मेरी मां मेरे लिए सब कुछ है
मां सहेली और बहन का सारा रोल मां ही करती है और मेरी प्रेमिका के रूप में भी मां ने मुझे हर तरीके से सहारा दिया है
मेरा भी मां की के समर्पण और प्यार को पूरी तरह से संभालने का कर्तव्य रहा जिसे मैंने पूरी निष्ठा के साथ मां की बेटे भाई और प्रेमी के रूप में पूजा की पति का भी सारा दायित्व काफी सा दायित्व मैंने उठाया था मां को मेरे से कभी शिकायत का मौका नहीं मिला मैंने मां को कभी भी शिकायत का मौका नहीं दिया और मैं भी मेरे मन के भावनाओं को समझ कर स्तीथि अनुसार अपना सब कुछ मुझे देती रही है
मां के कारण ही मैंने एकाग्र होकर पढ़ाई की और सरकारी विभाग में बड़ा अफसर बन सकता हूं जब मेरे लिए रिश्ता देखने की बात हुई थी तो मेरे ध्यान में सबसे ज्यादा यही विचार था कि मेरी होने वाली पत्नी से मां को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए
मैंने बहुत सुंदर लड़कियों के प्रस्ताव भी इसीलिए अस्वीकार कर दिए की खूबसूरती के घमंड में मेरी पत्नी अपनी सास की अवहेलना ना करें बल्कि मां और मेरा संबंध स्वाभाविक रूप से मान ले
पत्नी और मेरी मां के संबंध के बारे में चर्चा फिर कभी अभी तो हम गोवा की मस्ती के बारे में लिख रहा हूं हमारा गोवा के लिए चलने से एक दिन पहले ही चुदाई का जो दौर हमारे बीच शुरू हुआ था धूम-धड़ाके से चल रहा था किंतु सारी चुदाई बिल्कुल साधारण तरीके से हो रही थी जोश बहुत ज्यादा था स्पीड भी ज्यादा थी किंतु चोदम-चोदी ज्यादातर मिशनरी पोजिशन ही होती थी
घूमने के बाद जब हम रात को कमरे में आए तो बहुत थके हुए थे थकावट के बावजूद हम दोनों मां बेटा गोवा की मस्ती का एक भी क्षण खोना नहीं चाहते थे
कमरे में आते ही मां ने स्कर्ट और टॉप उतार दिया और खींच कर मेरा बरमूडा भी नीचे कर दिया मां तो चुदने के लिए व्यग्र थी मेरा लौड़ा भी टनटन करता हुआ 90 डिग्री के अंश पर खड़ा था मेरी हर सांस के साथ-साथ लौड़ा ऊपर नीचे हो कर मां की योनि को सलामी दे रहा था
मां नीचे फर्श पर बैठ गई और जीभ निकालकर मेरे लोड़े को लॉलीपॉप की तरह चाटने लगी मां की नरम खुरदरी जीभ जब मेरे लोड़े के छिद्र को चुभलाती तब मैं सातवें आसमान पर पहुंच जाता है
मैंने भी थोड़ा झुकते हुए मां के मम्मो पर कब्जा किया और बेतहाशा मां के मम्मों को जोर-जोर से दबाने लगा अपनी उंगली और अंगूठे के बीच में मां के चूचक दबाकर मां के शरीर में मस्ती की लहर दौड़ा रहा था
मस्ती में सरोबर होती हुई मां मेरे लंड को और ज्यादा गहराई से अपने मुंह में खींच लेती थी लौड़े को निगलने छोड़ने की यह क्रिया प्रतिक्रिया बहुत तेजी से चल रही थी मैं उंगली और अंगूठे से मां के निप्पल दबाता है और मां अपनी जीभ से मेरे लोड़े को रगड़ कर मुझे मस्ती से कंपा देती थी
थोड़ी देर में मेरा लंड फुफकारने लगा तो मैंने अपने हाथ मां के सिर पर लगाए और झटके से अपना लौड़ा मां के मुंह में धकेल दिया लोड़ा तेजी से मां की गर्दन तक जा टकराया पर मां ने बड़ी सफाई से लोड़े को अपने मुंह में एडजस्ट करते हुए जीभ और तालू को गोल करते हुए मेरे लोड़े को के लिए अपने मुंह में टाइट जगह बनाई और मस्ती में मुझे मस्ती देने की क्रिया में कोई विराम नहीं आने दिया सिर्फ आंखें उठाकर मेरे को इशारा किया की आज अपना वीर्य मेरे मुंह में ही छोड़ दे मेरी उत्तेजना काबू में नहीं थी कुछ ही झटकों में मां के चूसने की मस्त अदाओं से मेरे लोड़े में मां के मुंह में मक्खन की बारिश कर दी और मां सटाक से सब निकल गई मैंने नीचे झुक कर मां की होठों से अपनी हॉट मिलाएं और वही फर्श पर हम आलिंगन बंद होकर लेट गए फिर मैंने धीरे से करवट लेते हुए मां की योनि के और अपना मुंह कर लिया मां तुरंत समझ गई और अपने अपनी जांघों को खोल कर अपनी योनि के गिर्द मेरे मुंह के लिए जगह बनाई और जब मेरा मुंह मां की योनि के पास सेट हो गया तो जांघों को मेरे कान के आसपास दबाकर मुझे अपनी चूत चटाई का पूरा मैदान सौंप दिया और इधर अपनी जीभ से मेरे अभी-अभी मुरझाए लोड़े को सहला कर मजे लेने लगी
मुरझाए हुए लोड़े पर मां की जीभ का स्पर्श बहुत ही गुलगुली वाला लग रहा था पर लोड़े ने स्थिति को समझा और आनंद का मौका दुबारा से क्रिएट करने के लिए अपने रंग में आने लगा
मां ने अपने दांतों को अंडकोष को सहलाया मेरी थैली के ऊपर अपने अंगूठे से थोड़ी मालिश की और आधे खड़े हुए लोड़े को घप्प से मुंह में भर लिया
वाह रे मेरी मां तेरा जवाब नहीं मां की सेक्सी अदाओं के जवाब में मैंने अपनी जीभ बाहर निकाल कर योनि के दोनों फांकों के ऊपर चाटने लगा और फिर थोड़ी सी जगह मिलते ही मैंने अपनी जीभ छिपकली की तरह से मां की योनि के होठों के बीच में घुसा दी
मां के शरीर में आनंद की तरंग दौड़ गई हाथ नीचे करते हुए मैंने मां के नितंबों को थपथपाया फिर गहरी सांस लेकर योनि के ऊपरी हिस्से को सूंघते हुए जीभ को कड़ा करते हुए योनि के अंदर पूरी तरह से खिसका दिया
जीभ की छुअन से मां का भग्नासा रगड़ खाने लगा और मां ने ज्यादा कसकर अपनी जांघों को मेरे कानों पर दबा दिया
मैंने थोड़ा और आगे होते हुए अपने अंगूठे को मां की गांड में गुदाद्वार में घुसा दिया तो मां की आनंद लहर जोर-जोर से बजने लगी उसके मुंह से मेरा लौड़ा निकल गया और मां जोर-जोर से सीत्कार भरने लगी
शाबाश बेटा बहुत मजा आ रहा है कर दे बेटा मां को निहाल कर दे मां की ऐसी धुलाई कर की मां गोवा ट्रिप हमेशा याद रखे और पेल दे बेटा शाबाश मां ने टांगों को थोड़ा थोड़ा सा खोल दिया तो मैं ठीक से पोजीशन लेकर जीभ को योनि के अंदर अच्छे से ऊपर नीचे चलाने लगा
मां ने मेरे सिर को अपने हाथों से पकड़ कर दबा दिया और थोड़ा नीचे की तरफ जोर लगाते हुए योनि के होठों को मेरे होठों पर चिपका दिया
मेरी जीभ बच्चे के जैसे मां की चूत के अंदर मां की सेवा कर रही थी और मेरा सख्त तना हुआ लोड़ा मां के मुंह में मजा ले रहा था
शाबाश मेरे बेटा निकलने वाला है शाबाश शाबाश कहते कहते मां का शरीर एकदम सख्त हो गया और मां अमृत की वर्षा करने लगी अपने होठों को गोल करते हुए मां की योनि में से निकलते हुए अमृत की हर बूंद को चूसकर निगल गया मां का शरीर बहुत देर तक कंपकंपाता रहा और मेरे ऊपर अमृत की वर्षा करता रहा। मैं भी बिना सांस लिए सारा अमृत आपने अपने गले में निगल गया
हम दोनों झड़ चुके थे पर मन नहीं भरा था हम दोनों वैसे फर्श पर ही 69 में लेटे रहे और एक दूसरे को चूमते चाटते रहे मुझे लगा कि एक बार और मुखमैथुन कर लेते हैं परंतु मां ने दूसरा इशारा किया तो मैंने मां को गोदी में उठाया और फिर से मां को बिस्तर में पटक कर मां की टांगों के बीच में बैठ गया और मां की योनि चाटने लगा
मां दुबारा सीत्कार भरने लगी मां के आनंद को देखकर मेरा लोड़ा भी तनतनाने लगा था इसलिए मैंने मां की टांगों को फैलाया, अपनी कमर मां की जांघों के बीच में लाते हुए मां के ऊपर लेट गया थोड़ा सा कमर को मोड़ा और मां की चूचियां पीने लगा
मां के निप्पल सख्त होकर बदाम जैसे हो गए थे उनका रस पीकर मैं, मां और अपने आनंद को आगे बढ़ाता रहा
मेरा लिंग मां की योनि के आसपास रगड़ खा रहा था तो मैंने मां ने अपना हाथ नीचे करके मेरे लिंग को अपनी मुट्ठी में कर लिया और मुट्ठी को कसने और ढीला करने की आवृत्ति में मेरे लंड को मुठिया ने लगी मां की नरम मुठ्ठी भी चूत का एहसास दे रही थी
चूत जैसी गर्मी पाकर लंड फिर से चूत में घुसने के लिए आतुर हो रहा था मां ने अपनी टांगे उठाकर पैर छत की तरफ कर दिए तो मां की योनि की पुरी खुली स्थिति के कारण मेरा लंड झट से योनि में प्रवेश कर गया और उसके बाद हम दोनों मां बेटा रेल के धक्कों जैसे चुदाई करने लग जाए जैसे रैली के २ डिब्बे बम्पर पर टकरा रहे हों, झटके इतने तेज थे कि उनके जोर से पलंग चरमराने लगा था
मैं चिल्ला रहा था ले मेरी मां, मेरी प्यारी मां, अपने बेटे का मोटा मुसल अपनी ओखली में ले ले, अपने बेटे के मुसल से कुटवा ले, अपनी सारी गर्मी बेटे की कुल्फी से शांत करें
शाबाश मेरी मां ले ले बेटे का मूसल तेरी कुंडी में बेटे का सोटा मां की सारी नसों की चटनी बना देगा, ले ले मेरी मां, मेरी प्यारी मां,
मां तूने अपने बेटे का मूसल इतनी हिम्मत से डलवा रही है शाबाश मेरी मां तेरी ओखली बहुत टाइट है मेरे मुसल से कितना अच्छा मसाला कुटता है। शाबाश मेरी मां, ले ले मेरी मां
बहुत देर तक हमारा इंजन चलता रहा मेरी कमर थोड़ी दुखने लगी तो मैंने मां की चूत में अपना लंड डाले-डाले करवट ली और मां को अपने ऊपर ले लिया ऊपर होते ही मां ने घुटने पीछे की तरफ मोड़े और बैठकर मेरे लोड़े पर घुड़सवारी की स्थिति में बैठ गई
मां जबरदस्त तरीके से मेरे लंड* पर अपनी चूत फंसा कर मेरी मां घुड़सवारी करने लगी बेटे का लंड मां की चूत में बहुत टाइट होकर जा रहा था और मां अपने बेटे का लंड अपनी कसी हुई चूत में ले रही थी
मैं सातवें आसमान पर था बहुत ही मजेदार चुदाई चल रही थी हम दोनों थक गए थे बाहर समंदर की हवा खिड़की से अंदर आने के बावजूद चुदाई के धक्कों झटकों के कारण हम दोनों मां बेटा पसीना पसीना हो गए थे और जोर-जोर से अनाप-शनाप बोल रहे थे
मुझे पक्का यकीन है कि कोई अगर नीचे से जा रहा होता तो हमारी चुदाई की आवाज में सुनकर जरूर रुक जाता और अपने साथी की जुदाई में लग जाता
धकधक धक-छप छपा-छप पकपकाफक धम-धम मूसलाधार चुदाई में हम दोनों मां बेटा लगे रहे पलंग के स्प्रिंगदार गद्दे इतनी जोर से उछाल मार रहे थे कि मां की चूत का डबल मजा आ रहा था।
दुगना मजा ले रही मां भी मेरे लोड़े के ऊपर उछल उछल कर थक गई तो मैंने थोड़ा बैठते हुए मां की जांघों के बीच में हाथ फंसाया और मां को चुदाई वाली पोजीशन में ही उठाकर दीवार के पास ले गया और मां की पीठ को दीवार के साथ लगा कर जोर-जोर से धक्के मारने लगा सख्त दीवार होने के कारण धक्के बहुत ताकत के साथ लग रहे थे मां ने
अपने हाथ मेरी पीठ के गिर्द कस दिए और अपने होंठ मेरे होंठों से जोड़ दिए नीचे मेरा लिंग मां की योनि को ठोकता रहा और इतना पेल दिया जिससे मां झड़ने की सीमा पर आ गई और चिल्लाई शाबाश मेरे बेटा मां झंडने वाली है तू भी तैयार हो जा और मां ने हाथ नीचे करके मेरे अंडकोष में टट्टों को जोर से दबाया जिससे मेरे धक्के और तेज हो गए और फिर मैंने झर-झर करते हुए अपना वीर्य मां की योनि में बरसा दिया
मेरे वीर्य की धार मां की योनि की दीवारों तक पहुंची तो मां भी झड़ने लगी है और मां ने कस कर अपनी छातियां मेरी छाती से मिला दी अपने हाथ मेरी गर्दन पर कस कर अपने होंठ मेरे होंठों से जोड़ दिए और मैं घूम कर मां को लिए लिए ही बिस्तर पर लुढ़क गया और पसीने से तरबतर हम दोनों मां बेटा अपने लंड और चूत का यह मिलन करवाने के बाद गहरी सांसे ले रहे थे
सांस आते ही मां ने फिर से मेरे मुंह को चाटना शुरू कर दिया और अपने हाथ से मेरे लोड़े को फिर से सहलाने लगी तो मैंने बोला मां मेरा डंडा अभी तुम्हारी चूत की गर्मी नहीं बल्कि तुम्हारे गांड की गहराई को नापना चाहता है
आज पहली बार तुम्हारा बेटा तुम्हारी गांड मारने की फरमाइश कर रहा है, पूरी करोगी ना, मां अपने बेटे की इच्छा?
मां बोली, तू मेरा बेटा ही नहीं मेरा प्रेमी भी है' तू जो बोलेगा, तेरी प्रेमिका हर लिहाज से पूरी करेगी