vickyrock
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Thanks, यानी रूचि की कहानी सच्चाई पर आधारित है, बस इसमें उसका सपोर्ट कर रहीं उसकी माँ और सहेलियां और आने वाले समय मेँ ससुराल मेँ अगर कोई औरत हमदर्द बनकर सपोर्ट करे तो ये महज इत्तेफ़ाक़ या मेरी कल्पना होगी, शायद रियल लाइफ मेँ ऐसा कम होता होगा कि ससुराल मेँ कोई बहू या भाभी की मदद करे और उसे चुदवाये, अपनी देखरेख में,,,,,एक लाख मे जो दस आपने बोली तो मै आपको बता दूँ कम से कम 20 से तो मै मिल चुका हूँ जो ऐसा चाहती हैं मगर मै भी खुल कर उनके साथ सामने नहीं आ सकता क्योंकि समाज 4 लोग बात बहीं है![]()
शुक्रिया, आपने आगे लिखने का हौसला दिया है।बेहतरीन कहानी
मैं ये चाह रहा था कोई औरत इस का जवाब अपने विचारों से देती, मुश्किल है मगर आदमी के नाम से ही दे मगर दे ताकि इस पर औरतों का रियल पॉइंट of view मुझे पता चल जाता, देखिये शायद कोई औरत हिम्मत करे अपनी बात कहने की,,,,क्या रूचि के characterisation से आप लोग सहमत हैँ कि ऐसी औरतें होती है हमारे आस पास या सिर्फ ये कल्पना मात्र है मेरी,
ये उत्तर सिर्फ औरतें ही दे सकती हैं क्योंकि मर्द चाहे जो जवाब दे वो सही नहीं हो सकता है, और औरतें यहाँ कुछ बोलेगी ही नहीं, सिर्फ पढ़ लेगी, बोलेगी नहीं, शर्म और लिहाज कि वजह से,
तो इसका सही उत्तर कैसे मिलेगा, कोई बताये।
क्योंकि सेक्स रियलिटी है दो लोगो के बीच जबकि यहाँ की कहानियाँ सिर्फ कल्पना मात्र है लेखक की। मैं रियल लिखना चाहता हुँ जो exists करता है हमारे आस पास. सेक्स गंदगी नहीं है, तब तक कि वो किसी के साथ जबरदस्ती ना हो, किसी की इच्छा के विपरीत हो, आपसी सहमति से न हो, और सबसे बड़ी बात आदमी औरत के साथ सच्चाई से जुड़े, किसी गलत बर्ताव और भाषा का इस्तेमाल न करे और पूरा सम्मान दे, तभी तक सेक्स कतई गन्दगी नहीं है. इसे बुरा बनाया है मर्दों ने जो बलात्कारी हैं और औरत का सम्मान नहीं करते हैँ और जिनकी नज़रों मेँ औरत सिर्फ सेक्स के लिए है। ऐसी लोगों ने सेक्स को बदनाम और खराब किया हुआ है।
यही सच है मेरे एक रिश्ते की भाभी को तो मै उसके पति जब साथ मे लेटे थे तब ही चुदाई कर लेता मगर तब मुझे सेक्स का ज्ञान नहीं था सेक्स का अलावा सब कर लिया थाThanks, यानी रेखा की कहानी सच्चाई पर आधारित है, बस इसमें उसका सपोर्ट कर रहीं उसकी भाभी और आने वाले समय मेँ ससुराल मेँ अगर कोई औरत हमदर्द बनकर सपोर्ट करे तो ये महज इत्तेफ़ाक़ या मेरी कल्पना होगी, शायद रियल लाइफ मेँ ऐसा कम होता होगा कि ससुराल मेँ कोई बहू या भाभी की मदद करे और उसे चुदवाये, अपनी देखरेख में,,,,,
समाज और जो ये चार लोग है वो सब मर्द हैँ और औरत को मुट्ठी मेँ रखना चाहते हैँ, और उसमें अगर कोई औरत हो तो वो saxually frastated होती है और नहीं चाहती है कि कोई औरत इस मज़े को ले सके क्योंकि वो खुद वंचित रह गई है, और इस औरत को आगे बढ़ने से supress करती रहेगी, बदनाम करने की साज़िश रचेगी, तभी सेक्स से भूखी औरत, ऐसी रेखा जैसी औरतें पीछे हट जाती हैँ, मगर घर की किसी रिश्तेदार औरत का सपोर्ट उसके साथ हो तो वो सब सीमाएँ लाँघ कर अनेक सम्बन्ध बनाती हैं लेकिन सबके सामने भोलिभाली बनी रह कर ही, कभी किसी को अंदाजा नहीं होने देती है कि वो एक बेखौफ चुदक्कड़ औरत है।
Bilkul sehmat hu jiक्या रूचि के characterisation से आप लोग सहमत हैँ कि ऐसी औरतें होती है हमारे आस पास या सिर्फ ये कल्पना मात्र है मेरी,
ये उत्तर सिर्फ औरतें ही दे सकती हैं क्योंकि मर्द चाहे जो जवाब दे वो सही नहीं हो सकता है, और औरतें यहाँ कुछ बोलेगी ही नहीं, सिर्फ पढ़ लेगी, बोलेगी नहीं, शर्म और लिहाज कि वजह से,
तो इसका सही उत्तर कैसे मिलेगा, कोई बताये।
क्योंकि सेक्स रियलिटी है दो लोगो के बीच जबकि यहाँ की कहानियाँ सिर्फ कल्पना मात्र है लेखक की। मैं रियल लिखना चाहता हुँ जो exists करता है हमारे आस पास. सेक्स गंदगी नहीं है, तब तक कि वो किसी के साथ जबरदस्ती ना हो, किसी की इच्छा के विपरीत हो, आपसी सहमति से न हो, और सबसे बड़ी बात आदमी औरत के साथ सच्चाई से जुड़े, किसी गलत बर्ताव और भाषा का इस्तेमाल न करे और पूरा सम्मान दे, तभी तक सेक्स कतई गन्दगी नहीं है. इसे बुरा बनाया है मर्दों ने जो बलात्कारी हैं और औरत का सम्मान नहीं करते हैँ और जिनकी नज़रों मेँ औरत सिर्फ सेक्स के लिए है। ऐसी लोगों ने सेक्स को बदनाम और खराब किया हुआ है।
Wow, share your all experinces in details with false names of those ladies.यही सच है मेरे एक रिश्ते की भाभी को तो मै उसके पति जब साथ मे लेटे थे तब ही चुदाई कर लेता मगर तब मुझे सेक्स का ज्ञान नहीं था सेक्स का अलावा सब कर लिया था![]()
फिर तो मै भी लेखक बन जाऊंगाWow, share your all experinces in details with false names of those ladies.