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अपडेट-8
दोस्तो
मेरा मन कर रहा था अपना मोटा लन्ड अभी मम्मी के मुह में डाल दूँ।
अब सब कुछ बर्दास्त के बाहर हो रहा था।मैं यही सोच रहा था कि इतना मोटा लन्ड मेरी मम्मी की चूत में क्या आसानी से घुस पायेगा।यह सोचते सोचते अब मैं खड़ा हो गया।मम्मी चारपाई के किनारे लेटी हुई थी ताकि मैं आराम से लेट सकूँ।मुझे जोर की टॉयलेट भी लगी थी।मैं टॉयलेट करके मम्मी के पास चुप चाप लेट गया।मम्मी का मुँह ऊपर की ओर था और मैं करवट लेकर मम्मी की तरफ मुह करके लेट गया।नींद गायब थी।ऐसा लग रहा था कोई परी आकर मेरे पास लेट गई हो।
मेरा लन्ड तो बैठने का नाम ही नही ले रहा था।
मम्मी का एक हाथ मेरे लन्ड के पास था।
अब मैं थोड़ी हिम्मत कर रहा था।मैं समझ चुका था कि अगर ये मौका निकला तो फिर कभी नही मिलेगा।रात के 1 बज रहे थे।
मैने धीरे से अपना हाथ उठाकर मम्मी के हाथ पर रख दिया।लेकिन मम्मी ने कोई रिएक्शन नही दिया।अब मेरी थोड़ी और हिम्मत बढ़ी।मैं अब मम्मी के हाथ को सहलाने लगा।लेकिन मम्मी काफी गहरी नींद में थी।मेरा दिल जोरो से धड़क रहा था।
फिर हिम्मत करके उनका हाथ हिलाया।लेकिन कोई रिएक्शन नही था।अब मैं निश्चित था कि मम्मी सो रही है।
मैने सोचा क्यों न मम्मी का हाथ अपने लन्ड पर रखे।पता नही कहाँ से मुझमे हिम्मत आ गई ।मैने अपना शोर्ट्स नीचे किया और मम्मी का हाथ अपने लन्ड पर रख लिया।मेरे कपकपी छूट गई।बहुत कोमल हाथ थे ।ऐसा लग रहा था कोई कॉटन मेरे लन्ड पर रख दी गई हो।लेकिन हाथो में कोई हरकत नही थी ।मेरे लन्ड का ये हाल हो गया था कि अगर मम्मी भागने भी लगे तो रोक कर उनका रेप कर देता।
मैने अपने लन्ड पर उनकी पकड़ को थोड़ा मजबूत किया।ठीक ऐसे
image upload उनके कोमल हाथ मेरे लन्ड की उत्तेजना को बढ़ा रहे थे।मैं सोच रहा था जब हॉथ इतने कोमल है तो चूत कितनी कोमल होगी।
मैं यही सोच रहा था कि मम्मी ने आज पहली बार मेरे लन्ड को अपने हाथो से छुआ है।काश वह जग रही होती।
अचानक पता नही क्या हुआ कि मम्मी ने दूसरी तरफ करवट ले ली।मम्मी ने अब अपनी गांड मेरी तरफ कर दी थी।अब मैं और खुश था क्यो की मम्मी की गांड तो मुझे बहुत पसंद थी ।दोस्ती उनकी गांड बिल्कुल ऐसी थी
तो सोचो नंगी गांड कैसी होगी।
दोस्तो मैं रुकने वाला नही था।मम्मी का गाउन अभी भी जांघ पर था।जिसे मुझे अब पूरा ऊपर करना था।मैंने गाउन पर नीचे से हाथ लगाया और गाउन ऊपर खीच किया।अब मम्मी की चड्ढी वाली गांड मेरे सामने थी।
दोस्तों ऐसा लग रहा था कि मम्मी की गांड मारने के लिए ही भगवान ने मुझे इतना मजबूत लन्ड दिया था।अब मैने अपना लन्ड मम्मी की गांड की तरफ बढ़ाया और उनकी पैंटी में टच कर दिया।मेरे नसों में खून की रफ्तार तेज हो गई थी।एक तो खुबसूरत औरत और दूसरा मेरी मम्मी।मेरी खुशी का कोई ठिकाना नही था।मैं हल्के हल्के लन्ड मम्मी की गांड में रगड़ने लगा।
मेरा मन कर रहा था कि पैंटी फाड् दूँ और पटक पटक कर चोद डालू।लेकिन मम्मी थी बस यही डर था।चोदना था लेकिन सम्मान देकर।
मैंने फिर से मम्मी का हाथ अपने लन्ड पर रखा और मुझे कंट्रोल नही हुआ ।मैं उनके हाथ से जोर जोर लन्ड पर चलाने लगा।ऐसा लगा कि उनकी नींद बल्कि सी टूटी लेकिन मैं पूरे जोर से उनसे हाथ चलवाता रहा।वो धीरे से बोली ऐसे मत करो कुशाल देख लेगा।मम्मी मुझे पापा समझ रही थी और मेरा हाथ अभी भी तेजी से चल रहा था।अचानक उनका हाथ टाइट हो गया।और वह अंधेरे में बिना कुछ बोले लन्ड की लंबाई नापने लगी।लेकिन अचानक फिर वो शांत हो गई।मुझे ऐसा लगा की वह अब सोने का नाटक करने लगी ।उनके हाथों को मैने लन्ड पर काफी टाइट कर रखा था।अब वह पूरा माजरा समझ चुकी थी कि मैंने उनका हाथ लन्ड पर रखा है।
मैं अब इसका फायदा उठाना चाहता था।मैंने सोचा कि अब बुरा बन ही चुका हूं तो कायदे से बनूँ।अचानक मम्मी ने अपना हाथ हटा लिया।और फिर सोने का नाटक करने लगी लेकिन मेरे सर पर तो सेक्स का भूत सवार था।मैं उठा और माँ के मुह के पास लन्ड करके उनके होटो पर रगड़ने लगा।
village theater issaquah और इस प्रकार से उनके होटो पर लन्ड रख दिया।मा अभी नही कुछ बोली।मेरे समझ नही आ रहा था वो चुप क्यों है।मुझे डाटा क्यो नही।मैन ऐसे ही उनके मुह में कई बार लन्ड आगे पीछे किया।अब मेरी हिम्मत और बढ़ गई थी।मुझे लग रहा था कि माँ अब कुछ नही बोलेगी शायद वो नही चाहती थी कि माँ बेटे का रिश्ता शर्मशार हो।
माँ बिल्कुल सीधी लेती थी।अब मैंने उनकी पूरी मैक्सी ऊपर की ओर कर दी।और उनके दूध साफ साफ दिखने लगे।मैने धीरे से उनकी पैंटी में एक उंगली डाल कर उसको थोड़ा नीचे कर दिया और धीरे धीरे करके पूरा उतार दिया।अब माँ बिल्कुल नंगी थी।और अभी भी शांत थी।उनकी चूत को देख कर मेरा लन्ड फुफकारने लगा।
मेरे लन्ड का बुरा हाल था।लेकिन ये अंतिम पड़ाव था शायद मेरे इतना करने पर मम्मी का सब्र का बांध टूट और उठ खड़ी हुई।उन्होंने एक जोरदार तमाचा मेरे मारा और तुरन्त दूर खड़ी हो गई।
उन्होंने यहां तक कहा कि चल तेरे पापा को सब बताऊंगी।और अचानक उनकी नजर मेरे लन्ड पर पड़ी जो लटक रहा था।वो समझ गई थी कि इसका लन्ड इसके पापा से काफी बड़ा है।और फिर नजर फेर ली।ऐसे लटक गया था मेरा लन्ड