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Fantasy बहन का इलाज (Complete)

Ek number

Well-Known Member
8,476
18,292
173
अब आगे-
मैं रोज़ी को छोड़ कर अपने office पहुँच गया,
training से वापस आने पर मेरा सारे staff ने welcome किया,
मैं अब उस रूम में बैठता था,जहां पहले श्वेता बैठती थी,
पहले मैं श्वेता की as assistant हेल्प करता था,
अभी मेरे वाली assistant की पोस्ट ख़ाली हो गई थी,
तो दोनों पोस्टों का काम अब मुझे ही देखना था,
नया assistant तो head office भेजेगा,पर अपनी help के लिए
मैं PA ज़रूर appoint कर सकता था,। मैंने सोचा कि ऑफिस की कौन सी लड़की,मेरे लिये PA के रूप में फिट बैठेगी।
मैंने एक स्टाफ मेम्बर को बुलाकर अपने लिए एक helper की जो graduate हो की job की
adv देने के लिए बोल दिया,और
फिर मैं अपने काम में जुट गया,
उधर रोज़ी नहा धो कर तैयार होकर,
breafast करके एक बड़ी shopping माल में चली गई,
सबसे पहले उसने शादी का लाल जोड़ा ख़रीदा,matcing underwear और bra और matching पैर के लिये जूती,matching purse ,
एक मिनी ब्लाउज बैगैर bra के और
एक matching ultra mini पैण्टी ख़रीद ली,
सारे कपड़े लेकर रोज़ी एक ज्वैलरी शॉप
में घुस गई,
वहाँ से अपने लिये एक मंगल सूत्र
एक सुहाग का टिक्का,earrings,nose pin
bengales,और दो rings ek मेरे
लिये,और एक अपने लिये ले लीं,
फिर एक शॉप से अपने शृंगार का सारा सामान ले लिये
रोज़ी ने सोचा शॉपिंग तो लगभग
पूरी हो गई थी,अब क्यों ना दोनों
के लिये दोपहर काऔर रात का ख़ाना pack करवा लिया जाये,कुछ सोच
कर रोज़ी ने मुझे फ़ोन कर दिया,
कि एक chmpaigne की bottle ले आना,रात को
celeberate करेंगे,ख़ाना मैंने pack करबा लिया है
और अब मैं घर जा रही हूँ,तुम बस काम ख़त्म करके घर जल्दी आ जाना

सब काम होने के बाद ,रोज़ी ने ऑटो
पकड़ी और अपने घर का रुख़ किया
रोज़ी ने time देखा तो दोपहर का एक बजा था.,
रोज़ी मन ही मन सोच रही थी की
काश आज मेरे साजन मेरे साथ सुहागरात
मनाकर मुझे सुहागन बना दे,तो मज़ा आ जाये,
रोज़ी एक फ़िल्मी गाना ऊँचे स्वर में गाने लगी,
मेरे साजन मेरे साजन तेरे कारन मेरे साजन,
जागते में सो गई,सपनों में खो गई,
आग लगे सारी दुनिया को,मैं तेरी हो गई रे साजना,
ऐसे सोचते सोचते कब रोज़ी को नींद आ गई पता ही नहीं चला,
बाहर bell की आवाज़ सुनकर नींद
खुली तो देखा शाम के चार बजे थे,
भाग कर दरवाज़ा खोलने गई,
सामने मेरे साजन खड़े थे,
भाग कर साजन के गले से ऐसे चिपटी,
जैसे बहुत देर हो गई हो बिछड़े हुए,
रोज़ी-कितनी देर लगा दी,
मैं-आज ofiice में काम बहुत था,कोई मेरी help के लिये भी
नहीं था,
मैं-darling ख़ाना लगा दो,बहुत भूख लगी है,
ख़ाना खाते हुए बातें करेंगे,
रोज़ी-आप dinning टेबल पर बैठो,
मैं ख़ाना लगाती हूँ,
रोज़ी-ख़ाना लगाते हुए,प्रिय आप अकेले कैसे office का इतना काम करोगे,
कोई helper रख लो ना,
मैं-खाना खाते हुए,हाँ मैंने यही सोच कर आज एक helper लड़की की job के लिए
applications माँग ली हैं,
रोज़ी-जानम,एक बात बोलूँ,
मैं-हाँ,बोलो
रोज़ी-हँसोगे तो नहीं,
मैं-डार्लिंग तुम बताओ तो,
रोज़ी-अगर आप मुझे अपनी हेल्पर रख लो तो मेरा जीवन सफल हो जाये,
मैं-तुम कर लोगी मेरे office का काम,
रोज़ी-तुमने मुझे प्यार करना सिखा दिया,
तुमने मुझे जीवन दान दिया है,आप मुझे ऑफिस का काम सिखा देना,
मैं आपके office का काम कर दिया कर दिया करूँगी,
जब तक मेरे बच्चे नहीं होते,तब तक दिन में आपकी सेवा के लिये मैं free हूँ,
मैं-ठीक है,जॉब के लिये तुम एक application with your biodata
टाइप करके मुझे दे देना,मैं applicants की list में तुम्हारा भी नाम डाल दूँगा,
मैं-चलो मार्केट चलते हैं,आज तुम्हें शॉपिंग करवा दूँ,
रोज़ी-तुम्हारे office जाने के बाद मैंने तुम्हारे credit card से खूब शॉपिंग की है,
मैं-हमे भी दिखाओ क्या शॉपिंग की है,
रोज़ी-मैंने आज अपनी दोनों की शादी की शॉपिंग शुरू कर दी है,
मैं-मुझे भी दिखाओ तो,
रोज़ी-आज की शॉपिंग में आपको सिर्फ़ एक ही चीज़ देखने को मिलेगी,
एक short blouse without bra,एक छोटी सी पैंटी,
एक short तुम्हारे पहनने के लिए,
मैं-चलो तुम पहन कर दिखाओ
रोज़ी-पहले आप दूसरी तरफ़ देखो,
रोज़ी ने जल्दी से अपने पहने हुए कपड़े उतारे और
जो आज blouse और पैंटी लाई थी वो पहन ली,
और मेरे पीछे छिप कर खड़ी हो गई,और बोली
प्राण पीछे मुड कर देखो तुम्हारी डार्लिंग ने क्या पहना है,
मैं-wow,इस dress में तो बहुत sexy लग रही हो,
जी करता है तुम्हें पकड़ कर अभी चोद दूँ,
रोज़ी-हंस कर,किसने रोका है,पहले अपने कपड़े तो उतारो,
फिर चोदना,कपड़ों समेत कैसे चोदोगे,
मैं कपड़े उतार कर बोला,अब हम चोर सिपाही खेलेंगे,तुम भागो मैं तुम्हें पकड़ूँगा,
रोज़ी ने रूम में इधर उधर भागना शुरू कर दिया
और मैंने भी रोज़ी के पीछे पीछे भागना शुरू कर दिया,
मैंने एक जगह रोज़ी को पकड़ कर दीवार के साथ लगा दिया,
और रोज़ी के दोनों मुलायम होंठों को अपने होठों में जकड़
कर मसलने लगा,
रोज़ी -आह धीरे दर्द होता है,कहकर हाथ से अपना मुँह
ढक लिया,
मैं-लगता है आज तुम्हें बाँध कर चोदना पड़ेगा,
मैंने एक कपड़ा लेकर रोज़ी के दोनों हाथों को बांध दिया
और दीवार के साथ लगा दिया,
और ज़ोर ज़ोर से रोज़ी को स्मूच करने लगा,
मेरे साजन मेरे हाथ खोल दो,मैंने भी तुमको जी भर कर प्यार करना है,
रोज़ी की उत्जेना से सांसे फूलने लगी थीं,
छोटी से ब्रा से बड़े बड़े चूचे फड़फड़ा रहे थे,
मैंने रोज़ी के मुँह में अपनी जीभ डाल दी,
और रोज़ी के मुँह का saliva पीने लगा,
मैंने रोज़ी के हाथ खोल दिया,और दोनों हाथों को ऊपर ले जाकर,
मैंने रोज़ी की काँखों को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी का ये sensitive point था,
रोज़ी सिसकारियाँ भरने लगी,
रोज़ी-आह जानू मुझे चाट जाओ,मेरे सारे बदन पर अपना saliva मल दो,
मुझे काट खाओ,रोज़ी ऐसे ही बक बक कर रही थी,
मेरी चूत से रस बरस बरस कर मेरी पैंटी भीग गई है,
मैंने अब रोज़ी को घुमा कर ,रोज़ी का पेट दीवार के साथ लगा दिया,
रोज़ी-प्राणनाथ ये अब
आप क्या कर रहे हो,
मैंने रोज़ी की गर्दन को चाटना शुरू कर दिया,
फिर पीठ को चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी ने उत्तेजना से अपने चूचे ज़ोर ज़ोर से ,
दीवार से रगड़ने शुरू कर दिये,
डार्लिंग मेरे मुम्मे चूस लो प्लीज़,इन में बहुत दर्द हो रहा है,
आह माँ,मेरे मुम्मे दुख रहे हैं,
इतने ज़ोर से रोज़ी अपने मुम्मे दीवार से रगड़ रही थी,
की रोज़ी की ब्रा घिस कर फट गई और
रोज़ी उत्तेजना में अपने नंगे मुम्मे दीवार से रगड़ती रही,
रोज़ी को अपने मुम्मे रगड़ने में बहुत मज़ा आ रहा था,
रोज़ी की ब्रा फट कर आगे से खुल गई,
मैंने अब रोज़ी के चुत्तरों को चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी-डार्लिंग आह मज़ा आ रहा और ज़ोर से चाटो,
इनको खा जाओ,मैंने रोज़ी के चुत्तर पर ज़ोर से slap किया,
yes darling slap me hard,
मैंने रोज़ी के चुत्तरों को और ज़ोर ज़ोर से
slap करना शुरू कर दिया
मैं जब रोज़ी के चुत्तर पर थपड़ मारता
था तो रोज़ी की चूत भी दीवार से जा
टकराती और रोज़ी के मुँह से चूत और
चुत्तर के दर्द की चीख निकल जाती,
बार बार पैंटी दीवार के साथ घिसने के कारन
चूत के आगे से रोज़ी की पतली सी पैंटी फट गई,
और चुत और चित्तढ़ बिलकुल नंगे हो गये थे,
मैंने रोज़ी के नंगे चुतरों को चाटना शुरू कर दिया,
आह बिलकुल रूई की तरह नर्म,
मैंने रोज़ी के चित्तर चाटते चाटते ,रोज़ी की गाँड चाटने लगा,
रोज़ी की आहें निकल रही थी,और अनाप शनॉप बोले जा रही थी,
रोज़ी की गाँड का सुराख़ छोटा सा था और लाल सुर्ख़ था,
मैंने अपने लण्ड का सूपड़ा रोज़ी की गाँड में घुसा दिया,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी,स्वामी ये मेरी गाँड का सुराख़ है इसको
आज मत मारो पहले मेरी चूत मारो,
इतना बोलकर रोज़ी ने घूम कर अपना मुँह मेरी तरफ़ कर लिया,
और मुझे ज़ोर ज़ोर से चूमने लगी,
मेरे मुँह में अपनी जीभ डालकर मेरी जीभ को पकड़ लिया और
चूसने लगी,
रोज़ी-जानते हो तुमने आज मुझे जितनी ज़्यादा पीड़ा दी,मुझे उतना ही ज़्यादा मज़ा आया है,
मैं ऐसा ही प्यार भरा दर्द रोज़ चाहती हूँ,
अब मैंने रोज़ी को चूमना चाटना शुरू कर दिया,
रोज़ी भी मेरे साथ कलोल भी कर रही थी,
और अपनी फटी हुई braऔर पैंटी मेरे साथ मसल रही थी,
नतीजा ये हुआ कि जैसे ही मैंने रोज़ी को छोड़ा,
रोज़ी की bra और पैंटी दोनों बिखर कर फ़र्श पर गिर पड़ी,
हम दोनों की ज़ोर से हंसी निकल गई,
रोज़ी-स्वामी देखो अपने मेरे मम्मों का क्या हाल कर दिया
मैंने देखा रोज़ी ने जहां अपने मम्मों को दीवार के साथ रगड़ा था,
वहाँ पर रगड़ने के हल्के हल्के ज़ख़्म वन गये थे,
मैंने अपनी जीभ में saliva भर अच्छी तरह से salive लगा दिया,
रोज़ी दर्द से अपने होंठ चबाने लगी,हाय बाबू हाय बाबू मार डाला करती रही,
मैंने रोज़ी के मम्मों पर तीन चार जगह अपने दांतों से लव bites भी बना दिये,

रोज़ी moan करने लगी,और मेरे मुँह को अपने दोनों मम्मों में छिपा लिया,
suck me,मेरे मुम्मे चूसो please,सक my निप्पल hard,
रोज़ी-जानू अपने बग़ैर छुए ,बग़ैर हाथ लगाए,बग़ैर चोदे मुझे पागल कर दिया है,
जब चोदोगे ,तब मेरा क्या हाल करोगे,मैं तो मर ही जाऊँगी,
रोज़ी-डार्लिंग अब मुझे कब चोदोगे,कहकर दांत भींच कर बिल्ली
की तरह मेरे लण्ड पर झपटा मारकर पकड़ लिया और अपनी एक टांग उठा कर
अपनी भीगी हुई चूत के सुराख़ पर मेरा लंड का सूपड़ा रख कर,अपने हाथ से
अपनी चूत में घुसेड़ने लगी,रोज़ी की चूत में इतनी फिसलन हो गई थी,
लण्ड रोज़ी की चूत के अंदर जाने की बजाय फ़िसल कर बाहर निकल जाता,
रोज़ी की सांस फूलने लगी,
रोज़ी ने ग़ुस्से में मुझे धक्का देकर ज़मीन पर गिरा दिया, और मेरे ऊपर पसर
कर लेट गई,
रोज़ी की हवस आउट ऑफ़ control थी,उसको समझ नहीं आ रही थी की
अपनी हवस कैसे पूरी करे,कैसे अपनी चुत में लगी हुई आग को बुझाए,
रोज़ी मेरे ऊपर लेटकर अपनी चूत मेरे सख़्त लण्ड से घिस रही थी,
मैं रोज़ी के रसीले होंठों को चूसने में मस्त था,
रोज़ी मेरे गालों को कभी चूमती कभी आम की तरह मेरे गाल चूसने लगती,
कभी काट कर खाने लगती,
साथ में सिसकारियाँ भी ले रही थी,
मुझे चूमते चूमते मेरी काँखो को सूंघने लगती,फिर उन्हें चाटने लगती,
रोज़ी की चूत से रस की धारा लगातार बह रही थी,
उसको रोकने का एक ही उपाय था की अपना लण्ड
रोज़ी के चूत में घुसेड़ कर,सुराख़ को बंद करदूँ,
रोज़ी ने अपने मुँह में मेरे होंठों को फँसा कर चूस रही थी,
नीचे बेबसी से अपनी चूत की पंखुड़ियों में लण्ड को फँसा कर ऊपर नीचे हो रही थी
रोज़ी-आह डार्लिंग फ़क मी,रोज़ी hysterical हो रही थी,
कम ऑन फ़क मी,आई am योर स्लट,now drill me,
गो deep inside me,deeper deeper,
आह dont stop,cum inside me,
रोज़ी लगातार ये फ़रियाद करे जा रही थी,और मुझे चूमती जा रही थी,
रोज़ी एक झटके में उठ कर मेरे ऊपर बैठ गई,
फिर अपने चुतरों को थोड़ा ऊपर उठाया,और
मेरे सात इंची सख़्त लण्ड को पकड़ कर उसका सूपड़ा अपनी चूत के सुराख़
में फँसा लिया और अपने चूतरों को ऊपर से मेरे लण्ड पर जोर से धक्का मारा,
मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में घुसकर,चूत के अंदर hymen से जा टकराया,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी और दर्द के मारे चिल्लाने लगी,
हाय मम्मी मैं मर गई,और रोज़ी ने अपने दर्द को कम करने के लिए
मेरी छाती में अपने दांत गाड़ दिये,और मुझ पर अपनी बाहें पसार
कर लेट गयी,अपने मुम्मे मेरी छाती में घुसेड़ दिये और गहरे गहरे सांस लेने लगी,
मैं-डार्लिंग अगर ज़्यादा दर्द हो रहा है तो ,मैं अपना लण्ड तुम्हारी चूत से बाहर निकाल लूँ,
रोज़ी-no no रोज़ी चिल्ला कर बोली,stay inside,अपने लण्ड को मेरी चूत से बाहर नहीं निकालना,
यह दर्द मुझे पहली बार मिला है,इसके बाद फिर कभी नहीं मिलेगा,
इसलिये इस दर्द को अपनी चूत में ज़्यादा से ज़्यादा देर के लिये
महसूस करना चाहती हूँ,
मेरे यार लण्ड की सहेली है मेरी चूत,
आज मेरी चूत का यार,इसका मालिक लण्ड पहली बार अपने घर आया है तो,
मेरी चूत अपने रस से अपने यार लण्ड को नहला रही है,
रोज़ी-आहा मुझे बहुत मज़ा आ रहा है जी करता है हमेशा के लिये तुम्हारा
लण्ड अपनी चूत में लपेट कर ऐसे ही अपनी ज़िंदगी गुज़ार दूँ,
मैंने धीरे धीरे नीचे से रोज़ी की चूत में लण्ड को ऊपर धकेलना शुरू कर दिया,
रोज़ी की चूत इतनी गीली थी कि जब मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में आगे
पीछे होता तो पच पच की आवाज़ आती थी,
मैंने धीरे से फिर अपना लण्ड रोज़ी की चूत में धक्का मारा,
रोज़ी-यस यस डार्लिंग और ज़ोर से,आह ,रोज़ी ज़ोर से चिल्लाई ,डार्लिंग kick me
kick me hard,
नीचे से मैंने पूरे ज़ोर से रोज़ी की चूत में धक्का मारा और मेरा
पूरा का पूरा लण्ड,रोज़ी की hymen को तोड़ता हुआ,
रोज़ी की चूत में समा गया,
रोज़ी ने अपना मुँह ऊपर को करके इतनी ज़ोर से चीख मारी
कि मैं भी घबरा गया,
रोज़ी ने मुझे कस के पकड़ लिया और मुझ से चिपक कर काँपने लगी,
रोज़ी दर्द की बजह से काँप रही थी,
या पहले orgasm की बजह से काँप रही थी,
मुझे नहीं पता,
मुझे अपने पेट पर बहुत सारा गीला गीला लग रहा था,
अपनी उँगलियाँ से गीलेपन को टच करके देखा तो,
रोज़ी की चूत रस के साथ रोज़ी की चूत से कुँवारी झिल्ली
के टूटने की बजह से लाल रंग का blood mix हो कर बाहर आ रहा था,
मैं-रोज़ी तुम ठीक तो हो,
रोज़ी मेरी छाती पर अपनी गाल रख कर आँखें बंद कर चुप लेटी हुई थी,
रोज़ी ने सिर हिलाकर कहा वो ठीक है,
रोज़ी तुम्हारी चूत से bleeding हो रही है,मैंने रोज़ी को कहा,
तुम एक बार अपनी चूत में से मेरा लण्ड निकाल लो तो देख लूँ
की तुम्हारी चूत का हाल क्या है,
रोज़ी-ज़ोर से चीखी नहीं,Stay Put,stay inside,
अब तुम्हारा लण्ड मेरी चूत से बाहर कहीं नहीं जायेगा,
ये अब मेरी चूत में क़ैद हो गया है,और इसको उमर क़ैद की सज़ा सुना दी गई है,
बहुत तड़पी हूँ मैं तुम्हारे लण्ड के लिये,
बहुत तड़पाया है तूने मुझे,
तुम नहीं जानते,मैं कितना तरसी
हूँ तुम्हारा लण्ड अपनी चूत में लेने के लिये,
अपना हक़ पाने के लिए मैंने दुनिया
से कितनी लड़ाइयाँ लड़ी है ,
अब जब मुझे मेरा हक़ मिला है तो तुम कहते हो मैं तुम्हारे लण्ड को छोड़ दूँ,
नहीं कभी नहीं,
मेरी छाती रोज़ी के आंसुओं से तर हो गई,
अब चोदो मुझे ,ज़ोर ज़ोर सो चोदो,मेरे स्वामी
इस चूत को चोद चोद कर फाड़ दो,
मैंने नीचे से रोज़ी की चूत में धक्के मारने शुरू और ऊपर से रोज़ी
ने तेज़ी से मेरे लण्ड को चोदना शुरू कर दिया,
किसी तेज speed गाड़ी के piston की तरह हमारी ताबड़ तोड़
चुदाई चल रही थी,
दोनों ने हटने और थकने से मना कर दिया,
एक दूसरे के पेट टकराने की थाप की आवाज़ें आ रही थीं,
हम ने कितने धक्के एक दूसरे को चोदने के लिये मारे,इसकी मुझे
कोई गिनती नहीं,
दस पंद्रह मिण्ट तक चुदाई की ये रेस
चलती रही कि देखें पहले कौन झड़ता
है,जो पहले झड़े गा वही आज का
पहला राउंड जीतेगा,
रोज़ी मेरे ऊपर अब बैठ कर मुझे
चोद रही थी,रोज़ी के सिर के बाल अस्तव्यस्त हो कर हवा में उड़ रहे थे
चेहरे की नसें कसी हुई थीं,
रोज़ी के दोनों हथेलियाँ मेरी छाती पर
टिकी हुईं थीं,रोज़ी के पैर फ़र्श पर टीके हुए थे,
रोज़ी जल्दी झड़ने के चक्कर में मेरे लण्ड पर
तेज तेज उछल रही थी,
रोज़ी की सांस अब फूलने लगी थी,
रोज़ी अब और ना सह सकी और काँपते काँपते
मुझ पर गिर पड़ी और मेरे गाल चूमने लगी,
तभी एक तूफ़ान आया और रोज़ी लगातार पाँच
मिण्ट तक तड़पती रही और झड़ती रही,
रोज़ी ने झड़ते झड़ते मेरा गाल काट खाया,
और मुझको बुरी तरह से अपने आग़ोश में जकड़ लिया,
रोज़ी थोड़ी देर बाद मेरे गाल को जहां से काटा था
वहाँ पर चूमने लगी और बोली
इतने सालों से मैं इसी दिन इसी घड़ी के लिये तरस रही थी,
ये रात मुझे कभी नहीं भूलेगी जब मुझे प्रीतम ने प्यार की भीख दी,
मैं यही सोचती रहती ,कब तुम मेरी चूत में लण्ड डालकर मुझे चोदोगे,
कब मैं झड़ूँगी,कब मैं अपने चूत रस से तुम्हारे लण्ड को नहलाऊँगी,
अभी ये तो शुरुआत है, ये चूमना,काटना,चोदना और झड़ना ना ही रुकेगा,
ना बंद होगा,ये जारी रहेगा,
मैं-मैडम,आप तो शान से झड़ चुकी हो,पर
मेरा क्या होगा
रोज़ी-जनाब अब की झड़ने की बारी है,
कहकर रोज़ी ने फिर से मेरे लण्ड पर उछलना शुरू कर दिया,
हमारे शरीर से थप थप की आवाज़ आ रही थी,
रोज़ी जब ज़ोर से मेरे लण्ड को चोदती तो उसके मुँह से हप की आवाज़ निकलती,
अचानक रोज़ी ने नीचे झुककर अपना एक मुम्मा पकड़ कर मेरे मुँह में डाल कर
बोली,लो मेरे बाबू मेरे दुधू पियो,
मैंने रोज़ी के मम्मे को मुँह में भर लिया और निप्पल को चूसने लगा,
रोज़ी पहली बार चुदवाते हुए अपना मुम्मा चुसवा रही थी,
रोज़ी को मज़ा आने लगा,
यस यस सक मी हार्ड,
डार्लिंग मेरे मुम्मे चूस लो,मेरा निपल्ल काट खाओ,
इधर रोज़ी बोली जा रही ,मुझे मुम्मा भी चूसा रही थी और ऊपर
से अपनी चूत में मेरे लण्ड को अंदर बाहर भी कर रही थी,
रोज़ी ऊपर से धक्के पे धक्का लगा रही थी,
मैं रोज़ी के दोनों मम्मों को कस के अपने दोनों हाथों से उनको
मसलने लगा,रोज़ी के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगी,
रोज़ी के दोनों मुम्मे फूल कर कुप्पा हो गये,
रोज़ी-ज़ालिम साजन मैं झड़ने वाली हूँ,आह
मैंने जैसे ही रोज़ी का निप्पल दांत से काटा,
रोज़ी की चूत से रस की बरसात होने लगी,
ओह मेरी माँ मैं तो गई,
और मेरे गले लग कर रोज़ी वाली,सैयांजी मुझे कस
के जफ़ी डाल लो,मुझे अपनी बाहों में कस के पीस दो,
रोज़ी-आह आह मज़ा आ गया,फिर बोली
स्वामी,मेरी चूत से अपना लण्ड निकाले बग़ैर
मुझे अपने समेत धीरे से बेड पर लिटा दो,
रोज़ी की कहानी जारी रहेगी———






















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Nice
 
157
754
94
अब आगे—-
रोज़ी बनी दुल्हन



रोज़ी के मैंने बेड पर पीठ के बल
आराम से लिटा दिया,
और ख़ुद रोज़ी के ऊपर लेट गया,
रोज़ी की चूत झड़ते समय फैल जाती थी,

और अब झड़ने के बाद रोज़ी की चूत
ने फिर सिकुड़ कर मेरे लण्ड को पूरी तरह से जकड़ लिया था,
रोज़ी ने बड़ी चालाकी से अपनी दोनों
जाँघो को अच्छी तरह से आपस में जोड़ लिया,
ताकि ना ही मैं जल्दी से झड़ सकूँ और न ही अपना लण्ड हिला जुला सकूँ,ताकि रोज़ी आराम से लेटी हुई
अपनी चूत में मेरे मोटे लण्ड का आनंद
ज़्यादा ज़्यादा देर तक ले सके,
मेरे लण्ड को तो जब भी अपना मुँह छुपाने के लिये चूत मिल जाये,तो उसी चूत महारानी में
लण्ड महाराज अपना रस छोड़ने लगता था,
मेरे लण्ड का ये राज़ रोज़ी को मालूम था,इसलिये मेरे लण्ड को अपनी चूत में जकड़ कर रखा हुआ था,
ताकि जब तक मेरा लण्ड रोज़ी की चूत के अंदर तब तक मेरे लण्ड से रस leak करता रहेगा,
और इतनी प्यासी थी रोज़ी की चूत के मेरे लण्ड से जो भी रस निकलता उसको उसी टाइम चूस
लेती,और इसका पूरा लुत्फ़ रोज़ी उठा रही थी,
मेरा सात इंच लम्बा और मोटा लण्ड रोज़ी की चूत में पूरा तरह से फूल कर फिट हो गया था,
जो चारों ओर से रोज़ी की चूत
की दीवारों से चिपका हुआ था,
मेरा लण्ड किसी भी चूत में फँसकर
एक vibrator की तरह काम करता था,
जैसे ही मेरा लण्ड वीर्य रस चूत में छोड़ता था, तो उसमे से vibrator
की तरह vibrations निकलती जो
लड़की की चूत की दीवारों को vibrate कर देतीं और उनमे स्पंदन
से लड़की को भी अपनी चूत के G-spot में
vibrations और झटके महसूस होते थे,
रोज़ी का G-spot भी बहुत sensitive था,और
मेरा लण्ड जब भी रोज़ी के चूत की दीवारों के साथ
घिसता तो रोज़ी की चूत से रस निकलने लगता था,

रोज़ी इसी बात का मज़ा ले रही थी,
रोज़ी-बाबु भूख लगी है क्या,
लो मेरा दुधू पियो ,यह दूध से भरे हुए हैं,इनको पीने से आपके लण्ड
में ताक़त आयेगी
मैंने भी रोज़ी के रसेदार मुम्मे दोनों हाथों में पकड़ कर निप्पल पीने शुरू
कर दिये,
जैसे ही मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में वीर्य रस छोड़ता था,तो फूल जाता
था और रोज़ी की चूत की दीवारों में
vibration होने लगती थी और रोज़ी
की चूत भरभरा कर झड़ जाती और
अपने चूत रस से मेरे लण्ड को नहला
देती,और मेरा वीर्य रस रोज़ी की चूत
चूस जाती,हर दस मिण्ट बाद जब भी मेरा
वीर्य रस निकलता ,और रोज़ी झड़ने
लगती तो मेरे लण्ड को अपनी जाँघो
में और कस लेती और इतनी ऊँची
ऊँची moan करती के बाहर खड़ा
कोई भी व्यक्ति उसको सुन सकता था,
एक घंटे तक मेरा वीर्य रस निकलता
रहा और रोज़ी झड़ती रही और आँहें
भरती रही,और मज़े लेती रही,
दोनों झड़ झड़ कर इतने थक गये थे की
एक दूसरे की बाहों में,कब सो गये
पता ही नहीं चला,रोज़ी मेरा लण्ड अपनी चूत में लिये हुए मेरे नीचे सो
रही थी ,जैसे ही मेरा लण्ड सिकुड़ा,
मैंने रोज़ी की दोनों जाँघो को चौड़ा
किया और अपना लण्ड रोज़ी की चूत
से बाहर निकाल लिया,और रोज़ी बग़ल में लेटकर मैं भी सो गया,
जब मैं उठा तो रात के दस बजे थे,रोज़ी अभी गहरी नींद में सो रही थी,
मैंने रोज़ी को जगाया तो मुझे पकड़ कर अपने ऊपर गिरा कर चूमने लगी,
मैं-डार्लिंग मुझे भूख लग रही है,
रोज़ी-मैं fresh हो लूँ फिर ख़ाना
खाते हैं.
इतना कहकर रोज़ी बाथरूम
में घूस गई और दस मिण्ट बाद नहा
कर,nighty पहन कर आ गई,
डार्लिंग आप भी नहा लो तब तक मैं
ख़ाना गरम करके table पर लगाती
हूँ,
दस मिण्ट बाद नहा कर मैंने भी
एक नाइटी पहन ली,
टेबल के पास सोफ़े पर बैठी रोज़ी
अभी नहा कर आयी थी गुलाब के फूल की तरह खिली हुई,खुले हुए
बाल ,बहुत सुंदर लग रही थी,
अपनी चूत चुदाई ने और मेरे वीर्य ने इस लड़की
को कितनी सुंदर बना दिया था,
टेबल पर एक bucket में ice के बीच शैम्पेन की bottle
पड़ी हुई थी
मैंने bottle का cork खोला और अंगूठे से सुराख़ बंद करके ज़ोर से shake किया और अंगूठा हटा लियाऔरशैम्पेन से दोनों को भिगो
दिया और फिर दो पेग भर लिये,
एक एक पेग दोनों ने उठा लिया
और मैंने तो एक ही बार में bottom up कर दिया,
रोज़ी पहली वार दारू पी रही थी,इसलिये डर भी रही थी की कहीं
ज़्यादा ना चढ़ जाये पर मैंने समझाया
आज की रात enjoy करने की और
celeberate करने की है,इसलिये
enjoy करो डरो मत,यह पहला
पेग ख़त्म करो बाक़ी bottle खाने
के साथ साथ पियेंगे,
क्या सारी बोतल पीनी पड़ेगी,रोज़ी ने पूछा
नहीं जब तक चढ़ती नहीं,तब तक पियेंगे,
जब रोज़ी को एक वार मज़ा आने लगा तो उसके
बाद रोज़ी ने पीने से मना नहीं किया,
ख़ाना धीरे धीरे ख़त्म करते करते बारह बज गये थे,
थोड़ी सी शैम्पेन बच गई थी,मैंने बाक़ी bottle साइड में रख दी,
मैंने रोज़ी को पकड़ कर खड़ा कर दिया की चलो डांस करते हैं,
रोज़ी ने लड़खड़ाती ज़ुबान में कहा की मुझे डांस नहीं आता,
मैंने रोज़ी को पकड़ कर डांस करना शुरू कर दिया,
रोज़ी ने डांस करते करते अपनी नाइटी उतार दी,
साथ में मेरी नाइटी खींच कर उतार दी,
मैंने रोज़ी के होंठों को चूसना शुरू
कर दिया,रोज़ी ने मेरे मुँह में अपनी
जीभ डालकर मेरे जीभ को चाटने
लगी,
रोज़ी की चूत ने अब पानी छोड़ना शुरू कर दिया था,
रोज़ी ने मेरे लण्ड को पकड़ कर ,
अपनी भीगी चूत में घुसेड़ लिया और
मुझ से चिपक कर मुझे खड़ी खड़ी
धक्के मारने लगी,धक्के लगाते लगाते
रोज़ी का clit मेरे लण्ड से रगड़ रहा था,
चुदास तो थी ही रोज़ी इतने देर से भरी
हुई थी कि चार पाँच धक्कों में ही झटके
खाकर झड़ने लगी,
रोज़ी झड़ते हुए मेरे होंठ चूस रही थी,
जितनी शिद्दत से रोज़ी झड़ रही थी,
उतने ही ज़ोर से मेरे होंठ चबा कर
खाने लगी,रोज़ी ने बेसुधी में मेरा होंठ काट खाया,
मेरी तो इतनी ज़ोर से चीख निकली के रोज़ी भी घबरा गई,
रोज़ी ने जल्दी से मेरे होंठ छोड़ दिये,और बोली
रोज़ी-डार्लिंग क्या हुआ?
मैं-मेरे होंठ में बहुत दर्द हो रहा है,
उन में से blood निकल रहा था
मेरा लण्ड रोज़ी की चूत से सिकुड़
कर बाहर निकल आया था,
रोज़ी मेरे होंठों से ब्लड निकलता
देख घबरा गई,
रोज़ी-डार्लिंग तुम्हारे होंठों से तो bleeding हो रही है,अब क्या
करें,
मैं -तुमने मुझे काट खाया है,इसकी तुम्हें भरपूर सज़ा मिलेगी
रोज़ी-अपने दोनों हाथ आगे करके,
मेरे आका आप जो भी सज़ा मुझे दोगे
मुझे मंज़ूर है,
मैं-तुम्हें उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई
जा रही है,
रोज़ी-आपकी कसूरबार हाज़र है,
मेरे हाथों में हथकड़ियाँ पहना दीजिये,
रोज़ी ने रोते हुए दोनों हाथ अपने हथकड़ी पहनने के लिये आगे करते
हुए कहा,
मैंने अपने हाथ के अंगूठे को अपने
होंठ पर मसल कर उसपर अपना blood अच्छी तरह से मलकर
रोज़ी की माँग भर दी,
मैंने रोज़ी को अपनी छाती से लगाते
हुए कहा,
तुम्हें उम्र क़ैद की सज़ा हुई है,अब तुम्हें
Mrs.Kohli बनकर सारी उम्र मेरे दिल
में घर बना कर रहना होगा,
रोज़ी ने रो रो कर मेरी सारी छाती अपने आंसुओं से भिगो दी,
मैं-पगली रोती क्यों है,आज तो celeberate करने का दिन है,
रोज़ी-अपने जो सजा मुझे
दी है,उसकी ख़ुशी मुझसे सहन
नहीं हुईं और आंसुओं के रूप में
आँखो से बह निकली,
रोज़ी बोली मुझे अगले सो जन्मों तक
Mrs Kohli बन कर रहना मंज़ूर है,फिर
रोज़ी मुझे चूमने लगी और मेरे होठों
पर और chin पर लगा blood
अपनी जीभ से चाट कर साफ़ कर दिया,
फिर दीवार पर लगे mirror में अपना
चेहरा देख कर अपनी माँग में हाथ फेरा, फिर भाग कर घर के अन्दर चली
गयी,
वो सारा सामान जो रोज़ी शॉपिंग
माल से लाई थी लाकर टेबल पर
रख दिया
फिर एक दिये में घी डाल कर
दिया जला कर एक round टेबल पर
रख दिया
मैं-रोज़ी तुम क्या कर रही हो
रोज़ी-आप बस देखते जाओ,मैं जैसे
कहूँ करते जाना बस,
आप सीधे खड़े रहना,मैंने पहले आप
का लण्ड चूसना है,
इतना कहकर रोज़ी नीचे बैठ गई,
और मेरा लण्ड चूसने लगी,
जब मेरा लण्ड पत्थर की तरह hard
हो गया,उसमे से कुछ बूँदे मेरे वीर्य की टपक रही थीं तो रोज़ी ने खड़े होने से पहले उसको अपनी जीभ से चाट लिया फिर रोज़ी खड़ी होकर मेरे से लिपट गई और मुझे चूमने लगी,
साथ में मुँह में कुछ बुदबुदा रही थी,
रोज़ी-नाथ मेरी एक टांग पकड़ कर ऊपर को उठा दो
ताकि मेरी चूत का सुराख़ चौड़ा हो
जाये,रोज़ी ने मुझे कस के अपनी
दोनों बाहों से मुझे जफ़ी डाल रखी थी,
मैंने रोज़ी की एक टांग को एक हाथ
से पकड़ कर ऊपर उठा दिया,
रोज़ी-डार्लिंग अब एक हाथ से अपने
लण्ड के सूपड़े को पकड़ कर मेरी चूत के रस से लपेट कर मेरी चूत के सुराख़ में डाल दो और नीचे से ज़ोर
का धक्का मार कर,अपने लण्ड को मेरी चूत की जड़ तक पहुँचा दो,
मैंने अपने लण्ड का सूपड़ा जैसे ही
रोज़ी की चूत के सुराख़ में फँसाया,
रोज़ी के मुँह से एक लम्बी आह निकली और जब मैंने रोज़ी की चूत
में लण्ड पूरा घुसेड़ा तो रोज़ी ज़ोर से moan
करने लगी,आह मेरी जान,
फिर मैंने रोज़ी की टांग को धीरे से नीचे
कर दिया,
मैं-डार्लिंग अब क्या करना है,
रोज़ी-जानू जैसे मैंने तुम्हें जफ़ी डाली
है,वैसे ही तुम मुझे कस के जफ़ी डाल
लो,
मैंने-रोज़ी को जफ़ी डाल कर पूछा
अब क्या हुकम है जनाब का
रोज़ी अब आप आगे आगे चल कर मुझे साथ लेकर अग्नि के सात फेरे लेंगे,
मैं-डार्लिंग क्या पागल हो गई हो क्या
मैं-हाँ आपके प्यार में इतना पागल हो गई हूँ ओर उसमे इतनी गहराई तक डूब गई
हूँ की अपनी सुधबुध ही खो बैठी हूँ,
मैंने रोज़ी के साथ धीरे धीरे अग्नि के फेरे लेने शुरू कर दिये,
रोज़ी मैं जैसे जैसे सौगंध खाऊँ अपने भी वैसे वैसे मेरे साथ सौगंध खानी है,
रोज़ी-पहला वचन आज से मैं आपकी धर्म की पत्नी होने की सौगंध खाती हूँ,
मैं-मैं आज से तुम्हारा धर्म का पति होने की सौगंध खाता हूँ,
रोज़ी-मेरा तन मन जीवन आज से आपका हुआ,
मैं-मेरा भी यही वचन है,
रोज़ी-मैंने आपको अगले सात जन्मों तक अपना धर्म
पति मान लिया है,
रोज़ी-मैं आज से
आपके सिवा किस और मर्द से चुदवाई नहीं करवाऊँगी,
रोज़ी-मैं अपने पेट से सिर्फ़ आपके वीर्य से बच्चे पैदा करूँगी,
रोज़ी-मैं जनम जन्मांतर आपके हर दुख सुख में साथ निभाऊँगी,
रोज़ी-मैं आपकी हर आज्ञा का पालन करूँगी,
रोज़ी-मैं दिन रात आपकी सेवा करूँगी,
मैं -रोज़ी अब बस करो इतनी सौगंध कौन पत्नी अपने पति के लिए
खाती है,
मैं -अग्नि के सात फेरे पूरे हो गये हैं,अब आगे पत्नी जी का क्या हुकम है,
रोज़ी-अब आप अपना लण्ड मेरी चूत में से निकाल कर फटाफट
मेरे मुँह में डाल दो,
मैंने जैसे ही अपना लण्ड रोज़ी की चूत से निकाला तो उस पर रोज़ी की
चूत की पूरी मलाई लगी हुई थी,साथ में मेरा मखन भी लगा हुआ था,
रोज़ी ने मेरा लण्ड अच्छी तरह से चाट कर साफ़ कर दिया,
रोज़ी-आपकी धरम पत्नी बनने के बाद मेरा यह आपके लण्ड
का पहला प्रशाद था,आप भी मेरी गीली चूत को चाट लो,
मैंने नीचे बैठ कर रोज़ी की सारी मलाई चाट ली,
रोज़ी-अब मेरे दुधु चूस कर ,दोनों दुधु पर अपनी लव bite बनाकर अपनी
मोहर लगाकर इन पर अपना क़ब्ज़ा जमा लो,
फिर रोज़ी ने मुझे सिंदूर की डिबिया पकड़ा दी,
मैंने सिंदूर से रोज़ी की माँग भर दी,
रोज़ी -पतिदेव अपने नाम का अब ये मंगल सूत्र मुझे पहना कर
मुझे अपनी धर्म पत्नी बना लो,
रोज़ी ने फिर एक रिंग मुझे पहना दी,
एक मुझे पकड़ा दी जो मैंने रोज़ी को पहना दी,
रोज़ी ने मुझे फिर अपने हाथ में bengals पहनाने को बोली,
फिर हम दोनों ने एक दूसरे के हार पहना दिये,
मैं-डार्लिंग ,तुमने ये सब शादी का सामान पहले से ही लेकर रखा हुआ था,
क्या तुम्हें पता था आज हमारी शादी हो जाएगी,
रोज़ी-ये सब सामान तो अपनी शादी के लिये ही इक्ठा कर रही थी,
पर ये नहीं सोचा था हमारी शादी आज ही हो जाएगी,
और हमारा कोई परिवार का मेम्बर हमारे पास नहीं होगा,
रोज़ी-पतिदेव आप कैसे आंटी को और सिम्मी को अपनी शादी के बारे में बतायेंगे,
मैंने तो अपने मम्मी डैडी को पहले से ही बोला हुआ है की अगर शादी करूंगी तो सिर्फ़ आपसे नहीं
तो कभी नहीं करूँगी,
मैं-मेरी मोम और सिम्मी मेरी तुम्हारे साथ शादी से बहुत खुश होंगी,
तुम उनकी चिंता मत करो,
मैं-डार्लिंग अब हमारी शादी तो हो गई है,क्यों ना हम भी नूरा कुश्ती करें तुम्हारी सहेली
की तरह,
रोज़ी-बदमाश कहीं के बड़े चुदक्कड़ हो जी आप तो,क्या मुझ से अब नूरा कुश्ती करोगे,
मैं-हाँ,जैसे तुम्हारी सहेली ने तुम्हें कर के दिखाया था,वैसे ही तुम
भी करके दिखाओ,
रोज़ी-पहले आप ये बताओ आप मुझे दिन में कितनी वार चोदोगे,

मैं-जब भी तुम मेरे सामने होंगी मैं तुम्हें पकड़ कर चोद दिया करूँगा,
रोज़ी-मैं तो चौबीस घंटे आपके पास आपके अंग संग रहूँगी,
फिर तो मैं चौबीसों घंटे आपसे चुदवा चुदवा कर मर ही जाऊँगी,
चलो पहले जो शैम्पेन bottle में बची है वो पीते हैं,
फिर नूरा कुश्ती खेलेंगे,
मैंने पहले ख़ुद एक घूँट शैम्पेन की bottle से सीधी पी ली,
फिर मैंने रोज़ी को एक घूँट पिला दी,
थोड़ी थोड़ी करके हमने पूरी bottle ख़ाली कर दी,
तब मैंने रोज़ी को गोदी में उठाया और बेड पे लेटा दिया,
रोज़ी-स्वामी बहुत मन कर रहा है चुदवाने को,
सुहागरात का पहला round जल्दी जल्दी से कर लें,
आओ मेरी बाहों में आ जाओ मेरे साजन,और मेरे ऊपर लेट जाओ,
मुझे प्यार करो,तुम्हें आज मुझे सारी रात चोदना है,थकना नहीं,
मैं भी आज आपको छोड़ूँगी नहीं,
I am your slut,
fuck me ,fuck me non stop,
dont stop till I die,
drill me hard,
cum deep inside me,
give me your baby,
रोज़ी-मेरे साजन अब डाल दो अपना लण्ड मेरी चूत में,
और ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे,मेरी चूत फाड़ दो आज,
आह यस यस
मेरे मुम्मे चूसो जानू,
खा जाओ इनको,
मैंने रोज़ी की चूत में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने शुरू कर दिये,
मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में पूरा तरह से फूल कर रोज़ी की
चूत की दीवारों में vibration देने लगा,
रोज़ी ने भी मज़े से चीखें मारनी शुरू कर दीं,
रोज़ी इतनी ज़ोर से झटके खा रही की सारा bed हिल रहा था,
फिर रोज़ी ने ऐसी पलटी मारी के मैं नीचे और रोज़ी मेरे ऊपर,
रोज़ी ने मेरे लण्ड के ऊपर उछलना कूदना शुरू कर दिया,
सारे कमरे में पच पच की आवाज़ें आ रही थी,
रोज़ी ने फिर पलटी मरी,अब मैं रोज़ी के ऊपर और रोज़ी
मेरे नीचे,
रोज़ी ज़ोर से चिल्लाई आह और ज़ोर से चोदो मुझे स्वामी यस यस मैं गई स्वामी,
कह कर ज़ोर ज़ोर से झड़ने लगी,
रोज़ी मेरे गालों को मुँह में भर कर काँप रही थी,इतनी उतेजना थी रोज़ी को के मेरी पीठ पर रोज़ी
ने अपने नाखून ज़ोर से गाड़ दिये और बेसुध होकर चुप चाप लेट गई
मैं भी थका हरा झड़ कर रोज़ी के ऊपर ही लेट गया,और सो गया
बाक़ी फिर ———-
 
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Ek number

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अब आगे—-
रोज़ी बनी दुल्हन


F80-F010-F-7-F5-B-4-B08-B5-DF-3-E3-CF7-D97-D69Roz
रोज़ी के मैंने बेड पर पीठ के बल
आराम से लिटा दिया,
और ख़ुद रोज़ी के ऊपर लेट गया,
रोज़ी की चूत झड़ते समय फैल जाती थी,

और अब झड़ने के बाद रोज़ी की चूत
ने फिर सिकुड़ कर मेरे लण्ड को पूरी तरह से जकड़ लिया था,
रोज़ी ने बड़ी चालाकी से अपनी दोनों
जाँघो को अच्छी तरह से आपस में जोड़ लिया,
ताकि ना ही मैं जल्दी से झड़ सकूँ और न ही अपना लण्ड हिला जुला सकूँ,ताकि रोज़ी आराम से लेटी हुई
अपनी चूत में मेरे मोटे लण्ड का आनंद
ज़्यादा ज़्यादा देर तक ले सके,
मेरे लण्ड को तो जब भी अपना मुँह छुपाने के लिये चूत मिल जाये,तो उसी चूत महारानी में
लण्ड महाराज अपना रस छोड़ने लगता था,
मेरे लण्ड का ये राज़ रोज़ी को मालूम था,इसलिये मेरे लण्ड को अपनी चूत में जकड़ कर रखा हुआ था,
ताकि जब तक मेरा लण्ड रोज़ी की चूत के अंदर तब तक मेरे लण्ड से रस leak करता रहेगा,
और इतनी प्यासी थी रोज़ी की चूत के मेरे लण्ड से जो भी रस निकलता उसको उसी टाइम चूस
लेती,और इसका पूरा लुत्फ़ रोज़ी उठा रही थी,
मेरा सात इंच लम्बा और मोटा लण्ड रोज़ी की चूत में पूरा तरह से फूल कर फिट हो गया था,
जो चारों ओर से रोज़ी की चूत
की दीवारों से चिपका हुआ था,
मेरा लण्ड किसी भी चूत में फँसकर
एक vibrator की तरह काम करता था,
जैसे ही मेरा लण्ड वीर्य रस चूत में छोड़ता था, तो उसमे से vibrator
की तरह vibrations निकलती जो
लड़की की चूत की दीवारों को vibrate कर देतीं और उनमे स्पंदन
से लड़की को भी अपनी चूत के G-spot में
vibrations और झटके महसूस होते थे,
रोज़ी का G-spot भी बहुत sensitive था,और
मेरा लण्ड जब भी रोज़ी के चूत की दीवारों के साथ
घिसता तो रोज़ी की चूत से रस निकलने लगता था,

रोज़ी इसी बात का मज़ा ले रही थी,
रोज़ी-बाबु भूख लगी है क्या,
लो मेरा दुधू पियो ,यह दूध से भरे हुए हैं,इनको पीने से आपके लण्ड
में ताक़त आयेगी
मैंने भी रोज़ी के रसेदार मुम्मे दोनों हाथों में पकड़ कर निप्पल पीने शुरू
कर दिये,
जैसे ही मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में वीर्य रस छोड़ता था,तो फूल जाता
था और रोज़ी की चूत की दीवारों में
vibration होने लगती थी और रोज़ी
की चूत भरभरा कर झड़ जाती और
अपने चूत रस से मेरे लण्ड को नहला
देती,और मेरा वीर्य रस रोज़ी की चूत
चूस जाती,हर दस मिण्ट बाद जब भी मेरा
वीर्य रस निकलता ,और रोज़ी झड़ने
लगती तो मेरे लण्ड को अपनी जाँघो
में और कस लेती और इतनी ऊँची
ऊँची moan करती के बाहर खड़ा
कोई भी व्यक्ति उसको सुन सकता था,
एक घंटे तक मेरा वीर्य रस निकलता
रहा और रोज़ी झड़ती रही और आँहें
भरती रही,और मज़े लेती रही,
दोनों झड़ झड़ कर इतने थक गये थे की
एक दूसरे की बाहों में,कब सो गये
पता ही नहीं चला,रोज़ी मेरा लण्ड अपनी चूत में लिये हुए मेरे नीचे सो
रही थी ,जैसे ही मेरा लण्ड सिकुड़ा,
मैंने रोज़ी की दोनों जाँघो को चौड़ा
किया और अपना लण्ड रोज़ी की चूत
से बाहर निकाल लिया,और रोज़ी बग़ल में लेटकर मैं भी सो गया,
जब मैं उठा तो रात के दस बजे थे,रोज़ी अभी गहरी नींद में सो रही थी,
मैंने रोज़ी को जगाया तो मुझे पकड़ कर अपने ऊपर गिरा कर चूमने लगी,
मैं-डार्लिंग मुझे भूख लग रही है,
रोज़ी-मैं fresh हो लूँ फिर ख़ाना
खाते हैं.
इतना कहकर रोज़ी बाथरूम
में घूस गई और दस मिण्ट बाद नहा
कर,nighty पहन कर आ गई,
डार्लिंग आप भी नहा लो तब तक मैं
ख़ाना गरम करके table पर लगाती
हूँ,
दस मिण्ट बाद नहा कर मैंने भी
एक नाइटी पहन ली,
टेबल के पास सोफ़े पर बैठी रोज़ी
अभी नहा कर आयी थी गुलाब के फूल की तरह खिली हुई,खुले हुए
बाल ,बहुत सुंदर लग रही थी,
अपनी चूत चुदाई ने और मेरे वीर्य ने इस लड़की
को कितनी सुंदर बना दिया था,
टेबल पर एक bucket में ice के बीच शैम्पेन की bottle
पड़ी हुई थी
मैंने bottle का cork खोला और अंगूठे से सुराख़ बंद करके ज़ोर से shake किया और अंगूठा हटा लियाऔरशैम्पेन से दोनों को भिगो
दिया और फिर दो पेग भर लिये,
एक एक पेग दोनों ने उठा लिया
और मैंने तो एक ही बार में bottom up कर दिया,
रोज़ी पहली वार दारू पी रही थी,इसलिये डर भी रही थी की कहीं
ज़्यादा ना चढ़ जाये पर मैंने समझाया
आज की रात enjoy करने की और
celeberate करने की है,इसलिये
enjoy करो डरो मत,यह पहला
पेग ख़त्म करो बाक़ी bottle खाने
के साथ साथ पियेंगे,
क्या सारी बोतल पीनी पड़ेगी,रोज़ी ने पूछा
नहीं जब तक चढ़ती नहीं,तब तक पियेंगे,
जब रोज़ी को एक वार मज़ा आने लगा तो उसके
बाद रोज़ी ने पीने से मना नहीं किया,
ख़ाना धीरे धीरे ख़त्म करते करते बारह बज गये थे,
थोड़ी सी शैम्पेन बच गई थी,मैंने बाक़ी bottle साइड में रख दी,
मैंने रोज़ी को पकड़ कर खड़ा कर दिया की चलो डांस करते हैं,
रोज़ी ने लड़खड़ाती ज़ुबान में कहा की मुझे डांस नहीं आता,
मैंने रोज़ी को पकड़ कर डांस करना शुरू कर दिया,
रोज़ी ने डांस करते करते अपनी नाइटी उतार दी,
साथ में मेरी नाइटी खींच कर उतार दी,
मैंने रोज़ी के होंठों को चूसना शुरू
कर दिया,रोज़ी ने मेरे मुँह में अपनी
जीभ डालकर मेरे जीभ को चाटने
लगी,
रोज़ी की चूत ने अब पानी छोड़ना शुरू कर दिया था,
रोज़ी ने मेरे लण्ड को पकड़ कर ,
अपनी भीगी चूत में घुसेड़ लिया और
मुझ से चिपक कर मुझे खड़ी खड़ी
धक्के मारने लगी,धक्के लगाते लगाते
रोज़ी का clit मेरे लण्ड से रगड़ रहा था,
चुदास तो थी ही रोज़ी इतने देर से भरी
हुई थी कि चार पाँच धक्कों में ही झटके
खाकर झड़ने लगी,
रोज़ी झड़ते हुए मेरे होंठ चूस रही थी,
जितनी शिद्दत से रोज़ी झड़ रही थी,
उतने ही ज़ोर से मेरे होंठ चबा कर
खाने लगी,रोज़ी ने बेसुधी में मेरा होंठ काट खाया,
मेरी तो इतनी ज़ोर से चीख निकली के रोज़ी भी घबरा गई,
रोज़ी ने जल्दी से मेरे होंठ छोड़ दिये,और बोली
रोज़ी-डार्लिंग क्या हुआ?
मैं-मेरे होंठ में बहुत दर्द हो रहा है,
उन में से blood निकल रहा था
मेरा लण्ड रोज़ी की चूत से सिकुड़
कर बाहर निकल आया था,
रोज़ी मेरे होंठों से ब्लड निकलता
देख घबरा गई,
रोज़ी-डार्लिंग तुम्हारे होंठों से तो bleeding हो रही है,अब क्या
करें,
मैं -तुमने मुझे काट खाया है,इसकी तुम्हें भरपूर सज़ा मिलेगी
रोज़ी-अपने दोनों हाथ आगे करके,
मेरे आका आप जो भी सज़ा मुझे दोगे
मुझे मंज़ूर है,
मैं-तुम्हें उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई
जा रही है,
रोज़ी-आपकी कसूरबार हाज़र है,
मेरे हाथों में हथकड़ियाँ पहना दीजिये,
रोज़ी ने रोते हुए दोनों हाथ अपने हथकड़ी पहनने के लिये आगे करते
हुए कहा,
मैंने अपने हाथ के अंगूठे को अपने
होंठ पर मसल कर उसपर अपना blood अच्छी तरह से मलकर
रोज़ी की माँग भर दी,
मैंने रोज़ी को अपनी छाती से लगाते
हुए कहा,
तुम्हें उम्र क़ैद की सज़ा हुई है,अब तुम्हें
Mrs.Kohli बनकर सारी उम्र मेरे दिल
में घर बना कर रहना होगा,
रोज़ी ने रो रो कर मेरी सारी छाती अपने आंसुओं से भिगो दी,
मैं-पगली रोती क्यों है,आज तो celeberate करने का दिन है,
रोज़ी-अपने जो सजा मुझे
दी है,उसकी ख़ुशी मुझसे सहन
नहीं हुईं और आंसुओं के रूप में
आँखो से बह निकली,
रोज़ी बोली मुझे अगले सो जन्मों तक
Mrs Kohli बन कर रहना मंज़ूर है,फिर
रोज़ी मुझे चूमने लगी और मेरे होठों
पर और chin पर लगा blood
अपनी जीभ से चाट कर साफ़ कर दिया,
फिर दीवार पर लगे mirror में अपना
चेहरा देख कर अपनी माँग में हाथ फेरा, फिर भाग कर घर के अन्दर चली
गयी,
वो सारा सामान जो रोज़ी शॉपिंग
माल से लाई थी लाकर टेबल पर
रख दिया
फिर एक दिये में घी डाल कर
दिया जला कर एक round टेबल पर
रख दिया
मैं-रोज़ी तुम क्या कर रही हो
रोज़ी-आप बस देखते जाओ,मैं जैसे
कहूँ करते जाना बस,
आप सीधे खड़े रहना,मैंने पहले आप
का लण्ड चूसना है,
इतना कहकर रोज़ी नीचे बैठ गई,
और मेरा लण्ड चूसने लगी,
जब मेरा लण्ड पत्थर की तरह hard
हो गया,उसमे से कुछ बूँदे मेरे वीर्य की टपक रही थीं तो रोज़ी ने खड़े होने से पहले उसको अपनी जीभ से चाट लिया फिर रोज़ी खड़ी होकर मेरे से लिपट गई और मुझे चूमने लगी,
साथ में मुँह में कुछ बुदबुदा रही थी,
रोज़ी-नाथ मेरी एक टांग पकड़ कर ऊपर को उठा दो
ताकि मेरी चूत का सुराख़ चौड़ा हो
जाये,रोज़ी ने मुझे कस के अपनी
दोनों बाहों से मुझे जफ़ी डाल रखी थी,
मैंने रोज़ी की एक टांग को एक हाथ
से पकड़ कर ऊपर उठा दिया,
रोज़ी-डार्लिंग अब एक हाथ से अपने
लण्ड के सूपड़े को पकड़ कर मेरी चूत के रस से लपेट कर मेरी चूत के सुराख़ में डाल दो और नीचे से ज़ोर
का धक्का मार कर,अपने लण्ड को मेरी चूत की जड़ तक पहुँचा दो,
मैंने अपने लण्ड का सूपड़ा जैसे ही
रोज़ी की चूत के सुराख़ में फँसाया,
रोज़ी के मुँह से एक लम्बी आह निकली और जब मैंने रोज़ी की चूत
में लण्ड पूरा घुसेड़ा तो रोज़ी ज़ोर से moan
करने लगी,आह मेरी जान,
फिर मैंने रोज़ी की टांग को धीरे से नीचे
कर दिया,
मैं-डार्लिंग अब क्या करना है,
रोज़ी-जानू जैसे मैंने तुम्हें जफ़ी डाली
है,वैसे ही तुम मुझे कस के जफ़ी डाल
लो,
मैंने-रोज़ी को जफ़ी डाल कर पूछा
अब क्या हुकम है जनाब का
रोज़ी अब आप आगे आगे चल कर मुझे साथ लेकर अग्नि के सात फेरे लेंगे,
मैं-डार्लिंग क्या पागल हो गई हो क्या
मैं-हाँ आपके प्यार में इतना पागल हो गई हूँ ओर उसमे इतनी गहराई तक डूब गई
हूँ की अपनी सुधबुध ही खो बैठी हूँ,
मैंने रोज़ी के साथ धीरे धीरे अग्नि के फेरे लेने शुरू कर दिये,
रोज़ी मैं जैसे जैसे सौगंध खाऊँ अपने भी वैसे वैसे मेरे साथ सौगंध खानी है,
रोज़ी-पहला वचन आज से मैं आपकी धर्म की पत्नी होने की सौगंध खाती हूँ,
मैं-मैं आज से तुम्हारा धर्म का पति होने की सौगंध खाता हूँ,
रोज़ी-मेरा तन मन जीवन आज से आपका हुआ,
मैं-मेरा भी यही वचन है,
रोज़ी-मैंने आपको अगले सात जन्मों तक अपना धर्म
पति मान लिया है,
रोज़ी-मैं आज से
आपके सिवा किस और मर्द से चुदवाई नहीं करवाऊँगी,
रोज़ी-मैं अपने पेट से सिर्फ़ आपके वीर्य से बच्चे पैदा करूँगी,
रोज़ी-मैं जनम जन्मांतर आपके हर दुख सुख में साथ निभाऊँगी,
रोज़ी-मैं आपकी हर आज्ञा का पालन करूँगी,
रोज़ी-मैं दिन रात आपकी सेवा करूँगी,
मैं -रोज़ी अब बस करो इतनी सौगंध कौन पत्नी अपने पति के लिए
खाती है,
मैं -अग्नि के सात फेरे पूरे हो गये हैं,अब आगे पत्नी जी का क्या हुकम है,
रोज़ी-अब आप अपना लण्ड मेरी चूत में से निकाल कर फटाफट
मेरे मुँह में डाल दो,
मैंने जैसे ही अपना लण्ड रोज़ी की चूत से निकाला तो उस पर रोज़ी की
चूत की पूरी मलाई लगी हुई थी,साथ में मेरा मखन भी लगा हुआ था,
रोज़ी ने मेरा लण्ड अच्छी तरह से चाट कर साफ़ कर दिया,
रोज़ी-आपकी धरम पत्नी बनने के बाद मेरा यह आपके लण्ड
का पहला प्रशाद था,आप भी मेरी गीली चूत को चाट लो,
मैंने नीचे बैठ कर रोज़ी की सारी मलाई चाट ली,
रोज़ी-अब मेरे दुधु चूस कर ,दोनों दुधु पर अपनी लव bite बनाकर अपनी
मोहर लगाकर इन पर अपना क़ब्ज़ा जमा लो,
फिर रोज़ी ने मुझे सिंदूर की डिबिया पकड़ा दी,
मैंने सिंदूर से रोज़ी की माँग भर दी,
रोज़ी -पतिदेव अपने नाम का अब ये मंगल सूत्र मुझे पहना कर
मुझे अपनी धर्म पत्नी बना लो,
रोज़ी ने फिर एक रिंग मुझे पहना दी,
एक मुझे पकड़ा दी जो मैंने रोज़ी को पहना दी,
रोज़ी ने मुझे फिर अपने हाथ में bengals पहनाने को बोली,
फिर हम दोनों ने एक दूसरे के हार पहना दिये,
मैं-डार्लिंग ,तुमने ये सब शादी का सामान पहले से ही लेकर रखा हुआ था,
क्या तुम्हें पता था आज हमारी शादी हो जाएगी,
रोज़ी-ये सब सामान तो अपनी शादी के लिये ही इक्ठा कर रही थी,
पर ये नहीं सोचा था हमारी शादी आज ही हो जाएगी,
और हमारा कोई परिवार का मेम्बर हमारे पास नहीं होगा,
रोज़ी-पतिदेव आप कैसे आंटी को और सिम्मी को अपनी शादी के बारे में बतायेंगे,
मैंने तो अपने मम्मी डैडी को पहले से ही बोला हुआ है की अगर शादी करूंगी तो सिर्फ़ आपसे नहीं
तो कभी नहीं करूँगी,
मैं-मेरी मोम और सिम्मी मेरी तुम्हारे साथ शादी से बहुत खुश होंगी,
तुम उनकी चिंता मत करो,
मैं-डार्लिंग अब हमारी शादी तो हो गई है,क्यों ना हम भी नूरा कुश्ती करें तुम्हारी सहेली
की तरह,
रोज़ी-बदमाश कहीं के बड़े चुदक्कड़ हो जी आप तो,क्या मुझ से अब नूरा कुश्ती करोगे,
मैं-हाँ,जैसे तुम्हारी सहेली ने तुम्हें कर के दिखाया था,वैसे ही तुम
भी करके दिखाओ,
रोज़ी-पहले आप ये बताओ आप मुझे दिन में कितनी वार चोदोगे,

मैं-जब भी तुम मेरे सामने होंगी मैं तुम्हें पकड़ कर चोद दिया करूँगा,
रोज़ी-मैं तो चौबीस घंटे आपके पास आपके अंग संग रहूँगी,
फिर तो मैं चौबीसों घंटे आपसे चुदवा चुदवा कर मर ही जाऊँगी,
चलो पहले जो शैम्पेन bottle में बची है वो पीते हैं,
फिर नूरा कुश्ती खेलेंगे,
मैंने पहले ख़ुद एक घूँट शैम्पेन की bottle से सीधी पी ली,
फिर मैंने रोज़ी को एक घूँट पिला दी,
थोड़ी थोड़ी करके हमने पूरी bottle ख़ाली कर दी,
तब मैंने रोज़ी को गोदी में उठाया और बेड पे लेटा दिया,
रोज़ी-स्वामी बहुत मन कर रहा है चुदवाने को,
सुहागरात का पहला round जल्दी जल्दी से कर लें,
आओ मेरी बाहों में आ जाओ मेरे साजन,और मेरे ऊपर लेट जाओ,
मुझे प्यार करो,तुम्हें आज मुझे सारी रात चोदना है,थकना नहीं,
मैं भी आज आपको छोड़ूँगी नहीं,
I am your slut,
fuck me ,fuck me non stop,
dont stop till I die,
drill me hard,
cum deep inside me,
give me your baby,
रोज़ी-मेरे साजन अब डाल दो अपना लण्ड मेरी चूत में,
और ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे,मेरी चूत फाड़ दो आज,
आह यस यस
मेरे मुम्मे चूसो जानू,
खा जाओ इनको,
मैंने रोज़ी की चूत में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने शुरू कर दिये,
मेरा लण्ड रोज़ी की चूत में पूरा तरह से फूल कर रोज़ी की
चूत की दीवारों में vibration देने लगा,
रोज़ी ने भी मज़े से चीखें मारनी शुरू कर दीं,
रोज़ी इतनी ज़ोर से झटके खा रही की सारा bed हिल रहा था,
फिर रोज़ी ने ऐसी पलटी मारी के मैं नीचे और रोज़ी मेरे ऊपर,
रोज़ी ने मेरे लण्ड के ऊपर उछलना कूदना शुरू कर दिया,
सारे कमरे में पच पच की आवाज़ें आ रही थी,
रोज़ी ने फिर पलटी मरी,अब मैं रोज़ी के ऊपर और रोज़ी
मेरे नीचे,
रोज़ी ज़ोर से चिल्लाई आह और ज़ोर से चोदो मुझे स्वामी यस यस मैं गई स्वामी,
कह कर ज़ोर ज़ोर से झड़ने लगी,
रोज़ी मेरे गालों को मुँह में भर कर काँप रही थी,इतनी उतेजना थी रोज़ी को के मेरी पीठ पर रोज़ी
ने अपने नाखून ज़ोर से गाड़ दिये और बेसुध होकर चुप चाप लेट गई
मैं भी थका हरा झड़ कर रोज़ी के ऊपर ही लेट गया,और सो गया
बाक़ी फिर ———-
Nice update
 
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754
94
अब आगे—
मैं जब सो कर उठा,तो रोज़ी अभी गहरी नींद में पेट के बल सो रही थी,




]मैं उठ कर नहाने के लिये बाथरूम में चला गया,और दस मिण्ट बाद जब नहा कर वापस आया तो रोज़ी अभी भी सो
रही थी,
मैंने हिला कर रोज़ी को उठाया,तो रोज़ी ने उबासी लेते हुए मुझ से बोली,स्वामी मुझे
अभी सोना है,और फिर अचानक मेरा टॉवल खींच
कर मुझे नंगा कर दिया और मेरे लण्ड
को पकड़ कर खींच लिया और अपने मुँह में ले लिया,और चूसने लगी,
अगर सुबह सुबह आपकी बीबी आपका लण्ड चूस कर आपका दिन
शुरू करे तो आपको मज़ा तो आयेगा ही,
पाँच मिण्ट में ही मेरी गर्म बीबी
मेरे लण्ड का जूस निकाल कर पी गई,
फिर मुझे खिंच कर बिस्तर पर गिरा लिया,और
मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गयी और
मेरे लण्ड को अपनी गीली चूत पर
रगड़ रगड़ कर खड़ा करके अपनी चूत
के सुराख़ पर रख कर बैठ गई,मेरा
लण्ड भी मलाईदार चूत के अंदर
धप से घुस गया,
बस फिर तो मेरी गरमा गरम बीवी
मेरे लण्ड पर टूट ही पड़ी और धपाधप
मेरी चुदाई करने लगी,पाँच मिण्ट
लगे चुदक्कड़ पत्नी जी को झड़ने में,
मेरी बीबी ने अभी अभी मेरा लण्ड
चूस कर मेरा रस निकाला था,इसलिए मेरी बीवी तो पहले झड़ गई,
पर मैं अभी नहीं झड़ा था,
मेरी चुदक्कड़ बीबी झड़ने के बाद मेरे ऊपर ही लेटी रही,
मेरा लण्ड अभी भी मेरी बीवी ने अपनी चूत में फँसा कर रखा हुआ था,
मैंने रोज़ी के हाथ लगा कर देखा तो रोज़ी का बदन तप रहा था,
मैं-पत्नी जी आपको तो बुख़ार चढ़ा हुआ है,
जल्दी से उठो मैं तुमको बुख़ार की tablet दे देता हूँ,
तुम्हारा सारा बुख़ार उतार जाएगा,अगर ये बुख़ार तुम्हारे
सिर में चढ़ गया फिर तो इलाज के लिए तुम्हें doctor के पास जाना पड़ेगा,
रोज़ी-नहीं डार्लिंग मेरा ये बुख़ार कामवासना का बुख़ार है,
ये टेबलेट से नहीं उतरेगा,यह तो उस injection से उतरेगा जो सिर्फ़ तुम्हारे पास है,
वो एक इंजेक्शन तो मैंने आपसे ले लिया है ,अब
एक और इंजेक्शन की dose लूँगी तो बुख़ार उतर जायेगा,
जब मेरी बीवी का बुख़ार फिर 104 degree हुआ तो,
फिर से मेरे ऊपर मेरी कामातुर बीबी ने मेरे लण्ड के ऊपर पूरी speed से
उछलना चालू कर दिया और फिर तो पाँच मिण्ट में ही चीख मार कर झड़ गई,और
वहीं मेरे ऊपर ढेर हो गई,मैंने धीरे से रोज़ी को अपने ऊपर
से उतारा और side में लिटा दिया ,फिर मैंने अपना बदन पोंछ कर रोज़ी
की चूत का रस और अपने लण्ड का रस अपने बदन से पोंछ कर,
अपने office जाने की लिए कपड़े पहन कर ,और रोज़ी को
उसके बेड पर सोता छोड़ कर ऑफिस के लिये निकल गया,
ऑफिस पहुँच कर मैं अपने काम में जुट गया,थोड़ी देर बाद
ऑफिस की एक लड़की मेरे पास मेरे signature के लिये
कुछ फ़ाइल्स लेकर आ गई,
वो लड़की ज़्यादा ही झुककर मेरे नज़दीक होकर
अपने मुम्मे मेरे साथ घिस रही थी,और साथ में मुझमें
कुछ सूंघने की कोशिश कर रही थी,
Sir,लड़की बोली,लगता है आप सुबह सुबह बग़ैर नहाये ही,
अपनी बीबी के बिस्तर से उठ कर office आ गये हो,
मैं-तुम्हें कैसे पता चला,
लड़की-शर्माते हुए,आपकी बॉडी से एक औरतों वाली smell आ रही है,यह smell किसी लड़की के चूत
के रस की है,जो रस अभी अभी ताज़ा ही आपके
बदन में लगा है,और जिसकी सेक्सी ख़ुशबू अभी भी आ रही है,
मैं चुपचाप sign करता रहा,और फिर पूछा हेल्पर के लिये
कितनी applications आयी हैं,
लड़की-अभी तक बस एक ही आई है,
मैं-ठीक है,उसको monday को interview के लिए बुला लो,

मैं दोपहर तक मैं office के कामों
में पूरा busy रहा,कब दो बज गये पता ही नहीं चला,
मुझे भूख भी लग रही थी,तो सोचा घर चल कर बीबी के हाथ का ख़ाना खाते हैं,
मैंने रोज़ी का फ़ोन मिलाया-
मैं-मेरी चुदक्कड़ पत्नी जी,आज खाने में
क्या बनाया है,
रोज़ी-मेरे पति जी,मैंने तो अभी कुछ भी नहीं बनाया है,आप घर आ जाओ मैं आपको
अपनी चूत का रस पिलाऊँगी,
मैं-अभी क्या कर रही हो,
रोज़ी-आप तो मुझे सोता हुआ
छोड़ कर अपने office चले गये थे,
मैं-तो फिर क्या हुआ,
रोज़ी-मम्मी डैडी जल्दी वापस आ गये हैं,
डैडी तो मम्मी को घर छोड़ कर बाहर से ही
अपनी शॉप पे चले गये,
मम्मी अंदर आकर,मुझे देखने के बहाने मेरे रूम में आ गई,
मैं तो नींद में थी और तुम्हारा नाम जप
रही थी,darling आ जाओ कहाँ हो,
मम्मी ने अपनी आँखों से सारा कुछ देख लिया और अपने कानो से सारा कुछ सुना भी,
मैं bed पे एक दम नंगी लेटी हुई सपनों की दुनिया में खोई गहरी नींद में सो रही थी,
तुम्हारे लण्ड रस मलाई में
लिबडी हुई मेरी चूत और रात भर की
चुदाई से लेकर आज सुबह की चुदाई
तक का हाल ब्यान कर रही थी,
मेरे दोनों मुम्मे तुम्हारे दांतों के काटने के निशानों
से भरे हुए थे,
ऊपर से मेरी माँग में तुम्हारे नाम का
सिंदूर,गले में मेरा मंगलसूत्र,कानो में
tops,नाक में nose pin,हाथ में चूड़ीयाँ,और हाथों में wedding ring,
हमारी शादी के बाद की सुहागरात की सारी कहानी बयान कर रही थी,
मेरे सिर्फ़ दुल्हन के कपड़े ही नहीं पहने थे,बाक़ी सब शृंगार तो मेरा किसी दुल्हन का ही था,
मेरी मम्मी समझ गई की उनके घर से जाने के पीछे से,
महेश और रोज़ी ने क्या क्या गुल खिलायें हैं,
मेरे सामने ही मम्मी ने तुम्हारी mom
को फ़ोन मिलाया,
और बात करते करते मम्मी मेरे रूम के बाहर
चली गई,और एक घंटा पता नहीं दोनों में क्या क्या बातें हुईं,
रोज़ी-मुझे डर लग रहा था की मेरी मम्मी तुम्हारी मोम से
तुम्हारी शिकायत लगा रही हैं,
जवाब में आपकी मोम ने क्या कहा मुझे नहीं पता,
मैं डर रही थी की मेरी मम्मी मेरे डैडी को भी सब कुछ बता देगी,
डार्लिंग हम कोई ग़लत काम थोड़ी कर रहे थे,
हम एक दूसरे को अटूट प्यार करते हैं,
हमने आपस में अपनी मर्ज़ी से शादी की है,
तुमने मेरी माँग सुहाग सिंदूर से भरी है,मेरे गले में मंगलसूत्र डाला है,
उसके बाद ही हमने सुहागरात मनायी है,
इसमें हमने ग़लत ही क्या किया है,
डार्लिंग अगर हमारे माता पिता ने हमारी शादी का विरोध किया तो हमारा क्या होगा ,
मैं-हा हा ,यह सब कुछ हमारे परिवार की रजामन्दी से हो रहा है,तुम कोई चिंता मत करो,
फिर आगे क्या हुआ,
रोज़ी-मैंने मम्मी के जाने के पीछे सारा कमरा अच्छी तरह से साफ़ कर के
चमका दिया,बेड शीट बदल दी,
फिर जल्दी से अच्छी तरह मल कर नहा ली और
मैंने नये कपड़े पहन लिए,पर जानू कमरे की महक अभी भी अपनी चुदाई
का राज़ खोल रही थी,
रोज़ी ये सारी कहानी मुझे बता रही थी,
रोज़ी-जानते हो मेरे चोदू पतिदेव ,मैंने नहाने के बाद
फिर से अपनी माँग में तुम्हारे नाम का सिंदूर भर लिया,
और मंगल सूत्र भी पहन लिया
कपड़े बदल कर मैं kitchen में चली गई और किचन का काम
कर रही थी कि मम्मी किचन में आ गई और मुझे गले लगा कर
प्यार से बोली ,बेटा अब ये किचन का काम छोड़ो ,ये सब काम अब तुम
अपने ससुराल में जाकर करना,मेरी तुम्हारी सास से सारी बात discuss हो गई है,
कल तुम्हारी महेश के साथ शादी होगी,तुम बस अब
अपने ससुराल जाने कि तैयारी करो,
तुम अपना सारा सामान पैक कर के अपने सूटकेसों में भर कर तैयार रखो,चार बजे महेश की मोम
और सिम्मी आयेंगी,और तुम्हारा सारा सामान आज ही उनके घर शिफ्ट हो जाएगा,
कल सारे लोग शादी के काम में busy हो जाएँगे,शादी के बाद ,
कल ही तुम्हारे ससुराल वालों ने गृहप्रवेश की पूजा रखी हुई है,
तुम सिर्फ़ सुबह के लिये अपने पहनने के कपड़े रख लेना,बाक़ी तुम्हारा सारा
समान तुम्हारे ससुराल में आज ही चला जाएगा,
कल सुबह तैयार होकर सात बजे हम सब लोग शिव पार्वती मंदिर जाएँगे,
वहाँ मैंने तुम्हारे लिये तुम्हारी जल्दी शादी की मन्नत माँगी थी,
माता पार्वती से तुम्हारे लिये वर का वरदान माँगा था,
जैसा वर तुम्हें चाहिए था ,वैसा माता पार्वती ने तुम्हें दे दिया है,
कल सुबह मंदिर में तुम्हारी और महेश के साथ विधिवत शादी
और फेरे होंगे,वहीं से तुम्हारी तुम्हारे ससुराल के लिये विदाई होगी,
उसके बाद तुम हमेशा के लिये अपने पति के साथ अपने घर अपने ससुराल
चली जाओगी,
और कल ही वहाँ पर उनके नये घर में तुम्हारा ग्रह प्रवेश होगा ,
फिर तुम अपने पति के साथ बैठ कर पूजा और हवन करके
अपने परिवार के साथ नये घर का महूर्त करोगे,फिर
sunday को महेश के घर में रात को cocktail dinner party होगी,
तुम्हारी सास आप लोगों की शादी के उपलक्ष्य में और गृहप्रवेश की ख़ुशी में,
ये डिनर पार्टी दे रही हैं,
मम्मी ने मुझे सारी detail बता दीं हैं,रोज़ी ने महेश को बताया,
रोज़ी-माँ तुमने आज मेरी झोली में संसार का सारा सुख डाल दिया है,
मैं अपने माता पिता का यह अहसान कभी भी नहीं भूलूँगी,
मैं अपने ससुराल में अपने मायके का नाम रोशन रखूँगी,
शाम को महेश की मम्मी और सिम्मी रोज़ी के घर आ गयीं,
अपने साथ दुल्हन की dress और शादी में पहनने के लिये ज़्वैलरी भी लायी थीं,
कांता और सुषमा एक घंटे तक अगले दिन सुबह का प्रोग्राम discuss
करती रही,फिर
उनके जाने के बाद रोज़ी अपना pedicure,
manicure,और body मसाज के लिए और facial बग़ैरा
कराने के लिए ब्यूटी पार्लर चली गई,वहाँ से लौट कर ,
अच्छी तरह से नहाई,
फिर रोज़ी ने रात का ख़ाना जल्दी खा लिया,
और मम्मी डैडी से कल की तैयारी के बारे में बातचीत करने लगी,
मम्मी-रोज़ी बेटा अभी जल्दी सो जाना,तुम्हें सुबह जल्दी उठ कर तैयार होना होगा,हमें
सात बजे मंदिर पहुँच जाना है,
रोज़ी-आप चिंता मत करो,मैं जल्दी उठ भी जाऊँगी और
तैयार भी हो जाऊँगी,
अपने रूम में जाकर पहले अपने सारे कपड़े उतार कर बिलकुल
नंगी हो गई,फिर महेश का मनपसंद परफ्यूम अपने ऊपर छिड़का,
और अपने बेड पर लेट कर ,अपने प्राणों से प्यारे चुदक्कड़ पति को
video call मिलाई,
रोज़ी-कहाँ हो मेरी चूत के मालिक,
मैं-अभी मम्मी और सिम्मी के साथ ख़ाना खा रहा था,
और साथ में कल सुबह की तैयारी का जायज़ा ले रहा था,
सिम्मी ने हमारे बेडरूम को decorate करने के लिये
आज एक decorator को बुलाया है और वो decoration
करके चला गया है,कल सिम्मी तुम्हें तुम्हारे बेड रूम को तुम्हें दिखा देगी
रोज़ी-जानू मुझे जल्दी से चोद डालो,
नहीं मैं तो मैं चुदे बग़ैर ही मर जाऊँगी,
मैं-डार्लिंग,ऐसे करो kitchen से बैंगन या खीरा
उठा कर ले आओ,और आज की रात उसी
से काम चलालो
रोज़ी-मैंने आपके संग फेरे लेते हुए यह सौगंध खाई थी कि आज के बाद
मैं किसी और लण्ड से कभी भी नहीं चुदवाऊँगी,
मैं ऐसे ही सो जाऊँगी,आप प्लीज़ मुझे ऐसी सलाह मत दो,
आप मेरी चिंता मत करो,मैं अब सोने जा रही हूँ,कल आपने भी
बहुत सारे काम करने है,अब सो
जाओ,तुम्हारे लण्ड को गीली,
मीठी,प्यारी पप्पी,मू हा
सुबह पाँच बजे उठ कर ,पहले मैंने शैम्पू से अपना हैड वाश किया ,फिर मैं अच्छी
तरह से अपने सारे बदन पर उबटन मला,
फिर nonsoap body wash से अच्छी तरह से नहाई,फिर fresh दूध कि मलाई से अपनी सारी बॉडी की मसाज की,अपनी चिकनी चूत और चिकनी
किया,चूत की मसाज करते करते
चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया,
मैंने झट से अपना हाथ अपनी चूत
से हटा लिया,
फिर थोड़ी सी मलाई अपनी
गाँड में भी लगा ली,ताकि सैंया का
अगर मेरी गाँड मारने का मूड हुआ,
तो मना नहीं करूँगी,
अपना सारा बदन softly dry कर
लिया,
आज मैंने bra और पैंटी ना पहनने का
मन बना लिया था,ताकि मेरे पतिदेव को मेरी चूत और चूची को छूने में कोई परेशानी ना हो,
मैंने ऊपर सिर्फ़ pink colour का tight sleevless blouse पहन
लिया,
नीचे मैंने पैंटी के बजाय एक diaper पहन लिया,ताकि पतिदेव अगर मुझे छुएँगे
तो मेरी चूत ज़रूर पानी छोड़ेगी और
मेरी पैंटी भीग जायेगी,और मेरा daiper सारा
चूत का पानी सोख़ लेगा,
फिर मैंने वो दुल्हन वाली dress पहन
ली जो मेरी सास कल पकड़ा कर गई थीं,
सारी ज्वैलरी जो मेरे पास थी वो मैंने
पहन ली,
उसके बाद मैंने अपनी माँग में सिंदूर
भर लिया,सबसे बाद में मैंने अपना
मंगलसूत्र पहन लिया,आँखो में काजल भर लिया,
मैं पूरी तरह से दूल्हे की दुल्हनिया बन
कर अपने रूम में बैठ कर मम्मी डैडी
का इंतज़ार करने लगी.
रोज़ी बेटा अगर ready हो तो चलो
चलें-mummy ने मुझे आवाज़ लगा
कर पूछा,
मैं उठ कर बाहर आ गई,
मुझे सजी सँवरी देखकर मम्मी
बहुत खुश हुई,
मेरी आँख से थोड़ा सा काजल निकाल कर मेरे गाल पर काला टीका
लगा दिया,
और मम्मी अपनी आँखें से ख़ुशी के आंसू पोंछने लगी
मंदिर में हम सबसे पहले पहुँच गये थे,
मम्मी मुझे शिवलिंग पर जल अभिषेक के लिए ले गई,मम्मी डैडी
और मैंने फिर शिवपार्वती को माथा टेका,
मम्मी ने पुजारी को मन्नत पूरी होने के
बारे में बताया और पुजारी ने हम सब को प्रसाद दीया,
इतने में महेश,महेश की मम्मी और सिम्मी भी आ गये,
मैं-रोज़ी डार्लिंग कितनी ख़ूबसूरत लग रही हो तुम,
कहीं तुम्हें मेरी नज़र ना लग जाये,
रोज़ी अपना एक गाल दिखाते हुए,मेरी मम्मी
ने पहले ही मेरे गाल पर काला टीका लगा दिया है,
मैं-जी करता है तुम्हें अभी सबके
सामने पकड़ कर चूम लूँ,
रोज़ी-मैं भी तड़प रही हूँ,प्लीज़ मुझे चूम लो,
थोड़ी देर बाद शिव पार्वती मंदिर के पण्डितजी ने,
महेश और रोज़ी के विवाह की पूजा
शुरू करदी,
थोड़ी देर बाद रोज़ी के मम्मी डैडी
ने रोज़ी का कन्यादान करके रोज़ी का
हाथ महेश के हाथ में पकड़ा दिया,
इसके बाद दोनों के सात फेरे हुए,फिर
महेश ने रोज़ी की माँग भर दी और गले में मंगलसूत्र पहना दिया,
नौ बजे तक शादी का सारा कार्यक्रम संपन्न
हो गया,फिर रोज़ी के मम्मी डैडी ने बहीं पर सबके चाय नाश्ते का इंतज़ाम किया था,चाय नाश्ता करके,
रोज़ी की विदाई अपने ससुराल के लिए वही से हो गई,
फिर सब लोग महेश के नये घर की और चल पड़े,इसके बाद बहाँ पर गृहप्रवेश का
पूजा हवन का प्रोग्राम रखा हुआ था,
रास्ते में महेश ने रोज़ी को छेड़ना शुरू
कर दिया,
पत्नी जी आज आपका बचपन
का सपना मेरी पत्नी बनने का
पूरा हो गया,इस ख़ुशी में तुम्हारी चूत की एक पप्पी ले लूँ,
रोज़ी ने शर्मा कर मेरी गोद में अपना
मुँह छुपा लिया और मेरे लण्ड पर चुम्मी दे दी ,
मेरे कान में धीरे से बोली इतनी देर से तुम मुझे तंग कर रहे हो,मेरा तो सारा diper
भीग गया है,पतिदेव मैं क्या करूँ,
मैंने कहा मैं कुछ समझा नहीं
मैंने इस डर से आज अपनी पैंटी नहीं
पहनी थी,की तुम्हें देख कर मेरी चूत रसने
लगेगी और मेरी पैंटी भीग जायेगी,
मैं-फिर तुमने क्या पहना
रोज़ी-मैंने फिर एक diaper पहन लिया था,
मैं-अब क्या तुम्हें diaper चेंज करना है
रोज़ी-नहीं,मेरे पास और diaper नहीं है,
तुम घर पहुँच कर मुझे बस washroom तक ले जाना,मैं अपना गीला diaper उतार दूँगी,
नहीं तो अगले दो घंटे कैसे गीले diaper के साथ मैं पूजा हवन में बैठूँगी,
मेरी mom और सिम्मी हमसे दस मिण्ट
पहले हमे रिसीव करने के लिये हमारे नए घर में
पहुँच गये थे,हमारे घर पहुँचते ही,
मोम ने पहले नयी दुल्हन की दरवाज़े पर आरती उतारी,फिर बाक़ी सब शगुन के काम
करके रोज़ी को घर में प्रवेश करवाया,
घर में enter करते ही रोज़ी ने अपनी
मम्मी को कहा के मुझे washroom
जाना है,
मम्मी ने महेश की मोम को बताया,
महेश की मोम ने सिम्मी को कहा की अपनी भाबी के साथ वाशरूम चली
जाये,
रोज़ी को सिम्मी को बताने में शर्म
आ रही थी,उसने इशारे से बताया
की अपने भाई को मेरे साथ भेज दे,
सिम्मी-bro रोज़ी भाबी आपको बुला रही है,
मैं-डार्लिंग क्या बात है,
रोज़ी-पतिदेव मुझे वाशरूम जाना है,
आप प्लीज़ मेरे साथ चलो,


मैंने रोज़ी से पूछा डार्लिंग ground
floor वाले वाशरूम में जाना है,
या अपने बेडरूम बाले वाशरूम में जाना है,
महेश ने रोज़ी को छेड़ने के लिए थोड़ी
ऊँची आवाज़ में पूछा था,
बेडरूम के नाम से ही रोज़ी का मुँह शर्म
से लाल हो गया था,
रोज़ी-धीरे से -bedroom में रात को,अभी groundfloor वाले
वाशरूम में चलते हैं,
मैं रोज़ी को groundfloor पर मोम के bedroom में ले गया,
रोज़ी-आप भी अंदर आओ ना,मुझ से ये सब अकेले ना होगा,
मैं-डार्लिंग इसमें मुझे क्या करना है,तुम अपना diaper उतार कर dustbin में
फेंक दो और बाहर आ जाओ,
रोज़ी-बाबू अंदर तो आओ ना प्लीज़,
अंदर आकर मैं बोला,लो मैं आ गया,
रोज़ी-जानते हो कल से कितनी प्यासी हूँ,देखिये आपके बिना मेरा क्या हाल हो गया
है,कह कर रोज़ी ने मुझे कस के पकड़ लिया और मुझे ज़ोर ज़ोर से स्मूच करने लगी,
रोज़ी ने मुझे तब छोड़ा जब उसकी सांस फूलने लगी,
अपनी सांसे संयत करके रोज़ी मुझसे बोली डार्लिंग अब आप मेरा diaper
खोल दो,मैं अपनी साड़ी ऊपर कर के पकड़ लेती हूँ,
रोज़ी ने अपनी साड़ी अपनी कमर तक उठा ली,और
मैं नीचे बैठ कर रोज़ी का diaper खोलने लगा,
मैं-बाप रे तुम्हारा diaper तो तुम्हारी चूत मलाई से भरा हुआ है,
रोज़ी-हां,जानू देख लिया आपने मेरा हाल,अब आप ये diaper धीरे धीरे
खोल कर उधर dustbin में डाल दो,
मैंने रोज़ी की चूत मलाई रस से भरे हुए diaper
को लपेट कर dustbin में फेंक दिया,
मैं-अब मुझे क्या करना है डार्लिंग,
रोज़ी-अब आपने मेरी चूत पर जो मलाई लगाई है,
उसे साफ़ भी करदो ना प्लीज़,नहीं तो मैं मलाई दार चूत के साथ
अगले दो घण्टे मैं पूजा हवन में कैसे बैठूँगी,
मैं-डार्लिंग मैं कैसे साफ़ करूँ तुम्हारी चूत से मलाई को,
मैंने जानभूज कर रोज़ी को छेड़ते हुए पूछा,
रोज़ी-आप अपनी जीभ से चाट लो ना प्लीज़,
मैं-बीबी बनने के बाद पहली बार request की है,
कैसे मना कर सकता हूँ,चाहता मैं भी यही था,
मैं भी अपनी आँखें बंद करके मज़े से रोज़ी की चूत की मलाई चाटने लगा,
रोज़ी भी मज़े से मस्त होकर अपनी चूत चटवा रही थी,
मेरे मुँह में कब रोज़ी की चूत का clit आ गया और कब
मैं रोज़ी की clit को चूसने लगा,मुझे पता ही नहीं चला,
कि अचानक रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी और मेरे मुँह में ढेर सारी अपनी चूत मलाई छोड़ कर झड़ गई,
रोज़ी के हाथ से साड़ी छूट कर मेरे ऊपर आ गिरी,रोज़ी ने गिरने से
बचने के लिये,मेरे कंधों को कस के पकड़ लिया,
जब रोज़ी के झड़ने के झटके बंद हो गये तो रोज़ी
ने अपनी आँखें खोली तो मुझे साड़ी में घुसा देख कर
हंसने लगी,और फटाफट अपनी साड़ी ठीक करने लगी,
मैं उठ कर खड़ा हो गया,
रोज़ी मेरा चूत मलाई से लिबडा चेहरा देख कर हंसने लगी और बोली,
लाओ मैं आपका चेहरा चाट कर साफ़ करदूँ,
इसके बाद हम एक दूसरे को भूखों की तरह टूट पड़े
और एक दूसरे का मुँह चूसने चाटने लगे,
चाटने के चक्कर में रोज़ी का सारा मेकअप ख़राब हो गया,
बाल बिखर गये,
तभी बाहर से सिम्मी की आवाज़ आई,bro क्या हुआ,
भाभी ने चीख क्यों मारी,सब ठीक है ना bro,भाभी को कहीं चोट तो नहीं लगी,
जल्दी बाहर आ जाओ सब आपका ही इंतज़ार कर रहें हैं,
रोज़ी-आप पहले बाहर जाकर सिम्मी के हाथ मेरे मेकअप के सामान का
बैग भेज दो प्लीज़,मैं ऐसे कैसे बाहर जाऊँगी,मुझे शर्म आ रही है,
मैंने अपना मुँह धोया और रोज़ी की साड़ी से पोंछ कर बाहर आ गया,
मैं-सिम्मी,अंदर अपनी भाभी को यह उसका मेकअप का box पकड़ा दो,
सिम्मी-अभी जाती हूँ bro,
अंदर जाकर रोज़ी का हाल देखकर सिम्मी हंसने लगी,
सिम्मी-भाभी bro बड़े ख़राब हैं,कितना तंग करते हैं आपको,
अभी क्या हाल कर दिया है आपका,
रात का भी न इंतज़ार किया,
रोज़ी-अकेले तुम्हारे भैया का क़सूर थोड़ी है,
मैं ही तुम्हारे भैया के बग़ैर मरी जा रही थी,
बाक़ी फिर——[/SIZE]
 
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अब आगे-
ये हमारा नया घर मुझे कंपनी की तरफ़ से
मेरी प्रमोशन के बाद मिला था,
पहले ये श्वेता के पास था,
मैंने training पर जाने से पहले,
maintainance dept को साफ़ सफ़ाई के लिये बोल दिया था,
उन्होंने सारे घर में नया पेंट कर दिया
था,
हमारा ये घर एक duplex apartment था,ये apartment
4th floor पे बना हुआ था,
इस apartment में groundfloor
पर एक bedroom with attached
bathroom,एक drawing room,
एक बड़ी kitchen with dinning
table,kitchen fully furnished
थी,तो हमे कुछ भी नया नहीं लाना पड़ा,एक drawing roomएक lobby और एक
guest washroom, first floor पे
एक मेरा master bedroom with
large size bathroom with bathtub with balcony,एक बेडरूम सिम्मी के लिये with bathroom and balcony,
इसी घर का आज पूजा और गृहप्रवेश
था,
मैं पहले नये घर का ग्रहप्रवेश करके,फिर धूमधाम से रोज़ी के शादी
करना चाहता था और शादी के सारे
सेलिबरेशंस मैं नये घर में करना चाहता था,
गया तो था मैं आंटी के घर रोज़ी की
रखवाली करने पर रोज़ी की थोड़ी
सी लापरवाही की बजह से आंटी ने हमे रंगे हाथों पकड़ लिया और मजबूरन हमे शादी जल्दी करनी पड़ी,
और दोनों फंक्शन शादी का और गृह
प्रवेश का एक ही दिन करना पड़ा,
हमारी mom ने मेरी शादी धूमधाम
से करने के लिये बहुत कुछ सोच रखा
था,पर मेरी और रोज़ी की जल्दी बाली
 

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अब आगे—
मैं जब सो कर उठा,तो रोज़ी अभी गहरी नींद में पेट के बल सो रही थी,


B3-E02232-081-D-4-C24-8634-CD55-CCD00-FAD F41-E2-BF4-D94-C-4-F32-9469-058-CD94-D863-E F691-B84-C-A332-4-E82-B3-D1-E73-F5-B2-DBB02 मैं उठ कर नहाने के लिये बाथरूम में चला गया,और दस मिण्ट बाद जब नहा कर वापस आया तो रोज़ी अभी भी सो
रही थी,
मैंने हिला कर रोज़ी को उठाया,तो रोज़ी ने उबासी लेते हुए मुझ से बोली,स्वामी मुझे
अभी सोना है,और फिर अचानक मेरा टॉवल खींच
कर मुझे नंगा कर दिया और मेरे लण्ड
को पकड़ कर खींच लिया और अपने मुँह में ले लिया,और चूसने लगी,
अगर सुबह सुबह आपकी बीबी आपका लण्ड चूस कर आपका दिन
शुरू करे तो आपको मज़ा तो आयेगा ही,
पाँच मिण्ट में ही मेरी गर्म बीबी
मेरे लण्ड का जूस निकाल कर पी गई,
फिर मुझे खिंच कर बिस्तर पर गिरा लिया,और
मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गयी और
मेरे लण्ड को अपनी गीली चूत पर
रगड़ रगड़ कर खड़ा करके अपनी चूत
के सुराख़ पर रख कर बैठ गई,मेरा
लण्ड भी मलाईदार चूत के अंदर
धप से घुस गया,
बस फिर तो मेरी गरमा गरम बीवी
मेरे लण्ड पर टूट ही पड़ी और धपाधप
मेरी चुदाई करने लगी,पाँच मिण्ट
लगे चुदक्कड़ पत्नी जी को झड़ने में,
मेरी बीबी ने अभी अभी मेरा लण्ड
चूस कर मेरा रस निकाला था,इसलिए मेरी बीवी तो पहले झड़ गई,
पर मैं अभी नहीं झड़ा था,
मेरी चुदक्कड़ बीबी झड़ने के बाद मेरे ऊपर ही लेटी रही,
मेरा लण्ड अभी भी मेरी बीवी ने अपनी चूत में फँसा कर रखा हुआ था,
मैंने रोज़ी के हाथ लगा कर देखा तो रोज़ी का बदन तप रहा था,
मैं-पत्नी जी आपको तो बुख़ार चढ़ा हुआ है,
जल्दी से उठो मैं तुमको बुख़ार की tablet दे देता हूँ,
तुम्हारा सारा बुख़ार उतार जाएगा,अगर ये बुख़ार तुम्हारे
सिर में चढ़ गया फिर तो इलाज के लिए तुम्हें doctor के पास जाना पड़ेगा,
रोज़ी-नहीं डार्लिंग मेरा ये बुख़ार कामवासना का बुख़ार है,
ये टेबलेट से नहीं उतरेगा,यह तो उस injection से उतरेगा जो सिर्फ़ तुम्हारे पास है,
वो एक इंजेक्शन तो मैंने आपसे ले लिया है ,अब
एक और इंजेक्शन की dose लूँगी तो बुख़ार उतर जायेगा,
जब मेरी बीवी का बुख़ार फिर 104 degree हुआ तो,
फिर से मेरे ऊपर मेरी कामातुर बीबी ने मेरे लण्ड के ऊपर पूरी speed से
उछलना चालू कर दिया और फिर तो पाँच मिण्ट में ही चीख मार कर झड़ गई,और
वहीं मेरे ऊपर ढेर हो गई,मैंने धीरे से रोज़ी को अपने ऊपर
से उतारा और side में लिटा दिया ,फिर मैंने अपना बदन पोंछ कर रोज़ी
की चूत का रस और अपने लण्ड का रस अपने बदन से पोंछ कर,
अपने office जाने की लिए कपड़े पहन कर ,और रोज़ी को
उसके बेड पर सोता छोड़ कर ऑफिस के लिये निकल गया,
ऑफिस पहुँच कर मैं अपने काम में जुट गया,थोड़ी देर बाद
ऑफिस की एक लड़की मेरे पास मेरे signature के लिये
कुछ फ़ाइल्स लेकर आ गई,
वो लड़की ज़्यादा ही झुककर मेरे नज़दीक होकर
अपने मुम्मे मेरे साथ घिस रही थी,और साथ में मुझमें
कुछ सूंघने की कोशिश कर रही थी,
Sir,लड़की बोली,लगता है आप सुबह सुबह बग़ैर नहाये ही,
अपनी बीबी के बिस्तर से उठ कर office आ गये हो,
मैं-तुम्हें कैसे पता चला,
लड़की-शर्माते हुए,आपकी बॉडी से एक औरतों वाली smell आ रही है,यह smell किसी लड़की के चूत
के रस की है,जो रस अभी अभी ताज़ा ही आपके
बदन में लगा है,और जिसकी सेक्सी ख़ुशबू अभी भी आ रही है,
मैं चुपचाप sign करता रहा,और फिर पूछा हेल्पर के लिये
कितनी applications आयी हैं,
लड़की-अभी तक बस एक ही आई है,
मैं-ठीक है,उसको monday को interview के लिए बुला लो,

मैं दोपहर तक मैं office के कामों
में पूरा busy रहा,कब दो बज गये पता ही नहीं चला,
मुझे भूख भी लग रही थी,तो सोचा घर चल कर बीबी के हाथ का ख़ाना खाते हैं,
मैंने रोज़ी का फ़ोन मिलाया-
मैं-मेरी चुदक्कड़ पत्नी जी,आज खाने में
क्या बनाया है,
रोज़ी-मेरे पति जी,मैंने तो अभी कुछ भी नहीं बनाया है,आप घर आ जाओ मैं आपको
अपनी चूत का रस पिलाऊँगी,
मैं-अभी क्या कर रही हो,
रोज़ी-आप तो मुझे सोता हुआ
छोड़ कर अपने office चले गये थे,
मैं-तो फिर क्या हुआ,
रोज़ी-मम्मी डैडी जल्दी वापस आ गये हैं,
डैडी तो मम्मी को घर छोड़ कर बाहर से ही
अपनी शॉप पे चले गये,
मम्मी अंदर आकर,मुझे देखने के बहाने मेरे रूम में आ गई,
मैं तो नींद में थी और तुम्हारा नाम जप
रही थी,darling आ जाओ कहाँ हो,
मम्मी ने अपनी आँखों से सारा कुछ देख लिया और अपने कानो से सारा कुछ सुना भी,
मैं bed पे एक दम नंगी लेटी हुई सपनों की दुनिया में खोई गहरी नींद में सो रही थी,
तुम्हारे लण्ड रस मलाई में
लिबडी हुई मेरी चूत और रात भर की
चुदाई से लेकर आज सुबह की चुदाई
तक का हाल ब्यान कर रही थी,
मेरे दोनों मुम्मे तुम्हारे दांतों के काटने के निशानों
से भरे हुए थे,
ऊपर से मेरी माँग में तुम्हारे नाम का
सिंदूर,गले में मेरा मंगलसूत्र,कानो में
tops,नाक में nose pin,हाथ में चूड़ीयाँ,और हाथों में wedding ring,
हमारी शादी के बाद की सुहागरात की सारी कहानी बयान कर रही थी,
मेरे सिर्फ़ दुल्हन के कपड़े ही नहीं पहने थे,बाक़ी सब शृंगार तो मेरा किसी दुल्हन का ही था,
मेरी मम्मी समझ गई की उनके घर से जाने के पीछे से,
महेश और रोज़ी ने क्या क्या गुल खिलायें हैं,
मेरे सामने ही मम्मी ने तुम्हारी mom
को फ़ोन मिलाया,
और बात करते करते मम्मी मेरे रूम के बाहर
चली गई,और एक घंटा पता नहीं दोनों में क्या क्या बातें हुईं,
रोज़ी-मुझे डर लग रहा था की मेरी मम्मी तुम्हारी मोम से
तुम्हारी शिकायत लगा रही हैं,
जवाब में आपकी मोम ने क्या कहा मुझे नहीं पता,
मैं डर रही थी की मेरी मम्मी मेरे डैडी को भी सब कुछ बता देगी,
डार्लिंग हम कोई ग़लत काम थोड़ी कर रहे थे,
हम एक दूसरे को अटूट प्यार करते हैं,
हमने आपस में अपनी मर्ज़ी से शादी की है,
तुमने मेरी माँग सुहाग सिंदूर से भरी है,मेरे गले में मंगलसूत्र डाला है,
उसके बाद ही हमने सुहागरात मनायी है,
इसमें हमने ग़लत ही क्या किया है,
डार्लिंग अगर हमारे माता पिता ने हमारी शादी का विरोध किया तो हमारा क्या होगा ,
मैं-हा हा ,यह सब कुछ हमारे परिवार की रजामन्दी से हो रहा है,तुम कोई चिंता मत करो,
फिर आगे क्या हुआ,
रोज़ी-मैंने मम्मी के जाने के पीछे सारा कमरा अच्छी तरह से साफ़ कर के
चमका दिया,बेड शीट बदल दी,
फिर जल्दी से अच्छी तरह मल कर नहा ली और
मैंने नये कपड़े पहन लिए,पर जानू कमरे की महक अभी भी अपनी चुदाई
का राज़ खोल रही थी,
रोज़ी ये सारी कहानी मुझे बता रही थी,
रोज़ी-जानते हो मेरे चोदू पतिदेव ,मैंने नहाने के बाद
फिर से अपनी माँग में तुम्हारे नाम का सिंदूर भर लिया,
और मंगल सूत्र भी पहन लिया
कपड़े बदल कर मैं kitchen में चली गई और किचन का काम
कर रही थी कि मम्मी किचन में आ गई और मुझे गले लगा कर
प्यार से बोली ,बेटा अब ये किचन का काम छोड़ो ,ये सब काम अब तुम
अपने ससुराल में जाकर करना,मेरी तुम्हारी सास से सारी बात discuss हो गई है,
कल तुम्हारी महेश के साथ शादी होगी,तुम बस अब
अपने ससुराल जाने कि तैयारी करो,
तुम अपना सारा सामान पैक कर के अपने सूटकेसों में भर कर तैयार रखो,चार बजे महेश की मोम
और सिम्मी आयेंगी,और तुम्हारा सारा सामान आज ही उनके घर शिफ्ट हो जाएगा,
कल सारे लोग शादी के काम में busy हो जाएँगे,शादी के बाद ,
कल ही तुम्हारे ससुराल वालों ने गृहप्रवेश की पूजा रखी हुई है,
तुम सिर्फ़ सुबह के लिये अपने पहनने के कपड़े रख लेना,बाक़ी तुम्हारा सारा
समान तुम्हारे ससुराल में आज ही चला जाएगा,
कल सुबह तैयार होकर सात बजे हम सब लोग शिव पार्वती मंदिर जाएँगे,
वहाँ मैंने तुम्हारे लिये तुम्हारी जल्दी शादी की मन्नत माँगी थी,
माता पार्वती से तुम्हारे लिये वर का वरदान माँगा था,
जैसा वर तुम्हें चाहिए था ,वैसा माता पार्वती ने तुम्हें दे दिया है,
कल सुबह मंदिर में तुम्हारी और महेश के साथ विधिवत शादी
और फेरे होंगे,वहीं से तुम्हारी तुम्हारे ससुराल के लिये विदाई होगी,
उसके बाद तुम हमेशा के लिये अपने पति के साथ अपने घर अपने ससुराल
चली जाओगी,
और कल ही वहाँ पर उनके नये घर में तुम्हारा ग्रह प्रवेश होगा ,
फिर तुम अपने पति के साथ बैठ कर पूजा और हवन करके
अपने परिवार के साथ नये घर का महूर्त करोगे,फिर
sunday को महेश के घर में रात को cocktail dinner party होगी,
तुम्हारी सास आप लोगों की शादी के उपलक्ष्य में और गृहप्रवेश की ख़ुशी में,
ये डिनर पार्टी दे रही हैं,
मम्मी ने मुझे सारी detail बता दीं हैं,रोज़ी ने महेश को बताया,
रोज़ी-माँ तुमने आज मेरी झोली में संसार का सारा सुख डाल दिया है,
मैं अपने माता पिता का यह अहसान कभी भी नहीं भूलूँगी,
मैं अपने ससुराल में अपने मायके का नाम रोशन रखूँगी,
शाम को महेश की मम्मी और सिम्मी रोज़ी के घर आ गयीं,
अपने साथ दुल्हन की dress और शादी में पहनने के लिये ज़्वैलरी भी लायी थीं,
कांता और सुषमा एक घंटे तक अगले दिन सुबह का प्रोग्राम discuss
करती रही,फिर
उनके जाने के बाद रोज़ी अपना pedicure,
manicure,और body मसाज के लिए और facial बग़ैरा
कराने के लिए ब्यूटी पार्लर चली गई,वहाँ से लौट कर ,
अच्छी तरह से नहाई,
फिर रोज़ी ने रात का ख़ाना जल्दी खा लिया,
और मम्मी डैडी से कल की तैयारी के बारे में बातचीत करने लगी,
मम्मी-रोज़ी बेटा अभी जल्दी सो जाना,तुम्हें सुबह जल्दी उठ कर तैयार होना होगा,हमें
सात बजे मंदिर पहुँच जाना है,
रोज़ी-आप चिंता मत करो,मैं जल्दी उठ भी जाऊँगी और
तैयार भी हो जाऊँगी,
अपने रूम में जाकर पहले अपने सारे कपड़े उतार कर बिलकुल
नंगी हो गई,फिर महेश का मनपसंद परफ्यूम अपने ऊपर छिड़का,
और अपने बेड पर लेट कर ,अपने प्राणों से प्यारे चुदक्कड़ पति को
video call मिलाई,
रोज़ी-कहाँ हो मेरी चूत के मालिक,
मैं-अभी मम्मी और सिम्मी के साथ ख़ाना खा रहा था,
और साथ में कल सुबह की तैयारी का जायज़ा ले रहा था,
सिम्मी ने हमारे बेडरूम को decorate करने के लिये
आज एक decorator को बुलाया है और वो decoration
करके चला गया है,कल सिम्मी तुम्हें तुम्हारे बेड रूम को तुम्हें दिखा देगी
रोज़ी-जानू मुझे जल्दी से चोद डालो,
नहीं मैं तो मैं चुदे बग़ैर ही मर जाऊँगी,
मैं-डार्लिंग,ऐसे करो kitchen से बैंगन या खीरा
उठा कर ले आओ,और आज की रात उसी
से काम चलालो
रोज़ी-मैंने आपके संग फेरे लेते हुए यह सौगंध खाई थी कि आज के बाद
मैं किसी और लण्ड से कभी भी नहीं चुदवाऊँगी,
मैं ऐसे ही सो जाऊँगी,आप प्लीज़ मुझे ऐसी सलाह मत दो,
आप मेरी चिंता मत करो,मैं अब सोने जा रही हूँ,कल आपने भी
बहुत सारे काम करने है,अब सो
जाओ,तुम्हारे लण्ड को गीली,
मीठी,प्यारी पप्पी,मू हा
सुबह पाँच बजे उठ कर ,पहले मैंने शैम्पू से अपना हैड वाश किया ,फिर मैं अच्छी
तरह से अपने सारे बदन पर उबटन मला,
फिर nonsoap body wash से अच्छी तरह से नहाई,फिर fresh दूध कि मलाई से अपनी सारी बॉडी की मसाज की,अपनी चिकनी चूत और चिकनी
किया,चूत की मसाज करते करते
चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया,
मैंने झट से अपना हाथ अपनी चूत
से हटा लिया,
फिर थोड़ी सी मलाई अपनी
गाँड में भी लगा ली,ताकि सैंया का
अगर मेरी गाँड मारने का मूड हुआ,
तो मना नहीं करूँगी,
अपना सारा बदन softly dry कर
लिया,
आज मैंने bra और पैंटी ना पहनने का
मन बना लिया था,ताकि मेरे पतिदेव को मेरी चूत और चूची को छूने में कोई परेशानी ना हो,
मैंने ऊपर सिर्फ़ pink colour का tight sleevless blouse पहन
लिया,
नीचे मैंने पैंटी के बजाय एक diaper पहन लिया,ताकि पतिदेव अगर मुझे छुएँगे
तो मेरी चूत ज़रूर पानी छोड़ेगी और
मेरी पैंटी भीग जायेगी,और मेरा daiper सारा
चूत का पानी सोख़ लेगा,
फिर मैंने वो दुल्हन वाली dress पहन
ली जो मेरी सास कल पकड़ा कर गई थीं,
सारी ज्वैलरी जो मेरे पास थी वो मैंने
पहन ली,
उसके बाद मैंने अपनी माँग में सिंदूर
भर लिया,सबसे बाद में मैंने अपना
मंगलसूत्र पहन लिया,आँखो में काजल भर लिया,
मैं पूरी तरह से दूल्हे की दुल्हनिया बन
कर अपने रूम में बैठ कर मम्मी डैडी
का इंतज़ार करने लगी.
रोज़ी बेटा अगर ready हो तो चलो
चलें-mummy ने मुझे आवाज़ लगा
कर पूछा,
मैं उठ कर बाहर आ गई,
मुझे सजी सँवरी देखकर मम्मी
बहुत खुश हुई,
मेरी आँख से थोड़ा सा काजल निकाल कर मेरे गाल पर काला टीका
लगा दिया,
और मम्मी अपनी आँखें से ख़ुशी के आंसू पोंछने लगी
मंदिर में हम सबसे पहले पहुँच गये थे,
मम्मी मुझे शिवलिंग पर जल अभिषेक के लिए ले गई,मम्मी डैडी
और मैंने फिर शिवपार्वती को माथा टेका,
मम्मी ने पुजारी को मन्नत पूरी होने के
बारे में बताया और पुजारी ने हम सब को प्रसाद दीया,
इतने में महेश,महेश की मम्मी और सिम्मी भी आ गये,
मैं-रोज़ी डार्लिंग कितनी ख़ूबसूरत लग रही हो तुम,
कहीं तुम्हें मेरी नज़र ना लग जाये,
रोज़ी अपना एक गाल दिखाते हुए,मेरी मम्मी
ने पहले ही मेरे गाल पर काला टीका लगा दिया है,
मैं-जी करता है तुम्हें अभी सबके
सामने पकड़ कर चूम लूँ,
रोज़ी-मैं भी तड़प रही हूँ,प्लीज़ मुझे चूम लो,
थोड़ी देर बाद शिव पार्वती मंदिर के पण्डितजी ने,
महेश और रोज़ी के विवाह की पूजा
शुरू करदी,
थोड़ी देर बाद रोज़ी के मम्मी डैडी
ने रोज़ी का कन्यादान करके रोज़ी का
हाथ महेश के हाथ में पकड़ा दिया,
इसके बाद दोनों के सात फेरे हुए,फिर
महेश ने रोज़ी की माँग भर दी और गले में मंगलसूत्र पहना दिया,
नौ बजे तक शादी का सारा कार्यक्रम संपन्न
हो गया,फिर रोज़ी के मम्मी डैडी ने बहीं पर सबके चाय नाश्ते का इंतज़ाम किया था,चाय नाश्ता करके,
रोज़ी की विदाई अपने ससुराल के लिए वही से हो गई,
फिर सब लोग महेश के नये घर की और चल पड़े,इसके बाद बहाँ पर गृहप्रवेश का
पूजा हवन का प्रोग्राम रखा हुआ था,
रास्ते में महेश ने रोज़ी को छेड़ना शुरू
कर दिया,
पत्नी जी आज आपका बचपन
का सपना मेरी पत्नी बनने का
पूरा हो गया,इस ख़ुशी में तुम्हारी चूत की एक पप्पी ले लूँ,
रोज़ी ने शर्मा कर मेरी गोद में अपना
मुँह छुपा लिया और मेरे लण्ड पर चुम्मी दे दी ,
मेरे कान में धीरे से बोली इतनी देर से तुम मुझे तंग कर रहे हो,मेरा तो सारा diper
भीग गया है,पतिदेव मैं क्या करूँ,
मैंने कहा मैं कुछ समझा नहीं
मैंने इस डर से आज अपनी पैंटी नहीं
पहनी थी,की तुम्हें देख कर मेरी चूत रसने
लगेगी और मेरी पैंटी भीग जायेगी,
मैं-फिर तुमने क्या पहना
रोज़ी-मैंने फिर एक diaper पहन लिया था,
मैं-अब क्या तुम्हें diaper चेंज करना है
रोज़ी-नहीं,मेरे पास और diaper नहीं है,
तुम घर पहुँच कर मुझे बस washroom तक ले जाना,मैं अपना गीला diaper उतार दूँगी,
नहीं तो अगले दो घंटे कैसे गीले diaper के साथ मैं पूजा हवन में बैठूँगी,
मेरी mom और सिम्मी हमसे दस मिण्ट
पहले हमे रिसीव करने के लिये हमारे नए घर में
पहुँच गये थे,हमारे घर पहुँचते ही,
मोम ने पहले नयी दुल्हन की दरवाज़े पर आरती उतारी,फिर बाक़ी सब शगुन के काम
करके रोज़ी को घर में प्रवेश करवाया,
घर में enter करते ही रोज़ी ने अपनी
मम्मी को कहा के मुझे washroom
जाना है,
मम्मी ने महेश की मोम को बताया,
महेश की मोम ने सिम्मी को कहा की अपनी भाबी के साथ वाशरूम चली
जाये,
रोज़ी को सिम्मी को बताने में शर्म
आ रही थी,उसने इशारे से बताया
की अपने भाई को मेरे साथ भेज दे,
सिम्मी-bro रोज़ी भाबी आपको बुला रही है,
मैं-डार्लिंग क्या बात है,
रोज़ी-पतिदेव मुझे वाशरूम जाना है,
आप प्लीज़ मेरे साथ चलो,


मैंने रोज़ी से पूछा डार्लिंग ground
floor वाले वाशरूम में जाना है,
या अपने बेडरूम बाले वाशरूम में जाना है,
महेश ने रोज़ी को छेड़ने के लिए थोड़ी
ऊँची आवाज़ में पूछा था,
बेडरूम के नाम से ही रोज़ी का मुँह शर्म
से लाल हो गया था,
रोज़ी-धीरे से -bedroom में रात को,अभी groundfloor वाले
वाशरूम में चलते हैं,
मैं रोज़ी को groundfloor पर मोम के bedroom में ले गया,
रोज़ी-आप भी अंदर आओ ना,मुझ से ये सब अकेले ना होगा,
मैं-डार्लिंग इसमें मुझे क्या करना है,तुम अपना diaper उतार कर dustbin में
फेंक दो और बाहर आ जाओ,
रोज़ी-बाबू अंदर तो आओ ना प्लीज़,
अंदर आकर मैं बोला,लो मैं आ गया,
रोज़ी-जानते हो कल से कितनी प्यासी हूँ,देखिये आपके बिना मेरा क्या हाल हो गया
है,कह कर रोज़ी ने मुझे कस के पकड़ लिया और मुझे ज़ोर ज़ोर से स्मूच करने लगी,
रोज़ी ने मुझे तब छोड़ा जब उसकी सांस फूलने लगी,
अपनी सांसे संयत करके रोज़ी मुझसे बोली डार्लिंग अब आप मेरा diaper
खोल दो,मैं अपनी साड़ी ऊपर कर के पकड़ लेती हूँ,
रोज़ी ने अपनी साड़ी अपनी कमर तक उठा ली,और
मैं नीचे बैठ कर रोज़ी का diaper खोलने लगा,
मैं-बाप रे तुम्हारा diaper तो तुम्हारी चूत मलाई से भरा हुआ है,
रोज़ी-हां,जानू देख लिया आपने मेरा हाल,अब आप ये diaper धीरे धीरे
खोल कर उधर dustbin में डाल दो,
मैंने रोज़ी की चूत मलाई रस से भरे हुए diaper
को लपेट कर dustbin में फेंक दिया,
मैं-अब मुझे क्या करना है डार्लिंग,
रोज़ी-अब आपने मेरी चूत पर जो मलाई लगाई है,
उसे साफ़ भी करदो ना प्लीज़,नहीं तो मैं मलाई दार चूत के साथ
अगले दो घण्टे मैं पूजा हवन में कैसे बैठूँगी,
मैं-डार्लिंग मैं कैसे साफ़ करूँ तुम्हारी चूत से मलाई को,
मैंने जानभूज कर रोज़ी को छेड़ते हुए पूछा,
रोज़ी-आप अपनी जीभ से चाट लो ना प्लीज़,
मैं-बीबी बनने के बाद पहली बार request की है,
कैसे मना कर सकता हूँ,चाहता मैं भी यही था,
मैं भी अपनी आँखें बंद करके मज़े से रोज़ी की चूत की मलाई चाटने लगा,
रोज़ी भी मज़े से मस्त होकर अपनी चूत चटवा रही थी,
मेरे मुँह में कब रोज़ी की चूत का clit आ गया और कब
मैं रोज़ी की clit को चूसने लगा,मुझे पता ही नहीं चला,
कि अचानक रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी और मेरे मुँह में ढेर सारी अपनी चूत मलाई छोड़ कर झड़ गई,
रोज़ी के हाथ से साड़ी छूट कर मेरे ऊपर आ गिरी,रोज़ी ने गिरने से
बचने के लिये,मेरे कंधों को कस के पकड़ लिया,
जब रोज़ी के झड़ने के झटके बंद हो गये तो रोज़ी
ने अपनी आँखें खोली तो मुझे साड़ी में घुसा देख कर
हंसने लगी,और फटाफट अपनी साड़ी ठीक करने लगी,
मैं उठ कर खड़ा हो गया,
रोज़ी मेरा चूत मलाई से लिबडा चेहरा देख कर हंसने लगी और बोली,
लाओ मैं आपका चेहरा चाट कर साफ़ करदूँ,
इसके बाद हम एक दूसरे को भूखों की तरह टूट पड़े
और एक दूसरे का मुँह चूसने चाटने लगे,
चाटने के चक्कर में रोज़ी का सारा मेकअप ख़राब हो गया,
बाल बिखर गये,
तभी बाहर से सिम्मी की आवाज़ आई,bro क्या हुआ,
भाभी ने चीख क्यों मारी,सब ठीक है ना bro,भाभी को कहीं चोट तो नहीं लगी,
जल्दी बाहर आ जाओ सब आपका ही इंतज़ार कर रहें हैं,
रोज़ी-आप पहले बाहर जाकर सिम्मी के हाथ मेरे मेकअप के सामान का
बैग भेज दो प्लीज़,मैं ऐसे कैसे बाहर जाऊँगी,मुझे शर्म आ रही है,
मैंने अपना मुँह धोया और रोज़ी की साड़ी से पोंछ कर बाहर आ गया,
मैं-सिम्मी,अंदर अपनी भाभी को यह उसका मेकअप का box पकड़ा दो,
सिम्मी-अभी जाती हूँ bro,
अंदर जाकर रोज़ी का हाल देखकर सिम्मी हंसने लगी,
सिम्मी-भाभी bro बड़े ख़राब हैं,कितना तंग करते हैं आपको,
अभी क्या हाल कर दिया है आपका,
रात का भी न इंतज़ार किया,
रोज़ी-अकेले तुम्हारे भैया का क़सूर थोड़ी है,
मैं ही तुम्हारे भैया के बग़ैर मरी जा रही थी,
बाक़ी फिर——


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उन्होंने सारे घर में नया पेंट कर दिया
था,
हमारा ये घर एक duplex apartment था,ये apartment
4th floor पे बना हुआ था,
इस apartment में groundfloor
पर एक bedroom with attached
bathroom,एक drawing room,
एक बड़ी kitchen with dinning
table,kitchen fully furnished
थी,तो हमे कुछ भी नया नहीं लाना पड़ा,एक drawing roomएक lobby और एक
guest washroom, first floor पे
एक मेरा master bedroom with
large size bathroom with bathtub with balcony,एक बेडरूम सिम्मी के लिये with bathroom and balcony,
इसी घर का आज पूजा और गृहप्रवेश
था,
मैं पहले नये घर का ग्रहप्रवेश करके,फिर धूमधाम से रोज़ी के शादी
करना चाहता था और शादी के सारे
सेलिबरेशंस मैं नये घर में करना चाहता था,
गया तो था मैं आंटी के घर रोज़ी की
रखवाली करने पर रोज़ी की थोड़ी
सी लापरवाही की बजह से आंटी ने हमे रंगे हाथों पकड़ लिया और मजबूरन हमे शादी जल्दी करनी पड़ी,
और दोनों फंक्शन शादी का और गृह
प्रवेश का एक ही दिन करना पड़ा,
हमारी mom ने मेरी शादी धूमधाम
से करने के लिये बहुत कुछ सोच रखा
था,पर मेरी और रोज़ी की जल्दी बाली
Nice
 
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कहानी जारी है-
मेरी मोम ने मेरी और रोज़ी शादी बड़ी धूमधाम
से करने के लिये बहुत कुछ सोच रखा था,
पर मैं और रोज़ी की चुदाई की जल्दबाज़ी से,
पकड़े गये और
मेरी मोम की सारी की सारी plan धरी की धरी रह गई ,
उस दिन मेरी mom(सुषमा) और रोज़ी की मम्मी(कांता) के बीच क्या वार्तालाप
हुआ,वो मैं आज बताता हूँ जो मुझे मोम ने हमारी शादी से एक दिन पहले रात को खाना
खाते हुआ बताया था,
कांता-हेलो,सुषमा कैसी हो
सुषमा-मैं ठीक हूँ,तुम अपने मायके से कब आ गई,
कांता-मैं just अभी अपने घर पहुँची ही हूँ,
तुम कहाँ हो,तुमसे कुछ बात करनी थी,
सुषमा- मैं तो अभी office में busy हूँ,बताओ क्या बात है,
कांता-महेश अभी कहाँ होगा,इधर हमारे घर पर तो नहीं है,
सुषमा-तीन दिन से तुम्हारे घर पे ही था,इधर हमारे घर तो आया ही नहीं,
ना ही तीन दिन से उसका कोई हमारे पास फ़ोन आया है,
मैं तो सोच रही थी अगर अभी से हम सब को भूल गया है,तो
शादी के बाद इस लड़के का क्या होगा,भगवान जाने,
अगर महेश तुम्हारे घर पर नहीं है तो फिर अपने office में ही होगा,
अगर महेश से कोई काम तो बता दो,उसको फ़ोन करके बोल देती हूँ,कि
वो तुमसे बात कर लेगा,
कांता-नहीं मुझे तुमसे ही रोज़ी और महेश के बारे में बात करनी है,
सुषमा-टेलीफोन पर ही करनी है या मैं तुम्हारे घर परआ जाऊँ,
कांता-नहीं टेलीफोन पर ही कर लेते हैं,तुम बस थोड़ा side में होकर
मुझ से बात कर लो,
सुषमा-क्या कोई serious बात है,
कांता-हाँ सीरियस बात ही है,
सुषमा-क्या महेश का रोज़ी से कोई झगड़ा हो गया है,
कांता-सुषमा कितनी भोली है तू,बचपन से आज तक दोनों
में कभी किसी बात के लिये झगड़ा होते देखा है तुमने,मैंने
तो दोनों की आँखों में बस प्यार ही देखा है,
सुषमा-फिर महेश ने रोज़ी के साथ कोई शरारत की है,
कांता-जिस माली को तुमने मेरी फुलवारी की चौकीदारी के लिये
भेजा था,उसने मेरी फुलवारी के फूलों का पौधा उखाड़ कर अपने घर
ले जाकर लगा लिया है,
सुषमा-कांता पहेलियाँ मत बुझाओ मुझे असली बात बताओ,
कांता-पिछले तीन दिनों से रोज़ी और महेश एक ही बिस्तर में
पति पत्नी की तरह इकट्ठे सोते रहे हैं,
सुषमा-महेश ऐसा नहीं कर सकता ,तुम्हें किसने कहा,
कांता-आज मैं सुबह जब अपने भाई के घर से आयी तो तुम्हारी
लाड़ली भतीजी रोज़ी नींद में महेश को सुनते हो जी,पति जी,आदि
कहकर बड़बड़ा रही थी,मैंने रोज़ी को उठाया और पूछा ये क्या
हो रहा है,तो उसने बोला वही जो एक पति पत्नी के बीच में होता है,
माँ अब मैं महेश के बग़ैर नहीं रह सकती,हमने आपस में शादी कर ली है,
मुझे विदा करके उनके घर भेज दो,और आंटी mom से सब बात कर लो,
कांता-मैंने रोज़ी से पूछा क्या तुमने pregnancy रोकने के लिए
कोई protection use की है,
तो पता है,रोज़ी बोली पति के साथ sex करने पर कौन protection use करता है,
मैंने महेश से शादी की है,sex भी किया है और महेश के बच्चे भी पैदा करूँगी,
आप मुझे बस आंटी मोम के घर भेज दो,
सुषमा-तो बात यहाँ तक पहुँच चुकी है,
देखो कांता कल हम अपने नये घर में शिफ्ट कर जाएँगे,
कल हमने ग्रहप्रवेश के लिये पूजा हवन का प्रोग्राम भी रखा हुआ है,
आज से एक महीने बाद दोनों बच्चों की शादी भी कर देंगे,
तुम किसी बात की चिंता मत करो,
मुझे एक महीना तो चाहिए महेश की शादी की तैयारी करने में,
मैं महेश की शादी बड़ी धूम धाम से करना चाहती हूँ,
कांता-सुषमा ये बात तुम्हारी सही है कि कम से एक महीना
तो चाहिए शादी की तैयारी में,
पर मुझे डर है की दोनों को एक महीने तक sex करने से कैसे रोकेंगे,
और मुझे तो ये भी डर है की शादी से पहले अगर रोज़ी pregnant हो
गई तो कितनी बदनामी होगी हम सब की,
रोज़ी के डैडी को अभी कुछ भी नहीं पता,अगर बताया तो पता
नहीं महेश और रोज़ी की शादी को मना ही ना करदें,
फिर तो मुझे रोज़ी को सम्भालना ही मुश्किल हो जाएगा,
और अगर महेश और रोज़ी ने हम से अलग रह कर घर बसा लिया,
तो हम लोगों की इज़्ज़त क्या रह जाएगा,
जिसको भी इस बात का पता लगेगा वो हम पर हंसेगा ही,
सुषमा-मैं भी माँ हूँ,मेरी भी बेटी है,नहीं मैं ऐसा कभी नहीं होने दूँगी,
बोलो कांता तुम कब महेश और रोज़ी की शादी चाहती हो,
कांता-जल्दी से जल्दी,ताकि अगर रोज़ी pregnant हो गई और
अगर मुझे रोज़ी को लेके डॉक्टर के पास जाना पड़ा तो कम से कम बच्चे के बाप का
नाम तो रोज़ी बता सकेगी,कितनी मुसीबत में इस लड़की ने मुझे फँसा दिया है,
सुषमा-कांता,मैं पाँच मिण्ट रुक कर तुमसे दोबारा बात करती हूँ,
सुषमा ने फिर महेश को फ़ोन मिलाया,
मैं-मोम क्या बात है,इस time पे फ़ोन किया है,
सुषमा-मुझे ये बताओ जल्दी से जल्दी कब तुम्हारी रोज़ी से शादी हो सकती है,

मैं-मोम,आपको मैंने बताना ही था की मैंने और रोज़ी ने शादी कर ली है,
और हम पति पत्नी की तरह तीन दिनों से इकट्ठे रह रहे हैं,
आप जब कहोगी मैं आपकी बहू रोज़ी को घर ले कर आ जाऊँगा,
सुषमा-शादी तो आप दोनों की पहले विधिवत मंदिर में ही होगी,
फिर रोज़ी हमारे घर बहू बन कर आयेगी,तुम्हें पता ही है,
हमारे नये घर का ग्रहप्रवेश का कल सुबह दस बजे का पूजा और हवन का
प्रोग्राम है,
इस पूजा और हवन में तुम्हारे साथ तुम्हारी धर्मपत्नी का होना ज़रूरी है,
तो मेरी plan है की कल सुबह सात बजे तुम्हारी और रोज़ी की विधि विधान
के अनुसार मंदिर में शादी हो जाये और दस बजे रोज़ी तुम्हारे संग तुम्हारी धर्मपत्नी
बनकर हमारे घर के ग्रहप्रवेश की पूजा हवन में शामिल हो सकेगी,
मैं-माँ मेरी तरफ़ से हाँ है,सब कुछ ठीक होगा आप चिंता मत करो,
सुषमा-मैं कांता से बात करके अभी सभी कुछ final करती हूँ,
सुषमा ने फिर से कांता का फ़ोन घुमाया
कांता-सुषमा कोई बात बनी क्या,
सुषमा-बहुत बहुत बधाई हो कांता,
कल सुबह सात बजे महेश और रोज़ी के शिवपार्वती मंदिर
में कन्यादान और फेरे होंगे,मेरी बहू रोज़ी को भी ये शुभ समाचार दे देना,
रोज़ी को बोलना आज हम शाम को उसका सारा सामान अपने घर
ले जायेंगे,बस पैकिंग कर के रखेगी,
उस के बाद जो हुआ सब को पता है,
रोज़ी ने जब अपना मेकअप ठीक कर रही थी,
तो सिम्मी अपनी भाभी को छेड़कर मज़े भी ले रही थी,
सिम्मी अब से अपना ज़्यादा से ज़्यादा time अपनी भाभी के साथ
बिताना चाहती थी,जब उसके bro आसपास ना हो,
जब रोज़ी का मेकअप सही हो गया तो सिम्मी
ने कहा भाभी आप बहुत सुंदर लग रही हो,
रोज़ी-चलो अब बाहर चलें,सब हमारा इंतज़ार कर रहे होंगे,
आज घर के मुख्य द्वार को फूलों से सजाया गया था,
महूर्त के समय पहले ग्रहप्रवेश की पूजा हुई,
फिर हवन प्रारंभ हो गया,
दो घंटे में सब कार्यक्रम सम्पन्न हो गया,
फिर मुख्य द्वार पर आम के पत्ते टाँगे गये,
सबसे पहले नई गृहलक्ष्मी रोज़ी ने अपना दायां पैर घर के अंदर रखा,
बाक़ी सब ने रोज़ी के पीछे पीछे घर में प्रवेश किया,
रोज़ी की mummy को अपनी बेटी को आज का मुख्य मेहमान बना हुआ देखकर
बहुत प्रसन्नता हो रही थी,
रोज़ी का ध्यान तो सिर्फ़ महेश पर था,
रोज़ी ने महेश के हाथ में अपना हाथ फँसा कर रखा हुआ था,
उसके बाद सबने लंच किया,
रोज़ी के मम्मी डैडी ने अपने घर जाते जाते सब को रात के लिए अपने घर dinner के
लिए invitation दे गये,
मैं-mom मुझे ऑफिस में थोड़ा काम है,मैं एक घंटे में बापस आ जाऊँगा,
सुषमा-सिम्मी बेटा जाओ आप लोग ऊपर जाकर अपने कमरों में आराम
करो अपनी भाभी को भी साथ में ले जाओ,यह भी आराम कर लेगी,
मैं भी अपने रूम में जा रही हूँ,
आप लोग सात बजे तक नीचे आ जाना फिर हम लोग dinner के लिये
महेश के ससुराल चलेंगे,
सिम्मी-चलो भाभी तुम्हें तुम्हारा bedroom दिखाऊँ,
रोज़ी-मैं इनको एक फ़ोन कर लूँ,
महेश को फ़ोन करते हुए रोज़ी बोली,
सुनिये घर आते हुए आप किसी स्टोर से कुछ woman skin tape और एक fevicol की tube
लेते आना,
सिम्मी-भाभी ये सब किसलिये मँगवाया है,
रोज़ी-कल बताऊँगी,
फिर सिम्मी और रोज़ी दोनों एक दूसरे के हाथों में हाथ डाल कर
ऊपर first floor पर चले गये,
सिम्मी-चलो भाभी पहले हम आप का bedroom देखते हैं,
सिम्मी ने room में enter करके सारी lights on करदीं,
wow,awesome रोज़ी के मुँह से अनायास ही निकला,
सिम्मी कितनी सुंदर decoration की है तुमने हमारे bedroom
की हमारी सुहागरात के लिये,thankyou simmi,
सिम्मी-बस सूखा thankyou,
रोज़ी सिम्मी को पकड़ कर deep kiss करने लगी,
सिम्मी बस करो भाभी मेरी तो सांस बंद हो रही है,
सिम्मी-चलो भाभी अब मेरा रूम भी देख लो,बहाँ पर हम दोनों rest भी कर लेंगे,
रोज़ी-सिम्मी इधर ही हमारे bedroom में rest कर लेते हैं,
सिम्मी-नहीं भाभी,यह बेडरूम तो आज आपकी सुहागरात के लिए सजाया हुआ है,
हमारे लेटने से सारी गुलाब की पंखुड़ियाँ मसली जायेंगी,
नहीं हम लोग मेरे बेड रूम में चलते हैं,
सिम्मी-मेरा bedroom छोटा है,पर मेरे लिये बहुत है,
सिम्मी-भाभी आप अपनी साड़ी उतार कर रख दो और आराम से लेट जाओ,
रोज़ी-कल सारी रात मैं तुम्हारे भैया के बग़ैर सो नहीं सकी,मुझे नींद ही नहीं आयी,
कल अकेले रह कर मुझे पता चला की मेरी ज़िन्दगी तुम्हारे भैया के बग़ैर कितनी सुनी थी,
एक ख़ालीपन था मेरे जीवन में,जिसे अब तुम्हारे भैया ने भर दिया है,
अब तो मेरा जीवन है तुम्हारा भैया,महेश के बग़ैर अब मेरी ज़िंदगी बेअर्थ है,

सिम्मी-भाभी आपके बेडरूम का bed तो kingsize है,
आपके रोज़ाना bed polo खेलने के लिये,
रोज़ी-हम तो रोज़ाना नूरा कुश्ती खेलेंगे,
सिम्मी-भाभी ये नूरा कुश्ती क्या होती है,इसे कैसे खेलते हैं ,
इसमें पति अपनी पत्नी की चुदाई का युद्ध करता है,
रोज़ी-मैं और तेरे भैया तो रोज़ दिन में तीन बार नूरा कुश्ती खेलते हैं,
सिम्मी-भाभी ये नूरा कुश्ती क्या हम दोनों भी खेल सकते हैं,
रोज़ी-हाँ क्यों नहीं,पर वो कैसे खेलेंगे
हम तो दोनों लड़कियाँ हैं,
सिम्मी-भाभी आप बहुत सुंदर हो,
आपकी skin कितनी soft है,
रोज़ी-ये सारा कमाल तेरे भैया की
लण्ड मलाई ने किया है,
सिम्मी-क्या bro की मलाई आप
अपनी skin पर लगाती हो
रोज़ी-नहीं पगली,पहले मैं तेरे भैया
का लण्ड मुँह में लेकर मलाई खाती
थी,अब मैं अपनी चूत में मलाई भर
के खाती हूँ,इसलिये मेरी skin इतनी
सुंदर हो गई है,
सिम्मी-पर मैं भी तो bro की मलाई बहुत देर से खा रही हूँ,
रोज़ी-मुझे याद है,ये बात तुम्हीं ने बताई थी के तुम्हारे इलाज के लिये
डॉक्टर ने तुम्हें महेश के लण्ड से वीर्य
रस पीने की सलाह दी थी,
पहले तुम कितनी पतली थी,अब तो तुम पूरी हट्टी कट्टी हो गई हो,
तुम्हारे लिये कोई हट्टा कट्टा लड़का ही ढूँढना पड़ेगा,
पर तुमने अपने भैया से अपनी चूत में
मलाई लेने के लिये क्यों नहीं कहा,
सिम्मी-बहुत कोशिश की भाभी मैंने तो,दो बार तो bro का लण्ड का सूपड़ा मेरी चूत के सुराख़ में फँस भी
गया था,पर मेरी चूत का सुराख़ इतना
छोटा था और bro का लण्ड इतना
मोटा था की कभी मेरी चूत के अंदर इस से ज़्यादा नहीं जा सका,
एक तो bro के लण्ड को मेरी चूत से touch करते
ही मेरी चूत पानी छोड़ देती,दूसरे bro
भी मेरी शादी से पहले मेरी hymen
नहीं तोड़ना चाहते थे,
सिम्मी-भाभी तुम्हारे बच्चे कब होंगे,
रोज़ी-शरमाते हुए,मुझे क्या पता,
ये बात तुम्हारे भैया ही बता सकते हैं,


सिम्मी-भाभी एक राज की बात बताऊँ,जो bro के वीर्यरस के बारे
में doctor ने मोम को बताई थी
और मोम ने मुझे बताई थी,
रोजी-सिम्मी मुझे भी ये राज जानना है,

सिम्मी-doctor ने बोला था जो भी लड़की bro के लण्ड का वीर्य रस
अपने मुँह के रास्ते,अपनी चूत के रास्ते या अपनी गाँड के रास्ते अपने शरीर में
प्रवेश करवायेगी ,वो लड़की कुछ ही
हफ़्तों में अति सुन्दर हो जायेगी,
रोज़ी-ये बात तो doctor की सौ प्रतिशत सच निकली,तू भी भरपूर
सुंदर हो गई और मैं भी तेरे भैया का
वीर्य रस पी पी कर इतनी सुंदर हों
गई हैं,
रोज़ी-महेश के वीर्य ने मेरी सेक्स करने की भूख इतनी बढ़ा दी के अब मेरा
मन ही नहीं भरता,जी करता ही दिन
रात महेश मुझे चोदता ही रहे,
सिम्मी-भाभी क्या मुझे भी इतना प्यार
करने वाला पति मिल सकेगा,
एक बात और doctor ने बतायी थी
रोज़ी-वो क्या मेरी चुदक्कड़ ननद
मुझे भी बता,
सिम्मी -doctor ने बोला था की जो
भी लड़की bro से चुदवायेगी और bro का वीर्य रस अपनी चूत में लेगी
उसके पेट से जो बच्चे पैदा होंगे वो
गोल मटोल और बहुत सुंदर होंगे,
रोज़ी-सिम्मी फिर तो तुम देख लेना
आज से पूरे नौ महीने बाद तू बुआ
बन जाएगी,
सिम्मी-मैंने bro से promise लिया हुआ है कि,
मेरी शादी के बाद मैं जो भी बच्चा पैदा करूँगी,
वो bro के वीर्य रस से पैदा होगा,
रोज़ी-मैं इस बात के लिये तुम्हारी support करूँगी,
सिम्मी-भाभी जब तुमने सुबह चीख
मारी थी तब क्या हुआ था,
रोज़ी-शर्मा कर अपना मुँह तकिये में
छुपा कर बोली,
तुम्हारे भैया मुझे बहुत छेड़ते हैं,
आज हमारी शादी थी तो मैंने आज
पैंटी नहीं पहनीं थी क्योंकि जब बार बार
तुम्हारे भैया मेरी चिकोटी काटते हैं
कभी मेरे चूचे पर कभी चूत पर कभी
मेरे butts पर ,मेरी तो हालत ख़राब
हो जाती है ,मेरी चूत से इतनी मलाई
निकलती है मेरी पैंटी बिलकुल भीग
जाती है,इस मुसीबत से बचने के लिये
मैंने आज पैंटी नहीं पहनीं थी,
सिम्मी-फिर आज क्या पहना था आपने भाभी
रोज़ी-मैंने पैंटी के बजाय आज अपनी चूत पे diaper बांध लिया था,ताकि सारी मेरी चूत की मलाई diaper
में ही रह जाये और बाहर लीक ना हो,
जब सुबह हमारी शादी की सारी रस्में
पूरी हों गयी तब तक मेरा diaper मेरी चूत मलाई से भर गया था,तो मैंने अपनी mummy
को कहा के मुझे वाशरूम जाना है,
मम्मी ने तुम्हारी मोम को बोला,तुम्हारी
मोम ने तुम्हें बोल दिया तो मैंने तुम्हें
कहा के अपने भैया को मेरे साथ भेज
दो,
तुम्हारे भैया शरारती तो हैं ही,
मुझसे बोले अपनी साड़ी ऊपर करके
पकड़ के रखो मैं अभी तुम्हारा diaper उतार देता हूँ,
सिम्मी-फिर आगे क्या हुआ
रोज़ी-होना क्या था,इन्होंने मेरा
diaper तो उतार कर dustbin में
फेंक दिया,और मेरी नंगी मलाईदार
चूत देख कर इनके मुँह में पानी आ
गया और लगे लपालप अपनी जीभ
से चाटने,मैं तो छटपटाने लगी,मेरे हाथों में साड़ी पकड़ी हुई थी,
जैसे ही इन्होंने मेरे clit को अपने होंठों
में पकड़ कर चूसा,मेरी ज़ोर से चीख
निकल गई,मैं झरझर करके इनके मुँह
पर झड़ने लगी और मेरे हाथ से मेरी
साड़ी छूट कर इनके ऊपर गिर पड़ी,
तभी मेरी प्यारी ननद जी की आवाज़
आयी,
bro क्या हुआ,भाभी ने चीख क्यों मारी,
सिम्मी-भाभी उसके बाद फिर क्या हुआ,
रोज़ी-मैंने फटाफट इनके चेहरे से साड़ी हटा ली,और
इनके हाथ पकड़ कर खड़ा किया,इनके face को देख कर,
मैं ज़ोर से मुँह पर हाथ रख हंस पड़ी
मुझे भी जोश आ गया और मैं इनके मुँह पर लगी
अपनी चूत की मलाई चाटने लगी,
ये भी मुझे स्मूच करने लगे ,इसी चक्कर में
मेरा सारा मेकअप ख़राब हो गया था,
और मुझे दोबारा मेकअप करना पड़ा,
सिम्मी-भाभी अपकी बातों से तो मेरी चूत ने भी पानी बरसाना शुरू कर दिया है,
रोज़ी-ननद जी मुझे अपनी चूत तो दिखाओ जरा,
सिम्मी-भाभी दरवाज़ा बंद कर दो कोई आ ना जाये ,
सिम्मी ने भी साड़ी पहनी हुई थी,साड़ी के नीचे सिम्मी ने पैंटी पहनी हुई थी
सिम्मी ने अपनी साड़ी ऊपर उठा ली ,और बोली भाभी देख के बताओ मेरी चूत कैसी है,
रोज़ी ने सिम्मी की पैंटी को हाथ लगा कर देखा,और सिम्मी से बोली
रोज़ी-ननद जी तुम्हारी पैंटी तो बिलकुल भीग गई है,क्या तुम्हारी पैंटी उतार दूँ,
सिम्मी-मुझे शर्म आ रही है,
रोज़ी-चलो पहले मेरी चूत देखलो,फिर मैं तुम्हारी चूत देख लूँगी,
यह कह कर रोज़ी ने अपनी साड़ी उतार कर एक तरफ़ रख दी,
और सिम्मी की तरफ़ अपनी चुत करके बोली,
लो मेरी ननद रानी अपनी भाभी की चूत देखलो कैसी है,
सिम्मी-भाभी आपकी पैंटी किधर गई,
रोज़ी-तुम्हारे भैया ने ख़राब कर दी थी,तो मैंने उतार दी,
दोवारा पहनने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी,
सिम्मी-कितनी सुंदर है चूत आपकी,एकदम चिकनी मक्खन जैसी,
भाभी क्या मैं हाथ लगा कर देख लूँ,
आहा कितनी मुलायम है आपकी चूत भाभी,
भैया ऐसे ही तो नहीं दीवाने आपके,
आपकी चूत की पंखुड़ियाँ एक दम गुलाब के फूलों जैसी,
भाभी मैं इनको खोल कर देख लूँ क्या,
रोज़ी-ननद जी देखलो,
सिम्मी ने अपनी उँगलियों से चूत की दोनों पंखुड़ियों को खोल कर देखने लगी,
सिम्मी-आपकी चूत तो अंदर से कितनी गुलाबी है,
हाय रब्बा भाभी आपकी चूत का सुराख़ कितना बड़ा है,
रोज़ी-यह सब तुम्हारे भैया के मोटे लण्ड का कमाल है,
जब ये अपना लण्ड मेरी चूत के सुराख़ में डालते हैं,
तो खूब पेलते हैं इस सुराख़ को,
सिम्मी-आपकी चूत तो मलाई का दोना बनी हुई है,इस दोने में तो अभी मलाई भरी हुई है,
भाभी क्या मैं आपकी चूत को चाट कर मलाई खा लूँ,
भाभी मैंने आज तक किसी लड़की की चूत नहीं चाटी,
रोज़ी -ननद रानी एक शर्त पर मैं अपनी चूत तुमको चाटने दूँगी,
अगर तुम भी अपनी चूत मुझे चाटने दोगी,
मैंने ना आज से पहले किसी और लड़की की चूत देखी है,
ना ही किसी और लड़की की चूत मैंने चाटी है,
ना ही तुम्हारे भैया के अलावा किसी ने कभी मेरी चूत चाटी है,
आज तुम पहली लड़की हो जो मेरी चूत चाटोगी,
सिम्मी-bro ने तो मेरी चूत कई बार चाटी है,
पर किसी लड़की से चूत चटवाने का मेरा ये पहला मौक़ा है,
सिम्मी-भाभी आप अपने बाक़ी कपड़े भी उतार दो,
मैं भी अपने कपड़े उतार देती हूँ,
रोज़ी-सिम्मी
सिम्मी-हाँ भाभी
रोज़ी-अलग अलग एक दूसरे की चाटने में कम मज़ा आयेगा,
क्यों ना 69 में दोनों एक साथ एक दूसरे की चूत चाटें,
एक साथ अगर दोनों झड़ेगी तो ज़्यादा मज़ा आयेगा,
सिम्मी-भाभी आपने कभी दो लड़कियों को आपस में चुदाई करते देखा है,
रोज़ी-मैंने तो नहीं देखा,
रोज़ी-ननद जी क्या दो लड़कियाँ बग़ैर लड़के के लण्ड के चुदाई कर सकती हैं,
सिम्मी-हाँ कर सकती हैं,
रोज़ी-तुमने कहाँ देखा ये सब ,जब ये सब तुमने कभी किया ही नहीं
सिम्मी-अपनी girlfriends के साथ मैंने कई बार video clips में
लड़कियों को आपस में एक दूसरे को बग़ैर लण्ड के चोदते और झड़ते हुए देखा था,
रोज़ी-तो उन लड़कियों के साथ मिलकर कभी तुमने चुदाई नहीं की,
सिम्मी-नहीं पहले कभी नहीं की पर आज आपके साथ करने का मन है,
रोज़ी-ऐसे करते हैं पहले एक दूसरे को चोदेंगे फिर झड़ेंगे फिर जो मलाई
हमारी चुतों में से निकलेगी वो चाट लेंगे,
रोज़ी-मेरी चुदक्कड़ ननद जी इस चुदाई को क्या कहते हैं,
सिम्मी-मेरी girlfriends इसको लेस्बियन humping,grindinding,
scissoring कहती थी,[/SIZ











सिम्मी-मेरी गर्लफ़्रेंड्स इसको रगड़ाई(ग्राइंडिंग),चूतों को टकराना(humping) और कैंची
बना कर चुतों को आपस में मसलना(स्सिररिंग)
रोज़ी-मेरी ननद रानी इस चुदाई को कहाँ से शुरू करें
सिम्मी-मेरे bro के लण्ड की प्यासी भाभी,लड़कियाँ आपस में चुदाई एक दूसरे के चूचे
और निप्पल चूस कर चुदाई शुरू करते हैं,







सिम्मी- भाभी आपको तो १०४ बुख़ार है,
रोज़ी-पगली ननद रानी ये कामवासना का बुख़ार है,जो हर रोज़ मुझे
दिन में तीन बार चढ़ता है,
ये बुख़ार मुझे मेरे स्वामी की बिराह में चढ़ता है,
और उन्हीं के मेरे पास आने से और फिर मुझे
चोदने से ही ये बुख़ार उतरता है,
अब जल्दी करो ननद रानी हमारे पास बस एक घंटा ही बचा है,
रोज़ी-ननद रानी तुम्हारी शक्ल मेरे
पतिदेव से बहुत मिलती है,
अभी के लिये तुम मेरे पति बन जाओ और मैं
तुम्हारी पत्नी बन जाती हूँ,अब तुमने मुझे प्यार
करके मुझे चुमके मुझे चाट कर मुझे
चूस मुझे चोद कर मेरा बुख़ार उतार दो,
ननद जी मेरे ऊपर चढ़ जाओ फिर मुझे अपनी पत्नी समझ कर प्यार करो
इसके बाद रोज़ी और सिम्मी एक दूसरे के होंठों को पीने लगे,
सिम्मी-भाभी आपके होंठ बहुत मीठें
हैं,इनमें से कितना रस निकल रहा
है,bro ऐसे ही नहीं हैं आपके दीवाने,
रोज़ी-ये सब तुम्हारे भैया के लण्ड
की मलाई का कमाल है,
रोज़ी-ननद रानी मेरे निप्पल और चूचे
चूस कर खा जाओ,
आह आह ऐसे ही चूसती रहो
रोज़ी-ननद रानी अब तुम मेरे सिर की तरफ़ आकर मेरे चूचे चूसो
और अपने मुम्मे मेरे मुँह में चूसने के लिये डाल दो,
सिम्मी-मेरी सोहनी भाभी कितनी अच्छी हो तुम,
मेरे मुम्मे आज तक किसी ने चूसे,
हाँ भाभी और ज़ोर से चूसो,जैसे तुम अपने पति का लण्ड चूसती हो
यस भाभी मेरे निप्पल चबा जाओ,
आह बहुत मज़ा आ रहा है,
रोज़ी-मेरी भोली ननद चलो अब चूतों की grinding करते हैं,
मेरी गोद में जैसे मैं बताऊँ बैठ जाओ,
और अपनी चूत को मेरी चूत से आगे पीछे करके रगड़ो,
यस हाँ ऐसे ही ,और तेज तेज ,
हाँ अपने clit को मेरे clit से रगड़ो
हाँ शाबाश सिम्मी ऐसे ही,
सिम्मी-भाभी मुझे कुछ हो रहा है,
भाभी मेरी चूत पानी छोड़ रही हो,
भाभी मुझे चोदो,हाँ भाभी मेरी चूत फाड़ दो,
रोज़ी-हम दोनों ही अब झड़ने वाली हैं,
तुम फटाफट मेरे साथ 69 में आ जाओ,
रोज़ी -आज तुम मेरे पति हो तुम मेरे ऊपर लेट कर मुझे चाटो और अपनी
जीभ मेरी चूत में डालकर मुझे चोदो,
और अपनी चूत के होंठ मेरे होंठों पर रख दो,
सिम्मी-भाभी मेरी चूत में अपनी जीभ घुसेड़ दो,
आह आह और तेज और तेज मेरे clit को अपने दांतों से काट दो
ओह भाभी मैं गई,मुझे पकड़ लो,
सिम्मी ने झड़ते झड़ते रोज़ी की चूत में दांत गड़ा दिये,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी और झटके खा कर झड़ने लगी,
रोज़ी और सिम्मी आपस में गुथम गुथा हो गई और बेड पर लोटनियाँ खाने लगीं,
थोड़ी देर बाद दोनों को होश आया तो,फिर से आपस में लिपट गयीं
और एक दूसरे के मुँह में जीभ डाल कर दोनों एक दूसरे की
चूत रस का स्वाद चखने लगीं,
फिर थक कर दोनों एक दूसरे से लिपट कर सो गयीं,
दोनों नींद में थी के रोज़ी के फ़ोन की घण्टी बजी ,
रोज़ी सिम्मी के साथ लिपट कर सो रही थी,
रोज़ी का एक मुम्मा सिम्मी के मुँह में था,
रोज़ी ने सिम्मी को हिलाये बग़ैर
उठकर देखा तो महेश का फ़ोन था,
मैं-हाय डार्लिंग,मुझे आधा घण्टा और लगेगा office में,
तुम तैयार रहना,नीचे सिम्मी और मोम को भी तैयार रहने को बोल
देना,आज तुम्हारे मायके वालों कि तरफ़ से शादी का डिनर है,
रोज़ी-नहीं जी,ये डिनर तो आपके ससुराल वालों ने दिया है,
मैं तो आपके साथ जा रहीं हूँ, मेरा मायका भी और मेरा ससुराल अब
तो यहीं हैं,आपके दिल में,वहीं मैंने अपना घर बसा लिया है,
मैं-रोज़ी डार्लिंग वो टेप और फेविकोल मैंने ऑफिस की एक लड़की से मंगवा
ली है,डार्लिंग पता है वो लड़की मुझ से क्या मुझ से पूछ रही थी,
रोज़ी-आह आह अचानक रोज़ी के मुँह से निकल गया
क्योंकि सिम्मी ने नींद में उसके मूमे को कस के चूस लिया,
मैं-डार्लिंग क्या हुआ,
रोज़ी-तुमसे बातें करते करते मैंने अपने मुम्मे का निप्पल मरोड़ लिया था,
चलो आगे बताओ उस लड़की ने क्या कहा,
मैं-वो लड़की बोली sir,ये टेप और fevicol आपकी वाइफ ने मंगवायीं हैं,
मैने कहा हाँ,पर तुम्हें कैसे पता चला,
रोज़ी-तो डार्लिंग उस लड़की ने मेरे बारे में क्या कहा,
मैं-वो लड़की मुस्करा कर बोली,sir आपकी wife आज पूरी चुदासी
है और आपको आज घर जाने पर जम कर चोदेगी,
जानू,इसके बाद वो चली गई,पर उसकी मुझे कोई बात समझ नहीं आयी,
चुदाई तो अब भी हम जम के करते हैं,फिर टेप और fevicol से ज़्यादा
जम के चुदाई कैसे होगी,
रोज़ी-अब मैं फ़ोन रखती हूँ,आपकी बातें सुन कर मेरा तो मन अभी चुदाई
करने का हो रहा है,आप अब जल्दी से घर आ जाओ,
सुनिये जी,अपने ससुराल में जाकर ज़्यादा देर नहीं रुकना,
हम सब लोग
डिनर करके जल्दी वापस आ जाएँगे,
इतना कह कर रोज़ी ने फ़ोन बंद कर दिया,
रोज़ी ने देखा सिम्मी अपने मुँह में मेरा मुम्मा लेकर,
आँखें खोल कर हमारी सारी बातें सुन रही है,
सिम्मी-भाभी आपकी bro से गर्म गर्म वातें सुन कर मेरी तो चूत गीली
हो गई है,
भाभी आप मेरी बात ध्यान से सुन लो,मैंने bro का लण्ड बहुत बार देखा है,
अगर आप लोग मुझे सुखी देखना चाहते हो तो मेरे दूल्हे का लंड bro से लंबाई
और मोटाई में कम नहीं होना चाहिए,आप bro से चाहे ये बात कह देना,
रोज़ी-अब उठ जा,अगर तेरे भैया से ऐसी बातें करूँगी की आप तो चुदक्कड़ थी ही,
मेरी बहन को भी अपने जैसी बना लिया,तुम चिंता मत करो,तुम्हारे भैया अच्छा लड़का
ही तुम्हारे लिये ढूँढ कर लायेंगे,
ननद रानी मैं अपने बाथ रूम में नहाने जा रही हूँ,
तुम भी नहा धो कर एक अच्छी सी अपनी साड़ी पहन कर तैयार हो कर मेरे रूम
में आ जाओ,बहाँ से हम इकट्ठे नीचे चलेंगे,
7.30 सात बजे सब इकट्ठे होकर महेश के ससुराल में पहुँच गये,
रोज़ी के parents ने सब की आवभगत की,
अपने जमाई राजा की आरती उतारी,
उसके बाद सब बातें करने लगे
चारों ladies आपस में बातें करने लगीं,
सुषमा ने कांता से सिम्मी के लिए कोई अच्छा सा लड़का बताने को कहा,
कांता-मेरी एक कजिन दिल्ली में रहती है,
उनका वहाँ रोहिणी में अपने घर में ही ग्राउंड फ्लोर पे अपना बुटीक है,
उनका एक बेटा है,वो बहीं पर अपनी मम्मी के साथ बुटीक पे बैठता
है,
लड़का बहुत अच्छा है,सुंदर है,उसकी सेहत बहुत अच्छी है,
मेरी कजिन की नेचर बहुत अच्छी है,
अपनी सिम्मी वहाँ पर मौज करेगी,
हम सब किसी दिन उनके घर चलते हैं,
घर भी देख लेंगे लड़का भी देख लेंगे
सिम्मी भी लड़के को देख लेगी,
लड़के से मिल लेगी,
सुषमा-कल हम महेश के साथ discuss करके बाक़ी
प्रोग्राम बना लेंगे
उधर रोज़ी के डैडी और महेश गप्पें लगा रहे थे,
डैडी-आज तुम्हें अपनी शादी वाले दिन भी अपने ऑफिस में जाना पड़ा
मैं-अंकल आज का सारा दिन मेरा ख़ुशियों से भरा था,
पहले आज मुझे मेरा जीवन साथी मिल गया,
फिर आज ही हमने नये घर में अपनी पत्नी के साथ गृहप्रवेश किया,
और आज ही हेड ऑफिस ने मुझे एक प्रोजेक्ट करने को दिया है,
जो मैंने तीन महीने में complete करके launch करना है,
उस प्रोजेक्ट में मुझे दो software engineers appoint करने
की permission मिली है,जो मुझे मेरे प्रोजेक्ट में हेल्प करेंगे,
मुझे एक PA भी रखने की permission मिल गई,
PA की पोस्ट रोज़ी को मिल जाएगी,
इस प्रोजेक्ट का जितना भी annual revenue होगा उसमें कंपनी मुझे हर साल
बीस परसेंट शेयर देगी,पहले साल हमारा टारगेट दो करोड़ रुपए का revenue का
टारगेट है,मुझे और रोज़ी को खूब मेहनत करनी पड़ेगी,
आज का दिन तो मेरे लिये बहुत लकी है,
अंकल-महेश आज के दिन सिम्मी बेटी के लिए भी एक
खुशखबरी है,तुम्हारी मम्मी को उसके लिए हमने एक लड़का बताया है,
अगर कोई बात बनती है तो हम सिम्मी की शादी भी जल्दी ही कर देंगे,
मैं-अंकल अपने तो मेरे दिमाग़ से सिम्मी की शादी का सारा बोझ ही
उतार दिया है,
इस तरह बातें करते करते ख़ाना खाते खाते रात के बारह बज गये थे,
घर जाने की जल्दी सबसे ज़्यादा रोज़ी थी,
बाक़ी फिर ——
 
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Ek number

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कहानी जारी है-
मेरी मोम ने मेरी और रोज़ी शादी बड़ी धूमधाम
से करने के लिये बहुत कुछ सोच रखा था,
पर मैं और रोज़ी की चुदाई की जल्दबाज़ी से,
पकड़े गये और
मेरी मोम की सारी की सारी plan धरी की धरी रह गई ,
उस दिन मेरी mom(सुषमा) और रोज़ी की मम्मी(कांता) के बीच क्या वार्तालाप
हुआ,वो मैं आज बताता हूँ जो मुझे मोम ने हमारी शादी से एक दिन पहले रात को खाना
खाते हुआ बताया था,
कांता-हेलो,सुषमा कैसी हो
सुषमा-मैं ठीक हूँ,तुम अपने मायके से कब आ गई,
कांता-मैं just अभी अपने घर पहुँची ही हूँ,
तुम कहाँ हो,तुमसे कुछ बात करनी थी,
सुषमा- मैं तो अभी office में busy हूँ,बताओ क्या बात है,
कांता-महेश अभी कहाँ होगा,इधर हमारे घर पर तो नहीं है,
सुषमा-तीन दिन से तुम्हारे घर पे ही था,इधर हमारे घर तो आया ही नहीं,
ना ही तीन दिन से उसका कोई हमारे पास फ़ोन आया है,
मैं तो सोच रही थी अगर अभी से हम सब को भूल गया है,तो
शादी के बाद इस लड़के का क्या होगा,भगवान जाने,
अगर महेश तुम्हारे घर पर नहीं है तो फिर अपने office में ही होगा,
अगर महेश से कोई काम तो बता दो,उसको फ़ोन करके बोल देती हूँ,कि
वो तुमसे बात कर लेगा,
कांता-नहीं मुझे तुमसे ही रोज़ी और महेश के बारे में बात करनी है,
सुषमा-टेलीफोन पर ही करनी है या मैं तुम्हारे घर परआ जाऊँ,
कांता-नहीं टेलीफोन पर ही कर लेते हैं,तुम बस थोड़ा side में होकर
मुझ से बात कर लो,
सुषमा-क्या कोई serious बात है,
कांता-हाँ सीरियस बात ही है,
सुषमा-क्या महेश का रोज़ी से कोई झगड़ा हो गया है,
कांता-सुषमा कितनी भोली है तू,बचपन से आज तक दोनों
में कभी किसी बात के लिये झगड़ा होते देखा है तुमने,मैंने
तो दोनों की आँखों में बस प्यार ही देखा है,
सुषमा-फिर महेश ने रोज़ी के साथ कोई शरारत की है,
कांता-जिस माली को तुमने मेरी फुलवारी की चौकीदारी के लिये
भेजा था,उसने मेरी फुलवारी के फूलों का पौधा उखाड़ कर अपने घर
ले जाकर लगा लिया है,
सुषमा-कांता पहेलियाँ मत बुझाओ मुझे असली बात बताओ,
कांता-पिछले तीन दिनों से रोज़ी और महेश एक ही बिस्तर में
पति पत्नी की तरह इकट्ठे सोते रहे हैं,
सुषमा-महेश ऐसा नहीं कर सकता ,तुम्हें किसने कहा,
कांता-आज मैं सुबह जब अपने भाई के घर से आयी तो तुम्हारी
लाड़ली भतीजी रोज़ी नींद में महेश को सुनते हो जी,पति जी,आदि
कहकर बड़बड़ा रही थी,मैंने रोज़ी को उठाया और पूछा ये क्या
हो रहा है,तो उसने बोला वही जो एक पति पत्नी के बीच में होता है,
माँ अब मैं महेश के बग़ैर नहीं रह सकती,हमने आपस में शादी कर ली है,
मुझे विदा करके उनके घर भेज दो,और आंटी mom से सब बात कर लो,
कांता-मैंने रोज़ी से पूछा क्या तुमने pregnancy रोकने के लिए
कोई protection use की है,
तो पता है,रोज़ी बोली पति के साथ sex करने पर कौन protection use करता है,
मैंने महेश से शादी की है,sex भी किया है और महेश के बच्चे भी पैदा करूँगी,
आप मुझे बस आंटी मोम के घर भेज दो,
सुषमा-तो बात यहाँ तक पहुँच चुकी है,
देखो कांता कल हम अपने नये घर में शिफ्ट कर जाएँगे,
कल हमने ग्रहप्रवेश के लिये पूजा हवन का प्रोग्राम भी रखा हुआ है,
आज से एक महीने बाद दोनों बच्चों की शादी भी कर देंगे,
तुम किसी बात की चिंता मत करो,
मुझे एक महीना तो चाहिए महेश की शादी की तैयारी करने में,
मैं महेश की शादी बड़ी धूम धाम से करना चाहती हूँ,
कांता-सुषमा ये बात तुम्हारी सही है कि कम से एक महीना
तो चाहिए शादी की तैयारी में,
पर मुझे डर है की दोनों को एक महीने तक sex करने से कैसे रोकेंगे,
और मुझे तो ये भी डर है की शादी से पहले अगर रोज़ी pregnant हो
गई तो कितनी बदनामी होगी हम सब की,
रोज़ी के डैडी को अभी कुछ भी नहीं पता,अगर बताया तो पता
नहीं महेश और रोज़ी की शादी को मना ही ना करदें,
फिर तो मुझे रोज़ी को सम्भालना ही मुश्किल हो जाएगा,
और अगर महेश और रोज़ी ने हम से अलग रह कर घर बसा लिया,
तो हम लोगों की इज़्ज़त क्या रह जाएगा,
जिसको भी इस बात का पता लगेगा वो हम पर हंसेगा ही,
सुषमा-मैं भी माँ हूँ,मेरी भी बेटी है,नहीं मैं ऐसा कभी नहीं होने दूँगी,
बोलो कांता तुम कब महेश और रोज़ी की शादी चाहती हो,
कांता-जल्दी से जल्दी,ताकि अगर रोज़ी pregnant हो गई और
अगर मुझे रोज़ी को लेके डॉक्टर के पास जाना पड़ा तो कम से कम बच्चे के बाप का
नाम तो रोज़ी बता सकेगी,कितनी मुसीबत में इस लड़की ने मुझे फँसा दिया है,
सुषमा-कांता,मैं पाँच मिण्ट रुक कर तुमसे दोबारा बात करती हूँ,
सुषमा ने फिर महेश को फ़ोन मिलाया,
मैं-मोम क्या बात है,इस time पे फ़ोन किया है,
सुषमा-मुझे ये बताओ जल्दी से जल्दी कब तुम्हारी रोज़ी से शादी हो सकती है,

मैं-मोम,आपको मैंने बताना ही था की मैंने और रोज़ी ने शादी कर ली है,
और हम पति पत्नी की तरह तीन दिनों से इकट्ठे रह रहे हैं,
आप जब कहोगी मैं आपकी बहू रोज़ी को घर ले कर आ जाऊँगा,
सुषमा-शादी तो आप दोनों की पहले विधिवत मंदिर में ही होगी,
फिर रोज़ी हमारे घर बहू बन कर आयेगी,तुम्हें पता ही है,
हमारे नये घर का ग्रहप्रवेश का कल सुबह दस बजे का पूजा और हवन का
प्रोग्राम है,
इस पूजा और हवन में तुम्हारे साथ तुम्हारी धर्मपत्नी का होना ज़रूरी है,
तो मेरी plan है की कल सुबह सात बजे तुम्हारी और रोज़ी की विधि विधान
के अनुसार मंदिर में शादी हो जाये और दस बजे रोज़ी तुम्हारे संग तुम्हारी धर्मपत्नी
बनकर हमारे घर के ग्रहप्रवेश की पूजा हवन में शामिल हो सकेगी,
मैं-माँ मेरी तरफ़ से हाँ है,सब कुछ ठीक होगा आप चिंता मत करो,
सुषमा-मैं कांता से बात करके अभी सभी कुछ final करती हूँ,
सुषमा ने फिर से कांता का फ़ोन घुमाया
कांता-सुषमा कोई बात बनी क्या,
सुषमा-बहुत बहुत बधाई हो कांता,
कल सुबह सात बजे महेश और रोज़ी के शिवपार्वती मंदिर
में कन्यादान और फेरे होंगे,मेरी बहू रोज़ी को भी ये शुभ समाचार दे देना,
रोज़ी को बोलना आज हम शाम को उसका सारा सामान अपने घर
ले जायेंगे,बस पैकिंग कर के रखेगी,
उस के बाद जो हुआ सब को पता है,
रोज़ी ने जब अपना मेकअप ठीक कर रही थी,
तो सिम्मी अपनी भाभी को छेड़कर मज़े भी ले रही थी,
सिम्मी अब से अपना ज़्यादा से ज़्यादा time अपनी भाभी के साथ
बिताना चाहती थी,जब उसके bro आसपास ना हो,
जब रोज़ी का मेकअप सही हो गया तो सिम्मी
ने कहा भाभी आप बहुत सुंदर लग रही हो,
रोज़ी-चलो अब बाहर चलें,सब हमारा इंतज़ार कर रहे होंगे,
आज घर के मुख्य द्वार को फूलों से सजाया गया था,
महूर्त के समय पहले ग्रहप्रवेश की पूजा हुई,
फिर हवन प्रारंभ हो गया,
दो घंटे में सब कार्यक्रम सम्पन्न हो गया,
फिर मुख्य द्वार पर आम के पत्ते टाँगे गये,
सबसे पहले नई गृहलक्ष्मी रोज़ी ने अपना दायां पैर घर के अंदर रखा,
बाक़ी सब ने रोज़ी के पीछे पीछे घर में प्रवेश किया,
रोज़ी की mummy को अपनी बेटी को आज का मुख्य मेहमान बना हुआ देखकर
बहुत प्रसन्नता हो रही थी,
रोज़ी का ध्यान तो सिर्फ़ महेश पर था,
रोज़ी ने महेश के हाथ में अपना हाथ फँसा कर रखा हुआ था,
उसके बाद सबने लंच किया,
रोज़ी के मम्मी डैडी ने अपने घर जाते जाते सब को रात के लिए अपने घर dinner के
लिए invitation दे गये,
मैं-mom मुझे ऑफिस में थोड़ा काम है,मैं एक घंटे में बापस आ जाऊँगा,
सुषमा-सिम्मी बेटा जाओ आप लोग ऊपर जाकर अपने कमरों में आराम
करो अपनी भाभी को भी साथ में ले जाओ,यह भी आराम कर लेगी,
मैं भी अपने रूम में जा रही हूँ,
आप लोग सात बजे तक नीचे आ जाना फिर हम लोग dinner के लिये
महेश के ससुराल चलेंगे,
सिम्मी-चलो भाभी तुम्हें तुम्हारा bedroom दिखाऊँ,
रोज़ी-मैं इनको एक फ़ोन कर लूँ,
महेश को फ़ोन करते हुए रोज़ी बोली,
सुनिये घर आते हुए आप किसी स्टोर से कुछ woman skin tape और एक fevicol की tube
लेते आना,
सिम्मी-भाभी ये सब किसलिये मँगवाया है,
रोज़ी-कल बताऊँगी,
फिर सिम्मी और रोज़ी दोनों एक दूसरे के हाथों में हाथ डाल कर
ऊपर first floor पर चले गये,
सिम्मी-चलो भाभी पहले हम आप का bedroom देखते हैं,
सिम्मी ने room में enter करके सारी lights on करदीं,
wow,awesome रोज़ी के मुँह से अनायास ही निकला,
सिम्मी कितनी सुंदर decoration की है तुमने हमारे bedroom
की हमारी सुहागरात के लिये,thankyou simmi,
सिम्मी-बस सूखा thankyou,
रोज़ी सिम्मी को पकड़ कर deep kiss करने लगी,
सिम्मी बस करो भाभी मेरी तो सांस बंद हो रही है,
सिम्मी-चलो भाभी अब मेरा रूम भी देख लो,बहाँ पर हम दोनों rest भी कर लेंगे,
रोज़ी-सिम्मी इधर ही हमारे bedroom में rest कर लेते हैं,
सिम्मी-नहीं भाभी,यह बेडरूम तो आज आपकी सुहागरात के लिए सजाया हुआ है,
हमारे लेटने से सारी गुलाब की पंखुड़ियाँ मसली जायेंगी,
नहीं हम लोग मेरे बेड रूम में चलते हैं,
सिम्मी-मेरा bedroom छोटा है,पर मेरे लिये बहुत है,
सिम्मी-भाभी आप अपनी साड़ी उतार कर रख दो और आराम से लेट जाओ,
रोज़ी-कल सारी रात मैं तुम्हारे भैया के बग़ैर सो नहीं सकी,मुझे नींद ही नहीं आयी,
कल अकेले रह कर मुझे पता चला की मेरी ज़िन्दगी तुम्हारे भैया के बग़ैर कितनी सुनी थी,
एक ख़ालीपन था मेरे जीवन में,जिसे अब तुम्हारे भैया ने भर दिया है,
अब तो मेरा जीवन है तुम्हारा भैया,महेश के बग़ैर अब मेरी ज़िंदगी बेअर्थ है,

सिम्मी-भाभी आपके बेडरूम का bed तो kingsize है,
आपके रोज़ाना bed polo खेलने के लिये,
रोज़ी-हम तो रोज़ाना नूरा कुश्ती खेलेंगे,
सिम्मी-भाभी ये नूरा कुश्ती क्या होती है,इसे कैसे खेलते हैं ,
इसमें पति अपनी पत्नी की चुदाई का युद्ध करता है,
रोज़ी-मैं और तेरे भैया तो रोज़ दिन में तीन बार नूरा कुश्ती खेलते हैं,
सिम्मी-भाभी ये नूरा कुश्ती क्या हम दोनों भी खेल सकते हैं,
रोज़ी-हाँ क्यों नहीं,पर वो कैसे खेलेंगे
हम तो दोनों लड़कियाँ हैं,
सिम्मी-भाभी आप बहुत सुंदर हो,
आपकी skin कितनी soft है,
रोज़ी-ये सारा कमाल तेरे भैया की
लण्ड मलाई ने किया है,
सिम्मी-क्या bro की मलाई आप
अपनी skin पर लगाती हो
रोज़ी-नहीं पगली,पहले मैं तेरे भैया
का लण्ड मुँह में लेकर मलाई खाती
थी,अब मैं अपनी चूत में मलाई भर
के खाती हूँ,इसलिये मेरी skin इतनी
सुंदर हो गई है,
सिम्मी-पर मैं भी तो bro की मलाई बहुत देर से खा रही हूँ,
रोज़ी-मुझे याद है,ये बात तुम्हीं ने बताई थी के तुम्हारे इलाज के लिये
डॉक्टर ने तुम्हें महेश के लण्ड से वीर्य
रस पीने की सलाह दी थी,
पहले तुम कितनी पतली थी,अब तो तुम पूरी हट्टी कट्टी हो गई हो,
तुम्हारे लिये कोई हट्टा कट्टा लड़का ही ढूँढना पड़ेगा,
पर तुमने अपने भैया से अपनी चूत में
मलाई लेने के लिये क्यों नहीं कहा,
सिम्मी-बहुत कोशिश की भाभी मैंने तो,दो बार तो bro का लण्ड का सूपड़ा मेरी चूत के सुराख़ में फँस भी
गया था,पर मेरी चूत का सुराख़ इतना
छोटा था और bro का लण्ड इतना
मोटा था की कभी मेरी चूत के अंदर इस से ज़्यादा नहीं जा सका,
एक तो bro के लण्ड को मेरी चूत से touch करते
ही मेरी चूत पानी छोड़ देती,दूसरे bro
भी मेरी शादी से पहले मेरी hymen
नहीं तोड़ना चाहते थे,
सिम्मी-भाभी तुम्हारे बच्चे कब होंगे,
रोज़ी-शरमाते हुए,मुझे क्या पता,
ये बात तुम्हारे भैया ही बता सकते हैं,


सिम्मी-भाभी एक राज की बात बताऊँ,जो bro के वीर्यरस के बारे
में doctor ने मोम को बताई थी
और मोम ने मुझे बताई थी,
रोजी-सिम्मी मुझे भी ये राज जानना है,

सिम्मी-doctor ने बोला था जो भी लड़की bro के लण्ड का वीर्य रस
अपने मुँह के रास्ते,अपनी चूत के रास्ते या अपनी गाँड के रास्ते अपने शरीर में
प्रवेश करवायेगी ,वो लड़की कुछ ही
हफ़्तों में अति सुन्दर हो जायेगी,
रोज़ी-ये बात तो doctor की सौ प्रतिशत सच निकली,तू भी भरपूर
सुंदर हो गई और मैं भी तेरे भैया का
वीर्य रस पी पी कर इतनी सुंदर हों
गई हैं,
रोज़ी-महेश के वीर्य ने मेरी सेक्स करने की भूख इतनी बढ़ा दी के अब मेरा
मन ही नहीं भरता,जी करता ही दिन
रात महेश मुझे चोदता ही रहे,
सिम्मी-भाभी क्या मुझे भी इतना प्यार
करने वाला पति मिल सकेगा,
एक बात और doctor ने बतायी थी
रोज़ी-वो क्या मेरी चुदक्कड़ ननद
मुझे भी बता,
सिम्मी -doctor ने बोला था की जो
भी लड़की bro से चुदवायेगी और bro का वीर्य रस अपनी चूत में लेगी
उसके पेट से जो बच्चे पैदा होंगे वो
गोल मटोल और बहुत सुंदर होंगे,
रोज़ी-सिम्मी फिर तो तुम देख लेना
आज से पूरे नौ महीने बाद तू बुआ
बन जाएगी,
सिम्मी-मैंने bro से promise लिया हुआ है कि,
मेरी शादी के बाद मैं जो भी बच्चा पैदा करूँगी,
वो bro के वीर्य रस से पैदा होगा,
रोज़ी-मैं इस बात के लिये तुम्हारी support करूँगी,
सिम्मी-भाभी जब तुमने सुबह चीख
मारी थी तब क्या हुआ था,
रोज़ी-शर्मा कर अपना मुँह तकिये में
छुपा कर बोली,
तुम्हारे भैया मुझे बहुत छेड़ते हैं,
आज हमारी शादी थी तो मैंने आज
पैंटी नहीं पहनीं थी क्योंकि जब बार बार
तुम्हारे भैया मेरी चिकोटी काटते हैं
कभी मेरे चूचे पर कभी चूत पर कभी
मेरे butts पर ,मेरी तो हालत ख़राब
हो जाती है ,मेरी चूत से इतनी मलाई
निकलती है मेरी पैंटी बिलकुल भीग
जाती है,इस मुसीबत से बचने के लिये
मैंने आज पैंटी नहीं पहनीं थी,
सिम्मी-फिर आज क्या पहना था आपने भाभी
रोज़ी-मैंने पैंटी के बजाय आज अपनी चूत पे diaper बांध लिया था,ताकि सारी मेरी चूत की मलाई diaper
में ही रह जाये और बाहर लीक ना हो,
जब सुबह हमारी शादी की सारी रस्में
पूरी हों गयी तब तक मेरा diaper मेरी चूत मलाई से भर गया था,तो मैंने अपनी mummy
को कहा के मुझे वाशरूम जाना है,
मम्मी ने तुम्हारी मोम को बोला,तुम्हारी
मोम ने तुम्हें बोल दिया तो मैंने तुम्हें
कहा के अपने भैया को मेरे साथ भेज
दो,
तुम्हारे भैया शरारती तो हैं ही,
मुझसे बोले अपनी साड़ी ऊपर करके
पकड़ के रखो मैं अभी तुम्हारा diaper उतार देता हूँ,
सिम्मी-फिर आगे क्या हुआ
रोज़ी-होना क्या था,इन्होंने मेरा
diaper तो उतार कर dustbin में
फेंक दिया,और मेरी नंगी मलाईदार
चूत देख कर इनके मुँह में पानी आ
गया और लगे लपालप अपनी जीभ
से चाटने,मैं तो छटपटाने लगी,मेरे हाथों में साड़ी पकड़ी हुई थी,
जैसे ही इन्होंने मेरे clit को अपने होंठों
में पकड़ कर चूसा,मेरी ज़ोर से चीख
निकल गई,मैं झरझर करके इनके मुँह
पर झड़ने लगी और मेरे हाथ से मेरी
साड़ी छूट कर इनके ऊपर गिर पड़ी,
तभी मेरी प्यारी ननद जी की आवाज़
आयी,
bro क्या हुआ,भाभी ने चीख क्यों मारी,
सिम्मी-भाभी उसके बाद फिर क्या हुआ,
रोज़ी-मैंने फटाफट इनके चेहरे से साड़ी हटा ली,और
इनके हाथ पकड़ कर खड़ा किया,इनके face को देख कर,
मैं ज़ोर से मुँह पर हाथ रख हंस पड़ी
मुझे भी जोश आ गया और मैं इनके मुँह पर लगी
अपनी चूत की मलाई चाटने लगी,
ये भी मुझे स्मूच करने लगे ,इसी चक्कर में
मेरा सारा मेकअप ख़राब हो गया था,
और मुझे दोबारा मेकअप करना पड़ा,
सिम्मी-भाभी अपकी बातों से तो मेरी चूत ने भी पानी बरसाना शुरू कर दिया है,
रोज़ी-ननद जी मुझे अपनी चूत तो दिखाओ जरा,
सिम्मी-भाभी दरवाज़ा बंद कर दो कोई आ ना जाये ,
सिम्मी ने भी साड़ी पहनी हुई थी,साड़ी के नीचे सिम्मी ने पैंटी पहनी हुई थी
सिम्मी ने अपनी साड़ी ऊपर उठा ली ,और बोली भाभी देख के बताओ मेरी चूत कैसी है,
रोज़ी ने सिम्मी की पैंटी को हाथ लगा कर देखा,और सिम्मी से बोली
रोज़ी-ननद जी तुम्हारी पैंटी तो बिलकुल भीग गई है,क्या तुम्हारी पैंटी उतार दूँ,
सिम्मी-मुझे शर्म आ रही है,
रोज़ी-चलो पहले मेरी चूत देखलो,फिर मैं तुम्हारी चूत देख लूँगी,
यह कह कर रोज़ी ने अपनी साड़ी उतार कर एक तरफ़ रख दी,
और सिम्मी की तरफ़ अपनी चुत करके बोली,
लो मेरी ननद रानी अपनी भाभी की चूत देखलो कैसी है,
सिम्मी-भाभी आपकी पैंटी किधर गई,
रोज़ी-तुम्हारे भैया ने ख़राब कर दी थी,तो मैंने उतार दी,
दोवारा पहनने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी,
सिम्मी-कितनी सुंदर है चूत आपकी,एकदम चिकनी मक्खन जैसी,
भाभी क्या मैं हाथ लगा कर देख लूँ,
आहा कितनी मुलायम है आपकी चूत भाभी,
भैया ऐसे ही तो नहीं दीवाने आपके,
आपकी चूत की पंखुड़ियाँ एक दम गुलाब के फूलों जैसी,
भाभी मैं इनको खोल कर देख लूँ क्या,
रोज़ी-ननद जी देखलो,
सिम्मी ने अपनी उँगलियों से चूत की दोनों पंखुड़ियों को खोल कर देखने लगी,
सिम्मी-आपकी चूत तो अंदर से कितनी गुलाबी है,
हाय रब्बा भाभी आपकी चूत का सुराख़ कितना बड़ा है,
रोज़ी-यह सब तुम्हारे भैया के मोटे लण्ड का कमाल है,
जब ये अपना लण्ड मेरी चूत के सुराख़ में डालते हैं,
तो खूब पेलते हैं इस सुराख़ को,
सिम्मी-आपकी चूत तो मलाई का दोना बनी हुई है,इस दोने में तो अभी मलाई भरी हुई है,
भाभी क्या मैं आपकी चूत को चाट कर मलाई खा लूँ,
भाभी मैंने आज तक किसी लड़की की चूत नहीं चाटी,
रोज़ी -ननद रानी एक शर्त पर मैं अपनी चूत तुमको चाटने दूँगी,
अगर तुम भी अपनी चूत मुझे चाटने दोगी,
मैंने ना आज से पहले किसी और लड़की की चूत देखी है,
ना ही किसी और लड़की की चूत मैंने चाटी है,
ना ही तुम्हारे भैया के अलावा किसी ने कभी मेरी चूत चाटी है,
आज तुम पहली लड़की हो जो मेरी चूत चाटोगी,
सिम्मी-bro ने तो मेरी चूत कई बार चाटी है,
पर किसी लड़की से चूत चटवाने का मेरा ये पहला मौक़ा है,
सिम्मी-भाभी आप अपने बाक़ी कपड़े भी उतार दो,
मैं भी अपने कपड़े उतार देती हूँ,
रोज़ी-सिम्मी
सिम्मी-हाँ भाभी
रोज़ी-अलग अलग एक दूसरे की चाटने में कम मज़ा आयेगा,
क्यों ना 69 में दोनों एक साथ एक दूसरे की चूत चाटें,
एक साथ अगर दोनों झड़ेगी तो ज़्यादा मज़ा आयेगा,
सिम्मी-भाभी आपने कभी दो लड़कियों को आपस में चुदाई करते देखा है,
रोज़ी-मैंने तो नहीं देखा,
रोज़ी-ननद जी क्या दो लड़कियाँ बग़ैर लड़के के लण्ड के चुदाई कर सकती हैं,
सिम्मी-हाँ कर सकती हैं,
रोज़ी-तुमने कहाँ देखा ये सब ,जब ये सब तुमने कभी किया ही नहीं
सिम्मी-अपनी girlfriends के साथ मैंने कई बार video clips में
लड़कियों को आपस में एक दूसरे को बग़ैर लण्ड के चोदते और झड़ते हुए देखा था,
रोज़ी-तो उन लड़कियों के साथ मिलकर कभी तुमने चुदाई नहीं की,
सिम्मी-नहीं पहले कभी नहीं की पर आज आपके साथ करने का मन है,
रोज़ी-ऐसे करते हैं पहले एक दूसरे को चोदेंगे फिर झड़ेंगे फिर जो मलाई
हमारी चुतों में से निकलेगी वो चाट लेंगे,
रोज़ी-मेरी चुदक्कड़ ननद जी इस चुदाई को क्या कहते हैं,
सिम्मी-मेरी girlfriends इसको लेस्बियन humping,grindinding,
scissoring कहती थी,


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सिम्मी-मेरी गर्लफ़्रेंड्स इसको रगड़ाई(ग्राइंडिंग),चूतों को टकराना(humping) और कैंची
बना कर चुतों को आपस में मसलना(स्सिररिंग)
रोज़ी-मेरी ननद रानी इस चुदाई को कहाँ से शुरू करें
सिम्मी-मेरे bro के लण्ड की प्यासी भाभी,लड़कियाँ आपस में चुदाई एक दूसरे के चूचे
और निप्पल चूस कर चुदाई शुरू करते हैं,





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सिम्मी- भाभी आपको तो १०४ बुख़ार है,
रोज़ी-पगली ननद रानी ये कामवासना का बुख़ार है,जो हर रोज़ मुझे
दिन में तीन बार चढ़ता है,
ये बुख़ार मुझे मेरे स्वामी की बिराह में चढ़ता है,
और उन्हीं के मेरे पास आने से और फिर मुझे
चोदने से ही ये बुख़ार उतरता है,
अब जल्दी करो ननद रानी हमारे पास बस एक घंटा ही बचा है,
रोज़ी-ननद रानी तुम्हारी शक्ल मेरे
पतिदेव से बहुत मिलती है,
अभी के लिये तुम मेरे पति बन जाओ और मैं
तुम्हारी पत्नी बन जाती हूँ,अब तुमने मुझे प्यार
करके मुझे चुमके मुझे चाट कर मुझे
चूस मुझे चोद कर मेरा बुख़ार उतार दो,
ननद जी मेरे ऊपर चढ़ जाओ फिर मुझे अपनी पत्नी समझ कर प्यार करो
इसके बाद रोज़ी और सिम्मी एक दूसरे के होंठों को पीने लगे,
सिम्मी-भाभी आपके होंठ बहुत मीठें
हैं,इनमें से कितना रस निकल रहा
है,bro ऐसे ही नहीं हैं आपके दीवाने,
रोज़ी-ये सब तुम्हारे भैया के लण्ड
की मलाई का कमाल है,
रोज़ी-ननद रानी मेरे निप्पल और चूचे
चूस कर खा जाओ,
आह आह ऐसे ही चूसती रहो
रोज़ी-ननद रानी अब तुम मेरे सिर की तरफ़ आकर मेरे चूचे चूसो
और अपने मुम्मे मेरे मुँह में चूसने के लिये डाल दो,
सिम्मी-मेरी सोहनी भाभी कितनी अच्छी हो तुम,
मेरे मुम्मे आज तक किसी ने चूसे,
हाँ भाभी और ज़ोर से चूसो,जैसे तुम अपने पति का लण्ड चूसती हो
यस भाभी मेरे निप्पल चबा जाओ,
आह बहुत मज़ा आ रहा है,
रोज़ी-मेरी भोली ननद चलो अब चूतों की grinding करते हैं,
मेरी गोद में जैसे मैं बताऊँ बैठ जाओ,
और अपनी चूत को मेरी चूत से आगे पीछे करके रगड़ो,
यस हाँ ऐसे ही ,और तेज तेज ,
हाँ अपने clit को मेरे clit से रगड़ो
हाँ शाबाश सिम्मी ऐसे ही,
सिम्मी-भाभी मुझे कुछ हो रहा है,
भाभी मेरी चूत पानी छोड़ रही हो,
भाभी मुझे चोदो,हाँ भाभी मेरी चूत फाड़ दो,
रोज़ी-हम दोनों ही अब झड़ने वाली हैं,
तुम फटाफट मेरे साथ 69 में आ जाओ,
रोज़ी -आज तुम मेरे पति हो तुम मेरे ऊपर लेट कर मुझे चाटो और अपनी
जीभ मेरी चूत में डालकर मुझे चोदो,
और अपनी चूत के होंठ मेरे होंठों पर रख दो,
सिम्मी-भाभी मेरी चूत में अपनी जीभ घुसेड़ दो,
आह आह और तेज और तेज मेरे clit को अपने दांतों से काट दो
ओह भाभी मैं गई,मुझे पकड़ लो,
सिम्मी ने झड़ते झड़ते रोज़ी की चूत में दांत गड़ा दिये,
रोज़ी ने ज़ोर से चीख मारी और झटके खा कर झड़ने लगी,
रोज़ी और सिम्मी आपस में गुथम गुथा हो गई और बेड पर लोटनियाँ खाने लगीं,
थोड़ी देर बाद दोनों को होश आया तो,फिर से आपस में लिपट गयीं
और एक दूसरे के मुँह में जीभ डाल कर दोनों एक दूसरे की
चूत रस का स्वाद चखने लगीं,
फिर थक कर दोनों एक दूसरे से लिपट कर सो गयीं,
दोनों नींद में थी के रोज़ी के फ़ोन की घण्टी बजी ,
रोज़ी सिम्मी के साथ लिपट कर सो रही थी,
रोज़ी का एक मुम्मा सिम्मी के मुँह में था,
रोज़ी ने सिम्मी को हिलाये बग़ैर
उठकर देखा तो महेश का फ़ोन था,
मैं-हाय डार्लिंग,मुझे आधा घण्टा और लगेगा office में,
तुम तैयार रहना,नीचे सिम्मी और मोम को भी तैयार रहने को बोल
देना,आज तुम्हारे मायके वालों कि तरफ़ से शादी का डिनर है,
रोज़ी-नहीं जी,ये डिनर तो आपके ससुराल वालों ने दिया है,
मैं तो आपके साथ जा रहीं हूँ, मेरा मायका भी और मेरा ससुराल अब
तो यहीं हैं,आपके दिल में,वहीं मैंने अपना घर बसा लिया है,
मैं-रोज़ी डार्लिंग वो टेप और फेविकोल मैंने ऑफिस की एक लड़की से मंगवा
ली है,डार्लिंग पता है वो लड़की मुझ से क्या मुझ से पूछ रही थी,
रोज़ी-आह आह अचानक रोज़ी के मुँह से निकल गया
क्योंकि सिम्मी ने नींद में उसके मूमे को कस के चूस लिया,
मैं-डार्लिंग क्या हुआ,
रोज़ी-तुमसे बातें करते करते मैंने अपने मुम्मे का निप्पल मरोड़ लिया था,
चलो आगे बताओ उस लड़की ने क्या कहा,
मैं-वो लड़की बोली sir,ये टेप और fevicol आपकी वाइफ ने मंगवायीं हैं,
मैने कहा हाँ,पर तुम्हें कैसे पता चला,
रोज़ी-तो डार्लिंग उस लड़की ने मेरे बारे में क्या कहा,
मैं-वो लड़की मुस्करा कर बोली,sir आपकी wife आज पूरी चुदासी
है और आपको आज घर जाने पर जम कर चोदेगी,
जानू,इसके बाद वो चली गई,पर उसकी मुझे कोई बात समझ नहीं आयी,
चुदाई तो अब भी हम जम के करते हैं,फिर टेप और fevicol से ज़्यादा
जम के चुदाई कैसे होगी,
रोज़ी-अब मैं फ़ोन रखती हूँ,आपकी बातें सुन कर मेरा तो मन अभी चुदाई
करने का हो रहा है,आप अब जल्दी से घर आ जाओ,
सुनिये जी,अपने ससुराल में जाकर ज़्यादा देर नहीं रुकना,
हम सब लोग
डिनर करके जल्दी वापस आ जाएँगे,
इतना कह कर रोज़ी ने फ़ोन बंद कर दिया,
रोज़ी ने देखा सिम्मी अपने मुँह में मेरा मुम्मा लेकर,
आँखें खोल कर हमारी सारी बातें सुन रही है,
सिम्मी-भाभी आपकी bro से गर्म गर्म वातें सुन कर मेरी तो चूत गीली
हो गई है,
भाभी आप मेरी बात ध्यान से सुन लो,मैंने bro का लण्ड बहुत बार देखा है,
अगर आप लोग मुझे सुखी देखना चाहते हो तो मेरे दूल्हे का लंड bro से लंबाई
और मोटाई में कम नहीं होना चाहिए,आप bro से चाहे ये बात कह देना,
रोज़ी-अब उठ जा,अगर तेरे भैया से ऐसी बातें करूँगी की आप तो चुदक्कड़ थी ही,
मेरी बहन को भी अपने जैसी बना लिया,तुम चिंता मत करो,तुम्हारे भैया अच्छा लड़का
ही तुम्हारे लिये ढूँढ कर लायेंगे,
ननद रानी मैं अपने बाथ रूम में नहाने जा रही हूँ,
तुम भी नहा धो कर एक अच्छी सी अपनी साड़ी पहन कर तैयार हो कर मेरे रूम
में आ जाओ,बहाँ से हम इकट्ठे नीचे चलेंगे,
7.30 सात बजे सब इकट्ठे होकर महेश के ससुराल में पहुँच गये,
रोज़ी के parents ने सब की आवभगत की,
अपने जमाई राजा की आरती उतारी,
उसके बाद सब बातें करने लगे
चारों ladies आपस में बातें करने लगीं,
सुषमा ने कांता से सिम्मी के लिए कोई अच्छा सा लड़का बताने को कहा,
कांता-मेरी एक कजिन दिल्ली में रहती है,
उनका वहाँ रोहिणी में अपने घर में ही ग्राउंड फ्लोर पे अपना बुटीक है,
उनका एक बेटा है,वो बहीं पर अपनी मम्मी के साथ बुटीक पे बैठता
है,
लड़का बहुत अच्छा है,सुंदर है,उसकी सेहत बहुत अच्छी है,
मेरी कजिन की नेचर बहुत अच्छी है,
अपनी सिम्मी वहाँ पर मौज करेगी,
हम सब किसी दिन उनके घर चलते हैं,
घर भी देख लेंगे लड़का भी देख लेंगे
सिम्मी भी लड़के को देख लेगी,
लड़के से मिल लेगी,
सुषमा-कल हम महेश के साथ discuss करके बाक़ी
प्रोग्राम बना लेंगे
उधर रोज़ी के डैडी और महेश गप्पें लगा रहे थे,
डैडी-आज तुम्हें अपनी शादी वाले दिन भी अपने ऑफिस में जाना पड़ा
मैं-अंकल आज का सारा दिन मेरा ख़ुशियों से भरा था,
पहले आज मुझे मेरा जीवन साथी मिल गया,
फिर आज ही हमने नये घर में अपनी पत्नी के साथ गृहप्रवेश किया,
और आज ही हेड ऑफिस ने मुझे एक प्रोजेक्ट करने को दिया है,
जो मैंने तीन महीने में complete करके launch करना है,
उस प्रोजेक्ट में मुझे दो software engineers appoint करने
की permission मिली है,जो मुझे मेरे प्रोजेक्ट में हेल्प करेंगे,
मुझे एक PA भी रखने की permission मिल गई,
PA की पोस्ट रोज़ी को मिल जाएगी,
इस प्रोजेक्ट का जितना भी annual revenue होगा उसमें कंपनी मुझे हर साल
बीस परसेंट शेयर देगी,पहले साल हमारा टारगेट दो करोड़ रुपए का revenue का
टारगेट है,मुझे और रोज़ी को खूब मेहनत करनी पड़ेगी,
आज का दिन तो मेरे लिये बहुत लकी है,
अंकल-महेश आज के दिन सिम्मी बेटी के लिए भी एक
खुशखबरी है,तुम्हारी मम्मी को उसके लिए हमने एक लड़का बताया है,
अगर कोई बात बनती है तो हम सिम्मी की शादी भी जल्दी ही कर देंगे,
मैं-अंकल अपने तो मेरे दिमाग़ से सिम्मी की शादी का सारा बोझ ही
उतार दिया है,
इस तरह बातें करते करते ख़ाना खाते खाते रात के बारह बज गये थे,
घर जाने की जल्दी सबसे ज़्यादा रोज़ी थी,
बाक़ी फिर ——
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