Sanju@
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Excellent updateअपडेट 18
ट्रेन तेज़ गति से भागे जा रही थी की राहुल की आँख अचानक ही खुल जाती हैं। वो आँखों को मलता हुआ अपनी कलाई को देखता हैं तो सुबह के 6:17 हो रहे थे ।
वो उठकर बैठता हैं और जैसे ही दूसरी तरफ देखता हैं तो वह अपनी नज़र नही हटा पाता उफ्फ्फ..ये निशा भी ना कोई होश नही हैं वो जल्दी से उठकर निशा को ढकने ही वाला होता हैं की एक हलचल से वो ऊपर की तरफ देखता हैं जैसे ही उसकी नज़र निधि की चूचियों पे जाती हैं उसका मुँह खुला का खुला रह जाता हैं आज भी निधि को कोई होश नही था उसकी चूची उसके टॉप से झाँक रही थी। राहुल ये देख के जल्दी से निशा की तरफ पलटा तो निशा अभी भी सो रही थी ।दोनो तरफ गजब का नज़रा उसको मदहोश करने लगा। उसने बिना कुछ सोचे समझे निशा की बूर के हिस्से को कपड़े के ऊपर से ही चूमने लगा वो लगातार निशा की बुर को उसकी शॉर्ट्स के ऊपर से चूम रहा था जिससे निशा कुछ बढ़बढ़ई हम्म्म...ये देख राहुल ने निशा को देखा तो वो अभी भी सो रही थी ।उसने तुरंत निधि के चुचों को ऊपर से ही चूम के मसल दिया जिससे निधि की एक आह्ह .. निकल गयी ।और उसकी आँख खुल गयी।ये देख राहुल तुरंत ही पलट गया और बर्थ के ऊपर देखा तो उसकी गांड ही फट गयी ।वह एक लड़की जो शायद विवाहित थी उसकी मांग का सिन्दूर देख के राहुल समझ गया था। वो राहुल को ही घूर घूर के देखे जा रही थी ।ये सब देख राहुल जल्दी से बाथरूम की तरफ भाग गया । निधि उठी और अपने आप को ठीक किया और निशा को देख मुस्कुरा गयी आज निशा दोनो टाँगें खोले सो रही थी जिससे वो कामुक लग रही थी।निधि उठी और निशा को चादर से ढक दिया और अपने भाई की बर्थ पे बैठ गयी तभी वो सोची की उसकी चूची में दर्द कैसे हुआ उसने इतना ही सोचा की उसके दिमाग़ में एक बात आयी कही राहुल भैया ने तो नही किया ।तभी ऊपर की बर्थ पे लेती हुई औरत बोली की वो लड़का कौन हैं आपके साथ हैं क्या ? हाँ वो मेरे साथ ही हैं क्या हुआ । उसी ने तुम्हारे वक्षों को मसल दिया था ।इतना सुनते ही निधि चौंक गयी और दूसरे ही पल मुस्कुरा भी दी ।और मन में बोली भैया कितने कमीने हैं कम से कम ट्रेन में तो नही करना चाहिए ।- क्या हुआ क्या सोच रही हो
निधि - कुछ नही धन्यवाद बताने के लिए वो मेरे होने वाले पति हैं । ये सुन वो लड़की मुस्कुरा दी और उठकर निचे उतर आयी और निधि के साथ बैठ के बोली अच्छा अच्छा तब तो कोई बात ही नही हैं और दोनो मुस्कुरा दी ।
दोनो बैठ के बातें करने लगी ही थी की निशा की आँख खुल गयी और वो भी उस औरत का परिचय लेने लग गयी ।आपका नाम क्या हैं निशा बोली ,जी मेरा नाम सलोनी हैं ।
आप के पति कहा हैं तो उस लड़की ने बर्थ के ऊपर इशारा किया तो निशा और निधि दोनों ने देखा तभी निधि बोली आपकी शादी कब हुई हैं ।
सलोनी- अभी 2 महीने ही हुए हैं ।
निशा- अच्छा तो आप गोवा में हनीमून मानने जा रहे हैं
ये सुन सलोनी मुस्कुरा देती है ।इधर राहुल बेचारा अपनी गलती पे पचता रहा था की उसने हवस में क्या कर दिया शर्म के मारे वो अपनी सीट पे नही जा पा रहा था ।
इधर आरोही उठते के साथ अपने भैया को ढूढ़ने लगी तो निधि बोली वो बाथरूम गये हैं ।
इस बात पे सलोनी बोली ये कौन हैं और ये आपके होने वाले पति को क्यों ढूढ़ रही हैं ।ये सुनते ही निशा और आरोही आचंभित हो जाती हैं दोनो ही आँखे बड़ी करके एक दूसरे के चेहरे को देख रही थी की तभी निधि बोली ये मेरी होने वाली नंद हैं ।ये उससे भी बड़ा बम निधि ने फिर दे मारा था ।आरोही बोली नंद कैसी नंद और किसकी नंद दीदी आप पागल हो गयी हैं क्या ।तभी निशा भी बोली हाँ निधि ये सब क्या हैं।और राहुल को ये तुम्हारा पति क्यों बता रही हैं । इधर निधि भी डर रही थी की कही सलोनी को पता ना चल जाये।तभी सलोनी बोली निधि ही तो बोली की वो इनके होने वाले पति हैं ।निशा और आरोही का चेहरा अब देखने लायक था वो पुतले के माफिक एक दूसरे को देखे जा रही थी तभी निधि बोली अरे सलोनी ये लोग मज़ाक बहुत करती हैं ।ये मेरी नंद आरोही हैं और ये मेरी बहन निशा और जल्दी से दोनो को लेकर बाथरूम की तरफ भाग जाती हैं जहाँ राहुल काफी देर से खड़ा था । तीनों ने राहुल को देखा और आरोही बोली भैया आप यहाँ क्या कर रहे हो और ये निधि दीदी पता नही क्या क्या बोले जा रही हैं ।तभी निधि बोली इसमे मेरी कोई गलती नही है सारी गलती भैया की हैं ।ये सुन के निशा और आरोही के साथ साथ राहुल भी सोचने लगा की ये किस बारे में बोल रही हैं ।तभी निशा बोली कैसी गलती और सलोनी से इसका क्या मतलब ,हाँ हाँ दीदी बताओ क्या बात हैं ये आवाज़ आरोही की थी । निधि सारी बात बता देती हैं जिसे सुन कुछ देर कोई नही बोलता हैं तभी तीनों जोर से हँसने लगती हैं और राहुल शर्म के मारे गर्दन झुका लेता हैं ।अब बेचारा बोलता भी क्या ।
निशा - राहुल ये सब क्या किया तुमने और कोई बहन का वो मसलता हैं क्या ??
आरोही थोड़े ग़ुस्से और खुशी में बोली भैया आप को शर्म नही आयी दीदी के साथ ये सब किया ।
तभी निधि बोली इसीलिए मैं सलोनी को झूठ बोली ताकि वो ये ना बोले के मेरे सागे भाई ने मेरी चूची पकड़ के मसल दिया और वो मुस्कुरा दी ।ये सब सुन राहुल की आँखें नम हो गयी थी वो माफ़ी मांगने लगा और उसकी आँख से आँसू निकलने लगे ।ये देख तीनों का ही दिल जल गया और उनको अपनी गलती का आभास हुआ की वो कुछ ज़्यादा ही बोल गयी इतने में आरोही राहुल से लिपट गयी और बोली सॉरी भैया मैंने तो मज़ाक में बोला था मुझे माफ़ कर दो । तीनों ने राहुल से माफ़ी मांगी और वो अपनी सीट पे जाकर बैठ गये । तब तक सलोनी का पति भी उठ गया था । सलोनी आप लोग कहाॅं चले गये थे ।
निधि - कुछ नही वो मेरे होने वाले पति देव के देखने गये थे की कहाॅं रहे गये अभी तक नही आये ।
ये सुन निशा और आरोही मन ही मन मुस्कुरा दी और राहुल बेचारा शर्म से कुछ नही बोल पा रहा था
सलोनी - ये मेरे पति राज हैं। और राज ये निधि और ये उनके होने वाले पति हैं ,
राज - हेल्लों जी और ये लोग कौन हैं ।
सलोनी - ये आरोही हैं निधि की होने वाली नंद और ये निशा निधि जी को बहन इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
राज दोनों को हेल्लों जी बोलता हैं आरोही और निशा भी हेल्लों बोलती हैं । तभी राज बोला की और राहुल जी क्या करते हैं आप और आपकी होने वाली पत्नी तो बहुत ही खूबसूरत हैं ।राहुल जैसे तैसे बोला धन्यवाद राज जी आपकी पत्नी भी बहुत खूबसूरत हैं वो सलोनी को देखते हुए बोला
राज - मेरी सलोनी एक पुलिस वाली हैं और में एक टीचर हूँ थोड़ा अजीब हैं ना टीचर और पुलिस वाली की जोड़ी और हँसने लगता हैं ।
राहुल जब सुनता हैं की सलोनी पुलिस वाली हैं तो उसकी गांड और फट जाती हैं ।इधर सलोनी राहुल को ही देखे जा रही थी जब राहुल की नज़र उसकी नज़र से मिली तो एक हलकी मुस्कान से दोनों मुस्कुरा दिये जिसे तीनों ने देख लिया और वो भी मंद मंद मुस्कुरा दी ।
राहुल - निधि जी एक सोशल वर्कर है और साथ साथ जिम ट्रेनर भी हैं और मेरा खुद का बिज़नेस हैं ये सुन निधि मुस्कुरा दी ।
राज - अच्छा क्या बिज़नेस हैं और ये लोग कुछ करते हैं की नही ।
राहुल - जी मेरी दो दुकाने हैं लेडीज़ कपड़ों की और ये आरोही कॉलेज जाती हैं और निशा जी फिलहाल कुछ नही करती ।
राज - वाह क्या बात हैं होने वाली साली को जी लगा के बोला मज़ा आ गया आप से बात करके इतनी इज़्ज़त तो कोई अपनी पत्नी को भी नही देता जितना साली को दे दिया ।ऐसे ही बातों का दौर चल पड़ा।राहुल तो सलोनी को ही देखे जा रहा था सच में सलोनी गजब की माल थी उसकी चूची निधि ,निशा और आरोही तीनों से बड़ी दी । और होती भी क्यों ना विवाहित लड़की की चूची तो फूलती ही हैं ।इधर सलोनी भी राहुल की नज़रों को अच्छे से समझ रही थी ।कुछ देर बातें करते हुए नास्ता करने लगे ।
इधर गाँव में आयशा अपना आधा काम ख़तम कर चुकी थी की रोहन उठता हैं और बिना कुछ बोले ही घर से बहार निकल जाता हैं ।ये सब आयशा देख के मुस्कुरा देती हैं और मन में बोलती हैं अच्छा जी इतना ही डर हैं तो रात में दबाने से पहले सोचना था ।और अपने काम में लग जाती हैं ।
गरिमा की गांड में आज भी दर्द था पर थोड़ा राहत भी मिली थी।तो वो जल्दी से नास्ता करके ऑफिस के लिए निकल जाती हैं इधर सुरेश और बरखा भी कुछ देर के बाद घर पे ताला लगा के निकल जाते हैं ।
विक्की और अजय कॉलेज में निधि को ढूढ़ रहे थे पर ना निधि मिली ना आरोही और ना ही निशा ।
अजय - ये साली रंडिया आज भी नही आयी ये चक्कर क्या हैं कही किसी से चुदवा के चूत में दवाई तो नही लगा रही हैं ।
विक्की - नही नही ये बात कुछ और ही हैं पता करना पड़ेगा ये चक्कर क्या हैं और वो मादरचोद भी तो नही दिखाई दिया ।तभी विक्की अपने कुछ टट्टो को कॉल करके बोलता हैं ...पता लगाओ वो रंडिया कॉलेज क्यों नही आ रही हैं ।
दोपहर हो चली पर रोहन खाना खाने नही गया तो आयशा परेशान हो गयी ।वो अपनी मम्मी को बोल के खेत की तरफ चल दी कुछ ही देर में खेत में पहुंची पर रोहन वहा भी नही था । वो थोड़ा और परेशान हो कर अपने आप में ही बोलती हैं क्या ज़रूरत थी तुझको चिल्लाने की आयशा पता नही भैया कहाॅं होंगे ।तभी कुछ सोच के मन में बोलती हैं कही नदी किनारे तो नही गाये। और अपने आप में ही बोलती हैं इस से आगे तो जाने को मना किया हैं क्या करूँ ।कुछ सोच के वो चल देती हैं काफी दूर निकल आयी थी आज आयशा उसके मन में एक उमंग भी था बहुत सालों के बाद वो घर से इतने दूर घूम रही थी और दोपहर की धूप और पेड़ो से घिरा हुआ माहौल और हलकी हलकी हवा जो उसके बदन को ठंढक दे रही थी आज उसे बहुत ही अच्छा लग रहा था खुली हवा में साँस लेने मे ,वो ये आनंद तो भूल ही गयी थी जब से गुड्डू ने उसकी चूचियों को मसल दिया था । वो अपनी ही दुनिया में मगन हुए जा रही थी। की तभी एक आवाज़ उसको सुनाई देती हैं रुक आयशा कब तक अपनी जवानी बचा के रखेगी । कभी तो लूटने दे हमें भी मज़ा । वो रूक कर इधर उधर देखने लगती हैं की उसको एक पेड़ के पास गुड्डू खड़ा दिखाई देता हैं । साथ में दो और लड़के थे ।उनको देख के वो घबरा जाती हैं। हाथ पैर फूलने लगते हैं। साँसे तेज़ हो जाती हैं इधर गुड्डू को अपनी तरफ आता देख वो पीछे की तरफ भागने का सोचने लगी ।तभी गुड्डू बोला देख साली ये वही जगह हैं जहाँ तेरी चूची को मसल मसल के फुला दिया था और आज ये दोनो भी मज़े लेंगे तेरे ,और हँसने लगता हैं । तभी आयशा को याद आता हैं की यहा से नदी काफी पास हैं पर उसके मन में एक शंका भी थी की कही रोहन भैया वहा नही हुए तो वो इतना ही सोची और तेज़ी से नदी की तरफ भागने लगी ।उसकी साँसे तेज़ हो चुकी थी गाला तेज़ी से सांस लेने से सुख रहा था उसके मन में एक लड़ाई भी चल रही थी की कही रोहन भैया नही हुए तो क्या होगा पर दूसरे ही पल उसका विश्वास और शायद रोहन के लिए उसका प्यार उसको एहसास दिला रहा था की रोहन नदी किनारे ही हैं । तेज़ी से भागने से उसकी चूचियाँ मस्ती में उछाल मार रही थी।गुड्डू और उसके दो दोस्त भी तेज़ी से आयशा की तरफ भाग रहे थे गुड्डू ने आयशा को धक्का मार दिया और वो लड़खड़ाते हुए जैसे तैसे अपने आप को संभलने का प्रयत्न करते हुए जा गिरी ।इधर गुड्डू और उसके दोस्त रुक के जोर जोर से साँसे भर रहे थे ।की आयशा ने नज़र घुमा के देखा तो नदी बिल्कुल ही पास में थी उसने आस पास देखा तो कोई नही दिखाई दिया वो एक निराशा के साथ उसकी आँख भर आयी और वो रोने लगी ।गुड्डू ने आयशा की चोली को पकड़ फाड़ देता है आयशा की पीठ पुरी तरह नग्न हो चुकी थी आयशा रोने लगी और रोते हुए ही बोली मुझे छोड़ से कुत्ते मेरी इज़्ज़त मत लूट मुझे छोड़ दे उसको रोता देख गुड्डू और उसके दोस्त हँसने लगे ।गुड्डू बोला साली रंडी 2 साल पहले ही तुझे चोद देता और तु प्यार से चोदवा लेती तो दोनो को मज़ा आता, उस दिन तूने हल्ला नही मचाया होता तो ना मैं जेल जाता ना ही गाँव वाले मुझे मरते अब तुझको चोदूंगा भी और चोदवाऊंगा भी साली सस्ती छिनाल और उसके दोस्त आयशा की टांग पकड़ लेते हैं आयशा का रो रो के बुरा हाल हो रहा था वो अपनी पुरी ताकत लगा रही थी पर उन तीनों के सामने वो कमज़ोर ही थी ।तभी गुड्डू आयशा की फटी हुई चोली उतर के फेंक देता हैं और उसकी पीठ को चूमने लगता हैं वो रोते हुए बोली साले भड़वे मुझे छोड़ वरना अच्छा नही होगा ।गुड्डू बोला माँ की लोड़ी रस्सी जल गयी पर बल नही गया ।और
उसकी ब्रा का हुक खोलने ही वाला होता हैं की आयशा जोर से चिल्लाने लगती हैं भैया बचाओ भैया बचा लो मुझे, आज उसको अफ़सोस हो रहा था की वो क्यों घर से इतनी दूर आयी ।गुड्डू ने ब्रा का हुक दिया और उसकी पीठ के बेतहसा चूमने लगा उधर वो दोनों लड़के भी आएशा का घाँघरा ऊपर करके उसकी टाँगे चूमने लगे वो रोते बिलकते हुए उनसे रहम की भीख मांग रही थी । गुड्डू ने आयश को पलट के उसके गाल पे तीन थप्पड़ दे मारे वो बिल्कतें हुए बोली मुझे मत मारो मत मारो मुझे दर्द हो रहा हैं ।तभी गुड्डू बोला मादरचोद रंडी तु चुप चाप से चोदवा ले और उसकी ब्रा को उतरने ही वाला था।
Lovely update