अब आगे ....
जब वो नहाने गयी तो मैं भी फटाफट नहाने चला गया और जल्दी से बहार आ गया | फिर मैंने किचन और अपने रूम से कुछ सामान ले लिया और वापस ऊपर वाले कमरे में आ गया | मैंने सिर्फ अपना कच्छा पहना हुआ था | कुछ देर बाद प्रिया भी नहा के बाहर आ गयी | उसने निचे सलवार पहन रखी थी और ऊपर ब्रा साथ में तौलिया लपेटा हुआ था | उसके भीगे हुए गोरे गोरे जवानी से खिले हुए चेहरे को देखकर मन ललचा गया |
मुझे ऐसा देखकर वो शर्मा गयी और मेरी तरफ पीठ कर ली | मैंने पीछे से जाकर उसको दबोच लिया और तौलिये के ऊपर से ही उसकी मोटी मोटी चूचियां सहलाने लगा | साथ ही मैंने उसकी गर्दन चाटनी शुरू कर दी | बड़ी ही मादक खुशबु आ रही थी उसके बदन से | मेरा लौड़ा तन के उसकी गांड में चिपक गया | कुछ देर तक मैं ऐसे ही करता रहा और वो ऊँह आह करती रही |
फिर मैंने उसको बोला बेटी गांड मरवाने के लिए त्यार हो न | उसने घबराते हुए शर्म से अपनी आँखें निचे कर ली | मैंने उसकी मोटी गांड को सलवार के ऊपर से हाथ से सहलाया और उसको अपनी मुठी में कस के भर लिया | फिर मैंने कसके तीन चार थप्पड़ जड़ दिये , वो चीख पड़ी पर कुछ बोली नहीं | फिर मैंने झटके से उसका तौलिया खींच लिया | उसने अपने हाथों से अपना सीना ढक लिया |
उसकी नंगी पीठ पर पानी की बूँदें पड़ी थी | मैंने उनको चाट के साफ़ किया | फिर मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया | उसकी ब्रा उसके हाथों में अटक गयी | अब मैंने एक हाथ से उसके बालों को कसके खींचा और दुसरे हाथ से उसकी सलवार का नाडा खींच दिया और उसकी सलवार एक झटके में निचे गिर गयी | वो सिसक पड़ी आयी ऊँह उई ....नहीं पापा आऊं | उसकी चिकनी गोरी गदरायी हुई ताज़ी ताज़ी धुली हुई गांड बिलकुल मेरी आँखों के सामने थी | मैंने निचे बैठ गया और उसको चाटने लगा | बीच बीच में मैं उसपर च्यूंटी और थपड मार देता | वो ऐसे ही खड़े खड़े बिना कुछ बोले कसमसाती रही |
फिर मैंने अपने हाथ टांगों के निचे से निकाल के अपने कान पकड़ के मुर्गा बनने को कहा | उसकी गांड अब बिलकुल उभर के सामने आ गयी थी | मैंने उसकी कच्छी को थोड़ा सा उतार दिया और उसकी गांड को नंगा कर दिया | फिर मैंने अपनी बेल्ट उठायी और उसको ज़मीन पर रगड़ते हुए प्रिया के पास आया | फिर मैंने वो बेल्ट हलके हलके से उसके पूरे बदन पर फिराई | वो घबरा रही थी |
मैंने उसको कहा की अगर इससे बचना है तो इसको चूसो | वो डर के मारे मुर्गा बनी बेल्ट चूसने लगी | पर ज्यादा देर तक वो चमड़े को नहीं मुँह में रख पायी और बेल्ट उसके मुँह से निकल गयी | इससे पहले की वो कुछ बोल पाती मैंने एक झटके से बेल्ट उसकी गोरी गांड पर दे मारी | एक जबरदस्त लाल निशाँ पड़ गया और प्रिया की बड़ी जबरदस्त चीख निकल गयी | वो रोते हुए ज़मीन पर गिर पड़ी | मैं फिर से बेल्ट को उसके मुँह के पास ले गया और चूसने को बोला | वो रोते रोते बेल्ट चूसने लगी और फिर से मुर्गा बन गयी | अब मैंने बेल्ट का दूसरा हिस्सा उसके गर्दन में बाँध दिया जैसे की कुतिया के गले में होता है | वो ऐसे ही दर्द से बिलबिलाती हुई बेल्ट चूसती रही |
अब मैंने फ्रिज से एक जबरदस्त ठंडी ऑरेंज बार आइसक्रीम निकाली और उसको थोड़ा सा चूसा | फिर मैंने निचे बैठ के प्रिया के मुँह से बेल्ट निकाली और उसको आइसक्रीम चूसने को बोला | उसने थोड़ी देर तक आइसक्रीम चूसी | अब मैंने वो ठंडी आइसक्रीम ली और उसके कानों , गर्दन और पीठ से लगता हुआ उसकी गांड तक पहुँच गया | जब जब ठंडी आइसक्रीम उसके बदन को टच करती वो चिहुंक उठती | और फिर मैंने वो आइसक्रीम को उसके गांड के छेद में जोर से ग़ुस्सा के फिट कर दिया | फिर मैंने उसकी कच्छी को ऊपर से चढ़ा दिया | एक तो गांड में आइसक्रीम की लकड़ी और उसपर इतनी ठंडी आइसक्रीम, वो बुरी तरह से तड़प उठी | प्लीज पापा प्लीज पापा इसको निकालो निकालो प्लीज .... कह कह के सिस्याने लगी |
अब मैंने उसके गले में बंधी हुई बेल्ट पकड़ी और उसको कुतिया की तरह गांड ऊपर करके चलने को कहा | वो चलने लगी | इधर आइसक्रीम पिघलने लगी और उसकी ठंडी ठंडी बूँदें उसके गांड के छेद में अंदर घुसने लगी | प्रिया से यह सब बर्दाष्त नहीं हो रहा था तो वो बीच बीच में बैठने के कोशिश करती | लेकिन मैं साथ ही उसकी गांड मर जोर की बेल्ट मार देता और वो फिर चलने लगती | जब तक पूरी आइस क्रीम पिघल नहीं गयी प्रिया ऐसे ही कुतिया की तरह गांड उठा के चलती रही पूरे कमरे में | फिर वो थक के निचे बैठ गयी |
जब वो नहाने गयी तो मैं भी फटाफट नहाने चला गया और जल्दी से बहार आ गया | फिर मैंने किचन और अपने रूम से कुछ सामान ले लिया और वापस ऊपर वाले कमरे में आ गया | मैंने सिर्फ अपना कच्छा पहना हुआ था | कुछ देर बाद प्रिया भी नहा के बाहर आ गयी | उसने निचे सलवार पहन रखी थी और ऊपर ब्रा साथ में तौलिया लपेटा हुआ था | उसके भीगे हुए गोरे गोरे जवानी से खिले हुए चेहरे को देखकर मन ललचा गया |
मुझे ऐसा देखकर वो शर्मा गयी और मेरी तरफ पीठ कर ली | मैंने पीछे से जाकर उसको दबोच लिया और तौलिये के ऊपर से ही उसकी मोटी मोटी चूचियां सहलाने लगा | साथ ही मैंने उसकी गर्दन चाटनी शुरू कर दी | बड़ी ही मादक खुशबु आ रही थी उसके बदन से | मेरा लौड़ा तन के उसकी गांड में चिपक गया | कुछ देर तक मैं ऐसे ही करता रहा और वो ऊँह आह करती रही |
फिर मैंने उसको बोला बेटी गांड मरवाने के लिए त्यार हो न | उसने घबराते हुए शर्म से अपनी आँखें निचे कर ली | मैंने उसकी मोटी गांड को सलवार के ऊपर से हाथ से सहलाया और उसको अपनी मुठी में कस के भर लिया | फिर मैंने कसके तीन चार थप्पड़ जड़ दिये , वो चीख पड़ी पर कुछ बोली नहीं | फिर मैंने झटके से उसका तौलिया खींच लिया | उसने अपने हाथों से अपना सीना ढक लिया |
उसकी नंगी पीठ पर पानी की बूँदें पड़ी थी | मैंने उनको चाट के साफ़ किया | फिर मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया | उसकी ब्रा उसके हाथों में अटक गयी | अब मैंने एक हाथ से उसके बालों को कसके खींचा और दुसरे हाथ से उसकी सलवार का नाडा खींच दिया और उसकी सलवार एक झटके में निचे गिर गयी | वो सिसक पड़ी आयी ऊँह उई ....नहीं पापा आऊं | उसकी चिकनी गोरी गदरायी हुई ताज़ी ताज़ी धुली हुई गांड बिलकुल मेरी आँखों के सामने थी | मैंने निचे बैठ गया और उसको चाटने लगा | बीच बीच में मैं उसपर च्यूंटी और थपड मार देता | वो ऐसे ही खड़े खड़े बिना कुछ बोले कसमसाती रही |
फिर मैंने अपने हाथ टांगों के निचे से निकाल के अपने कान पकड़ के मुर्गा बनने को कहा | उसकी गांड अब बिलकुल उभर के सामने आ गयी थी | मैंने उसकी कच्छी को थोड़ा सा उतार दिया और उसकी गांड को नंगा कर दिया | फिर मैंने अपनी बेल्ट उठायी और उसको ज़मीन पर रगड़ते हुए प्रिया के पास आया | फिर मैंने वो बेल्ट हलके हलके से उसके पूरे बदन पर फिराई | वो घबरा रही थी |
मैंने उसको कहा की अगर इससे बचना है तो इसको चूसो | वो डर के मारे मुर्गा बनी बेल्ट चूसने लगी | पर ज्यादा देर तक वो चमड़े को नहीं मुँह में रख पायी और बेल्ट उसके मुँह से निकल गयी | इससे पहले की वो कुछ बोल पाती मैंने एक झटके से बेल्ट उसकी गोरी गांड पर दे मारी | एक जबरदस्त लाल निशाँ पड़ गया और प्रिया की बड़ी जबरदस्त चीख निकल गयी | वो रोते हुए ज़मीन पर गिर पड़ी | मैं फिर से बेल्ट को उसके मुँह के पास ले गया और चूसने को बोला | वो रोते रोते बेल्ट चूसने लगी और फिर से मुर्गा बन गयी | अब मैंने बेल्ट का दूसरा हिस्सा उसके गर्दन में बाँध दिया जैसे की कुतिया के गले में होता है | वो ऐसे ही दर्द से बिलबिलाती हुई बेल्ट चूसती रही |
अब मैंने फ्रिज से एक जबरदस्त ठंडी ऑरेंज बार आइसक्रीम निकाली और उसको थोड़ा सा चूसा | फिर मैंने निचे बैठ के प्रिया के मुँह से बेल्ट निकाली और उसको आइसक्रीम चूसने को बोला | उसने थोड़ी देर तक आइसक्रीम चूसी | अब मैंने वो ठंडी आइसक्रीम ली और उसके कानों , गर्दन और पीठ से लगता हुआ उसकी गांड तक पहुँच गया | जब जब ठंडी आइसक्रीम उसके बदन को टच करती वो चिहुंक उठती | और फिर मैंने वो आइसक्रीम को उसके गांड के छेद में जोर से ग़ुस्सा के फिट कर दिया | फिर मैंने उसकी कच्छी को ऊपर से चढ़ा दिया | एक तो गांड में आइसक्रीम की लकड़ी और उसपर इतनी ठंडी आइसक्रीम, वो बुरी तरह से तड़प उठी | प्लीज पापा प्लीज पापा इसको निकालो निकालो प्लीज .... कह कह के सिस्याने लगी |
अब मैंने उसके गले में बंधी हुई बेल्ट पकड़ी और उसको कुतिया की तरह गांड ऊपर करके चलने को कहा | वो चलने लगी | इधर आइसक्रीम पिघलने लगी और उसकी ठंडी ठंडी बूँदें उसके गांड के छेद में अंदर घुसने लगी | प्रिया से यह सब बर्दाष्त नहीं हो रहा था तो वो बीच बीच में बैठने के कोशिश करती | लेकिन मैं साथ ही उसकी गांड मर जोर की बेल्ट मार देता और वो फिर चलने लगती | जब तक पूरी आइस क्रीम पिघल नहीं गयी प्रिया ऐसे ही कुतिया की तरह गांड उठा के चलती रही पूरे कमरे में | फिर वो थक के निचे बैठ गयी |