और उसे मोटी उसने इसललए कहा क्योंकक उसकी मोटी-2 टाींगे उसने पहली बार देखी थी... और वो मोटी और गचकनी टाींगे ककसी कफल्मी हेरोइन से कम नही लग रही थी..और टाइट टॉप की वजह से उसकी छानतयााँ भी जरूरत से ज़्यादा बाहर ननकल कर चमक रही थी... आज से पहले सोनू ने उसकी ब्रेस्ट का साइज नोट नहीीं ककया था पर ऐसे कपड़ों में वो उन्हें नरअींदाज भी नही कर सकता था और कुछ देर पहले सोनू ने स्जस तरह से उसके गुदाजपन को महसूस ककया था, उसके दहसाब से तो उन छानतयों में काफी माल भरा हुआ था. पर इन गींदे ख्यालों के एक बार कफर से ददमाग में आते ही उसने उन्हे झटक ददया... ये कहते हुए... 'ये गलत है'. दोनो अींदर आ गये और बैठकर काफी देर तक एक दूसरे से बात की.. सोनू नोट कर रहा था की सोननया भी उसे देखकर उतनी ही एक्साइटेड है स्जतना की वो...
इस बार वो कई महीनों के बाद वापपस आई थी... और वो भी पूरे 2 महीने के ललए... वो दोनो बाते कर रहे थे और उनकी मॉम, वाणी अींदर आई और उन्हे खाने की टेबल पर आने को कहा... वाणी ने भी अपने आप को काफी मेंटेन करके रख हुआ था वाणी एक डॉक्टर थी आज घर मे सब कुछ सोननया की पसींद का ही बना था... वैसे एक खास बात थी, िुरू से ही जो सोनू को पसींद आता था,वही सोननया को भी पसींद आता था.. इसललए ये कहना गलत होगा की आज सब कुछ लसफड सोननया की पसींद का बना था...सोनू को भी ये सब उतना ही पसींद था स्जतना उसकी बहन को..यानी राजमा-चावल, आलू का रायता, आलू पालक की सब्जी सींग पराींठे और मीठे में मलाई वाली खीर. सबने लमलकर खाना खाया और एक बार कफर से दोनो भाई-बहन अपने रूम में जाकर गप्पे मारने लगे.. और अींदर जाते ही सबसे पहला सवाल जो सोननया ने ककया, उसे सुनकर सोनू की लसट्टी पपट्टी गुम हो गयी वो बोली : "और सुना ब्रो.... तूने साक्षी के साथ कुछ ककया क्या... ककस्स-पवस्स करी क्या उसको...'' साक्षी दरअसल सोनू की क्लास में ही थी... पपछली बार जब सोननया घर आई थी तो साक्षी उसकी नोटबुक लेने घर आई थी... देखने में वो काफी एट्रेस्क्टव सी थी, बबल्कुल ररया सैन जैसी िक्ल थी उसकी... उसके चले जाने के बाद सोननया काफी देर तक सोनू को साक्षी का नाम लेकर छेड़ती रही थी.... और अींत में उसने सोनू से ये बात उगलवा ही ली की वो वन साइडेड उसको लाइक करता है. और आज वो ये जानना चाहती थी की सोनू ने उसे ककस्स ककया या नही.... WTF ये कैसी बाते करने लगी है सोननया एक दम से... इतनी फ्रेंक तो वो पहले कभी नही थी... सपनों को खुद ही िमड आई की उसकी बहन उससे ये कैसा प्रश्न पूछ रही है... वो झेंप सा गया... पर सोननया ने उसका पीछा नही छोड़ा.... वो बार -2 उसकी ही बात करके सोनू को छेड़ती रही... अींत में सोनू ने उससे पीछा छुड़वाने के ललए बोल ही ददया ''देखो सोननया.... उसके और मेरे बीच की बात कहााँ तक पहुाँची है,इससे तुम्हारा कोई मतलब नही होना चादहए... मैने तो आज तक तुमसे तुम्हारी लाइफ के बारे में कुछ नही पूछा... तो तुम क्यो पूछ रही हो..'' वो बड़े ही कैजुअल तरीके से बोली : "अरे, तो इसमे क्या प्राब्लम है.... तू भी पूछ ले.... मेरी लाइफ के बारे में ...''