नीतु : भाई सुसु आई है।
अरून नीतू के उपर से उठता है और नीतू को गोदी में लेने लगता है।
नीतू: मैं चलि जाऊंगी
और जैसे ही उठती है उसके मुह से चीख निकल जाती है।
सरला: इसलिए अरुन तुझे कह रहा था अब तू कुवारी नहीं रही तेरी भी चुत फट गई है तो दर्द तो होगा। जा भाई के साथ जा।
और अरुन नीतू को अपनी गोदी में उठा कर बाथरूम ले जाता है और उसे अपनी गोदी में ही बिठा कर सुसु करवाता है और अपने हाथों से उसकी चुत धोता है और
अरुण: सॉरी नीतू।।
नीतू; क्यु।
अरुण; तुम्हारी चुत से खून निकाल दिया।
नीतू: मुझे पता है पहली बार में ऐसे होता है ।
अरुण: पर तुम तो ।
नीतू: मुझे पता है तुम्हे किनकी बातें पसंद है उसलिए उस टाइम नाराज कर रही थी।
भाई जब मरद का लंड पहली बार चुत या गाण्ड में जाता है तो खून निकलता है मैं जानती हु शादीसुदा औरत हु कुवारी नही।
अरुण: खून तो कुवारी का निकलता है।
नीतू: हाँ आप के मुसल के हिसाब से मैं अभी भी कुवारी हु और रहूँगी क्यों की आप जब जब चोदोगे मेरी चुत और गाण्ड से खून बहेगा।
अरुण:' क्या तुम मुझे गाण्ड भी दोगी।
नीतू: बिलकुल तभी तो तुम्हारी रांड नंबर २ बनुंगी।
और अरुन नीतू को किस करता है और बाहर आ लाता है और बेड पे लिटा देता है।
सरला चलो मैं चलती हू।
अरुण: कहाँ जान।
सरला'; टाइम देखो ७ बह रहे है चुदाई करते करते टाइम का पता नहीं लगा।
अरुण: पर मुझे अभी नीतू की गाण्ड मारनी है।
सरला: वो सब रात को तुम थक गये होगे ।
और नीतू की गाण्ड आराम से मारनी पड़ेगी नहीं तो कल सुबह हम माँ बेटी दोनों लंगड़ा कर चल रही होंगी और तुम्हारे पापा परेसान की क्या हुआ दोनों को एक साथ।
अरुण: पर रात को कैसे आप तो पापा के साथ सोओगी।
सरला: नहीं रात को हम माँ बेटी दोनों तुम्हारे रूम में सोयेंगे।
थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद।
सरला उठती है ।
चल नीतू खाना बना लेते है तेरे पापा आने वाले होंगे।
नीतु उठ कर कपडे पहनने की कोशिश करती है।
सरला: रहने दे तेरे पापा उर्फ़ भाई उर्फ़ पति कपडे नहीं पहनने देंगे।
और नीतू को नंगी ही साथ लेकर किचन में आ जाती है
दोनो माँ बेटी लंगड़ा कर चल रही थी।
नीतू: माँ चुत में लंड लेके तो चला नहीं जा रहा गाण्ड में लुंगी तो क्या होगा।
सरला: बेटा भाई के मुसल के मजे लेने है तो दर्द तो सहना पड़ेगा और पापा के सामने ठीक से चलना नही तो सवाल करेंगे क्या हुआ लंगड़ा क्यों रही है।
नीतू: ठीक है माँ।
और तभी अरुन वहाँ आ जाता है।
और नीतू के गाँड पे चुटकी काट लेता है।
नीतू: आआआअह्ह माँ देखो न भाई ने क्या किया ।
सरला: अरुन क्यो परेसान कर रहा है अपनी नई रांड को।
अरुण; माँ क्या चुदकड़ माल है तेरी बेटी।
सरला: क्यों तेरी नहीं है कोइ।
अरुण: है है न मेरी पर्सनल रँडी नंबर २
नीतू: भाई क्या मुझे आप अपनी पत्नी नहीं बना सकते।
अरुण: बहना चुद के तो पहले ही मेरी पत्नी बन गई और गाण्ड मरवाने के बाद मेरी रांड बन जाओगी।
सरला उनकी बात सुन कर हँसते हुए काम कर रही थी।
तभी अरुन सरला से।
अरुण: माँ फ्रीज़ में कुछ गाज़र या मुली पड़ी है।
सरला: हाँ बेटा खाने के टाइम सलाद काट लुंगी।
अरुण: माँ मुझे नहीं खानी।
सरला: तो।
अरुण: तुम दोनों की चुत को खिलानी है।
सरला: मतलब फिर बदमाशी।
सरला समझ जाती है।
अरुन फ्रीज में से दो गाज़र निकालता है।
और सरला और नीतू के पास आ कर।
दोनो गाज़र उनको दीखाता है।
अरुण: दोनों में कौन से किसे पसंद है।
सरला तो समझ गयी थी पर नीतू अभी भी अन्जान थी
और मोटी वाली गाज़र देख कर नीतू ।
नीतू: मुझे ये मोटी वाली पसंद है।
सरला हँस पड़ती है।
नीतू: माँ हँस क्यों रही हो।
सरला: अभी पता चल जाएगा।
और अरुन मोटी वाली गाज़र ले कर नीतू के सामने घुटनो पर बैठ जाता है।
और उसकी चुत पे हाथ फेरने लगता है।
नीतू: जान ऐसा मत करो न अभी भी दर्द हो रहा है।
अरुण: चिंता मत कर मेरी बुलबुल अभी इन्तज़ाम करता हू।
और नीतू की दोनों टांगे फैला कर उसकी चुत को जीभ से चाटने लगता है।
नीतू: आआआ ह्ह्हह्ह मजा आ रहा है और आँख बंद करके मज़ा लेने लगती है।
और यही उसकी भूल थी।
मौका देख कर अरुन वो मोटी वाली गाज़र जो नीतू की पसंद थी उसकी चुत में घुसा देता है।
नीतु एकदम से हुए इस हमले को झेल नहीं पाती। और उसके मुह से चीख निकल जाती है।
नीतू; आआआअह्ह उउउउउउउह माँआआआआ मारररररररर डाआआआआआ क्या किया
और निचे देखती है ।
अरुन ने पूरी गाज़र नीतू की चुत में उतार दी थी।
नीतू: आआआअह्ह माआआआआ देखो माआआआआ आआह्ह्ह्हह्ह भाई ने क्या किया ।फाड़ दिया मेरी चूत को।
सरला: नीतू को समझाते हुए कुछ नहीं होगा मेरी बच्ची जब भाई का मुसल झेल गई तो ये गाज़र क्या चीज है।
चुप हो जा ।
सरला नीतू को समझा रही थी उसे पता था की अगला नंबर उसी का था।
और उतनी देर में अरुन दूसरी गाज़र सरला की चुत में पेल देता है।
सरला: आआआआ माआआआआ आआह्ह्ह्हह्ह सीईईई धीरे धीरे डाल अरुन