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Incest बदलते रिश्ते......

rohnny4545

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वासना का तूफान थम जरूर गया था लेकिन खत्म बिल्कुल भी नहीं हुआ था यह तो शुरुआत थी,, रोहन का लंड अभी भी सुगंधा की बुर के अंदर खा चुकी धीरे-धीरे ढीला होने की वजह से बाहर की तरफ आ रहा था यह भी एक अद्भुत एहसास सुगंधा के लिए था रोहन उसी तरह से अपनी मां की बड़ी-बड़ी खरबूजे जैसी चूचियों पर सर रखकर लेटा हुआ था,,,,।
थोड़ी देर बाद रोहन अपनी मां के ऊपर से उतर कर उसके बगल में लेट गया दोनों की सांसे अभी भी तेज चल रही थी लेकिन धीरे-धीरे वह अपनी सांसो को नियंत्रण कर रहे थे सुगंधा काफी खुश नजर आ रही थी उसके चेहरे पर संतुष्टि भरे भाव साफ झलक रहे थे रोहन को तो जैसे अभी भी अपने ऊपर अपनी किस्मत पर विश्वास नहीं हो रहा था सब कुछ सपने जैसा ही लग रहा था,,, वह करता भी क्या आखिरकार ऐसे ही सपने देखते आ रहा था इसलिए उसे हकीकत भी सपना लग रहा था।,,

कैसा लगा रोहन तुझे,,,, (सुगंधा अपने बेटे की तरह मुंह करते हुए बोली)

मैं बता नहीं सकता मम्मी मुझे इतना अच्छा लगा मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि मैं यह सब इतने अच्छे से कर लिया,,,,

मुझे भी यकीन नहीं हो रहा है रोहन कि तुम यह सब इतने अच्छे से और एक जबरदस्त मर्द की तरह कर कैसे गया,,,, क्योंकि तू ही कह रहा था कि मैं यह सब पहले कभी भी नहीं किया हूं,,,, ।

हां मम्मी बिल्कुल सच है,,,, मैंने आज तक इससे पहले किसी भी औरत की चुदाई नहीं किया था लेकिन सबसे पहले मैंने तुम्हें चोदकर यह सब सीखा है,,,,

चलो अच्छा है कि तू यह सब सीख गया वरना हर चीज तुझे सिखानी,, पड़ती,,,,
( दोनों काफी खुश नजर आ रहे थे दोनों उसी तरह से बातें करते रहे सुगंधा की आंखों में नींद बिल्कुल भी नहीं थी वैसे भी इस कार्य में नींद उड़ जाती है और उसी तरह से दोनों की आंखों से नींद उड़ चुकी थी सुगंधा तो दूसरे राउंड की तैयारी में लगी हुई थी आज की रात वह जाया नहीं जाने देना चाहती थी वह आज की रात खुलकर मजे लेना चाहती थी और अपने बेटे को अपने प्रति पूरी तरह से खोल देना चाहती थी ताकि वह आगे से बेझिझक उसकी जमकर चुदाई कर सके और वैसे भी उसने पहली बार में ही जिस तरह की चुदाई किया था वैसी चुदाई एक पति पहली रात को अपनी पत्नी की करता है,,,
दोनों हंस-हंसकर बातें कर रहे थे रोहन मस्ती में आकर एक हाथ से अपनी मां की खरबूजे जैसी बड़ी-बड़ी चुचियों से खेल रहा था जिससे रोहन के साथ साथ सुगंधा को भी मजा आ रहा था सुगंधा की नजर अपने बेटे की टांगों के बीच गई तो उसका मोटा तगड़ा लंड जो कि बेहद भयंकर लग रहा था इस समय उसके पेट पर शांत होकर लेटा हुआ था जिसे देखकर सुगंधा बोली,,,।)

तेरा घोड़ा तो थक कर सो गया है,,,।

यह आराम कर रहा है मम्मी जरूरत पड़ेगी तो उठ कर खड़ा हो जाएगा,,, (रोहन उसी तरह से अपनी मां की चुचियों से खेलता हुआ बोला,,, अपने बेटे की इस तरह की मस्ती भरी बात सुनकर सुगंधा मुस्कुरा दी और अपना हाथ आगे बढ़ा कर उसके भी लेलैंड को दो उंगली से हल्के से पकड़ते हुए बोली,,, ।)

अभी तो यह खड़ा क्यों नहीं हो रहा है,,,,।

अगर जरूरत पड़ेगी तब खड़ा हो जाएगा तुम्हें जरूरत है क्या,,,?

तो क्या मुझे तो बहुत जरूरत है इसीलिए तो पूछ रही हूं,,,,

तो इसे ठीक से पकड़ो मम्मी अपनी मुट्ठी में तुरंत खड़ा हो जाएगा,,,,

अच्छा यह बात है,,,( इतना कहते हुए सुगंधा अपने बेटे के नंदू को अपनी मुट्ठी में पकड़ ली जो कि इस समय देना ही था लेकिन फिर भी एक दमदार लंड लग रहा था और उसे अपनी मुट्ठी में पकड़कर धीरे-धीरे ऊपर नीचे करते हुए उसे हिलाने लगी,,, देखते ही देखते रोहन के ढीले लेने में जान आने लगी और वह धीरे-धीरे सुगंधा की नरम गरम मुट्ठी में कड़क होने लगा सुगंधा को अपनी मुट्ठी खोलती हुई महसूस हो रही थी जिससे उसकी गुरुकुल बुलाने लगी और देखते ही देखते रोहन का लंड एक बार फिर से भयंकर रूप धारण कर लिया जिसे देखकर सुगंधा का मन प्रसन्न हो गया,,,,।)

अरे यह तो पहले जैसा हो गया है देख ऐसा लग रहा है इस में जान आ गई है,,,,,,

तो क्या मम्मी कभी ऐसा हो सकता है कि तुम्हारा हाथ लगे और इसमें जान ना आए,,,।

बहुत बोलने लगा है,,,

( एक बार फिर से सुगंधा के बदन में उत्तेजना आप अपना असर दिखाने लगी वह रोहन के लंड को मुठीयाना शुरू कर दी थी और रोहन भी उत्तेजना आत्मक तरीके से अपनी मां की चूची को अपने मुंह में लेकर पीना शुरू कर दिया था जवानी के दिनों में उसका सर्वप्रथम था जो एक औरत की चूची को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था जिसमें उसे काफी आनंद की अनुभूति हो रही थी,,, रोहन के द्वारा अपनी बड़ी बड़ी चूची मसले और पीने जाने की वजह से सुगंधा आपने आप पर नियंत्रण नहीं रख पाई और उसके मुख से गरम-गरम सिसकारी छूटने लगी,,, रोहन भी एकदम गरबा गया था अपनी मां की दोनों चूचियों से खेल रहा था उसे बारी-बारी से अपने मुंह में लेकर चूस रहा था ऐसा लग रहा था कि जैसे वह आइसक्रीम कौन को अपने मुंह में लेकर उसे चाट रहा हूं देखते ही देखते दोनों एक बार फिर से एकदम से चुदवाते हो गए सुगंधा अपने बेटे की लंड को अपनी बुर में लेने के लिए फिर से तड़प उठी हालांकि तीन तीन बार, वह झड़ चुकी थी और जिस तरह से जमकर रोहन ने सुगंधा की चुदाई किया था उसे देखते हुए एक बार फिर से सुगंधा का मन मचल उठा अपने बेटे के लड्डू को अपनी बुर में लेकर चुदवाने के लिए,,,,।
सुगंधा अपने बेटे के खड़े लंड को जोर जोर से हिला रही थी,,,।
देखते ही देखते सुगंधा अपने बेटे के ऊपर चढ़ गई और उसे अपनी बाहों में लेकर उसे चुंबन चाटी करने लगी रोहन भी पागलों की तरह अपनी मां को अपनी बाहों में कस कर उसके बदन पर चारों तरफ अपना हाथ पैर रहा था बार-बार वह अपनी मां की बड़ी बड़ी गांड को हथेली में दबोच करो उस पर चपत लगा दे रहा था जिससे सुगंधा की गोरी गांड एकदम लाल हो गई थी लेकिन सुगंधाको इसमें बहुत मजा आ रहा था सुगंधा अपने गरम गरम होठ को अपने बेटे के होठ पर रखकर चूसना शुरू कर दी थी रोहन भी उसका साथ देते हुए होठ चटाई का मजा ले रहा था,,,,।

चुकंदर की गरम जवानी का स्पर्श पाते ही रोहन का लंड एक बार फिर से अपनी औकात में आ चुका था वह पूरी तरह से छत की ओर मुंह उठाए खड़ा था,,, जो कि इस समय बार-बार सुगंधा की मदमस्त जागो से रगड़ खा जा रहा था और रह रह कर उसकी पूरी हुई गुरु पर अपना चुंबन जड़ दे रहा था जिससे सुगंधा एकदम मस्ती में आकर उछल पड़ रही थी रोहन पूरी तरह से करवा चुका था अब उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा था अपनी मां की बोर के अंदर लंड डालना चाहता था इसलिए बार-बार अपनी कमर को ऊपर की तरफ उचका कर वह अपनी मां की बुर में अपने लंड को धंसाने की कोशिश कर रहा था लेकिन बार-बार उसका लंड फिसल जा रहा था और यह देखकर सुगंधाको काफी मज़ा आ रहा था वह अपने बेटे को इस तरह से तड़प आने में आनंद की अनुभूति महसूस कर रही थी,,,

लेकिन अपने बेटे के मोटे तगड़े कर्म लंड की कर्म रगड़ की वजह से सुगंधा भी पूरी तरह से गर्म आ चुकी थी वह एक बार फिर से अपने बेटे के मोटे तगड़े लंड को अपनी बुर के अंदर लेना चाहती थी,,,,। और इस समय ऐसा लग रहा था कि वह अपने बेटे से उसके दिए हर धक्के का हिसाब लेना चाहती हो इसलिए उसके हर धक्के के बदले में वह अपना हाथ एक नीचे की तरफ ले जा कर के अपने बेटे के खड़े लंड को पकड़ कर अपनी मोटी मोटी जांघों को थोड़ा सा फैला दी और उसके मोटे लंड के सुपाड़ा को अपनी गुलाबी बुर की गुलाबी पतियों के बीच रखकर धीरे-धीरे अपना सारा वजन उसके ऊपर रखने लगी जिससे रोहन का मोटा तगड़ा लंड उसकी बुर की गहराई में फिसलता हुआ धीरे धीरे अंदर की तरफ सरकने लगा,,,,
जैसे-जैसे सुगंधा की बुर खुलते हुए रोहन के लंड पर अपनी कसाव की गिरफ्त बनाती जा रही थी वैसे वैसे आश्चर्य से रोहन का मुंह खुलता चला जा रहा था,,,। और देखते-देखते रोहन का मोटा तगड़ा लंड सुगंधा की बुर की गहराई में कहां खो गया पता ही नहीं चल रहा था सुगंधा इस समय अपने बेटे पर मानों बैठी हुई थी,,, अपने बेटे के समूचे लंड को अपनी बुर की गहराई में उतारकर सुगंधा मदहोश में जा रही थी उसका रोम-रोम प्रसन्नता के भाव से पुलकित हुए जा रहा था उसे यकीन नहीं हो रहा था कि उसने अपने बेटे के ऊपर चढ़कर उसके खड़े लंड को अपनी बुर की गहराई में उतार ली है,,, । रोहन तो अपनी मां की इस मादकता भरी हरकत की वजह से पूरी तरह से सिहर उठा और अपनी आंखों से अपनी मां की गुलाबी बुर गुलाबी पत्तियों को उसके लंड के इर्द-गिर्द कसता हुआ देख कर उसके मुख से से गर्म सिसकारी फूट पड़ी,,,,।

सससहहहहहहहह,,, मम्मी,,,,,

क्या हुआ बेटा,,,, (सुगंधा अपनी मादक अदा बिखेरते हुए बोली,,)

मम्मी मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे कोई मेरा हाथ पकड़ कर मुझे हवा में उड़ाए ले जा रहा है मैं बता नहीं सकता कि मुझे कैसा लग रहा है बहुत मजा आ रहा है,,,,( रोहन की आंखों में खुमारी छाई हुई थी वह उत्तेजना के मारे अपनी आंखों को मूंद कर मदहोश होता हुआ बोल रहा था यह देखकर सुगंधा मन ही मन प्रसन्न हो रही थी और मुस्कुराते हुए बोली,,,।)

इसे ही तो कहते हैं बेटा आसमान की सैर देखना आज मे तुझे कैसे आसमान की सैर कराती हूं और वह भी तेरे घोड़े पर बैठकर,,,,, ( सुगंधा इतना कहकर अपनी भारी भरकम गांड को एक बार फिर से ऊपर की तरफ उठाई और फिर से उसी लय में नीचे की तरफ लाते हुए फिर से बैठ गई,, रोहन अपनी आंखों से अपनी मां की हरकत की वजह से अपने मोटे तगड़े लंड को अपनी मां की बुर के अंदर बाहर होता हुआ देखकर प्रसन्न हो रहा था उसे अच्छा लग रहा था और धीरे-धीरे करके सुगंधा अपनी भारी-भरकम काम के ऊपर नीचे करते हुए अपने बेटे कैलेंडर पर ऊपर नीचे उठना बैठना शुरु कर दी ऐसा लग रहा था कि मानो सुगंधा घोड़े पर बैठकर घुड़सवारी कर रही हो,,,, बड़ा ही मादक दृश्य था,,, कमरे में पूरी तरह से वातावरण के विरुद्ध गर्मी छाई हुई थी जबकि कमरे के बाहर का तापमान पूरा ठंडा हो चुका था बारिश अभी भी अपने जोरों पर थी चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी था और ऐसे में दो जिस्म एक होने की होड़ में लगे हुए थे,,,,।

सुगंधा जोर जोर से अपनी भारी-भरकम गांड को अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी,, मानो ऐसा लग रहा था कि वह जोर-जोर से फर्श पर पटक पटक कर कपड़े धो रही हो,,,, सुगंधा में मानो उत्तेजना के कारण फुर्ती सी आ गई हो वह अपनी मदमस्त गांड को एक ही लेय मे अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी जिससे उसका पूरा का पूरा लंड उसकी गहराई में समा जा रहा था,,,,।

तीन-तीन बार झड़ने के बावजूद भी सुगंधा इस बार दुगनी जोश के साथ अपने बेटे से चुदवा रही थी,, चुदवा नहीं रही बल्कि खुद ही चोद रही थी मानो पहली चुदाई में जिस तरह से वह अपना दम दिखाता बहुत जोर जोर से धक्के पेल रहा था उसका बदला लेते हुए सुगंधा अपनी भारी-भरकम गांड को जोर-जोर से उसके लंड पर पटक रही थी मानो उसके लंड पर अपनी गांड से तमाचा मार रही हो जो कि उसका लंड ेत इस तमाचे से बेहद प्रसन्न और जोशीला नजर आ रहा था,,,, रोहन का लंड पूरी तरह से सुगंधा के मदन रस में डूब चुका था एकदम गिला हो चुका था जो कि लालटेन की पीली रोशनी में चमक रहा था,,,,

मम्मी ऐसा तरीका तुमने कहां से सीखी मुझे कितना मजा आ रहा है मैं बता नहीं सकता,,,,।

बस अभी-अभी तेरे मजबूत लंड को देखकर मैं सीखी हूं इससे पहले मैंने आज तक ऐसा कभी नहीं की लेकिन सच बताऊं तो तेरे ऊपर चढ़कर तेरी चुदाई करने में मुझे और ज्यादा मजा आ रहा है,,,,।
( सुगंधा ऐसा कहते हुए जोर-जोर से अपनी गांड को अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी जिससे उसका सारा मादक मांसल बदन हिचकोले खा रहा था साथ ही उसके दोनों दशहरी आम हवा में जैसे झूल रहे हो और उन झूलते हुए दशहरी आम को देखकर रोहन अपनी लालच को रोक नहीं पाया और दोनों हाथ आगे बढ़ा कर उन्हें अपनी हथेली में भर भर कर दबाना शुरू कर दिया जिससे सुगंधा के मुख से सिसकारी निकल जा रही थी,,,)

ससससससहहहहह आहहहहहहहह रोहन,,, रोहन मेरे बेटे ऐसे ही जोर जोर से दबा मुझे मजा आ रहा है इसका सारा रस निचोड़ डाल इसे अपने मुंह में लेकर पी,,, (और इतना कहते हुए सुगंधा थोड़ा सा झुक गई ताकि उसके झूलते हुए दोनों दशहरी आम उसके बेटे के मुंह तक आराम से पहुंच सके और ऐसा हुआ भी जैसे ही सुगंधा थोड़ा सा झुकी तो रोहन अपनी लालच को रोक नहीं पाया और अपनी मां के दशहरी आम को मुंह में लेकर पीने के लिए अपना मुंह उठाकर सीधे उन्हें मुंह में भरकर चूसना शुरू कर दिया जिससे सुगंधा का मजा दुगना हो गया और रोहन भी काफी जोश में आ गया जिससे वह नीचे से अपनी कमर उछाल उछाल कर अपने लंड को अपनी मां की बुर में पेलना शुरु कर दिया दोनों तरफ से बराबर की जंग छिड़ी हुई थी दोनों एक दूसरे में समाने के लिए पूरा दम लगाए हुए थे,,,,।

पूरे कमरे में सुगंधा और रोहन की सिसकारी और कराने की आवाज गूंज रही थी दोनों में नशा छाया हुआ था दोनों एक दूसरे को परास्त करने में लगे हुए थे नीचे से रोहन और ऊपर से सुगंधा दोनों अपने अपने तरीके से एक दूसरे के अंगों से खेल कर मजा लूट रहे थे,,,,।

कुछ देर तक यूं ही गांडू चलने के बाद सुगंधा किसानों की गति तेज होने लगी फांसी हरने लगी उसका पानी निकलने वाला था और यही हाल रोहन का भी हो रहा था वह अपनी मां की चुचियों को जोर-जोर से दबाता हुआ अपने मुंह में बारी-बारी से भरकर नीचे से अपनी कमर उछाल रहा था उसका भी पानी निकलने वाला था,,,,

ओहहहहहहहह.,,,,, रोहन बेटा ऐसे ही ससससकहहहहहह,,,, और जोर जोर से,,,,, आहहहहहहह,,,, रोहन,,,,, नीचे से जोर जोर से अपनी कमर उछाल,,,,मेरे राजा आहहहहहहहहह,,, मेरी बुर में पैल दे अपने लंड को,,,,,,ऊमममममममम,,, ऐसे ही मार ऐसे ही चोद मुझे,,,,,,,,( सुगंधा पागलों की तरह सिसकारी लेते हुए अपने बेटे को उस उस आ रही थी और रोहन अपनी मां की गर्म सिसकारी और उसकी बातें सुनकर इतना मदहोश हो गया कि वह अपने दोनों हाथों को अपनी मां की चूची पर से हटा कर वैसे ही मुंह में लेकर पीना शुरू कर दिया और दोनों हाथों से अपनी मां की बड़ी बड़ी गांड को थामकर उसे पकड़े हुए नीचे से अपने लैंड को पे लेना शुरू कर दिया और साथ ही सुगंधा भी ऊपर से जोर दे रही थी,,,

थोड़ी ही देर में सुगंधा रोहन को अपनी बाहों में करते हुए फल भला कर पानी फेंकना शुरू कर दी और रोहन भी अपना लंड की पिचकारी अपनी मां की बुर में मार दिया दोनों पसीने से तरबतर हो चुके थे और एक दूसरे पर निढाल होकर अपनी ऊखड़ती हुई सांसों को नियंत्रित करने लगे एक बार फिर से दोनों सफलतापूर्वक संतुष्टि प्राप्त कर चुके थे एक अद्भुत एहसास दोनों के तन बदन में भरा हुआ था दोनों एकदम तरोताजा महसूस कर रहे थे दोनों उसी तरह से संपूर्ण नग्ना अवस्था में एक-दूसरे को बाहों में लेकर सो गए,,,,।
 

rohnny4545

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जब रोहन की आंख खुली तो सुबह हो चुकी थी वह बिस्तर पर से उठ कर बैठ गया और खुली हुई खिड़की के पास गया तो चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा था लेकिन बारिश थम चुकी थी पंछियों के चहचहाने ने की आवाज से पूरा वातावरण अच्छा लग रहा था खिड़की से दूर दूर तक देखने पर कोई भी नजर नहीं आ रहा था रोहन समझ गया की बेला आज नहीं आने वाली है क्योंकि ऐसा पहले भी होता था जब कभी तेज बारिश होती थी तो दूसरे दिन बेला घर का काम करने के लिए नहीं आती थी क्योंकि उसे नदी पार करके आना पड़ता था यह ख्याल मन में आते ही रोहन के चेहरे पर प्रसन्नता के भाव उभर आए और वह अंगड़ाई लेता हुआ अपनी मां की तरफ देखा तो अपनी मां की खूबसूरती को सुबह के उजाले में देखकर एकदम दंग रह गया,,, वह एकदम नंगी एक घुटने को मोड़ कर सोई हुई थी जिससे उसकी भारी-भरकम गांड एक अद्भुत और किसी चित्रकार की मादक चित्रकारी की तरह लग रही थी,,,, रात वाली बात याद करके रोहन मुस्कुरा दिया और उसे याद आया कि दोनों मजे करके उसी तरह से नंगे ही एक-दूसरे को बाहों में लेकर सो गए थे जो कि इस समय भी दोनों नंगे थे अपनी मां की मदमस्त गांड देखकर एक बार फिर से रोहन का लंड खड़ा होने लगा और वह अपनी लालच को रोक नहीं पाया और धीरे-धीरे जाकर बिस्तर पर बैठकर दोनों हाथों से अपनी मां की गोरी गांड को थाम लिया और अपना मुंह गांड की बीच की दरार में ले जाकर सुगंधा की बुर को चाटना शुरु कर दिया,,
अपनी बुर पर जीभ का स्पर्श पाते ही नींद में होते हुए भी सुगंधा के बदन में खुमारी छाने लगी और एक बार फिर से वह पूरी मदहोश होने लगी रोहन अपनी जीत का जादू दिखाते हुए अपनी पूरी जीप को उसकी बुर में डालकर चाटना शुरू कर दिया जिसमें से मादक खुशबू आ रही थी सुगंधा की नींद उड़ गई और वह तिरछी नजरों से अपने बेटे की तरफ देखी जो कि किसी चूहे की तरह बिल में घुसा हुआ नजर आ रहा था और वह एक हाथ पीछे की तरफ ले जाकर अपने बेटे के बाल को सहलाने लगी जैसे कि उसे और ज्यादा चाटने के लिए उकसा रही हो और रोहन भी जोर जोर से अपनी मां की बुर को चाटना शुरू कर दिया,,,,।
एक बार फिर से पूरे कमरे में सुगंधा की मादक सिसकारी की आवाज गूंजने लगी रोहन का लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था अपनी मा की बुर में घुसने के लिए कुछ देर तक ऐसे ही बुर चाटने के बाद सुगंधा पूरी तरह से मदहोश हो गई और अब उसकी बुर में लंड की जरूरत महसूस हो रही थी और वह तुरंत घुटनों के बल होकर अपनी गांड को हवा मे उछाल दी,,,,

अपनी मां की हवा में लहराती हुई मदमस्त बड़ी बड़ी गांड को देखकर रोहन अपनी मां का ईसारा समझ गया और तुरंत बिस्तर पर चढ़ गया,,,, सुगंधा थोड़ा और नीचे झुक कर अपनी गांड को और ऊपर उठा दी ताकि रोहन उसकी गुलाबी सुराग को अच्छे से देख सके रोहन तू पागल हुए जा रहा था सुबह के उजाले में सुगंधा और ज्यादा खूबसूरत लग रही थी उसका पूरा बदन दूध की तरह गोरा नजर आ रहा था रोहन के मुंह में पानी आ रहा था और वह अपनी मां की गांड पर दो-चार चपत लगा दिया जिससे सुगंधा एकदम आनंदित हो उठी,,,
रोहन को अपनी मां का गुलाबी रंग का छेद बहुत अच्छे से नजर आ रहा था और वह अपना लंड पकड़ कर एक बार फिर से उस पर थुक चुपड़ दिया और सीधे जाकर बुर के गुलाबी छेद पर टिका दिया थोड़ी ही देर में,,, सुगंधा रोहन की चुदाई की वजह से झूलने लगी वह मस्त होकर चुदवा रही थी और रोहन जोश से भर कर जोर जोर से धक्के लगा रहा था,,।

अब तु पक्का मादरचोद हो गया है रे,,,( रोहन अपने बेटे से ऐसा कहते हुए सिसकारी ले रही थी और उसकी चुदाई का भरपूर आनंद उठा रही थी थोड़ी देर में दोनों एक बार फिर से झड़ गए अब दोनों की जिंदगी की नई शुरुआत हो रही थी दोनों एक दूसरे को पाकर काफी खुश थे सुगंधा बरसों से दबी प्यास को एक बार फिर से उधार कर अपनी जिंदगी और जवानी दोनों का मजा ले रही थी,,,
रोहन के तो दोनों हाथों में लड्डू था क्योंकि बेला भले ही उससे पैसे रखने के लिए अपने वजन के दर्शन से करा रही थी लेकिन उसके मोटे तगड़े लंड को देख कर वह भी अपनी लालच को रोक नहीं पाई और उससे चुदवाने का लुफ्त उठाने लगी उसे भी रोहन के लंड से अद्भुत सुख का अहसास होता था जिससे वह अपने आप को रोक नहीं पाती थी और मौका मिलते ही उसके लंड का स्वाद चख लेती थी,,,, रोहन दोनों के साथ मजे ले रहा था उसकी जिंदगी अच्छे से कट रही थी साथ ही बेला और सुगंधा के भी मजे ही मजे थे,,,,,।
 

jonny khan

Nawab hai hum .... Mumbaikar
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बहुत जबरदस्त है रे तेरा झटका बस अब ऐसे ही मुझे चोदता रहे,,,( सुगंधा कंपन भरे स्वर में बोली,,, रोहन के जबरदस्त प्रहार के कारण उसका पूरा वजूद हिल गया था वह दर्द के मारे सूखे पत्ते की तरह फड़फड़ा रहे थे अभी भी उसके बदन में दर्द हो रहा था जो कि रोहन अपनी कमर धीरे-धीरे आगे पीछे करते हुए अपनी मां को चोदना शुरू कर दिया था उसका मोटा तगड़ा लंड रगड़ रगड़ कर अंदर और बाहर हो रहा था,,,,
रोहन धीमी गति से आहीस्ता आहीस्ता अपनी मां की चुदाई करना शुरू कर दिया था जिससें धीरे-धीरे सुगंधा का दर्द दूर होता नजर आ रहा था और दर्द की जगह अब आनंद ने ले लिया था वह पूरी तरह से उत्तेजित अवस्था में अपने बेटे से छुड़वा रही थी
Extremely hotttt updates dear ..!!!!
 

Raz-s9

No nude av/dp -XF STAFF
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Very hot update bro tnx
 

Boob420

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Nice update
 

rohnny4545

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Rohan or sugandha ki masti


..

Sugandha ghodi bankar chudwate huye.

 
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Boob420

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Nice update bro
 
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