उपन्यास हो या मूवी , अगर कहीं से फ़्लैश बैक की गुंजाइश बनती है तो वो उस की मजबूत नींव होती है ।
एक्शन मूवी " शोले " हो या " बाहुबली " , दोनों में फ्लैश बैक काफी स्ट्रॉन्ग था ।
एक साधारण लड़का विश्व क्यों बदले की आग में क्षत्रपाल के सम्राज्य को रसातल में मिला दिया , इसके लिए उसके पास्ट की कहानी जानना बहुत जरूरी हो जाता है ।
वैदेही के दर्द को उसके पास्ट के नहीं जाने बिना समझ ही नहीं सकते ।
तापस और प्रतिभा ने विश्व को क्यों सपोर्ट किया , इसके लिए भी पास्ट में जाना जरूरी था ।
फ़्लैश बैक और प्रजेंट की घटनाओं को एक साथ ही लिखना सहज नहीं होता । और मुझे लगता है आप ने इन्हें इस कहानी में बहुत ही बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत किया है ।
फिलहाल की अपडेट भी फ़्लैश बैक पर आधारित है । विश्व का एजूकेशन और विक्रम एवं शुभ्रा के बीच पनपते रिश्ते पर था ।
भैरव सिंह की वैदेही से नफ़रत के कारण पर था ।
खैर , इस अपडेट में जो कुछ भैरव सिंह ने अपने छोटे भाई से वैदेही के लिए अपनी नफरत की भावना को कहा , उससे हमें उसके दिमाग का दिवालियापन का पता चलता है । उसके झूठे अहंकार का पता चलता है ।
एक अबला नारी के उपर ऐसी हरकतें एक गिरा हुआ और कायर इंसान ही कर सकता है । मर्दानगी किसी के उपर जुल्म करके नहीं बल्कि किसी की रक्षा करने से होती है ।
बहुत खुबसूरत अपडेट था भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग ।