jagawala18
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Nice updateरघु को जैसे ही खबर मिली रघु वैसे ही प्रताप सिंह के घर की तरफ चल दिया,,, प्रताप सिंह की बीवी दरवाजे पर खड़ी थी और रघु को देखते हैं वह घर के पीछे इशारा करके चल दी,,, प्रताप सिंह की बीवी का इशारा पाते ही रघु का मन खुशी से झूमने लगा,, उसे लगा कि आज बड़ी मालकिन का मन हो गया है इसलिए वह इस तरह से उसे बुला रही है अभी-अभी बार रहने की चुदाई करके आया था लेकिन फिर भी बड़ी मालकिन को देखते ही ऊसके लंड मैं हरकत होना शुरू हो गया था,, वो खुश होता हुआ प्रताप सिंह की बीवी के पीछे पीछे जाने लगा,,, दोनों ऊसी जगह पहुंच गए जहां पर वह राधा की जमकर चुदाई किया था,,, इसीलिए आव देखा ना ताव वह तुरंत जमीदार की बीवी को अपने बाहों में भर कर उसे चूमने लगा,,, और चुमते हुए बोला,,,
औहहह,,, बड़ी मालकिन आज ज्यादा मन कर रहा है क्या,,,?
यह क्या कर रहे हो रघु,,,(रघु को दूर हटाते हुए बोली,, तब तक दरवाजे के पीछे खड़ी हो कर देख रही रहा था अभी बाहर आ गई और बोली,,)
रघु यह प्यार करने का समय नहीं है,,,(राधा को दरवाजे के पीछे से निकलता हुआ देखकर रघु एकदम से घबरा गया,,,)
तुम शायद नहीं जानते कि,,, मेरे ससुर ने लड़की देख ली है और उससे रिश्ता तय करने की ठान लीए है,,,।
क्या,,,,?(रघु एकदम से चौकते हुए बोला,,,)
हां राधा बहु जो कह रही है वह बिल्कुल सच है इसीलिए हमने तो नहीं यहां तत्काल बुलाया है,,,
नहीं यह नहीं हो सकता,,, तुम दोनों जने मुझसे वादा की थी,,,।
हां हमें मालूम है इसीलिए तो तुम्हें यहां बुलाए हैं,,,
लेकिन तुमने मालिक से बात नहीं किए,,,,
किए लेकिन वो मानने को तैयार ही नहीं है,,,
ऐसे कैसे हो सकता है तुम उनकी बीवी हो,,,, बड़ी मालकिन भला आपकी बात को कैसे टाल सकते हैं,,,
तुम नहीं जानते रघु,,, वो बहुत जिद्दी है,,, वह जो एक बार फैसला कर लेते हैं तो फिर किसी की नहीं सुनते,,,
इसका मतलब यह शादी होकर रहेगी,,,
हां रघु यही सच है हम लोगों ने तो बहुत कोशिश कीए लेकिन वह माने नहीं,,,(राधा एक कदम आगे बढ़ते हुए बोली)
मतलब साफ है कि तुम दोनों ने मुझे धोखा दिया है,,,, बड़ी मालकिन तुम तो कहती थी कि तुम्हारी बहन मेरे घर में बहू बनकर आएगी यह मेरा वादा है लेकिन अब क्या हुआ,,,।
हां हां रघु मैं जानती हूं तभी तो मैं एकदम परेशान हूं तुम्हारी बहन इस घर में बहु बनकर आए तो इसमें हम लोगों का ही फायदा है,,,,(बड़ी मालकिन रघु को समझाते हुए बोली,,,)
लेकिन अब यह मुमकिन कैसे होगा,,,।
यह तो हमें भी नहीं सुझ रहा है कि कौन सी युक्ति लगाएं कि बात बन जाए,,,(राधा बेचैन होते हुए बोली,,,) और तो और यह रिश्ता हमारे बाबु जी ने लगवाया है,,, इसलिए और भी ज्यादा मुश्किल है,,,।
(तीनों परेशान थे,,, बड़ी मालकिन और राधा दोनों की चिंता इसलिए बढी हुई थी कि अगर सालु की शादी इस घर में नहीं हुई तो रघु का इस घर में आना-जाना उतना नहीं हो पाएगा,
सीधे-साधे लफ्जों में कहां जाए तो सास बहू दोनों को अपनी बुर की चिंता थी,,,शालू की शादी अपने घर में करा कर वो लोग जब चाहे तब रघु से चुदाई का भरपूर मजा लूट सकते थे इसलिए वह लोग भी शालू की शादी अपने घर में कराना चाहते थे और रघु की चिंता जायज थी क्योंकि उसकी बड़ी बहन पेट से थी अगर ऐसा नहीं होता तो शायद रघु भी इतनी चिंता नहीं करता लेकिन शालू के पेट से हो जाने की वजह से अगर यह रिश्ता इस घर में ना हुआ तो कहीं नहीं हो पाएगा और तो और उनका परिवार किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रह जाएगा,,, इसलिए रघु की हालत और ज्यादा खराब थी लेकिन यह भी सच था कि शालू अपने भाई से चुदवा कर ही पेट से हुई थी,,, उसके पेट से होने में बिरजू का किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं था वह तो भाई बहन दोनों जानबूझकर,,, अपनी गलती का भुगतान बिरजू से करवाना चाहते थे,,, रघु हैरान था उसे कुछ सूझ नहीं रहा था,,,वह एकदम रुवांसा हो गया था,,, और लगभग लगभग रोते हुए ही वह बोला,,,।
तुम दोनों जन नहीं जानती कि हम कितनी बड़ी मुसीबत में पड़ जाएंगे अगर यह सादी सालु से नहीं हुई तो,,, शालू पेट से है उसके पेट में बिरजू का बच्चा है,,,
(इतना सुनते ही जमीदार की बीवी और राधा एकदम से सन्न रह गए,,,)
यह क्या कह रहे हो रघु,,,,(जमीदार की बीवी एकदम से चोंकते हुए बोली,,,)
मैं सच कह रहा हूं मालकिन,,, शालू के पेट में बिरजू का बच्चा है,,,(रघु शर्मिंदा होकर नजरें झुका कर बोला)
नहीं यह नहीं हो सकता,,,,।(बड़ी मालकिन एकदम हैरान होते हुए बोली,,)
यह सच है मालकिन,,,, बिरजू और शालू के बीच शारीरिक संबंध है,,
हे भगवान यह क्या हो गया,,,(बड़ी मालकिन एकदम से उदास होते हुए बोली,,)
माजी यह तो बिल्कुल भी ठीक नहीं हुआ,,,कर शालू की शादी बिरजू से नहीं हुई क्यों हो सकता है शालू की शादी किसी से ना हो क्योंकि कोई राजी नहीं होगा शादी करने के लिए और बदनामी होगी अलग से,,,(राधा बड़ी मालकिन से चिंता दर्शाते हुए बोली,,)
अब क्या किया जाए राधा बहु,,,,
मैं तो कहती हूं एक बार हम तीनों को चलकर बाबू जी से बात कर लेनी चाहिए देखते हैं क्या निष्कर्ष निकलता है,,,
हां तुम ठीक कह रही हो बहू,,,,
(इतना कहकर तीनों जमीदार के कमरे की ओर चल दिए,,, रघु पूरी तरह से निराश हो चुका था अच्छी तरह से जानता था कि उसकी वजह से ही उसकी बहन पेट से हुई है अगर यह शादी नहीं होगी तो वह लोग कहीं के नहीं रह जाएंगे,,, रघु ने बड़ी मालकिन कुछ इस तरह से ईसारा घर के पीछे बुलाते हुए देखा था उसे ऐसा ही लग रहा था कि आज बड़ी मालकिन की फिर से चुदाई करेगा लेकिन शादी वाली बात सुनकर वह चारों खाने चित हो चुका था,,, थोड़ी ही देर में तीनों जमीदार के कमरे में पहुंच गए जहां पर वह कुर्सी पर बैठकर हुक्का गुडगुडा रहा था,,,। तीनों को अपने कमरे में देखकर वह बोला,,,)
क्या बात है,,,, रघु तुम यहां,,,?(हुक्का को मुंह से बाहर निकाल कर आश्चर्य से जमीदार बोला)
यह आपसे कुछ बात कहना चाहता है,,,(जमीदार की बीवी रघु की तरफ इशारा करते हुए बोली)
हां हां बोलो,,,,
Bdiya update bhidu...raghu ko lgaga tha badi malkin thukai ke liye bula rhi hai...pr yha to laude lag gye uske.....jamidar Birju ki shaadi kisi or se karana chhata hai......Birju ki chinta bhi jayaz hai....behan pet se hai...or kya kiya usne hi hai.....Pr wo fasana Birju ko chhata hai...pr jamidar badal nhi rha hai...saas bahu khud chhati hai uski behan ki shaadi Birju se ho.....ab to ek hi raasta hai wo jamidar se kahe Birju ne use pet se kr diya.....tb shayad jamidar maan jaye.... suspense bahut galat roka yr....ab sochte rahege aage kya hoga....रघु को जैसे ही खबर मिली रघु वैसे ही प्रताप सिंह के घर की तरफ चल दिया,,, प्रताप सिंह की बीवी दरवाजे पर खड़ी थी और रघु को देखते हैं वह घर के पीछे इशारा करके चल दी,,, प्रताप सिंह की बीवी का इशारा पाते ही रघु का मन खुशी से झूमने लगा,, उसे लगा कि आज बड़ी मालकिन का मन हो गया है इसलिए वह इस तरह से उसे बुला रही है अभी-अभी बार रहने की चुदाई करके आया था लेकिन फिर भी बड़ी मालकिन को देखते ही ऊसके लंड मैं हरकत होना शुरू हो गया था,, वो खुश होता हुआ प्रताप सिंह की बीवी के पीछे पीछे जाने लगा,,, दोनों ऊसी जगह पहुंच गए जहां पर वह राधा की जमकर चुदाई किया था,,, इसीलिए आव देखा ना ताव वह तुरंत जमीदार की बीवी को अपने बाहों में भर कर उसे चूमने लगा,,, और चुमते हुए बोला,,,
औहहह,,, बड़ी मालकिन आज ज्यादा मन कर रहा है क्या,,,?
यह क्या कर रहे हो रघु,,,(रघु को दूर हटाते हुए बोली,, तब तक दरवाजे के पीछे खड़ी हो कर देख रही रहा था अभी बाहर आ गई और बोली,,)
रघु यह प्यार करने का समय नहीं है,,,(राधा को दरवाजे के पीछे से निकलता हुआ देखकर रघु एकदम से घबरा गया,,,)
तुम शायद नहीं जानते कि,,, मेरे ससुर ने लड़की देख ली है और उससे रिश्ता तय करने की ठान लीए है,,,।
क्या,,,,?(रघु एकदम से चौकते हुए बोला,,,)
हां राधा बहु जो कह रही है वह बिल्कुल सच है इसीलिए हमने तो नहीं यहां तत्काल बुलाया है,,,
नहीं यह नहीं हो सकता,,, तुम दोनों जने मुझसे वादा की थी,,,।
हां हमें मालूम है इसीलिए तो तुम्हें यहां बुलाए हैं,,,
लेकिन तुमने मालिक से बात नहीं किए,,,,
किए लेकिन वो मानने को तैयार ही नहीं है,,,
ऐसे कैसे हो सकता है तुम उनकी बीवी हो,,,, बड़ी मालकिन भला आपकी बात को कैसे टाल सकते हैं,,,
तुम नहीं जानते रघु,,, वो बहुत जिद्दी है,,, वह जो एक बार फैसला कर लेते हैं तो फिर किसी की नहीं सुनते,,,
इसका मतलब यह शादी होकर रहेगी,,,
हां रघु यही सच है हम लोगों ने तो बहुत कोशिश कीए लेकिन वह माने नहीं,,,(राधा एक कदम आगे बढ़ते हुए बोली)
मतलब साफ है कि तुम दोनों ने मुझे धोखा दिया है,,,, बड़ी मालकिन तुम तो कहती थी कि तुम्हारी बहन मेरे घर में बहू बनकर आएगी यह मेरा वादा है लेकिन अब क्या हुआ,,,।
हां हां रघु मैं जानती हूं तभी तो मैं एकदम परेशान हूं तुम्हारी बहन इस घर में बहु बनकर आए तो इसमें हम लोगों का ही फायदा है,,,,(बड़ी मालकिन रघु को समझाते हुए बोली,,,)
लेकिन अब यह मुमकिन कैसे होगा,,,।
यह तो हमें भी नहीं सुझ रहा है कि कौन सी युक्ति लगाएं कि बात बन जाए,,,(राधा बेचैन होते हुए बोली,,,) और तो और यह रिश्ता हमारे बाबु जी ने लगवाया है,,, इसलिए और भी ज्यादा मुश्किल है,,,।
(तीनों परेशान थे,,, बड़ी मालकिन और राधा दोनों की चिंता इसलिए बढी हुई थी कि अगर सालु की शादी इस घर में नहीं हुई तो रघु का इस घर में आना-जाना उतना नहीं हो पाएगा,
सीधे-साधे लफ्जों में कहां जाए तो सास बहू दोनों को अपनी बुर की चिंता थी,,,शालू की शादी अपने घर में करा कर वो लोग जब चाहे तब रघु से चुदाई का भरपूर मजा लूट सकते थे इसलिए वह लोग भी शालू की शादी अपने घर में कराना चाहते थे और रघु की चिंता जायज थी क्योंकि उसकी बड़ी बहन पेट से थी अगर ऐसा नहीं होता तो शायद रघु भी इतनी चिंता नहीं करता लेकिन शालू के पेट से हो जाने की वजह से अगर यह रिश्ता इस घर में ना हुआ तो कहीं नहीं हो पाएगा और तो और उनका परिवार किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रह जाएगा,,, इसलिए रघु की हालत और ज्यादा खराब थी लेकिन यह भी सच था कि शालू अपने भाई से चुदवा कर ही पेट से हुई थी,,, उसके पेट से होने में बिरजू का किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं था वह तो भाई बहन दोनों जानबूझकर,,, अपनी गलती का भुगतान बिरजू से करवाना चाहते थे,,, रघु हैरान था उसे कुछ सूझ नहीं रहा था,,,वह एकदम रुवांसा हो गया था,,, और लगभग लगभग रोते हुए ही वह बोला,,,।
तुम दोनों जन नहीं जानती कि हम कितनी बड़ी मुसीबत में पड़ जाएंगे अगर यह सादी सालु से नहीं हुई तो,,, शालू पेट से है उसके पेट में बिरजू का बच्चा है,,,
(इतना सुनते ही जमीदार की बीवी और राधा एकदम से सन्न रह गए,,,)
यह क्या कह रहे हो रघु,,,,(जमीदार की बीवी एकदम से चोंकते हुए बोली,,,)
मैं सच कह रहा हूं मालकिन,,, शालू के पेट में बिरजू का बच्चा है,,,(रघु शर्मिंदा होकर नजरें झुका कर बोला)
नहीं यह नहीं हो सकता,,,,।(बड़ी मालकिन एकदम हैरान होते हुए बोली,,)
यह सच है मालकिन,,,, बिरजू और शालू के बीच शारीरिक संबंध है,,
हे भगवान यह क्या हो गया,,,(बड़ी मालकिन एकदम से उदास होते हुए बोली,,)
माजी यह तो बिल्कुल भी ठीक नहीं हुआ,,,कर शालू की शादी बिरजू से नहीं हुई क्यों हो सकता है शालू की शादी किसी से ना हो क्योंकि कोई राजी नहीं होगा शादी करने के लिए और बदनामी होगी अलग से,,,(राधा बड़ी मालकिन से चिंता दर्शाते हुए बोली,,)
अब क्या किया जाए राधा बहु,,,,
मैं तो कहती हूं एक बार हम तीनों को चलकर बाबू जी से बात कर लेनी चाहिए देखते हैं क्या निष्कर्ष निकलता है,,,
हां तुम ठीक कह रही हो बहू,,,,
(इतना कहकर तीनों जमीदार के कमरे की ओर चल दिए,,, रघु पूरी तरह से निराश हो चुका था अच्छी तरह से जानता था कि उसकी वजह से ही उसकी बहन पेट से हुई है अगर यह शादी नहीं होगी तो वह लोग कहीं के नहीं रह जाएंगे,,, रघु ने बड़ी मालकिन कुछ इस तरह से ईसारा घर के पीछे बुलाते हुए देखा था उसे ऐसा ही लग रहा था कि आज बड़ी मालकिन की फिर से चुदाई करेगा लेकिन शादी वाली बात सुनकर वह चारों खाने चित हो चुका था,,, थोड़ी ही देर में तीनों जमीदार के कमरे में पहुंच गए जहां पर वह कुर्सी पर बैठकर हुक्का गुडगुडा रहा था,,,। तीनों को अपने कमरे में देखकर वह बोला,,,)
क्या बात है,,,, रघु तुम यहां,,,?(हुक्का को मुंह से बाहर निकाल कर आश्चर्य से जमीदार बोला)
यह आपसे कुछ बात कहना चाहता है,,,(जमीदार की बीवी रघु की तरफ इशारा करते हुए बोली)
हां हां बोलो,,,,