जब रात हुई प्रमिला अनुराधा के रूम में गई और उसके पास बैठकर उसका हाथ अपने हाथ में लेकर बोली, अनु अब तेरी शादी होने वाली है तू अब lifee के उस phase में enter करने जा रही है जो अभी तक की तेरी दुनियां से एकदम अलग होगी जो कई सारी जिम्मेदारियां लेकर आएगी , पति की ओर सुसराल के अन्य सब रिश्तों की , तुझे वो सब पूरी ईमानदारी और सच्ची लगन से पूरी करनी चाहिए कोई ये शिकायत न कर सके कि तू अपना दायित्व ठीक से नहीं निभा पा रही है, मगर, अब प्रमिला ने अनु के दोनों हाथों को अपने हाथों में लिया और जोर से sensually दबाते हुए कहा, अनु लेकिन इन सब में तुझे खुद को ignore नहीं करना चाहिए, भगवान ने तुझे बहुत सुंदर जिस्म दिया है मैं देखती हूं तो खुद ,,,, और रुक जाती है कुछ बोलती नहीं, खुद क्या मम्मा बोलो ना, प्रमिला ने उसको खींच कर बहुत भींच कर गले से लगा लिया और एक मादक सा चुम्बन उसके गालों पर लगाया और कहा तू बहुत बहुत नशीली है री, अब जब तेरी शादी हो रही है तो मैं ये तुझे कह सकती हूं तू इस दौर में आ गई है जहां जिस्म औरत की पहली प्राथमिकता होना चाहिए अगर मौका और मन दोनों साथ दे तो सब जिम्मेदारियां कुछ समय के लिए भूल कर खुद के सुख और आनंद को पा लेना मेरी बेटी कोई संकोच और लिहाज मत करना, जैसा मैने अपनी शादी के शुरुआती समय में किया था और आज अब जब सब समझ आया तो पछता रही हूं, मेरी बेटी , तेरी काया मुझसे भी अनमोल है अनु इसे व्यर्थ मत जाने देना, अपनी खुशी और जिस्म की जरूरत के लिए कभी पीछे मत हटाना, यही मेरा उपदेश है तेरे लिए शादी के बाद के जीवन के लिए।
अनु मम्मी आपने जो कुछ कहा वो मेरे सिर के ऊपर से गया, आप ठीक से कहिए न, आप कहना क्या चाह रही हो।
मेरी बच्ची इससे ज्यादा मैं कुछ न कह सकुगी तू धीरे धीरे समय के साथ और तेरी स्वाति मामी की सोहबत में पूरा पूरा सिख जायेगी। एक बात बता दूं स्वाति मामी एक नेक दिल और त हैं और वो मुझसे भी ज्यादा तेरी अपनी हैं बेटा तू आंख बंद कर के उन पर भरोसा कर सकती है और जैसा भी वो कहे उनकी बात मानना और जो वो कहे वो करने में संकोच मत करना, समझना असली मां वही है तेरी। अब आज से तेरी शादी तक तू उनके साथ ही सोएगी और जितना अधिक से अधिक हो उनसे ज्ञान ग्रहण कर लेना, तेरी आने वाले अगले 25 सालों तक तेरे लिए बहुत उपयोगी होगी जब तक तू ढलने न लगे।
इतना कह कर उसे खड़ा किया और पूर्ण आलिगणबद्ध होते हुए उसके कान में कहा मेरी अन्नू अब कट्टर जवान हो गई है और उसको सब सुख देने की जिम्मेदारी मेरी और स्वाति मामी की है, जा अब स्वाति के कमरे में जा में उसे भेजती हूं बेटी।