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भाग 6
संगीता दीदी खिड़की के पास बैठी फिल्मफेयर मैगजीन पढ़ रही थीं। मैंने उसे पेप्सी दी और सामने की सीट पर बैठ गया ताकि चुपचाप संगीता दीदी को ताड़ सकूँ । संगीता दीदी को भी बहुत पसीना आ रहा था। उसकी पारदर्शी कमीज उसके शरीर से चिपक गयी थी | ब्रा ना होती तो बिलकुल "राम तेरी गंगा मैली" की मंदाकनी बन जाती | उसका ये रूप देख कर मेरा लंड फिर से सख्त होने लगा | गरम लंड के सामने कोल्ड ड्रिंक भी फ़ैल हो गयी, लंड ठंडा होने का नाम ही नहीं ले रहा था | उसके शरीर से ध्यान हटाने के लिए मैंने दीदी से बातचीत शुरू कर दी। मम्मी, पापा, स्टडीज, जीजा आदि बातों के बाद आखिरकार हम मूवीज पे पहुँच गए ।
उसने मुझसे पूछा, "भाई, तुम मूवीज देखते हो या नहीं?"
"हाँ, देखता तो हूँ, लेकिन ज़्यादा नहीं, कुछ खास-२ | मेरा मतलब है, जिस मूवी के reviews अच्छे हों ?"
"सही है भाई, अच्छा ये बताओ की तुम्हे सबसे ज्यादा हीरोइन कोनसी पसंद है?" उसने शैतानी भरे लहजे में पूछा ।
"हर हीरोइन अच्छी ही है | लेकिन मुझे ऐश्वर्या बहुत पसंद है। और माधुरी भी और आइशा भी।"
"अच्छा जी, तो भाई को ऐश्वर्या पसंद है, क्यों? ... क्या वो सेक्सी है ?" संगीता दीदी ने मुस्कुराते हुए पूछा ।
मुझे थोड़ा शर्म महसूस हुई लेकिन फिर भी मैंने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "सेक्सी ! हाँ, ऐश्वर्या है सेक्सी और सुंदर भी | माधुरी तो बहुत सुन्दर है लेकिन आइशा ... बिल्कुल पटाखा ! सौ प्रतिशत सेक्सी !"
ये कहते ही मैंने गौर किया की शादी होने के बाद दीदी बहुत कुछ आयशा टाकिया जैसी लगने लगी हैं | दोनों के बीच बहुत कुछ एक जैसा है। केवल संगीता दीदी थोड़ी लम्बी हैं, और बोबे थोड़े मोटे हैं, नहीं तो बिलकुल सेम तो सेम आयशा टाकिया | चेहरा तो दोनों का एक जैसा ही है | मेरे बात सुन के संगीता दीदी ने खुश होते हुए कहा, "भाई, तुझे पता है बहुत लोग कहते हैं की मैं आयशा जैसी लगती हूँ | शायद मैं उसकी तरह सुंदर नहीं हूँ, लेकिन कुछ न कुछ समानता हो सकती है |"
"दीदी, तुम अब ज़्यादा बनो मत | हाँ माना की तुम्हारा चेहरा थोड़ा आयशा से मिलता हैं, लेकिन तुम उससे कहीं ज़्यादा खूबसूरत हो। अगर तुम मूवीज में काम करना शुरू करोगी तो आयशा जैसी सब हेरोइनो की छुट्टी हो जाएगी | तुम आज के ज़माने की सबसे सुन्दर हीरोइन बन जाओगी |"
"अरे-२ रुको भाई, इतना भी चने के झाड़ पे मत चढ़ाओ", संगीता दीदी ने हँसते हुए कहा, "बस मुझे तुम एक बात बताओ, अभी-२ तुमने कहा की आयशा बहुत ही पटाखा और सेक्सी लगती है, और मैं उससे और भी बेहतर हूँ | इस हिसाब से, क्या ....... तुम्हे अपनी बहन भी पटाखा और सेक्सी लगती है ?”
संगीता दीदी खिड़की के पास बैठी फिल्मफेयर मैगजीन पढ़ रही थीं। मैंने उसे पेप्सी दी और सामने की सीट पर बैठ गया ताकि चुपचाप संगीता दीदी को ताड़ सकूँ । संगीता दीदी को भी बहुत पसीना आ रहा था। उसकी पारदर्शी कमीज उसके शरीर से चिपक गयी थी | ब्रा ना होती तो बिलकुल "राम तेरी गंगा मैली" की मंदाकनी बन जाती | उसका ये रूप देख कर मेरा लंड फिर से सख्त होने लगा | गरम लंड के सामने कोल्ड ड्रिंक भी फ़ैल हो गयी, लंड ठंडा होने का नाम ही नहीं ले रहा था | उसके शरीर से ध्यान हटाने के लिए मैंने दीदी से बातचीत शुरू कर दी। मम्मी, पापा, स्टडीज, जीजा आदि बातों के बाद आखिरकार हम मूवीज पे पहुँच गए ।
उसने मुझसे पूछा, "भाई, तुम मूवीज देखते हो या नहीं?"
"हाँ, देखता तो हूँ, लेकिन ज़्यादा नहीं, कुछ खास-२ | मेरा मतलब है, जिस मूवी के reviews अच्छे हों ?"
"सही है भाई, अच्छा ये बताओ की तुम्हे सबसे ज्यादा हीरोइन कोनसी पसंद है?" उसने शैतानी भरे लहजे में पूछा ।
"हर हीरोइन अच्छी ही है | लेकिन मुझे ऐश्वर्या बहुत पसंद है। और माधुरी भी और आइशा भी।"
"अच्छा जी, तो भाई को ऐश्वर्या पसंद है, क्यों? ... क्या वो सेक्सी है ?" संगीता दीदी ने मुस्कुराते हुए पूछा ।
मुझे थोड़ा शर्म महसूस हुई लेकिन फिर भी मैंने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "सेक्सी ! हाँ, ऐश्वर्या है सेक्सी और सुंदर भी | माधुरी तो बहुत सुन्दर है लेकिन आइशा ... बिल्कुल पटाखा ! सौ प्रतिशत सेक्सी !"
ये कहते ही मैंने गौर किया की शादी होने के बाद दीदी बहुत कुछ आयशा टाकिया जैसी लगने लगी हैं | दोनों के बीच बहुत कुछ एक जैसा है। केवल संगीता दीदी थोड़ी लम्बी हैं, और बोबे थोड़े मोटे हैं, नहीं तो बिलकुल सेम तो सेम आयशा टाकिया | चेहरा तो दोनों का एक जैसा ही है | मेरे बात सुन के संगीता दीदी ने खुश होते हुए कहा, "भाई, तुझे पता है बहुत लोग कहते हैं की मैं आयशा जैसी लगती हूँ | शायद मैं उसकी तरह सुंदर नहीं हूँ, लेकिन कुछ न कुछ समानता हो सकती है |"
"दीदी, तुम अब ज़्यादा बनो मत | हाँ माना की तुम्हारा चेहरा थोड़ा आयशा से मिलता हैं, लेकिन तुम उससे कहीं ज़्यादा खूबसूरत हो। अगर तुम मूवीज में काम करना शुरू करोगी तो आयशा जैसी सब हेरोइनो की छुट्टी हो जाएगी | तुम आज के ज़माने की सबसे सुन्दर हीरोइन बन जाओगी |"
"अरे-२ रुको भाई, इतना भी चने के झाड़ पे मत चढ़ाओ", संगीता दीदी ने हँसते हुए कहा, "बस मुझे तुम एक बात बताओ, अभी-२ तुमने कहा की आयशा बहुत ही पटाखा और सेक्सी लगती है, और मैं उससे और भी बेहतर हूँ | इस हिसाब से, क्या ....... तुम्हे अपनी बहन भी पटाखा और सेक्सी लगती है ?”