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Incest यह क्या हुआ

Sanju@

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जब कमला भगत को अपना आपबिती सुना रही थी तब चंदा ट्रे पर चाय नाश्ता लेकर कमरे मे प्रवेश की।

कमला ने कहा बेटा पहले चाय नाश्ता कर लो उसके बाद आगे की बाते बताऊंगी। चंदा नाश्ते का प्लेट भगत को देने के बाद।

अपने सास को चाय देने के लिए कप आगे बढ़ाई, कमला ने चाय का कप ठीक से पकड़ी नही और वह नीचे फर्श पर गिर गया।

कमला _ओ हो पूरा फर्श खराब हो गया मैं कप ठीक से पकड़ नही पाई।

चंदा _कोई बात नही मां जी मैं दूसरी चाय ले आती हूं और फर्श साफ कर देती हू।

तभी चंदन ने अपने मां को आवाज़ लगाया जिसे सुनकर कमला ने कहा _बहू लगता है दुकान में ग्राहक ज्यादा है जरा चंदन की मदद कर देना। मै सफाई कर दूंगी।

चंदा _ठीक है मां जी।

भगत नाश्ता करने लगा।

चंदा चंदन के पास दुकान पर चली गई।
कमला फर्श पर पोछा लगाने गीला कपड़ा लाने चली गई।
कुछ देर बाद गीला कपड़ा लेकर कमरे मे कमला पहुंची। और नीचे उकडु बैठकर फर्श पर पोछा लगाने लगी l

भगत का ध्यान कमला पर गया, नजारा देखकर भगत के शरीर में खून तेज गति से बहने लगा।

जब कमला फर्श पर पोछा लगाने उखडू बैठी तब उसका साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया था। और अपने साड़ी को ठीक किए बिना ही वह फर्श पर पोछा लगाने लगी, इस समय उसके दोनो मम्मे के आधे से ज्यादा हिस्सा साफ दिखाई दे रहे थे।

जिसे देख कर भगत का land तन गया।

। भगत खूबसूरत नजारा देखकर मन में कहा आ ह हा क्या नज़ारा है। शाली क्या मॉल है। कितनी बड़ी बड़ी और सुडौल चूचियां है ताई की।

वह उन चूचियों को एक टक देख ने लगा और नजारे का मजा लेने लगा।

भगत मन में सोचने लगा _क्या मम्मे है ताई के मसलने को मिले तो मजा आ जाए।

अब समझ में आया क्यू चंदन भैया अपने जवान खूबसूरत बीबी मेहरारू को छोड़कर अपने मां के भोसड़े के पीछे लगा रहता है।

जब कमला फर्श का पोछा लगाकर उठी तब भगत उसके बदन का मुआयना करने लगा।

भगत _हाय क्या गदराया huwa बदन है साली के। इस उम्र में ऐसा गठीला बदन विश्वास नहीं हो रहा। चंदन भईया तो बड़ा किस्मत वाला निकला क्या गजब की दो दो मॉल को भोग रहा।

जब कमला कमरे से जाने बाहर निकली तो उसका कमला की पिछवाड़ा देखकर भगत से रहा न गया और अपने land को सहलाते हुए कहा। कितना भरा huwa एवम चौड़ी पिछवाड़ा है साली के। इसकी सवारी करके जन्नत में जाने का अपना अलग ही मजा होगा।

कुछ समय बाद कमला फिर कमरे मे पहुंची, भगत चाय नाश्ता कर उन्ही के आने का इंतजार कर रहा था।
भगत ने कमला से कहा _ताई जी आगे क्या huwa आप बताने वाली थीं।

कमल _हा बेटा , पूजा पाठ की सारी गतिविधियां समझाने के बाद बाबा का शिष्य आश्रम चला गया। और जाते हुवे एक मोबाइल नम्बर दे दिया ओर कहा ये बाबा जी का मोबाइल नम्बर है कोइ समस्या हो तो कॉल कर बाबा जी सी समाधान पूछ लेना।

उसके बाड़ मैं हर रोज सुबह 4बजे उठकर नहा कर पीली साड़ी पहनकर बाबा के शिष्य द्वारा बताए तरीको से देवी मैं की मूर्ति की पूजा कर मंत्र जाप करने लगी।

नियमित रूप से सुबह शाम बाबा द्वारा दी गई औषधी को दूध में उबालकर चंदन के बापू को देने लगी।

हमने देखा की चन्दन के बापू की हालत में दिन ब दिन सुधार हो रहा है। अब वह लाठी के सहारे खड़ा हो पा रहा था। उसके हाथों में भी काफ़ी सुधार हो रहा था। वह अपने हाथ की उंगलियों को बंद एवम खोल पा रहा था।

यह देखकर हम बहुत खुश हुए और बाबा जी के प्रति हमारी श्रद्धा बड़ गई।

सब कुछ अच्छा चल रहा था मूर्ति की पूजा हमे 30दिन करने के बाद उसे तालाब में विसर्जित करना था। 23दिन सब कुछ अच्छे तरीके से संपन्न huwa lकेवल 7रोज ही बचे थे की तभी पूजा पाठ में एक विघ्न आ गया।

मेरी माहवारी शुरू हो गई।

मासिक धर्म के समय महिलाओं का पूजा रूम मे घुसना वर्जित होता है। महिलाओं का शरीर अपवित्र माना जाता है।

मै चिंता में पड़ गई अब क्या होगा। बाबा ने कहा था कि पूजा पाठ नियमित रूप से करना होगा। बीच में रुकना नहीं चाहिए नही तो अपशकुन होगा।

मैने यह बात चंपा को बताई और कहा बेटी अब क्या होगा पूजाबिच में रुकने से कही कोई अनर्थ न हो जाए अब क्या करे?

चम्पा _मां बाबा के शिष्य ने हमें बाबा का मोबाइल नंबर दिया है और कहा है की कोई समस्या हो तो कॉल करना। बाबा आपके समस्या का हल जरूर निकलेगा। क्यू न हम बाबा जी को काल कर समस्या बताए। उनके पास इस समस्या का कोई हल जरुर होगा।

कमला _बेटी तुम सही कह रही। बाबा जी को काल लगाओ।

चम्पा बाबा जी को काल लगाई। और मोबाइल कमला को पकड़ा दी।

बाबा ने काल उठाया।

कमला _हैलो बाबा जी।

बाबा जी _कौन बोल रही हो बेटी मै बाबा जी ही बोल रहा हूं।

कमला _बाबा जी मैं कमला बोल रही है। श्यामलाल की पत्नी जिनका इलाज कराने आपके आश्रम आए थे।

बाबा _हा बेटी कमला बोलो आपके बीच के तबियत ठीक तो है ना?

सब कुशल मंगल तो है न। कही कोई समस्या तो नही।

कमला _बाबा जी अब तक तो सब कुछ अच्छा चल रहा था। चंदन के बापू की तबीयत में भी काफ़ी सुधार आया है। पर एक बड़ी समस्या आ गई है।

बाबा _कैसी समस्या बेटी मुझे खुलकर बताओ।

कमला _बाबा मेरी माहवारी शुरू हो गई है अब मैं देवी मां की पूजा पाठ एवम मंत्र जप कैसे करू। कोई उपाय बताइए।

बाबा _बेटी, ये तो बड़ी विकट समस्या आ गया। तुम अभी पूजा रूम में जाने योग्य नहीं हो। लेकीन पूजा बिच में रुकने से कहीं अपशकुन न हो जाए।

देवी मां नाराज भी हो सकती है जिससे घर में नई विपत्ति आ सकती है?

कमला _बाबा जी अब क्या होगा कोई उपाय होगा तो बताइए।

बाबा _बेटी उपाय तो है पर उसे तुम कर सको तो।

कमला _बाबा जी मैं वह उपाय जरुर करूंगी आप करना क्या होगा बताए।

बाबा _बेटी ध्यान से सुनो, मासिक धर्म के समय महीला का शरीर अपवित्र हो जाति है। तुम गंगा जल से स्नान कर अपने बाह्य तन को तो शुद्ध कर सकती हो लेकीन गंगा जल से तुम्हारे गर्भाशय का शुद्धिकरण नही हो सकता उसके लिए तुम्हें दुसरे उपाय करने होंगे।

कमला _बाबा जी आप बताइए की मेरे शरीर के अंदर का शुद्धिकरण कैसे होगा?

बाबा _बेटी महिलाओं के गर्भाशय के लिए कोई सबसे पवित्र चीज है तो वह पुरुषों का वीर्य है।

समय पर गर्भाशय को पुरुषों का वीर्य न मिल पाने के कारण ही महिलाओं को माहवारी शुरू हो जाती है। और समय पर वीर्य मिल जाए तो महीला गर्भ धारन कर सुंदर शिशु को जन्म देती है।
अतः महिलाओं के गर्भासय के लिऐ वीर्य से बडा पवित्र चीज और कोई नहीं है।

अतः गर्भसाय का सुद्धिकरण के लिए तुम्हें अपने गर्भाशय को वीर्य से नहलाना होगा।

कमला_पर ये कैसे होगा बाबा जी।

बाबा _ये एक ही उपाय है बेटी तुम्हें सुबह उठकर पहले किसी पुरुष से संभोग करना होगा। पुरुष अपने वीर्य से तुम्हारे गर्भाशय को सीचेगा ।
उसके बाद गंगा जल से नहाना होगा तब तुम पूर्ण रूप से सुध हो सकोगी और पूजा पाठ कर सकोगी।

कमला _पर बाबा जी चंदन के बापू तो इस स्थिति में नही है की ओ मुझसे संबंध बना सकें।

बाबा _देखो बेटी, तुम्हारे पूछने पर मैने उपाय बताएं अब आप की मर्जी है तुम उपाय करती हो की नही। यह जरूरी नहीं है कि तुम अपने ही पति से संभोग कर सुद्धीकरण करो पराया पुरुष की भी मदद ले सकती हो। अब आगे आपकी मर्जी।
और बाबा ने यह कहते हुए की देवी मां की कृपा तुम पर बनी रहें काल रख दिया।

अब कमला चिंतित हो गई अब वह क्या करे उसे कुछ समझ नहि आ रहा था। वह एक पतिव्रता नारी थी जो अभी तक किसी पराया मर्द के santh सम्बंध बनाना तो दूर ऐसा करने के बारे में भी सपने में भी नही सोची थी।

मां को चितित देख कर चम्पा अपनी मां से पूछी बताओ मां बाबा जी ने तुम्हें क्या उपाय बताया तुम बहुत चिंतित लग रही हो।

चम्पा के बार बार पूछने पर कमला ने अपनी बेटी चम्पा को बाबा द्वारा कही गई सारी बाते बता दी।

चम्पा भी सुनकर चिंता में पड़ गई।

कुछ समय बाद चम्पा बोली _मां अगर तुम चाहो तो एक पुरुष है जो तुम्हारी मदद कर सकता है?
और किसी को पता भी नही चलेगा।

कमला _चम्पा ये तुम क्या कह रही हो बेटी और कौन है जो हमारी मदद कर सकता है और किसी को कुछ पता भी नही चलेगा।


चंपा _मां चंदन हमारी मदद करेगा।

कमला _चंपा, अपनी मुंह बंद रख, आखिर तुम इतना गंदा सोच कैसे रख सकती हो। चंदन मेरा बेटा है।

चम्पा _जानती हू मां की चन्दन तुम्हारा बेटा है, मैने सोच समझकर ही ये बातें तुमसे कही है।
इसके अलावा और कोई चारा है तुम्हारे पास तो बताओ।

अगर तुमबिच में हीपूजा बंद कर दी तो घर में कोई फिर से अनिष्ट न हो जाय। और तुम कहीं बाहर के पुरुष से मदद ली तो वह पूरे गांव वाले को बता सकता है जिससे हमारी बदनामी होगी।

तुम इस बारे में अच्छे से सोच कर देखो।

कमला, चंपा के द्वारा कही बातो को ध्यान से सुनने के बाद गहन सोच विचार में डूब गई।
काफ़ी देर सोचने के बाद वह चम्पा से बोली।

कमला_बेटी पर चंदन तो अभी छोटा है और इन सब के बारे में उसे कुछ जानकारी भी नही होगा। फिर ये सब कैसे होगा?
चम्पा _मां चंदन अब इतना बच्चा भीनहीं रहा वह 19 वर्ष का हो चुका है इस उम्र में तो पहले गांव के लोग बाप बन जाते थे।
और तुम्हें चिंता करने की कोई बात नही मै चंदन को सब समझा दूंगी।

कमला _पर बेटी अगर चंदन तैयार भी हो गया तो मेरे में इतना हिम्मत नहीं की उसके नीचे जाकर लेट सकू।

चम्पा, _मां मैने तुमसे कहा ना की तुम्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं मै सब सम्हाल लूंगी। बस मै जैसे कहूंगी वैसी करती जाना।
और चम्पा मुस्कुराने लगी।
जिसे देखकर कमला ने कहा धत बदमाश कही की मैं शर्म से मरी जा रही, मेरी जान निकले जा रही और तुम मुस्कुरा रही हो।
आगे अगले अपडेट मे,,,,
Nice updates
 

Ek number

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जब कमला भगत को अपना आपबिती सुना रही थी तब चंदा ट्रे पर चाय नाश्ता लेकर कमरे मे प्रवेश की।

कमला ने कहा बेटा पहले चाय नाश्ता कर लो उसके बाद आगे की बाते बताऊंगी। चंदा नाश्ते का प्लेट भगत को देने के बाद।

अपने सास को चाय देने के लिए कप आगे बढ़ाई, कमला ने चाय का कप ठीक से पकड़ी नही और वह नीचे फर्श पर गिर गया।

कमला _ओ हो पूरा फर्श खराब हो गया मैं कप ठीक से पकड़ नही पाई।

चंदा _कोई बात नही मां जी मैं दूसरी चाय ले आती हूं और फर्श साफ कर देती हू।

तभी चंदन ने अपने मां को आवाज़ लगाया जिसे सुनकर कमला ने कहा _बहू लगता है दुकान में ग्राहक ज्यादा है जरा चंदन की मदद कर देना। मै सफाई कर दूंगी।

चंदा _ठीक है मां जी।

भगत नाश्ता करने लगा।

चंदा चंदन के पास दुकान पर चली गई।
कमला फर्श पर पोछा लगाने गीला कपड़ा लाने चली गई।
कुछ देर बाद गीला कपड़ा लेकर कमरे मे कमला पहुंची। और नीचे उकडु बैठकर फर्श पर पोछा लगाने लगी l

भगत का ध्यान कमला पर गया, नजारा देखकर भगत के शरीर में खून तेज गति से बहने लगा।

जब कमला फर्श पर पोछा लगाने उखडू बैठी तब उसका साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया था। और अपने साड़ी को ठीक किए बिना ही वह फर्श पर पोछा लगाने लगी, इस समय उसके दोनो मम्मे के आधे से ज्यादा हिस्सा साफ दिखाई दे रहे थे।

जिसे देख कर भगत का land तन गया।

। भगत खूबसूरत नजारा देखकर मन में कहा आ ह हा क्या नज़ारा है। शाली क्या मॉल है। कितनी बड़ी बड़ी और सुडौल चूचियां है ताई की।

वह उन चूचियों को एक टक देख ने लगा और नजारे का मजा लेने लगा।

भगत मन में सोचने लगा _क्या मम्मे है ताई के मसलने को मिले तो मजा आ जाए।

अब समझ में आया क्यू चंदन भैया अपने जवान खूबसूरत बीबी मेहरारू को छोड़कर अपने मां के भोसड़े के पीछे लगा रहता है।

जब कमला फर्श का पोछा लगाकर उठी तब भगत उसके बदन का मुआयना करने लगा।

भगत _हाय क्या गदराया huwa बदन है साली के। इस उम्र में ऐसा गठीला बदन विश्वास नहीं हो रहा। चंदन भईया तो बड़ा किस्मत वाला निकला क्या गजब की दो दो मॉल को भोग रहा।

जब कमला कमरे से जाने बाहर निकली तो उसका कमला की पिछवाड़ा देखकर भगत से रहा न गया और अपने land को सहलाते हुए कहा। कितना भरा huwa एवम चौड़ी पिछवाड़ा है साली के। इसकी सवारी करके जन्नत में जाने का अपना अलग ही मजा होगा।

कुछ समय बाद कमला फिर कमरे मे पहुंची, भगत चाय नाश्ता कर उन्ही के आने का इंतजार कर रहा था।
भगत ने कमला से कहा _ताई जी आगे क्या huwa आप बताने वाली थीं।

कमल _हा बेटा , पूजा पाठ की सारी गतिविधियां समझाने के बाद बाबा का शिष्य आश्रम चला गया। और जाते हुवे एक मोबाइल नम्बर दे दिया ओर कहा ये बाबा जी का मोबाइल नम्बर है कोइ समस्या हो तो कॉल कर बाबा जी सी समाधान पूछ लेना।

उसके बाड़ मैं हर रोज सुबह 4बजे उठकर नहा कर पीली साड़ी पहनकर बाबा के शिष्य द्वारा बताए तरीको से देवी मैं की मूर्ति की पूजा कर मंत्र जाप करने लगी।

नियमित रूप से सुबह शाम बाबा द्वारा दी गई औषधी को दूध में उबालकर चंदन के बापू को देने लगी।

हमने देखा की चन्दन के बापू की हालत में दिन ब दिन सुधार हो रहा है। अब वह लाठी के सहारे खड़ा हो पा रहा था। उसके हाथों में भी काफ़ी सुधार हो रहा था। वह अपने हाथ की उंगलियों को बंद एवम खोल पा रहा था।

यह देखकर हम बहुत खुश हुए और बाबा जी के प्रति हमारी श्रद्धा बड़ गई।

सब कुछ अच्छा चल रहा था मूर्ति की पूजा हमे 30दिन करने के बाद उसे तालाब में विसर्जित करना था। 23दिन सब कुछ अच्छे तरीके से संपन्न huwa lकेवल 7रोज ही बचे थे की तभी पूजा पाठ में एक विघ्न आ गया।

मेरी माहवारी शुरू हो गई।

मासिक धर्म के समय महिलाओं का पूजा रूम मे घुसना वर्जित होता है। महिलाओं का शरीर अपवित्र माना जाता है।

मै चिंता में पड़ गई अब क्या होगा। बाबा ने कहा था कि पूजा पाठ नियमित रूप से करना होगा। बीच में रुकना नहीं चाहिए नही तो अपशकुन होगा।

मैने यह बात चंपा को बताई और कहा बेटी अब क्या होगा पूजाबिच में रुकने से कही कोई अनर्थ न हो जाए अब क्या करे?

चम्पा _मां बाबा के शिष्य ने हमें बाबा का मोबाइल नंबर दिया है और कहा है की कोई समस्या हो तो कॉल करना। बाबा आपके समस्या का हल जरूर निकलेगा। क्यू न हम बाबा जी को काल कर समस्या बताए। उनके पास इस समस्या का कोई हल जरुर होगा।

कमला _बेटी तुम सही कह रही। बाबा जी को काल लगाओ।

चम्पा बाबा जी को काल लगाई। और मोबाइल कमला को पकड़ा दी।

बाबा ने काल उठाया।

कमला _हैलो बाबा जी।

बाबा जी _कौन बोल रही हो बेटी मै बाबा जी ही बोल रहा हूं।

कमला _बाबा जी मैं कमला बोल रही है। श्यामलाल की पत्नी जिनका इलाज कराने आपके आश्रम आए थे।

बाबा _हा बेटी कमला बोलो आपके बीच के तबियत ठीक तो है ना?

सब कुशल मंगल तो है न। कही कोई समस्या तो नही।

कमला _बाबा जी अब तक तो सब कुछ अच्छा चल रहा था। चंदन के बापू की तबीयत में भी काफ़ी सुधार आया है। पर एक बड़ी समस्या आ गई है।

बाबा _कैसी समस्या बेटी मुझे खुलकर बताओ।

कमला _बाबा मेरी माहवारी शुरू हो गई है अब मैं देवी मां की पूजा पाठ एवम मंत्र जप कैसे करू। कोई उपाय बताइए।

बाबा _बेटी, ये तो बड़ी विकट समस्या आ गया। तुम अभी पूजा रूम में जाने योग्य नहीं हो। लेकीन पूजा बिच में रुकने से कहीं अपशकुन न हो जाए।

देवी मां नाराज भी हो सकती है जिससे घर में नई विपत्ति आ सकती है?

कमला _बाबा जी अब क्या होगा कोई उपाय होगा तो बताइए।

बाबा _बेटी उपाय तो है पर उसे तुम कर सको तो।

कमला _बाबा जी मैं वह उपाय जरुर करूंगी आप करना क्या होगा बताए।

बाबा _बेटी ध्यान से सुनो, मासिक धर्म के समय महीला का शरीर अपवित्र हो जाति है। तुम गंगा जल से स्नान कर अपने बाह्य तन को तो शुद्ध कर सकती हो लेकीन गंगा जल से तुम्हारे गर्भाशय का शुद्धिकरण नही हो सकता उसके लिए तुम्हें दुसरे उपाय करने होंगे।

कमला _बाबा जी आप बताइए की मेरे शरीर के अंदर का शुद्धिकरण कैसे होगा?

बाबा _बेटी महिलाओं के गर्भाशय के लिए कोई सबसे पवित्र चीज है तो वह पुरुषों का वीर्य है।

समय पर गर्भाशय को पुरुषों का वीर्य न मिल पाने के कारण ही महिलाओं को माहवारी शुरू हो जाती है। और समय पर वीर्य मिल जाए तो महीला गर्भ धारन कर सुंदर शिशु को जन्म देती है।
अतः महिलाओं के गर्भासय के लिऐ वीर्य से बडा पवित्र चीज और कोई नहीं है।

अतः गर्भसाय का सुद्धिकरण के लिए तुम्हें अपने गर्भाशय को वीर्य से नहलाना होगा।

कमला_पर ये कैसे होगा बाबा जी।

बाबा _ये एक ही उपाय है बेटी तुम्हें सुबह उठकर पहले किसी पुरुष से संभोग करना होगा। पुरुष अपने वीर्य से तुम्हारे गर्भाशय को सीचेगा ।
उसके बाद गंगा जल से नहाना होगा तब तुम पूर्ण रूप से सुध हो सकोगी और पूजा पाठ कर सकोगी।

कमला _पर बाबा जी चंदन के बापू तो इस स्थिति में नही है की ओ मुझसे संबंध बना सकें।

बाबा _देखो बेटी, तुम्हारे पूछने पर मैने उपाय बताएं अब आप की मर्जी है तुम उपाय करती हो की नही। यह जरूरी नहीं है कि तुम अपने ही पति से संभोग कर सुद्धीकरण करो पराया पुरुष की भी मदद ले सकती हो। अब आगे आपकी मर्जी।
और बाबा ने यह कहते हुए की देवी मां की कृपा तुम पर बनी रहें काल रख दिया।

अब कमला चिंतित हो गई अब वह क्या करे उसे कुछ समझ नहि आ रहा था। वह एक पतिव्रता नारी थी जो अभी तक किसी पराया मर्द के santh सम्बंध बनाना तो दूर ऐसा करने के बारे में भी सपने में भी नही सोची थी।

मां को चितित देख कर चम्पा अपनी मां से पूछी बताओ मां बाबा जी ने तुम्हें क्या उपाय बताया तुम बहुत चिंतित लग रही हो।

चम्पा के बार बार पूछने पर कमला ने अपनी बेटी चम्पा को बाबा द्वारा कही गई सारी बाते बता दी।

चम्पा भी सुनकर चिंता में पड़ गई।

कुछ समय बाद चम्पा बोली _मां अगर तुम चाहो तो एक पुरुष है जो तुम्हारी मदद कर सकता है?
और किसी को पता भी नही चलेगा।

कमला _चम्पा ये तुम क्या कह रही हो बेटी और कौन है जो हमारी मदद कर सकता है और किसी को कुछ पता भी नही चलेगा।


चंपा _मां चंदन हमारी मदद करेगा।

कमला _चंपा, अपनी मुंह बंद रख, आखिर तुम इतना गंदा सोच कैसे रख सकती हो। चंदन मेरा बेटा है।

चम्पा _जानती हू मां की चन्दन तुम्हारा बेटा है, मैने सोच समझकर ही ये बातें तुमसे कही है।
इसके अलावा और कोई चारा है तुम्हारे पास तो बताओ।

अगर तुमबिच में हीपूजा बंद कर दी तो घर में कोई फिर से अनिष्ट न हो जाय। और तुम कहीं बाहर के पुरुष से मदद ली तो वह पूरे गांव वाले को बता सकता है जिससे हमारी बदनामी होगी।

तुम इस बारे में अच्छे से सोच कर देखो।

कमला, चंपा के द्वारा कही बातो को ध्यान से सुनने के बाद गहन सोच विचार में डूब गई।
काफ़ी देर सोचने के बाद वह चम्पा से बोली।

कमला_बेटी पर चंदन तो अभी छोटा है और इन सब के बारे में उसे कुछ जानकारी भी नही होगा। फिर ये सब कैसे होगा?
चम्पा _मां चंदन अब इतना बच्चा भीनहीं रहा वह 19 वर्ष का हो चुका है इस उम्र में तो पहले गांव के लोग बाप बन जाते थे।
और तुम्हें चिंता करने की कोई बात नही मै चंदन को सब समझा दूंगी।

कमला _पर बेटी अगर चंदन तैयार भी हो गया तो मेरे में इतना हिम्मत नहीं की उसके नीचे जाकर लेट सकू।

चम्पा, _मां मैने तुमसे कहा ना की तुम्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं मै सब सम्हाल लूंगी। बस मै जैसे कहूंगी वैसी करती जाना।
और चम्पा मुस्कुराने लगी।
जिसे देखकर कमला ने कहा धत बदमाश कही की मैं शर्म से मरी जा रही, मेरी जान निकले जा रही और तुम मुस्कुरा रही हो।
आगे अगले अपडेट मे,,,,
Behtreen update
 

sunoanuj

Well-Known Member
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Bahut hi behtarin kahani hai… waiting for next update…
 
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