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कहानी आगे-
मैंने रोज़ी को जब एक बार उनके घर गया था,तो सिम्मी की treatment के बारे में
बताया था,कि कैसे doctor की advise पर मैं अपना semen सिम्मी को
रोज़ पिलाता था,
ये बात सुन कर रोज़ी ने कहा की वो भी सुंदर होने के लिए
हर रोज़ मेरा semen पिया करेगी,
रोज़ी को मेरे semen पीने को चस्का तब से लगा,जब मैं आंटी की physiotherapy
के लिये दोपहर में daily उनके घर जाता था,
यह सिलसिला अभी तक जारी है,
रोज़ी तो मुझसे बचपन से प्यार करती थी और उसने मुझसे चुदने के लिया कभी मना नहीं किया,
पर मैं रोज़ी को शादी के बाद ही चोदना चाहता था,
और हमारी शादी कब होगी ,मुझे नहीं पता,
मोम तो जल्दी से मेरी रोज़ी के साथ शादी करवाना चाहती है,और मैंने भी कभी शादी के लिये मना नहीं किया था,
रोज़ी भी मुझ से शादी के लिये बहुत ऊतावली रहती थी,पर किसीको कहती नहीं थी,
अंदर से घुटती रहती थी,
क्योंकि पहली शादी से उसको अपनी चुदाई का वो प्यार नहीं मिला,जो
हर पत्नी अपने पति से चाहती है,मैं रोज़ी की घुटन का कारन जानता था,
और वो कमी जो उसके जीवन में आयी थी,वो पूरी करना चाहता था,
अपने पहले पति से तलाक़ के बाद,अब रोज़ी भी आज़ाद थी,
और मुझे अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती थी,
रोज़ी को लगने लगा था अब उसको अपने बचपन का प्यार पाने का समय आ गया है,
और जबसे मेरे लण्ड का रस पीना शुरू किया था,तबसे मुझे अपना पति समझने लगी थी,
मैंने भी कभी रोज़ी की किसी भावना को ठेस नहीं पहुँचाई,
मेरी मोम और रोज़ी की मम्मी पक्की सहेलियाँ थी,
मैंने और मेरी मोम ने रोज़ी की family का हर मुश्किल में साथ दिया था,
सिम्मी अभी भी मेरे साथ चिपक के लेटी हुई थी,
इतने में मोम मेरे रूम में आ गई,
मोम-सिम्मी अगर तुमने bro से अपनी semen की dose ले ली हो,
तो महेश को उठने दे,
सिम्मी-मुझे bro के साथ लिपट कर सोने में बहुत मज़ा आता है,
क्योंकि bro के बदन से जो मर्दों बाली ख़ुशबू निकलती है,
बो किसी को भी मदहोश कर सकती है,
इसी मदहोशी के लिए मैं और रोज़ी bro के आगे पीछे घूमती रहती हैं,
मोम-महेश बेटा,मुझे याद आया रोज़ी की मम्मी ने सिम्मी के एक लड़का बताया था,
अभी रोज़ी की मम्मी अपने भाई से मिलने गई है,तीन दिन बाद आयेगी,
रोज़ी के पापा भी साथ गये हैं,जब यह लोग वापस आयेंगे सिम्मी के लिये
उस लड़के की बात करेंगे,और
रोज़ी की मम्मी मुझे बोल कर गई थी के सिम्मी को रोज़ी के पास तीन दिन सोने
के लिए भेज देना,रोज़ी अकेली को डर लगता है,
सिम्मी-मोम,मैं और bro दोनों चले जातें हैं,तीनों वहाँ मिल कर मस्ती करेंगे,
मोम- नहीं तुम दोनों में से एक चले जाओ,
मैं-मोम रोज़ी से पूछ लो ना,किसको बुलाना चाहती है,
मोम-ठीक है,मैं अभी रोज़ी से ही पूछ लेती हूँ,
मोम रोज़ी को फ़ोन करके पूछने लगी,बाद में मोम बोली
रोज़ी बोलती है,दोनों लड़कियों को भी डर लगेगा, साथ में
महेश को भी भेज दो,तीनों मिलकर खप्प डालेंगे,
मैं-मैं दो दो लड़कियों को कैसे सम्भालूँगा,
दोनों मिलकर मुझे खा जायेंगी,मैं नहीं जाऊँगा,
सिम्मी ने bro की बात सुन कर,समझ कर,ज़ोर ज़ोर से हँसना शुरू कर दिया,
सिम्मी को पता था की रोज़ी भी bro के semen की दीवानी है,
bro लण्ड खाने की बात कर रहे थे,मोम को रोज़ी की ये बात नहीं पता थी,
सिम्मी-मैं मोम के पास घर पे ही रहूँगी,मुझे college का करने वाला pending
काम बहुत पड़ा है,पर bro मुझे morning में रोज़ मुझे आपके semen की dose चाहिये,
उसका arrangement आपको ही करना पड़ेगा जैसे मर्ज़ी करो,
मैं- मैं अभी नहीं जाऊँगा,शाम को चला जाऊँगा,मोम मुझे भूख लगी है,
brunch के लिये मुझे कुछ heavy बना दो,
मोम kitchen में brunch बनाने चली गई,
सिम्मी - मुझे अब अपना semen पीला दो ना,बहुत देर से wait कर
रहीं हूँ,
मैं-सारा मत पी जाना,रोज़ी को भी
पिलाना पड़ेगा,
सिम्मी-bro मुझे पता है,तुम हम सबका कितना ख़्याल रखते ही,
bro क्या मैं 69 में आ जाऊँ,सिम्मी ने पूछा,
मैं-नहीं आज नहीं, मुझे अभी पहले नहाना है,
फिर brunch करके office का एक हफ़्ते का pending
काम करना है,फिर मैं दो घंटे सोऊँगा ,
फिर शाम को मैं रोज़ी के घर जाऊँगा,
सिम्मी के मुँह में मेरा लण्ड था,
इसलिये वो सिर्फ़ moan ही कर
रही थी,पाँच मिण्ट मेरा लण्ड चूसने
के बाद सिम्मी ने मेरे लण्ड रस की
दो bottles भर लीं,बाद में पीने के
लिये।एक bottle अपने लिये एक
mom के लिये ,
जबसे mom ने मेरे लण्ड का रस पीना शुरू किया था,
उनकी body में भी changes आने शुरू हो गये थे,
कई लोग mom को सिम्मी की
बड़ी बहन समझ लेते थे,ऐसे किसी
compliments से मोम का चेहरा ख़ुशी
से लाल हो जाता था,मुझे ये भी शक
था,की मोम की sex की भावनायें फिर से जागने लगीं थी,उनके कमरे
से अक्सर रात को सिसकारियों की आवाज़ें
आती थीं,जैसे अपने हाथ से अपनी चूत को चोद रही हों,कई बार मुझे शक होता था
की वो भी मुझ से चुदवाना चाहती थीं,
पर मेरे पास लाइन में पहले ही तीन लड़कियाँ लगी हुई थीं।
सिम्मी के जाते ही मैंने room बंद
कर लिया।और नहाने के लिये बाथरूम में घुस गया,और
नहा कर अपने कपड़े पहन कर,मैं kitchen में मोम
के पास चला गया,मोम ने फिर सिम्मी के लिये लड़के के बारे में मुझे बताने लगी,
mom-रोज़ी की मम्मी की एक कज़न
delhi में रहती है,उनका रोहिणी में
अपना boutique है,
उनकी कजिन का एक बेटा है,जो
उन्हों ने सिम्मी के लिये बताया हैं,
मेरी इच्छा है की सिम्मी कि शादी और तुम्हारी रोज़ी के साथ
शादी एक दिन में हो जाये।
मैं-पहले रोज़ी और सिम्मी से तो
पूछ लो,
मोम- ठीक हैं,मैं सिम्मी की राय
आज जान लूँगी,अपना
तुम रोज़ी से पूछ लेना,
मैं brunch करके अपने room
में आ गया?
मैंने रूम में आकर देखा तो दो miss
calls श्वेता की थीं और एक मिस
काल रोज़ी की थी,
पहले मैंने रोज़ी को फ़ोन किया
में-hai जान,कैसी हो,
रोज़ी-कितने निष्ठुर हो,मुझे अकेला
छोड़ गये,तड़पने को,इतना भी टाइम तुम्हारे पास
नहीं है,के मुझे वहाँ से कभी कभी फ़ोन कर
लेते,कल चलने से पहले फ़ोन कर
लेते,अगर कल तुम्हें देख लेती तो कम से कम कल
रात को ठीक से सो सकती,पर तुम मर्द हो,मेरी मन की भावना को कैसे समझ सकते हो,
मैं-जान,कल के लिये sorry,आज शाम को मैं तुम्हारे पास आ ही रहा हूँ,
उसके बाद जो तुम कहोगी,मैं करूँगा,तुमने जो मुझे तीन दिन की सजा दी थी,
उन तीन दिनों में मैं तुम्हारे रहमो करम पे रहूँगा,
जो सजा मुझे देनी है,दे लेना,मुझे स्वीकार है,
मैं-डार्लिंग,मैंने कुछ स्नैक्स आनलाइन ऑर्डर कर दिये
हैं,मेरे आने पर साथ बैठ कर खायेंगे,फिरसाथ में कॉफ़ी पियेंगे,
ओके जान शाम को मिलते हैं
फिर मैंने श्वेता का नम्बर मिलाया
मैं-हैलो श्वेता डार्लिंग,
how are you
श्वेता-कहाँ थे अभी तक
कितनी देर से तुम्हारे phone
का इंतज़ार कर रही हूँ,
मरी जा रही हूँ तुम्हारे बग़ैर
रात कितना तंग किया तूने मुझको,
इतनी ज़ोरदार चुदाई की मेरा सारा बदन टूट
रहा है,कुछ तो मैं वोडका के भी तीन peg पी गई थी,
कुछ तेरी चुदाई ने मुझे मार डाला,
अभी maid मुझे pain killer
देकर गयी है।
आज भी maid ने देख लिया
कि मेम सॉब bed पे इतने पानी में
कैसे लेटी हुई है,
जानते हो कल रात जब मैं पहली वार
झड़ी,तब तक तो ठीक था,
पर जब तुमने अपना लण्ड(मैंने अपनी
उँगली) मेरी चूत में घुसेड़ा,तो मुझे तुम्हारे लण्ड का इतनी ज़ोर से current लगा,जैसे मेरी चूत में किसी ने बिजली की नंगी तार से छू लिया हो,
हाय रब्बा मैं तो काँपते काँपते इतनी ज़ोर
से झड़ी के साथ में मेरा सुसु भी निकल गया,
डार्लिंग आपको कभी बिजली का करंट लगा है,श्वेता ने पूछा
बचपन में कई बार,मैंने बोला
श्वेता- कैसा होता है current का अनुभव,
मैं- आपको झटका लगता ,और आप काँपना शुरू हो जाते हो,
श्वेता- मुझे मज़ा तो बहुत आया,पर ऐसा करंट खाने के
बाद मैं तो bed पर ही लुढ़क गई,और बेसुध हो गई,
सुबह जब maid ने मुझे उठाया तो मेरा बदन ऐसे टूट रहा था,
जैसे किसी ने मरी पीटाइ की हो,
डार्लिंग सचमुच मेरी चुदाई और पिटाई आप बहुत अच्छे से करते हो,
डार्लिंग अभी आप क्या कर रहे हो,
मैं-मैं ना अपनी जो मूवी शूट की थी,उसकी mixing करके editing कर रहा हूँ,
श्वेता-editing की क्या ज़रूरत है,ऐसे ही भेज दो,
मैं-जान,चौदा घण्टे की movie है,उसकी editing करके तीन तीन घंटे की दो
मूवी बना दूँगा,
श्वेता-कैसी बनी है अपनी चुदाई की मूवी,
मैं-किसी भी bf से शानदार,बस किसी के हाथ नहीं लगनी चाहिए,
श्वेता-डार्लिंग,आज रात मिल के देखेंगे,
मैं-नहीं डार्लिंग अभी तुम अकेली देखना,मैं तुम्हें शाम तक send कर दूँगा,
श्वेता-मैं तो आपके साथ देखूँगी,अकेली देखने में मज़ा नहीं आएगा,
मैं-नहीं डार्लिंग,मैं mom और sis के साथ,तीन दिन के लिये मौसी के घर
जा रहे रहें हैं,वहाँ उनके घर में फंक्शन है,
वापस आकर मूवी इकट्ठे देखेंगे,
मैं-bye darling,love you,
श्वेता-bye darling,love you too,
मैंने सोचा अब थोड़ी देर सो लेते हैं,
जब उठा तो शाम के छह बज गये थे,
फटाफट मैं fresh हो कर,साथ में तीन दिन के कपड़े लेकर,अपनी गाड़ी लेकर सात बजे रोज़ी के घर पहुँचा,मुझे देखकर,
रोज़ी दरवाज़ा खोल कर अंदर चली गई,
मैं भी रोज़ी के पीछे पीछे उसके bed room में चला गया,
रोज़ी अपने बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी,
मैने समझा रोज़ी रूठी हुई होगी,इसलिये मेरे से बात किए बग़ैर आकर अपने बेड पर लेट गई,
जैसे ही मैंने झुककर रोज़ी को उठाने के लिये अपना हाथ बढ़ाया,
रोज़ी एक झटके से उठकर सीधी हो गई,और मेरे गले में अपनी
बाहें डाल कर मुझे अपने ऊपर गिरा लिया,
और अपना मुँह खोल कर मेरे होठों को चूसने लगी,
मेरे मुँह से saliva निकल कर रोज़ी के मुँह में जाने लगा,
रोज़ी moan भी कर रही थी,मेरे होंठों को ज़ोर ज़ोर से चूस भी रही थी,
और मेरा सारा saliva भी पीती जा रही थी,
अब तो मेरे होंठ भी दुखने लगे थे,किसी तरह मैंने रोज़ी के सिर को पकड़ कर अपने
होंठ रोज़ी के मुँह से छुड़ाये,
मैं-आह जान,तुमने तो मेरे होंठ ही दुखा दिये,
रोज़ी ने अपना सिर उठा कर मेरे होंठों पर अपनी गीली जीभ फेर कर बोली,
लो मैंने आपके होंठों पर बाम लगा दिया,
मैं-मुझे भूख लगी है,मैंने वो स्नैक्स मंगाये थे वो कहाँ हैं,
रोज़ी-पहले मुझे खाओ,अब तुम्हारी बारी है,मुझे खाने कि,बोलो पहले क्या खाओगे,
मैंने अपने शूज़ उतारे और रोज़ी के साथ लेट कर उसका दोनों होंठों को
अपने होंठों में फँसा कर चूसने लगा,
रोज़ी के मुँह से रस टपकने लगा,और मैंने वो सारा रस अपने मुँह में निगल लिया,
उत्तेजना से तो रोज़ी की सांसे फूलने लगी,और रोज़ी अपनी बड़ी बड़ी चूचियों को
मेरी छाती से लगातार रगड़ रही थी,
रोज़ी ने moan करते करते मेरी पैंट की zip खोल कर मेरा लण्ड खींच
कर बाहर निकाल लिया,
मैं-रोज़ी डार्लिंग ये क्या कर रही हो,
रोज़ी-मुझे प्यास लगी ही,मुझे आपका लण्ड रस पीना है,
मैं-अभी नहीं,चलो उठो पहले स्नैक्स खाते हैं,
लाओ देखें क्या है स्नैक्स में,
रोज़ी ने मेरा हाथ पकड़ कर ड्राइंगरूम में मुझे सोफ़े पर लेजाकर बिठा दिया,और
दस मिण्ट बाद एक tray में snacks के साथ कोल्ड coffee के दो बड़े मग,
ले आयी,snacks में chicken nuggets,potato fingers and red चिल्ली की चटनी थी,
रोज़ी को तीखा बहुत पसंद था,तीखे स्नैक्स देख कर हम दोनों के मुँह में पानी आ गया,
आज की सेक्सी रोज़ी और कल की रोज़ी
दो रूप रोज़ी के
मैं चिकन का एक पीस खाने के लिये उठाने लगा ,
तो रोज़ी ने मेरा हाथ पकड़ लिया,
बोली आराम से बैठे रहो,बड़ी मुश्किल से मेरे हाथ लगे हो,
अब कहीं नहीं जाने दूँगी,
फिर चिकन का एक पीस उठाया चिल्ली चटनी में लपेटा,
पहले मुझे चूमा फिर chicken का एक piece लेकर,
आधा अपने दांत से काट कर ख़ुद खा लिया,
और आधा मेरे मुँह में डाल दिया,
सारे स्नैक्स रोज़ी ने मुझे ऐसे ही बड़े प्यार से खिलाये,
और ख़ुद भी खाये,रोज़ी स्नैक्स खा भी रही थी,और सी सी भी
कर रही थी,साथ में अपने और मेरे नाक से आते पानी को नैपकिन से पोंछ
रही थी,
स्नैक्स ख़त्म करके हम दोनों cold coffee पीने लगे,
रोज़ी-आज बहुत मज़ा आया,बहुत दिनों बाद अच्छे से कुछ खाया है,
वो भी आपके साथ ,
जितनी देर हम लोग सोफ़े पर बैठे,
रोज़ी ने मेरे हाथ की उँगलियाँ को अपने हाथ की उँगलियों में फँसा कर रखा हुआ
था,बहुत बातें हुईं,
हम दोनों के बचपन के प्यार से लेकर आज की जवानी के प्यार तक
की बातें,
वो क़समे जो दोनों ने सारी उमर साथ रहने की खाई थीं,
उन क़समों को याद किया,
बात बात पर हम फिर एक दूसरे को चूमने लगते,
कितना time ऐसे ही बैठे निकल गया पता ही नहीं चला,
रोज़ी-बाक़ी बातें हम किचन में चल कर करेंगे,
मैं रात के लिये ख़ाना तैयार करूँगी,
तुम मुझे देखना,बस मुझे ये बता दो की dinner के लिये क्या कुछ बनाऊँ,
मैं-नहीं तुमने आज थकना नहीं,मैं online three course dinner
order कर देता हूँ,
फिर रात का प्रोग्राम बनाते हैं,
रोज़ी-रात को मैं ना ख़ुद सोऊँगी,
ना आपको सोने दूँगी,
मैं-क्या करोगी मेरे साथ ।
रोज़ी-तुम्हारा लण्ड और मेरी चूत की नूरा
कुश्ती———
बाक़ी फिर—-