अब आगे ——
श्वेता की चूत चूसते चूसते मेरा लण्ड भी पत्थर जितना hard हो गया था,
मैं अपने मुँह में श्वेता की चूत का रस भर
कर श्वेता के ऊपर लेट गया,और अपना
मुँह श्वेता के मुँह से जोड़ दिया,
श्वेता अभी झड़ने के बाद बेसुध पड़ी
थी,
मेरे मुँह को मुँह डालते ही श्वेता में जान आ गई,और मेरे saliva और अपनी चूत
का मिला जुला रस शिद्दत से पीने लगी और
moan करने लगी,
श्वेता अपने मुम्मे मेरी छाती के साथ रगड़ने लगी,
नीचे मेरे लण्ड से अब वीर्य रस लीक होने लगा था,
और श्वेता की चूत से टक्करें मारने
लगा,
मैं श्वेता के होंठ चूसने में मस्त था,
तभी श्वेता ने मेरे लण्ड को अपने हाथ
में पकड़ लिया और अपनी चूत के साथ रगड़ने लगी,और मेरे लण्ड को अपने चूत रस से भिगोने लगी,
फिर श्वेता ने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत
के मुहाने में फँसा कर,मेरी दोनों जाँघो
को पकड़ लिया और अपने चुत्तरों को ज़ोर से मेरी जाँघों पे मारा और श्वेता
ने मेरा सात इंच लम्बा लण्ड अपनी
चूत में ठूँस लिया,
फिर तो मुझ में और श्वेता में कुश्ती युद्ध शुरू हो गई,
कभी मैं ऊपर कभी श्वेता ऊपर ,
जब मैं श्वेता के ऊपर होता तो श्वेता
की चूत को बुरी तरह से रगड़ता
श्वेता दर्द और मज़े से जोर ज़ोर से
चीखती चिल्लाती भी और कहती
और ज़ोर से चोदो मुझे ,मेरी चूत
को फाड़ कर इसको इतना चौड़ा
करदो ताकि मैं तुम्हारा बच्चा आराम
से पैदा कर सकूँ,
जब श्वेता झड़ती तो अपने दांत से कभी मेरे होंठ चबा जाती,कभी गालों पर काटती,कभी मेरी छाती पर अपने दांत इतने ज़ोर से गाड़ देती के उनमे से blood रिसने लगता ।
जब में श्वेता के ऊपर होता तो मैं भी
श्वेता की गालों पर ,कभी दोनों मम्मों
पर अपने दांतों से permanent love
bites के निशान बना देता,अब तो
श्वेता के दोनों मुम्मे फुल कर ग़ुब्बारे जीतने हो गये थे,
जब मैं उन्हें ज़ोर से चूसता,और निप्पल को काटता तो श्वेता
moan करके ज़ोर से झड़ने लगती
मेरा वीर्य लगातार श्वेता के चूत में
भर रहा था,
और श्वेता की चूत भी हर बार झड़
कर ढेर सारा पानी छोड़ देती थी,
श्वेता की चूत ने मेरे लण्ड को सारी
रात नहीं छोड़ा,
श्वेता कितनी बार झड़ी कोई गिनती नहीं थी,
मैं कितनी बार झड़ा मुझे नहीं पता,
कब थक कर हम दोनों एक दूसरे से
लिपट कर सो गये,याद नहीं,
जब उठे तो सुबह के नौ बजे गये थे,
सारा बेड हम दोनों की चुदाई के रस
से गीला हो गया था,
हम दोनों के बदन चिपचिपे हो गये थे,
और श्वेता अभी भी बेसुध हो कर सो रही थी,
मैंने उठ कर श्वेता के गाल पर किस किया,और अपने रूम में चला गया,वहां मैं
नहा धो कर मैं office में class लगाने के लिये पहुँच गया था,
मुझे बहुत भूख लग रही थी,मैंने canteen में जाकर दो
sandwitch खाये और साथ में
कॉफ़ी के दो कप पिये ताकि क्लास
में नींद ना आये,
दस बजे हमारी क्लास शुरू हो गई,
मेरे साथ वाली चेयर पर एक बंगलौर
की married लड़की जो साथ में ट्रेनिंग के लिये आयी थी,बैठी हुई थी,
मेरे चेहरे को देख कर अपने मुँह पे
हाथ रख के हँसने लगी,
kalpana,what happened,why you are laughing ?मैंने उस लड़की से पूछा,
Kalpna-your wife is very lucky,
मैं-why?
kalpana-she likes to do wild
sex with you,है ना?
मैं-How do you know?
kalpana-it is written all over
your face and neck.Her teeth marks on your face are very fresh.You are very lucky to have such a wife,who love you so much,
I am not that lucky,my husband dont like to do wild sex with me.
कल्पना की बातें सुन कर मेरा मुँह
शर्म से लाल हो गया,
लंच टाइम में मैंने श्वेता को फ़ोन किया,और ये सब बातें बताईं,
मैं-डार्लिंग,क्या कर रही हो?
श्वेता- बहुत दर्द हो रहा है,
मैं-जान कर,छेड़ते हुए? डार्लिंग
कहाँ दर्द हो रहा है,बदमाश ,दर्द
देके पूछते हो कहाँ दर्द हो रहा है,
सिर से पाँव तक तुम्हारे काटने के
जो ज़ख़्म वने हैं,उनमे दर्द हो रहा है,
तुमने जो सारी रात जम कर मेरी
चुदाई की हैं,और मेरी चूत मार मार कर जो तूने
ज़ख़्म दिये हैं उनमे मीठा मीठा दर्द हो रहा है,
मैं-maid को बोलकर कोई ointment लगवा लेती,
श्वेता-maid पूछेगी के madam
ज़ख़्म किसने दिये आपको,तो मैं
क्या जवाब दूँगी,नहीं
तुम्हीं ने दर्द दिया है तुम्हीं दवा देना,
लगी है चोट कलेजे पर उमर भर के लिये,
तडप रहें हैं तुम्हारी इक नज़र के लिये,
दिल मिलाके ना तुम भुला देना
श्वेता-डार्लिंग,तुम्हारे बिना तो ना भूख
है ना हाय प्यास है,सुबह maid
सैंडविच और कॉफ़ी रख के गई थी,
अभी तक वैसे ही सब कुछ पड़ा है,
मैं-श्वेता डार्लिंग,मैंने भी सुबह नाश्ते
में सैंडविच कॉफ़ी के साथ खाये है,
अभी लंच में सांभर के साथ rice खा रहा हूँ,
चलो उठो तुम भी अपना नाशता कर
लो,नहीं तो कमजोरी आ जायेगी,
श्वेता-डार्लिंग,तुम कहते हों तो मैं
नाश्ता कर लेती हूँ,
मैं-मेरी जान,आज सुबह मैं ऑफिस
में क्लास लगाने आया तो,मेरी साथ
वाली chair पर एक लड़की वैठी थी,
वो बंगलौर से training के लिए आयी हुई है,पता क्या कहती है,
श्वेता-sandwitch खाते हुए,क्या
कहती है,
मैं-कहती है तुम् अपनी wife को साथ
लाए हो ?
श्वेता-फिर तुमने क्या कहा?
मैंने कहा,हाँ,मेरे साथ ही आयी है,
पता है उसके बाद उसने क्या कहा,
श्वेता sandwitch खा
चुकी थी अब coffee पी रही थी,
कॉफ़ी पीते पीते श्वेता ने पूछा ,जानू
क्या कहा फिर उसने
मैं-वो कहती के तुम्हारी wife तुम्हें
बहुत प्यार करती हैं,
मैंने उस से कहा हाँ मेरी wife मुझ से
बहुत प्यार करती है,मैंने पूछा पर
तुम्हें कैसे पता है की मेरी wife
मुझ से बहुत प्यार करती है
श्वेता-सचमुच मैं तुम से बहुत
प्यार करती हूँ,पर वो तो हम को
जानती ही नहीं फिर ये बात उसको
किसने बतायी,
मैं-मैंने भी उस से यही सवाल पूछा
था,तो बोली तेरे यह चेहरे पर जो
तुम्हारी wife के दांत के निशान हैं
ना ,वो सारा भेद खोल रहे हैं,
श्वेता- चल झूटे,सारा कुछ अपने से
बोल रहे हो,
मैं-मेरी क़सम सच बोल रहा हूँ,तुम्हारे
काटने के निशान जो निशान हैं,वो तो सच्चे है,वो तो झूटे नहीं,
श्वेता-ये बात तो सच है,पर उस
लड़की का नाम क्या है,
मैं-उस लड़की का नाम कल्पना है।
श्वेता- वो bitch,brother fucker,
वो divorcee है,उसके husband ने उसे अपने brother के साथ रंगे हाथों
पकड़ लिया था,उसके बाद उसने इस
bitch को divorce दे दिया था,
तुमसे तुम्हारा मोबाइल नम्बर मांगे
तो नहीं देना,सारे ऑफिस में उसकी
कहानी सब को पता है,मेरी जान
उससे बच के रहना,
मैं-श्वेता dont worry,अभी मै
जा रहा हूँ,क्लास शुरू होने वाली
हैं,
मैं क्लास में पहुँच के अपनी chair
पर जाकर बैठ गया,
कल्पना अपनी chair पे पहले से ही बैठी हुई थी,
कल्पना-mr कोहली,क्लास के बाद कहीं बैठ कर coffee पियेंगे,तुम्हें
एक चीज़ दिखाऊँगी,
मैं- नहीं, मेरी wife की तबीयत ठीक
नहीं,मैंने उसे doctor के पास ले जाना है,
कल्पना-चलो अभी चलते हैं,दो घण्टे
हैं अपने पास,
मैंने कहा चलो चलते है,
मेरा भी क्लास लगाने का मूड नहीं था
कुछ सोच कर मैंने अपना mobile
switch आफ़ करके अपना बैग उठा
कर teacher के आने से पहले कल्पना के साथ building से
बाहर निकल आया,
कल्पना-पैदल चलते हैं,coffee हाऊस पास ही में है।
हम coffee house में पहुँच गये,
वहाँ पर पीछे की ओर cabin बने हुए थे।
हम उसमे जाकर बैठ गये।
waiter के आने पर मैंने दो coffee
और साथ में मसाला पनीर टिक्का
order कर दिया,
कल्पना मेरी wife(श्वेता) के बारे
में पूछती रही,देखने में कैसी ही,कितनी पढ़ी है,कहाँ job करती है,
मैं-मेरी wife एक गाँव की लड़की
है,देखने में सो सो है इक बेटा है मेरा
दो साल का,wife मेरी housewife
है पर रात को she is very active
in bed,she gives very गुड
Bजे and very good in fucking
कल्पना ने अपने बारे में जो भी कुछ बताया वो सब कुछ झूट ही
बताया,
श्वेता ने मुझे अगर पहले ही ना
बताया होता तो मैं शायद कल्पना
कि बातों का विशवास कर लेता,
कल्पना पहले मेरे सामने बैठी थी,
फिर उठ कर मेरे पास आ गयी और
मुझे चूमने लगी,फिर अपना एक
हाथ मेरे लण्ड पर रख कर बोली,
mr कोहली मेरा huband नामर्द है
मेरा कोई बच्चा नहीं है,please मुझे
चोद के मेरी झोली में बच्चा डाल दो,
कह कर अपनी सलवार और पेंटी नीचे करके मेरी गोद में बैठ गई,
मैं-नहीं कल्पना,यहाँ यें possible
नहीं है,मेरे मना करने पर कल्पना ने अपने कपड़े ठीक कर लिये,
और फिर कुर्सी पर बैठ गयी,फिर मेरी
pent की zip खोल के मेरा लण्ड
मुँह में डाल के ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी,
कल्पना ने एक हाथ में मेरा लण्ड पकड़ा हुआ था,
दूसरा हाथ कल्पना ने अपनी सलवार और पैंटी में से घुसेड़ कर
अपनी चूत को मसलना शुरू कर दिया,
जैसे ही कल्पना ने झड़ना शुरू किया,
पूरे आवेश में आकर कल्पना ने मेरे लण्ड पे दांत गड़ा दिया,उसी time
मेरे लण्ड ने भी झड़ना शुरू कर दिया और कल्पना मेरा सारा वीर्य पी कर निगल गई,
जैसे ही कल्पना ने मेरे लण्ड को छोड़ा,मैंने अपने लण्ड को देखा,
उस पर कल्पना के दांत के निशान पड़ गये थे,
थोड़ा दर्द तो हो रहा था,पर मेरा लण्ड बच गया था,
कल्पना-mr कोहली तुम्हारा लण्ड का रस तो बहुत मीठा है,
कितनी खुशनसीब है तुम्हारी wife
जिसको रोज़ इतना मीठा शहद जैसा
लण्ड रस पीने को मिलता हैं,
तुम्हारे लण्ड रस के कारन ही
तुम्हारी wife इतनी चुदक्कड़ है,
मैंने जल्दी से अपनी पैंट ठीक करी और उठ कर बाहर आ गया,
बाहर आकर मैंने अपना मोबाइल ऑन किया,टाइम देखा तो
पाँच बजने वाले थे,
चार calls श्वेता की थी,
तीन calls रोज़ी की,
एक कॉल मोम ओर सिम्मी की
पहले मैंने रोज़ी का नंबर मिलाया,
मैं-hai darling
rozy- कब आ रहे हो वापस,तुम्हारे बिना तो मेरी चूत सूख रही है
मैं-sunday को darling आ जाऊँगा
रोज़ी-मैं आऊँगी तुम्हें लेने airport पर,अपने घर क़ैद कर के रखूँगी तुम्हें ,
तीन दिन की क़ैद के ऑर्डर हैं तुम्हारे लिए
मैं-जो हुक्म सरकार,तुम भी अपनी
चूत की मालश करके रखना,
मैंने रोज़ी का फ़ोन cut करके, श्वेता को फ़ोन मिलाया,
मैं- hai जानू,
श्वेता- मैं नीचे पहुँच गया हूँ,अभी ऊपर आ रहा हूँ तुम्हारे पास,
मैं जब श्वेता के रूम में पहुँचा,तो वो सोफ़े पर बैठी कोई book पढ़ रही थी,
मैं भी श्वेता के पास जाकर बैठ गया,
मैं- डार्लिंग कैसे हैं ज़ख़्म तुम्हारे ?
श्वेता - तुम ख़ुद ही देख लो,काह कर
श्वेता ने अपनी nighty उतार दी और अपने ज़ख़्म दिखाने लगी,
श्वेता-मेरे बालम इन ज़ख्मों पर
अपने हाथों से प्यार की मलहम
लगा दो,
मैंने श्वेता के drawer से एक soframycin cream की tube निकाल कर श्वेता के
सारे ज़ख्मों पर लगा दी,चेहरे पर,गर्दन पर,मम्मों पर,thighs पर और चुत पर,काफ़ी जगह ज़ख़्म थे,मैं सोचने
लगा के अगर कल मैंने श्वेता को इतनी जगह काट खाया तो आज
श्वेता का क्या बनेगा,
श्वेता-आओ डार्लिंग,अब मैं तुम्हारे ज़ख्मों पर मलहम लगा दूँ,
मुझे डर था कि अगर कहीं श्वेता ने मेरे
लण्ड पर कल्पना के दांत के निशान
देख़ लिये तो मुझे explain करना
मुश्किल हो जायेगा,
मैं- नहीं ,मैं अभी अपने रूम में जा रहा हूँ,आठ बजे मैं आ जाऊँगा।मैंने
श्वेता को टालते हुए कहा,
मैं अपने room में जाकर लेट गया और जब सो कर उठा तो सात बजने बाले थे,
मैं उठ कर बाथरुम में नहाने चला गया, और
आठ बजे मैं श्वेता के room में चला गया,
आज मैं श्वेता को surprise देना चाहता था,इसलिये
मैं बिलकुल नंगा ही श्वेता के room में चला गया,
श्वेता ने भी मुझे surprise दिया,
वो भी बिलकुल नंगी बार के पास highstool पे बैठी हुई
मेरी wait कर रही थी,
hi श्वेता डार्लिंग, मैने कहा
Hi डार्लिंग श्वेता ने मुझे कहा
श्वेता- डार्लिंग इधर मेरे पास आ कर दूसरे stool पर बैठ जाओ,
मैं दूसरे हाई स्टूल पर आ कर बैठ गया,
श्वेता ने vodka के दो पटियाला पेग बना कर रखे हुए थे,
साथ में सालाद और मसाले दार boiled eggs थे ,
श्वेता-कल तुम्हारी training का last day है,और तुम तो
कल शाम की flights से अपने घर चले जाओगे,और मैं फिर अकेली रह
जाऊँगी,
फिर पता नहीं अपना मिलन कब होगा,
आज की रात मेरे प्रेमी के साथ मिलन की यादगार रात होगी,
श्वेता और मैंने अपना अपना पेग उठाया और
आज की रात के नाम dedicate करके चियर्स किया,
दोनों ने अपना आधा आधा पेग एक ही बार में ख़त्म कर दिया,फिर
श्वेता मेरी गोद में आ कर बैठ गई,और
मेरी