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बेचारी गुड्डी, कोमल की हर कहानी में, गुड्डी की ही मारी जाती हैं।जावेद,
सच्च में एकदम मस्त माल, पूरा पठान का लौंडा, खूब चिकना, एकदम गोरा मूछों की जगह बस हलकी सी रेख, लेकिन सबसे जबरदस्त बात थी उसकी आँखों की चमक और मीठी मुस्कान, सच में एक बार उस मुस्कान को देख के ही कोई लौंडिया खुद नाड़ा खोल देती।
जावेद, मुस्कराते हुए कम्मो ने नाम बताया, लम्बाई ६ फीट १ इंच, उन्ही के गाँव का, अभी बी ए सेकेण्ड इयर में इसी साल गया है, गाँव के रिश्ते से भाई लगेगा, ...
और आगे की बात कम्मो ने जो उसकी अगली पिक दिखाई उसी से पूरी हो गयी, एकदम, टॉपलेस, सिर्फ एक हिप हगिंग देह से चिपकी जींस में
स्साला, क्या मस्त सिक्स पैक्स थे, खूब चौड़ी छाती और उतनी ही पतली कमर, एक एक मसल्स साफ़ साफ़ दिख रही थी, मैं समझ गयी थी एकदम पावरहाउस होगा। और वो बॉडी देखकर तो कोई भी लड़की पिघल जायेगी, मेरी ननद के भौरों से तो मीलों आगे, कम्मो ने एकदम सही चुना था,
" हे असली चीज दिखाओ न , ... " मैंने कम्मो से बोला,
" मेरे देवर से अच्छा तो नहीं होगा ,... अच्छा चल यार तेरा मेरा दोनों का भाई भी लगेगा ननदोई भी , ... दिखाती हूँ "
कम्मो मुस्करा के बोली,...
सच में रीतू भाभी ने मुझसे सुहागरात की अगली सुबह ही पूछा था, अपने नन्दोई के ' उसकी ' लम्बाई मोटाई ; और मेरे गाँव में वैसे भी जब कोई लड़की अपनी ससुराल से पहली बार आती तो भौजाइयां सब से पहले सुहागरात की हाल चाल के साथ ननदोई की ' लम्बाई, मोटाई ' सब कुछ पूछ लेती थीं, ... मैंने उलटा भाभी से बोला , आप सलहज हैं जब आप के नन्दोई आएंगे तो खोल के नाप लीजियेगा , हंस के वो बोलीं, तो क्या तुझसे पूछूँगी, तुझे तो छूने भी नहीं देंगी लेकिन कल नहीं बताया तो , छिनार रात भर गपागप मेरे नन्दोई का घोंटती हैं, नाप के बता भी नहीं सकती।
दो तीन दिन बाद मैंने जब उन्हें बताया की पूरे एक बित्ते का है, साढ़े आठ इंच के आस पास, तो उन्हें बिस्वास नहीं हुआ ,
अब तय ये हुआ था की कल जैसे हम लोग पहुंचगे , इनकी सलहज पहला काम यही करेंगी , इनकी सबसे छोटी साली से खुलवाकर, नपवाएंगी,...
सच में कम्मो भौजी के देवर से बीस नहीं तो अट्ठारह भी नहीं होगा , हाँ थोड़ा बहुत , लेकिन मोटाई में टक्कर का , पर जब कम्मो ने क्लोज अप दिखाया
तो मेरा कलेजा मुंह को आ गया.
उस स्साले का सुपाड़ा, मेरी मुट्ठी से कम नहीं होगा, खूब मोटा और एकदम कड़ा, ...
" कैसे , ... उसके पिछवाड़े,... इतना मोटा,... " थूक गटकते हुए मैं बोली।
" तभी तो मैंने इसे चुना, अपनी ननद के पिछवाड़े का फीता कटवाने के लिए ,
देवर से एक मामले में ये और बीस नहीं बल्कि पच्चीस छब्बीस है,.... रगड़ के जबरदस्ती पटक के चोदने में, लौंडिया बेहोश हो जाय , खून खच्चर हो जाये ये बिना पूरा ठेले छोड़ेगा नहीं, देवर का औजार तो फौलादी है लेकिन दिल एकदम मक्खन, ... "
ये मुझसे ज्यादा और कौन जानता था, मेरे चेहरे पर दर्द का एक कतरा ये बर्दाश्त नहीं कर सकते थे, पर मैं कुछ और सोच रही थी और मैंने कम्मो से पूछ लिया,
" मान लो कोल्हू का पर देसी कड़ुआ तेल लगा के तूने उसे दबोच के उसकी कसी गाँड़ में ये मोटा सुपाड़ा घुसवा भी लिया तो असली चीज तो गाँड़ का छल्ला, ..
कम्मो जोर जोर से हंसने लगी, फिर जब हंसी रुकी तो बोली,
अरे तभी तो असली मजा आएगा, वो चीखेगी, चिल्लायेगी , लेकिन ये बांस तो निकलने वाला नहीं है और ताकत बहुत जबरदस्त है इसमें,... वो तड़पा तड़पा के रुला रुला के ठेलेगा, ... जब टसुए बहाना बंद कर देगी तो दुबारा , और कस के , ...
सच में उसकी मसल्स देख के ही मैं समझ गयी थी जबरदस्त ताकत होगी इस लड़के में , लेकिन मुझे एक डर लग रहा था और उसका जवाब भी था कम्मो के पास ,
यही सोच रही हों न की कहीं हम दोनों के इस भाई का औजार देख कर ननद रानी भड़क न जाये, तो उसका इलाज है कम्मो के पास,... कम्मो बोली और जो प्लानिंग उसने बताई तो मैं मान गयी.
बेचारी गुड्डी, कोमल की हर कहानी में, गुड्डी की ही मारी जाती हैं।
हाँ बस तरीका अलग अलग होता है।
प्लानिंग बहुत अच्छी हैं, पूरी भी होगी।
Ohh babhi Ji kya planing h, aisi bhaujai sari nando ko mile, aur kisi ka to pata nahi par mujhe jarur.....जावेद,
सच्च में एकदम मस्त माल, पूरा पठान का लौंडा, खूब चिकना, एकदम गोरा मूछों की जगह बस हलकी सी रेख, लेकिन सबसे जबरदस्त बात थी उसकी आँखों की चमक और मीठी मुस्कान, सच में एक बार उस मुस्कान को देख के ही कोई लौंडिया खुद नाड़ा खोल देती।
जावेद, मुस्कराते हुए कम्मो ने नाम बताया, लम्बाई ६ फीट १ इंच, उन्ही के गाँव का, अभी बी ए सेकेण्ड इयर में इसी साल गया है, गाँव के रिश्ते से भाई लगेगा, ...
और आगे की बात कम्मो ने जो उसकी अगली पिक दिखाई उसी से पूरी हो गयी, एकदम, टॉपलेस, सिर्फ एक हिप हगिंग देह से चिपकी जींस में
स्साला, क्या मस्त सिक्स पैक्स थे, खूब चौड़ी छाती और उतनी ही पतली कमर, एक एक मसल्स साफ़ साफ़ दिख रही थी, मैं समझ गयी थी एकदम पावरहाउस होगा। और वो बॉडी देखकर तो कोई भी लड़की पिघल जायेगी, मेरी ननद के भौरों से तो मीलों आगे, कम्मो ने एकदम सही चुना था,
" हे असली चीज दिखाओ न , ... " मैंने कम्मो से बोला,
" मेरे देवर से अच्छा तो नहीं होगा ,... अच्छा चल यार तेरा मेरा दोनों का भाई भी लगेगा ननदोई भी , ... दिखाती हूँ "
कम्मो मुस्करा के बोली,...
सच में रीतू भाभी ने मुझसे सुहागरात की अगली सुबह ही पूछा था, अपने नन्दोई के ' उसकी ' लम्बाई मोटाई ; और मेरे गाँव में वैसे भी जब कोई लड़की अपनी ससुराल से पहली बार आती तो भौजाइयां सब से पहले सुहागरात की हाल चाल के साथ ननदोई की ' लम्बाई, मोटाई ' सब कुछ पूछ लेती थीं, ... मैंने उलटा भाभी से बोला , आप सलहज हैं जब आप के नन्दोई आएंगे तो खोल के नाप लीजियेगा , हंस के वो बोलीं, तो क्या तुझसे पूछूँगी, तुझे तो छूने भी नहीं देंगी लेकिन कल नहीं बताया तो , छिनार रात भर गपागप मेरे नन्दोई का घोंटती हैं, नाप के बता भी नहीं सकती।
दो तीन दिन बाद मैंने जब उन्हें बताया की पूरे एक बित्ते का है, साढ़े आठ इंच के आस पास, तो उन्हें बिस्वास नहीं हुआ ,
अब तय ये हुआ था की कल जैसे हम लोग पहुंचगे , इनकी सलहज पहला काम यही करेंगी , इनकी सबसे छोटी साली से खुलवाकर, नपवाएंगी,...
सच में कम्मो भौजी के देवर से बीस नहीं तो अट्ठारह भी नहीं होगा , हाँ थोड़ा बहुत , लेकिन मोटाई में टक्कर का , पर जब कम्मो ने क्लोज अप दिखाया
तो मेरा कलेजा मुंह को आ गया.
उस स्साले का सुपाड़ा, मेरी मुट्ठी से कम नहीं होगा, खूब मोटा और एकदम कड़ा, ...
" कैसे , ... उसके पिछवाड़े,... इतना मोटा,... " थूक गटकते हुए मैं बोली।
" तभी तो मैंने इसे चुना, अपनी ननद के पिछवाड़े का फीता कटवाने के लिए ,
देवर से एक मामले में ये और बीस नहीं बल्कि पच्चीस छब्बीस है,.... रगड़ के जबरदस्ती पटक के चोदने में, लौंडिया बेहोश हो जाय , खून खच्चर हो जाये ये बिना पूरा ठेले छोड़ेगा नहीं, देवर का औजार तो फौलादी है लेकिन दिल एकदम मक्खन, ... "
ये मुझसे ज्यादा और कौन जानता था, मेरे चेहरे पर दर्द का एक कतरा ये बर्दाश्त नहीं कर सकते थे, पर मैं कुछ और सोच रही थी और मैंने कम्मो से पूछ लिया,
" मान लो कोल्हू का पर देसी कड़ुआ तेल लगा के तूने उसे दबोच के उसकी कसी गाँड़ में ये मोटा सुपाड़ा घुसवा भी लिया तो असली चीज तो गाँड़ का छल्ला, ..
कम्मो जोर जोर से हंसने लगी, फिर जब हंसी रुकी तो बोली,
अरे तभी तो असली मजा आएगा, वो चीखेगी, चिल्लायेगी , लेकिन ये बांस तो निकलने वाला नहीं है और ताकत बहुत जबरदस्त है इसमें,... वो तड़पा तड़पा के रुला रुला के ठेलेगा, ... जब टसुए बहाना बंद कर देगी तो दुबारा , और कस के , ...
सच में उसकी मसल्स देख के ही मैं समझ गयी थी जबरदस्त ताकत होगी इस लड़के में , लेकिन मुझे एक डर लग रहा था और उसका जवाब भी था कम्मो के पास ,
यही सोच रही हों न की कहीं हम दोनों के इस भाई का औजार देख कर ननद रानी भड़क न जाये, तो उसका इलाज है कम्मो के पास,... कम्मो बोली और जो प्लानिंग उसने बताई तो मैं मान गयी.
एकदम, भौजाइयों की ननदों के लिए पिलानिंग हरदम तगड़ी ही होती है,जबरदस्त पिलानिंग है भौजाई
Thanks soooooooooooo much, aapke munh men ghee shakkar,... aur aap ko mil to gayi hai,.... Main hun na,....Ohh babhi Ji kya planing h, aisi bhaujai sari nando ko mile, aur kisi ka to pata nahi par mujhe jarur.....