अपडेट 28
निशा ने जाकर दरवाजा खोला । सामने योगराज खड़ा था ।दोनों अन्दर और निशा ने सवालों की झड़ी लगा दी। आपकी हिम्मत कैसे हुई राहुल को अग़वा करने की वो भी मेरे से बिना पूछे। निशा योगराज की आँखों से आँखे मिला के बात कर रही थी । और राहुल ये सब कमरे से देख रहा था ।
" योगराज निशा के हाथों को पकड़ के बोला उसने बता दिया तुमको ।
" हाँ आपने क्यों किया वो अच्छा लड़का हैं और मेरा दोस्त भी हैं ।
" और प्यार भी हैं योगराज इस बार मुस्करा के बोला ।
" निशा ये देख थोड़ा शर्मा गयी और बोली ऐ.. ऐसा कुछ नही हैं वो लड़खड़ाती हुई जुबान में बोली ।
" योगराज मुस्कुरा के बोला बेटी मैं तेरा बाप हूँ दुनिया को ऐसे ही चुतिया नही बना रखा ।
" तभी राहुल को आता देखा योगराज बोला तुम यहा क्या कर रहे हो । और मेरी बेटी से ये सब बताने को मना किया था। तभी भी तुमने बता दिया ।
" आपने मुझे और मेरी बहन को किडनैप किया आपको पूछना ही था तो बुला के पूछ सकते थे । एक सपाट सा जवाब राहुल ने दिया।
" मैं ऐसे ही बुलाता हूँ और जब तुम्हारी वजह से निशा की जान पे बात आ जाए तो ऐसा करना गलत नही हैं । एक बाप अपनी बेटी के लिए इतना तो करेगा ।
" हम्म..कर सकता हैं । पर मैं कोई छोटा खिलाडी नही हूँ जो आप मुझे इतनी आसानी से मात दे दोगे ।
"राहुल के ऐसे बात करने से योगराज सुन्न था वही निशा भी आँखें बड़ी करके उसको देख रही थी । उसकी मर्दानगी को देख के उसके मन और दिल में और इज़्ज़त बढ़ गयी ।"
" बेटा अभी बच्चे हो तुम ,तुम्हारे जैसे मेरे यहा पानी भरते हैं ।
" राहुल हँसा और बोला लोग भरते होंगे मैं नही और शायद
पानी का नल आपके घर में होगा इसलिए भी भरते होंगे ।
ये सुन निशा हँसने लगी वही योगराज गुस्सा होकर उसको देखने लगा ।
" हम्म बहुत बोलते हो । समय आने पे देखते हैं तुम्हारा खेल भी और दिखाते है अपना खेल भी बोलकर योगराज चुप हो गया ।
" पापा ,राहुल बैठों मैं चाय लेकार आती हूँ ।निशा चली गयी ।
योगराज ने फोन निकाल के राहुल की तरफ किया राहुल मुस्कुरा के फोन अपने हाथ में लेकर शुक्रिया बोला ।
तीनों ने चाय पी और राहुल का फोन आया और वो निकल गया ।
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निधि जिम में किसी का इंतज़ार कर रही थी । विक्की और अजय उसको ही देख रहे थे की राहुल आता दिखाई दिया
निधि ने राहुल को देखा और उसके पास गयी । और कुछ बोलने लगी दोनों एक दूसरे की आँखें में देखने लगे ।चुदाई के बाद पहली बार दोनों मे बात की थी। निधि मुस्कुरा के राहुल को देख रही थी। शर्म की लाली उसके चेहरे पे साफ दिखाई दे रही थी । दोनों जिम ट्रेनर के पास जाते हैं ।कुछ बात करने लगते हैं ।
" ये भोसड़ी का यहा क्या कर रहा हैं अजय ने विक्की के कानों में धीरे से बोला ।
" पता नही शायद रंडी को ले जाने आया हो ।
कुछ देर ट्रेनर से बात करते हैं और ट्रेनर राहुल को कुछ सिखाने के लिए डम्बल मांगता हैं ।राहुल डम्बल उठा लेता हैं । जिसे देख अजय और विक्की समझ जाते हैं की ये भी जिम जॉइन कर लिया हैं। ऐसे ही निधि और राहुल वर्कआउट करते हैं और घर के लिए निकल जाते हैं आज निधि को कोई डर नही सता रहा था ।आज सब का मन अच्छा था सब खाना खाकर सोने जा चुके थे ।
" साले आता हूँ बोलकर सीधा रात को आया रोहन ने राहुल का हाथ पकड़ के मोड़ रखा था ।
" अरे सुन तो मेरी बात वो कुछ काम आ गया था समझा कर भाई ।
" साले २ दिन हो गये कही लेकर ही नही चलता । रोहन उसको छोड़ के बोलता हैं
" ठीक हैं भाई कल सुबह से ही दिल्ली दर्शन करवा दूंगा ।
"इस बात से रोहन खुश हो गया और बोला अपनी वो आइटम भी दिखा दियों कैसी हैं ।
" राहुल हँसता हुआ बोला ठीक हैं कल निशा से भी मिलावा दूंगा ।
तभी उनके दरवाजे पे किसी की आवाज़ आयी भईया खोलो ना सो गये हो क्या । ये आवाज़ आयेशा की थी ।
रोहन ने दरवाजा खोला वो अंदर आकर बिस्तर पे बैठी और राहुल को देखी जैसे पूछ रही हो सोये क्यों नही ।
" क्या हुआ आयेशा सोई नही अभी तक, गाँव में तो सो जाती थी ।रोहन बोला ।
" भईया वो नींद नही आ रही हैं ना ।
तभी राहुल बोला नींद कैसे आएगी जब मन हो केला खाने का वो बोल के मुस्कुरा दिया ।
" इस बात से रोहन भी मुस्कुराया और आयेशा का चेहरा शर्म से लाल हो गया ।
" देखो दोनों को कुछ भी करने का मन हो तो रात को किचन में कर लेना मैं कही नही जाऊंगा राहुल ने उनकी चुटकी लेते हुए बोला ।
" साले, रोहन उसको मरने भागा और आयेशा भी उसको पकड़ने लगी ऐसे ही मस्ती मज़ाक होता रहा । इधर निधि ने आज अच्छे से वर्कआउट किया था तो वो थक के सो गयी थी । और गरिमा गहरी रात होने का इंतज़ार कर रही थी । आरोही की भी आँख लग चुकी थी ।
रात का दो पहर बीत गये और रोहन ने आयेशा को जगाया उठ ना आयेशा ।आयेशा उठी और समझ गयी आखिर खुजली तो अब उसकी बूर में तेज़ हो रही थी ।दोनों दबे पाँव किचन की तरफ चल दिये । पूरे घर में अंधेरा पसरा हुआ था वो आराम से चल के वहा पहुंचे ही थे की उनको कुछ आवाज़ सुनाई दी ।
आअह्ह्ह्ह...पापा चोदो कितना समय से आपका लोड़ा नही लिया था आअह्ह.. ओह्ह्ह्ह...चोदो मेरे पापा जी बूर फाड़ दो ।
सुरेश जोर जोर से गरिमा की बूर में झटके मार रहा था उधर गरिमा भी अपनी गांड उठा उठा के अपने पापा से ताल से ताल मिला रही थी ।
"आह्ह्ह...गरिमा मैं आने वाला हूँ ।
" रुकों पापा थोड़ी देर आह्ह्ह....बेटीचोद
इस आवाज़ को सुन के वो दोनों आचंभित थे ।दोनों को दिखाई नही दे रहा था पर जो सुना वो एक भूकांप की तरह उनपे गिरा था। दोनों अपने में ही सोच रहे थे की ये क्या हो रहा हैं किचन में थोड़ी देर ये खेल चलता रहा और जोर जोर से साँसे भरते हुए सिसकियाँ आ रही थी ।आअह्ह्ह...गरिमा रांड करते हुए सुरेश ने अपना वीर्य गरिमा की योनि में भर किया ।इधर गरिमा भी बेटीचोद करते हुए झाड़ गयी और दोनों हांफते हुए जोर जोर से आहे भर के आराम करने लगे । बहार खड़े रोहन और आयेशा को लगा की शायद खेल समाप्त हो गया।
" कितने दिनों के बाद तेरी चूत का स्वाद मिला हैं। बेटी हो तो तेरी जैसी सुरेश ने गरिमा की वीर्य से भीगी हुई बुर ऊँगली करके बोला ।
" आउच..पापा क्या मस्ती कर रहे हो इतने देर चोद के मन नही भरा क्या । चलो मैं चलती हूँ कोई देख ना ले हमें बोलकर कपड़े पहनने लगी
इधर आयेशा और रोहन अभी भी शॉक में थे की ये बाप बेटी का खेल कब से हो रहा हैं और किसी को पता कैसे नही चला । इतने में लाइट जली और रोहन और आयेशा छुप गये । पहले गरिमा निकली फिर सुरेश निकल के जल्दी से चला गया इधर आयेशा रोहन के कान मैं बोली ये क्या था भईया ।
वो दोनों खुद चुदाई का मज़ा लूटने आये थे और उनको यहाँ कोई और ही चुदाई करता हुआ मिला । तभी रोहन का माथा टंका वो समझ गया की राहुल ये जानता हैं उसने जानबुझ के हमें ये दिखाया हैं ।
वो दोनों भी किचन में गये और लाइट जलाई। जहाँ कुछ देर पहले तक एक बाप बेटी चुदाई का नंगा नाच करके गये हैं किचन में अभी भी एक अजीब सी हलकी महक आ रही थी जो शायद दोनों के चुदाई का प्रतीक थी ।
अब आग दोनों के जिस्म में लग चुकी थी दोनों ने लाइट को बंद करना ही सही समझा। और अंधेरे में एक दूसरे को पकड़ के चूमने लगे।उन्होंने भी वही प्यास बुझने का सोच लिया। और देखते ही देखते वो हवस की आग में जलने लगे आयेशा नंगी हो गयी और रोहन तो पहले से ही कच्छे पे आया हैं उसने कच्छा उतर फेंका और आयेशा के चुचों को दबाने और चूसने वो एक चुचा पकड़ के दबा दबा के पीता फिर दूसरा पीने लगा ।
अब आयेशा गर्म होने लगी और अब हलकी सिसकियों निकलने लगी ।वो चूचियों से खेलता हुआ आयेशा को गरम करने में लगा रहा । इधर आयेशा की बुर भी भीगने लगी और उसने अपने हाथों में रोहन का लोड़ा पकड़ लिया और आगे पीछे करके रोहन को भी सुख देनी लगी । रोहन ने चूचियां चूस चूस के आयेशा को मदहोश कर दिया था । देखते ही देखते दोनों का जिस्म एक दूसरे को लूटने के लिए मचलने लगा और रोहन ने आयेशा को लिटा दिया और लंड को बूर पे रख के सरका दिया ।बूर चिकनी हो चुकी थी उसने लंड को बड़े आराम से अंदर खींच लिया और दोनों हिलाने लगे ।रोहन आयेशा को चोदने लगा
" आह्ह्ह...भईया....आयेशा जोर जोर से सिसकियाँ लेने लगी ।रोहन भी पुरी ताकत से बूर में धक्के मार के बूर को फाड़ने में लगा था ।
" आह्ह्ह...आयेशा मज़ा आ रहा हैं ना बहना रोहन बोला और जोर जोर से झटके मारता चला गया ।दोनों का बदन पसीने से नहा चुका था वो फिर भी चुदाई का मज़ा भोगने में लगे हुए थे उनको किसी की परवाहा नही थी की कोई उन्हे सुन भी सकता हैं ।वो तो अपनी ही दुनिया का सुख लेने में मस्त थे ।।
आह्ह्ह...ओह्ह...भईया मैं गयी आह्ह्ह..ओह्ह्ह...करते हुए आयेशा का बदन अकड़ने लगा और वो रोहन से लिपट के गयी इधर रोहन को अपने लंड पे गरम सा कुछ महसूस हुआ और वो भी आह्ह्ह...बहना मेरी रंडी बहना बोलता हुआ झड़ने लगा। रोहन ने अपना गढ़ा सफ़ेद वीर्य आयेशा की बूर में उतार दिया दोनों ही एक दूसरे को सुख देकर एक नयी कहानी गढ़ रहे थे ।पर वो इस बात से बिल्कुल अनजान थे की उनकी ये लीला कोई सुन रहा हैं ।
" भईया ये दीदी और फूफ़ा जी कब से कर रहे होंगे
" पता नही यार ये परिवार हैं या रंडीखाना यहाँ बाप अपनी बेटी को रात के अंधेरे में चोदता हैं और किसी को कुछ पता नही चलता । आयेशा आगे कुछ बोलती की रोहन ने उसको कपड़े पहनने को बोला वो दोनों उठे और कपड़े पहन के जल्दी से भाग गये ।