Rajesh भगत से बोला अबे एक और सिगरेट दे।
भगत _भाई कितना सिगरेट पियेगा। ज्यादा सेहत के लिए हानि कारक है।
राजेश _अबे ज्यादा ज्ञान मत बांट मै जो कह रहा हूं ओ कर।
भगत_भईया तुम भी न बडा मुड्डी हो।
भगत एक और सिगरेट सुलगाकर भगत की ओर बढ़ाया।
भगत सिगरेट लेकर कस लगाते हुवे कहा।
हा तो अब अपनी कहानी आगे सुना तू बताने वाला था कि चन्दन और उसकी मां कमला के बीच आखिर शारीरिक संबंध कैसे बना?
भगत _चंदा ने अपनी सास के कहने पर मुझे अपना घर बुलाया, मैने चंदा से पूछा कि घर में सब कैसा है?
सब ठीक तो है न।
चंदा बोली, डरने की कोई बात नहीं, सब ठीक है, मां जी को तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है इसलिए तुम घर आ जाओ।
मै सुबह करीब 10 बजे चन्दन भैया का घर पहुंचा।
उस समय चन्दन भैया अपने किराना दुकान पर था। मै घर का दरवाजा खटखटाया, चन्दन भैया की नज़र मुझपर पड़ा, मेरी आने की बात उसने अपनी मां को बताई।
कमला ताई ने दरवाजा खोला।
मुझे देखकर ताई ने कहा आओ बेटा अंदर आओ।
मैंने ताई से कहा, मां जी आपने मुझे बुलाया था।
कमला ताई _हा बेटा, मुझे तुमसे कुछ बाते करनी है।
मै घर के बरामदे में रखी कुर्सी पर बैठ रहा था कि ताई ने कहा बेटा एक काम करो। तुम चन्दन के कमरे मे बैठो मैं आती हूं।
ताई ने चांद भौजी से कहा जाओ बहु तुम भगत को अपने कमरे मे ले जाओ मैं आती हूं।
चंदा भौजी मुझे अपने कमरे मे ले गई मैं वहा बेड में बैठ गया। मै सोचने लगा कि आखिर ताई को मुझसे क्या काम होगा, उसे मुझसे क्या बाते करनी होगी। मैने चंदा भौजी से पूछा।
चंदा भौजी ने कहा कि तुम इतने दिनो सेउसकी घर की इज़्ज़त लूट रहेहो, उसी की खबर लेने तुम्हे बुलाया है और ओ मुस्कुराने लगी।
मैने कहा पर भौजी तुमने तो कहा था कि सब ठीक है।
भौजी क्यों डर लग रहा है क्या?
मैने कहा भौजी आपके रहते मुझे काहेका डर।
भौजी_अरे मै तो मजाक कर रही थी। तुम्हे डरने की जरूरत नहीं।
तभी कमरे में कमला ताई पहुंची वह बोली, अरे बहु तुम एक काम करो, तुम कीचन में जाकर भगत के लिऐ कुछ कुछ नाश्ता बना दो।
चंदा भौजी _ठीक है मां जी।
भौजी के चले जाने के बाद मैने कमला ताई से कहा बताओ माजी आपको मुझसे क्या बाते करनी है।
कमला _बेटे कल रात से मैं काफ़ी चिंतित हू। तुम तो जानते हो कल की बाते। मेरे और चन्दन के बीच जो संबंध की बाते है अगर गांव वालो को पता चल गया तो हम किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे।
इसलिए बेटा मैं तुम्हारा पैर पड़ती हू। तुम यह बात किसी को मत बताना। मै यह अहसान जिंदगी भर नही भूलूगी।
भगत _नही मां जी,आप तो मेरे मां जैसी हो आप मेरे पैर छूकर मुझे शर्मिन्दा न करे।
कमला _नही बेटा हमसे जो गलती हुई है उसका प्रायश्चित तो करना ही पड़ेगा।
भगत _ मां जी मैं आपको वचन देता हू की मैं यह बात गांव वालो को नही बताऊंगा। मेरे तरफ से बेफिक्र रहिए। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं।
कमला _मुझे तुमसे यही उम्मीद थी बेटा मैं तुम्हारा यह अहसान जिंदगी भर नही भूलूंगी।
भगत _मां जी मैं यह जानना चाहता हूं कि आखिर चन्दन और आपके बीच ये huwa कैसे।
अगर आप बता सके तो मैं जानना चाहूंगा।
कमला ताई _क्या बताऊं बेटे परिस्थिति ही ऐसी बन गई की हमारे बीच मां बेटा के पवित्र रिश्ता के अलावा एक और रिश्ता बन गया।
मै भी पहले एकसंस्कारी, धार्मिक, कर्तव्य परायण, पतिव्रता स्त्री थी।
और कमला भगत को आप बीती सुनाने लगी,,,, जो आप लोगो को मैं अगले अपडेट में बताउंगा।
तब तक के लिए good night