अच्छा, तो पूज्य पिताजी ने ही विक्रम की माता की हत्या कर दी थी। कम से कम विक्रम को अपने बाप की औकात मालूम हो गई - अब इस जानकारी के बावज़ूद अगर वो भैरव के साथ होना चाहता है, तो ऐसे मूर्ख का कोई उपाय नहीं है।
वैसे, यह अक्सर देखा गया है कि सब कुछ जानते बूझते और समझते हुए भी लोग निकम्मे, नाकारा, शातिर लोगों का साथ देते रहते हैं - उदाहरण के रूप में आज कल की राजनीति ही देख लीजिए। सभी जानते हैं कि उनके चहेते नेता की असली औकात क्या है, फिर भी वोट उसी को देते हैं। लिहाज़ा, मुझको लगता है कि विक्रम - जो कि अपने आप को अव्वल दर्जे का मूर्ख साबित कर चुका है - भैरव सिंह का साथ देता रहेगा।
वीर, और रूप उसके जाल से बाहर जा चुके हैं। उसके कारण अनु का सबसे भारी नुकसान होने की आशंका है। लेकिन, रूप भी भैरव के ताप से कोई दूर नहीं है। ऐसे में, मुझको न जाने क्यों लग रहा है कि पिनाक एक ख़ास रोल में सामने आएगा - विभीषण टाइप के रोल में। कहीं न कहीं, उसके मन में भैरव सिंह के पद, उसके हासिल मुक़ाम को ले कर ईर्ष्याभाव, और उसकी नीचता को ले कर न्यायिक भाव अवश्य होगा। तो हो सकता है, कि जब समय आए, तो वो खुद ही विश्व को भैरव की कोई ख़ास तोड़ मुहैया करवाएगा। अभी तो ये बात मेरा कयास ही है, लेकिन न जाने क्यों लगता है कि ऐसा होगा।
वीर को और अनु को सहायता अपरिहार्य है। शायद इसीलिए वीर ने विश्व से संपर्क साधा है। विपदा की इस घड़ी में, एक वो ही है, जो अनु को बचा सकता है। लेकिन उस लेवल का इंटेलिजेंस लाने / पाने के लिए समय चाहिए था। जो अभी है नहीं। विश्व उसकी मदद कैसे करेगा, सोचने वाली बात है!
अपडेट के अंत में ये क्या "दूसरा" फेंका है भाई! भैरव को डैनी की तलाश है! सही है! दिलचस्प रहेगी उनकी मुलाकात। शायद पुरानी चाइनीज़ फ़िल्मों जैसा कुछ हो - विलेन हीरो के गुरु को मार देता है, और पूरी फिल्म में हीरो विलेन के हर गुण्डे को! उसी हूश हाश में ढाई घण्टे बीत जाते हैं! हा हा!
और इस वैदेही के पेट में एक क्षण को भी बात पची नहीं - सीलू ने मना किया था कि वो उनकी जानकारी किसी को न दे! लेकिन नहीं! भक्क से गौरी के सामने उगल दिया। क्या पता, गौरी भी प्लांटेड हो? बुढ़िया औरत पर कोई भी भरोसा कर सकता है! तो जैसा मैंने पहले भी कहा था, वैदेही फिलहाल काम बढ़ाने वाला काम कर रही है।
बढ़िया अपडेट है दादा! बहुत बढ़िया!