Aab kiya balu....Update 01
ये मेरी मां इशिता सिंह देखने में अपनी उम्र से काफी जवान लगती हैं लेकिन मां की यही खूबसूरती ने हमारा पूरा परिवार तोड़ के रख दिया..
मां की सादी उनकी पढ़ाई पूरी होते ही पापा के साथ नानाजी ने ते कर दी.. तब मां करीबन 22 साल की होगी.. जब पापा मां से मिले तो उनके होस उड़ गई पहली ही नजर में पापा मां के रूप के कायल हो उठे.. मां को भी पापा का भोलापन और सादगी से प्यार हो गया.. और पापा की औकात से कही ज्यादा खूबसूरत पत्नी से उनकी सादी हो गई.. मां और पापा एक दूसरे के करीब आते गई ओर सादी के एक साल पूरा होने से ठीक पहले में उनकी जिंदगी में आया..
मां ने सादी के बाद ही अपनी मेडिकल की प्रैक्टिस करने की इच्छा जताई और पापा ने हामी भर दी.. और मां अब अपना ज्यादातर समय अपनी क्लिनिक में बिताती.. पापा भी अपने काम में व्यस्त रहते..
मुझे आज भी याद है मां पापा मुझे सुलाने के बाद जमीन पे रजाई बिछा के यौन संबंध बनाते और कभी कभी में उठ जाता तब में उन्हें नंगा एक दूसरे में समाया हुआ पाता..
जब में 5 साल के करीब हुआ मेरे छोटे चाचा को सादी तेई हुए.. चाचाजी बस घर की एक दुकान चला रहे थे और काम काज में बड़े आलसी थे.. यही सब देखते हुए उनके लिए कोई रिश्ता भी नही आता था.. न लड़की वाले हा करते.. जैसे तैसे एक गरीब घर की लड़की से चाचा की सादी करा दी गई.. माधवी चाची दिखाने में ठीक ठाक थी और थोड़ी सी सावले रंग की.. छोटे कद की पतली सी लड़की..
चाचा के अरमान बड़े उपर चढ़े हुए थे मां को देख के की उन्हें भी मां जैसी गोरी और बहोत खूबसूरत पत्नी मिलेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं चाचा मुंह पे तो कुछ बोल नहीं पाते थे लेकिन वो पापा से मन ही मन नफरत करने लगे और दादाजी से भी अब वो सही मुंह बात नही करते थे.. माधवी चाची को भी एक पति का प्यार ठीक से नही मिला..
जब जब चाचा मां को पाप के साथ देखते उनका खून खोल जाता.. समय के साथ ये तनाव और नफरत बड़ती गई और जब में स्कूल में था और पापा काम से बाहर गई हुई थे..
रात को चाचाजी देर रात को अपने दोस्तो के साथ पी के घर आई और पता नही किस ने क्या कान भरे उनके वो नसे की हालत में हमारे कमरे में घुस गए.. मां काम से देर से आई थी वो बड़ी ही गहरी नींद में थी.. मां को आदत थी पापा अक्सर रात को ही उन्हें उठा के उनके साथ संभाग करते थे.. मां को नींद में खयाल न रहा की पापा आज नही थे घर में और जब तक मां को एहसास हुए बहोत देर हो चुकी थी.. चाचा जी का लिंग मां की योनी की गहराई में पहुंच चुका था..
मां बहोत डर गई थी.. वो एक बार जोर से धक्का दी लेकिन चाचा के के आगे क्या थी.. चाचा जी ने मां को एक जोर का चाटा मारा और मां के होस उड़ गई..वो पूरी तरह से सदमे में चली गई.. मुंह से आह तक नही निकल पाई मां की..और चाचा ने अपना वीर्य मां की योनि में छोड़ बाहर निकल गई.. मां वही पड़ी रोती रही.. बाहर चाची खड़ी थी.. वो मां की पहली दर्द भरी चीख सुन ही आ गई थी लेकिन बिचारी अपने पति को केसे रोक देती.. मां के साथ को हुआ वो देख उनकी आंखे भी भर आई.. वो मां से माफी मांगने लगी और मां के पैरो मे पड़ के रोते हुए बोली "दीदी आप जेठ जी को कुछ मत बताना में आप के पैर पकड़ती हु.. मेरे लिए न सही मेरे बच्चे के लिए.. जेठ जी या ससुर जी को पता चला तो उनको घर से ही निकल देंगे खुद तो कुछ ठीक से कमा भी नही रहे दीदी"
में मां के बगल में ही सोया हुआ सब सुन रहा था.. की मां ने मुझे कस के अपनी गोद में भर लिया वो अभी तक अर्ध नंगी हालत में लेती हुए थी.. चाची ने दरवाजा बंद किया और बाहर निकल गई.. मां और मेरा जिस्म एक दूसरे से चिपक गया था.. मां पसीने से भीग गई थी..और उनके जिस्म से वीर्य की एक सुगंध निकल रही थी..
कुछ देर बाद मां अपने कपड़े सही कर नहाने चली गई..मां ने इस बात का जिक्र किसी से नहीं किया.. लेकिन ये बात ज्यादा दिन छुपी नहीं रह पाई.. चाचा जी ने अपने सब दोस्तो को अपनी करतूत नसे में आके बक दी.. और फिर क्या था एक बार बात चली फिर कहा रुकती सारे सहर में बात फेल गई.. और लोग बात बनाने लगे की मां ही अपने देवर के साथ रंगरलियां मनाती है पति के जाने के बाद.. चाचा जी को तो और मजा आने लगा मां के बारे में ऐसी बाते सुन वो और बड़ा चढ़ा के बाते करने लगे..
यहां तक बात होने लगी की मां चाचा और दादाजी दोनो के साथ संभोग क्रिया करती है और बेटा भी पापा का नही..ये बात दादाजी तक पहुंच गए और उन्होंने चाचाजी को बहुत फटकार दी लेकिन चाची की वजह से वो उन्हें घर से नही निकाल पाई..
जैसे ही पापा को इन सब की खबर हुए.. पापा और चाचा का बहुत बड़ा जगड़ा हो गया बात पुलिस तक पहुंच गई लेकिन मां ने गवाही देने से मना कर दिया पापा को बहुत बुरा लगा ये सुन के.. लेकिन वो मां जो जानते थे कि मां कितनी अच्छी थी दूसरा का दुख कभी देख नही पाती चाहे खुद के साथ कितना भी बुरा हुआ हो.. मां बड़ी ही इमोशनल रही थी अपने क्लिनिक में आने वाले आधे से ज्यादा लोगो से पैसे भी नहीं लिया करती थी.. और इस बात फायदा उठा के कूच लोग पैसा होते हुए भी नही देते थे.. मां को आराम से बड़ी अस्पताल में नौकरी मिल रही थी पर वो गरीब लोगो की सेवा करना चाहती थी इस लिए.. एक शहर में स्थित एक गरीब बस्ती के पास अपना छोटा सा क्लिनिक सुरू किया था..
ये सब होने के बाद पापा ने घर छोड़ दिया और हम नई जगा पे रहने आ गई.. ये घर उस बस्ती में था.. एक दो घर बड़े थे जहा हम ने घर लिया था बाकी सब घर छोटे थे या चोल थी.. हमारा घर ठीक ठाक बड़ा सा था जिस में मां ने एक तरफ अपना क्लीनिक भी खोल दिया...
Ashadaran aur amazing update
Nice update
Superb,super excellent, super erotic and super exciting writings!
Shaandar Mast Update![]()
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बहुत बढ़िया, अति उत्कृष्ट, अति कामुक और अति रोमांचक लेखन! आपका लेखन उत्तेजना और कामुकता से भरा है।
आपका लेखन रोमांचक और दिलचस्प है.
Nice update
आपकी कहानी लेखन कौशल उत्कृष्ट और रोमांचक है!
Nice update bro![]()
Nice update
nice update
keep writing
बेटा चूतिया दिखा रहा। बाप झंडे गाडे जा रहा है।
Fantastic update
Nice update
Waiting to next update
jabardast,mast aur behad hi garam writings
Marvelous and absolutely wonderful update!
Just awesome and outstanding writings!
Really mind blowing and fantastic story!!
Amazing and fantastic update! Great and absolutely brilliant writings!
Aab kiya balu....
Bada hi Emotional surubat ha....
Purana dino ka film jasa....
Pahala hi Scene ma, duniya var ki dard....
Par agar aga Action Drama Romance or Sex ho...
To film Super Hit hogi....
Dekhta ha Director sahab aga kiya dikhata ha...
❤❤❤❤❤![]()
Waiting for next update![]()
Very excited![]()
Bhai, maa ki mamta aur bete ki kamukta ka milan karwa do jaldi se
Good one..ab baap ko door hi rakho