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Incest मां को अपना बनाया

Dharmendra Kumar Patel

Nude av or dp not allowed. Edited
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बहुत ही शानदार कहानी
 
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Awesome updates.....waiting....!!!!
 

vision244

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अपडेट

अगले दिन सुबह ही और अजय अभी तक सो रहा था।सुनीता उठ करके नहा धो कटके नाश्ता बनाने लगती हैं।सुधा भी अपने बिस्तर पर लेटी हुई थीं उसकी आंख अभी अभी खुली थी और फिर अचानक उसको रात में जो हुआ वो सब याद आ जाता है और सुबह सुबह उसकी बुर पानी छोड़ने लगती है।और फिर वो सोचती है वो अजय का सामना कैसे करेगी वो हवस के आग में इतनी आंधी हो गई कि उसने अपने सगे भाई को भी नहीं छोड़ा उसको अपने आप से बहुत नफरत होने लगी।और दूसरी ओर अजय भी अपने कमरे में उठ चुका था और उसका लन्ड उसके कमरे की छत की दीवार को सलामी दे रहा था।उसके दिमाग में सारा रात का मंज़र घूम रहा था।और इस वजह से उसका लन्ड एकदम खड़ा था।

सुनीता ने नाश्ता बना दिया था।और फिर सुधा और अजय अपना अपना नहा कर नाश्ता करने आते है दोनो में से किसी ने कुछ बात नहीं की और अजय नाश्ता करके दुकान के लिए निकल गया और सुनीता भी नाश्ता करके पड़ोस में चली गई।सुधा भी बर्तन साफ करके अपने कमरे में चली गई।और अपने कमरे में चली गई।और फिर बहुत देर तक कल की हुई घटना के बारे में सोचने लगी।और फिर अपने मन में बोली कि अजय से बात करना पड़ेगा।और तब तक बहुत समय बीत गया और सुनीता भी घास काटने निकल गई।

अजय भी दुकान में बैठ कर सोचा रहा था कि तभी उसकी फोन की घंटी बजती है और उसपे सुधा लिखा हुआ आ रहा था अजय की दिल की धड़कन बढ़ जाती है और वो फोन उठाता है और बोलता है।

अजय:हेलो

सुधा:अजय घर आ सकते हो क्या अभी कुछ बात करनी है और वो फोन काट देती है।

अजय बोलने ही वाला था कि फोन बंद हो जाता है।अजय कुछ देर सोचता है और फिर सविता को दुकान पे बैठा कर घर की तरफ चल देता है।घर में कोई नहीं था और सुनीता भी घास काटने चली गई थी।बस सुधा ही अकेले थी।अजय घर आ जाता है और घर का मैंने गेट खोलता है और उसकी आवाज सुधा के कान में जाती है और उसकी दिल कि धड़कन बढ़ जाती और अजय उसके कमरे में दरवाजा खोल कर अंदर चला जाता है।

अजय:हा दीदी बोलो क्या हुआ।

सुधा जैसे ही अजय को देखती है वो फुट फुट कर रोने लगती है।और बोलती है अजय मुझसे बहुत बड़ा पाप हो गया मेरे भाई और वो रोए जा रही थी।अजय पहले उसको चुप करवाता हैं और उसको पानी पिलाता है और फिर बोलता है कुछ गलत नहीं कि हो आप और गलती मेरी भी तो है बहुत देर बात सुधा शांत होती है।और अजय उसको बोलता है दीदी इसमें आपकी कोई गलती नहीं है

सुधा:नहीं गलती मेरी है।मैं गंदी गंदी पिक्चर देखती हु कहानी पढ़ती हु मैं हवस के पागल हु।

अजय:नहीं दीदी ऐसा कुछ नहीं है।और फिर कुछ देर के लिए दोनों कुछ नहीं बोलते है।

फिर कुछ देर बाद अजय बोलता है।दीदी एक बात बोलूं अगर आप बुरा न माने तो

सुधा:हा बोलो

अजय:पर पहले बताओ तुम गुस्सा नहीं करोगी।

सुधा:नहीं मैं नहीं करूंगी।

अजय:दीदी मैं आपको बहुत पसंद करता हूं एक औरत की तरह रात को आपके सपने देखता हु आपकी ब्रा और पैंटी भी लेकर कई बार मैने अपना पानी निकला है।मैं आपको इस हाल में नहीं देख सकता ही सकता है की आपको लगे कि ये तो बस जिस्म से प्यार करता है पर आप जो भी समझो पर मैं आपके बिना नहीं रहा सकता

सुधा:पर ये गलत है अजय हम दोनों भाई बहन है और लोगों का क्या करोगे क्या कहोगे उनसे।और ये समाज उनका क्या।

अजय:कुछ भी कही पर आपसे मैं प्यार करता हु और आप भी तो एक औरत है आपको मन नहीं करता इन आदमी आपकी प्यार करें आपके जिस्म के साथ खेले बताओ

सुधा:सही कह रहे हो तुम दिन रात में तड़पती रहती हु।सारी सहेली मुझसे अपने रात में क्या हुआ सब बताती है कैसे उनका पति उन्हें ठंडा करता है।और तड़प के रह जाती हु।

अजय:इस लिए तो बोल रहा हु किसी को कुछ पता नहीं लगेगा और एक बात बताओ क्या कल रात को जो हुआ किसी को पता चला नहीं ना तो फिर इस चार दिवारी के अंदर हमरा क्या रिश्ता हैं किसको कैसे पता चलेगा।

सुधा भी अजय के बातों में आ जाती और उसको भी एक मर्द की जरूरत थी वो सोचती है कि अगर अजय उसकी आग बुझा देगा तो क्या हो जाएगा और किसी को पता भी नहीं चलेगा और बदनामी भी नहीं होगी और घर का बात घर में रहेगी ।

और फिर अचानक सुधा अजय की तरफ बढ़ती है।और अपने होंठ अजय से मिला देती है पहले तो कुछ पल के लिए अजय कुछ समझ नहीं पता पर फिर वो उसका साथ देने लगता है।और दोनों एकदूरे में मिल जाते है।सुधा बहुत दिनों से प्यासी थीं ऐसा लगा रहा था प्यासे को पानी मिल गया हों।सुधा ने इस टाइम एक मैक्सी पहना हुआ था।अजग भी बहुज अच्छे उसे किस कर रहा था।और अजय का हाथ सीधा उसकी गांड़ पे जाता है और मैक्सी के ऊपर से ही उसके मसल देता है और एक तपड़ उसकी गांड़ पे जड़ता है।

सुधा:आराम से मेरे राजा मैं कही भागी नहीं जा रहीं हु।

अजय:क्या हुआ आपको अच्छा नहीं लगा।

सुधा:अच्छा?बहुत अच्छा लगा और तुम मुझे आप नहीं मेरे नाम से बुलाओ और मेरी कुछ इच्छाएं है क्या तुम उसे पूरा करोगे।

अजय अपना चूमना खत्म करके सुधा के दीवार के सहारे खड़ा कर देता हैआपने हाथों से उसकी मैक्सी को उठाकर उसकी कमर तक ला देता और तीन चार तपड़ मरता है और सुधा की आह निकल जाती है और अजय बोलता है।

अजय:मेरी सुधा रानी तेरी जो भी इच्छा हो बता मैं पूरा करूंगा।

फिर सुधा अजय से अलग होती है और अजय के हाथ में एक कागज का पेपर पकड़ती है और उसमें कुछ लिखा हुआ था

सुधा की कुछ इच्छाएं थी जिसको वो एक पेपर पर लिख कर रखा करतीं थी और ये एक राज था जो सिर्फ सुधा जानती थी पर आज उसका ये राज उसके भाई को भी पता लगने वाला था और सुधा वो आगाज अजय को थामा देती है।और अजय उस आगाज को पकता है और पढ़ने लगता है अजय हर एक लाइन को पढ़ कर सुधा की ओर देखने लगता है।और फिर खामोश हो जाता है।सुधा सहम जाती है की क्या उसकी इच्छा अजय पूरी कर पाएगा या नहीं और फिर अजय के चेहरे पे एक कामिनी मुस्कान आ जाती है।

अजय बोलता है वाह सुधा रानी तुम तो बहुत अलग निकली तुम इतनी चुदासी होगी मुझे उम्मीद नहीं थी मुझे नहीं पता था मेरी इतनी शरीफ सुधा रानी इतनी बड़ी रंड निकलेगी मुझे उम्मीद नहीं थी।और वो फिर वही एक सोफे पे बैठ जाता है और सुधा की अपनी ओर बुलाता है एक उंगली दिखाकर और सुधा किसी कुतिया की तरह उसकी तरफ बढ़ती है तभी अजय उसे रोक देता है और बोलता है ऐसे नहीं अपने चार पैरों पे आओ।

और सुधा किसी पालतू कुतिया की तरफ अपने घुटने के सहारे उसके तरफ चल देती है और जब वो उसके पास आती हैं तो अजय उसके बालों को गुच्छा बनाकर उसको बोलता है

अजय:मेरी रानी तेरी हर एक इच्छा पूरी करूंगा तुझे तो मैं रंड की तरह रखूंगा बोल बनेगी मेरी कुतिया।

सुधा:आपकी दासी बनकर रहूंगी मेरे मालिक आपकी कुतिया बनकर जो आप बोलो बस इस आग को ठंडा कर दो मेरे स्वामी

अजय फिर उसके बाल के गुच्छे को थोड़ा कस के पकड़ता हैं जिस से सुधा का सिर थोड़ा पीछे हो जाता है और अजय अपनी एक उंगली से उसके होंठ के चारों तरफ उंगली घूमता रहता है सुधा अपना मुंह खोलकर उस उंगली को चूसना चाह रही थी पर अजय उसे आंखों से मन कर देता है।और सुधा तड़प उठती है।अजय को मजा आ रहा था उसे तड़पने में और फिर कुछ देर बाद अजय अपनी उंगली सुधा के मुंह के अंदर डाल देता है और सुधा बहुत खुश हो जाती है और उसे चूसने लगती है अजय फिर कुछ देर अपनी उंगली चुसवाने के बाद अपनी उंगली से सुधा के मुंह को चोदने लगता है और सुधा के मुंह से थूक उसके होंठों से होकर नीचे गिरने लगता है और वो नीचे देख रहीं होती है तो अजय बोलता है

अजय:साली चिनार आंखों में देख मादरचोद रण्डी की बच्ची आंखों में देख

सुधा जैसे ही अजय की आवाज सुनती है वो ऊपर सीधा अजय की आंखों में आंखे डाल कर उसके उंगली चूसने लगती है।और अजय कुछ देर बाद अपनी उंगली उसके मुंह से निकलता है तो उसके उंगली से उसके होंठों तक एक थूक की लार थी जो जोड़ रही थी और सुधा सूड़क करके वो पूरा थूक अपने अंदर ले लेती है।फिर वो अजय से कहती है

सुधा:मेरे राजा अपने तो मुझे ऐसे ही खुश कर दिया और आपके मुंह से गली बहुत प्यारी लगती है मालिक पर अपने पूरा पेपर पढ़ा नहीं मेरे राजा

अजय फिर उस आगाज को उठाता है और उसको पलटता हैं और फिर पढ़ने लगता है तो वो थोड़ा अजीब महसूस करता है और खुश भी होता और सुधा से पूछता है

अजय:क्या तुम ये सच में चाहती हो

सुधा:हा मेरे राजा मैं सच में ये चाहती हु और ये एक मेरी एक इच्छा है।कि मम्मी और मुझे कोई एक ही आदमी चोदे पहले तो ये इच्छा असंभव लगती थी और अगर कोई मर्द मिलता भी तो बदनामी का डर रहता पर अब तो तुम हो मैं चाहती हु कि ये इच्छा पूरी करदो मेरे राजा

अजय:मैं भी मां को बहुत पसंद करता हु और उसे कुछ देखना चाहता हु और उसे भी एक औरत की तरह प्यार करता हु पर इसके लिए मुझे कुछ समय चाहिए क्योंकि मम्मी को चुदाई के लिए राजी करना होगा और बात सही है बाहर का आदमी से बदनामी होगी और मैं नहीं चाहता कि इतनी कुमुक और चुदासी औरते को कोई बाहर वाला भोगे तुम दोनों रंडियों के लिए मैं ही काफी हु पर मेरी भी कुछ इच्छाएं है।

सुधा:बोलो मेरे राजा बेचिजक बोलो

अजय:मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं तुमसे और मां से तुम दोनों को अपनी दुल्हनिया बनाना चाहता हूं भले ही बाहर वाले की लिए भाई बहन और मां और बेटे हो पर इस घर की चार दिवारी के अंदर हमरा रिश्ता पति पत्नी का होना चाहिए।मैं चाहता हूं तुम दोनों मेरे लिए सजो धजो मेक अप करो सिंदूर लगाओ और मेरे नाम का मंगलसूत्र पहनो बोलो क्या मुझसे शादी करोगी

सुधा की आंखों से अंशु बहने लगते है और वो कहती है

सुधा:मेरे राजा तुम्हारे लिए तो मैं जान दे सकती हु एक औरत की इच्छा होती है की वो सजे धजे और अपने पति का इंतजार करती है कि वो जब आएगा तो उसके जिस्म के गर्मी के शांत करेगा उसको तबियत से चोदेगा और उसके हर अंग अंग में दर्द देगा इसी दर्द के लिए तो औरत तड़पती है मेरे राजा।मैं तुम्हे अपने तन मन धन से तुम्हे अपने स्वामी मानती हु और ये जिस्म अब सुधा का नहीं रहा आपका है मेरे मालिक इस अभगन के जीवन में खुशी देने के लिए आपका दिल से शुक्रिया और आपके खुशी के लिए ये सुधा कुछ भी करेगी और आप भी मुझ पर कोई दया या रेहम मत कीजिएगा आप जैसे चाहे मेरे जिस्म को वैसे भोगे ये सुधा अब आपकी दासी है

अजय:अजय इतने सुनने के बाद एक बहुत हीं गहरा किस सुधा को करता है और इसी दौरान दोनों का थूक एक दूसरे पीने लगते है और अजय फिर से उसके बालों को गुच्छा बनकर कस करके पकड़ता है और बोलता है मुंह खोल साली और जीभ बाहर निकल

और सुधा अजय के आज्ञा का पालन करती हुई अपन जीभ बाहर निकलती है।और अजय एक बड़े थूक का लौंद बनकर करके वो सुधा के मुंह के अंदर सीधा थूकता है और सुधा बड़े प्यार से उस थूक को गटक जाती है और जो थूक उसके होंठों पे लगा होता है उसे अपने जीभ से चाट जाती है और अजय से अपनी जीभ निकल कर और थूक की भीख मांगती है।

सुधा:मेरे मालिक आपका थूक और दीजिए बहुत स्वादिश्ट है।

अजय:अजय अपना हाथ मैक्सी के ऊपर से ही उसके बुर पे रखता है और वो जगह पहले से ही गीली होती है और उसे अपने हाथों से कसकर के सहलाने लगता है और सुधा की सांस ऊपर नीचे होने लगती है।

सुधा:आह आह आह आह मेरे मालिक बस ऐसे ही मेरे स्वामी रखिएगा मत आज इस कुतिया को ठंडी कर दो मेरे राजा इस अभगन को तृप्त कर दो ऐसे की सुधा बढ़ बढ़ करने लगती है और जैसे ही उसे महसूस होता है कि वो झड़ने वाली है अजय अपना हाथ उसकी बुर से हटा लेता है और सुधा तड़प के रह जाती है

अजय:चिंता मत कर मेरी रानी तेरा पानी निकल दूंगा मैं पर अभी भी तुझे भी तो थोड़ा तड़पना होगा जैसे मैं तड़पा हु और मैं पहले मम्मी को चोदूंगा फिर तुझे और तब तक तुझे अपनी बुर पे हाथ नहीं लगना है और हाथ लगाया तो एक महीने तक मैं तुझे हाथ नहीं लगने वाला।

सुधा:ऐसा जुल्म मत कीजिए राजा कम से कम बुर को सहला कर पानी तो निकल दीजिए आप भले ही मम्मी को अपना प्यार पहले देना पर इस कुतिया पे रेहम करो मालिक

अजय:नहीं तुझे इतना तो करना पड़ेगा।

सुधा: ठीक है आपके लिए मैं इतना तो कर ही सकती हु

और अजय सोफे से उठता है और सुधा की गांड़ पे तपड़ मारके कमरे से बाहर निकल जाता है।आज अजय बहुत खुश होता है क्योंकि सुधा जिसका वो सपना देखता था अब उसकी पर्सनल कुतिया बन चुकी है और अजय फिर अपने दुकान पे चला जाता है।
 

MarkHenry

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very very exciting and enticing writings! really extremely erotic and spicy story!
 

Laila khan

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Faadu update
 

vision244

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अपडेट दे दिया है...... प्लीज़ पढ़िए और अपनी अपनी राय दीजिए
 
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Nice...waiting
 
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Roger 24o

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