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Incest मां और मैं

Meenabhabhi

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मेरी प्यारी मीना भाभी
आप मांग करें और आपको नाराज करें यह मजाल किसी लेखक में नहीं
एक लंबा-चौड़ा अपडेट और उसके बाद एक छोटा सा
कृपया पढ़ कर प्रतिक्रिया दें
आशा है आपको पसंद आएगा
Thanks Bro
thanks for responsive action
awesome update
Awaiting for more
Keep filling in.....
 
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maakaloda

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Gajjab ka kamuk aur garam update hai,to hot 🔥😋🔥😋🔥🔥😋🔥😋🔥🔥🔥
 
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xxxlove

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Waiting for update. ..
 

Sangya

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69 में मां का रस चूसने के बाद मां ने मेरे गन्ने का रस बहुत अच्छे से दबा दबा कर चूस लिया
मैंने मां की योनि के बाद मां के उरोजों को बेदर्दी से चूस चूस कर लाल कर दिया
हम दोनों बिल्कुल आदमजात अपने अपने जन्म के समय की अवस्था की तरह नंगे थे मां के शरीर की त्वचा मेरे सभी अंगों को छू रही थी रगड़ खा रही थी और मेरे में ना बुझने वाली एक उत्तेजना भर रही थी
रगड़ रगड़ कर मां के शरीर के हर एक अंग को मैंने रगड़ दिया और अपने पूरे शरीर पर मां के प्यार की छाप भर ली इतना करने से मेरा लिंग दोबारा पूरे तनाव में आ गया था मैंने अपने होठों से मां के मम्मों को चूसते हुए मां के सपाट पेट को आहिस्ता से पंख की तरह चुभलाते हुए मां की नाभि में अपने अपने अंगूठे से मालिश करने लगा मेरे अंगूठे की रगड़ के कारण मां कसमसाने लगी और कस कर मेरे से लिपट गई मैंने नीचे झुकते हुए मां के मम्मों को रगड़ कर अपने जीभ व दातों से निप्पल को दबा दबा कर मां की उत्तेजना बढ़ाई और फिर थोड़ा और नीचे झुकते हुए अपनी जीभ मां की नाभि में डाल दी और नाभि को अपनी जीभ से चाटने लगा इस बीच में मैंने अपना हाथ नीचे करके मां की योनि के ऊपर रख दिया था और गिली योनि के ऊपर मेरी उंगलियां से फिसलकर अंदर चली गई थी
मां की योनि से टपा टप रस बह रहा था और अपने होठों पर लगाकर टपकते हुए रस को पीने लगा मां ने अपने पैर उठाकर मेरी पीठ पर लगा दिए और मेरे मुंह को आने लगी कुछ ऐसे रहने के बाद मां बोली आजा बेटा मां के कुएं में अपना लंबा मोटा बांस डाल दे
मां की मुंह चुदाई से मां की कामाग्नि शांत कर दे
मैंने अपनी कमर सीधी की और मां ने अपना हाथ बढ़ा कर मेरा लिंग अपनी योनि के मुहाने पर टिका दिया मेरे लिंग से टपकते हुए रस और मां की योनि में भरे हुए काम रस ने चिकनाई इतनी बढ़ा दी थी कि बिना किसी प्रतीक्षा किए ही मेरा लिंग घप्प से मां की योनि में अंदर तक घुस गया लिंग के योनि में घुसते ही दोनों मां-बेटे को जोश चढ़ गया और इतनी सरपट गति से हम लोग रेल की तरह अपनी कमर चलाने लगे धड़ाम से मै अपनी कमर ऊपर करके एक झटके में लिंग मां की योनि की गहराइयों में उतार देता था दम दमा दम दम दमा दम फक्त फक्त थक थक थक थक आहा आहा हूं हूं आह
वाउ वाउ मेरी मां
आजा मेरे बेटे ले ले मां की
हां मां ले दे अपने बेटे को
आजा मेरी रश्मि अपने प्रेमी को दे दे।
आजा मेरे राजा आजा मेरे राजा आकाश अपनी प्रेमिका के अंदर तक के सारे कस बल निकाल दे
अपने लंड से मेरा राजा अपनी रश्मि की गुफा का कोना कोना साफ कर दे
आजा मेरे प्यारे छोटू राजा
आजा मेरी रानी प्रेमी का का लंबा डंडा अपनी गुफा में अंदर तक महसूस कर ले आजा मेरी रानी
ओ मेरे राजा मेरा बेटा मेरा मेरा प्रेमी आजा मेरे राजा ले
मेरी रानी मेरी रानी मेरे सपनों की राजकुमारी आजा तुझे निहाल कर दूं हम दोनों टकाटक जुदाई में लगे हुए थे और हमें अपने शरीर का बिल्कुल भी ध्यान नहीं था पर जब मां को लगा कि मैं झड़ने वाला हूं कुछ ढीला पड़ने वाला हूं तो मां ने अपने पैर सीधा करक करके मुझे थोड़ा आराम दिया और नीचे से अपनी कमर उचका उचका कर मेरे मोटे लिंग को अपनी कसी हुई योनि में लेने लगी फिर मां ने मुझे पूरी तरह से आलिंगन में लिया और एक ही झटके में करवट लेकर मुझे नीचे कर कर मेरे ऊपर आ गई और अपनी टांगें पीछे मोड़ते हुए मेरे ऊपर बैठकर घुड़सवारी करने लगी मां ने दोनों हाथ मेरी छाती पर रखे हुए थे और तेजी से आगे पीछे हो कर मेरे मुसल को अपनी ओखली में दबाकर बहुत तेजी से घिसाई कर रही थी
मैं भी मां के मम्मों को अपने हाथों में निचोड़ता था और कभी अपने हाथ मां के चूतड़ पर ले जाकर चूतड़ों को मसल देता था
मां पूरे दिल से मेरे लिंग की सवारी कर रही थी अच्छे से अच्छा घुड़सवार भी मां की घुड़सवारी को देखकर चकित रह जाता जब मां आपको थकने लगी तो मां मेरे ऊपर लेट गई और मैंने अपने पैर सीधे कर लिए मैंने मां को पीठ के बल कर लिया और करवट लेकर फिर मां के ऊपर आ गया
मां ने अपने दोनों पैर खोल दिए तो मेरी कमर मां की जांघों के बीच में आ गई मैंने हाथ मां के कंधों के किनारे रखे और अपना जोर बिस्तर पर डालते हुए अपनी कमर को उठाकर मां की योनि पर हमला करने लगा ध
धकाधक तेज रफ्तार से मेरा मन कर रहा था कि अब जल्दी से पानी छोड़ दे हम दोनों का शोर पलंग पर झटकों का इतना दबाव नीचे कमरे में जरूर पहुंच रहा होगा पर पता नहीं नीचे वालों ने हमारी चुदाई का कुछ मतलब निकाला या नहीं पर हमारा शोर और जोर शोर से वैसे ही तेजी से चलता रहा कुछ देर में मां की आवाज आई ओ मेरे राजा मैं झड़ने वाली हूं संभाल ले मैंने भी अपने शरीर के कंपन को महसूस करते हुए जवाब में मां को कस लिया और हम दोनों झड़ झड़ करके प्रेम नदी में बहने लगे
 

Sangya

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गोवा में एक अच्छी सुविधा है की मोटरसाइकिल किराए पर मिलती हैं तीन-चार दिन आसपास ही घूम घूम कर जुदाई का आनंद लेते रहे और गोवा के बीच वगैरा की मस्ती महसूस करते रहे फिर एक दिन गोवा के अंजुना बीच जहां पर विदेशी सैलानी नंगे होकर पड़े रहते हैं मां को दिखाने का विचार आया तो सोचा कि सुबह निकलेंगे अंजुना बीच फिर कलंगुट बीच देखकर ही वापस आएंगे मोटरसाइकिल के बारे में होटल वाले से पूछा तो उसने कहा मोटरसाइकिल या काइनेटिक होंडा दोनों किराए पर मिल सकती हैं
मां बोली ने स्कूटी लेते हैं
मैंने पूछा तुम्हें चलानी आती है
मां बोली भाई से सीखी थी और उन दिनों की याद करके मां के चेहरे पर शर्म की लाली दौड़ गई
मैं समझ गया कि स्कूटी सीखने सिखाने के बहाने मामा ने मां से अच्छी मस्ती की होगी तो बिना बात को आगे बढ़ाएं मैंने स्कूटी किराए पर ले ली और थोड़ी देर इस पास घूमने के बाद अंजुना बीच का रास्ता पूछा पता चला कि हमारे होटल से लगभग 25 किलोमीटर दूर है और हम चल पड़े मस्ती के एक सफर पर

मैंने मां को बोला कि 25 किलोमीटर गोवा की धूप में चलने से तुम्हारी त्वचा काली पड़ जाएगी इसलिए अच्छा रहेगा तुम स्कर्ट टॉप की जगह सलवार और पूरी बाजू की कमीज पहन लो और मैं भी पूरी बाजू की कमीज और पेंट पहन लेता हूं
मां बोली मेरे राजा यह गोवा है हनीमून के मस्ती वाले ट्रिप पर मुझे बहन जी नहीं बनना तेरी नवविवाहिता मां तेरी प्रेमिका की तरह पूरी मस्ती करेगी

मैंने कहा कि मेरी डार्लिंग अगर तू मेरी बहन भी बन जाती तो भी तेरी पूरी मस्त कर दूंगा मेरे लिए मां और बहन को प्रेमिका तीनों की जांघों के बीच की चीज एक ही स्वाद वाली सेक्सी लगेगी तू मां है तो ज्यादा मजा आता है बहन होती तो भी उतना ही मजा आता
मां अपनी चूचियां मेरी बाजू के पास लाकर बोली मेरे चोदूं राजा आज अपनी रानी मां को कम कपड़ों में ही अपने से चिपका कर स्कूटी पर घुमा
मां यह कहकर मां तुरंत ही स्कूटी के दाएं बाएं पैर करके मेरे पीछे बैठ गई स्कर्ट तो पहले ही ऊंची थी बैठने के क्रम में माने स्कर्ट को मोड़ कर और ऊपर कर लिया मुझे मालूम था कि मेरी शैतान मां ठरकी है नीचे कच्छी नहीं पहनी होगी और मेरा अनुमान ठीक था
मेरी कमर के गिर्द हाथ डाल एक हाथ से मेरी नाभि को छेड़ने लगी और दूसरे हाथ से मेरे लोड़े को सहलाने लगी
मां की चूचियां मेरी पीठ में गढ़ रही थी और मां थोड़ा आगे होकर बैठी मेरे नितंबों से अपनी चूत को चिपकाने लगी तो मुझे मां के चूत के होंठ अपने नितंबों में रगड़ते महसूस हुए
मां को पता चला कि मैंने बरमूडा के नीचे कच्छी पहनी हुई थी तो मां बोली बदमाशी क्यों करता है मां से अपना औजार छिपाने के लिए कच्छे से ढक लिया , मेरे हाथ हो तेरे मजबूत खंबे के बीच में 2-2 कपड़ों की दूरी बना दी है
चल जल्दी से किनारे पर रोक कर अपना अंडरवियर उतार, मैं अपने हाथ और तेरे लंड के बीच में दो कपड़ों की दूरी 25 किलोमीटर तक सहन नहीं कर पाऊंगी
मां का कहना मान कर थोड़ा आगे सुनसान जगह के किनारे स्कूटी रोककर मैं पेड़ों के पीछे गया और और बरमूडा तथा कच्छी उतारकर बरमूडा पहन लिया
जब मैं स्कूटी के पास आया तो मां स्कूटी पर ड्राइवर बनकर बैठी हुई थी, अब मैं चलाती हूं तू मस्ती कर ले
मैं ; स्कूटी बाद में चला लेना
मां : थोड़ी देर चला लेती हूं और तू पीछे बैठकर मस्ती ले
कहकर मां स्कूटी पर मेरे आगे मेरी गोदी में ही बैठ गई बैठने के दौरान अपनी स्कर्ट ऊपर उठा ली थी जिससे मेरे लिंग और मां के नितंबों के बीच में मेरे बरमूडा का पतला सा कपड़ा ही था ऊपर मां की स्कर्ट फैली हुई थी
अगर मैं अपना लिंग बाहर भी निकाल लेता तो किसी को पता नहीं चलना था मैंने आगे झुक कर हैंडल को पकड़ा और मां ने मेरे आगे झुककर हैंडल पर रखे मां के हाथों पर अपने हाथ रख कर और स्कूटी स्टार्ट कर दी मां मेरी गोदी में अपना नितंब मेरे लिंग पर रगड़ रही थी।
और मैं मस्त होकर स्कूटी का हैंडल पकड़कर मां की पीठ पर झुका जा रहा था मां का ध्यान ज्यादा नहीं भटके इसलिए मैं ज्यादा अंगुली नहीं कर रहा था
मजे लेने के लिए मैंने मां से पूछा मां जब तुमने मामा से स्कूटी सीखी जब तुम और मामा ऐसे ही तुम्हारे साथ बैठते थे जैसे हम बैठे हुए हैं
ना मां बोली थोड़ा सा फर्क था
मैंने पूछा क्या तो मां बोली हमारे समय में स्कर्ट पहनना पहनने का फैशन नहीं था और तेरे मामा भी आपने मुसल को पैंट और कच्छे में दबा कर रखते थे
मैं मामा अपना लंड छुपा कर रखते थे तो तुम्हें कैसे पता चला कि वह मुसल है या झाड़ू का तिनका
मां बहन भाई का औजार किसी ना किसी बहाने देख ही लेती हैं और उस औजार से तुलना करते हुए अपने होने वाले पति के बारे औजार के बारे में सोचती हैं
अगर किसी लड़की का बड़ा भाई हो तो वह अपने पति में बड़े भाई का अक्स ढूंढती है !!

तो मां तुमने मामा का मुसल कैसे देखा?

मां बोली कई बार!! जब भाई कपड़े बदलता था या फिर जहां भीड़ आते-जाते थे तो जी भर के मैं भाई को चिपकती थी और भाई मुझसे
और जब भाई मुझे स्कूटी सिखाता था तो उसका बंधा हुआ मुसल भी मुझे एक रोमांच दे जाता था
मैं : तो मां तुमने कभी मामा के मुसल को हाथ में पकड़ कर नहीं देखा
मां : तू पागल हो गया क्या ऐसा मैं सोच भी नहीं सकती थी
मैं : अगर तुम नहीं सोच सकती थी तो क्या मामा सोचता था उसमें तो कोशिश की होगी इतनी पटाखा बहन उसके मुसल को टटोलती थी तो उसका मन भी करता होगा कि तुम्हारे मोटे मोटे पावरोटी में आपने चम्मच से मक्खन लगा दे या फिर तुम्हारी मोटी मोटी दूध की थैलियां महसूस करके आपने आग बुझा ले
मां मेरा भाई तेरे जितना बोल्ड ही नहीं था और मेरे में भी उस समय इतनी आग नहीं लगी थी
मैं तो इसका मतलब तुम मामा को टटोलती रहती थी और सपने देखती थी और मामा बिल्कुल अलग से तुम्हें देखते भी नहीं थे
मां बोली ऐसा तो नहीं था यह तेरा मामा, मेरा भाई भी अपनी बहन को निगाहों से मसलता रहता था और भीड़ में मौका मिलते ही मेरे नितंबों के बीच में अपना मुसल टिका देता था और अधिक मौका मिलने पर मेरे मम्मे भी दबा देता था
मैं मुस्कुराया और बोला तब ठीक है ना इतना तो भाई-बहन के बीच में होना ही चाहिए तुमने कभी नाना नानी की चुदाई देखी है ?
मां हम दोनों को ही कई बार पता होता था कि तेरे नाना नानी चुदाई में लगे हुए हैं तो हम बारी बारी से एक दूसरे के बीच में शर्म का पर्दा डालकर सामने नहीं आते थे पर दोनों को पता होता था और कोशिश करते थे कि किसी तरह नाना नानी की ब्लू फिल्म देख ली जाए

सच में मम्मी तुम बहुत शैतान रही हो अबे हट ना मां को शैतान बताता है जबकि खुद मां को पटाकर ठोककर कितने सालों से मजे ले रहा है
मैंने पीछे से मां के मम्मों को दबाया और कहां शैतान मां और मामा का मैं शैतान बच्चा हूं
मां बोली बकवास मत कर तू मामा और मेरा बेटा नहीं अपने पापा और मेरी मेहनत का बेटा है मामा का लिंग तो कभी कपड़ों के बिना मेरे चूतड़ों से भी नहीं छुआ योनि में जाकर बच्चे कैसे पैदा करता?

, आगे कहानी जारी है
 
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Sangya

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Nice update
Thanks,. The upcoming part of this update is long,. Editing the proof, trying to complete it in one shot, hope it will be more entertaaining
 
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Sangya

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मैंने फिर मां से पूछा मामा के साथ तुम्हारी याद के हिसाब से सबसे ज्यादा करीबी सैक्सी क्षण कौन सा रहा है जिसमें तुम्हें लगा होती मामा का लंड तुम्हारी चूत में घुसने ही वाला है या तुम्हारा और मामा का संभोग बस हो ही गया है।
मां स्कूटी चलाते-चलाते कुछ मस्ती में थी फिर सोचने लगी इस बीच मैं बराबर से मां के मम्मे दबा रहा था
मां बोली एक बार हम अपनी बुआ के घर जा रहे थे ट्रेन में पैर रखने की भी जगह नहीं थी पूरी रात का सफर हमें खड़े होकर ही काटना पड़ा था
मैंने मां के चूचक को दबाया और बोला सफर तुम्हें खड़े होकर काटना पड़ा या पूरे सफर में मामा का डंडा तुम्हारी गांड में खड़ा रहा मां
मैं बहुत धीरे से बोली, डंडा खड़ा ही नहीं रहा बल्कि आगे से मेरी योनि में क्योंकि मैं तेरे मामा की तरफ मुंह करके खड़ी थी और पीछे धक्को से तेरे मामा को मुझसे चिपकना पढ़ रहा था इसलिए मामा का डंडा मेरी झाड़ियों के आसपास ही घूमता रहा
उस दिन मैंने महीन कपड़े की सलवार कमीज पहनी हुई थी तो तेरे मामा को मेरे शरीर की गर्मी का पूरा एहसास हो रहा था
हम टॉयलेट के दरवाजे के पास खड़े थे मेरी पीठ दीवार की तरफ थी और मेरे सामने तेरे मामा मुझे दोनों हाथों के बीच में सुरक्षा देते हुए साइड में लगने वाले धक्कों से बचा रहे थे
मैंने फिर मां को टोका साइड वाले धक्कों से बचा रहे थे पर सामने से खुद तेरी योनि में धक्के मार रहे थे
मां बोली वह तो मजबूरी थी
मैं हंसा और बोला मजे की मजबूरी थी दोनों को मजा आ रहा था इसलिए पूरी रात ऐसे ही चलता रहा था क्या मां बोली शुरू में तो तेरा मामा काफी मुझे अपने शरीर के छूने से काफी देर बचाता रहा पर जब कुछ बार उसका लिंग मेरी जांघों के बीच में टकराता रहा तो हम दोनों को मजा आने लगा फिर मामा ने अपने छाती को भी मेरी छाती से टकराने दिया
भीड़ इतनी ज्यादा थी कि हम दोनों खड़े-खड़े कपड़े पहने-पहने ही संभोग वाली अवस्था में थे
पीछे से आने वाले दंगो के कारण कई बार हम चिपक जाते थे फिर जल्दी से अलग हो जाते थे पर हमें मजा आने लगा था इसलिए थोड़ी देर बाद भीड़ का दबाव खत्म होने पर भी बहुत देर तक हम कई बार ऐसे ही चिपके रहते
बहुत देर बाद तेरा मामा, मेरा भाई, एक बार भीड़ के दवाब में मेरे से चिपका तो मैंने भी अपने भाई से मजे लेने की के लिए अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया इस बार हम हमारी कमर आपस में इतनी जोर से जोड़ ली थी कि मुझे लगा कि मेरे भाई का वीर्यपात हो गया है क्योंकि उसके बाद तेरे मामा ने बात करनी बंद कर दी थी और मुझसे नजर भी नहीं मिला रहा था पर अभी मेरी गर्मी शांत नहीं हुई थी तो मैं थोड़ा साइड में हो कर मामा की जांघ के ऊपर अपनी चूत रगड़ने होने लगी थी मामा ने समझा कि शायद मैं धक्कों से परेशान होकर साइड में हुई हूं तो उसने मुझे वैसे ही अपनी बाहों के बीच में और मेरी टांगें को उसकी एक जाघं के इर्द-गिर्द एक रहने दिया
उसके बाद बढ़ते धक्कों के कारण मामा की जांघ का दवाब मेरी योनि पर बढ़ता ही रहा और कुछ ही झटकों में मेरी योनि ने भी पानी छोड़ दिया था
हम दोनों भाई बहन एक दूसरे से अपनी कामाग्नि शांत कर चुके थे पर दोनों ने एक दूसरे को कुछ नहीं बोला था और ना ही कभी इस बारे में दोबारा चर्चा की।
मैंने कहा मम्मी है तू पूरी फुल फुल मस्त हो गई थी इससे ज्यादा संभोगऔर क्या होता
मां ने कहा मस्ती तो तब होती जब हम दोबारा ऐसे ही मजे लेते पर हम उसके बाद कभी भी इतना नहीं चिपके की एक दूसरे से झड़ जाएं हां चुम्मा चाटी तो भाई बहन की तरह चलती ही रहती थी
अच्छा मां ये बताओ नाना नानी......
मां ने मेरी बात को बीच में ही काट दिया और बोली नाना नानी की चुदाई की बात छोड़ अभी तुरंत अपनी मां को शांत कर देख ना कितनी गर्म हो गई है।
मैंने अपना हाथ आगे बढ़ाकर मां की स्कर्ट के अंदर डाला तो पाया कि मां की योनि नल की तरह बरस बरसा रही थी मैंने मां के कंधे पर मुंह रखकर गर्दन को चूमा और बोला थोड़ा आगे पेड़ों का झुरमुट दिख रहा है वहां छाया में स्कूटी रोक दे,
मां के स्कूटी रोकते ही हम दोनों भाग कर झाड़ियों के पीछे चले गए गोवा की रेतीली साफ जमीन और मां जमीन पर लेट गई और मैं बरमूडा आधा उतारकर मां की कमर के ऊपर झुक गया और दमा दम धक्के मारने लगा
मामा के लिंग की याद या गोवा का सुहाना मौसम हम दोनों ठरकी होकर खुले में ही एक दूसरे को चोद रहे थे दोनों इतनी ज्यादा गर्म है कि जल्दी ही मां ने मुझे आपने छाती पर कस लिया और काटते हुए झड़ने लगी
मां के झड़ने के बाद मैंने मां के कंधे के दाएं बाएं हाथ रखे और ताकत से कुछ जोरदार शॉट्स लगाए और मेरे डंडे से मां की योनि के अंदर वर्षा होने लगी

जैसे ही हम लोग शांत हुए मैंने बरमूडा ऊपर किया आग बुझते ही बिना विलंब किए मां उठी और स्कूटी के पास आकर बोली अब तू चला

मैं स्कूटी चलाता हुआ अंजुना बीच पहुंचा शुरू में तो सब कुछ सामान्य बीच की तरह ही लग रहा था एक स्टॉल पर से 1-1 बियर ले ली समुंदर की तरफ चल दिए स्टॉल से लेकर समुंदर किनारे तक आधे कपड़ों में और बिना कपड़ों के बैठे और लेटे हुए फिरंगी सैलानियों जोड़ों को देखकर मां हैरान हो गई और मैं हैरान था कि इतनी सारी नंगी फिरंगनियों के स्तन और नितंब या कुछ कुछ दिखती चूत.... क्या क्या देखूं?
समझ ही नहीं पा रहा था विदेशी जोड़े समंदर की रेत में कुछ अधनंगे और कुछ पूरे नंगे लेटे हुए थे
मां ने मेरी आंखें फिरंगी ऊपर भटकती देखी तो बोली बेटा होटल का टिफिन ज्यादा मत देख, दूर पड़ी पूरी को देखकर आपने मुंह की आधी रोटी भी मत छोड़, मां ने लालची कुत्ते की कहानी की कहावत मेरे सामने बोली तो मैं संभल गया और मां के साथ मस्ती करते हुए समुंदर के किनारे किनारे चलता रहा
बहुत आगे जाकर हमें एक तन्हा जगह मिल गई, दूर-दूर कुछ ऐसे ही जोड़े ओट में बैठे हुए थे हम दोनों वहीं बैठ कर बियर चूसकने लगे और एक दूसरे के अंगों से खेलने लगे इतने में मेरे कान में एक हल्की सी आवाज आई, दीदी यहां तो नखरा छोड़ दो
लड़की बोली नहीं भैया मुझे डर लगता है ,कोई जानकार मिल गया तो मैं क्या मुंह दिखाऊंगी
लड़का बोला मेरी भोली बहना घर से इतना दूर हम गोवा में राखी बांधने बंधवाने तो नहीं आए और यहां पर जो भी हमें मिलेगा मस्ती करने ही आया होगा !!!
लड़की की आवाज पर बाकी लोग तो पति-पत्नी, प्रेमी-प्रेमिका है हमारी तरह भाई बहन तो नहीं है
लड़के की आवाज क्या पता? गोवा में इतने सैलानी में से कितने जोड़े हमारी तरह भाई बहन ही होंगे और तू प्रेमिका की तरह ही व्यवहार करेगी तो किसी को शक नहीं होगा
लड़की : कमरे में तो ठीक है पर बाहर मुझे डर लगता है
लड़का : कमरे में ही चूत मरवानी थी तो गोवा क्यों आई कमरे में तो मम्मी पापा जब घर नहीं होते तब भी हम चुदाई कर लेते हैं
लड़की :पर भाई मैंने डर का क्या करूं? लड़का बोला एक काम कर तू सिर पर हैट पहन ले आंखों पर बड़ा सा चश्मा लगा ले और सलवार कमीज़ की जगह मेरे टी-शर्ट और जींस पहन लेगी तो कोई तुझे नहीं पहचानेगा
लड़की : हम ऐसा करते हैं, ठीक है भाई पर हम भीड़ वाले रेस्टोरेंट्स और मार्केट में नहीं जाएंगे इस तरह के सुनसान बीच या फिर होटल के कमरे में ही रहते हैं.
लड़के के चूमने की आवाज आई और फिर लड़के ने बोला मेरी प्यारी चुदक्कड़ बहना, मेरी डार्लिंग, अब कुछ दिन मुझे भाई मत कह और मैं तुझे बहन नहीं कहूंगा और हम समुंदर किनारे खुले में मजे करेंगे
लड़की बोली, पर भाई बोले बिना मेरे को चुदने में मजा नहीं आता
लड़के ने कहा मेरे साथ भी तो यही है जब तक तुझे हर धक्के के साथ मेरी बहन, मेरी बहन ना बोलूं मजा ही नहीं आता
मेरे प्यारे भैया अपनी बहन को आप अपने मन मुताबिक चोद डालो, अपनी बहन को पेल दो, तुम्हारी बहन तुमसे खुलकर चुनना चाहती है, चिल्ला चिल्ला कर चुदना चाहती है
कुछ ही देर में मुझे भाई-बहन की चुदाई की आवाजें आने लगी इतने में मेरा ध्यान मां की तरफ गया तो देखा कि मां भी उनकी चुदाई की आवाजें सुनकर मदमस्त हो रही थी
मां ने मुझे आंख मारी और कहा मेरे राजा बेटा अपनी मां को गोवा तो ले आया पर कुछ करता क्यों नहीं
मैं भी जोर से बोला मां क्या करूं अभी तो दूध पिया है मां बोली दूध से तेरा पेट तो भर गया पर मां का क्या होगा
मैं बोला मां तू अपने बेटे का गन्ना चूस ले हमारी आवाजों से पड़ोस में से आ रही चुदाई की आवाजें रुक गई और मां मुझे बोली नहीं! गन्ना चूसने में यहां गन्ने के ऊपर रेत चिपक जाएगी तो मजा नहीं आएगा
मैं बोला तो मां फिर अपना भोंसड़ा ही खोल दे तो मैं अपना पापा के लंड से बड़ा लंड तेरी प्यारी ओखली में डालकर मसाला कूट दूं

अभी कहानी आगे बढ़ रही है
जल्द ही अपडेट आएगा
 

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सुबह जब मेरी आँख खुली तो मैंने माँ को देखा, माँ और मैं बिल्कुल नंग धड़ंग लेते हुए थे, माँ की खुली हुई आंखे मेरे औजार को देख रही थी और चेहरे पर एक संतुष्ट मुस्कान थी | कल से अब तक हम दो बार कर चुके थे और मेरे लिए तो चूत लेने का पहला ही अनुभव था, माँ बहुत अनुभवी स्त्री है उसने बड़े सहज भाव से हमारा संभोग करा दिया, ना कुछ बोला, ना कुछ बुलवाया इतने सहज भाव से किया, जैसे लंड चूत का लेना देना माँ बेटे की रिश्ते की बड़ी ही नैसर्गिक क्रिया हो , अभी भी माँ बिल्कुल आराम से नंगी लेटी हुई थी और मैं उसके सलोने साँवले नमकीन गठीले शरीर, 40 साइज़ के पुष्ट उरोजों, गहरी नाभि वाला भरा पूरा पेट जिसके साइड मै दो टीयर बने थे, मांसल जांघे जिन पर मांसपेशिया छलक रही थी को बड़े प्यार से देख रहा था, मैंने झुककर माँ की नाभी की चुम्मी ली और अपनी जीभ से माँ की नाभि को चूसने लगा माँ मेरी पीठ सहला रही थी मैंने अपने हाथ माँ के मम्मो पर रगड़ने शुरू किए और धीरे से अपना लंड माँ की टांगों पर घिसने लगा, माँ को भी फिर से मस्ती चढ़ रही थी , उसने मुझे कस कर पकड़ लिया, अब मेरी जीभ माँ के पेट को चाट रही थी और माँ के हाथ मेरे कंधों ओर पीठ को मसल रहे थे, एक बार फिर मैं माँ के ऊपर चढ़ गया ओर माँ के लिप्स को किस करने लगा, माँ ने अपनी जीभ मेरे मुंह में डाल दी जिससे मुझे माँ का मुख रस पीने को मिला, मेरा लंड बहुत झटके खाने लगा ओर माँ के खजाने पर दस्तक देने लगा मेरा प्रीकम माँ की जांघों पर लग रहा था ओर मैंने पाया की माँ की बुर का रस भी निकालना शुरू हो गया था, मैं अपना एक हाथ माँ के भग प्रदेश में लाया ओर भगनसे को छेड़ने लगा माँ भी अपने हाथ से मेरे शिश्न को मरोड़ने लगी जो अब फूलता जा रहा था ओर एक गर्मा गर्म सलाख के तरह हो गया था।
माँ बोली तू कितना भूखा है रे, कल से दो बार ले चुका है ओर अभी फिर से तैयार है, मैं बोला जिसकी सलोनी सुन्दर माँ ने उसे 18 साल मे पहली बार अपनी थाली परोसी हो वो कैसे सब्र रख सकता है ओर माँ तू तो मेरा केला कई बार देख चुकी है ओर मैं भी तेरे सब अंगों को कई बार छु चुका हूं फिर भी तूने इतनी देर लगाई अपने बेटे को अपना भोग देने में?
माँ बोली, मेरे राजू बेटा मैं भी तेरे डंडे को लगभग रोज ही कच्छे के अंदर हिलते जुलते देखती रहती थी, सोया जागा सख्त लंबा हरएक अवस्था में इसको मैंने बहुत देखा है तू क्या सोचता है कि मां को जब तु आलिंगन करता है तब गले लगाने के बहाने अपना मक्खन सना चाकू मां की पावरोटी में लगाता है तब क्या मुझे पता नहीं चलता था या तुम मेरा पेट मसलते-मसलते अपना पानी निकाल देता था तब मुझे पता नहीं चलता था।
अभी कल शाम को ही तेरा मक्खन कच्छे पर लगा था और मेरे सिर पर लग गया था तू सोचता है कि मां बुद्धू है मां को पता ही नहीं।
बेटा तू मेरी चूत से निकला है और मैंने ही तुझे अपने मोटे मोटे मम्मू का दूध पिला कर बड़ा किया है तेरी हर एक हरकत जो तू करता है या सोचता है मुझे पता है मुझे यह भी पता है कि पहले छोटा भी मेरी चूत लेने के चक्कर में था पर उसका पड़ोस वाली पिंकी से टांका फिट हो गया तो वह मैं कच्चे कच्चे आमीऔं को दबाकर तथा उसकी नाज़ुक चूत में अपना लौड़ा डाल कर अपने को बहुत खुश समझता है उसकी इस हरकत को भी मेरा आशीर्वाद है।
जब बेटे की शादी होती है तो मां अपने मन में कितना खुश होती है थी बेटों के लोगों एक प्यारी सी चूत मिल गई है पर बेटा नई चूत के चक्कर में बचपन से मां की जिस चूत को पाने का ख्वाब देखता है उसको धिक्कार देता है बहुत ही कम भाग्यवान बच्चे होते हैं जिनको मां और बीवी दोनों की चूत का मर्दन करने का मौका मिलता है मुझे पता है बेटा तू बहुत कर्तव्यनिष्ठ है इसलिए तुझे दोनों कम से कम दो चूतों का रस मिलेगा आज तेरा उद्घाटन हुआ है अब तू जी भरकर मन लगाकर मां की सेवा कर तथा मां को खुश कर इसके बदले में मां तेरी दिली तमन्ना को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी
मैं बोला मां मुझे बहुत सालों से तुम्हारी असंतुष्टि का पता था पापा कभी-कभी तो आते हैं और उसमें भी हर बार पता नहीं उनको आपकी चूत लेने का मौका मिलता है या नहीं और वह भी पता नहीं मुट्ठ मार कर गुजारा करते हैं या वहां पर उन्होंने किसी चूत का इंतजाम किया हुआ है पर तुम दोनों का जीवन हमारे लिए बहुत कष्टप्रद रहा है। मां हंसी और बोली बेटा तेरे पापा से मुझे कोई शिकायत नहीं है वह जब भी आते हैं, जब भी मौका मिलता है मेरी कसकर बजाते हैं और बार-बार लेते हैं अपने लिए भी अपनी पूरी कसर कर लेते हैं कोटा पूरा करके ही जाते हैं । कोकशास्त्र का कोई भी आसन उन्होंने छोड़ा होगा क्या?
क्या मुझे पता नहीं है जब तेरे पापा मुझे चोद रहे होते हैं तब तुम दोनों भाईयों में जो जो भी हमारी आवाज सुन रहा होता है या ह्अंधेरे में हमारी छाया को देख रहा होता है उसका हाथ कैसे तेजी से अपने लंड पर चल रहा होता था। मां हूं तेरी सब पता है मुझे मुझे पटाने की कोशिश मत कर।
मैं बोला अगर तुम संतुष्ट हो तो इस पतले से पेटिकोट और झीने ब्लाउज मैं सारा दिन अपने भारी भारी चूतड़ दिखा कर और अपने दूध भरे मोटे मोटे मम्मे कलश दिखा कर मुझे क्यों बेचैन करती रहती थी।
मां ने मेरी पप्पी ली, बेटा, मेरे राजू बेटा मेला प्याला बेटा, कहकर मां ने मेरे लन की पप्पी भी ली और मेरे को अपने मम्मों पर झुकाकर बोली तुझे कहां बेचैन करती थी तुझे तो प्यार करती थी, मैं सोचती थी कि पिंकी को तू पटा लेगा और उसकी ले लेगा पर तू बुद्धू पढ़ाई में ही लगा रहा और तेरा भाई पिंकी के मर्तबान में रखा शहद चाट गया और तू मेरे हिलते माम्मौं तथा थिरकते नितंबों के पीछे ही अपना लंड हिलाता घुमता रह गया। मां ने मेरा लंड हाथ से मुठिआने लगी जिससे मेरे ऊपरी त्वचा सुपाड़े से ऊपर नीचे आने लगी अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था और मां की चूत भट्टी की तरह तपने लगी थी मैंने मैंने मां के पैर उसकी छातियों पर रखकर उसकी आंखों में देखा और निशाना लगाकर अपना लनड पूरा-पूरा अपनी प्यारी मांसल मां की चूत में घुसा दिया मां कसमसाई सिसकारियां ली और नीचे से अपनी गांड को हिलाने लगी मैंने भी अपनी रेलगाड़ी ऊपर से शुरू कर दी, कल से अब तक तीसरी बार कर रहा था और उससे पहले चाची के साथ एक बार वीर्यपात करवा चुका था इस नाते मेरा लौड़ा बहुत संतुष्ट अवस्था में मां की हरी- भरी चूत का बाजा बजा रहा था मैंने धक्के मारते मारते अपने दोनों हाथ मां के कंधे से हटाकर उसके मम्मों पर रख दिए और कुछ देर बड़े-बड़े शॉट मारे फिर अपना हाथ मां की पीठ के नीचे से निकाल कर उसके मम्मों को अपनी छाती में जकड़ लिया मां ने पैर सिधे किए और मैं मां की टांगों के बीच में सीधा लेट कर अपना मस्त डंडा मां की गहरी सुरंग में डालने लगा फच फच फच आवाज आ रही थी जब मेरा लन्ड मां की चूत से मिलता तब धप धप की आवाज आती थी मां ने अपने दोनों हाथ से मेरे नितंब आने लगी और मैं भी अपने दोनों हाथों को नीचे लाकर मां के नितंबों को जकड़ कर जोर जोर से धक्के लगाने लगा इतने में मां का शरीर एंठने लगा और मेरे शरीर में भी रक्त का प्रवाह इकट्ठा होकर मेरे लंड की तरफ दौड़ने लगा हम दोनों एक दूसरे में समाने का प्रयास कर रहे थे ।
मां ने तो अपनी गांड इस तरह से ऊपर की कि लंड के नीचे अंडकोष की मां की चूत में समा जाएं और मैंने मां के नितंबों को इतनी जोर से दबाया कि हमारे बीच में हवा लायक भी जगह नहीं बची थी कुछ सेकंड इस तरह रहने के बाद हम दोनों झर झड़ाने लगे और गहरी सांसे लेते हुए मां ने अपना शरीर ढीला छोड़ दिया और मैं भी मां के ऊपर निष्चेष्ट लेट गया बाहर से हल्की सी धूप कूलर की खिड़की के ऊपर से बिस्तर पर आने लगी थी बाहर मकान मालकिन चाची और उसके पति की कुछ आवाज भी हमारे कानों में आ रही थी लगता था बहुत देर हो गई है पर हमारे में उठने की हिम्मत नहीं थी मैं चार बार वीर्य बात करके बहुत ही शांत महसूस कर रहा था पर मां को शायद पापा का भारी भरकम लन 5-6 बार लेने की शायद आदत होगी तभी उसे कोई थकावट नहीं लग रही थी उसने मेरा कंधा थपथपाना और बोली चल उठ कुछ खा लेते हैं
मैंने कहा मां क्या खाना है अपने शहद ही पिला दे
मां कहती हट पगले मेरे शहद और तेरे मक्खन से क्या हमारा पेट भरेगा
खाना खा और थोड़ी पढ़ाई कर ले, सारा ध्यान मां को चोदने में लगा देगा तो पढ़ेगा कब ध्यान से पढ़ाई कर अच्छे नंबर ला ताकी तेरी अच्छी नौकरी लगे और एक बड़ा सा मकान मिले जिसमें एक कमरे में मैं तेरे पापा हैं दूसरे में तेरी चूत वाली बीवी और एक अलग कमरा जिसमें रात को पापा की नजर बचाकर मैं आऊंगी और अपनी बीवी की नजर बचाकर तुम आना और मां बेटे अच्छे से अपना मिलन करेंगे
मैं बोला अगर मेरी बीवी समझदार हुई तो हम तीनों इकट्ठे भी एक दूसरे को सुख दे पाएंगे
वह तो बाद की बात है, अरे तेरी बीवी को तो आने दे और उसे पढ़ ले और उससे पहले खाना खा ले यह कहकर मां उठी अपना पेटिकोट और ब्लाउज पहना, मेरे नंगे बदन पर चद्दर डाली तथा दरवाजा खोलकर किचन की तरफ चल दी

अगली आपबीती कहानी जल्दी ही ......
चाची के बारे में......
Bohol barhiya update diya bhai.
 
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