- 1,883
- 4,476
- 159
जीतूलिका ज्यादा ही बड़ा ढूंढ रही है या दिखा रही है Rakesh Bhai ye tulika wala portion bhi batao bada interesting hoti ja rahi hai kahani
जीतूलिका ज्यादा ही बड़ा ढूंढ रही है या दिखा रही है Rakesh Bhai ye tulika wala portion bhi batao bada interesting hoti ja rahi hai kahani
आज ही पढ़नी शुरू की और एक साथ सारी की सारी पढ डाली
बहुत मजा आया
जी, अगला प्रकरण पांच मिनट में पोस्ट कर रहा हूं -और अब अगले अपडेट की बहुत बेसब्री से प्रतीक्षा है
बहुत बहुत आभार, सरNice waiting for next update
जी, अगला प्रकरण पांच मिनट में पोस्ट कर रहा हूं -
Thanks a lot, Sir -----------------------------_____/\______Superb update
बहुत बहुत आभार, सरबहुत मजा आया
और अब अगले अपडेट की बहुत बेसब्री से प्रतीक्षा है
Sahi kaha bhai
Bahut maza aaya
Aur agle update ka intezaar bada mushkil hai
आप की इस टिप्पणी के लिए आभारी हूं --------A
अब कहानी ठीक हुई है, मगर चांदनी का जुगल को छोड़ कर जाना ठीक नही लगा। अब कहीं वो खुद गलत चंगुल में ना फंस जाए, चांदनी का इस तरह जाना कुछ समझ नहीं आया जुगल को छोड़ कर। अपडेट अब ठीक हो गया।
ये चांदनी वाकई में बेवकूफ है सारी स्टोरी में कांड इसी की वजह से हो रहे है।अपने पापा को देखने की वजह से जगदीश और शालिनी के साथ कांड हुआ फिर रात में जुगल के साथ फिर बिना सोचे अब अजिंक्य के साथ। इतनी बेवकूफ कोई कैसे हो सकती है।