गोवा ट्रिप
मेरे कॉलेज की पहले वर्ष की गर्मी की छुट्टियां हुई तो पापा ने गोवा घूमने का प्रोग्राम बनाया और हफ्ते के लिए वहां होटल बुक कर दिया मां का समुंदर किनारे घूमने का यह पहला अवसर था इसलिए मां बहुत उत्साहित थी जाने की तारीख से एक महीना पहले ही मां दिन-रात मेरे से गोवा ट्रिप की बातें करती रही मां ने वहां गोवा समुद्र तट पर घूमते नंगे विदेशी सैलानियों के बारे में सुना और और वहां पर बीच पर ही नंगी चुदाई के किस्से सुने थे तो मैंने मां को बताया कि वहां तो विदेशी ही नहीं कई देसी नवविवाहित जोड़े भी बीच पर बिल्कुल नंगे होते हैं और थोड़ी सी ही ओट देख कर चुदाई भी कर लेते हैं होटलों में तो कोई रोक-टोक नहीं है लोग खुली शराब पीते हैं और मस्त होकर अपनी जवानी और सेक्स के पूरे मजे लेते हैं और मां बोली कि तेरे सामने पापा मेरे साथ नंगे घूमेंगे तो मुझे शर्म आएगी चूत
मैं बोला पापा तो बहुत ज्यादा खतरा उठा रहे हैं पापा ने होटल में 3 बेड का एक ही कमरा बुक कराया है मां बोली पापा सोचते होंगे कि बचपन में जैसे तू सो जाता था और हम चुदाई करते थे पापा अभी भी वैसे ही चुदाई कर लेंगे
मैंने हंसकर मां को चिकोटी काटी और बोला मां तब भी मैं कहां सोता होता था मैं और भाई जागते हुए तुम्हारी चुदाई को देखते और सुनते थे
मां: इसीलिए तुम दोनों बच्चे बहुत बिगड़ गए हो
मैं बोला बिगड़ा तो भैया था जिसने पड़ोसन को पटा कर उसकी चूत ले ली मुझे तो शरीफ होने के कारण तुमने ही अपनी चूत का प्रसाद दिया था
मां ने मुझे आलिंगन किया और बोली नहीं रे बेटा तुझे मैंने कुछ नहीं किया वह तो मेरी भी जरूरत थी हम मां बेटा दोनों घर में प्यासे थे और काम की आग में जल रहे थे तो मैंने सोचा कि हम दोनों एक दूसरे का सहारा बन सकते हैं
मैंने बात बदलते हुए कहा कि अब गोवा में कैसा होगा दिन में हम बाहर बीच पर घूमेंगे और रात को पापा मेरे सोने की एक्टिंग को र सच समझ कर तुम्हें चोद डालेंगे और मेरा फनफनाता हुआ लंड सिर्फ मेरे हाथों की मेहरबानी पर रहेगा
मां बोली सुना है वहां लड़कियां भी खुलकर चुदवा लेती हैं तू भी कोई साथी ढूंढ लेना
मैं: गोवा में सारे कपल्स जाते हैं और कुछ लड़कियां जो वहां मिलेंगी वह सिर्फ वेश्याएं होती हैं, और मैं सिर्फ तुम्हें और तुम्हें ही चोदने का प्रण ले चुका हूं
मां: जब तेरी शादी होगी तो सिर्फ मादरचोद बने रहने का तेरा प्रण कैसे पूरा होगा
मैं हंसकर बोला शादी से पहले ही बात करके ऐसी लड़की को ब्याहउंगा जिसे, मेरे तुम्हारे संबंधों का कोई एतराज नहीं होगा
मां बोली ना रे मुझे नहीं तुझे हमेशा के लिए अपने साथ बांध के रखना, तेरी शादी तक तो तेरे पापा रिटायर होकर घर में रहना शुरू कर देंगे तो मैं उनके डंडे पर अपनी कामाग्नि टांग दूंगी और तू अपनी जवान मदमस्त बीवी को मन लगाकर खुश रखना कहकर मां ने मेरे गालों पर प्यार से पप्पी ली
मैं बोला: अभी तो मां मन लगाकर तुम्हारी योनि की सेवा ही करने का मन है पर गोवा में कैसे होगा
मां बोली: एक हफ्ते की ही तो बात है और बीच में कभी मौका मिलेगा तो तू अपना डंडा अपनी जन्मभूमि में ठोक लेना और बाकी समय स्वयंसेवा कर लेना जैसे तू बिस्तर पर तकिया लिटा कर मां की कल्पना करके अपना लोड़ा रगड़ा करता था वैसे ही कर लेना
मैं चौका और बोला मां तुम्हें सब पता है? मां बोली : कितनी बार तेरे वीर्य से सनी हुई चादर और तकिए मैंने सूंघकर चाटने के बाद धोए हैं
मैंने मां को दोबारा चूमा, मां तू कितनी अच्छी है, अभी चाटने का मन है तो मैं तेरे लिए ताजा ताजा जूस निकाल देता हूं
मां: वह तो मुझे पता है, मेरा कुछ इस तरह का करने का मन करता है । तेरा भी तो कुछ उल्टा पुल्टा करने का मन करता होगा ?
मैंने हां भरी और कहा: कई बार तुम्हारे मुंह को चोदना चाहता हूं और तुम्हारी गांड मारने की भी मेरी इच्छा है
मां बोली : हट परे मुंह से तो लूंगी, आइसक्रीम की तरह अपने मुंह से चूस लूंगी लालीपाप की तरह धीरे धीरे तेरे को लोड़े को चाट चाट कर छोटा कर दूंगी पर गांड में नहीं लूंगी
मुझे हैरानी हुई कि मैं हर चीज में मां मेरा साथ देती है गांड मरवाने से क्यों बिदक रही है तो मैंने पूछा क्या हुआ ?
मां: फिर कभी पूरी बात बताऊंगी, बचपन में एक बार तेरे मामा ने मेरी गांड मारने की कोशिश की थी उस समय चूत और गांड का फर्क तो पता नहीं होता था तो गांड मारने की कोशिश में हम दोनों बहुत निराश हो गए तब से मुझे पीछे से करवाने में कोई रुचि नहीं है
मुझे हैरानी हुई कि मां बचपन से ही कुछ ठरकीपना करती रही है, पर हां, सब बच्चे कुछ ना कुछ करते ही हैं
कुछ बड़े होकर और कुछ बहुत छोटे घर-घर खेलते हुए चुदाई का पहला अनुभव प्राप्त करते हैं चाहे वह चुदाई नकली सिर्फ ऊपर ऊपर की ही हो
यह बातें करते-करते मां गर्म हो चुकी थी तो मैंने मां का पेटीकोट ऊपर किया मां की जांघों को चूमने लगा मां ने मेरी कच्छी के अंदर हाथ डाल कर मेरे लोड़े को नापा और बोली यह तो बिल्कुल तैयार है
मैं बोला: मां तुम्हारी चूत की खुशबू में कहीं यह सांप फन फन आकर खड़ा हो जाता है तो मां बोली चली सांप को जल्दी से बिल में डाल दे बाद में और काम भी करने हैं
मैंने कहा: मां, हम हमेशा जल्दबाजी में रोटी खाने की तरह संभोग करके एक दूसरे को शांत करते हैं, कभी देर तक मस्ती करेंगे
मां बोली हां जैसे तूने पहली बार मेरी चुदाई करने से पहले एक डेढ़ घंटा मालिश करके मेरे मन को बेकाबू कर दिया था कि मैं तेरा लौड़ा अपनी चूत में डलवा लूं, कभी वैसे ही करेंगे पर अभी तो मेरे से रहा नहीं जा रहा ठोक दे अपना डंडा
मैंने नीचे झुककर मां की योनि को चूमा सीधा होकर अपने लोड़ा की योनि के ऊपर सेट किया और थकथकाधक टकाटक टकाटक धकाधक मां को पेलने लगा
मां जोर जोर से चिल्ला कर मेरे नितंब अपने हाथों से अपनी चूत पर दबा रही थी और अपने टांगो की कैंची से मेरे को पूरी तरह से अपने ऊपर चिपका रही थी
अपने होठों से मां ने मेरे गले और गालों को चूम चूम कर गीला कर दिया था काफी देर चुदाई करने के बाद हम दोनों शांत होकर अलग हुए और काम में लग गए
आगे की कथा कल ...
मेरे कॉलेज की पहले वर्ष की गर्मी की छुट्टियां हुई तो पापा ने गोवा घूमने का प्रोग्राम बनाया और हफ्ते के लिए वहां होटल बुक कर दिया मां का समुंदर किनारे घूमने का यह पहला अवसर था इसलिए मां बहुत उत्साहित थी जाने की तारीख से एक महीना पहले ही मां दिन-रात मेरे से गोवा ट्रिप की बातें करती रही मां ने वहां गोवा समुद्र तट पर घूमते नंगे विदेशी सैलानियों के बारे में सुना और और वहां पर बीच पर ही नंगी चुदाई के किस्से सुने थे तो मैंने मां को बताया कि वहां तो विदेशी ही नहीं कई देसी नवविवाहित जोड़े भी बीच पर बिल्कुल नंगे होते हैं और थोड़ी सी ही ओट देख कर चुदाई भी कर लेते हैं होटलों में तो कोई रोक-टोक नहीं है लोग खुली शराब पीते हैं और मस्त होकर अपनी जवानी और सेक्स के पूरे मजे लेते हैं और मां बोली कि तेरे सामने पापा मेरे साथ नंगे घूमेंगे तो मुझे शर्म आएगी चूत
मैं बोला पापा तो बहुत ज्यादा खतरा उठा रहे हैं पापा ने होटल में 3 बेड का एक ही कमरा बुक कराया है मां बोली पापा सोचते होंगे कि बचपन में जैसे तू सो जाता था और हम चुदाई करते थे पापा अभी भी वैसे ही चुदाई कर लेंगे
मैंने हंसकर मां को चिकोटी काटी और बोला मां तब भी मैं कहां सोता होता था मैं और भाई जागते हुए तुम्हारी चुदाई को देखते और सुनते थे
मां: इसीलिए तुम दोनों बच्चे बहुत बिगड़ गए हो
मैं बोला बिगड़ा तो भैया था जिसने पड़ोसन को पटा कर उसकी चूत ले ली मुझे तो शरीफ होने के कारण तुमने ही अपनी चूत का प्रसाद दिया था
मां ने मुझे आलिंगन किया और बोली नहीं रे बेटा तुझे मैंने कुछ नहीं किया वह तो मेरी भी जरूरत थी हम मां बेटा दोनों घर में प्यासे थे और काम की आग में जल रहे थे तो मैंने सोचा कि हम दोनों एक दूसरे का सहारा बन सकते हैं
मैंने बात बदलते हुए कहा कि अब गोवा में कैसा होगा दिन में हम बाहर बीच पर घूमेंगे और रात को पापा मेरे सोने की एक्टिंग को र सच समझ कर तुम्हें चोद डालेंगे और मेरा फनफनाता हुआ लंड सिर्फ मेरे हाथों की मेहरबानी पर रहेगा
मां बोली सुना है वहां लड़कियां भी खुलकर चुदवा लेती हैं तू भी कोई साथी ढूंढ लेना
मैं: गोवा में सारे कपल्स जाते हैं और कुछ लड़कियां जो वहां मिलेंगी वह सिर्फ वेश्याएं होती हैं, और मैं सिर्फ तुम्हें और तुम्हें ही चोदने का प्रण ले चुका हूं
मां: जब तेरी शादी होगी तो सिर्फ मादरचोद बने रहने का तेरा प्रण कैसे पूरा होगा
मैं हंसकर बोला शादी से पहले ही बात करके ऐसी लड़की को ब्याहउंगा जिसे, मेरे तुम्हारे संबंधों का कोई एतराज नहीं होगा
मां बोली ना रे मुझे नहीं तुझे हमेशा के लिए अपने साथ बांध के रखना, तेरी शादी तक तो तेरे पापा रिटायर होकर घर में रहना शुरू कर देंगे तो मैं उनके डंडे पर अपनी कामाग्नि टांग दूंगी और तू अपनी जवान मदमस्त बीवी को मन लगाकर खुश रखना कहकर मां ने मेरे गालों पर प्यार से पप्पी ली
मैं बोला: अभी तो मां मन लगाकर तुम्हारी योनि की सेवा ही करने का मन है पर गोवा में कैसे होगा
मां बोली: एक हफ्ते की ही तो बात है और बीच में कभी मौका मिलेगा तो तू अपना डंडा अपनी जन्मभूमि में ठोक लेना और बाकी समय स्वयंसेवा कर लेना जैसे तू बिस्तर पर तकिया लिटा कर मां की कल्पना करके अपना लोड़ा रगड़ा करता था वैसे ही कर लेना
मैं चौका और बोला मां तुम्हें सब पता है? मां बोली : कितनी बार तेरे वीर्य से सनी हुई चादर और तकिए मैंने सूंघकर चाटने के बाद धोए हैं
मैंने मां को दोबारा चूमा, मां तू कितनी अच्छी है, अभी चाटने का मन है तो मैं तेरे लिए ताजा ताजा जूस निकाल देता हूं
मां: वह तो मुझे पता है, मेरा कुछ इस तरह का करने का मन करता है । तेरा भी तो कुछ उल्टा पुल्टा करने का मन करता होगा ?
मैंने हां भरी और कहा: कई बार तुम्हारे मुंह को चोदना चाहता हूं और तुम्हारी गांड मारने की भी मेरी इच्छा है
मां बोली : हट परे मुंह से तो लूंगी, आइसक्रीम की तरह अपने मुंह से चूस लूंगी लालीपाप की तरह धीरे धीरे तेरे को लोड़े को चाट चाट कर छोटा कर दूंगी पर गांड में नहीं लूंगी
मुझे हैरानी हुई कि मैं हर चीज में मां मेरा साथ देती है गांड मरवाने से क्यों बिदक रही है तो मैंने पूछा क्या हुआ ?
मां: फिर कभी पूरी बात बताऊंगी, बचपन में एक बार तेरे मामा ने मेरी गांड मारने की कोशिश की थी उस समय चूत और गांड का फर्क तो पता नहीं होता था तो गांड मारने की कोशिश में हम दोनों बहुत निराश हो गए तब से मुझे पीछे से करवाने में कोई रुचि नहीं है
मुझे हैरानी हुई कि मां बचपन से ही कुछ ठरकीपना करती रही है, पर हां, सब बच्चे कुछ ना कुछ करते ही हैं
कुछ बड़े होकर और कुछ बहुत छोटे घर-घर खेलते हुए चुदाई का पहला अनुभव प्राप्त करते हैं चाहे वह चुदाई नकली सिर्फ ऊपर ऊपर की ही हो
यह बातें करते-करते मां गर्म हो चुकी थी तो मैंने मां का पेटीकोट ऊपर किया मां की जांघों को चूमने लगा मां ने मेरी कच्छी के अंदर हाथ डाल कर मेरे लोड़े को नापा और बोली यह तो बिल्कुल तैयार है
मैं बोला: मां तुम्हारी चूत की खुशबू में कहीं यह सांप फन फन आकर खड़ा हो जाता है तो मां बोली चली सांप को जल्दी से बिल में डाल दे बाद में और काम भी करने हैं
मैंने कहा: मां, हम हमेशा जल्दबाजी में रोटी खाने की तरह संभोग करके एक दूसरे को शांत करते हैं, कभी देर तक मस्ती करेंगे
मां बोली हां जैसे तूने पहली बार मेरी चुदाई करने से पहले एक डेढ़ घंटा मालिश करके मेरे मन को बेकाबू कर दिया था कि मैं तेरा लौड़ा अपनी चूत में डलवा लूं, कभी वैसे ही करेंगे पर अभी तो मेरे से रहा नहीं जा रहा ठोक दे अपना डंडा
मैंने नीचे झुककर मां की योनि को चूमा सीधा होकर अपने लोड़ा की योनि के ऊपर सेट किया और थकथकाधक टकाटक टकाटक धकाधक मां को पेलने लगा
मां जोर जोर से चिल्ला कर मेरे नितंब अपने हाथों से अपनी चूत पर दबा रही थी और अपने टांगो की कैंची से मेरे को पूरी तरह से अपने ऊपर चिपका रही थी
अपने होठों से मां ने मेरे गले और गालों को चूम चूम कर गीला कर दिया था काफी देर चुदाई करने के बाद हम दोनों शांत होकर अलग हुए और काम में लग गए
आगे की कथा कल ...
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