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Incest पुलिस ऑफिसर दीदी

Raja maurya

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मिशन पूरा होने के बाद बबिता को प्रमोशन दिया गया और बबिता को कुछ दिनों की छुट्टी भी मिल गई बबिता खाफी खुश थी एक हफ्ते बाद वो अपने भाई से मिलने वाली इसी लिए वो मार्केट से अपने भाई के लिए कुछ कपड़े और खाने का सामना खरीद कर अपने घर को चल पड़ती है पर आने वाले दिनों में जो कुछ भी होने वाला है इस बात से दोनों भाई बहन अंजान है उनकी जिंदगी बदलने वाली है ये उनको नही पता है शाम को बबीता अपने घर पहुंची और अपने भाई को गले लगाया पर आज नजाने क्यों उसके पहली बार अपने भाई को गले लगा कर एक अजीब सा मजा आ रहा है बबिता के बदन में करंट सा दौड़ ने लगता है बबिता को अभी ये पता नहीं चला रहा है कि वो तो अपने भाई को गले लगा रही है पर उसका जिस्म एक मर्द के जिस्म से चिपका हुआ है ये ही अहसास आज पंकज के जिस्म में भी हो रहा है उसे अपनी दीदी को गले लगा ने में बहुत मजा आ रहा है दोनों भाई बहन के बदन एक दूसरे से लिपट गया है बबिता के दूध पंकज की छाती से चिपके हुए है पंकज का लन्ड अपनी दीदी बबिता कि चुत के दरवाजा में कपड़ो के अंदर से दस्तक दे रहा है कुछ समय के लिए दोनों भाई बहन भूल ही गए की उनके बीच क्या रिश्ता है वो तो बस एक मर्द और औरत की तरह एक दूसरे से लिपट गए हैं दोनों भाई बहन ही कुछ देर के लिए अपनी सुध बुध खो चुके हैं फिर अचानक पंकज का फोन बजता है उसे नही पता था कि उसकी दीदी आज आने वाली है तो उसने अपने दोस्तो के साथ बाहर जाना का प्रोग्राम बनाया हुआ था पंकज के फोन की आवाज से दोनों भाई बहन होश में आते हैं और बबिता थोड़ा बैचैनी से पंकज से अलग हो जाती है और नहाने चली जाती है नहाते समय उसे अकेले में वो पल याद आने लगते को उसने उस आदमी के साथ बिताए हुऐ थे परन्तु उससे उन पलों से ज्यादा आनन्द अपने भाई के गले लग के आ रहा था वो ये सब सोच ही रही थी कि बाहर से पंकज कि आवाज आती है और वो बोलता है कि दीदी मैं अपने दोस्तो के साथ गुमने जा रहा हूं इतना बोल के पंकज चला जाता है बबिता उसे रोकने के लिए जैसे ही बाथरूम का दरवाजा खोलती हैं तब तक पंकज चला गया था नहा कर बबिता एक नाईटी पहन लेती है और उसके अंदर वो गर्मी कि के कारण कुछ नहीं पहनती कुछ देर बाद बबिता अपना खाना खा कर अपने रूम में सोने चली जाती है और उसे आज बहुत ही अच्छी नींद आ जाती हैं रात को करीब 12 बजे डोर बेल बजती है जिस से बबिता कि नींद खुलती हैं वो दरवाजा खोलने को जाती है और दरवाजा खोलती है तो सामने पंकज उसका भाई होता वो उसको अंदर आने को बोलती है पंकज अंदर तो आ जाता है पर उसके पैर लगड़ाते है क्यों कि पंकज ने शराब पी रखी थी वो चलते हुए गिरने ही वाला था कि बबिता उसे पीछे से पकड़ कर संभाल लेती है और अपने भाई को उसके रूम में ले जाती है रूम में अंधेरा था वो जैसे तैसे पंकज को उसके बेड पे लिटा देती है परन्तु जैसे ही अपने भाई को लेटा के उठने लगती है तो फिर से अपने भाई पंकज के ऊपर गिर जाती हैं क्यों बबिता का एक हाथ उसके भाई की कमर में फसा हुआ था बबिता एक दम से अपने भाई के ऊपर आ जाती है और नशे में एक औरत का इस्पर्स पाते ही पंकज अपनी दीदी को अपनी बाहों में समा लेता है बबिता अपने भाई के ऊपर से उठ ना तो चा रही थी पर उठ नही पा रही थी क्यों कि वो भी एक मर्द की बाहों में आकर मदहोश होने लगी थी और एक बार फिर से भूल गई थी कि ये मर्द और कोई नहीं उसका सगा छोटा भाई है पंकज अपनी दीदी को अपनी बाहों में भर कर दबाने लगता है उसके जिस्म को अपने जिस्म से रगड़ने लगता है जिस में बबिता को भी मजा आ रहा था बबिता का जिस्म तपने लगता है उसके जिस्म में पसीना आने लगता है उसे एक अनोखे कामभुति होती को उसे तड़पा रही थी पंकज के ऐसे रगड़ने से बबिता कि नाईटी ऊपर हो गई थी और उसके चुत अपने सगे भाई के लन्ड से रगड़ खा रही थी जो कि उसके भाई के पेंट के अंदर खड़ा हुआ था बबिता की चुत से पानी निकल ने लगा जो उसके भाई पंकज के लन्ड को उसकी पैन्ट के अंदर ही भीगाने लगा एक औरत की चुत का पानी लगते ही पंकज का लन्ड जोर से फड़फड़ाने लगा तो पंकज ने जैसे तैसे अपना लन्ड बाहर निकाला और अब पंकज का नंगा लन्ड बबिता कि नंगी चुत पर रगड़ने लगा तो इस से दोनों भाई बहन के बदन में आग लग गई और दोनों ही एक अलग ही आनंद का मजा लेने लगे
Nice update
 

Taison

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दूसरे दिन सुबह बबिता कि नींद खुलती हैं वो अपने आप को अपने भाई के ऊपर देख कर चौंक जाती उसका भाई अभी भी सोया हुआ था पर उसका लन्ड एक दम टाईट खड़ा था जैसा कि अक्सर सुबह सुबह हर आदमी का लन्ड खड़ा होता है बबिता बिस्तर से खड़ी होती है तो उसके सामने उसके भाई पंकज का लन्ड खड़ा हुआ दिखता है आपने भाई का लन्ड देख बबिता सुन खड़ी रहती हैं आज पहली बार उसे किसी मर्द का ऐसा खड़ा लन्ड देखा था एक दम सीधे टाईट खड़ा लोहे की रॉड जैसा उसके पति का कैसा लन्ड था ये तो बबिता कभी जान ही नही पाई क्यों कि पति तो आता बबिता के ऊपर चढ़ जाता कुछ देर करता फिर सो जाता कभी बबिता को उसका लन्ड देख ने का मौका ही नहीं मिला देखना तो को छोरो अभी अच्छे से महसूस भी नहीं हो पाया बबिता अपने भाई पंकज के लन्ड को देखे जा रही थी और उसके ऐसा करने से उसके जिस्म में गर्मी बड़ने लगी उसे समझ नहीं आ रहा था कि ये उसके साथ क्या हो रहा है उसके हाथ अपने आप ही उसके जिस्म को सहला रहे थे बबिता शायद ऐसा कुछ देर और कर पाती पर उसे पहले पंकज ने करवट बदल ली तो बबिता कि आखों के सामने से उसके भाई का लन्ड ओजल हो गया बबिता थोड़ा घबरा सी गई और पंकज के रूम से बाहर आ गई और सीधा बाथरूम में घुस गई बाथरूम में अपनी नाईटी उतार दी नाईटी उतारने के बाद जैसे ही वो टॉयलेल सीट पर बैठने को हुई तो उसे अपनी चुत पर गीलापन महसूस हुआ बबिता ने अपनी चुत कि तरफ देखा तो वहां कुछ फेविकोल सा लगा हुआ था बबिता ने उसे अपने हाथ में लेकर सुंगा उसमे से आ ती महक उसके दिमाग में चढ़ने लगी एक बार फिर उसके जिस्म में एक अजीब सी कसक उठ ने लगी बबिता को ये समझ ही नहीं आ रहा था कि ये क्या चीज़ है उसने आज तक ऐसी चीज अपनी चुत से निकलते नहीं देखी थी बबिता अंजाने में अपने भाई पंकज के लन्ड का माल अपने होठों पर लगा के देखती है माल का स्वाद उसे कुछ अच्छा सा लगने लगता है इधर पंकज भी अपने रूम में सो के उठ गया था और वो अपना लन्ड पैंट से बाहर देख थोड़ा सोच में पड़ जाता है फिर सोचता है नशे में बाहर निकाला दिया होगा पंकज को रात क्या हुआ कुछ अच्छे से याद नहीं आता है वो बाथरूम कि ओर जाने लगता है बाथरूम के आगे खड़ा हो कर जैसे ही दरवाजा खोलने लगता है तो दरवाजा अंदर से बंद होता है अंदर बबिता अभी भी अपनी सुदबुद खोई अपने भाई के माल का स्वाद लेने में मगन थी पंकज कि आवाज से उसका ध्यान टूटता है पंकज दीदी जल्दी आओ मैने टायलेट जाना है बबिता गबराके जल्दी अपनी नाईटी पहन लेती हैं और फिर दरवाजा खोल कर बाहर आ जाती है पंकज जल्दी से बाथरूम में घुस जाता है और पेसाब करने लगता है उसके इतनी तेज पेशाब लगी थी कि वो जल्दी में दरवाज बंद कर ना हो भूल जाते हैं और पेशाब करने लगता है बबिता अभी भी बाथरूम के बाहर ही खड़ी थी दरवाजा थोड़ा खुला होने के कारण एक बार फिर बबिता को अपने भाई के लन्ड के दर्शन होजाते है वो ना चाहते हुए भी पंकज का लन्ड देखने लगती है पता नहीं उसे क्या हो गया था वो अपने भाई का लन्ड देखे जा रही थी बबिता का अपने भाई के लिए अब नजरिया बदल ने लगा था ये इस लिए हो रहा था क्यों कि उसके अन्दर अब कामुकता पेरजलित हो गई थी उस अब कामरश का आनन्द लेने था या ये कह सकते है कि उसके जिस्म की सालो की ठंडी आग अब जलने लगी थी जो अब उसे कोई भी पाप करवा सकती है
 

Napster

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बहुत ही बढिया और मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
जल्दी ही बबिता और पंकज के बीच धुवांधार चुदाई की संभावना लगती हैं खैर देखते हैं आगे
अगले धमाकेदार और चुदाईदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Sonieee

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नमस्कार दोस्तों ये मेरी पहली कहानी है कुछ गलती होजाए तो माफ कर देना

जून की तेज गर्मी में एक 28 साल महिला पुलिस ऑफिसर एक चोर का पीछा कर रही थी उस पकड़ने के लिए चोर के पीछे 4 किलोमीटर भागने से वो पूरी पसीने से भीग चुकी थी उसके चेहरे पर पसीना बहा रहा था कुछ दूर और भागने के बाद वो उस चोर को पकड़ ही लेती हैं और उसे अपने साथ पुलिस थाने ले जाती हैं और उसकी खूब पिटाई कर के लॉकअप में बन्द कर देती हैं हम जिस पुलिस ऑफिसर की बात कर रहे हैं उसका नाम है बबीता सिंह जो उत्तर प्रदेश के लालगंज थाना क्षेत्र में एक दारोगा है शादी हुई थी पर अब पति से तलाक हो चुका है वो अपने छोटे भाई के साथ पुलिस क्वार्टर में रहती हैं बबीता का भाई उससे 5साल छोटा है और अपनी कॉलेज की पढ़ाई करने आया दोनो भाई बहन एक साथ ही रहते हैं माता पिता गांव में है शाम को बबीता अपनी ड्यूटी पूरी कर के अपने क्वार्टर पर पहुंचती हैं और डोरबेल बजाती है अंदर से एक नौजवान लड़का जो काफी सुन्दर सुशील और फिट बॉडी का है वो दरवाजा खोलता है ओह दीदी आ गए आप बबीता उसे मुस्कुरा कर देखती है और फिर अंदर चली जाती हैं ये था पंकज बबीता का छोटा भाई बबीता कमरे में आकर अपनी वर्दी बदल के नहाने चली जाती और बाथरूम में शावर चला के नहाने लगी आज दिनभर की थकान उसको नहाने से दूर होती लग रही थी नहाने के बाद बबीता ने टावल से अपने बदन को साफ किया फिर एक मैक्सी पहन कर किचन मैं रात का खाना बनाने लगी अपने और अपने छोटे भाई के लिए खाना बने के बाद दोनो भाई बहन ने खाना खाया और कुछ देर टीवी देख कर सोने चले गए अपने अपने रूम में पुलिस क्वॉटर में 2 रूम और एक किचन एक टॉयलेट बाथरूम का सैट था साथ में एक छोटा सा हाल बबीता को दिन भर की थकान के कारण अपने बेड पर लेट ते ही नींद आ गई और पंकज ने कुछ देर अपनी पढ़ाई की ओर फिर वो भी सो गया रात को करीब 2बजे अचानक बबीता अपने बेड से उठ खड़ी होती हैं उसका पूरा बदन पसीने से भीग गया था ऐसा क्या हुआ की बबीता को इतनी रात सोते हुए पसीना आ रहा है दरअसल बबीता ने अपने अतीत के वो पल देख लिए थे जिनको वो पूरी तरह भूल गई थी अपने पति के साथ बिताए कुछ लम्हें उसे सपने में दिखाई दिए किस तरह उसका पति उसके साथ रोज रात को उसके साथ संबंध बनाता था जो की बबीता को बिलकुल पसंद नहीं था बबीता बिस्तर पर लेटी रहती थी और उसका पति अपनी हवस पूरी करता रहता था ऐसा नही था की बबीता को सैक्स में कोई इंट्रेस्ट नहीं था वो भी काफी कामुक लड़की थी पर उसके पति के सैक्स करने के तरीके से उसकी कामुकता कहीं खो सी गई थी सैक्स नही उसका पति तो उसके साथ जबरदस्ती करता था या कह लीजिए की रेप ही करता था उसकी इन ही हरकतों के कारण बबीता का कामुकता खो गई थी और इस लिए उसने शादी के एक साल के अंदर ही अपने पति को तलाक दे दिया और अपना जीवन अकेले जीने लगी बस उसका सारा ध्यान अपनी पुलिस की ड्यूटी पर ही रहने लगा अभी कुछ 3 महीने से उसकी जीवन में थोड़ी खुशियां आई जब से उसका भाई उसके साथ रहने आया बबीता अपने भाई को बहुत प्यार करती है और उसका बहुत ध्यान रखती है भाई के साथ थोड़ा हसीं मजाक और अपनी दिनभर की बाते कर के उसे थोडा अच्छा लगने लगा था सुबह 5बजे उठ के दोनो भाई बहन जॉगिंग के लिए जाते थे क्यों की पंकज को भी अपनी दीदी की ही तरह एक पुलिस ऑफिसर बना हैं वो अपने कॉलेज की पढ़ाई के साथ साथ आईपीएस की तयारी भी कर रहा है दोनो भाई बहन रोज 5 किलोमीटर तक जॉगिंग करते थे जहां पंकज एक त्शिर्त और शॉर्ट में जॉगिंग करता था वहीं बबीता भी एक स्पोर्ट्स बारा और टाईट लोवर में रोजाना जॉगिंग करती थी जिसमें उसका कसा हुआ बदन और भी कस जाता था उसकी 38 की गांड़ फूल साइज में उठी रहती और 36 के बूब्स बाहर को आए रहते थे 32 की कमर जॉगिंग करते हुऐ लचकती बबीता का बदन पसीने में भीग जाता ऐसे ही पंकज के भी पसीने छूट जाते थे फिर दोनो भाई बहन घर आके नहा धोकर तैयार होकर अपने अपने काम में चले जाते बबीता थाने चली जाती और पंकज अपने कॉलेज इधर बबीता थाने पहुंच कर अपने ऑफिस में बैठी ही थी कि उसके बड़े अधिकारी भी उपस्थित हो जाते हैं और बबिता को एक नए मिशन पर जाने को बोलते हैं ये मिशन एक ड्रग्स माफिया को पकड़ने का है जिसमे बबिता को एक कॉल गर्ल बन के जाना है बबिता इस मिशन के लिए मना कर देती हैं की उसे कॉल गर्ल बन के जाने में अच्छा नही लग रहा है परन्तु उसके बड़े अधिकारी उसे समझाते हैं की उसको डरने की जरूरत नहीं है पुलिस की एक टीम की नजर हमेशा उसपर रहेगी अगर उसे कोई प्राब्लम होगी तो वो टीम तुरन्त वहा पहुंच कर बबिता को बचा लेगी और उसे हिम्मत देते हैं कि उसके अन्दर काबिलियत हैं वो ये मिशन बहुत अच्छे से पूरा कर देगी बहुत सोचने के बाद बबिता मिशन में जाने के लिऐ मान जाती हैं उस शाम बबिता अपने घर आती हैं और अपने भाई को बोलती है कि उसे थाने के काम से कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर जाना है तो तुम अपना खयाल रखना और खाना पीना टाइम से खा लिया करना पंकज बोलता है दीदी आप मेरी चिंता मत करना मैं सब ठीक से कर लूंगा आप अपना ध्यान रखना फिर बबिता खाना बनाती हैं और दोनो भाई बहन खाना खा कर सो जाते हैं रोज़ की तरह दोनो भाई बहन सुबह उठते हैं और जॉगिंग पर जाते हैं फिर नाश्ता कर के बबिता अपने भाई पंकज को गले लगाकर उसके माथे को चूम के बोलती है भाई अपना ध्यान रखना और पंकज भी हा दीदी बोलता है फिर बबिता अपने थाने को चली जाती है और पंकज घर पर ही रहता है क्यों कि आज रविवार है बबिता घर से निकल तो गई थी पर उसे अंदाजा नहीं था कि आज से उसके जीवन में बहुत बदलाव जाने वाले है इधर घर में पंकज आज बहुत दिनों बाद अकेला था तो वो सोचता है क्यों ना आज मुठ मारी जाए वैसे भी जब से वो यहा आया है उसे मुठ मारने का टाईम ही नही मिला तो वो अपने फोन पर सैक्सी वीडियो देखने लगता है और 5वीडियो देखने के बाद उसका 7 इंच लम्बा और ढाई इंच मोटा लन्ड एक दम खड़ा हो कर सकत हो जाता है तो वो अपना लन्ड हिलाने को बाथरूम में घुस जाता वो अपना लन्ड हिलाने ही वाला होता है तो उसे बाथरूम में अपनी दीदी की जॉगिंग वाली ब्रा और लोवर देखती है जिसे आज बबिता जल्दी में धोना भूल गई थी पता नहीं क्यों ना चाहते हुए भी पंकज को अपनी दीदी के वो कपड़े देखने का मन करता है और वो अपनी दीदी की ब्रा को छूने लगता है बड़ी ही मुलायम ब्रा है उसकी दीदी की पंकज अपनी दीदी की ब्रा को अपनी नाक में ले कर शुगने लगता है जिसमे से अभी भी बबिता के बदन से निकले पसीने की महक आ रही होती है पंकज अपनी दीदी बबिता के जिस्म से निकले पसीने की महक से पागल हो ने लगता है उससे याद आने लगता है कैसे उसकी दीदी का पसीना बहाता है जब वो जॉगिंग करती हैं बबित का चेहरा पसीने से लथपथ हो जाता है और पसीना बहा कर उसके बूब्स पर गिरता है उसके वो आधे नंगे बूब्स कितने सेक्सी लगते हैं जब वो चलती है बबिता कि लचकती कमर जिसमे भी पसीना बहा रहा होता है और उसकी मटकती गांड़ क्या खूब देखती है ये सब सोचते हुए ही वो अपनी दीदी बबिता के ब्रा और लोवर में अपना माल निकाल देता आज पहली बार उसे मुठ मारने में बहुत मजा मिला था उधर बबिता अपने थाने पहुंच गई थीं थाने से बबिता मिशन कि सारी जानकारी ले कर निकल जाती है बबिता रात के 8 बजे एक सुनसान इलाके में खड़ी होती है जहां और भी कुछ लड़कियां खड़ी होती है आपने अपने कस्टमर के लिए पर उस दिन उसे वो लोग नही मिलते जिनकी जानकारी बबिता के पास थी ड्रग्स माफिया से संबंधित फिर कुछ दिन ऐसा ही होता है और एक रात वो लोग आते हैं पहले तो वो किसी ओर लड़की के पास जाते हैं फिर उनकी नजर बबिता पर पड़ती है जो एक रेड कलर की वन पिस ड्रेस में होती है और बहुत ही हॉट लग रही है वो बबिता को बुक कर लेते हैं और उसे अपने साथ ले जाते हैं बबिता भी चली जाती है वो बबिता कि आखों पर पटी लगा के एक सुनसान जगह ले जाते हैं जहां पर एक बड़ा सा घर होता है बबिता को अंदर ले जा कर वो उसकी पटी खोल देते हैं और उसे एक रूम में बैठा देते हैं बबिता रूम को देखती है वो रूम बहुत ही बड़ा और सुंदर हो ता है कुछ देर बाद एक आदमी अंदर आता है जो इन सब का बॉस है बबिता उसको देखती है और समझ जाती हैं कि ये वही आदमी है जिस के बारे मैं उसे जानकारी दी गई थी बबिता चुप चाप बैठी रहती हैं फिर वो आदमी बबिता को देखता है और उसकी तारीफ करते हुए बोलता है कि मैं आज तक इतनी सुन्दर और सेक्सी हॉट लड़की नही देखी बबिता कुछ नहीं बोलती फिर वो आदमी बबिता को ड्रिंक पीने को देता पर बबिता माना करती हैं पर वो बड़े प्यार से बोलता है जो कि बबिता को थोडा अच्छा लगता है फिर दोनों बैठ कर ड्रिंक पीने लगे हैं एक दो ड्रिंक के बाद वो आदमी ड्रग्स लेने लगता है और बबिता को भी देता है बबिता भी सुरूर में ड्रग्स कर लेती हैं ड्रग्स करने के बाद बबिता के बदन में आग सी लग जाती हैं उस अपने बदन में एक अजीब सी खुजली लगती हैं बदन तपने लगता है पसीना आने लगता है वो आदमी बबिता के चहरे को बड़े प्यार से सहलाता है बबिता के बूब्स को थोड़ा प्यार से दबाता हुआ उसके पेट को छूता है उसकी नाभि में अपनी ऊंगली गुमता हुआ बबिता को अपनी तरफ खींचा है फिर उसके गालों को बड़े ही प्यार से चूमता है इन सब हरकतों से बबिता का जिस्म गर्म हो लगता है बबिता को एक अलग ही आनंद की अनुभूति होती है उसका जिस्म अपने आप ही उस आदमी की बाहों में समा सा जाता है फिर वो आदमी अपने कपड़े उतारने लगा और बबिता कि भी ड्रेस खोल देता है अब बबिता बस ब्रा और पैन्टी में उसके सामने होती है उसका जिस्म पसीने से लथपथ भीगा हुआ है वो आदमी बबिता के गले में चूमने लगा और धीरे धीरे बबिता का पसीना चाटने लगता है अपनी जीव से बबिता के बूब्स को दबाने लगा उसके नाभि को शलाने लगता है जिस से बबिता कामुक होने लगती हैं आज बबिता को एक अगल ही कामुकता की अनुभूति हो रही होती है बबिता का पूरा जिस्म पानी पानी होने लगता है जो आज से पहले कभी ऐसा नही हुआ बबिता कि खोई हुई कामुकता जैसे फिर से वापस आने लगी उसकी चुत गीली होने लगी जो आज तक कभी उसके पति के साथ भी नही हुई थी बबिता को अब ये सब अच्छा लगने लगा था और वो भी उसका साथ देने लगी वो आदमी बबिता के जिस्म के एक एक अंग को चाट रहा था और दबा रहा था ये सब बबिता को बहुत मजा दे रहा था बबिता को खुशी हो रही थी परन्तु ये खुशी ज्यादा देर नहीं मिल सकी क्यों कि कुछ ही समय बाद पुलिस टीम ने वहा हमला कर दिया और सारे गुंडों को पकड़ लिया और सभी को अपने साथ पुलिस थाने ले आई और बेचारी बबिता अपनी जिस्म की आग में जलती ही रह गई पर इन सब से बबिता के जिस्म में एक आग सी जल गई उसे अपने औरत होने का एक अच्छा अहसास होगया बबिता कि कामुकता एक नए रूप में वापस आ गई थी जो अब उसे बेचैन करने वाली थी
Nice start..
 

Ash2019

Nude av dp not allowed. Edited
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दूसरे दिन सुबह बबिता कि नींद खुलती हैं वो अपने आप को अपने भाई के ऊपर देख कर चौंक जाती उसका भाई अभी भी सोया हुआ था पर उसका लन्ड एक दम टाईट खड़ा था जैसा कि अक्सर सुबह सुबह हर आदमी का लन्ड खड़ा होता है बबिता बिस्तर से खड़ी होती है तो उसके सामने उसके भाई पंकज का लन्ड खड़ा हुआ दिखता है आपने भाई का लन्ड देख बबिता सुन खड़ी रहती हैं आज पहली बार उसे किसी मर्द का ऐसा खड़ा लन्ड देखा था एक दम सीधे टाईट खड़ा लोहे की रॉड जैसा उसके पति का कैसा लन्ड था ये तो बबिता कभी जान ही नही पाई क्यों कि पति तो आता बबिता के ऊपर चढ़ जाता कुछ देर करता फिर सो जाता कभी बबिता को उसका लन्ड देख ने का मौका ही नहीं मिला देखना तो को छोरो अभी अच्छे से महसूस भी नहीं हो पाया बबिता अपने भाई पंकज के लन्ड को देखे जा रही थी और उसके ऐसा करने से उसके जिस्म में गर्मी बड़ने लगी उसे समझ नहीं आ रहा था कि ये उसके साथ क्या हो रहा है उसके हाथ अपने आप ही उसके जिस्म को सहला रहे थे बबिता शायद ऐसा कुछ देर और कर पाती पर उसे पहले पंकज ने करवट बदल ली तो बबिता कि आखों के सामने से उसके भाई का लन्ड ओजल हो गया बबिता थोड़ा घबरा सी गई और पंकज के रूम से बाहर आ गई और सीधा बाथरूम में घुस गई बाथरूम में अपनी नाईटी उतार दी नाईटी उतारने के बाद जैसे ही वो टॉयलेल सीट पर बैठने को हुई तो उसे अपनी चुत पर गीलापन महसूस हुआ बबिता ने अपनी चुत कि तरफ देखा तो वहां कुछ फेविकोल सा लगा हुआ था बबिता ने उसे अपने हाथ में लेकर सुंगा उसमे से आ ती महक उसके दिमाग में चढ़ने लगी एक बार फिर उसके जिस्म में एक अजीब सी कसक उठ ने लगी बबिता को ये समझ ही नहीं आ रहा था कि ये क्या चीज़ है उसने आज तक ऐसी चीज अपनी चुत से निकलते नहीं देखी थी बबिता अंजाने में अपने भाई पंकज के लन्ड का माल अपने होठों पर लगा के देखती है माल का स्वाद उसे कुछ अच्छा सा लगने लगता है इधर पंकज भी अपने रूम में सो के उठ गया था और वो अपना लन्ड पैंट से बाहर देख थोड़ा सोच में पड़ जाता है फिर सोचता है नशे में बाहर निकाला दिया होगा पंकज को रात क्या हुआ कुछ अच्छे से याद नहीं आता है वो बाथरूम कि ओर जाने लगता है बाथरूम के आगे खड़ा हो कर जैसे ही दरवाजा खोलने लगता है तो दरवाजा अंदर से बंद होता है अंदर बबिता अभी भी अपनी सुदबुद खोई अपने भाई के माल का स्वाद लेने में मगन थी पंकज कि आवाज से उसका ध्यान टूटता है पंकज दीदी जल्दी आओ मैने टायलेट जाना है बबिता गबराके जल्दी अपनी नाईटी पहन लेती हैं और फिर दरवाजा खोल कर बाहर आ जाती है पंकज जल्दी से बाथरूम में घुस जाता है और पेसाब करने लगता है उसके इतनी तेज पेशाब लगी थी कि वो जल्दी में दरवाज बंद कर ना हो भूल जाते हैं और पेशाब करने लगता है बबिता अभी भी बाथरूम के बाहर ही खड़ी थी दरवाजा थोड़ा खुला होने के कारण एक बार फिर बबिता को अपने भाई के लन्ड के दर्शन होजाते है वो ना चाहते हुए भी पंकज का लन्ड देखने लगती है पता नहीं उसे क्या हो गया था वो अपने भाई का लन्ड देखे जा रही थी बबिता का अपने भाई के लिए अब नजरिया बदल ने लगा था ये इस लिए हो रहा था क्यों कि उसके अन्दर अब कामुकता पेरजलित हो गई थी उस अब कामरश का आनन्द लेने था या ये कह सकते है कि उसके जिस्म की सालो की ठंडी आग अब जलने लगी थी जो अब उसे कोई भी पाप करवा सकती है
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