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Fantasy बहन का इलाज (Complete)

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अब आगे——
मैं-डार्लिंग ये नूरा कुश्ती क्या होती है,मैंने अनजान
बनते हुए रोज़ी से पूछा,
रोज़ी-ओह,तुमने जब किसी लड़की को चोदा ही नहीं,
तुम्हें नूरा कुश्ती का क्या पता होगा,
मैं-रोज़ी डार्लिंग,तुमने की है कभी नूरा कुश्ती,
रोज़ी-मेरे गले लग कर बोली ,नहीं की तो नहीं
पर मुझे पता है नूरा कुश्ती क्या होती है,
मैं-पर डार्लिंग कैसे पता है तुम्हें नूरा कुश्ती के बारे में,
रोज़ी-मेरी कॉलेज की एक सहेली थी,उसकी शादी मेरी शादी से एक
साल पहले हो गयी थी,ये नूरा कुश्ती
के बारे में उसी ने बताया था,
मैं-क्या बताया था तुम्हारी सहेली ने
तुम्हें नूरा कुश्ती के बारे में,
रोज़ी-पति जी,आपको मैं कैसे बताऊँ,
मुझे तो शर्म आती है,सहेली ने तो जो भी बताया, तो ऐसे बताया की जैसे किसी bf में हीरो हीरोइन एक दूसरे के साथ करते हैं,हाँ मैं कर के बता सकती हूँ,
जैसे जैसे उसने मुझे बताया वैसे वैसे
मैं कर के बता सकती हूँ,
मैं-और क्या बताया तुम्हारी सहेली
ने तुम्हें नूरा कुश्ती के बारे में,
बहुत बदमाश हो आप भी,चलो फिर भी बता देती हूँ,जीतने मज़े लेके आप
सुन रहे हो , उतना ही मेरी सहेली
को मुझे सुनाते हुए मज़ा आता था,
तो क्या तुम्हें सुनाते हुए मज़ा नहीं
आ रहा है,
रोज़ी-जब मेरी सहेली ने ये सारा क़िस्सा बताया थ तो मैं उस समय अभी
कुँवारी थी,उसकी बातें सुन कर तो
मेरी चूत से पानी निकलने लगा और
मेरी कच्छी पूरी तरह से भीग गई थी,
मैं-ऐसा क्या बताया तुम्हारी सहेली ने कि तुम्हारी
चूत बरसाती नाला बन गई,
रोज़ी-मुझे शर्म आती है,सारी बात सुन कर फिर आप
मुझे चिढ़ाओगे ,
मैं-अपनी क़सम खाता हूँ
रोज़ी-नहीं नहीं अपनी क़सम मत खाओ प्लीज़,आप में तो मेरी जान
बसी है,
पता है मेरी सहेली ने बताया की उसके पति बहुत चुदकड़ थे,और मरी सहेली की तीन
बार चुदाई करते थे,एक बार सोने
से पहले,एक बार सुबह उठते ही, फिर
दोपहर को लंच के time.पर ,सहेली ने ये भी
बताया की उनके husband
condom नहीं चढ़ाते थे,पर मैं कहीं
pregnant ना हो जाऊँ,तो मेरे पति
मेरे झड़ जाने के बाद,मेरी चूत से अपना लण्ड निकाल कर मेरी मुँह
में अपना लण्ड रस छोड़ देते,
शुरू में तो मुझे थोड़ा अजीब लगा,
पर बाद में तो मुझे मेरे चूत रस में भीगा
हुआ अपने पति का लण्ड मुँह में लेने में मज़ा
आने लगा और मुझे अपने पति के लण्ड रस की इतनी adiction हो
गई थी के कई बार मेरे पति जिस दिन
दारू पीकर मुझे चोदते थे उस दिन
मेरी चूत में ही झड़ जाते थे,
इस नूरा कुश्ती का नतीजा मेरी सहेली
कहती बढ़िया ही रहा,हमने पहले दो साल हर साल एक बच्चा पैदा किया,एक लड़का और एक लड़की,
मेरे पति को मेरे चूचों के दुध की बहुत
addiction थी,उन्होंने दो साल मेरा
दुध सूखने ही नहीं दिया,मैने भी अपने
पतिदेव को अपने चूचों से खूब
दुध पिलाया,
रोज़ी-पतिदेव इतनी देर आपको मैंने
अपनी सहेली की नूरा कुश्ती क्या
सुनाई,के मेरे नीचे वाले कपड़े मेरी
चूत रस से बिलकुल भीग गये हैं,
मैं थोड़ी देर में नहा कर आती हूँ,
और कपड़े भी चेंज कर लूँगी,,
मैं-मेरी प्यारी रोज़ी,मैं तुम्हें एक बात
बताऊँ,
रोज़ी-क्या साजन
मैं-मेरी एक बचपन की एक fantacy
है,
रोज़ी-क्या fantacy है आपकी
बचपन से जो मुझे नहीं पता,
मुझे भी बताओ ना प्लीज़
मैं-मैं जब भी आपके घर आता था,अकेला या अपनी mom के
साथ,मैं छुप छुप के कभी कपड़े
बदलते हुए कभी नंगी नहाते हुए देखना चाहता था,
एक बार sunday को mom के
साथ तुम्हारे घर आया था,
अंकल तो कहीं काम से गये हुए थे,
आंटी और mom kitchen में लंच
की तैयारी कर रहे थे,मैं drawing
room में tv देख रहा था,तभी मुझे
तुम्हारी आवाज़ सुनाई दी,तुम
drawing room के बाहर खड़ी होकर अपनी ऊँची आवाज़ में अपनी
मम्मी को कह रही थीं,मम्मी मैं पिछले
बाथरूम में नहाने जा रहीं हूँ,
मेरे तो कान खड़े हो गये,
रोज़ी ने मुझे बीच में टोका और
बोली जानू आह आपकी
बातें सुन सुन कर तो मेरी चूत का रस
मेरी जाँघो पर से होकर नीचे
गिर रहा है, कुछ करो ना
मैं-रोज़ी को चिढ़ाते हुए,जानू बोलो मैं तुम्हारे लिए
क्या करूँ,
उसी क्षण रोज़ी ने अपने दांत भिचते
हुए,अपने नीचे बाले सारे कपड़े उतारे और
नीचे से बिलकुल नंगी हो गई,
और बोली अभी बताती हूँ अपने मर्द
को की क्या करना है ,
इतना कह कर मुझे धक्का देकर सोफ़े पर गिरा दिया,और
छलांग मार कर ,अपनी
चूत मेरे मुँह पर चिपका दी,




जब कोई लड़की वासना में डूब जाये और चुदने के लिये तैयार हो,
तो ऐसी लड़की की चूत से रस की बरसात,ये show करती है के वो चुदने को
और झड़ने को बिलकुल तैयार है,यही हाल अभी रोज़ी का था,
रोज़ी का मुँह अपनी चूत चुसवाते हुए मेरी तरफ़ था,
मैंने अपने दोनों हाथों को पीछे करके रोज़ी को stable करने
के लिए,रोज़ी के दोनों hips को पकड़ लिया,
मैंने अपनी जीभ से रोज़ी की चूत को खंगालना शुरू किया,
रोज़ी पहले पीछे को झुकी हुई थी,फिर
अपनी चूत के सुराख़ में मेरी जीभ की नोक को फँसा कर,
मेरे सिर के बालों को पकड़ लिया और मेरा सिर तेज़ तेज़ अपनी
चूत के सुराख़ के अंदर बाहर करने लगी,
मैंने अपनी जीभ को fold कर लिया,
जैसे जैसे रोज़ी झड़ने की क़रीब जा रही थी,
वैसे वैसे रोज़ी स्पीड से अपनी चूत को मेरी जीभ से चुदवा रही थी,
जैसे ही रोज़ी ने मेरी जीभ पर अपनी चूत का धक्का मारा,
मेरी जीभ की नोक सीधी रोज़ी की झिल्ली (hymen)से जा टकराई,
फिर तो एक तूफ़ान आ गया,रोज़ी ऐसे मेरे मुँह में झड़ने लगी,
जैसे कभी झड़ी ही ना हो,
रोज़ी की चूत में सैलाब आ गया,मेरा मुँह रोज़ी के चूत रस से भर गया,
रोज़ी ने मेरे ऊपर बैठे बैठे अपनी टाँगे सीधी करली,
और बिलकुल मेरे लण्ड के ऊपर रोज़ी की चूत आ के बैठ गई,
रोज़ी मुझे ज़ोर ज़ोर से चूमने लगी,
और बोली मेरी चूत के मालिक मुझे प्यार करो,
kiss me ,kiss me
जब रोज़ी को अपनी चूत के नीचे मेरा सख़्त लण्ड महसूस हुआ,
तो मेरे लण्ड को मेरी पैंट की ज़िप खोल कर बाहर निकाल लिया
और अपनी रस भरी चूत को मेरे लण्ड पर रगड़ने लगी,
और लंबी लंबी सिसकारियाँ भरने लगी आह आह—-
बाक़ी फिर———
 
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Ek number

Well-Known Member
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अब आगे——
मैं-डार्लिंग ये नूरा कुश्ती क्या होती है,मैंने अनजान
बनते हुए रोज़ी से पूछा,
रोज़ी-ओह,तुमने जब किसी लड़की को चोदा ही नहीं,
तुम्हें नूरा कुश्ती का क्या पता होगा,
मैं-रोज़ी डार्लिंग,तुमने की है कभी नूरा कुश्ती,
रोज़ी-मेरे गले लग कर बोली ,नहीं की तो नहीं
पर मुझे पता है नूरा कुश्ती क्या होती है,
मैं-पर डार्लिंग कैसे पता है तुम्हें नूरा कुश्ती के बारे में,
रोज़ी-मेरी कॉलेज की एक सहेली थी,उसकी शादी मेरी शादी से एक
साल पहले हो गयी थी,ये नूरा कुश्ती
के बारे में उसी ने बताया था,
मैं-क्या बताया था तुम्हारी सहेली ने
तुम्हें नूरा कुश्ती के बारे में,
रोज़ी-पति जी,आपको मैं कैसे बताऊँ,
मुझे तो शर्म आती है,सहेली ने तो जो भी बताया, तो ऐसे बताया की जैसे किसी bf में हीरो हीरोइन एक दूसरे के साथ करते हैं,हाँ मैं कर के बता सकती हूँ,
जैसे जैसे उसने मुझे बताया वैसे वैसे
मैं कर के बता सकती हूँ,
मैं-और क्या बताया तुम्हारी सहेली
ने तुम्हें नूरा कुश्ती के बारे में,
बहुत बदमाश हो आप भी,चलो फिर भी बता देती हूँ,जीतने मज़े लेके आप
सुन रहे हो , उतना ही मेरी सहेली
को मुझे सुनाते हुए मज़ा आता था,
तो क्या तुम्हें सुनाते हुए मज़ा नहीं
आ रहा है,
रोज़ी-जब मेरी सहेली ने ये सारा क़िस्सा बताया थ तो मैं उस समय अभी
कुँवारी थी,उसकी बातें सुन कर तो
मेरी चूत से पानी निकलने लगा और
मेरी कच्छी पूरी तरह से भीग गई थी,
मैं-ऐसा क्या बताया तुम्हारी सहेली ने कि तुम्हारी
चूत बरसाती नाला बन गई,
रोज़ी-मुझे शर्म आती है,सारी बात सुन कर फिर आप
मुझे चिढ़ाओगे ,
मैं-अपनी क़सम खाता हूँ
रोज़ी-नहीं नहीं अपनी क़सम मत खाओ प्लीज़,आप में तो मेरी जान
बसी है,
पता है मेरी सहेली ने बताया की उसके पति बहुत चुदकड़ थे,और मरी सहेली की तीन
बार चुदाई करते थे,एक बार सोने
से पहले,एक बार सुबह उठते ही, फिर
दोपहर को लंच के time.पर ,सहेली ने ये भी
बताया की उनके husband
condom नहीं चढ़ाते थे,पर मैं कहीं
pregnant ना हो जाऊँ,तो मेरे पति
मेरे झड़ जाने के बाद,मेरी चूत से अपना लण्ड निकाल कर मेरी मुँह
में अपना लण्ड रस छोड़ देते,
शुरू में तो मुझे थोड़ा अजीब लगा,
पर बाद में तो मुझे मेरे चूत रस में भीगा
हुआ अपने पति का लण्ड मुँह में लेने में मज़ा
आने लगा और मुझे अपने पति के लण्ड रस की इतनी adiction हो
गई थी के कई बार मेरे पति जिस दिन
दारू पीकर मुझे चोदते थे उस दिन
मेरी चूत में ही झड़ जाते थे,
इस नूरा कुश्ती का नतीजा मेरी सहेली
कहती बढ़िया ही रहा,हमने पहले दो साल हर साल एक बच्चा पैदा किया,एक लड़का और एक लड़की,
मेरे पति को मेरे चूचों के दुध की बहुत
addiction थी,उन्होंने दो साल मेरा
दुध सूखने ही नहीं दिया,मैने भी अपने
पतिदेव को अपने चूचों से खूब
दुध पिलाया,
रोज़ी-पतिदेव इतनी देर आपको मैंने
अपनी सहेली की नूरा कुश्ती क्या
सुनाई,के मेरे नीचे वाले कपड़े मेरी
चूत रस से बिलकुल भीग गये हैं,
मैं थोड़ी देर में नहा कर आती हूँ,
और कपड़े भी चेंज कर लूँगी,,
मैं-मेरी प्यारी रोज़ी,मैं तुम्हें एक बात
बताऊँ,
रोज़ी-क्या साजन
मैं-मेरी एक बचपन की एक fantacy
है,
रोज़ी-क्या fantacy है आपकी
बचपन से जो मुझे नहीं पता,
मुझे भी बताओ ना प्लीज़
मैं-मैं जब भी आपके घर आता था,अकेला या अपनी mom के
साथ,मैं छुप छुप के कभी कपड़े
बदलते हुए कभी नंगी नहाते हुए देखना चाहता था,
एक बार sunday को mom के
साथ तुम्हारे घर आया था,
अंकल तो कहीं काम से गये हुए थे,
आंटी और mom kitchen में लंच
की तैयारी कर रहे थे,मैं drawing
room में tv देख रहा था,तभी मुझे
तुम्हारी आवाज़ सुनाई दी,तुम
drawing room के बाहर खड़ी होकर अपनी ऊँची आवाज़ में अपनी
मम्मी को कह रही थीं,मम्मी मैं पिछले
बाथरूम में नहाने जा रहीं हूँ,
मेरे तो कान खड़े हो गये,
रोज़ी ने मुझे बीच में टोका और
बोली जानू आह आपकी
बातें सुन सुन कर तो मेरी चूत का रस
मेरी जाँघो पर से होकर नीचे
गिर रहा है, कुछ करो ना
मैं-रोज़ी को चिढ़ाते हुए,जानू बोलो मैं तुम्हारे लिए
क्या करूँ,
उसी क्षण रोज़ी ने अपने दांत भिचते
हुए,अपने नीचे बाले सारे कपड़े उतारे और
नीचे से बिलकुल नंगी हो गई,
और बोली अभी बताती हूँ अपने मर्द
को की क्या करना है ,
इतना कह कर मुझे धक्का देकर सोफ़े पर गिरा दिया,और
छलांग मार कर ,अपनी
चूत मेरे मुँह पर चिपका दी,


128-E2-FCD-CCCE-4521-AB65-A8-D1-C3-CE2270


जब कोई लड़की वासना में डूब जाये और चुदने के लिये तैयार हो,
तो ऐसी लड़की की चूत से रस की बरसात,ये show करती है के वो चुदने को
और झड़ने को बिलकुल तैयार है,यही हाल अभी रोज़ी का था,
रोज़ी का मुँह अपनी चूत चुसवाते हुए मेरी तरफ़ था,
मैंने अपने दोनों हाथों को पीछे करके रोज़ी को stable करने
के लिए,रोज़ी के दोनों hips को पकड़ लिया,
मैंने अपनी जीभ से रोज़ी की चूत को खंगालना शुरू किया,
रोज़ी पहले पीछे को झुकी हुई थी,फिर
अपनी चूत के सुराख़ में मेरी जीभ की नोक को फँसा कर,
मेरे सिर के बालों को पकड़ लिया और मेरा सिर तेज़ तेज़ अपनी
चूत के सुराख़ के अंदर बाहर करने लगी,
मैंने अपनी जीभ को fold कर लिया,
जैसे जैसे रोज़ी झड़ने की क़रीब जा रही थी,
वैसे वैसे रोज़ी स्पीड से अपनी चूत को मेरी जीभ से चुदवा रही थी,
जैसे ही रोज़ी ने मेरी जीभ पर अपनी चूत का धक्का मारा,
मेरी जीभ की नोक सीधी रोज़ी की झिल्ली (hymen)से जा टकराई,
फिर तो एक तूफ़ान आ गया,रोज़ी ऐसे मेरे मुँह में झड़ने लगी,
जैसे कभी झड़ी ही ना हो,
रोज़ी की चूत में सैलाब आ गया,मेरा मुँह रोज़ी के चूत रस से भर गया,
रोज़ी ने मेरे ऊपर बैठे बैठे अपनी टाँगे सीधी करली,
और बिलकुल मेरे लण्ड के ऊपर रोज़ी की चूत आ के बैठ गई,
रोज़ी मुझे ज़ोर ज़ोर से चूमने लगी,
और बोली मेरी चूत के मालिक मुझे प्यार करो,
kiss me ,kiss me
जब रोज़ी को अपनी चूत के नीचे मेरा सख़्त लण्ड महसूस हुआ,
तो मेरे लण्ड को मेरी पैंट की ज़िप खोल कर बाहर निकाल लिया
और अपनी रस भरी चूत को मेरे लण्ड पर रगड़ने लगी,
और लंबी लंबी सिसकारियाँ भरने लगी आह आह—-
बाक़ी फिर———
Nice update
 
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Wah Kya baat Hai Bro, bohot hi kamuk Update 💯💯💯💯🔥🔥🔥🔥🔥👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻🔥🔥🔥
 

Raj_sharma

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Bhai update ka besabri se Intzaar Rahega
 

Pandit Raj

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अब आगे-
रोज़ी झड़ने के बाद थोड़ी शांत हो गई थी,
रोज़ी अभी भी मेरे लण्ड को अपनी चुत के नीचे दवा कर मेरे ऊपर
लेटी हुई थी,और मुझे चूम रही थी,
रोज़ी-डार्लिंग,तुम्हारी fantacy की कहानी तो बीच में
ही रह गई थी,चलो अब सुनाओ,
मैं-नहीं अब नहीं,मुझे तो बहुत ज़ोर की भूख लगी है,
देखो रात के बारह बज गये हैं,
रोज़ी उठ कर खड़ी हो गई,और नंगी ही मटकती हुई,
किचन में चली गई,
थोड़ी देर बाद रोज़ी एक tray में खाने का समान लेकर आ गई,
इतनी देर में ख़ाना तो बन नहीं सकता था,तो
रोज़ी ने झटपट सैंडविच बनाये साथ में मेरे लिये
एक बडे गिलास में बादाम वाला दूध और अपने लिये coffee का मग ले आयी,
रोज़ी-डार्लिंग,आप आराम से बैठे रहो,मैं अपने आप आपको
खिला दूँगी,
रोज़ी ने फिर एक सैंडविच उठा लिया और पहले एक bite मुझे,फिर एक
bite ख़ुद खाई,
जब सारे sandwich ख़त्म हो गए,
तो रोज़ी ने दूध का गिलास उठा कर मेरे मुँह से लगा दिया,
एक हाथ से ख़ुद अपनी coffee पीने लगी,
सब कुछ ख़त्म करके,मैंने रोज़ी से कहा डार्लिंग मुझे
तो नींद आ रही है,second round बाद में करेंगे,
रोज़ी-ठीक है डार्लिंग जैसे तुम कहो,
पर अपने कपड़े तो उतार दो ,फिर सोना,
मैं अभी bathroom से fresh होकर आती हूँ,
मैं भी कपड़े उतार कर बाथरूम से fresh होकर
रोज़ी के पास आ कर लेट गया,मैंने अपने mobile पर
सुबह उठने के लिए छह बजे का alarm लगा दिया,
मेरे बेड पर लेटते ही रोज़ी मुझ से बुरी तरह लिपट गई,
और मेरे मुँह को चूमने चाटने लगी,
रोज़ी -डार्लिंग,मैंने आपके लण्ड का रस पीना है,
मैं-डार्लिंग सुबह पी लेना,अभी सो जाओ
कल से मेरा ऑफिस भी है,
रोज़ी-ठीक है,मैं आपके पाँव की तरफ़ अपना मुँह करके ,
अपने मुँह में आपका लण्ड लेकर चुप चाप सो जाऊँगी,आपको disturb
नहीं करूँगी,
डार्लिंग मैं पहले अपनी जीभ से आपके लण्ड और testicles की
मसाज करूँगी ताकि आप को मज़ा आय और
नींद में आप मुझे चोदने के सपने देखें,
रोज़ी ने अपनी चूत के pink lips
को मेरे मुँह पर मेरे होंठों से लगा दिया,
और खुद मेरे लण्ड कि और testicles की अपनी जीभ
से मसाज करने लगी,
रोज़ी ने अपने सिर को मेरी दोनों जाँघों के बीच
में फँसा लिया ताकि अपनी जीभ से वो मेरी
testicles की अच्छी तरह से
मालिश कर सके,
रोज़ी ने अपनी लंबी जीभ निकाल कर मसाज शुरू करने लगी
तो रोज़ी की जीभ सीधी मेरी गाँड से जा टकराई,
मुझे एक करंट सा लगा,इससे
पहले कभी किसी ने मेरी गाँड नहीं चाटी थी,पर मुझे बहुत मज़ा आया,
मैं-yes रोज़ी और चाटो मेरी गाँड को,
मुझे बहुत मज़ा आ रहा है,
रोज़ी जब मेरी गाँड चाट रही थी,
तो समझ गया था,की जब तक
रोज़ी को नींद नहीं आएगी तब तक
ना ख़ुद सोयेगी ना मुझे सोने देगी,
मैं भी रोज़ी की गीली चूत के लिप्स
को चाटने लगा,
रोज़ी तो मेरी चूत चाटने से ही हाय
हाय करने लगी,
रोज़ी ने मेरी टेस्टिकल्स को मुँह में
लेकर आम की तरह चूसना शुरू कर दिया,

जैसे ही रोज़ी ने मेरी टेस्टिकल्स को चूसा तो मेरे लण्ड से वीर्य रस निकलना शुरू
हो गया,और पहली पिचकारी रोज़ी के चूचों पर गिरी,
रोज़ी ने सारा मेरा लण्ड रस अपने चूचों पर और निप्पल पर मल लिया,
फिर मेरे लण्ड को मुँह में लेकर उसे क़ुल्फ़ी की तरह चूसने लगी,
और मज़े से मेरे लण्ड रस को पीती रही,
रोज़ी कब नींद के आग़ोश में चली गई पता ही नहीं चला,
रोज़ी के सोते ही मुझे भी गहरी नींद आ गई,
सुबह छह बजे जब अलार्म बोला तो मेरी नींद खुल गई,
रोज़ी के मुँह में अभी भी मेरा लण्ड छिपा हुआ था,
रोज़ी का सारा मुँह मेरे लण्ड रस से लिबडा हुआ था,
मैंने अपना लण्ड रोज़ी के मुँह से निकाल लिया,
और अपने मुँह पर रोज़ी के चूत रस को नैपकिन से साफ़ किया,
फिर रोज़ी के फेस को wet wiper से पोंछ दिया,
फिर मैं बाथरूम में fresh होने चला गया,
bathroom से आकर मैंने रोज़ी को जगाया,

और रोज़ी को बाथरूम में जाकर fresh होने के लिए बोला,फिर
मैं किचन में जाकर चाय बनाने लगा,
और रोज़ी बाथरूम में fresh होने चली गई,
रोज़ी ने बाथ रूम से आकर नाइटी पहन ली थी,
और मुझे भी अपनी एक नाइटी पहनने के लिये दे दी,
हम दोनों सोफ़े पर बैठ कर चाये पीने लगे,मैं साथ में खाने के लिए केक लाया था,
हम दोनों धीरे धीरे चाय पे रहे थे,
रोज़ी - डार्लिंग रात तुम अपनी एक फैंटेसी बता रहे थे,
पर वो बात बीच में ही रह गई थी,अब आगे अपनी फैंटेसी बताइये ,की
उसके बाद क्या हुआ,
मैं-मैं समझ गया कि रोज़ी को वो बात याद थी,जो मैंने कभी रोज़ी को
कभी खेल खेल में कही थी कि मैं रोज़ी को नंगी नहाते हुए देखना चाहता था,
तो तुमने अपना मुँह नीचे करके कहा था कि मुझे तुम्हारे सामने नंगी होकर
नहाने में शर्म आती है,मैं नहीं नहाऊँगी,मम्मी को पता चल गया तो नाराज़ होंगी,
मैं-फिर उस दिन क्यों मुझे आवाज़ देकर बुला रही थी,
रोज़ी-अब मैं बड़ी हो गयी थी,और मैं तुमसे बहुत प्यार करने लगी थी,उस
दिन जब आप अपनी mom के साथ हमारे घर आये तो मुझे आप पर बहुत
प्यार आ रहा था,और आज मुझे उस प्यार को तुमसे इज़हार करने का बहुत अच्छा मौक़ा मिला था,मुझे वो दिन याद आ गया,जब तुमने एक बार अपनी फैंटेसी मुझे बतायी थी,
कि आप मुझे नंगी नहाते हुए देखना चाहते थे,तो इसीलिये मम्मी को
बताने के बहाने मैं आपको सुना रही थी कि मैं नहाने जा रही हूँ,तुमने आना है तो आ जाओ,
आज मम्मी और आंटी,पड़ोस के घर में कथा चल रही थी वहाँ चले गये थे,

मैं पीछे बाले बाथरूम में इसलिए नहाने के लिए गई थी क्योंकि वहाँ पर दिन की रोशनी
बहुत होती है,और तुम मुझे दूर से भी नंगी नहाते हुए देख सकते थे,
मैं-मुझे इतनी बात नहीं पता थी,ये सब तुम मुझे अपने बदन को दिखाने के लिये
कर रही हो,अगर मुझे ये पता होता तो मैं भी तुम्हारे साथ नहाने के लिए आ जाता,
चलो आगे बताओ क्या हुआ,
रोज़ी-फिर जान भुज कर मैं अपना नहाने के लिये टावल भी साथ में ना ले कर गई,क्योंकि
मैं अपने कपड़े bedroom जाकर ही पहनती थी,उस टाइम घर पर कोई नहीं होता था,

अब आप अपनी वाली स्टोरी बताओ ,
मैं-जैसे ही मैंने तुम्हारी आवाज़ सुनी की तुम नहाने जा रही,तो मुझे लगा कि आज मेरी तुम्हें
नंगा नहाते हुए देखने की fantacy पूरी होने वाली है,
तुम जैसे ही बाथरूम में नहाने के लिये घुसीं,मैं एक कोने में छुप कर बैठ गया,
पर तुमने bathroom में जाकर,bathroom का दरवाज़ा ही बंद कर लिया,
मैं बहुत निराश हो गया,और वापस ही जाने वाला ही था,की इतने में तुमने बाथरूम
का दरवाज़ा खोल दिया,मैं समझ गया कि कपड़े उतारने के लिये,तुमने थोड़ी देर
के लिये दरवाज़ा बंद किया था,मेरी आँखों के सामने तुम खड़ी थी रूप की देवी
बिलकुल नंगी,तुम्हारी पीठ मेरी तरफ़ थी,तुम्हारे बाल खुले हुए थे,
तुम्हारे चुत्तर पूरे मांसल भरे हुए थे,तुम्हारी मांसल जाँघे बहुत सुंदर लग रही थीं,
कि मन किया इन्हें अभी चाट के खा जाऊँ ,
तभी तुमने शावर से पानी अपने सिर पर
खोल दिया,
अपने हाथों से तुमने अपने बदन को आगे पीछे से मल मल के धोया,
फिर scruber लेकर उस पर soap solution डाल कर अपने आगे से बदन को
मलने लगी,अपनी चूची और चूत को तुम रगड़ के साफ़ कर रही थी,
फिर अपनी पीठ और चुत्तरों को अच्छे से scurb किया,
फिर scruber को रख कर पानी से साबुन उतारने लगी,
मुझे निराशा होने लगी कि अब तुम्हारी चूचियों और चूत के दर्शन नहीं
होंगे,
फिर अचानक तुम घूम गई और मुझे तुम्हारी चूत के दर्शन हो गये,
तुम्हारी चिकनी चूत पानी की बूँदों से चमक रही थी,

तुम्हारी कुँवारी चूचियाँ तुम्हारी छाती पर शानदार दो गोलाईयां थी,जिनपर दो अंगूरी निप्पल सीधे खड़े थे,
एकदम से फिर तुम घूम गयी और फिर तुमने अपनी चूत छुपाली,
तभी तुम ने अपना शावर बंद करके,
अपनी मम्मी को बुलाने लगी,और बोली मम्मी
मुझे मेरा टॉवल ला दो,मेरे रूम में छूट गया है,जबकि मम्मी घर पर नहीं थी,




मैं भागकर रोज़ी के रूम से उसका towel ले आया,
और रोज़ी को towel पकड़ाने लगा,
मुझे देखकर रोज़ी का मुँह शर्म से लाल हो गया,
मेरे से towel पकड़ कर,भाग कर अपने रूम में चली गई,
मैं तुम्हारे पीछे पीछे तुम्हारे रूम में आ गया,
रोज़ी-काँपती आवाज़ में बोली,आप प्लीज़ जाओ,मम्मी आ जाएगी,
मैं-पर मम्मी और आंटी तो घर पर ही नहीं है,हमको कौन पकड़ेगा,
ये कहकर मैंने नंगी ,रोज़ी को अपनी बाहों में लपेट लिया,
और रोज़ी के होंठों को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा,
रोज़ी-आप भी अपने कपड़े उतारो ना,
यह कहकर रोज़ी ने एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतार दिये,
और मुझे पूरा नंगा करके मेरे लण्ड को पकड़ कर मुझे चूमने लगी,
मैंने भी रोज़ी की चूत पे हाथ फेरा तो मेरे हाथ रोज़ी के चूत रस से भीग गये,
रोज़ी की चूत को हाथ लगते ही रोज़ी ने moan करना शुरू कर दिया,
मैंने नीचे बैठ कर रोज़ी की चूत पर मुँह मारना शुरू कर दिया,और
अपनी जीभ से मैंने रोज़ी की चूत के सुराख़ को चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी का तो उतेजना से सांस फूलने लगी,
अब तो रोज़ी की चूत के सुराख़ से रस की धारा निकलनी शुरू हो गई थी,
मैंने रोज़ी के चूत रस को पीना शुरू कर दिया,
रोज़ी-डार्लिंग जो भी करना है जल्दी करो,मम्मी आने वाली है,
मैंने रोज़ी की चूत चूसते ,रोज़ी के clit को अपने मुँह में लेकर शहतूत की तरह
चूसने लगा,
थोड़ी देर में ही शहतूत से मीठे रस की धारा निकलने लगी,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी झड़ कर मेरे ऊपर गिर पड़ी,
मैंने रोज़ी को उसके बेड पर लिटा दिया,
थोड़ी देर बाद जब रोज़ी उठी,तो
घड़ी पर टाइम देखा तो घबरा उठी,की मम्मी के आने का time हो गया है,
रोज़ी उठ कर बोली,अब आपका क्या प्रोग्राम है,
मैंने अपनी चाय ख़त्म करके,रोज़ी को बोला
डार्लिंग,मैं नहाने जा रहा हूँ,तुम मेरे लिये breakfast बना दो,
मेरा आज ऑफिस में बहुत काम करने वाला फँसा हुआ है,
मैं नहाकर बाहर निकला तो मेरा ब्रेकफास्ट रोज़ी ने टेबल पर लगा दिया,
मैंने रोज़ी को शोपिंग के लिये अपना क्रेडिट कार्ड दे दिया,
और office के लिये निकल गया——-
रोज़ी की चूत चुदाई अभी बाक़ी है,वो होगी या नहीं,अगले अंक में,
बाक़ी फिर—————
 

Ek number

Well-Known Member
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अब आगे-
रोज़ी झड़ने के बाद थोड़ी शांत हो गई थी,
रोज़ी अभी भी मेरे लण्ड को अपनी चुत के नीचे दवा कर मेरे ऊपर
लेटी हुई थी,और मुझे चूम रही थी,
रोज़ी-डार्लिंग,तुम्हारी fantacy की कहानी तो बीच में
ही रह गई थी,चलो अब सुनाओ,
मैं-नहीं अब नहीं,मुझे तो बहुत ज़ोर की भूख लगी है,
देखो रात के बारह बज गये हैं,
रोज़ी उठ कर खड़ी हो गई,और नंगी ही मटकती हुई,
किचन में चली गई,
थोड़ी देर बाद रोज़ी एक tray में खाने का समान लेकर आ गई,
इतनी देर में ख़ाना तो बन नहीं सकता था,तो
रोज़ी ने झटपट सैंडविच बनाये साथ में मेरे लिये
एक बडे गिलास में बादाम वाला दूध और अपने लिये coffee का मग ले आयी,
रोज़ी-डार्लिंग,आप आराम से बैठे रहो,मैं अपने आप आपको
खिला दूँगी,
रोज़ी ने फिर एक सैंडविच उठा लिया और पहले एक bite मुझे,फिर एक
bite ख़ुद खाई,
जब सारे sandwich ख़त्म हो गए,
तो रोज़ी ने दूध का गिलास उठा कर मेरे मुँह से लगा दिया,
एक हाथ से ख़ुद अपनी coffee पीने लगी,
सब कुछ ख़त्म करके,मैंने रोज़ी से कहा डार्लिंग मुझे
तो नींद आ रही है,second round बाद में करेंगे,
रोज़ी-ठीक है डार्लिंग जैसे तुम कहो,
पर अपने कपड़े तो उतार दो ,फिर सोना,
मैं अभी bathroom से fresh होकर आती हूँ,
मैं भी कपड़े उतार कर बाथरूम से fresh होकर
रोज़ी के पास आ कर लेट गया,मैंने अपने mobile पर
सुबह उठने के लिए छह बजे का alarm लगा दिया,
मेरे बेड पर लेटते ही रोज़ी मुझ से बुरी तरह लिपट गई,
और मेरे मुँह को चूमने चाटने लगी,
रोज़ी -डार्लिंग,मैंने आपके लण्ड का रस पीना है,
मैं-डार्लिंग सुबह पी लेना,अभी सो जाओ
कल से मेरा ऑफिस भी है,
रोज़ी-ठीक है,मैं आपके पाँव की तरफ़ अपना मुँह करके ,
अपने मुँह में आपका लण्ड लेकर चुप चाप सो जाऊँगी,आपको disturb
नहीं करूँगी,
डार्लिंग मैं पहले अपनी जीभ से आपके लण्ड और testicles की
मसाज करूँगी ताकि आप को मज़ा आय और
नींद में आप मुझे चोदने के सपने देखें,
रोज़ी ने अपनी चूत के pink lips
को मेरे मुँह पर मेरे होंठों से लगा दिया,
और खुद मेरे लण्ड कि और testicles की अपनी जीभ
से मसाज करने लगी,
रोज़ी ने अपने सिर को मेरी दोनों जाँघों के बीच
में फँसा लिया ताकि अपनी जीभ से वो मेरी
testicles की अच्छी तरह से
मालिश कर सके,
रोज़ी ने अपनी लंबी जीभ निकाल कर मसाज शुरू करने लगी
तो रोज़ी की जीभ सीधी मेरी गाँड से जा टकराई,
मुझे एक करंट सा लगा,इससे
पहले कभी किसी ने मेरी गाँड नहीं चाटी थी,पर मुझे बहुत मज़ा आया,
मैं-yes रोज़ी और चाटो मेरी गाँड को,
मुझे बहुत मज़ा आ रहा है,
रोज़ी जब मेरी गाँड चाट रही थी,
तो समझ गया था,की जब तक
रोज़ी को नींद नहीं आएगी तब तक
ना ख़ुद सोयेगी ना मुझे सोने देगी,
मैं भी रोज़ी की गीली चूत के लिप्स
को चाटने लगा,
रोज़ी तो मेरी चूत चाटने से ही हाय
हाय करने लगी,
रोज़ी ने मेरी टेस्टिकल्स को मुँह में
लेकर आम की तरह चूसना शुरू कर दिया,

जैसे ही रोज़ी ने मेरी टेस्टिकल्स को चूसा तो मेरे लण्ड से वीर्य रस निकलना शुरू
हो गया,और पहली पिचकारी रोज़ी के चूचों पर गिरी,
रोज़ी ने सारा मेरा लण्ड रस अपने चूचों पर और निप्पल पर मल लिया,
फिर मेरे लण्ड को मुँह में लेकर उसे क़ुल्फ़ी की तरह चूसने लगी,
और मज़े से मेरे लण्ड रस को पीती रही,
रोज़ी कब नींद के आग़ोश में चली गई पता ही नहीं चला,
रोज़ी के सोते ही मुझे भी गहरी नींद आ गई,
सुबह छह बजे जब अलार्म बोला तो मेरी नींद खुल गई,
रोज़ी के मुँह में अभी भी मेरा लण्ड छिपा हुआ था,
रोज़ी का सारा मुँह मेरे लण्ड रस से लिबडा हुआ था,
मैंने अपना लण्ड रोज़ी के मुँह से निकाल लिया,
और अपने मुँह पर रोज़ी के चूत रस को नैपकिन से साफ़ किया,
फिर रोज़ी के फेस को wet wiper से पोंछ दिया,
फिर मैं बाथरूम में fresh होने चला गया,
bathroom से आकर मैंने रोज़ी को जगाया,

और रोज़ी को बाथरूम में जाकर fresh होने के लिए बोला,फिर
मैं किचन में जाकर चाय बनाने लगा,
और रोज़ी बाथरूम में fresh होने चली गई,
रोज़ी ने बाथ रूम से आकर नाइटी पहन ली थी,
और मुझे भी अपनी एक नाइटी पहनने के लिये दे दी,
हम दोनों सोफ़े पर बैठ कर चाये पीने लगे,मैं साथ में खाने के लिए केक लाया था,
हम दोनों धीरे धीरे चाय पे रहे थे,
रोज़ी - डार्लिंग रात तुम अपनी एक फैंटेसी बता रहे थे,
पर वो बात बीच में ही रह गई थी,अब आगे अपनी फैंटेसी बताइये ,की
उसके बाद क्या हुआ,
मैं-मैं समझ गया कि रोज़ी को वो बात याद थी,जो मैंने कभी रोज़ी को
कभी खेल खेल में कही थी कि मैं रोज़ी को नंगी नहाते हुए देखना चाहता था,
तो तुमने अपना मुँह नीचे करके कहा था कि मुझे तुम्हारे सामने नंगी होकर
नहाने में शर्म आती है,मैं नहीं नहाऊँगी,मम्मी को पता चल गया तो नाराज़ होंगी,
मैं-फिर उस दिन क्यों मुझे आवाज़ देकर बुला रही थी,
रोज़ी-अब मैं बड़ी हो गयी थी,और मैं तुमसे बहुत प्यार करने लगी थी,उस
दिन जब आप अपनी mom के साथ हमारे घर आये तो मुझे आप पर बहुत
प्यार आ रहा था,और आज मुझे उस प्यार को तुमसे इज़हार करने का बहुत अच्छा मौक़ा मिला था,मुझे वो दिन याद आ गया,जब तुमने एक बार अपनी फैंटेसी मुझे बतायी थी,
कि आप मुझे नंगी नहाते हुए देखना चाहते थे,तो इसीलिये मम्मी को
बताने के बहाने मैं आपको सुना रही थी कि मैं नहाने जा रही हूँ,तुमने आना है तो आ जाओ,
आज मम्मी और आंटी,पड़ोस के घर में कथा चल रही थी वहाँ चले गये थे,

मैं पीछे बाले बाथरूम में इसलिए नहाने के लिए गई थी क्योंकि वहाँ पर दिन की रोशनी
बहुत होती है,और तुम मुझे दूर से भी नंगी नहाते हुए देख सकते थे,
मैं-मुझे इतनी बात नहीं पता थी,ये सब तुम मुझे अपने बदन को दिखाने के लिये
कर रही हो,अगर मुझे ये पता होता तो मैं भी तुम्हारे साथ नहाने के लिए आ जाता,
चलो आगे बताओ क्या हुआ,
रोज़ी-फिर जान भुज कर मैं अपना नहाने के लिये टावल भी साथ में ना ले कर गई,क्योंकि
मैं अपने कपड़े bedroom जाकर ही पहनती थी,उस टाइम घर पर कोई नहीं होता था,

अब आप अपनी वाली स्टोरी बताओ ,
मैं-जैसे ही मैंने तुम्हारी आवाज़ सुनी की तुम नहाने जा रही,तो मुझे लगा कि आज मेरी तुम्हें
नंगा नहाते हुए देखने की fantacy पूरी होने वाली है,
तुम जैसे ही बाथरूम में नहाने के लिये घुसीं,मैं एक कोने में छुप कर बैठ गया,
पर तुमने bathroom में जाकर,bathroom का दरवाज़ा ही बंद कर लिया,
मैं बहुत निराश हो गया,और वापस ही जाने वाला ही था,की इतने में तुमने बाथरूम
का दरवाज़ा खोल दिया,मैं समझ गया कि कपड़े उतारने के लिये,तुमने थोड़ी देर
के लिये दरवाज़ा बंद किया था,मेरी आँखों के सामने तुम खड़ी थी रूप की देवी
बिलकुल नंगी,तुम्हारी पीठ मेरी तरफ़ थी,तुम्हारे बाल खुले हुए थे,
तुम्हारे चुत्तर पूरे मांसल भरे हुए थे,तुम्हारी मांसल जाँघे बहुत सुंदर लग रही थीं,
कि मन किया इन्हें अभी चाट के खा जाऊँ ,
तभी तुमने शावर से पानी अपने सिर पर
खोल दिया,
अपने हाथों से तुमने अपने बदन को आगे पीछे से मल मल के धोया,
फिर scruber लेकर उस पर soap solution डाल कर अपने आगे से बदन को
मलने लगी,अपनी चूची और चूत को तुम रगड़ के साफ़ कर रही थी,
फिर अपनी पीठ और चुत्तरों को अच्छे से scurb किया,
फिर scruber को रख कर पानी से साबुन उतारने लगी,
मुझे निराशा होने लगी कि अब तुम्हारी चूचियों और चूत के दर्शन नहीं
होंगे,
फिर अचानक तुम घूम गई और मुझे तुम्हारी चूत के दर्शन हो गये,
तुम्हारी चिकनी चूत पानी की बूँदों से चमक रही थी,

तुम्हारी कुँवारी चूचियाँ तुम्हारी छाती पर शानदार दो गोलाईयां थी,जिनपर दो अंगूरी निप्पल सीधे खड़े थे,
एकदम से फिर तुम घूम गयी और फिर तुमने अपनी चूत छुपाली,
तभी तुम ने अपना शावर बंद करके,
अपनी मम्मी को बुलाने लगी,और बोली मम्मी
मुझे मेरा टॉवल ला दो,मेरे रूम में छूट गया है,जबकि मम्मी घर पर नहीं थी,




मैं भागकर रोज़ी के रूम से उसका towel ले आया,
और रोज़ी को towel पकड़ाने लगा,
मुझे देखकर रोज़ी का मुँह शर्म से लाल हो गया,
मेरे से towel पकड़ कर,भाग कर अपने रूम में चली गई,
मैं तुम्हारे पीछे पीछे तुम्हारे रूम में आ गया,
रोज़ी-काँपती आवाज़ में बोली,आप प्लीज़ जाओ,मम्मी आ जाएगी,
मैं-पर मम्मी और आंटी तो घर पर ही नहीं है,हमको कौन पकड़ेगा,
ये कहकर मैंने नंगी ,रोज़ी को अपनी बाहों में लपेट लिया,
और रोज़ी के होंठों को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा,
रोज़ी-आप भी अपने कपड़े उतारो ना,
यह कहकर रोज़ी ने एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतार दिये,
और मुझे पूरा नंगा करके मेरे लण्ड को पकड़ कर मुझे चूमने लगी,
मैंने भी रोज़ी की चूत पे हाथ फेरा तो मेरे हाथ रोज़ी के चूत रस से भीग गये,
रोज़ी की चूत को हाथ लगते ही रोज़ी ने moan करना शुरू कर दिया,
मैंने नीचे बैठ कर रोज़ी की चूत पर मुँह मारना शुरू कर दिया,और
अपनी जीभ से मैंने रोज़ी की चूत के सुराख़ को चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी का तो उतेजना से सांस फूलने लगी,
अब तो रोज़ी की चूत के सुराख़ से रस की धारा निकलनी शुरू हो गई थी,
मैंने रोज़ी के चूत रस को पीना शुरू कर दिया,
रोज़ी-डार्लिंग जो भी करना है जल्दी करो,मम्मी आने वाली है,
मैंने रोज़ी की चूत चूसते ,रोज़ी के clit को अपने मुँह में लेकर शहतूत की तरह
चूसने लगा,
थोड़ी देर में ही शहतूत से मीठे रस की धारा निकलने लगी,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी झड़ कर मेरे ऊपर गिर पड़ी,
मैंने रोज़ी को उसके बेड पर लिटा दिया,
थोड़ी देर बाद जब रोज़ी उठी,तो
घड़ी पर टाइम देखा तो घबरा उठी,की मम्मी के आने का time हो गया है,
रोज़ी उठ कर बोली,अब आपका क्या प्रोग्राम है,
मैंने अपनी चाय ख़त्म करके,रोज़ी को बोला
डार्लिंग,मैं नहाने जा रहा हूँ,तुम मेरे लिये breakfast बना दो,
मेरा आज ऑफिस में बहुत काम करने वाला फँसा हुआ है,
मैं नहाकर बाहर निकला तो मेरा ब्रेकफास्ट रोज़ी ने टेबल पर लगा दिया,
मैंने रोज़ी को शोपिंग के लिये अपना क्रेडिट कार्ड दे दिया,
और office के लिये निकल गया——-
रोज़ी की चूत चुदाई अभी बाक़ी है,वो होगी या नहीं,अगले अंक में,
बाक़ी फिर—————
Nice update
 
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अब आगे-
मैं रोज़ी को छोड़ कर अपने office पहुँच गया,
training से वापस आने पर मेरा सारे staff ने welcome किया,
मैं अब उस रूम में बैठता था,जहां पहले श्वेता बैठती थी,
पहले मैं श्वेता की as assistant हेल्प करता था,
अभी मेरे वाली assistant की पोस्ट ख़ाली हो गई थी,
तो दोनों पोस्टों का काम अब मुझे ही देखना था,
नया assistant तो head office भेजेगा,पर अपनी help के लिए
मैं PA ज़रूर appoint कर सकता था,। मैंने सोचा कि ऑफिस की कौन सी लड़की,मेरे लिये PA के रूप में फिट बैठेगी।
मैंने एक स्टाफ मेम्बर को बुलाकर अपने लिए एक helper की जो graduate हो की job की
adv देने के लिए बोल दिया,और
फिर मैं अपने काम में जुट गया,
उधर रोज़ी नहा धो कर तैयार होकर,
breafast करके एक बड़ी shopping माल में चली गई,
सबसे पहले उसने शादी का लाल जोड़ा ख़रीदा,matcing underwear और bra और matching पैर के लिये जूती,matching purse ,
एक मिनी ब्लाउज बैगैर bra के और
एक matching ultra mini पैण्टी ख़रीद ली,
सारे कपड़े लेकर रोज़ी एक ज्वैलरी शॉप
में घुस गई,
वहाँ से अपने लिये एक मंगल सूत्र
एक सुहाग का टिक्का,earrings,nose pin
bengales,और दो rings ek मेरे
लिये,और एक अपने लिये ले लीं,
फिर एक शॉप से अपने शृंगार का सारा सामान ले लिये
रोज़ी ने सोचा शॉपिंग तो लगभग
पूरी हो गई थी,अब क्यों ना दोनों
के लिये दोपहर काऔर रात का ख़ाना pack करवा लिया जाये,कुछ सोच
कर रोज़ी ने मुझे फ़ोन कर दिया,
कि एक chmpaigne की bottle ले आना,रात को
celeberate करेंगे,ख़ाना मैंने pack करबा लिया है
और अब मैं घर जा रही हूँ,तुम बस काम ख़त्म करके घर जल्दी आ जाना

सब काम होने के बाद ,रोज़ी ने ऑटो
पकड़ी और अपने घर का रुख़ किया
रोज़ी ने time देखा तो दोपहर का एक बजा था.,
रोज़ी मन ही मन सोच रही थी की
काश आज मेरे साजन मेरे साथ सुहागरात
मनाकर मुझे सुहागन बना दे,तो मज़ा आ जाये,
रोज़ी एक फ़िल्मी गाना ऊँचे स्वर में गाने लगी,
मेरे साजन मेरे साजन तेरे कारन मेरे साजन,
जागते में सो गई,सपनों में खो गई,
आग लगे सारी दुनिया को,मैं तेरी हो गई रे साजना,
ऐसे सोचते सोचते कब रोज़ी को नींद आ गई पता ही नहीं चला,
बाहर bell की आवाज़ सुनकर नींद
खुली तो देखा शाम के चार बजे थे,
भाग कर दरवाज़ा खोलने गई,
सामने मेरे साजन खड़े थे,
भाग कर साजन के गले से ऐसे चिपटी,
जैसे बहुत देर हो गई हो बिछड़े हुए,
रोज़ी-कितनी देर लगा दी,
मैं-आज ofiice में काम बहुत था,कोई मेरी help के लिये भी
नहीं था,
मैं-darling ख़ाना लगा दो,बहुत भूख लगी है,
ख़ाना खाते हुए बातें करेंगे,
रोज़ी-आप dinning टेबल पर बैठो,
मैं ख़ाना लगाती हूँ,
रोज़ी-ख़ाना लगाते हुए,प्रिय आप अकेले कैसे office का इतना काम करोगे,
कोई helper रख लो ना,
मैं-खाना खाते हुए,हाँ मैंने यही सोच कर आज एक helper लड़की की job के लिए
applications माँग ली हैं,
रोज़ी-जानम,एक बात बोलूँ,
मैं-हाँ,बोलो
रोज़ी-हँसोगे तो नहीं,
मैं-डार्लिंग तुम बताओ तो,
रोज़ी-अगर आप मुझे अपनी हेल्पर रख लो तो मेरा जीवन सफल हो जाये,
मैं-तुम कर लोगी मेरे office का काम,
रोज़ी-तुमने मुझे प्यार करना सिखा दिया,
तुमने मुझे जीवन दान दिया है,आप मुझे ऑफिस का काम सिखा देना,
मैं आपके office का काम कर दिया कर दिया करूँगी,
जब तक मेरे बच्चे नहीं होते,तब तक दिन में आपकी सेवा के लिये मैं free हूँ,
मैं-ठीक है,जॉब के लिये तुम एक application with your biodata
टाइप करके मुझे दे देना,मैं applicants की list में तुम्हारा भी नाम डाल दूँगा,
मैं-चलो मार्केट चलते हैं,आज तुम्हें शॉपिंग करवा दूँ,
रोज़ी-तुम्हारे office जाने के बाद मैंने तुम्हारे credit card से खूब शॉपिंग की है,
मैं-हमे भी दिखाओ क्या शॉपिंग की है,
रोज़ी-मैंने आज अपनी दोनों की शादी की शॉपिंग शुरू कर दी है,
मैं-मुझे भी दिखाओ तो,
रोज़ी-आज की शॉपिंग में आपको सिर्फ़ एक ही चीज़ देखने को मिलेगी,
एक short blouse without bra,एक छोटी सी पैंटी,
एक short तुम्हारे पहनने के लिए,
मैं-चलो तुम पहन कर दिखाओ
रोज़ी-पहले आप दूसरी तरफ़ देखो,
रोज़ी ने जल्दी से अपने पहने हुए कपड़े उतारे और
जो आज blouse और पैंटी लाई थी वो पहन ली,
और मेरे पीछे छिप कर खड़ी हो गई,और बोली
प्राण पीछे मुड कर देखो तुम्हारी डार्लिंग ने क्या पहना है,
मैं-wow,इस dress में तो बहुत sexy लग रही हो,
जी करता है तुम्हें पकड़ कर अभी चोद दूँ,
रोज़ी-हंस कर,किसने रोका है,पहले अपने कपड़े तो उतारो,
फिर चोदना,कपड़ों समेत कैसे चोदोगे,
मैं कपड़े उतार कर बोला,अब हम चोर सिपाही खेलेंगे,तुम भागो मैं तुम्हें पकड़ूँगा,
रोज़ी ने रूम में इधर उधर भागना शुरू कर दिया
और मैंने भी रोज़ी के पीछे पीछे भागना शुरू कर दिया,
मैंने एक जगह रोज़ी को पकड़ कर दीवार के साथ लगा दिया,
और रोज़ी के दोनों मुलायम होंठों को अपने होठों में जकड़
कर मसलने लगा,
रोज़ी -आह धीरे दर्द होता है,कहकर हाथ से अपना मुँह
ढक लिया,
मैं-लगता है आज तुम्हें बाँध कर चोदना पड़ेगा,
मैंने एक कपड़ा लेकर रोज़ी के दोनों हाथों को बांध दिया
और दीवार के साथ लगा दिया,
और ज़ोर ज़ोर से रोज़ी को स्मूच करने लगा,
मेरे साजन मेरे हाथ खोल दो,मैंने भी तुमको जी भर कर प्यार करना है,
रोज़ी की उत्जेना से सांसे फूलने लगी थीं,
छोटी से ब्रा से बड़े बड़े चूचे फड़फड़ा रहे थे,
मैंने रोज़ी के मुँह में अपनी जीभ डाल दी,
और रोज़ी के मुँह का saliva पीने लगा,
मैंने रोज़ी के हाथ खोल दिया,और दोनों हाथों को ऊपर ले जाकर,
मैंने रोज़ी की काँखों को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी का ये sensitive point था,
रोज़ी सिसकारियाँ भरने लगी,
रोज़ी-आह जानू मुझे चाट जाओ,मेरे सारे बदन पर अपना saliva मल दो,
मुझे काट खाओ,रोज़ी ऐसे ही बक बक कर रही थी,
मेरी चूत से रस बरस बरस कर मेरी पैंटी भीग गई है,
मैंने अब रोज़ी को घुमा कर ,रोज़ी का पेट दीवार के साथ लगा दिया,
रोज़ी-प्राणनाथ ये अब
आप क्या कर रहे हो,
मैंने रोज़ी की गर्दन को चाटना शुरू कर दिया,
फिर पीठ को चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी ने उत्तेजना से अपने चूचे ज़ोर ज़ोर से ,
दीवार से रगड़ने शुरू कर दिये,
डार्लिंग मेरे मुम्मे चूस लो प्लीज़,इन में बहुत दर्द हो रहा है,
आह माँ,मेरे मुम्मे दुख रहे हैं,
इतने ज़ोर से रोज़ी अपने मुम्मे दीवार से रगड़ रही थी,
की रोज़ी की ब्रा घिस कर फट गई और
रोज़ी उत्तेजना में अपने नंगे मुम्मे दीवार से रगड़ती रही,
रोज़ी को अपने मुम्मे रगड़ने में बहुत मज़ा आ रहा था,
रोज़ी की ब्रा फट कर आगे से खुल गई,
मैंने अब रोज़ी के चुत्तरों को चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी-डार्लिंग आह मज़ा आ रहा और ज़ोर से चाटो,
इनको खा जाओ,मैंने रोज़ी के चुत्तर पर ज़ोर से slap किया,
yes darling slap me hard,
मैंने रोज़ी के चुत्तरों को और ज़ोर ज़ोर से
slap करना शुरू कर दिया
मैं जब रोज़ी के चुत्तर पर थपड़ मारता
था तो रोज़ी की चूत भी दीवार से जा
टकराती और रोज़ी के मुँह से चूत और
चुत्तर के दर्द की चीख निकल जाती,
बार बार पैंटी दीवार के साथ घिसने के कारन
चूत के आगे से रोज़ी की पतली सी पैंटी फट गई,
और चुत और चित्तढ़ बिलकुल नंगे हो गये थे,
मैंने रोज़ी के नंगे चुतरों को चाटना शुरू कर दिया,
आह बिलकुल रूई की तरह नर्म,
मैंने रोज़ी के चित्तर चाटते चाटते ,रोज़ी की गाँड चाटने लगा,
रोज़ी की आहें निकल रही थी,और अनाप शनॉप बोले जा रही थी,
रोज़ी की गाँड का सुराख़ छोटा सा था और लाल सुर्ख़ था,
मैंने अपने लण्ड का सूपड़ा रोज़ी की गाँड में घुसा दिया,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी,स्वामी ये मेरी गाँड का सुराख़ है इसको
आज मत मारो पहले मेरी चूत मारो,
इतना बोलकर रोज़ी ने घूम कर अपना मुँह मेरी तरफ़ कर लिया,
और मुझे ज़ोर ज़ोर से चूमने लगी,
मेरे मुँह में अपनी जीभ डालकर मेरी जीभ को पकड़ लिया और
चूसने लगी,
रोज़ी-जानते हो तुमने आज मुझे जितनी ज़्यादा पीड़ा दी,मुझे उतना ही ज़्यादा मज़ा आया है,
मैं ऐसा ही प्यार भरा दर्द रोज़ चाहती हूँ,
अब मैंने रोज़ी को चूमना चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी भी मेरे साथ कलोल भी कर रही थी,
और अपनी फटी हुई braऔर पैंटी मेरे साथ मसल रही थी,
नतीजा ये हुआ कि जैसे ही मैंने रोज़ी को छोड़ा,
रोज़ी की bra और पैंटी दोनों बिखर कर फ़र्श पर गिर पड़ी,
हम दोनों की ज़ोर से हंसी निकल गई,
रोज़ी-स्वामी देखो अपने मेरे मम्मों का क्या हाल कर दिया
मैंने देखा रोज़ी ने जहां अपने मम्मों को दीवार के साथ रगड़ा था,
वहाँ पर रगड़ने के हल्के हल्के ज़ख़्म वन गये थे,
मैंने अपनी जीभ में saliva भर अच्छी तरह से salive लगा दिया,
रोज़ी दर्द से अपने होंठ चबाने लगी,हाय बाबू हाय बाबू मार डाला करती रही,
मैंने रोज़ी के मम्मों पर तीन चार जगह अपने दांतों से लव bites भी बना दिये,

रोज़ी moan करने लगी,और मेरे मुँह को अपने दोनों मम्मों में छिपा लिया,
suck me,मेरे मुम्मे चूसो please,सक my निप्पल hard,
रोज़ी-जानू अपने बग़ैर छुए ,बग़ैर हाथ लगाए,बग़ैर चोदे मुझे पागल कर दिया है,
जब चोदोगे ,तब मेरा क्या हाल करोगे,मैं तो मर ही जाऊँगी,
रोज़ी-डार्लिंग अब मुझे कब चोदोगे,कहकर दांत भींच कर बिल्ली
की तरह मेरे लण्ड पर झपटा मारकर पकड़ लिया और अपनी एक टांग उठा कर
अपनी भीगी हुई चूत के सुराख़ पर मेरा लंड का सूपड़ा रख कर,अपने हाथ से
अपनी चूत में घुसेड़ने लगी,रोज़ी की चूत में इतनी फिसलन हो गई थी,
लण्ड रोज़ी की चूत के अंदर जाने की बजाय फ़िसल कर बाहर निकल जाता,
रोज़ी की सांस फूलने लगी,
रोज़ी ने ग़ुस्से में मुझे धक्का देकर ज़मीन पर गिरा दिया, और मेरे ऊपर पसर
कर लेट गई,
रोज़ी की हवस आउट ऑफ़ control थी,उसको समझ नहीं आ रही थी की
अपनी हवस कैसे पूरी करे,कैसे अपनी चुत में लगी हुई आग को बुझाए,
रोज़ी मेरे ऊपर लेटकर अपनी चूत मेरे सख़्त लण्ड से घिस रही थी,
मैं रोज़ी के रसीले होंठों को चूसने में मस्त था,
रोज़ी मेरे गालों को कभी चूमती कभी आम की तरह मेरे गाल चूसने लगती,
कभी काट कर खाने लगती,
साथ में सिसकारियाँ भी ले रही थी,
मुझे चूमते चूमते मेरी काँखो को सूंघने लगती,फिर उन्हें चाटने लगती,
रोज़ी की चूत से रस की धारा लगातार बह रही थी,
उसको रोकने का एक ही उपाय था की अपना लण्ड
रोज़ी के चूत में घुसेड़ कर,सुराख़ को बंद करदूँ,
रोज़ी ने अपने मुँह में मेरे होंठों को फँसा कर चूस रही थी,
नीचे बेबसी से अपनी चूत की पंखुड़ियों में लण्ड को फँसा कर ऊपर नीचे हो रही थी
रोज़ी-आह डार्लिंग फ़क मी,रोज़ी hysterical हो रही थी,
कम ऑन फ़क मी,आई am योर स्लट,now drill me,
गो deep inside me,deeper deeper,
आह dont stop,cum inside me,
रोज़ी लगातार ये फ़रियाद करे जा रही थी,और मुझे चूमती जा रही थी,
रोज़ी एक झटके में उठ कर मेरे ऊपर बैठ गई,
फिर अपने चुतरों को थोड़ा ऊपर उठाया,और
मेरे सात इंची सख़्त लण्ड को पकड़ कर उसका सूपड़ा अपनी चूत के सुराख़
में फँसा लिया और अपने चूतरों को ऊपर से मेरे लण्ड पर जोर से धक्का मारा,
मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में घुसकर,चूत के अंदर hymen से जा टकराया,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी और दर्द के मारे चिल्लाने लगी,
हाय मम्मी मैं मर गई,और रोज़ी ने अपने दर्द को कम करने के लिए
मेरी छाती में अपने दांत गाड़ दिये,और मुझ पर अपनी बाहें पसार
कर लेट गयी,अपने मुम्मे मेरी छाती में घुसेड़ दिये और गहरे गहरे सांस लेने लगी,
मैं-डार्लिंग अगर ज़्यादा दर्द हो रहा है तो ,मैं अपना लण्ड तुम्हारी चूत से बाहर निकाल लूँ,
रोज़ी-no no रोज़ी चिल्ला कर बोली,stay inside,अपने लण्ड को मेरी चूत से बाहर नहीं निकालना,
यह दर्द मुझे पहली बार मिला है,इसके बाद फिर कभी नहीं मिलेगा,
इसलिये इस दर्द को अपनी चूत में ज़्यादा से ज़्यादा देर के लिये
महसूस करना चाहती हूँ,
मेरे यार लण्ड की सहेली है मेरी चूत,
आज मेरी चूत का यार,इसका मालिक लण्ड पहली बार अपने घर आया है तो,
मेरी चूत अपने रस से अपने यार लण्ड को नहला रही है,
रोज़ी-आहा मुझे बहुत मज़ा आ रहा है जी करता है हमेशा के लिये तुम्हारा
लण्ड अपनी चूत में लपेट कर ऐसे ही अपनी ज़िंदगी गुज़ार दूँ,
मैंने धीरे धीरे नीचे से रोज़ी की चूत में लण्ड को ऊपर धकेलना शुरू कर दिया,
रोज़ी की चूत इतनी गीली थी कि जब मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में आगे
पीछे होता तो पच पच की आवाज़ आती थी,
मैंने धीरे से फिर अपना लण्ड रोज़ी की चूत में धक्का मारा,
रोज़ी-यस यस डार्लिंग और ज़ोर से,आह ,रोज़ी ज़ोर से चिल्लाई ,डार्लिंग kick me
kick me hard,
नीचे से मैंने पूरे ज़ोर से रोज़ी की चूत में धक्का मारा और मेरा
पूरा का पूरा लण्ड,रोज़ी की hymen को तोड़ता हुआ,
रोज़ी की चूत में समा गया,
रोज़ी ने अपना मुँह ऊपर को करके इतनी ज़ोर से चीख मारी
कि मैं भी घबरा गया,
रोज़ी ने मुझे कस के पकड़ लिया और मुझ से चिपक कर काँपने लगी,
रोज़ी दर्द की बजह से काँप रही थी,
या पहले orgasm की बजह से काँप रही थी,
मुझे नहीं पता,
मुझे अपने पेट पर बहुत सारा गीला गीला लग रहा था,
अपनी उँगलियाँ से गीलेपन को टच करके देखा तो,
रोज़ी की चूत रस के साथ रोज़ी की चूत से कुँवारी झिल्ली
के टूटने की बजह से लाल रंग का blood mix हो कर बाहर आ रहा था,
मैं-रोज़ी तुम ठीक तो हो,
रोज़ी मेरी छाती पर अपनी गाल रख कर आँखें बंद कर चुप लेटी हुई थी,
रोज़ी ने सिर हिलाकर कहा वो ठीक है,
रोज़ी तुम्हारी चूत से bleeding हो रही है,मैंने रोज़ी को कहा,
तुम एक बार अपनी चूत में से मेरा लण्ड निकाल लो तो देख लूँ
की तुम्हारी चूत का हाल क्या है,
रोज़ी-ज़ोर से चीखी नहीं,Stay Put,stay inside,
अब तुम्हारा लण्ड मेरी चूत से बाहर कहीं नहीं जायेगा,
ये अब मेरी चूत में क़ैद हो गया है,और इसको उमर क़ैद की सज़ा सुना दी गई है,
बहुत तड़पी हूँ मैं तुम्हारे लण्ड के लिये,
बहुत तड़पाया है तूने मुझे,
तुम नहीं जानते,मैं कितना तरसी
हूँ तुम्हारा लण्ड अपनी चूत में लेने के लिये,
अपना हक़ पाने के लिए मैंने दुनिया
से कितनी लड़ाइयाँ लड़ी है ,
अब जब मुझे मेरा हक़ मिला है तो तुम कहते हो मैं तुम्हारे लण्ड को छोड़ दूँ,
नहीं कभी नहीं,
मेरी छाती रोज़ी के आंसुओं से तर हो गई,
अब चोदो मुझे ,ज़ोर ज़ोर सो चोदो,मेरे स्वामी
इस चूत को चोद चोद कर फाड़ दो,
मैंने नीचे से रोज़ी की चूत में धक्के मारने शुरू और ऊपर से रोज़ी
ने तेज़ी से मेरे लण्ड को चोदना शुरू कर दिया,
किसी तेज speed गाड़ी के piston की तरह हमारी ताबड़ तोड़
चुदाई चल रही थी,
दोनों ने हटने और थकने से मना कर दिया,
एक दूसरे के पेट टकराने की थाप की आवाज़ें आ रही थीं,
हम ने कितने धक्के एक दूसरे को चोदने के लिये मारे,इसकी मुझे
कोई गिनती नहीं,
दस पंद्रह मिण्ट तक चुदाई की ये रेस
चलती रही कि देखें पहले कौन झड़ता
है,जो पहले झड़े गा वही आज का
पहला राउंड जीतेगा,
रोज़ी मेरे ऊपर अब बैठ कर मुझे
चोद रही थी,रोज़ी के सिर के बाल अस्तव्यस्त हो कर हवा में उड़ रहे थे
चेहरे की नसें कसी हुई थीं,
रोज़ी के दोनों हथेलियाँ मेरी छाती पर
टिकी हुईं थीं,रोज़ी के पैर फ़र्श पर टीके हुए थे,
रोज़ी जल्दी झड़ने के चक्कर में मेरे लण्ड पर
तेज तेज उछल रही थी,
रोज़ी की सांस अब फूलने लगी थी,
रोज़ी अब और ना सह सकी और काँपते काँपते
मुझ पर गिर पड़ी और मेरे गाल चूमने लगी,
तभी एक तूफ़ान आया और रोज़ी लगातार पाँच
मिण्ट तक तड़पती रही और झड़ती रही,
रोज़ी ने झड़ते झड़ते मेरा गाल काट खाया,
और मुझको बुरी तरह से अपने आग़ोश में जकड़ लिया,
रोज़ी थोड़ी देर बाद मेरे गाल को जहां से काटा था
वहाँ पर चूमने लगी और बोली
इतने सालों से मैं इसी दिन इसी घड़ी के लिये तरस रही थी,
ये रात मुझे कभी नहीं भूलेगी जब मुझे प्रीतम ने प्यार की भीख दी,
मैं यही सोचती रहती ,कब तुम मेरी चूत में लण्ड डालकर मुझे चोदोगे,
कब मैं झड़ूँगी,कब मैं अपने चूत रस से तुम्हारे लण्ड को नहलाऊँगी,
अभी ये तो शुरुआत है, ये चूमना,काटना,चोदना और झड़ना ना ही रुकेगा,
ना बंद होगा,ये जारी रहेगा,
मैं-मैडम,आप तो शान से झड़ चुकी हो,पर
मेरा क्या होगा
रोज़ी-जनाब अब की झड़ने की बारी है,
कहकर रोज़ी ने फिर से मेरे लण्ड पर उछलना शुरू कर दिया,
हमारे शरीर से थप थप की आवाज़ आ रही थी,
रोज़ी जब ज़ोर से मेरे लण्ड को चोदती तो उसके मुँह से हप की आवाज़ निकलती,
अचानक रोज़ी ने नीचे झुककर अपना एक मुम्मा पकड़ कर मेरे मुँह में डाल कर
बोली,लो मेरे बाबू मेरे दुधू पियो,
मैंने रोज़ी के मम्मे को मुँह में भर लिया और निप्पल को चूसने लगा,
रोज़ी पहली बार चुदवाते हुए अपना मुम्मा चुसवा रही थी,
रोज़ी को मज़ा आने लगा,
यस यस सक मी हार्ड,
डार्लिंग मेरे मुम्मे चूस लो,मेरा निपल्ल काट खाओ,
इधर रोज़ी बोली जा रही ,मुझे मुम्मा भी चूसा रही थी और ऊपर
से अपनी चूत में मेरे लण्ड को अंदर बाहर भी कर रही थी,
रोज़ी ऊपर से धक्के पे धक्का लगा रही थी,
मैं रोज़ी के दोनों मम्मों को कस के अपने दोनों हाथों से उनको
मसलने लगा,रोज़ी के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगी,
रोज़ी के दोनों मुम्मे फूल कर कुप्पा हो गये,
रोज़ी-ज़ालिम साजन मैं झड़ने वाली हूँ,आह
मैंने जैसे ही रोज़ी का निप्पल दांत से काटा,
रोज़ी की चूत से रस की बरसात होने लगी,
ओह मेरी माँ मैं तो गई,
और मेरे गले लग कर रोज़ी वाली,सैयांजी मुझे कस
के जफ़ी डाल लो,मुझे अपनी बाहों में कस के पीस दो,
रोज़ी-आह आह मज़ा आ गया,फिर बोली
स्वामी,मेरी चूत से अपना लण्ड निकाले बग़ैर
मुझे अपने समेत धीरे से बेड पर लिटा दो,
रोज़ी की कहानी जारी रहेगी———
 
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Pandit Raj

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