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Incest मेरी वासना और लॉकडाउन

कहानी को सिर्फ इन्सेक्ट ही रखना है की adultry भी बनाना है?

  • insect only

  • insect + adultry


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normal_boy

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आप सभी के स्नेह का धन्यवाद
में ये कहानी आगे नही बढ़ने वाला था पर आप सब के इतने सारे रिप्लाई और कमेंट्स ने मुझे मजबूर कर दिया है
एक पोस्ट रेडी है 15 मिनट में आ जायेगी
पर अब थोडा समय देना रोज अपडेट नही दे पाउँगा पहले की तरह... वर्क फ्रॉम होम चल रहा है
 

normal_boy

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कुछ देर बाद आँखे खोली तो देखा की पीछे बैठे हुवे खड़े हुवे लोग सीधे मेरी बहन की गांड को ही देख रहे है... मेने निचे देखा तो उसका स्कर्ट हवा से हल्का हिल रहा था में समझ गया की ये लोग भी उसी तरह स्कर्ट के ऊपर उठने का इंतज़ार कर रहे है जैसे में कर रहा था कार में

अब आगे
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कुछ ही देर में बस स्टॉप आ गया और हम बस से उतर कर मॉल की तरफ जाने लगे...

आयशा अब तक भूल चुकी थी की उसने पेंटी नहीं पहनी है वो बिंदास अपनी गांड को ठुम्काती हुई चल रही थी जिससे पुरे रास्ते भर लोगो की तोप उसकी जबराट जवानी को सलामी दे रही थी...



माल में जाते से ही आयशा ने मेरा हाथ ऐसे पकड़ लिया जैसे अपने यार के साथ घुमने आई हो... औए मुझसे बोली...

आयशा – मालिक बहुत प्यास लगी है... पहले चल के कुछ खा पि ले

मैं – हाँ क्यूँ नही... वैसे तुम्हे इतनी प्यास क्यूँ लगी है...

आयशा – अब आपसे क्या छुपाऊ मालिक... जब गांड के छेद पे लंड लगता है ना तो... गला तो क्या चूत भी सुख जाती है...

मैं – तो चलो वाशरूम चलते है... मेरे लंड के रस से तेरे गले और चूत की प्यास दोनों बुझा देता हूँ...

आयशा – मेरा वो मतलब नहीं था... पर अगर मालिक हुक्म करेंगे तो में मना नही करुँगी

मैं – गुड... एक अच्छी गुलाम का यही काम है... हमेशा अपने मालिक के सामने छिनाल की तरह रहना और एक रंडी की तरह उसका हर हुक्म मानना... और मुझे लगता है की तू एक बहुत अच्छी गुलाम बनेगी... चल सामने वाले रेस्तरा में चल कर तेरी प्यास बुझाते है

(और आयशा और में रेस्तो में जाकर एक बिच वाली टेबल पर बैठ जाते है... टेबल पर एक छोटा सा कपडा था जो ज्यादा निचे तक नही था... जिससे अगर कोई निचे बैठ के देखे तो उसे सब दिखेगा पर अगर कोई खड़ा ना हो तो उसे कुछ नहीं दिखेगा... मुझे शरारत सूझी और मेने आयशा से कहा )

मैं – आयशा में चाहता हूँ की तुम अपनी दोनों टांगो को खोल के बैठो और स्कर्ट को घुटनों के ऊपर तक लेलो

(आयशा को लगा में उसके साथ कुछ मस्ती करूँगा तो वो बोली)

आयशा - पर यंहा टेबल का कपडा बहुत छोटा है सबको दिखाई देगा अगर आपने ऊँगली करी या अपने पैर के अन्घुते से मेरी चूत मसली तो...

मैं – बहुत तेज हो रही हो... में कुछ नहीं करने वाला मुझे तो ये सोच के ही मजा आ जाएगा की टेबल के निचे मेरी बहन अपनी मस्त जांघे नंगी कर के बैठी है...

आयशा – बस इतना ही.. अभी खोल देती हूँ... बल्कि इतना खोल देती हूँ की आप लंड डालना चाहो तो आपको कोई दिक्कत ना हो... और स्कर्ट तो मेने घुटने के ऊपर वाली ही पहनी है जो बैठने से मेरी नंगी रानो के और ऊपर हो जायेगी

मैं – हाँ

(और आयशा जांघ खोल देती है और आँखों से इशारा करती है काम हो गया जिसके बाद में वेटर को बुला के आर्डर देता हूँ और वेटर आर्डर लेके आ जाता है )

वेटर – सर आपका आर्डर.. दो कोल्ड ड्रिंक

आयशा – अरे हमने बर्गर भी बोले थे

वेटर – सॉरी मेम सर ने सिर्फ कोल्ड ड्रिंक्स का आर्डर दिया था

आयशा – क्या मालीई... भाई बस कोल्ड ड्रिंक

मैं – अरे नही वो तो में बोलना भूल गया तुझ से बात करते हुवे (और कोल्ड ड्रिक उठा के उसे दिया और अपनी ड्रिंक लेते टाइम थोडा सा उसे निचे गीरा दिया, जिस को देख के वेटर बोला)

वेटर - ओह इट्स ओके में साफ़ कर देता हूँ ( और वो निचे फर्श साफ़ करने लगा.. पर जैसे ही वो निचे झुका उसकी आँखे बड़ी हो गयी... उसे वो दिखा जो मेने देखा था... फेविकोल के मजबूत जोड़ से ज्यादा चिपके हुवे चूत के होठ और बहार को निकला हुवा बड़ा दाना.. पर बेचारा कितनी देर निचे बैठ सकता था दोनों खड़े हुवे वो और उसका लंड )

वेटर – सर में अभी आपके बर्गर लाया

{और वो निकल गया तूफ़ान की तरह गया और बिजली की तरह वापस आया }

वेटर – मैडम आपका बर्गर (पूरी बत्तीसी दिखाते हुवे मेरी गुलाम की चूची तक झुका और फिर )

वेटर – सर आपका ( और हरामी ने गिरा दिया मेरे पैर के पास... मेरी बहन के चूत के दाने को देखने के लिए.. देखा एक दो मिनट और फिर बोला)

वेटर - सर में आपके लिए नया बर्गर और इसको साफ़ करने के लिए कपडा लाता हूँ
(पर बेचारे की किस्मत ख़राब की उसके मेनेजर ने देख लिया )

(मेनेजर मन में गांडू साला लड़की की चड्डी देखने के चक्कर में नुक्सान कर रहा है... अभी इसकी माँ चोदता हूँ )

मेनेजर – कन्हा जा रहा है...
वेटर – वो सर का बर्गर गिर गया वो देने जा रहा हूँ और फ्लोर की सफाई करने के लिए कपडा ले जा रहा हूँ...

मेनेजर – फ्लोर की सफाई रीना कर लेगी तू बर्गर इधर दे में दे दूंगा

वेटर – में कर दूंगा सफाई आप मुझे दो... क्यूँ बेचारी रीना को परेशां करना

मेनेजर – ये काम है उसका

वेटर – तो उसका काम आज में कर देता हूँ... कुछ बिगड़ थोड़े जाएगा...

(मेनेजर मन में सोचता है... ये हरामी इतना क्यूँ मरे जा रहा है में खुद देखता हूँ )

मेनेजर – ह्म्म्म पहली बार तूने सही बात कही... कुछ बिगड़ नही जाएगा ला कपडा दे में खुद साफ़ कर दूंगा इससे अपनी इमेज भी बनेगी...

वेटर – नहीं सर में करूँगा

मेनेजर – कपडा छोड़

वेटर – नहीं सर

मेनेजर – कपडा छोड़ेगा या नोकरी

वेटर – कपडा सर

मेनेजर – चल फिर निकल

और वेटर निकल गया

और मेनेजर कपडा एयर बर्गर लेके मेरी टेबल पे आ गया


मेनेजर – सर आपका बर्गर
मैं – मेने २ बर्गर साथ इसलिए बोले थे की में मेरी सिस्टर के साथ खाऊ... उसका खत्म हो गया है... और मेरा अब ला रहे हो..

मेनेजर – ( अच्छा बेटा एक और बर्गर फ्री चाहते हो ) सॉरी सर बुत वो वेटर की गलती थी इसमें में क्या कर सकता हूँ
मैं – कम से कम फ्लोर तो साफ़ करवा ही सकते हो..

मेनेजर – जी सर जरुर ( और मेनेजर निचे बैठ गया और साफ़ करने लगा और जैसे ही वो निचे बैठा मेने मेरी गुलाम को दोनों टांग फ़ैलाने का इशारा किया और उसने टाँगे फैला दी.. और बिचारे मेनेजर साब के मन में ये आया )


और जैसा की संत फ़क़ीर दास जी ने कहा




भला करन जो में चला... भला ना मिलय कोई...

चड्डी के चक्कर में... रेस्टोरेंट खाली होए
फकीरा
रेस्टोरेंट खाली होए

अब देखो पूरा रेस्टोरेट कैसे खाली होता है
 
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