थ्रीलर कहानियां अधिकतर मर्डर मिस्ट्री या जालसाजी पर ज्यादा लिखी जाती है । वैसे यह भी जालसाजी पर ही आधारित है पर सब्जेक्ट थोड़ा हटकर है ।
मनरेगा के लिए आवंटन हुए पैसों का गबन करना । ये कहानी ही नहीं है बल्कि सच्चाई भी है । ऐसा हजारों केस में हो चुका है । सरकारी धन को किसी न किसी स्कीम के तहत लुटना । लेकिन यह महान काम बड़ी बड़ी हस्तियों के वश का ही है । मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय लोगों की बिसात ही कहां है ऐसे कामों को सोचने तक की ।
इस अपडेट में भी बेहतरीन जिरह करते हुए देखाया आप ने जयंत सर को । वकील का काम सिर्फ पैरवी करना ही नहीं होता है बल्कि पुरे केस की असलियत को परखने का भी होता है । एक डिटेक्टिव का भी होता है। उन्होंने बारिकी से केस का इन्वेस्टिगेशन किया और एक लूज प्वाइंट ढूंढ निकाला ।
जयंत सर के माध्यम से यह सीन लिखकर आपने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया । आउटस्टैंडिंग ।
शुरुआत में देवी देवताओं वाली बात जहां कामेडी से भरपूर थी वहीं बाद में जब कर साहब की बखिया उधेड़ना शुरू की जयंत सर ने तो कहानी में रोमांच सा आ गया । मजा आ गया ।
बीग बॉस पधार रहे हैं अदालत में । वो सब कुछ अपने राज दरबार से बैठे बैठे देख रहे होंगे और महसूस कर रहे होंगे कि अब उन्हें मैदान में खुलकर सामने आना ही होगा अन्यथा अनहोनी न हो जाए !
विक्रम और वो अजनबी हसीना की जब जब मुलाकातें हुईं हैं और उनके बीच हल्की फुल्की बातें हुई है , तब तब मन फ्रेश हो जाता है । लड़की की बातें और उसकी अदाएं ! ब्यूटीफुल ।
यह अपडेट भी बहुत खुबसूरत था । हमेशा की तरह ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग ।