विश्वा के दिमाग पर आश्चर्य होता है कि कैसे वह दुश्मन के चाल , उसके बिछाए हुए चक्रव्यूह को पहले से ही भांप लेता है ! यह हम सोच ही नही सकते थे कि भैरव सिंह की मंशा रूप नंदिनी की शादी कमलाकांत के साथ करने की कभी थी ही नही । लेकिन विश्वा ने इसे सोच लिया और बिल्कुल ही सही सोचा ।
इसका मतलब कमलाकांत को बली का बकरा बनाया गया है । और यह सब विश्वा को उलझाने का प्लानिंग था । इसका तात्पर्य क्या निकाला जाए ? कहीं कमलाकांत साहब के जीवन के चैप्टर का द एंड तो नही ?
जैसा कि मैने कहा था भैरव सिंह के करीबी लोगों पर विश्वा को फोकस करना चाहिए और यही सलाह विश्वा को पिनाक साहब ने भी दी । एडवोकेट वल्लभ प्रधान वह व्यक्ति है जो भैरव सिंह के खिलाफ वाटरलू साबित हो सकता है । अब देखना यह है कि विश्वा कैसे इस पंक्षी को पिंजरे मे कैद कर पाता है !
इसके पहले रूप नंदिनी और विश्वा का प्रणय सीन्स जो आया वह एक बार फिर से अत्यंत ही खूबसूरत और रोमांटिक लगा । यही नही बल्कि इनके प्रेम मे चंचलता और शरारतपन भी मौजूद था ।
और जहां तक बात है भैरव सिंह के खिलाफ मनी ट्रेल साबित करने की , यह बहुत ही पेचिदा और दुरुह कार्य लग रहा है । इसके लिए विश्वा को केंद्रिय गवर्नमेंट की मदद लेनी होगी । शायद विश्वा के कुछ दोस्त जो बड़े बिजनेस मैन हों या फिर कोई बड़े प्रशासनिक अधिकारी , इस कार्य मे उसे कुछ हेल्प कर सकें !
खुबसूरत अपडेट बुज्जी भाई ।
अपनी पुत्री का ख्याल रखिएगा और मेरा उसे ढेर सारा प्यार और स्नेह कहिएगा ।
जगमग जगमग अपडेट ।