भाई मैं आपकी राय की रिस्पेक्ट करता हूं,एक कहानी में ऐसा होता कि एक किरदार दूसरे किरदार को पटाए,उसे सिड्यूस करे।पर इस कहानी का जो मुख्य किरदार है,वो प्यार,सिड्यूस, पटाना इन चीजों से दूर।भाई आपने ये स्टोरी अभी तक पढ़ी है, तो आपको अमजद के बारे में पता चल गया होगा कि वो किस किस्म का इंसान।अमजद को अपनी बेटियां या दूसरी लड़कियों को सिर्फ चोदना नहीं है।बल्कि उन्हें अपनी रण्डी बनाकर चोदना है। किसी मां,बहन,बेटी को सिड्यूस करके पटाकर चोदना,इस प्रकार की कहानी बहुत मिल जाएगी इस forum में।पर ये कहानी थोड़ी अलग है।इस कहानी में प्यार,मोहब्बत,जज्बात,दिल्लगी और अच्छाई की कोई जगह नहीं है। इस कहानी में सिर्फ गंदगी, चुदाई, बेशर्मी,कमीनापन,हरामीपन है। और ये सब पढ़ने में आपको मजा आता है तो पढ़ो।
भाई इस कहानी का मुख्य किरदार अमजद खुद मजा करेगा और लड़कियों को मजा देगा पर अपने हिसाब से।इस कहानी में जो भी लड़की अमजद से चुदवाएगी, किसी भी लड़की की मर्जी नहीं चलेगी।अमजद किसी भी लड़की को अपनी महबूबा बनाकर नहीं चोदेगा,अमजद सबको अपनी रण्डी बनाकर चोदेगा।इस कहानी में लड़की अपनी मर्जी सिर्फ अमजद की रण्डी बन सकती है।अमजद जबरदस्ती किसी को रण्डी नहीं बनाएगा।
और हां मेरी बात आपको बुरी लगी है तो,इस फोरम के बाकी राइटर आपसे माफी मांगते है।
Other writer: कमिने यूनिक हम क्यों माफी मांगे।
मैं:क्योंकि मैं तो कामिना हूं। हाहहाह।