करो सब ठीक तो हो गया हैं ।बाकी उस गुड्डू को तो अब मैं छोडूंगा नही । उसकी इतनी हिम्मत की वो मेरी बेटी के पीछे फिर से पड़ गया ।
" जैसा करना हैं करो अब से ये घर से बहार नही जाएगी ।ये बोल के कुसुम कमरे में चली गयी ।आयशा रोये जा रही थी की रोहन उसको चुप करने लगा और मोहन निकल गया गुड्डू की तलाश में ,जैसे तैसे आयशा चुप हो गयी। शाम हो चली थी आयशा खाना बनाने चल दी आज रोहन भी आयशा की सहायता कर रहा था ।

एक होटल में पहुँच कर सब अपने अपने कमरें में आराम करने लगे । इधर सलोनी और राज कमरे में आते ही शुरू हो चुके थे ।
" आह्ह्ह...राज चोदो जोर जोर से चोदो आह्ह्ह.. उफ़..
" हाँ सलोनी आह्ह..तुम्हारी चूत मुझे पागल करती हैं।उफ्फ्फ्फ़..तुम्हारे ये चुचे हम्म...

कुछ ही देर में चुदाई का ये खेल एक आह्ह्ह..के साथ समाप्त हो गया ।दोनो शांत पड़े रहे । बिस्तर पे हाँफ रहे थे।
" आरोही निधि से दीदी चलो ना गोवा घूमते हैं क्या बिस्तर पे पड़े हुए हैं ।
" निधि थोड़ा आराम तो कर ले महारानी जी उसके बाद शाम को चलते हैं ।

" देखो मुझे आप से कोई बात नही करनी हैं आगे से आप कॉल मत कीजिये ।दूसरी तरफ से बेटा इतनी बड़ी सज़ा मत दे अपने पापा को..इतना बोला ही था की निशा कॉल कट देती हैं ।निशा किसी सोच में डूबी हुई थी की उसके कमरे के दरवाजे पे दस्तक हुई ।उसने जाकर दरवाजा खोला तो सामने राहुल था ।
" हाय राहुल आओ ना अंदर ।
राहुल कमरे में दाखिल होता हैं इधर निशा दरवाजा बंद कर देती हैं और दोनो बिस्तर पे बैठ के बातें करने लगाते हैं ।
" निशा चलो कही घूम के आते हैं ।
" वाओ मज़ा आएगा चलो मैं आरोही और निधि को भी बोल देती हूँ । वो जल्दी से निधि और आरोही को बताने चली जाती हैं ।
इधर काम बढ़ने के कारण सुरेश अब सुमन से मज़े नही ले पा रहा था । शाम हो चली थी अब तो और भी ग्राहक आने लगे थे ।
" विक्की अपने टट्टो के जरिये पता लगा चुका था की निधि ,आरोही ,निशा और राहुल दिखाई क्यों नही दे रहे हैं ।
" पापा वो लोग गोवा गये हैं ।
" तिवारी - अच्छा तो रंडिया गोवा में चुदवाने गयी कोई नही बेटा उनको आने दे फिर उनकी चुदाई का बंदोबस्त करते हैं ।
" पर पापा मुझे आरोही चाहिए साली को देखे 2 दिन हो गये हैं ।
" हम्म. तो एक काम कर तु भी गोवा जाकर आ मेरे एक पहचान का अभी गोवा में हैं ।मैं उसको बोल के पता करवाता हूँ वो रंडिया कहा चुदवा रही हैं ।
" तभी अजय बोला अंकल मुझे भी साथ भेज दीजिये ना ।
" तिवारी मुस्कुरा के बोला ठीक हैं ठीक हैं तु भी जा आखिर दोनों ने एक ही चूत तो मारनी हैं ।

" आरोही - भैया कहा चल रहे हैं बताओ ना ।
" सैटर्डे नाईट मार्केट चलते हैं शाम हो चुकी हैं तो बाकी कल से घूमने जाएंगे । और मार्केट के लिए निकल जाते हैं ।
कुछ ही देर में वहा पहुंच जाते हैं। और तरह तरह की चीज़े देखने लगते हैं तड़कते-भड़कते कपड़ों से लेकर जूते, बैग, लैदर की चीज़े, हस्तशिल्प, सजावटी लैंप आदि ।
" निधि- आरोही और निशा के कानों में बोलती हैं अरे चलो ना बिकिनी ले लेते हैं कल बीच पे मज़ा आएगा ।
" निशा - तुम पागल हो गयी हो क्या बिकिनी कौन पहनेगा ।
" निधि - तो क्या जीन्स और सलवार में बीच पे घूमने जाओगी और पानी में क्या जीन्स पहन के तैरने जाओगी ।
तभी आरोही बोली दीदी पर भैया के सामने बिकिनी कैसे पहन सकते हैं और लोग भी तो देखेंगे ना मुझे तो शर्म आएगी ।
" निधि - तुम लोग मत पहनना मैं तो बिकिनी ही पहनूंगी और वो राहुल से बोलती हैं भैया मुझे कुछ खरीदना हैं ।
" राहुल - क्या चाहिए बोलो मैं खरीद देता हूँ ।
" निधि - नही भैया मैं खरीद लूंगी आप पैसे दे दो ।
राहुल पैसे दे देता हैं और बोलता हैं तुम लोग खरीद लो मैं उधर ही घूम रहा हूँ । निधि ,आरोही और निशा एक दुकान में चले जाते हैं ।वहा निधि एक से एक सेक्सी बिकिनी पसंद करने लगती हैं जिसे देख निशा हैरान थी पर मन तो उसका भी था की वो भी पहनने तभी निधि अपने लिए दो बिकिनी पसंद कर लेती हैं ।
" आरोही दीदी मेरे भी ले लो ।
" क्या तु तो मना कर रही थी ।अब क्या हुआ ।
तभी निशा बोली मुझे भी लेना हैं ये सुन निधि मुस्कुरा देती हैं और वो उनके लिए भी बिकिनी पसंद करने लगती हैं ।इधर राहुल बियर की केन खरीद के घुट पे घुट लगाए जा रहा था ।
" तभी निशा बोलती हैं । राहुल तुम कब से पीने लगे हो ।
" हाँ भैया आप ये गंदे चीज़े कब से पी रहे हो बताओ ये आवाज़ आरोही की थी ।
" अरे यार तुम लोग भी ना ये तो हलकी चीज़ हैं और गोवा आये हैं तो इतना तो चलता ही हैं ।और बताओ खरीद लिया जो चाहिए था ।
" निश- हाँ राहुल खरीद लिया।
" अच्छा तो चलो कुछ खा लेते हैं फिर होटल जाकर आराम करते हैं ।
रात हो चुकी थी आयशा अपना बिस्तर लगा रही थी ।कुसुम अपना मुँह फुलाए अपने बिस्तर पे सो रही थी ।मोहन भी बरामदे में हुक्का पी रहा था । रोहन और आयशा तो बस इसी ताक में थे की कब उसकी मम्मी सोये और वो कुछ काम करे अब तो आयशा की बूर कुलबुलाने लगी थी । रात का एक पहर बीत गया था ।इधर रोहन की आँख लग चुकी थी ।पर आयशा की तो बूर में जैसे चींटी काट रही थी ।नींद उससे कोसों दूर थी वो हार थक के रोहन के पास चुपके से जाने लगी ।वो पहुंच के रोहन को उठाये बिना ही उसके गालो पे एक चूमा देकर बोली कितने प्यारे हैं मेरे भैया और उसका लंड पकड़ के निकल ली और सहलाने लगी पर काफी देर हो जाने के बाद भी लंड में तनाव ना आता देख वो परेशान हो गयी ।इधर रोहन की भी आँख खुल गयी और उसने आयशा को दबोच लिया और बोला क्या कर रही हैं मम्मी देख लेगी तो क्या होगा ।
" आयशा शर्माते हुए भैया वो मुझे नींद नही आ रही थी तो बोल के चुप हो गयी ।

रोहन भी मुस्कुरा दिया और बोला बूर में खुजली हो रही हैं ना ।
ये सुन आयशा शर्म से रोहन के सीने में मुँह छुपा लेती हैं ।
" आयशा सुन ना ये ऐसे खड़ा नही होगा इसको मुँह में लेकर प्यार कर तो वो जाग जायेगा ।

ये सुन कर आयशा रोहन को देखने लगी ।और बोली छी.. भैया उसको मुँह में कौन लेता हैं मैं नही करूंगी।
" तो बूर की खुलजी का क्या करेगी ।
आयशा मुस्कुरा के बोली धत...कुछ भी बोलते हो ।और कुछ सोच के बोली वो तो गंदी चीज़ हैं । आप तो वहा से पेशाब करते हो।

" आयशा वो गंदी चीज़ नही सबसे अच्छी चीज़ हैं देखा नही दिन में तुमको कितना मज़ा दिया ।
इस बात पे आयशा मुस्कुरा के रह गयी और लंड पकड़कर देखने लगी चांदनी रात में हलकी रौशनी में लंड दिखाई दे लगा था ।उसने अपनी जीभ लंड पे फेरी ही थी की इस एहसास से रोहन मचल उठा । वो मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी । वो बहुत अजीब आ महसूस कर रही थी। वो ज़्यादा चूस नही पायी उसको घिन आ रही थी पर उसने अपना काम कर दिया था लंड अकड़ने लगा था ।
" भैया मुझसे अब नही होगा छी.. कितना खारा पन हैं ।
" रोहन मुस्कुरा दिया और झट से आयशा हो अपनी तरफ खींच के उसके होठों पे होंठ लगा दिया और चूमने लगा ।धीरे धीरे होठों का चुम्बन गहरा होता गया और वासना दोनों के शरीर में घर करने लगी। जब साँसे लेना मुश्किल होने लगा तो दोनों अलग हुए और रोहन ने आयशा को बिस्तर पे सोने को बोला और जल्दी से उसका घाँघरा उठाया तो देखा आयशा ने कच्छी ही नही पहनी थी ।
" लगता हैं बूर में आग लगी हैं । ये सुन आयशा मुस्कुरा देती हैं ।
रोहन बूर चाटने लगता हैं थोड़ी देर में ही बूर थूक से भीग जाती हैं और वो लंड रख के धीरे से सरका देता हैं गप से लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा जाता हैं और रोहन अपनी कमर चलने लगता है धीरे धीरे चुदाई का अपने सबाब पे जाने लगी थी बूर रस छोड़ने लगी और चिकनापन बढ़ गया और मस्ती अपने पूरे चरम पे पहुंच गयी ।।दोनों के साँसे उखड़ने लगी थी पर दोनों रुकना नही चाहते थे ।
आयशा को अब बहुत आनंद आने लगा था वो मस्ती में हलकी सिसकियाँ निकाल के रोहन के अंदर ऊर्जा बढ़ा रही थी ।
तभी खांसे की आवाज़ से दोनों ने कमर हिलना रोक दिया ।वो आवाज़ मोहन की थी ।कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद रोहन फिर से चोदने लगा अब दोनों ही मस्ती में आनंदित हो चले थे ।इतना आनंद आयशा सह नही पायी और आह्ह्ह..भैया करने लगी और उसका बदन काँपते हुए शांत हो गया ।रोहन भी अब रुकना नही चाहता था उसने भी जोरदार धक्कों से प्रहार किया और उसका लिंग भी माल उगलने लगा और एक दम से शांत होकर लेट गया ।तभी कुसुम की उठने की आवाज़ से आयशा जल्दी से भाग कर अपने बिस्तर पे सो गयी और दोनों कब नींद की आगोश में चले गये पता ही नही चला ।
खाना खाकर राहुल ,निधि,आरोही और निशा होटल पहुँचे ही थे की सलोनी मिल गयी और बोली अरे आप कहाॅं से आ रहे हैं ।
" निधि - जी हम मार्केट से घूमकर आ रहे हैं ।
" सलोनी - अच्छा जी मुझे भी बोल देते तो चल देती कोई नही अगली बार देखते हैं ।
सब साथ साथ ही अपने कमरे में जा रहे थे की सलोनी बोली अरे निधि जी तुम ये आरोही के साथ क्यों जा रही हो ।
तुमको तो राहुल के साथ जाना चाहिए ये बात वो मुस्कुराते हुए बोली ।
ये सुन राहुल के साथ निशा और आरोही भी थोड़ा चिहूँक उठे ।
" निधि भी थोड़ा घबरा गयी थी पर उसने डर नही दिखाया और बोली।वो क्या हैं ना अभी हमारी शादी नही हुई है तो उनके साथ एक ही कमरे में इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
" सलोनी मुस्कुरा के बोली तो क्या हुआ आखिर कल को वो तुम्हारे पति ही तो होने वाले हैं और कुछ ऐसा वैसा हो भी गया तो क्या होगा ।
" तभी राज बोला क्या सलोनी तुम भी वो लोग जैसा चाहते है करने दो ये उनका मामला हैं ।
" निधि जल्दी से पीछा छुड़ाने के लिए बोली हैं आप ठीक बोल रही हो और वो राहुल के साथ राहुल के कमरे में चली गयी ।सलोनी ये देख मुस्कुरा दी और वो भी चली गयी ।इधर निशा और आरोही ऑंखें फाड़ के देखे जा रही थी ।और कुछ देर बाद वो भी अपने कमरे में चली गयी ।

आज सुरेश बहुत थक गया था ।बरखा तो बिस्तर पे गिरते ही सो गयी थी ।पर गरिमा की खुजली बढ़ने लगी और उसने पापा को कॉल किया तो सुरेश ने तुरंत उठा के बोला हाँ बोलो मेरी जान क्या हुआ ।
" पापा आओ ना ।
" बेटा बहुत थक गया हूंँ मुश्किल हैं ।
" अच्छा आप आओ में कर लूंगी ।
" ठीक हैं आता हूँ । बोलकर धीरे से उठकर गरिमा के कमरे की तरफ चल दिया ।
इधर गरिमा पुरी नग्न बिस्तर पे टाँगे खोले हुए लेती इंतज़ार कर रही थी की सुरेश ने दरवाजा से हलकी आवाज़ में बोला गरिमा ।
" अंदर आ जाओ पापा दरवाजा खुला हुआ हैं ।
सुरेश जैसे ही अंदर आता हैं गरिमा को ऐसे देख के चौंक जाता हैं ।गरिमा भी मुस्कुराते हुए अपनी चूत को खोल के दिखाते हुए बोली पापा जल्दी से चोद दो ना चूत में में आग लगी हुई हैं ।
सुरेश जल्दी से गरिमा पे टूट पड़ता हैं वो दोनो एक दूसरे को बेतहसा चूमने लगते हैं ।गरिमा भी अपने पापा को जकड़ लेती हैं धीरे धीरे मस्ती बढ़ने लगती हैं और सुरेश का लिंग सर उठाने लगा ।
दोनो अलग हुए और सुरेश जल्दी से नग्न होकर गरिमा की चूचियों को चूसने और दबाने लगता हैं ।

" आअह्ह..पापा।
निप्पल पे सुरेश की जीभ से गरिमा सिसक उठती ।
सुरेश मज़े लेकर चूचियों से खेल रहा था ।थोड़ी देर में ही गरिमा उठ कर सुरेश के लिंग को मुँह भर ली और चूसने लगी ।लिंग पे जीभ के एहसास से सुरेश भी मस्ती में सिसकियाने लगा आह्ह्ह .. गरिमा चूस ले साली ।
गरिमा अब देर ना करते हुए लिंग पे बैठ गयी और लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा गया ।और गरिमा लिंग पे ऊपर निचे होकार चुदाई का मज़ा लेने लगी ।

" आह्ह्ह..पापा आपका लंड मुझे सुकून देता हैं
अब गरिमा तेज़ी से कमर ऊपर निचे करते चुदवा रही थी ।दोनों ही अब मस्ती में मगन हो चुके थे पर गरिमा अब धक्के नही लगा पा रही थी ।तो सुरेश ने पटकर गरिमा को पट दिया और गप से लोड़ा फिर बूर में डाल के जोर जोर से चोदने लगा ।
" आअह्ह...पापा धीरे करो उफ्फ्फ...
" चुप साली आज तेरी चूत फाड़ दूंगा ।ले साली ले कुतिया जोर से लंड पेलता हुआ बोला ।
ऐसे ही काफी देर गरिमा अपनी चूत का छेद बड़ा करवाती रही ।
" आअह्ह्ह...गरिमा मैं आने वाला हूँ उफ्फ्फ...रंडी
"हाँ पापा में भी आह्ह्ह ..चोदो जोर से आह्ह्ह..पापा की रंडी हूँ
दोनो अब चरमसुख पे पहुँच गये और आह्ह्ह.. रंडी गरिमा करते हुए सुरेश निढाल हो गया ।
" इधर गरिमा भी झड़ने लगी ।दोनो ही एक दूसरे पे गिरे हुए हाँफ रहे थे ।
सुरेश बहुत थक गया था उसको उठने का भी मन नही हो रहा था। पर गरिमा जैसे तैसे सुरेश को उसके कमरे तक पहुँचा के आयी और नंगी ही सो गयी ।
Behtarren update bhidu.....Rohan or aayesha inka khel bdiya chl rha hai......or nidhi ye apne pita se gussa hai....or iske pita ne iske saath kya kr diya.....khi nidhi ko to nhi thok diya....khair Rahul or nidhi Nisha or Aarohi to maje kr rhe hai....pr sawal ye hai ....Rahul asli maje kr payega apni behno ke saath ya nhi.... dekhte hai aage kya majedar hota hai ...
 

Avi Goswami

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