If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.
अगले दिन सीमा, निशा के घर पहुंची।सुजाता हाल में बैठी थी। सीमा _नमस्ते आंटी।
सुजाता _नमस्ते बेटा। अच्छा huwa सीमा बेटा आ गई। मै तुम्हे ही काल करने वाली थी।
सीमा_क्या बात है आंटी? कुछ काम था क्या?
सुजाता _बेटा, निशा लंदन जाना चाहती है। मैने उसे बहुत समझाने की कोशिश की पर वो मेरा कहना नही मान रही। शायद तुम्हारा कहना मान जाए ।
सीमा _निशा कहा है आंटी, मै उससे बात करती हूं।
सुजाता _निशा ऊपर है बेटा अपने कमरे में।
सीमा, निशा के कमरे में जाने के लिए सोफे से खड़ी हुई।
तभी निशा कमरे से गाना गाने की आवाज़ सुनाई देने लगा।
निशा अपने कमरे में रखी पियानो पर बैठ कर उसमे अपना सिर रखकर गाने लगी,,,
लिखा हुआ है किस्मत में वो है एक दिन होना,,,,,,,
भूली बिसरी बातो को यारो तुम याद करोना,,,,
💕💕Welcome to KY records 💕💕 ► Subscribe Now :- Kanchan Yadav ►2024 New Dard Bhari Ghazal Kanchan Yadav : निकल गया दिल से ...
youtube.com
धीरे धीरे सीमा और सुजाता सीडी चढ़ते हुवे निशा के कमरे की ओर जाने लगी।
उसके कमरे के दरवाज़े पर जाकर खड़ी होकर दोनो निशा की गाना सुनने लगीं।
दर्द भरी गाने को सुनकर दोनो के आंखो से आंसू निकल गए।
गाना गाती गाती, निशा पियानो पर सिर रख कर सो गई।
सीमा उसके पास जाकर। उसके कंधे पर हाथ रखकर कर निशा को आवाज़ दी,,,
सीमा _निशा,, निशा,,,
निशा ने आंखे खोली,,,
निशा _सीमा, तुम यहां, कब आई,,
सीमा _जब तुम अपनी दर्द को बया कर रही थी।
निशा, आंटी क्या कह रही है तुम लंदन जा रही हो।
निशा _मै राज को भुल जाना चाहती हूं, सीमा।
मै यहां रहूंगी तो जी नही पाऊंगी,,,
सीमा _निशा, राजेश भी एक इंसान हैं, गलती हो जातीहै, उसे एक मौका देकर देखो। शायद वो सुधर जाए।
निशा _नही सीमा, बार बार वह गंदा दृश्य मेरे आंखो के सामने आता है, जो राज, रिया और उसकी सहेलियो के साथ कर रहा है। मै उसे माफ नहीं कर सकती।
सीमा _तुम्हे लगता है कि तुम लंदन जाकर राजेश को भुल जायेगी।
निशा _हां, उसे मै दिल से निकाल चुकी हूं। कुछ भूली बिसरी बाते है उन यादों को भी भुला दूंगी।
सीमा _निशा तुम मेरे तरफ देखो।
सीमा, निशा की आंखो में देखने लगी,,,
कुछ देर बाद,,
सीमा _पता है निशा, पहले की तरह आज भी तुम्हारी आंखो में मै नही दिखाई दे रही,,
आज भी तुम्हारी आंखों में राज दिखाई दे रहा है।
निशा खड़ी हो गई।
निशा _नही तुम झूठ बोल रही हो, उस आवारा के लिए मेरे दिल में कोई जगह नही है,,
निशा _जो से चीखती हुई बोली, आई हेट, राज,,
सुनी तुमने,, आई हेट , राज,
वह बेड पर सिर रख कर रोने लगी,,,
कुछ देर बाद,,
निशा _मै लंदन जा रही, हमेशा के लिए ये मेरा अंतिम फैसला है।
मैने वीजा के लिए एप्लाई कर दिया है।
सीमा _ठीक है निशा अगर यही तुम्हारी जिद है तो, कर लो अपनी इच्छा पूरी। पर मैं तुम्हारे भले के लिए कह रही हूं। एक बार तुम राज को मौका देकर देखो,,,
निशा _नही सीमा, अब राजेश मेरी नजरो से गिर चुका है,, पहले जैसे उसे मान सम्मान नही दे सकती।
सीमा वहा से चली गईं।
सुजाता _क्या huwa बेटा, निशा मानी क्या?
सीमा _नही आंटी, वह मानने को तैयार नहीं।
सुजाता _बेटा, मुझे तुम से एक निवेदन करना था।
सीमा _बोलो आंटी,,
सुजाता _बेटा, मेरे फूल जैसी बच्ची वहा लंदन में अकेली कैसे रहेगी। मै उसकी चिंता में मर जाऊंगी। बेटा तुम भी निशा के साथ अगर लंदन चली जाती तो। मै तुम्हारा यह अहसान जिंदगी भर नही भूलूंगी।
तभी निशा वहा पर पहूंच गई थी। अपनी मां की बात सुनकर निशा बोली,,
नही मां, मुझे किसी की मदद नहीं लेनी, मै अकेली ही रह लूंगी। मै नही चाहती मेरे कारण किसी दूसरे की जिंदगी खराब हो,,,
सीमा _वाह निशा वाह, बना दी न मुझे पराया।
बचपन से मै तुम्हारे साथ हूं। मैने सहेली नही हमेशा अपनी बहन माना है। तुम्हे क्या लगता है मै तुम्हारे बिना रह पाऊंगी?
मुझे दुख है कि तुम मुझे अब तक समझ नहीं पाई।
सीमा की आंखो से आंसू बहने लगीं।
निशा ने सीमा को अपने गले से लगा लिया,, और सीमा से बोली।
सीमा मुझे माफ कर दो मेरी बहना,,,
सीमा _निशा, तू जहां भी जाएगी मै तुम्हारे साए की तरह साथ रहूंगी। जहां निशा वहा सीमा। मुझे भी अपने साथ ले चलो निशा।
निशा और सीमा दोनो रोने लगे।
उन दोनो के बीच प्यार देखकर सुजाता की आंखे भर आई।
इधर सुनीता राजेश के कमरे में जाकर राजेश से पूछता है, जो उस समय अपने कमरे में उदास लेटा हुआ था।
सुनीता _बेटा, आखिर बात क्या है? कुछ बताता क्यू नही। क्या हो गया है तुझे, दिन भर गुमसुम सा रहता । तू जिम भी जाना बंद कर दिया है। मुझे तुम्हारी ये हालात देखी नही जाती।
राजेश _कुछ भी तो नहीं huwa है मां, मै बिल्कुल ठीक हू। तुम बेकार ही चिंता कर रही हो।
सुनीता _अभी तक नहाया भी नही है। नाश्ता का समय हो गया है।
राजेश _तुम जाओ मां, मै अभी नहाकर आता हूं।
सुजाता _जल्दी आना बेटा, हम सब टेबल पर तुम्हारा वेट कर रहे है।
राजेश _ठीक है मां।
राजेश नहाकर निकला और कपड़े पहन कर डाइनिंग टेबल पर पंहुचा। जहां सभी इन्तजार कर रहे थे।
शेखर _राजेश बेटा तुम्हारी मां कह रही थीं की तुम जिम जाना बंद कर दिए, कुछ बात है क्या?
राजेश _नही पापा, ऐसी कोई बात नही कल से जाऊंगा।
शेखर _ठीक है बेटा, कोई बात हो तो हम तुम्हारे मां ता पिता है हमसे शेयर किया करो।
राजेश _ठीक है पापा।
अगले दिन से राजेश जिम के लिए निकलता लेकीन वह जिम न जाकर नदी की ओर चला जाया करता। निशा के साथ बिताए पलो को याद करता रहता।
2दिन बाद जब राजेश जिम के लिए निकला।
भगत का फोन आया,,,
भगत _भाई कैसा है?
राजेश _, मै ठीक हू भगत ,तू कैसा है? कैसा चल रहा है सब।
भगत _सब अच्छा है भाई यहां, सबका अच्छा सपोर्ट मिल रहा है।
भाई आपको पता है न?
राजेश _किस बारे में।
भगत _यही की निशा और सीमा जी हमेशा के लिए लंदन जा रही है।
राजेश _क्या?
राजेश को गहरा धक्का लगा।
भगत _भाई मुझे आज दोस्तो से पता चला तो तुमको काल किया।
राजेश _कब जा रहें हैं?
भगत _भाई, दोस्त लोग बता रहें थे की उन दोनो को एयर पोर्ट पर देखे है। पूछने पर सीमाजीउन्हे ने बताया कि वे लंदन जा रहें हैं।
राजेश ने फोन जेब में रख दिया,,
भगत ने भाई भई चिल्लाता रहा, उसे राजेश की चिन्ता होने लगीं।
इधर राजेश अपनी बाइक को तेज गति से एयर पोर्ट की ओर दौड़ा दिया।
कुछ देर में ही वह एयर पोर्ट पहूंच गया था।
वह एयर पोर्ट में पागलों की तरह निशा को ढूंढने लगा।
कुछ देर में ही निशा सुजाता और सीमा तीनो के बेंच पर बैठी हुईं दिखी।
राजेश तेज तेज सांस लेता huwa खडा होकर निशा की ओर देखने लगा।
शायद फ्लाइट थोडा लेट था तो वे वेट कर रहे थे।
सुजाता उन्हे छोड़ने आई थी।
सीमा की नजर राज पर पड़ी।
सीमा _निशा, राज आया है।
तीनो राज की ओर देखने लगें।
तभी एयर पोर्ट पर अलाउंस की लंदन वाली फ्लाइट कुछ देर में उड़ान भरने वाली है कृपया सभी यात्री प्लेन पर बैठ जाए।
सुजाता _बेटा, अब जाओ, तुम दोनो एक दूसरे का ख्याल रखना।
निशा और सीमा दोनो एयर लाइन एरिया की ओर चले गए।
राजेश उन्हे जाते हुए देखता रहा उसकी आंखो से आंसू बहने लगा।
सुजाता राजेश के पास आया।
सुजाता _राजेश तुम यहां क्यू आए हो, अब सब कुछ ख़त्म हो गया। निशा हमेशा के लिए लंदन जा रही है।
अच्छा होगा कि अब तुम भी उसे भुल जाओ और मुझे भी। यह बोलकर सुजाता रोती हुई वहा से चली गई।
राजेश का पैर लड़खड़ाने लगा,,,
वह बेंच पर बैठ कर वह उस ओर देखता रहा जहां से निशा गई, शायद वह वापस आ जाए।
पर वह नही आई।
उसकी फ्लाइट उड़ान भर चुकी थी।
फ्लाइट में निशा की आंखो में आंसू देख सीमा ने उसे कंधे का सहारा दिया।
इधर राजेश भारी कदमों के साथ एयरपोर्ट से बाहर निकला। उसकी आत्मा यह गीत गा रहा था,,
रिंकी ने कहा _राज मै तुम्हारा अपमान नहीं सहन कर सकती। ये रंडिया तुम्हे नामर्द कह रही है। अगर तुमको मुझसे मुहब्बत है तो इन रंडियों की बुर फाड़ दो। रिंकी जो निशा के भेष में थी की बात सुनकर राजेश रिया और उनकी सहेलियों की ओर गौर से देखा जो मादर जात नंगी थीं। अपने शरीर से रंग छुड़ाने के बाद साक्षात काम की देवी लग रहीं थीं।
उनकी पतली कमर, उन्नत चूचे, चिकनी फूली हुई बुर, सपाट पेट।उठी हुई चूतड देखकर राजेश का land लोहे की रॉड की तरह सख्त हो गया,घोड़े की land की तरह मोटा और लंबा हो गया।
राजेश ने रिया को अपनी ओर आने का इशारा किया रिया राज के पास आई। राजेश ने रिया की ओंठ को अपने मुंह में भर कर चूसना शुरू कर दिया। रिया भी राजेश का साथ देने लगी।
इसके बाद तो रिया की सभी सहेलिया राज पर टूट पड़ी। कोई उसके अंडकोष को चाटने लगी तो कोई उसका land चुसने लगी। कोई राजेश के पीठ चूमने लगी तो कोई उसके सीने सहलाने लगीऔर बारी बारी से लड़किया अपनी चूचियां राजेश को पिलाने लगी।
लड़किया एक दूसरे की बुर भी चाटने लगी।
चारो तरफ लडकियों की मादक सिसकारी गूंजने लगी।
तभी चिंकी जो सीमा के भेष में थी बोली,,,
निशा आंटी का फोन है। घर बुला रही है। कह रही है तुम लोग अभी तक वहा क्या कर रही हो? हमे चलना होगा।
निशा _राज हम लोग घर निकल रहे है, तुम इन रंडियों की गाड़ और बुर फाड़कर चीखे निकालो और वीडियो बनाकर मुझे भेजो तभी मेरे मन को शांति मिलेगी।
रिंकी और चिंकी वहा से चली गई।
इसके बाद रिया और उसकी सहेलियो ने राज को एक कमरे में ले गए।
पूरे कमरे मे गद्दा बिछा हुआ था।
इधर रिया ने एक सहेली को इशारा किया। वह लड़की रिया के मोबाइल पर वीडियो बनाने लगीं।
कमरे में टीवी लगा था उसमें गाना चलने लगा।
ले ले ले ले ले मजा ले,,,,,,
ले ले ले मजा ले,,,,
इधर राजेश भांग के नशे में था।
रिया घोड़ी बन गई।
एक लड़की ने रिया की बुर खुब चांटी। उसकी पानी बुर से टपकने लगीं तो उधर अन्य लड़किया राजेश के land को चूस रहे थे उसकी गोटे चांट रहे थे।
अब लड़कियो ने राजेश के land को पकड़ कर उसे रिया की बुर के छेद में सेट किया राजेश ने एक जोर का धक्का मारा।
Land रिया की बुर को फाड़ता huwa फचाक की आवाज करता पूरा अंदर घुस गया।
रिया चीख पड़ी, इतना मोटा और लंबा land वह पहली बार ले रहि थी।
अब राजेश ने रेलगाड़ी की पिस्टन की तरह तेज तेज चोदना शुरू कर दिया।
Land रिया की बुर में तेजी से अंदर बाहर होने लगा।
एक लड़की पीछे से राजेश की चूतड पे अपनी हाथो से धक्के मार रही थीं। एक लड़की राजेश के land को जो रिया की बुर में अंदर बाहर हो रही थी को चांट रही थी। एक लड़की राजेश के ओंठ चूस रही थी। राजेश उसकी चूची मसल रहा था।
और अपनी क़मर हिला हिला कर रिया को जोर जोर से चोद रहा था।
रिया की मुंह से मादक सिसकारी पूरे कमरे में गूंज रही थी।
सभी लड़कियां की योनि से पानी टपक रहा था।
वे अपना बुर खुजा रही थी।
इधर रिया जन्नत की सैर कर रही थीं उसे राजेश के land से संभोग का जो सुख मिल रहा था ऐसा सुख उसे आज तक कभी नहीं मिला था।
वह सेक्स के चरम अवस्था में पहुंच गई और झडने लगी।
गद्दे पर लुड़क गई।
इसके बाद दूसरी लड़की घोड़ी बन गई। एक लड़की ने राजेश के फनफनाते हुवे land को पकड़ कर बुर पे सेट किया। राजेश ने जोर का धक्का मार कर उस लड़की की बुर में पुरा अंदर डाल दिया।
इस प्रकार बारी बारी से सभी लड़कियां घोड़ी बन कर राजेश से chudi और संभोग के परम सुख को प्राप्त की।
उसके बाद दूसरा राउंड सुरू huwa राजेश गद्दे पर लेट गया।
उसका land हवा में सीधा खड़ा था।
रिया राजेश के land को अपने हाथ में लेकर अपने बुर पर सेट कर बैठ गई।
Land का टोपा उसके बच्चे दानी से टकराया। रिया का पूरा शरीर झनझना गया। आह मा,, मर गई,,,
कुछ देर बाद रिया राजेश के land पर उछल उछल कर chudna शुरू कर दी।
एक बार फिर कमरे में रिया की मादक सिसकारी गूंजने लगी।
रिया फिर से जन्नत में पहुंच गई।
उसे इतना मजा आ रहा था कि उसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी।
राजेश भी रिया की क़मर को पकड़ कर अपने land पर पटक पटक कर चोदने लगा।
रिया खुद को ज्यादा देर तक न रोक सकी और फिर से झडने लगी।
उसके बाद सभी लड़किया बारी बारी से राजेश के land पर बैठ कर उछल उछल कर chudi और सेक्स का मजा ली, ऐसा आनंद उसे कभी नहीं मिला था जो आज उन लोगो को मिला।
सभी लड़कियां की बुर बुरी तरह फट चुकी थी।
उसकी बुर सूज गई।
बुर का मुख तो ऐसे खुल गया जैसे बच्चे जनने वाली हो।
उसके बाद सभी लड़किया इस हालात में नही थी की वे बुर और chuda सके।
रिया ने कमरे में सारी व्यवस्था कर रखी थी।
राजेश के land पर चिकनाई वाला क्रीम लगा दिया और एक लड़की ने रिया की गाड़ पे उंगली डाल कर अंदर बाहर करने लगीं फिर उसकी गाड़ में चिकनाई लगा दी।
अब रिया फिर से घोड़ी बन गई, राजेश के land Ko पकड़ कर लड़किया रिया की गाड़ के छेद पे सेट कर दिया।
राजेश ने एक जोर का धक्का मारा land का टोपा गाड़ में घुस गया। रिया जोर से चीखी।
आह मां मर गई मैं,,,
राजेश नशे मे था, वह फिर से जोर का धक्का मारा इस बार रिया की गाड़ को फाड़ता huwa land गाड़ में आधा घुस गया।
उसकी गाड़ से खून निकल गया। रिया दर्द से छटपटाने लगी। चीखने लगी।
पर सभी लड़किया उसे पकड़ रखी थी।
अब राजेश अपनी क़मर हिला हिला कर land Ko गाड़ में अंदर बाहर करने लगा।
रीया चीखने छटपटाने लगीं।
राज ने कोई रहम नहीं किया।
और जोर जोर से गाड़ मारने लगा।
लड़किया उसके land Ko चांट रही थी जो गाड़ में अंदर बाहर हो रहा था।
धीरे धीर रिया का दर्द कम huwa उसकी गाड़ पूरी तरह फैल गया अब land गाड़ में आसानी से अंदर बाहर होने लगा।
रिया को दर्द के साथ मजा भी आने लगा।
कुछ देर तक रिया की जमकर गाड़ मारने के बाद रिया फिर झड़ गई।
रिया के झड़ते ही रिया का पोजीसन दूसरी लड़की ने ले ली।
इस तरह राजेश ने सभी लड़कियो की गाड़ फाड़ दी।
सभी को गाड़ पूरी तरह खुल गया।
लाल लाल दिखने लगा।
इधर सारी चीजे मोबाइल पर रिकार्ड हो रही थीं।
राजेश अभी झड़ा नहीं था।
चौथे राउंड में राजेश ने रिया को अपने लैंड पर बिठा लिया और उसे अपनी गोद में उठा कर खड़े खड़े चोदने लगा।
राजेश की मर्दाना ताकत देख कर सभी लड़किया आश्चर्य में पड़ गई थी। और सेक्स का भरपूर आनंद लें रही थी।
बारी बारी से सभी लड़कियो को राजेश ने अपने land पर बिठा कर खड़े खड़े चोदा सभी लड़कियां चौथी बार झड़ गई। इसके बाद राजेश भी झडने की स्थिति में आ गया।
सभी लड़कियां राजेश के land के नीचे बैठ गई। लड़किया बारी बारी से राजेश के land को चुसने लगी।
राजेश खुद को अब और रोक न सका वह कराहते हुवे सभी लड़कियो के फेस पर वीर्य की पिचकारी मारने लगा।
वीर्य उसके चेहरे पर से टपक कर उसकी चूचियो पर गिरने लगा।
कुछ देर तक सभी गद्दे में लेट कर सुस्ताने लगे।
सभी लडकिया पूरी तरह संतुष्ट थे।
रिया अपनी चाल में कामयाब हो चुकी थी।
वह मंद मंद मुस्कुरा रही थी।
रिया _काफी देर हो चुकी है अब हम सबको अपना घर चलना चाहिए।
इधर राजेश का नशा भी लगभग उतर चुका था।
सभी लड़कियां नए कपड़े पहने जो वे लेकर आए थे।
राजेश कपड़ा लेकर नही आया था तो उसने वही रंग लगे कपड़े पहन लिए।
सभी लडकियों की गाड़ और बुर में जलन हो ने के कारण ठीक से चल नहीं पा रही थी।
पर वे सभी बहुत खुश थीं।
आखिर राज के साथ उन लोगो ने सेक्स का मजा ले ही लिया।
आज का दिन सब के लिए यादगार बन गया था।
रिया ने राजेश को अपनी कार में उसके घर तक छोड़ आया।
घर आने के बाद रिया ने वह वीडियो चला कर देखने लगीं।
और हसने लगी। वह अपने इरादों पर काम याब जो हो चुकी थी।
रिया अपने आप से बोली ,,
निशा आज रात तू चैन से सो ले, कल से तेरे बुरे दिन शुरू, हो जाएगी।
बेचारी,, हा हा हा हा,,,
बडी अकड़ थी राजेश पे,,,
अब सिर्फ रोएगी,,,
निशा, तू खुद राज को ठुकराएगी,,,,
हा हा हा,,,
कल मेरा अपमान का बदला पूरा होगा,,,
अगले दिन सुबह रिया ने निशा को फोन लगाया,,,
निशा उस समय नहाकर निकली थीं,,
उसने देखा रिया का फोन है ।
निशा _रिया का फोन इस वक्त,,,
वह मुझे फोन क्यू कर रही है?
निशा ने फोन उठाया,,,
निशा _हेलो रिया, कैसे फोन की थी?
रिया _मै तुम्हे कुछ बताना चाहती थीं।
निशा _क्या बात है बोलो?
रिया _यही की कल तुम्हारे पार्टी से जाने के बाद राज ने हम सब लडकियों को खुब दर्द दिया। हाई अभी तक पूरा बदन दर्द कर रहा है।
निशा _मै समझी नहीं तुम क्या कहना चाहती हो?
रिया _हाय, मै भी भुल गई थी कि तुम तो बिलकुल भोली हो इस मामले मे जल्द समझोge नही, खुल कर समझाना पड़ेगा।
राज ने कल हम सभी लडकियों को खुब रगड़ा।
अभी तक तेज दर्द हो रहा है। पूरी तरह सूज गई है दोनो जगह।
निशा _तुम क्या बकवास कर रही हो? तुम्हारी फालतू बात सुनने के लिए मेरे पास समय नहीं।
रिया _निशा, फोन रखना मत, लगता है तुम ऐसे नही समझोgi पूरा खोल के बताना पड़ेगा।
राज पर तुम्हे बहुत अकड़ था न, मुझे सबके सामने थप्पड़ मारी सिर्फ चुम्मन के लिए,,,
कल राज ने हम सबको जी भर कर चोदा।
निशा _साली रण्डी ये तू राज के बारे में क्या अनाप शनाप बक रही है। मै तेरा मुंह तोड़ दूंगी। कुछ भी अनाप शनाप उसके बारे में बोली तो।
रिया हसने लगी,,
हा हा हा हा,,,
रिया _मै जानती थीं की तू राज पे बहुत भरोशा करती है मेरी बातो को नहीं मानेगी, इसलिए मैने पूरा वीडियो बना रखी है, तुम्हे सबूत दिखाने।
रिया _हाय क्या land है राज का हम सब लडकियों को २घंटे तक जन्नत की सैर कराया।
हाय तू सच में बडी किस्मत वाली है जो राज तुमपे मरता है?
निशा _साली कहदे की ये सब झूठ है और तू मजाक कर रही है।
रिया _मजाक तो तूने बनाया था, मेरा उस दिन, उसी का बदला है।
देख अपनी व्हाट्सएप पर मै वीडियो भेज रही हूं। हा हा हा हा,,,,
रिया ने फोन काट दिया,,
मोबाइल पर कई वीडियो क्लिप आने का रिंग बजा,,
निशा की दिल की धड़कन बड़ गई।
उसने वीडियो चला कर देखा,,,
वीडियो देखते ही उसके हाथ पाव सुन्न पड़ गए,,
वह जोर से चीखी
नही,,,,,,,
वह चक्कर खा कर नीचे गिर गई।
उसकी चीखने की आवाज़ नीचे हाल में बैठी सुजाता तक पहुंची,,,
वह भागते हुवे निशा की कमरे मे पहुंची।
उसने देखा निशा नीचे पड़ी हुई है।
सुजाता _बेटी, क्या huwa तुम्हे, हे भगवान मेरे बेटी को क्या हो गया?
अरे कोई है? कोई तो मदद करो,, मेरी बेटी को क्या हो गया,,वह रोने लगीं।
तभी एक नौकरानी वहा पहुंची,,
क्या huwa मालकिन,,
सुजाता _मेरे बेटी को क्या हो गया? मेरी मदद करो।
नौकरानी _हे भगवाना निशा बिटिया आंखे खोलो।
सुजाता रो रही थी, बेटी भगवान के लिए आंखे खोलो ये तुम्हे क्या हो गया?
कुछ देर बाद निशा आंखे खोली,,
नौकरानी _ मालकिन बिटिया होश में आ रही है।
सुजाता _आंखे खोलो बेटा, ये सब कैसे हो गया?
निशा ने आंखे खोली, उसे याद आया राज ने उसका भरोसा तोड़ दिया है,,
वह अपनी मां से लिपट कर रोने लगी,,,
सुजाता _बेटा क्या huwa?
क्यू रो रही है?
निशा बिना कुछ बोले रोए जा रही थीं।
नौकरानी और सुजाता दोनो ने मिलकर निशा को उठाया और बेड पर लिटा दिया।
सुजाता _बेटा बोलो क्या बात है तुम रो क्यू रही हो?
निशा अपनी मां को बताना चाही पर रुक गई?
वह बता न सकी की उसकी ये हालत क्यू हुई है?
नौकरानी _मालकिन मै पानी लाती हूं। वह पानी लाने चली गई।
सुजाता _बोलो बेटा क्या हुआ है?
निशा ने सुजाता को कुछ नहीं बताया।
सुजाता का जी घबरा गया।
वह रूम से बाहर आई और सीमा को फोन लगा कर बताई की निशा की तबीयत ठीक नहीं वह रो रही है। कुछ बता नही रही तुम्हे कुछ पता है क्या बेटा?
सीमा _मुझे तो कुछ भी नही पता आंटी मैं अभी आती हूं।
सुजाता _ठीक है बेटा।
सुजाता ने राजेश को फोन किया,
राजेश _क्या बात है मैम?
सुजाता _रोते हुवे बोली। राजेश पता नही निशा को क्या हो गया है? बस रोई जा रही है कुछ बता नही रही कि बात क्या है? प्लीज तुम जल्दी आ जाओ।
मेरा दिल बहुत घबरा रहा है।
राजेश _ठीक है मैम, मै अभी पहुंचता हूं।
राजेश इस समय नाश्ता कर रहा था।
सुनीता _क्या बात है बेटा किसका फोन था।
राजेश _सुजाता मैम का फोन था मां। बता रही थी कि निशा की तबीयत ठीक नहीं है।
मां मै निशा के घर से होकर आता हूं।
सुनीता _ठीक है बेटा।
सीमा और राजेश दोनों कुछ ही समय में निशा के घर पहुंच गए।
दोनो निशा के कमरे में पहुंचे।
सुजाता _बेटा देखो कोन आए हैं तुमसे मिलने राजेश और सीमा।
राजेश का नाम सुनते ही निशा आंखे खोली।
वह राजेश की ओर देखने लगीं।
तभी उसे वीडियो का दृश्य नजर आने लगी किस तरह वह लडकियों की chudai कर रहा था। वह गुस्से से भर आई। वह बेड से उठी
राजेश की ओर आगे बढ़ी बहुत गुस्से में थी।
वह राजेश के गालों पर कई थप्पड़ लगाते हुई चीखी।
निशा _आवारा,हवशी, रण्डी बाज यहां क्या करने आया है?
सुजाता और सीमा हतप्रभ थी। वे दोनो निशा को रोकने लगी निशा ये क्या कर रही है?
निशा _मां छोड़ो मुझे, एक औरत से इसका जी नही भरता ये रंडीबाज है।
निशा रोने लगी।
अरे मै तुमसे कितना प्यार करती थीं। मै तुमसे अपने प्यार का इजहार करना चाहती थी। पर जब मुझे पता चला की मॉम तुमसे प्यार करती है। अपनी मॉम के खुशी के लिए मैंने अपने प्यार को छुपाया।
तुमने मुझसे वादा किया था कि तुम मां को सदा खुश
रखोगे।
सुजाता _बेटा ये सब तू क्या कह रही है?
निशा _मां ये धोखे बाज निकला, यह आवारा है एक औरत से इसका जी नही भरता।
मै तुम पर कितना विश्वास करती थीं।
छी मुझे तो घिन आने लगीं है मुझ पर की मैने तुम जैसे रंडीबाज से प्यार किया।
अब देख क्या रहा है? निकल जा मेरे घर से आज के बाद मेरे घर पर कभी अपना कदम मत रखना।
वह फूट फूट कर रोने लगी।
इधर जब सुजाता को पता चला की निशा राजेश से प्यार करती है। और उसकी खुशी के लिए राजेश से अपनी प्यार का इजहार नही की वह लज्जित महसूस करने लगी।
उसकी आंखों से आंसू बहने लगीं।
सीमा _निशा ये तुम क्या कह रही हो जरूर तुम्हे कुछ गलत फहमी huwa हैं।
निशा _सीमा धोखे में तो हम थे, पूछो कल रिया के पार्टी से हमारे आने के बाद वह क्या कर रहा था।
सीमा _राज तुम चुप क्यों हो? कुछ बोलते क्यू नही?
निशा _अरे ये क्या बोलेगा? ये लडकियों के साथ सेक्स पार्टी कर रहा था।
सीमा _क्या? निशा राज ऐसा नहीं है।
निशा _देखो इसकी करतूत।
निशा ने अपना मोबाइल पर वीडियो चलाकर सीमा को दिखाने लगीं।
सीमा ने जब वीडियो देखा। वह भी हतप्रभ रह गई। राज ऐसा कर सकता है।
निशा _अब देख क्या रहा है? चलेजा मेरी जिंदगी से। मेरे घर पर कभी कदम न रखना।
इधर सुजाता भी बुहुंत लज्जित महसूस कर रही थी। उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे।
सुजाता _राजेश तुम यहां से चले जाओ।
सुजाता कि बात सुनते ही राजेश वहा से चला गया।
इधर राज के जाने के बाद निशा रोने लगी। सीमा उसको चुप कराने लगी।
सुजाता _बेटा मुझे माफ कर दो।
मै तुम्हारे और राज के बीच आ गई।
छी मै कैसी मां हू, अपनी ही बेटी की खुशियां छीन ली अपनी हवस पूरी करने के लिए वह फूट फूट कर रोने लगी।
निशा _मॉम, तुम चुप हो जाओ इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं।
सुजाता _नही बेटा, मै एक अच्छी मां नही बन पाई। मुझे घिन आ रही है अपने आप पर।
दोनो मां बेटी रोने लगी।
सीमा के आंखो से भी आंसू बहने लगे।
इधर राजेश को समझ नहीं आ रहा था कि ये सब क्या हो गया।
निशा के कहने पर ही उसने रिया और उनकी सहेलियों के साथ उसने सेक्स किया था।
फिर निशा को आज क्या हो गया?
जरूर रिया ने कुछ चाल चली है। जिसमे वह फस गया।
वह इस बात से दुखी था की उसके कारण निशा को बहुत दुख पहुंचा है।
वह सुजाता और निशा की नजरो में गिर चुका था।
वह अपने दिल में दर्द लिए भगत के घर पहुंचा।
भगत _भाई अचानक से कुछ काम था क्या?
मुझे बता देते, मै खुद चला आता।
राजेश _क्यू बिना बताए नही आ सकता क्या?
भगत _नही भाई, आप कभी भी आ सकते है।
पर अचानक से,,,
आए तो पूछ लिया,,,
राजेश अंदर गया और बेड में लेटकर गहरे चिंतन में खो गया।
भगत समाझ गया की कुछ गडबड है।
भगत _भाई कुछ huwa hai क्या?
आप एकदम खामोश है।
राजेश _तुम कल सीमा को घर तक छोड़ा था।
उनको घर छोड़ने के बाद दोस्तो ने बताया की रिया तुमको घर छोड़ देगी।
पार्टी खत्म हो गई है। मै भी दोस्तो के साथ घर चला आया।
भगत _ पर पूछ क्यू रहे हो? कुछ बात है क्या?
राजेश _लगता है रिया ने मेरे साथ कोई खेल खेला है।
मै निशा की नजरो में गिर गया।
वह शक्ल भी देखना नही चाहती।
भगत _भाई huwa क्या है खुल कर बताओ।
राजेश _अब बताने के लिए कुछ रहा नही भगत। सच ही है मै रण्डी बाज हूं। कई औरतों के साथ मेरा संबंध है। निशा को मै धोखे में रख रहा था। रिया ने मेरी सच्चाई निशा के सामने ला दी।
भगत _उस साली रण्डी की इतनी हिम्मत।
राजेश _भगत अब रिया पर गुस्सा करने से कोई फायदा नही।
आखिर सच कब तक छुपता।
मै आवारा हूं। निशा एक भोली भाली लड़की है उसके अपने सपने है जिससे वो प्यार करती है। मै उसके लायक नहीं।
अच्छा ही हुआ जो उसको सब पता चल गया।
भगत _भाई मै निशा जी से बात करु।
राजेश _नही भगत।
मै अब उसकी नजरों में गिर चुका हु। उसक सामना नही कर सकता।
भगत _भाई निराश न हो सब ठीक हो जाएगा।
बहुत ही कामुक गरमागरम और जबरदस्त अपडेट है
रिया ने अपने अपमान का बदला निशा से ले लिया उसने राजेश को निशा के साथ साथ सुजाता से दूर कर दिया लगता है राजेश के भाग्य ने खेल खेलना शुरू कर दिया है सब से बिछुड़ने की शुरुआत हो गई है
इस घटना के बाद से राजेश गुम सुम सा रहने लगा।
उधर निशा की हालात भी कुछ ऐसी ही थी। खाने पीने का उसका मन नही करता।
नौकरानी _निशा बेटा, सुबह से आज कुछ नही खाई है। उधर मालकिन का भी खाने का मन नही है।
पता नही घर को किसकी नजर लग गई है।
मालिक तो बीमार पड़े हुवे है इस बात की जानकारी उन्हें देना उचित भी नहीं।
निशा गुमसुम अपने बेड पर लेटी हुई थी। उनकी आंखों से अब भी आंसू बह रहे थे।
कुछ देर बाद सुजाता आई।
सुजाता _बेटा चलो कुछ खालो। सुबह से कुछ खाई नही है। कब तक आंसू बहाती रहेगी। उस धोखेबाज के लिए।
निशा _मॉम तुमने भी तो अब तक कुछ नहीं खाई है।
सुजाता _मुझे तो भूख ही नहीं लग रही बेटा।
निशा _मॉम मुझे भी भूख नहीं।
उस दिन दोनो मॉ बेटी कुछ खाई ही नहीं।
दूसरे दिन निशा ने जब देखा कि उसकी मां भी भूखी है तो उसने अपनी मॉम को अपने हाथो से खिलाई और आंसू बहाना बंद कर दी।
सुजाता ने भी अपने हाथो से निशा को खाना खिलाया।
सुजाता _बेटा मुझे माफ कर दो मै नही जानती थी कि तुम राजेश से प्यार करती हो, नही तो मैं उसके साथ कभी आगे नहीं बढ़ती।
निशा _मॉम, इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है। गलती राज की है। वह हवशी निकला। एक औरत से उसका जी नही भरता। वह रण्डी बाज निकला। ऐसे लड़कों से मुझे शख्त नफरत है। अच्छा huwa जो मैने उससे अपनी प्यार का इजहार नही किया। नही तो वह मेरे भी जिस्म से खेल कर छोड़ देता । आई हेट राजेश मां। पता नही वह कितनी औरतों के साथ खेल चुका है।
इधर राजेश गुमसुम सा रहने लगा।
ज्यादा किसी से बातचीत नही करता। ठीक से खाना भी नहीं खाता।
सुनीता को इस बात का अहसास हो गया।
जब राजेश सुबह जिम के लिए निकल रहा था।
सुनीता _बेटा जरा इधर आना।
राजेश _क्या है मां?
सुनीता _बेटा कुछ दिनों से देख रही हूं। तुम गुमसुम सा रहते हों। खाना भी ठीक से नहीं खा रहें।
तुम पहले से काफी बदले बदले लग रहे हो। बेटा कुछ बात है क्या?
राजेश _नही मां, ऐसे कोई बात नही, आपको कुछ वहम हु़वा है। मै ठीक हू।
अच्छा मां मै जिम जा रहा हूं।
सुनीता _ठीक है बेटा।
राजेश चला गया।
राजेश के चले जाने के बाद, Sunita सोचने लगती है।
जरूर कोई बात है जो राजेश मुझसे छुपा रहा है।
उसे राजेश की चिंता होने लगती है।
भगत राजेश को काल करता है।
राजेश _बोलो भगत कैसे काल किए?
भगत _भाई, आपको पता ही है आज agkp वालो ने राजधानी में सभा का आयोजन किया है।
आज पार्टी प्रमुख आने वाले है। उसकी उपस्थित में मै पार्टी ज्वाइन करूंगा।
भाई आपको भी मेरे साथ चलना है।
राजेश _भगत मै सभा में आऊंगा, लेकिन तुम्हारे साथ नही। मै भीड़ में कहीं बैठा रहूंगा।
भगत _भाई आपके मार्ग दर्शन के बिना नहीं हो पाएगा।
राजेश _भगत मै हमेशा तुम्हारे साथ हूं। तुम्हे जब भी मेरी मदद की आवश्यकता पड़े मुझे याद करना।भगत तुम अपने सभी साथियों के साथ।agkp पार्टी ज्वाइन करो।
सभी सभी साथियों को जानकारी तो दे ही दिए होगे।
भगत _हां भाई।
राजेश _भगत आज से तुम अपनी जीवन की नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हो, इसके लिए मेरी ओर से बहुत बहुत शुभकामनाएं ।
भगत _धन्यावाद, भाई।
निर्धारित समय अनुसार भगत अपने हजारों प्रसंशको के साथ agkp पार्टी ज्वाइन करने निर्धारित सभा स्थल पर पहुंच गया।
पार्टी के राज्य के अध्यक्ष ने उनका स्वागत किया।
जब पार्टी प्रमुख दिल्ली से वहा पहुंचा तो भगत को अपने बाजू बिठाया।
पार्टी प्रमुख ने अपने भाषण के बाद लोगो को यह जानकारी दिया की यह हमारे पार्टी के लिए गौरव की बात है की छात्र संघ के नेता, भगत हमारे आज से हमारे पार्टी में शामिल होने जा रहा है। हमे पूरा विश्वास है कि भगत हमारे पार्टी को इस राज्य में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा। वह इस राज्य के हमारे पार्टी अध्यक्ष प्रमोद जी के साथ मिलकर काम करेगा।
मै भगत को हमारी पार्टी के राज्य के युवा मोर्चा का अध्यक्ष चुनता हूं। सभी कार्यकर्ताओं ने जमकर ताली बजाया।
पार्टी प्रमुख ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में हम सबकी परीक्षा होगी। हम सबको कठिन परीक्षा में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। भगत के आ जाने के बाद उम्मीद है हम अपने लक्ष्य में जरूर कामयाब होंगे।
पार्टी प्रमुख के भाषण के बाद। भगत को पार्टी का सपथ दिलाया गया।
भगत ने कहा,_मै शपथ लेता हूं की मैं सदा पार्टी हित के लिए काम करूंगा। पार्टी हित ही मेरे लिए सर्वोपरी होगी। मै पार्टी की गोपनीयता को बनाए रखूंगा।
आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को बहुमत दिलाने के लिए पूरी तन मन धन से प्रयास करूंगा।
पार्टी प्रमुख ने जो मुझ पर विश्वास दिखाया है उसकी अपेक्षा पे खरा उतरूंगा। आज मै और मेरे साथी एजीकेपी पार्टी में शामिल होकर अपने को गौरांवित महसूस कर रहे है। क्यू कि इस पार्टी आम गरीबों की हित के लिए कार्य कर रही हैं।
भगत के भाषण के बाद सभी कार्यकर्ताओं के अंदर जोश भर गया।
राजेश भीड़ में बैठ कर भगत का भाषण सुन रहा था।
भाषण खत्म होने के बाद भगत की नजरे राजेश को तलाश कर रहा था। वह इधर उधर ढूंढ रहा था लेकीन मीडिया वाले भगत को घेर लिए और उससे प्रश्न करने लगें।
जिसे टीवी चैनलो पर सीधा प्रसारण किया जा रहा था।
मीडिया से मुक्त होने के बाद राजेश को भगत ने ढूंढा पर वह जा चुका था।
भगत ने राजेश को काल किया।
भगत _भाई, आप कहा है? आप नही आए क्या? मै इधर उधर काफी ढूंढा।
राजेश _आया था भगत, भीड़ में बैठा था। कार्यकर्ता तुम्हारे पार्टी में शामिल होने से उत्साह में है। देखना तुम जरूर उचाइयो को छुओगे।
भगत _भाई मै तुम्हारे बिना कुछ नही कर पाऊंगा।
राजेश _मै हमेशा तुम्हारे साथ हूं भगत।
युवा मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त होंने के बाद राज्य के पार्टी अध्यक्ष के कहने पर पार्टी कार्यालय के पास ही उसे रहने के लिए आवास दे दिया गया, जहां भगत सिप्ट हो गया।
अगले दिन सीमा का जन्म दिन था। उसने अपने घर में पार्टी रखी थी। अपने सभी दोस्तो को आमंत्रित किया था।
राजेश, भगत उनके अन्य दोस्तो को भी आमंत्रित की थी।
शाम के समय सुजाता अपने ऑफिस से निशा को काल की।
सुजाता _बेटा तुम तैयार हो न आज सीमा का जन्म दिन है पार्टी में जाना है।
निशा _मां मेरा कही जाने का मन तो नही कर रहा है, पर सीमा का जन्म दिन है तो जाना ही पड़ेगा। तुम उसके लिए कोई अच्छे से गिफ्ट लेते हुए आना।
सुजाता _ठीक है बेटा तुम तैयार रहना।
निशा _ठीक है मॉम
इधर भगत ने राजेश को फोन लगाया,,
भगत _भाई आज सीमा का जन्म दिन है तुम तैयार हो न जाने के लिए।
राजेश _भगत, वहा निशा जी भी होगी, मै उसके सामने नहीं जा पाऊंगा। मै उसकी नजरों में गिर चुका हूं।
भगत _भाई सीमा जी हमारी बहुत अच्छी दोस्त हैं। अगर हम नही गए तो वह बुरा मान जायेगी। अगर मै अकेला गया तो तुम्हारे बारे में पूछेगी। मै क्या जवाब दूंगा?
भाई जो हो गया उसे भुल जाओ। हो सकता है निशा जी से आपको माफी मांगने का मौका मिल जाए।
मै आपको लेने आ रहा हूं।
भगत दोस्तोके साथ , राजेश के घर पहुंचा और उसे जिद कर अपने साथ ले गए।
इधर पार्टी की सारी तैयारियां हो चुकी थीं।
निशा और सुजाता भी पहुंच चूके थे।
केक काटने का समय हो चुका था।
सीमा, राजेश और उसके दोस्तो का ही इन्तजार कर रही थी।
सुजाता _सीमा बेटा, और कोई मेहमान आना बांकी रह गया है क्या?
केक काटने का समय हो गया है।
निशा _हां सीमा चलो केक कांटो।
सीमा को लगा शायद राजेश नही आयेगा।
वह के काटने वालीथीं। तभी राजेश और उसके दोस्त वहा पहुंचे ।
राजेश ने सीमा को जन्म दिन की बधाई दिया।
निशा वही खड़ी थीं।
निशा _सीमा, आवारा लोगो को पार्टी में बुलाने की क्या जरूरत थीं?
भगत ने सीमा को बधाई दिया उसके बाद निशा से बात किया।
निशा जी कैसी है आप,
निशा _मुझे आवारा लोगो के दोस्तो से,,
कोई बात नही करनी।
राजेश निशा से अपनी नजरे बचा रहा था।
इधर सीमा ने केक कांटी।
सभी ने ताली बजाकर सीमा को जन्म दिन की बधाई दिया।
सभी नाचने गाने लगे।
तभी सीमा ने राजेश से रिक्वेस्ट किया की मेरे जन्म दिन पर कोई गीत सुनाए।
सीमा और भगत के जिद करने पर राजेश ने गीत गाना शुरु किया,,
खीजा के फूल पे आती कभी बहार नहीं,,,,
मेरे नसीब में ऐ दोस्त तेरा प्यार नही,,,,
गाना सुनकर सीमा और भगत भावुक हो गए।
निशा वह पार्टी में और न रुक सकी और भागते हुए।
अपने घर पहुंची सुजाता भी निशा के पीछे पीछे चली आई।
घर आने के बाद निशा अपने कमरे मे आकर, बेड में बैठ कर फूट फूट कर रोने लगी,,,,
सुजाता निशा को गले लगा कर चुप कराने लगी।
सुजाता _बेटा, मुझे लगता है राजेश को तुम्हे एक मौका देना चाहिए।
निशा _नही मां, मेरे दिल में अब उसके लिए कोई जगह नही है।
सुजाता _ तू राजेश के बिना रह पाएगी।
निशा _मॉममै एक आवारा को अपना जीवन साथी कभी नहीं चुन सकती।
मैने फैसला किया है कि मैं हमेशा के लिए लंदन चली जाऊंगी। क्यू की यहां रहूंगी तो,,, राज मुझे कमजोर बना देगा। मै उसे भुल जाना चाहती हूं।
बहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है कहानी एक नए मोड पर आ गई है जहां से राजेश के सामने कई चुनौतियां आने वाली हैं निशा को राजेश को एक मौका तो देना चाहिए साथ ही राजेश को रिया को ऐसा सबक सिखाना चाहिए जो कभी दूसरे के साथ ऐसी हरकत न करे
अगले दिन सीमा, निशा के घर पहुंची।सुजाता हाल में बैठी थी। सीमा _नमस्ते आंटी।
सुजाता _नमस्ते बेटा। अच्छा huwa सीमा बेटा आ गई। मै तुम्हे ही काल करने वाली थी।
सीमा_क्या बात है आंटी? कुछ काम था क्या?
सुजाता _बेटा, निशा लंदन जाना चाहती है। मैने उसे बहुत समझाने की कोशिश की पर वो मेरा कहना नही मान रही। शायद तुम्हारा कहना मान जाए ।
सीमा _निशा कहा है आंटी, मै उससे बात करती हूं।
सुजाता _निशा ऊपर है बेटा अपने कमरे में।
सीमा, निशा के कमरे में जाने के लिए सोफे से खड़ी हुई।
तभी निशा कमरे से गाना गाने की आवाज़ सुनाई देने लगा।
निशा अपने कमरे में रखी पियानो पर बैठ कर उसमे अपना सिर रखकर गाने लगी,,,
लिखा हुआ है किस्मत में वो है एक दिन होना,,,,,,,
भूली बिसरी बातो को यारो तुम याद करोना,,,,
💕💕Welcome to KY records 💕💕 ► Subscribe Now :- Kanchan Yadav ►2024 New Dard Bhari Ghazal Kanchan Yadav : निकल गया दिल से ...
youtube.com
धीरे धीरे सीमा और सुजाता सीडी चढ़ते हुवे निशा के कमरे की ओर जाने लगी।
उसके कमरे के दरवाज़े पर जाकर खड़ी होकर दोनो निशा की गाना सुनने लगीं।
दर्द भरी गाने को सुनकर दोनो के आंखो से आंसू निकल गए।
गाना गाती गाती, निशा पियानो पर सिर रख कर सो गई।
सीमा उसके पास जाकर। उसके कंधे पर हाथ रखकर कर निशा को आवाज़ दी,,,
सीमा _निशा,, निशा,,,
निशा ने आंखे खोली,,,
निशा _सीमा, तुम यहां, कब आई,,
सीमा _जब तुम अपनी दर्द को बया कर रही थी।
निशा, आंटी क्या कह रही है तुम लंदन जा रही हो।
निशा _मै राज को भुल जाना चाहती हूं, सीमा।
मै यहां रहूंगी तो जी नही पाऊंगी,,,
सीमा _निशा, राजेश भी एक इंसान हैं, गलती हो जातीहै, उसे एक मौका देकर देखो। शायद वो सुधर जाए।
निशा _नही सीमा, बार बार वह गंदा दृश्य मेरे आंखो के सामने आता है, जो राज, रिया और उसकी सहेलियो के साथ कर रहा है। मै उसे माफ नहीं कर सकती।
सीमा _तुम्हे लगता है कि तुम लंदन जाकर राजेश को भुल जायेगी।
निशा _हां, उसे मै दिल से निकाल चुकी हूं। कुछ भूली बिसरी बाते है उन यादों को भी भुला दूंगी।
सीमा _निशा तुम मेरे तरफ देखो।
सीमा, निशा की आंखो में देखने लगी,,,
कुछ देर बाद,,
सीमा _पता है निशा, पहले की तरह आज भी तुम्हारी आंखो में मै नही दिखाई दे रही,,
आज भी तुम्हारी आंखों में राज दिखाई दे रहा है।
निशा खड़ी हो गई।
निशा _नही तुम झूठ बोल रही हो, उस आवारा के लिए मेरे दिल में कोई जगह नही है,,
निशा _जो से चीखती हुई बोली, आई हेट, राज,,
सुनी तुमने,, आई हेट , राज,
वह बेड पर सिर रख कर रोने लगी,,,
कुछ देर बाद,,
निशा _मै लंदन जा रही, हमेशा के लिए ये मेरा अंतिम फैसला है।
मैने वीजा के लिए एप्लाई कर दिया है।
सीमा _ठीक है निशा अगर यही तुम्हारी जिद है तो, कर लो अपनी इच्छा पूरी। पर मैं तुम्हारे भले के लिए कह रही हूं। एक बार तुम राज को मौका देकर देखो,,,
निशा _नही सीमा, अब राजेश मेरी नजरो से गिर चुका है,, पहले जैसे उसे मान सम्मान नही दे सकती।
सीमा वहा से चली गईं।
सुजाता _क्या huwa बेटा, निशा मानी क्या?
सीमा _नही आंटी, वह मानने को तैयार नहीं।
सुजाता _बेटा, मुझे तुम से एक निवेदन करना था।
सीमा _बोलो आंटी,,
सुजाता _बेटा, मेरे फूल जैसी बच्ची वहा लंदन में अकेली कैसे रहेगी। मै उसकी चिंता में मर जाऊंगी। बेटा तुम भी निशा के साथ अगर लंदन चली जाती तो। मै तुम्हारा यह अहसान जिंदगी भर नही भूलूंगी।
तभी निशा वहा पर पहूंच गई थी। अपनी मां की बात सुनकर निशा बोली,,
नही मां, मुझे किसी की मदद नहीं लेनी, मै अकेली ही रह लूंगी। मै नही चाहती मेरे कारण किसी दूसरे की जिंदगी खराब हो,,,
सीमा _वाह निशा वाह, बना दी न मुझे पराया।
बचपन से मै तुम्हारे साथ हूं। मैने सहेली नही हमेशा अपनी बहन माना है। तुम्हे क्या लगता है मै तुम्हारे बिना रह पाऊंगी?
मुझे दुख है कि तुम मुझे अब तक समझ नहीं पाई।
सीमा की आंखो से आंसू बहने लगीं।
निशा ने सीमा को अपने गले से लगा लिया,, और सीमा से बोली।
सीमा मुझे माफ कर दो मेरी बहना,,,
सीमा _निशा, तू जहां भी जाएगी मै तुम्हारे साए की तरह साथ रहूंगी। जहां निशा वहा सीमा। मुझे भी अपने साथ ले चलो निशा।
निशा और सीमा दोनो रोने लगे।
उन दोनो के बीच प्यार देखकर सुजाता की आंखे भर आई।
इधर सुनीता राजेश के कमरे में जाकर राजेश से पूछता है, जो उस समय अपने कमरे में उदास लेटा हुआ था।
सुनीता _बेटा, आखिर बात क्या है? कुछ बताता क्यू नही। क्या हो गया है तुझे, दिन भर गुमसुम सा रहता । तू जिम भी जाना बंद कर दिया है। मुझे तुम्हारी ये हालात देखी नही जाती।
राजेश _कुछ भी तो नहीं huwa है मां, मै बिल्कुल ठीक हू। तुम बेकार ही चिंता कर रही हो।
सुनीता _अभी तक नहाया भी नही है। नाश्ता का समय हो गया है।
राजेश _तुम जाओ मां, मै अभी नहाकर आता हूं।
सुजाता _जल्दी आना बेटा, हम सब टेबल पर तुम्हारा वेट कर रहे है।
राजेश _ठीक है मां।
राजेश नहाकर निकला और कपड़े पहन कर डाइनिंग टेबल पर पंहुचा। जहां सभी इन्तजार कर रहे थे।
शेखर _राजेश बेटा तुम्हारी मां कह रही थीं की तुम जिम जाना बंद कर दिए, कुछ बात है क्या?
राजेश _नही पापा, ऐसी कोई बात नही कल से जाऊंगा।
शेखर _ठीक है बेटा, कोई बात हो तो हम तुम्हारे मां ता पिता है हमसे शेयर किया करो।
राजेश _ठीक है पापा।
अगले दिन से राजेश जिम के लिए निकलता लेकीन वह जिम न जाकर नदी की ओर चला जाया करता। निशा के साथ बिताए पलो को याद करता रहता।
2दिन बाद जब राजेश जिम के लिए निकला।
भगत का फोन आया,,,
भगत _भाई कैसा है?
राजेश _, मै ठीक हू भगत ,तू कैसा है? कैसा चल रहा है सब।
भगत _सब अच्छा है भाई यहां, सबका अच्छा सपोर्ट मिल रहा है।
भाई आपको पता है न?
राजेश _किस बारे में।
भगत _यही की निशा और सीमा जी हमेशा के लिए लंदन जा रही है।
राजेश _क्या?
राजेश को गहरा धक्का लगा।
भगत _भाई मुझे आज दोस्तो से पता चला तो तुमको काल किया।
राजेश _कब जा रहें हैं?
भगत _भाई, दोस्त लोग बता रहें थे की उन दोनो को एयर पोर्ट पर देखे है। पूछने पर सीमाजीउन्हे ने बताया कि वे लंदन जा रहें हैं।
राजेश ने फोन जेब में रख दिया,,
भगत ने भाई भई चिल्लाता रहा, उसे राजेश की चिन्ता होने लगीं।
इधर राजेश अपनी बाइक को तेज गति से एयर पोर्ट की ओर दौड़ा दिया।
कुछ देर में ही वह एयर पोर्ट पहूंच गया था।
वह एयर पोर्ट में पागलों की तरह निशा को ढूंढने लगा।
कुछ देर में ही निशा सुजाता और सीमा तीनो के बेंच पर बैठी हुईं दिखी।
राजेश तेज तेज सांस लेता huwa खडा होकर निशा की ओर देखने लगा।
शायद फ्लाइट थोडा लेट था तो वे वेट कर रहे थे।
सुजाता उन्हे छोड़ने आई थी।
सीमा की नजर राज पर पड़ी।
सीमा _निशा, राज आया है।
तीनो राज की ओर देखने लगें।
तभी एयर पोर्ट पर अलाउंस की लंदन वाली फ्लाइट कुछ देर में उड़ान भरने वाली है कृपया सभी यात्री प्लेन पर बैठ जाए।
सुजाता _बेटा, अब जाओ, तुम दोनो एक दूसरे का ख्याल रखना।
निशा और सीमा दोनो एयर लाइन एरिया की ओर चले गए।
राजेश उन्हे जाते हुए देखता रहा उसकी आंखो से आंसू बहने लगा।
सुजाता राजेश के पास आया।
सुजाता _राजेश तुम यहां क्यू आए हो, अब सब कुछ ख़त्म हो गया। निशा हमेशा के लिए लंदन जा रही है।
अच्छा होगा कि अब तुम भी उसे भुल जाओ और मुझे भी। यह बोलकर सुजाता रोती हुई वहा से चली गई।
राजेश का पैर लड़खड़ाने लगा,,,
वह बेंच पर बैठ कर वह उस ओर देखता रहा जहां से निशा गई, शायद वह वापस आ जाए।
पर वह नही आई।
उसकी फ्लाइट उड़ान भर चुकी थी।
फ्लाइट में निशा की आंखो में आंसू देख सीमा ने उसे कंधे का सहारा दिया।
इधर राजेश भारी कदमों के साथ एयरपोर्ट से बाहर निकला। उसकी आत्मा यह गीत गा रहा था,,