- 22,129
- 57,346
- 259
एकदम सही कहा आपने. असली होली,
आज, अब, अभी
अंदर, बाहर सब तरफ,
कोमाल ....
देवर भाभी , जीजा साली , नन्दोई सलहज की होली तो , ' अंदर बाहर ' सभी होती है ,
वरना फागुन का क्या मज़ा और
देवर भाभी , जीजा साली , और नन्दोई सलहज के रिश्ते का क्या मज़ा
https://i.ibb.co/9Zk8Njp/Og-AAAJ7-QAY4wc-B2-CHc-Kzp-DNsg-KPcd-H-Xri-d-V2zv-Vv-Gj-UO0vn-Ua-Mc-LDt-W1-t44z-N7mb-X2b-O3q-Cml-xforum-Qc-Uj-XK1-Ghv-IAm1-T1-UGZpv-L37-VGKd-Hn-Cn-EFbx-Jr-R6-GBl-1.jpg