Shetan
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Umid se badhakar. Amezing crime seen create kiya he. Superb...भाग-4
कमला अभी कुछ महीने पहले ही तो अठारह साल की हुई थी | वो अभी इंटर में पढ़ती थी | राजन भी उसी की क्लास में पढ़ता था | राजन और कमला बहुत ही घनिष्ठ मित्र थे | साथ बैठना साथ पढ़ना और साथ ही लन्च करना | इस बीच वो दोनों कब एक दूसरे को चाहने लगे पता ही नही चला |
वैसे तो राजन में सभी अच्छाई थी, लेकिन उसके अंदर एक बहुत बुरी आदत थी। अगर कोई उसकी बात न मानता तो वो बहुत जल्दी भड़क जाता था और गुस्से में कुछ भी कर सकता था। यह उसकी बचपन से आदत थी। उसके घर में भी लोग उसकी इस आदत से बहुत परेशान थे। खाने-पीने से लेकर खेल खिलौना, जो भी उसे पसंद आ जाए, उसके मां-बाप को उसे दिलवाना पढ़ता था। क्योंकि अगर उसे उसकी पसंद की चीज न मिलती, तो घर में महाभारत मचा देता..!
दूसरी विशेषता उसकी यह थी, कि वो हमेशा कुछ नया करना चाहता था। पुराने ढर्रे पर चलना उसे बिल्कुल पसंद न था। और कमला से दोस्ती भी उसकी इसी कारण हुई थी, क्योंकि वो भी हमेशा कुछ नया करना चाहती थी। उसकी क्लास में सिर्फ राजन ही एक ऐसा लड़का था, जो सबसे अलग हटकर था। उसकी भी हर बात में नयापन था। वो खुले विचारों का था। समाज के बनाए गए बहुत से नियम उसे पसंद नहीं थे। वो सबसे खुलकर हंसता बोलता और इंजॉय करता। चूंकि वो अमीर बाप का बेटा था, इसलिए पैसा भी खूब खर्च करता। और जरूरत पड़ने पर सबकी मदद भी करता।
कमला को ऐतिहासिक किस्से कहानियां पढ़ने में बहुत रुचि थी। घूमना फिरना भी उसे बहुत पसंद था, किंतु जहां और लड़कियों को भीड़ भाड़ वाले बाजार और प्रसिद्ध इमारतें देखना पसंद था, वही कमला को निर्जन और पुराने खंडहरों से लगाव था।
राजन और कमला की दोस्ती धीरे धीरे प्यार में बदल गई। प्यार और मोहब्बत उन दोनों के लिए एक करिश्मा के जैसा था। राजन जब उसे चूमता था, तो कमला को एक अजीब सी फीलिंग होती थी। लेकिन वो एक लड़की थी, इसलिए अपनी सीमा को जानती थी। राजन ने कई बार अपने इस रिलेशन को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन कमला हमेशा उसका दिल तोड़ देती।
एक दिन राजन ने उसको पुरानी हवेली के खंडहर में ले जाने की बात कही और चूंकि कमला को भी पुरानी इमारतों और खंडहरों में घूमने का शौक था, इसलिए तुरंत उसने राजन की बात मान ली। कमला ने अपने घर पर फोन से बता दिया कि आज वह थोड़ा देर से आएगी , क्योंकि उसे अपनी एक सहेली से मिलने जाना है। लेकिन इस बात की तो उसने कल्पना भी न की थी, कि राजन उसे खंडहर में ले जाकर उसकी इज्जत लूटना चाहता है ..!
कमला रात के नौ बजे तक भी जब घर न पहुंची, तब उसके माता-पिता ने उसे फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल बंद था। उन्होंने सोचा कि शायद उसके मोबाइल की बैटरी डाउन हो गई होगी। लेकिन जब 11:00 बजे तक भी न उससे फोन पर बात हुई और न वो घर पहुंची तब पुलिस में उन्होंने उसके गायब होने की रिपोर्ट लिखाया।
पुलिस को कमला के मोबाइल की लोकेशन पुरानी हवेली के खंडहर में मिली। इंस्पेक्टर राकेश अपनी दो सिपाहियों के साथ पुरानी हवेली पहुंचा तो चौकीदार राम सिंह से उन्होंने पूछताछ की पहले तो राम सिंह ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती की और बताया कि राधा के अंतिम लोकेशन यही की है, इसलिए सच सच बता कि कहां है राधा..? तब रामसिंह ने सच बताने में ही अपना भला समझा। उसने पुलिस को राजन और कमला के बारे में बताया कि वो दोनों यहां आए थे। और उस समय वह शराब के नशे में था, इसलिए उसे नहीं पता कि वहां क्या हुआ। लेकिन जब वह होश में आया तो वो बिना कपड़ों के कमला की डेड बॉडी से चिपका ।हुआ था। यह देखकर वो बहुत घबरा गया और उसे कुछ समझ में नहीं आया कि वह क्या करें। उसे डर था कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी, तो फिर क्या होगा और कैसे वह अपनी सच्चाई का प्रमाण देगा और इसी डर से उसने कमला की डेड बॉडी को को कुएं में फेंक दिया।
तब पुलिस ने राम सिंह की मदद से कमला की डेड बॉडी को कुएं से बाहर निकाला और कमला के मां-बाप को खबर की।थोड़ी देर में ही कमला के माता पिता पुरानी हवेली आ गए और अपनी बेटी को इस हाल में देखकर बिलख बिलख कर रोने लगे! पुलिस ने राम सिंह को अरेस्ट कर लिया और घटनास्थल का मुआयना कर हर एंगल से वहां की फोटो ली और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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राजन के पिताजी सेठ रत्तीलाल जी का सिले सिलाई वस्त्रों का थोक व्यापार था। उनकी थोक की दुकान लखनऊ के अलावा कानपुर और सुल्तानपुर मैं भी थी। इसलिए अपने व्यापार के सिलसिले में हर दूसरे तीसरे दिन वो कानपुर और सुल्तानपुर जाते थे। जब वो लखनऊ के बाहर रहते तब, राजन और राधा को घर में अकेले रहना पड़ता। राधा को इससे बहुत परेशानी होती , मगर राजन को पूरी आजादी मिल जाती अपनी मनमानी करने की। राधा उसकी छोटी बहन थी, इसलिए वह अपने बड़े भाई को ज्यादा कुछ नहीं कह पाती थी । पापा मम्मी के न रहने पर अक्सर वो रात में देर से आया करता और जब राधा उससे देर से आने के बारे में पूछती, तो वो कोई न कोई बहाना बना देता। लेकिन कल रात का किस्सा तो कुछ अजब ही था। क्योंकि राजन को राधा के जिस्म में जब कमला दिखी, तो उसकी घिग्घी बंध गई. ! उसके कुछ भी समझ में न आ रहा था, ये सब क्या है! क्योंकि जब कमला की उसने हत्या कर दी थी, तो यह कमला उसके घर पर कैसे आई..? क्या वास्तव में वो भूत बनकर राधा के जिस्म में प्रवेश कर गई थी..? इस तरह के ख्यालात ने उसकी नींद हराम कर दी थी..! उसका सिर दर्द से फटा जा रहा था और उसका दिमाग बिकुल काम नहीं कर रहा था।
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राजन के पिताजी भी बड़े परेशान थे, कि ये अचानक उनके बेटे क्या हो गया..! इस तरह की बातें उनके जीवन में पहले कभी न हुई थी..! और भूत प्रेत से वैसे भी उन्हें बहुत डर लगता था। लेकिन अब जो कुछ होना था, वो तो हो चुका था.! और ऐसी स्थिति में वो कर भी क्या सकते थे..!
कोई दो-तीन घंटे आराम करने के बाद जैसे तैसे वो तैयार हुए औघड़ बाबा के यहाँ जाने के लिए। और जैसे ही उन्होंने घर के बाहर गेट का दरवाजा खोला, कि सामने पुलिस को देख कर चौंक गए..!