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मे अपनी शादीशुदा दीदी की मेरी आंखों देखी हुई एक सच्ची कहानी आप सभी से साझा करना चाह रहा हूं
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Nhi है bhaiBhai story lazwab h par kya isme gif or pic bhi add kar do to maza aa
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Lajawab update diya brother...... story ka base hut mast banaya ........ update thoda bada do ho sake to chaho to hinglish me likh lo story thoda easy hoga .....baki story me abi tak 100 out of 100अपडेट 2nd
दीदी की शादी बड़ी धूमधाम से हो गई और अपने ससुराल चली गई शादी के शुरुआत के 1 साल में दे दी जयपुर में अपने ससुराल वालों के साथ रहे और हमारे घर भी आती रही जब तक सब ठीक चल रहा था लेकिन मुझे एक बात समझ में नहीं आई की दीदी के शरीर में शादी से भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ जबकि मैंने ऐसा सुना था की लड़की की शादी होते ही लड़की का गदराने लग जाता है शरीर में एक अजीब चमक उत्पन्न होती है लेकिन दीदी के साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ वह जेसी से शादी के पहले थी वैसे ही शादी के 1 साल तक रही उनके शरीर और उन्हें कुछ भी परिवर्तन नहीं हुआ हां थोड़ा बहुत परिवर्तन हुआ कि वह अब सलवार सूट कि जगह साड़ी और ब्लाउज पहने लग गई सिंदूर लगाने लग गई माथे पर बिंदी और थोड़ी बहुत सजसवरके के जरूर रहने लगे शादीशुदा लड़की के जैसे रोने लग गई जिससे वह थोड़ी बहुत सुंदर और नजर आने लग गई क्योंकि उनका शरीर रंग रूप बहुत अच्छा था मैं भी अपनी पढ़ाई में ध्यान देने लग गया और बुरे लोगों के संगत को छोड़ दिया.।
असली कहानी जब शुरू हुई जब वह जीजा जी के साथ जयपुर छोड़कर दिल्ली रहने चली गई मैं भी अपनी नेट की तैयारी के लिए जयपुर की जगह कोटा रहने लग गया और 1 साल तक में दीदी से मिली नहीं पाया गर्मियों की छुट्टियों में जब में दसवीं की परीक्षा देखकर घर आया तो मम्मी पापा ने दीदी को फोन किया और बोला कि तुम्हारा भाई की परीक्षाएं खत्म हो चुकी है और वह छुट्टी में घर आया हुआ है तो तू भी कुछ दिनों के लिए हमसे मिलने जयपुर आ जाओ और अपने भाई से भी मिल लेना हमें भी तुम्हारी बहुत याद आ रही है हमसे मिल लेना तो दीदी ने बोला मैं देखती हूं और मुझे भी खुशी थी कि दीदी से मिलेगी उन्हें देखी हुई है 1 साल के ऊपर हो चुका है तो मैं भी दीदी से मिलने के लिए बहुत ही ऊतस्क था
तीन-चार दिन बाद दीदी का फोन आया कि मैं कल जयपुर आ रही हूं और दो-तीन दिन आपके पास ही रहूंगी उसके बाद मुझे वापस आना पड़ेगा क्योंकि उनके खाने पीने में दिक्कत होती है इसलिए।तो पापा बोले ठीक है दो-तीन दिन बाद वापस से चली जाना।
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Update aacha h vk bhai ...lekin chhota h mana bade update likhne me mehnat jyada lagti h lekin fir bade update ka try karo .... best of luck for next updateअपडेट 3
तो दोस्तों में दीदी के साथ दिल्ली जाने के लिए रवाना हो रहे थे यह बात 2024 मई की है।
हम दिल्ली के लिए ट्रेन से ना जाकर टैक्सी से जाने वाली थे तो सुबह 10:00 बजे घर के बाहर आ गई हम सब तेयार हो चुके थे जाने के लिए।
दीदी ने फिर से आज साड़ी ओर गहरे गले का टाइट ब्लाउज पहन रखा था और साड़ी को बहुत ही टाइट तरीके से अपनी नाभि से चार इंच नीचे बंधा हुआ था जिससे उनकी गांड बहुत ही कामुक तरीके से और बहुत ही बड़ी नजर आ रही थी उनके गोरे चेहरे पर आज छोटी सी काली बिंदी लगा रखी थी। दीदी आज बहुत ही ज्यादा सुंदर लग रही थी हम सब तैयार होकर टैक्सी में बैठ गए।
टैक्सी ड्राइवर 25 साल का जवान लड़का था शरीर से भी थोड़ा ठीक था दीदी को देखकर लार टपकाने लग गया आगे की सीट पर जीजाजी और पिछे दिदी ओर मे बेठ गया और हम रवाना हो गए ड्राइवर बीच के शीशे से बार-बार दीदी को देखकर अपनी जीभ होठों पर फेर रहा था लेकिन दीदी ने ड्राइवर को बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया और आधा घंटे की दूरी तय करने के बाद दीदी आंखें बंद करके सोने लग गई
मैं भी दीदी के सट कर बैठ गया तेरी नजर सीधी उनके ब्लाउज में बन रही है चूचियों की घाटी पर पड़ी इतने करीब से उनकी चूचियां दिखने में और भी बड़ी बहुत ही सुडोल लग रही थी उनके सांस लेने से दोनों धीरे-धीरे ऊपर नीचे हो रही थी उनके बदन से आती मादक महक से अपने आपके कंट्रोल रखना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो गया था।
4 घंटे का सफर करके दिल्ली लगभग 3:00 बजे के आसपास दीदी के घर पर पहुंच गए जहां पर दीदी रहती है वहां पर एक छोटा सा मकान किराए पर लिए रखा था इसमें दो कमरे एक होल एक रसोई एक बाथरूम था। मकान छोटा था और यह एरिया लगभग अभी डेवलप हो रहा था इसमें ज्यादा मकान नहीं थे थोड़ी-थोड़ी दूर छोड़कर मकान थे लेकिन दीदी के जस्ट पास में एक मकान होता है बिल्कुल दोनों भी छत मिल गई थी वह भी से इसी तरह का मकान था लेकिन उसके ऊपर एक कमरा और बना हुआ था।
हम पहुंचते हैं जीजा जी को 5:00 बजे ट्रेन से कोलकाता के लिए निकलना था तो वह थोड़ा प्रेस ओके कपड़े जमा के 10 दिनों के लिए निकल गए घर पर मैं और दीदी दोनों ही बच गए थे गर्मियों के दिन थे इसलिए सफर की थकान की वजह से दीदी ने कहा कि कुछ देर आराम कर लो और मैं नहा लेती हूं मैं तो पूरे सफर में 1 मिनट भी सो नहीं पाया पूरे रास्ते में तो दीदी के गदराये बदन को देखा हुआ ही आया था और मेरे लंन्ड ने बहुत ही बुरा हाल कर रखा था इसलिए मैंने सोचा थोड़ी देर रूम में चलकर मुठ मार लेता हूं ओर दीदी के कामुक बदन को याद कर के मुठ मारने लगा मुठ मारते ही मुझे नींद आ गई और मैं सो गया.
शाम को 6:30 जब मेरी आंख खुली मैं उठा और कमरे से बाहर आया तो दीदी रसोई में कुछ कर रही थी और दीदी ने इस समय एक काली लेगी और व्हाइट कुर्ता पहन रखा था लगी उनके पूरी टांगों में की हुई थी जिससे उनकी मोटी मोटी जांगे साफ नजर आ रही थी उनकी गांड का सेफ बहुत ही बड़ा नजर आ रहा था मैं तो बस हर समय यही सोचता था आखिर यह गांड इतनी बड़ी कैसे हो गई कुर्ता था वह भी बहुत टाइट था जिसमें उनके दोनों चूचियां गोलाइयों में और बहुत बड़ी-बड़ी नजर आ रही थी।.
मैं रसोई के बाहार छिपकर खड़ा था और उनके कामुक बदन को निहार रहा था तभी दीदी के फोन पर किसी का फोन आया।
तो दीदी एकदम से बहुत ही खुश हो गई फोन को देखकर और अपने होठों पर कामुक मुस्कान आ गई दीदी ने फोन उठाया सामने वाले ने क्या पता मुझे नहीं सुनाया मेरा लेकिन दीदी ने जवाब दिया अभी 3:00 बजे पहुंची
काल पर सवाल....?
दीदी.,, हा व तो कोलकाता निकल गया 10 दिनों के लिए
काल पर सवाल....?
दीदी,,, नहीं प्लीज आप अभी घर मत आईए मेरा छोटा भाई मेरे साथ आ गया जयपुर से
काल पर सवाल....?
दीदी,, अरे मैं नहीं लेकर आई उसको वह साला चुतिया लाया है बोला कि हमारे साथ ही दिल्ली चल चल 5,,10 दिन दीदी के साथ रह लेना तुम दोनों को मिले हुए भी 1 साल के ऊपर हो गया है
मैं तो लेकर आना ही नहीं चाहती थी पर क्या करे
काल पर सवाल....?
दीदी,,, अभी नहीं रात को देखते हैं मैं कुछ जुगाड़ करती हूं मेरी भी चुत में बहुत तगड़ी आग लगी हुई है और हां सुनो ज्यादा शराब मत पीना आज मैं कुछ भी जुगाड़ करके तुम्हें बता दूंगी ओके
काल पर सवाल....?
दीदी,,, ज्यादा बड़ा नहीं है अभी वह छोटा ही है 17 साल का है अभी तो
काल पर सवाल....?
दीदी,,, ठीक है मैं तुम्हें बता दूंगी।
और हां आज बाहार ही खा लेना
काल पर सवाल....?
दीदी,, हां ठीक है मैं उसको सुला के जुगाड़ करती हूं कुछ।ओके बाय
दीदी को फोन पर ऐसी बातै सुनते ही मेरे तो दिमाग का ही ढक्कन खुल गया मेरी मासूम सी दीदी तो पूरी तरह से ही बदल गई है यह कैसी-कैसी बातें करने लग गई है अपने पति को ही चुतिया बोल रही है।
मेरे को तो अपने आप पर विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मेरी दीदी ऐसी हो चुकी है मैं थोड़ी देर बाद किचन में जाता हूं तो दीदी सब्जी काट रही थी शाम का लगभग 7 बजे का टाईम हो चुका था।
दीदी मुझे देखकर बोली उठ गया क्या मैं खाना बना रही हूं जब तक खाना बन तू टीवी वगैरह देख ले तो मैं दीदी को बोला नहीं मैं थोड़ी देर छत जाकर आता हूं दीदी बोली ठीक है
मैं किचन से निकाल कर छत पर जाने लगा सोच रहा था कि मुझे आज पता चल जाएगा और मुझे पता करना ही है की जिसने दीदी को इतना गदराया माल बनाया है आखिर कौन हे वह
जारी........