प्रमिला और रवि एक दूसरे में गूथें हुए प्रमिला के रूम में घुसे और लॉक कर के सीधे पलंग पर बैठ गए अब रवि मां को बुरी तरह होठों में होंठ मिलाए चूस रहा था, फिर प्रमिला के ब्लाउज के हुक खोलकर ब्रा को ऊपर कर के दोनों पहाड़ों को निचोड़ने लगा, प्रमिला वासना में बहती हुई अधमरी सी हो गई, रवि बोला मम्मी आपने बहुत तरसाया है मुझे , जब यहां था तब भी और जब वहां reheb में था तब भी, प्रमिला कैसे ? यहां था तब आपने, इतना कहकर एक हाथ से मां की चूत को कपड़ों के ऊपर से ही दबोचते हुए कहा, आपने मेरे डंडे को कभी इसमें एंट्री नहीं दी , बस हाथ से ही डंडा घुमाती रही और वहां ये आपका शरीर सारी सारी रात जगाता रहा है, अब तो मुझे इसमें एंट्री लेने की परमिशन दे दीजिए मेरी प्यारी सेक्सी मां, तब प्रमिला सिसकती आवाज में बोली, मेरे बेटे तू अश्लील शब्द बोल तो बोल ही सकता हैं मगर गंदे और insulting शब्द कभी भी किसी औरत को चोदते या अपनी बांहों में लेकर में बोलेगा, मम्मी जान हां मैं अब बिल्कुल समझ गया हूं सेक्स में भी शालीनता का होना आवश्यक वरना वो औरत के जमीर और उसकी आत्मा को कचोटता है जिससे वो सेक्स को दिल से एंजॉय नहीं कर सकती है, अश्लीलता और मानसिक गंदगी में बहुत फर्क है।
फिर रवि मां की चूत को घिसने लगा जो अब बहुत पानी छोड़ रही थी, बोला अब तो मैं आपके अनुसार एक सभ्य बेटा बन गया हूं, क्या मेरी गदरीली मोटे मोटे बॉब्स और मदमस्त गांड की मलिका मेरी चुड़क्कड मम्मी मुझे अपनी रसभरी प्यासी टपकती चूत में मेरे हलव्वी मोटे और लंबे लंड को प्रवेश करने की अनुमति प्रदान करेगी। तूने तो इस लवडे को कहीं और मुंह मारने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है और अब जवानी के इस प्रचंड दौर में मैं किस चूत का दरवाजा खरखटाऊं, अब तेरी चूत ही तो मेरे लंड को तारनहहार और आरामगाह है जहां ये दौड़ेगा भी और चैन से उसमें ही आराम गरमाएगा।
तब अचानक परमिला रवि से दूर हुई और बोली रवि मेरी एक बात सुन जो मैने इन दिनों महसूस की है, रवि क्या, हैरानी से पूछा,
रवि मैने बहुत गौर से सोचा और पाया कि मैं selfish हो गई थी तुझे लेकर, जब जब कोई सेक्स का रिश्ता दुनिया की नजरों से छिप कर बनाया जाता है तो उसमे दोनों को ही पूरी छूट मिलनी चाहिए, एकाधिकार जैसा कोई बंधन न हो तो ही दोनों खुशी खुशी पूरे आनंद से उस अनैतिक वासनात्मक संबंध का मजा लूट सकते हैं, और दूसरी बात हर बेटा अपने मादक मां को चोदने की फिराक में रहता है और उसे मां की चूत ही दुनिया की सर्वश्रेष्ठ चूत लगती है, मगर जब तक वो दूसरी चूतों को चख न लें उसे कैसे अपनी मां की चूत का अनोखापन और श्रेष्ठता उजागर होगी।
रवि बोला हां मां मेरी गदरीली यौवन से चूत घोड़ी चूत की गर्मी से व्याकुल चुदासी मां, मैने तेरे हर अंग का स्वाद चखा है तेरी चूत का स्वाद मैने मुंह में भी लिया है बस मेरा लंड ही तेरी चूत के स्वाद से अनभिज्ञ है, बात तो सही है जब तक दूसरी औरत को चख न लूं तब तक तेरी श्रेष्ठता का अनुभव मुझे कैसे हो।
प्रमिला इसलिए मैंने तय किया है कि जब तक तू काम से कम दस चूतों का रसास्वाद न कर ले तब तक मेरी चूत पर तेरे लंड के लिए ताला पड़ा रहेगा, और जब तेरा लंड अपने ही घर की चूतों का बंटाधार कर के आयेगा तब मैं खुली चूत से तेरे चोदन में माहिर लंड का स्वागत करूंगी।
रवि आपने तो कमाल कर दिया मुझे सेक्स के सागर में स्वच्छंद तैरने के लिए छोड़ दिया, मगर वो दस औरतें है कौन ये तो बताइए।
प्रमिला पहली मैने तेरे लिए ढूंढ ली है जल्द ही उसे तुझसे मिलवाती हूं मगर खबरदार जब तक मैं न कहूं उसे तू हाथ भी नहीं लगाएगा और बाकी भी तुझे मैं दूंगी और हां यदि तुझे कोई हमारे परिवार में पसंद आए तो मुझे बताना मैं उसे तेरे लिए तैयार करूंगी या उसे पटाने में तेरी मदद करूंगी क्योंकि एक औरत दूसरी औरत की बात आसानी से मान लेती बजाय एक नए मर्द की।
मजूर है मां आपने मेरे दिल की बात कर दी मैं कई कई औरतों को चोदने की चाह लेकर आया हूं मगर डर रहा था कि कहीं आप मेरे मन की बात जान गई तो मुझे घर से निकाल दोगी।
हां मेरे बच्चे मैं तेरे लंड को बहुत चोदने के लिए चूत दूंगी मगर किसी भी कुंवारी चूत को चोदना सख्त मना है ये मेरा उसूल है समझा।
हां हां मेरी चुदासी और चूत मैनेजर मां, क्योंकि तू ही तो मेरे लिए चूत मैनेज करेगी।
इतना कह कर लपक कर मां के पास गया और जल्दी से उसे नंगा कर दिया और बाहों में भरकर कान में बोला हाय री चुड़ककड़ औरत सिर्फ तेरी चूत पर ही ताला है न बाकी तो open to use है ना प्रमिला डार्लिंग, हैं हैं मेरे चोदू बेटे, सिर्फ चूत और गांड पर ताले है लेकिन मेरे मुंह पर कोई ताला नहीं है ये सुनकर रवि ने मां को फर्श पर बैठाया और उसका मुंह अपने फनफनाते लंड पर रख दिया प्रमिला भी कई दिनों से तरस रही थी बेटे के लंड के लिए उसने रवि से कहा एक मिनिट रुक तू हट और वो पलंग पर पीठ के बल लेट गए और बोली अब दे तेरा लंड उल्टा होकर और तू मेरी चूत चाट, रवि ने लंड मां के मुंह में डाला और मां दोनों जांघें चौड़ी कर के मां की रस बहाती चूत को मुंह में भर लिया, अब दोनों मां बेटे चुसाई में लग गए और मुंह से हुनहुन्हु की आवाज के साथ जुट गए एक सेक्स कर्म में , दोनों को असीम आनद aa रहा था रवि ने मां की चूत के पानी से एक उंगली गीली की ओर प्रमिला के गांड के छेद पर हौले हौले घूमने लगा परमिला इतनी मस्त हो गई और लंड निकाल कर बोलो रवि कितना और सुख देगा re मेरी इस चुदासी काया को और जोर से आँहें भरती हुई लंड को मुंह में भरकर लपालप चूसने लगी, रवि ने चूत रस से भीगी उंगली प्रमिला की गांड में आधा इंच अंदर डाल कर गोल गोल घुमाना शुरू कर दिया, और चूत को अपनी जीभ से तेजी से चोदने लगा, प्रमिला वासना में डूबी लंड चूसते हुए घायल हिरनी की तरह तड़पने लगी और अपने दोनों हाथों से दोनों निप्पल को मसलने लगी, वासना की आंधी जोरों पर थी और कोई पंद्रह मिनट की घमासन में प्रमिला छह बार ढही और फाइनली रवि का घोड़ा परमिला के मुंह में फायर करने लगा, प्रमिला लंड का फव्वारा मुंह में पाते ही सातवीं बार पूरे वेग से बहने लगी, दोनों ने एक दूसरे का रस आखरी बूंद तक चाट लिया और एक दूसरे के बाजू में पसर गए। तभी उनके दरवाजे पर दस्तक हुई।