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भगवान का शुक्र है की आप आये तो शहीनिरतंर प्रय्यास में जल्द अपडेट करने की कोशिश करूंगा
बहुत ही कामुक गरमागरम और उत्तेजना से भरपूर अपडेट हैचाची ने अपनी चुत को साफ किया और मेरे लन्ड को भी साफ किया और बोली राज अभी चल खाना खाकर मैं तेरा माल भी निकाल दूंगी ओर हम नन्गे ही बाथरूम से बाहर आ गए……
अपडेट 78
हमें देखकर माँ बोली कम से कम कपड़े तो पहन लिए होते अब हमें कुछ समय बाद घर जाना है तो अपनी आदत बदल लेनी चाहिए, माँ की बात सुनकर चाची बोली दीदी अभी राज का होना बाकी है तो हमने सोचा पहले खाना खाते हैं और फिर मैं राज को शांत कर दूंगी बस इसलिये ही ऐसे चले आए, माँ चाची की बात सुनकर हैरानी से बोली इसका मतलब कोमल तूने राज के साथ दोबारा से किया तो चाची मुस्कुरा कर बोली दीदी वो क्या है कि नहाते वक्त राज के हाथ बदन पर पड़ने से थोड़ा सा मन कर रहा था और बाकी की कसर राज का हथियार तैयार होते ही पूरी हो गई तो फ़िर से एक बार हो गया लेकिन राज का अभी भी बाकी है तो खाने के बाद कर लेंगे आप खाना दो, ओर ये बोलकर मैं ओर चाची नन्गे ही खाना खाने बैठ गए…
खाना खाते हुए माँ ने पूछा राज वापसी का क्या प्रोग्राम है, तो मैंने बताया कि खाने के बाद मैं पता लगाता हूँ कि यहाँ कोरोना की जांच कहाँ हो रही है और क्या प्रोसेस है, फिर हम जांच करवा कर यात्रा पास बनवा लेंगे क्योंकि ज्यादा दिन तक घरवालों को टाल नहीं सकते, मेरी बात का माँ ने समर्थन किया और ऐसे ही बात करते हुए हमने खाना खत्म किया, खाने के बाद मै आकर बेड पर लेट गया मेरा लन्ड भी अब तक शांत हो गया था तभी चाची मेरे पास आईं और बोली राज तू सीधे होकर लेट मैं तेरा काम पूरा कर देती हूं तो मैंने मना कर दिया कि अब मैं कुछ देर आराम करूँगा ये बोलकर मैंने अपनी आँखें बंद कर ली और सोने की कोशिश करने लगा…
चाची माँ का हाथ बंटाने के लिए चली गई और मैं सोने लगा सुबह से चार चुतों को शांत करने के कारण थोड़ी सुस्ती आ रही थी, एक एक बार बेला ओर माँ और दो बार चाची को ठंडी किया था तो अब नींद आ गई जल्दी ही मैं गहरी नींद में था… कोई दो घंटे के बाद अच्छा मुझे लगा कि मेरे लन्ड पर कुछ रेंग रहा है, मैंने उनींदी आंखों से देखा मेरे बगल में चाची गाउन पहनकर सो रही है और माँ मेरे लन्ड को चाट रही है तो मैंने अपनी आँखों को बन्द करके सोने का नाटक करने लगा और माँ क्या करती है यह देखने लगा, माँ मेरे लन्ड को पकड़कर चूस व चाट रही थी और एक हाथ से अपनी चुत को सहला रही थी, …
कुछ समय बाद ही मेरा लन्ड अपनी पूरी औकात पर आ गया था, तो माँ ने अपने कपड़ों को उतार दिया और अपनी चुत को रगड़ती हुई मेरे ऊपर आ गई, उसने लन्ड को चुत पर घिसा उसकी चुत के पानी से लन्ड का सुपड़ा चिकना हो गया तो माँ ने उसे छेद पर सेट करके अपना दबाव उसपे बढ़ाने लगी जिससे लन्ड चुत में सरकने लगा चिकनाई की वजह से पूरा लन्ड अंदर घुस गया, अब माँ ने अपनी कमर चलाना शुरू कर दिया और चुदाई का मजा लेने लगी उनकी चुत लगातार बह रही थी और वो अपनी आँखों को बन्द करके इस क्षण को भरपूर जी रहीं थी लेकिन अब मुझसे इस तरह बिना हिले डुले लेटना बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो मैंने अपने हाथ बढ़ा कर माँ की दोनों चुचियों को थाम लिया और उनके निप्पलों को मसलने लगा जिससे माँ ने अपनी आंखें खोल दी और मुझसे नज़र मिलते ही झुककर मेरे होंठ चूसने लगी…
चाची ने अपनी चुत को साफ किया और मेरे लन्ड को भी साफ किया और बोली राज अभी चल खाना खाकर मैं तेरा माल भी निकाल दूंगी ओर हम नन्गे ही बाथरूम से बाहर आ गए……
अपडेट 78
हमें देखकर माँ बोली कम से कम कपड़े तो पहन लिए होते अब हमें कुछ समय बाद घर जाना है तो अपनी आदत बदल लेनी चाहिए, माँ की बात सुनकर चाची बोली दीदी अभी राज का होना बाकी है तो हमने सोचा पहले खाना खाते हैं और फिर मैं राज को शांत कर दूंगी बस इसलिये ही ऐसे चले आए, माँ चाची की बात सुनकर हैरानी से बोली इसका मतलब कोमल तूने राज के साथ दोबारा से किया तो चाची मुस्कुरा कर बोली दीदी वो क्या है कि नहाते वक्त राज के हाथ बदन पर पड़ने से थोड़ा सा मन कर रहा था और बाकी की कसर राज का हथियार तैयार होते ही पूरी हो गई तो फ़िर से एक बार हो गया लेकिन राज का अभी भी बाकी है तो खाने के बाद कर लेंगे आप खाना दो, ओर ये बोलकर मैं ओर चाची नन्गे ही खाना खाने बैठ गए…
खाना खाते हुए माँ ने पूछा राज वापसी का क्या प्रोग्राम है, तो मैंने बताया कि खाने के बाद मैं पता लगाता हूँ कि यहाँ कोरोना की जांच कहाँ हो रही है और क्या प्रोसेस है, फिर हम जांच करवा कर यात्रा पास बनवा लेंगे क्योंकि ज्यादा दिन तक घरवालों को टाल नहीं सकते, मेरी बात का माँ ने समर्थन किया और ऐसे ही बात करते हुए हमने खाना खत्म किया, खाने के बाद मै आकर बेड पर लेट गया मेरा लन्ड भी अब तक शांत हो गया था तभी चाची मेरे पास आईं और बोली राज तू सीधे होकर लेट मैं तेरा काम पूरा कर देती हूं तो मैंने मना कर दिया कि अब मैं कुछ देर आराम करूँगा ये बोलकर मैंने अपनी आँखें बंद कर ली और सोने की कोशिश करने लगा…
चाची माँ का हाथ बंटाने के लिए चली गई और मैं सोने लगा सुबह से चार चुतों को शांत करने के कारण थोड़ी सुस्ती आ रही थी, एक एक बार बेला ओर माँ और दो बार चाची को ठंडी किया था तो अब नींद आ गई जल्दी ही मैं गहरी नींद में था… कोई दो घंटे के बाद अच्छा मुझे लगा कि मेरे लन्ड पर कुछ रेंग रहा है, मैंने उनींदी आंखों से देखा मेरे बगल में चाची गाउन पहनकर सो रही है और माँ मेरे लन्ड को चाट रही है तो मैंने अपनी आँखों को बन्द करके सोने का नाटक करने लगा और माँ क्या करती है यह देखने लगा, माँ मेरे लन्ड को पकड़कर चूस व चाट रही थी और एक हाथ से अपनी चुत को सहला रही थी, …
कुछ समय बाद ही मेरा लन्ड अपनी पूरी औकात पर आ गया था, तो माँ ने अपने कपड़ों को उतार दिया और अपनी चुत को रगड़ती हुई मेरे ऊपर आ गई, उसने लन्ड को चुत पर घिसा उसकी चुत के पानी से लन्ड का सुपड़ा चिकना हो गया तो माँ ने उसे छेद पर सेट करके अपना दबाव उसपे बढ़ाने लगी जिससे लन्ड चुत में सरकने लगा चिकनाई की वजह से पूरा लन्ड अंदर घुस गया, अब माँ ने अपनी कमर चलाना शुरू कर दिया और चुदाई का मजा लेने लगी उनकी चुत लगातार बह रही थी और वो अपनी आँखों को बन्द करके इस क्षण को भरपूर जी रहीं थी लेकिन अब मुझसे इस तरह बिना हिले डुले लेटना बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो मैंने अपने हाथ बढ़ा कर माँ की दोनों चुचियों को थाम लिया और उनके निप्पलों को मसलने लगा जिससे माँ ने अपनी आंखें खोल दी और मुझसे नज़र मिलते ही झुककर मेरे होंठ चूसने लगी…
Nice updateचाची ने अपनी चुत को साफ किया और मेरे लन्ड को भी साफ किया और बोली राज अभी चल खाना खाकर मैं तेरा माल भी निकाल दूंगी ओर हम नन्गे ही बाथरूम से बाहर आ गए……
अपडेट 78
हमें देखकर माँ बोली कम से कम कपड़े तो पहन लिए होते अब हमें कुछ समय बाद घर जाना है तो अपनी आदत बदल लेनी चाहिए, माँ की बात सुनकर चाची बोली दीदी अभी राज का होना बाकी है तो हमने सोचा पहले खाना खाते हैं और फिर मैं राज को शांत कर दूंगी बस इसलिये ही ऐसे चले आए, माँ चाची की बात सुनकर हैरानी से बोली इसका मतलब कोमल तूने राज के साथ दोबारा से किया तो चाची मुस्कुरा कर बोली दीदी वो क्या है कि नहाते वक्त राज के हाथ बदन पर पड़ने से थोड़ा सा मन कर रहा था और बाकी की कसर राज का हथियार तैयार होते ही पूरी हो गई तो फ़िर से एक बार हो गया लेकिन राज का अभी भी बाकी है तो खाने के बाद कर लेंगे आप खाना दो, ओर ये बोलकर मैं ओर चाची नन्गे ही खाना खाने बैठ गए…
खाना खाते हुए माँ ने पूछा राज वापसी का क्या प्रोग्राम है, तो मैंने बताया कि खाने के बाद मैं पता लगाता हूँ कि यहाँ कोरोना की जांच कहाँ हो रही है और क्या प्रोसेस है, फिर हम जांच करवा कर यात्रा पास बनवा लेंगे क्योंकि ज्यादा दिन तक घरवालों को टाल नहीं सकते, मेरी बात का माँ ने समर्थन किया और ऐसे ही बात करते हुए हमने खाना खत्म किया, खाने के बाद मै आकर बेड पर लेट गया मेरा लन्ड भी अब तक शांत हो गया था तभी चाची मेरे पास आईं और बोली राज तू सीधे होकर लेट मैं तेरा काम पूरा कर देती हूं तो मैंने मना कर दिया कि अब मैं कुछ देर आराम करूँगा ये बोलकर मैंने अपनी आँखें बंद कर ली और सोने की कोशिश करने लगा…
चाची माँ का हाथ बंटाने के लिए चली गई और मैं सोने लगा सुबह से चार चुतों को शांत करने के कारण थोड़ी सुस्ती आ रही थी, एक एक बार बेला ओर माँ और दो बार चाची को ठंडी किया था तो अब नींद आ गई जल्दी ही मैं गहरी नींद में था… कोई दो घंटे के बाद अच्छा मुझे लगा कि मेरे लन्ड पर कुछ रेंग रहा है, मैंने उनींदी आंखों से देखा मेरे बगल में चाची गाउन पहनकर सो रही है और माँ मेरे लन्ड को चाट रही है तो मैंने अपनी आँखों को बन्द करके सोने का नाटक करने लगा और माँ क्या करती है यह देखने लगा, माँ मेरे लन्ड को पकड़कर चूस व चाट रही थी और एक हाथ से अपनी चुत को सहला रही थी, …
कुछ समय बाद ही मेरा लन्ड अपनी पूरी औकात पर आ गया था, तो माँ ने अपने कपड़ों को उतार दिया और अपनी चुत को रगड़ती हुई मेरे ऊपर आ गई, उसने लन्ड को चुत पर घिसा उसकी चुत के पानी से लन्ड का सुपड़ा चिकना हो गया तो माँ ने उसे छेद पर सेट करके अपना दबाव उसपे बढ़ाने लगी जिससे लन्ड चुत में सरकने लगा चिकनाई की वजह से पूरा लन्ड अंदर घुस गया, अब माँ ने अपनी कमर चलाना शुरू कर दिया और चुदाई का मजा लेने लगी उनकी चुत लगातार बह रही थी और वो अपनी आँखों को बन्द करके इस क्षण को भरपूर जी रहीं थी लेकिन अब मुझसे इस तरह बिना हिले डुले लेटना बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो मैंने अपने हाथ बढ़ा कर माँ की दोनों चुचियों को थाम लिया और उनके निप्पलों को मसलने लगा जिससे माँ ने अपनी आंखें खोल दी और मुझसे नज़र मिलते ही झुककर मेरे होंठ चूसने लगी…