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निरूपा नटराज से जोरदार ठुकाई करने के बाद फिर से वही कमरे में आ गयी जहां पे शमशेर जंजीरों पर बंधा हुआ था.... श्यामला वैसी ही जमीन पर पड़ी हुई थी... उसकी जिस्म में वो ताकत नहीं बची थी कि वो खड़ी हो जाये... सावित्री हाथ में injection लिए बैठी थी....
सावित्री- दीदी तुम्हारा काम हो गयी ना ? (हंसते हुए)
निरूपा- हां...
सावित्री- अब बताइये ये injection कैसे मारना है ?
निरूपा- वो में बताती हूँ....
तभी नटराज कमरे के अंदर आ गया.....
साबित्री इंजेक्शन निरूपा के हाथ में दे के नटराज के पास गई और धीरे से बोली- लगता है दीदी की ठुकाई करके आ रहे हो ?
नटराज- तुम्हारी दीदी सच में क्या माल है ? चोद के मजा आ गया... चुत अभी तक टाइट है....
सावित्री नटराज के छाती में हाथ फेरती हुई बोली- मेरी चुत भी टाइट ही है...
नटराज- मेरा लन्ड कब से तैयार है तुम्हारी चुत को ढीली करने के लिए....
निरूपा- सावित्री यहाँ आओ....
सावित्री- बोलो दीदी...
निरूपा इंजेक्शन हाथ में लेकर शमशेर के पास गई और शमशेर के मुंह में कस के एक थप्पड़ मारी... शमशेर के मुंह से एक दर्द भरी चीख निकल गया....
निरूपा- मेरे हाथ में ये इंजेक्शन देख रहा है ना, पता है ये कौनसा इंजेक्शन है ?
शमशेर- नहीं
निरूपा- आज के बाद तेरा लन्ड कभी खड़ा नहीं होगा... और तू कभी किसी औरत को चोद नहीं पायेगा....
शमशेर चिल्लाने लगा- नहीं प्लीज ऐसा मत करो....
निरूपा हंसती हुई बोली- तेरा तो ये सुनके गाँड़ फट गया बहनचोद...
शमशेर- नहीं ऐसा मत करो प्लीज...
निरूपा- तुझे दूसरे की बीवी और माँ चोदने की बहुत शौक है ना, आज के बाद चोदना तो दूर की बात मुठ भी मार नहीं पायेगा...
सावित्री पीछे खड़ी हंस रही थी....
निरूपा इंजेक्शन ले कर शमशेर के लन्ड को एक हाथ से पकड़ ली.... निरूपा के हाथ लगते ही शमशेर का लन्ड झट से खड़ा हो गया....
शमशेर चिल्ला रहा था- नहीं इंजेक्शन मत दो....
सावित्री- मादरचोद चुप हो जा.... दीदी जल्दी इंजेक्शन लगाओ...
निरूपा उसके खड़े लन्ड पे इंजेक्शन लगा दिया...
शमशेर के मुंह से एक जोरदार चीख निकल गया....
कुछ ही सेकंड में शमशेर बेहोश हो गया....
निरूपा- नटराज अब तुम्हारा काम है शमशेर और उसकी मम्मी को सही सलामत उसके घर ले जाओ और छोड़ दो... वैसे भी शमशेर अब कुछ करने की लायक नहीं बचा....
नटराज- जी मेडम....
नटराज सीधा सावित्री के पास गया और उसके कान में फुसफुसाया- याद है ना, काम हो जाने के बाद तुम्हारी ठुकाई करना है मुझे....
सावित्री मादक हंसी हंसती हुई बोली- तुम पहले इन दोनों को छोड़ के आओ, फिर देखते हैं....
नटराज साबित्री की बड़ी गाँड़ को हाथ से हल्का सा दबाता हुआ बोला- तुम्हे रात भर पेलना है मुझे.... बहुत दिन हो गया तुम्हारी ये मादक जिस्म देखते देखते....
सावित्री हंसती हुई बोली- ठीक है तुम पहले अपना काम करो...
नटराज फिर शमशेर और उसके मम्मी श्यामला को लेकर जीप में डाल दिया और जाने लगा....
नटराज के जाने के बाद निरूपा बोली- सावित्री आज मेरी दिल को ठंडक पहुंची...
सावित्री- हां दीदी...
निरूपा- बस तकलीफ है तो बस इस बात की मेरा पति मुझे छोड़ दिया है और मेरे बच्चे मुझसे अलग हो गए हैं....
सावित्री- दीदी में तो कहती हूँ तुम दूसरी शादी कर लो....
निरूपा- अब इस उम्र में मुझसे कौन शादी करेगा ?
सावित्री- तुम बस" हाँ " कर दो, में तुम्हारी शादी करवाउंगी....
निरूपा- ठीक है.....
*************************
नटराज जल्दी से रातों रात शमशेर और उसकी मम्मी श्यामला को उसके घर मैं डाल के आ गया....
नटराज साबित्री के बंगले में पहुंचते ही सिधा सावित्री के कमरे में गयी.... साबित्री उस वक़्त बाथरूम में नहा रही थी...
नटराज बाथरूम के बाहर से आवाज दिया- कभी हमें भी तो एक साथ नहाने का मौका दो मेडम...
तभी निरूपा उस कमरे में आ गयी... वो एक सेक्सी नाइटी पहनी हुई थी जिससे उसकी भारी गाँड़ और बड़ी बड़ी चुचियां साफ नजर आ रहे थे... नटराज घूर घूर के उसके जिस्म को देख रहा था...
निरूपा- ऐसे क्या घूर रहे हो नटराज ?
नटराज- देख रहा हूँ कि इस उम्र में भी तुम्हारी जवानी क़यामत पैदा कर रही है....
निरूपा नटराज के करीब आके बोली- बस एक माली की जरूरत है जो मेरे बगीचे में रोज पानी डाले....
नटराज- इस बगीचे में पानी डालने के लिए में तैयार हूँ....
निरूपा नटराज को देख के बोली- तुम बहुत बड़े चोदू मर्द हो...
नटराज जैसे ही निरूपा के चूची को पकड़ना चाहा निरूपा दूर हटते हुए बोली- जो भी करना है कल सुबह कर लेना...
ये कहते हुए निरूपा हंसती हुई कमरे के बाहर चली गयी....
नटराज उसकी ऊपर नीचे होती भारी गाँड़ को देखते हुए बोला- जब तक तेरी गाँड़ ना मार लूँ, लन्ड को ठंडक नहीं मिलेगी...
ठीक उसी वक़्त सावित्री बाथरूम से बाहर निकली, वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी... नटराज उसे देखता ही रह गया... गदरायी बदन, मोटी गाँड़, बड़ी Boobs, देख कर नटराज का खुद पे कंट्रोल नहीं हो रहा था... वो बिना देर किए सावित्री को दबोच लिया....
सावित्री- अरे छोड़ो ना, क्या कर रहे हो नटराज ?
नटराज- वहीं कर रहा हूँ, जो मुझे बहुत पहले कर लेना चाहिए था...
सावित्री- हैं बस थोड़ा सब्र रखो....
नटराज- मेरे सामने ब्रा और पैंटी में खड़ी हो जाती हो, भला सब्र कैसे रखूँ ? चलो बैडरूम आज तुम्हे जी भर के ठोकना है...
सावित्री- अरे सुनो तो...
नटराज- मुझे कुछ नहीं सुनना है...
सावित्री- तुम्हारे लिए एक खास आफर है मेरी तरफ से.....
नटराज सावित्री की चूची को ब्रा के ऊपर से दबाते हुए- केसी आफर ?
सावित्री- तुम पहले चूची दबाना बन्द करो फिर बताती हूँ...
नटराज- दबाने दो ना.... काफी दिन हो गया तुम्हारी चूची देखते देखते....
सावित्री उससे अलग होती हुई बोली- आफर ये हैं कि तुम्हे मेरी दीदी से शादी करना होगा...
नटराज- निरूपा मेडम से ?
सावित्री- हाँ
नटराज- लेकिन ?
सावित्री- लेकिन क्या ? वो बिल्कुल अकेली हो गयी है... उसका पति उसे छोड़ दीया है...
नटराज चुप था...
सावित्री- तुम यही सोच रहे हो ना कि तुम 30 साल के हो और मेरी दीदी निरूपा 50 साल की है... सेक्स उम्र नहीं देखता....
नटराज- निरूपा मेडम को चोद के बाकई ऐसा नहीं लगा कि वो 50 साल की औरत हैं.... काफी टाइट चुत है अभी तक...
सावित्री- तुम्हे सबकी चुत की खबर है (सेक्सी स्माइल करती हुई)
नटराज- और नहीं तो क्या ? खास कर निरूपा मेडम की चुत मारने में ज्यादा मजा आया...
सावित्री- तभी तो में देख रही हूं तुम दीदी को हमेशा क्यों घूर रहे थे......
नटराज- एक बात बताओ, निरूपा मेडम की शादी पहले किससे हुई थी और उनके कितने बच्चे हैं ?
सावित्री- दीदी की शादी गोकुलपुरी के मेघनाद गुप्ता के साथ हुई थी... उनके 3 बच्चे हैं....
नटराज- हूँ मेने उनके पति मेघनाद को निरंजन तिवारी के बेटी की शादी में देखा था... उस वक़्त निरूपा मेडम भी उसके साथ आई थी.... तब से मेरा नजर निरूपा मेडम पर था...
सावित्री- मतलब तुम मेरे दीदी को बहुत पहले से चोदना चाहते थे...
नटराज- हाँ... उस पार्टी में निरूपा मेडम गजब की चुदक्कड़ लग रही थी.... मेने उस वक़्त फैसला कर लिया था कि में निरूपा मेडम को पटाऊंगा और चोदूंगा... लेकिन इससे पहले की में निरूपा मेडम को पटाऊं, शमशेर ने उन्हें अपना रखैल बना लिया.... रखैल बनने के बाद में उनको पटाने की कोसिस करने लगा पर उनसे बात करने का ज्यादा टाइम नहीं मिलता था... क्योंकि शमशेर उन्हें दिन रात चोदता रहता था.... मेरा गुस्सा उस वक़्त शमशेर पर ज्यादा हो गया था क्योंकि वो निरूपा मेडम जैसी पटाखा को दिन रात चोदता था मेरे सामने... जबकि मेरा मन था कि में निरूपा मेडम को रात भर बिस्तर पर चोदू.... पर आज तुम्हारी बात सुनकर खुशी हुआ कि आखिरकार में निरूपा मेडम को रात भर चोद पाऊंगा....
सावित्री हंसती हुई बोली- हाँ तुम्हारे लिए ये खास आफर है... मेरी दीदी से शादी कर लो और अपनी ख्वाहिश भी पूरी कर लो...
नटराज- हाँ निरूपा मेडम से शादी तो में करूँगा ही क्योंकि ऐसी माल बारबार नहीं मिलते... पर मेरा एक शर्त है...
सावित्री- क्या ?
नटराज- निरूपा मेडम से शादी से पहले में तुम्हे एक रात के लिए अपना रण्डी बना कर चोदना चाहता हूँ....
सावित्री सेक्सी स्माइल करती हुई- मंजूर है....
नटराज- तो कब मेरा रण्डी बन रही हो...
सावित्री- कल रात को....
नटराज- ठीक है....
फिर नटराज वहां से निकल कर गेस्टरूम पे आ गया जहां पे उसका बेड था....
बेड पर लेटे हुए नटराज मन ही मन बोल रहा था- चलो सावित्री की चुत भी मिलेगी और साथ में निरूपा रांड की चुत भी permanently मिल जाएगी... बस एक बार निरूपा से शादी होने दो, फिर उसकी गाँड़ भी मारना है मुझे.... उफ्फ काफी दिनों से निरूपा रांड के चक्कर में मैने कितने पापड़ बेले हैं... पर किस्मत देखो वो मेरी बीवी बनने वाली है... उसकी जमकर ठुकाई करना पड़ेगा.... उस दिन श्यामला को ज्यादा चोदने के कारण में ज्यादा गरम हो गया था इसलिए निरूपा को उतना चोद नहीं पाया... बस सुहागरात पर निरूपा की ऐसी ठुकाई करूँगा की वो हमेशा के लिए अपना पहला पति मेघनाद गुप्ता को भूल जाएगी....
यही सोचते सोचते नटराज सो गया.....
***********************
सावित्री- दीदी मेने तुम्हारे लिए लड़का देख लिया है शादी के लिए....
निरूपा- मुझे और एक बार शादी नहीं करनी है साबित्री... जो हो गया सो हो गया...
सावित्री- औरत को अकेले नहीं जीना चाहिए, उसको एक मर्द का सहारा जरूर चाहिए....
निरूपा- रहने दो... भला मुझसे शादी करने के लिए कौन तैयार होगा ? 50 कि उम्र है मेरी...
सावित्री- पर खूबसूरती में जवान लड़की को मात दे दोगी दीदी... तुम्हारी खूबसूरती पे एक जवान लड़का मर मिट गया है और वो तुमसे शादी करने के लिए भी तैयार है....
निरूपा- अच्छा कौन है वो ?
सावित्री- नटराज तुम्हारी खूबसूरती पे पागल है.....
निरूपा- वो मेरी जिस्म के लिए पागल है... मुझे हर हाल में भोगना चाहता है....
सावित्री-हाँ तो इसमें गलत क्या है दीदी... आखिर मर्द की नजर हमेशा औरत की जिस्म पर ही तो रहता है... औरत की जिस्म ही तो औरत की सबसे बड़ा हथियार है...
निरूपा- मुझे डर है कि कहीं नटराज मुझे बीच मझधार में ना छोड़ दे....
सावित्री- ऐसा कुछ नहीं होगा... वो तुम्हे हमेशा खुश रखेगा....
निरूपा- ठीक है जैसा तु चाहे....
सावित्री खुश हो के बोली- और हाँ बहुत जल्दी ही तुम्हे मुझे एक बेटा देना होगा (हंसते हुए)
निरूपा- पहले शादी तो होने दे... फिर बच्चे के बारे में सोचेंगे....
सावित्री- समझ लो शादी हो गई...
तभी कमरे में नटराज आ गया...
साबित्री- आओ नटराज, दीदी तुमसे कुछ बातें करना चाहती थी...
नटराज आके कुर्सी पे बेठ गया, सामने निरूपा बैठी हुई थी....
सावित्री- तुम दोनों बातें करो, में कॉफी बना कर लेती हूँ (नटराज को देख के हंसते हुए)
फिर सावित्री वहां से चली गयी...
नटराज कुछ देर निरूपा को देखने के बाद बोला- और बोलिये निरूपा मेडम, क्या बात है ?
निरूपा- बात ये है कि जो मेने सुना क्या वो सच है ? क्या तुम मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो ?
नटराज- हाँ अगर तुम हाँ करो तो...
निरूपा चुप हो गयी...
नटराज निरूपा की चुचियों को घूरते हुए बोला- तुम्हारी खूबसूरती का में दीवाना हूँ...
निरूपा हंसती हुई बोली- लेकिन मेरी एक शर्त है...
नटराज उसकी ब्लाउज के नीचे देखते हुए बोला- केसा शर्त ?
निरूपा- शादी के बाद तुम और में दिल्ली चले जायेंगे... वहीं पे मेरी एक छोटी सी कारोबार है..
नटराज कुछ सोचते हुए- ठीक है...
फिर नटराज निरूपा के पास गया और उसकी हाथ पकड़ कर बोला- कल मेने तुम्हे बैडरूम में चोदा था, बताओ कैसा लगा ?
निरूपा- सच बोलूं तो पहली बार किसी मर्द ने मुझे पूरी तरह संतुष्ट किया...
नटराज- वो कुछ भी नहीं... सुहागरात में इतना लंबा चुदाई करूँगा की तुम्हे जन्नत का सैर करवाऊंगा...
निरूपा नटराज को गले लगाती हुई बोली- मुझे उस दिन का इंतजार है.....
नटराज मन ही मन बोला- बस एक बार तू मेरी बीवी बन जा, फिर दिन रात ऐसा ठोकुंगा की जिस्म की सारी गर्मी उतार दूंगा...
उसी वक़्त सावित्री दरवाजे पर खड़ी हो कर दोनो को देख कर मुस्कुरा रही थी...
नटराज जब उसे देखा तो हाथों से उसे कुछ इशारा करने लगा जिसे सावित्री समझ गयी.....
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उस रात सावित्री सिर्फ ब्लाउज और पैंटी में खड़ी थी, और सामने नटराज कुर्सी पर बैठा था...
नटराज- चलो मेडम जल्दी जल्दी अपना सारा कपड़ा उतारो... आज पूरी रात तुम्हे चोदना है...
सावित्री नखरे दिखाते हुए बोली- अगर में तुम्हे चोदने ना दु तो ?
नटराज- ऐसे कैसे होगा ? तुमने वादा किया था कि काम हो जाने के बाद तुम मुझे चुत दोगी..
सावित्री हंसती हुई बोली- बड़े चालाक हो, मेरी दीदी को भी चोदो, और मुझे भी....
नटराज- क्यों नहीं ? एक हाथ में रसगोला और दूसरे में गुलाब जामुन.......
सावित्री अपनी लाल ब्लाउज निकाल दी....
नटराज उसके चुचियों को घूरते हुए बोला- क्या चूची है तुम्हारा.... आज इसको निचोड़ने का मौका मिल रहा है....
सावित्री मादक हंसी हंस रही थी....
फिर कुछ देर बाद सुरु हुआ हवस का गंदा खेल... नटराज पूरी रात सावित्री को चोद रहा था.... सावित्री की हर एक अंग को वो चूस रहा था...
सावित्री सुबह बेड से उठ नहीं पा रही थी क्योंकि नटराज बड़े ही बेरहमी से रात भर पेला था...
सावित्री खुश थी और मन ही मन बोल रही थी- नटराज क्या जबरदस्त चोदता है... दीदी से शादी करने के बाद दीदी की हालत बुरा होने वाला है....
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अगले दिन मंदिर में नटराज और निरूपा की शादी का कार्यक्रम था... जहां पे ज्यादा लोगों को बुलाया नहीं गया था...
निरूपा लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी..... लाल रंग की ब्लाउज के साथ साथ होंठ पर लाल लिपस्टिक, बहुत ही सेक्सी लग रही थी.... सावित्री भी साड़ी में सेक्स की देवी लग रही थी....
कुछ देर बाद शादी का कर्यक्रम सुरु हुआ... मंदिर का पूजारी शादी करवा रहा था... दिखने में पुजारी की लंबी लंबी दाढ़ी थी, मूंछ भी बड़े थे...... उम्र लगभग 60 साल का था बुड्डा था...
निरूपा की बड़ी बड़ी चुचियों को पुजारी बड़े ही ध्यान से घूर घूर के मंत्र पढ़ रहा था....
निरूपा उस पुजारी को देख के समझ गयी कि वो क्या देख रहा है...
शादी की रस्म खत्म होते ही पुजारी बोला- आज से तुम दोनों पति पत्नी हुए....
मंदिर का पुजारी अपने हाथ से दाढ़ी को सहलाते हुए निरूपा की दोनों चुचियों को घूर रहा था...
शादी हो जाने के बाद साबित्री, निरूपा और नटराज कार के पास आ गए घर जाने के लिए...
तभी निरूपा बोली- तुम लोग कार में बेठ जाओ, में थोड़ा मंदिर की पुजारी से कुछ घर में हवन को लेकर कुछ जरूरी बात करके आती हूँ....
साबित्री और नटराज कार के अंदर बेठ गए... निरूपा पुजारी के पास जा रही थी... मंदिर का पुजारी निरूपा को उसी की तरफ आती हुई देख लिया और उसकी ऊपर नीचे होती चुचियों को घूरने लगा....
निरूपा पुजारी के पास जा के बोली- आप बहुत ही अच्छे तरीके से पूजा करवा रहे हैं, मुझे बहुत अच्छी लगी... क्या में आपका नाम जान सकती हूँ ?
पुजारी बोला- दयानंद त्रिपाठी....
निरूपा पुजारी की छाती के बाल को घूरते हुए बोली- आप मुझे तो जानते होंग ?
पुजारी- जी हां आप सावित्री जी की बड़ी बहन हैं...
निरूपा- पुजारी जी क्या आप अपना फ़ोन नम्बर मुझे देंगे ? क्या है ना में कभी घर में पूजा करवाउंगी तो हो सकता है आपको मेरे घर आने के लिए बुलाना पड़े (अपनी दांत से निचले होंठ को दबाती हुई )
पुजारी जोश में आ गया और बोला- जरूर मेडम....
पुजारी अपना फोन नम्बर दे दिया और निरूपा अपने फोन पर save करने लगी...
निरूपा- ठीक है दयानंद जी, तो फिर में चलती हूँ... अपना खयाल रखियेगा (सेक्सी स्माइल करते हुए)
पुजारी बड़े ही जोश में निरूपा की चुचियों को घूरते हुए बोला- आप जरूर फोन कीजियेगा मेडम...
निरूपा हल्के से हंसती हुई अपनी मोटी मोटी गाँड़ मटकाते हुए मंदिर से कार के पास जा रही थी...
पुजारी बड़े ही ध्यान से निरूपा की ऊपर नीचे होती गाँड़ को घूर रहा था.....
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सावित्री- दीदी तुम्हारा काम हो गयी ना ? (हंसते हुए)
निरूपा- हां...
सावित्री- अब बताइये ये injection कैसे मारना है ?
निरूपा- वो में बताती हूँ....
तभी नटराज कमरे के अंदर आ गया.....
साबित्री इंजेक्शन निरूपा के हाथ में दे के नटराज के पास गई और धीरे से बोली- लगता है दीदी की ठुकाई करके आ रहे हो ?
नटराज- तुम्हारी दीदी सच में क्या माल है ? चोद के मजा आ गया... चुत अभी तक टाइट है....
सावित्री नटराज के छाती में हाथ फेरती हुई बोली- मेरी चुत भी टाइट ही है...
नटराज- मेरा लन्ड कब से तैयार है तुम्हारी चुत को ढीली करने के लिए....
निरूपा- सावित्री यहाँ आओ....
सावित्री- बोलो दीदी...
निरूपा इंजेक्शन हाथ में लेकर शमशेर के पास गई और शमशेर के मुंह में कस के एक थप्पड़ मारी... शमशेर के मुंह से एक दर्द भरी चीख निकल गया....
निरूपा- मेरे हाथ में ये इंजेक्शन देख रहा है ना, पता है ये कौनसा इंजेक्शन है ?
शमशेर- नहीं
निरूपा- आज के बाद तेरा लन्ड कभी खड़ा नहीं होगा... और तू कभी किसी औरत को चोद नहीं पायेगा....
शमशेर चिल्लाने लगा- नहीं प्लीज ऐसा मत करो....
निरूपा हंसती हुई बोली- तेरा तो ये सुनके गाँड़ फट गया बहनचोद...
शमशेर- नहीं ऐसा मत करो प्लीज...
निरूपा- तुझे दूसरे की बीवी और माँ चोदने की बहुत शौक है ना, आज के बाद चोदना तो दूर की बात मुठ भी मार नहीं पायेगा...
सावित्री पीछे खड़ी हंस रही थी....
निरूपा इंजेक्शन ले कर शमशेर के लन्ड को एक हाथ से पकड़ ली.... निरूपा के हाथ लगते ही शमशेर का लन्ड झट से खड़ा हो गया....
शमशेर चिल्ला रहा था- नहीं इंजेक्शन मत दो....
सावित्री- मादरचोद चुप हो जा.... दीदी जल्दी इंजेक्शन लगाओ...
निरूपा उसके खड़े लन्ड पे इंजेक्शन लगा दिया...
शमशेर के मुंह से एक जोरदार चीख निकल गया....
कुछ ही सेकंड में शमशेर बेहोश हो गया....
निरूपा- नटराज अब तुम्हारा काम है शमशेर और उसकी मम्मी को सही सलामत उसके घर ले जाओ और छोड़ दो... वैसे भी शमशेर अब कुछ करने की लायक नहीं बचा....
नटराज- जी मेडम....
नटराज सीधा सावित्री के पास गया और उसके कान में फुसफुसाया- याद है ना, काम हो जाने के बाद तुम्हारी ठुकाई करना है मुझे....
सावित्री मादक हंसी हंसती हुई बोली- तुम पहले इन दोनों को छोड़ के आओ, फिर देखते हैं....
नटराज साबित्री की बड़ी गाँड़ को हाथ से हल्का सा दबाता हुआ बोला- तुम्हे रात भर पेलना है मुझे.... बहुत दिन हो गया तुम्हारी ये मादक जिस्म देखते देखते....
सावित्री हंसती हुई बोली- ठीक है तुम पहले अपना काम करो...
नटराज फिर शमशेर और उसके मम्मी श्यामला को लेकर जीप में डाल दिया और जाने लगा....
नटराज के जाने के बाद निरूपा बोली- सावित्री आज मेरी दिल को ठंडक पहुंची...
सावित्री- हां दीदी...
निरूपा- बस तकलीफ है तो बस इस बात की मेरा पति मुझे छोड़ दिया है और मेरे बच्चे मुझसे अलग हो गए हैं....
सावित्री- दीदी में तो कहती हूँ तुम दूसरी शादी कर लो....
निरूपा- अब इस उम्र में मुझसे कौन शादी करेगा ?
सावित्री- तुम बस" हाँ " कर दो, में तुम्हारी शादी करवाउंगी....
निरूपा- ठीक है.....
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नटराज जल्दी से रातों रात शमशेर और उसकी मम्मी श्यामला को उसके घर मैं डाल के आ गया....
नटराज साबित्री के बंगले में पहुंचते ही सिधा सावित्री के कमरे में गयी.... साबित्री उस वक़्त बाथरूम में नहा रही थी...
नटराज बाथरूम के बाहर से आवाज दिया- कभी हमें भी तो एक साथ नहाने का मौका दो मेडम...
तभी निरूपा उस कमरे में आ गयी... वो एक सेक्सी नाइटी पहनी हुई थी जिससे उसकी भारी गाँड़ और बड़ी बड़ी चुचियां साफ नजर आ रहे थे... नटराज घूर घूर के उसके जिस्म को देख रहा था...
निरूपा- ऐसे क्या घूर रहे हो नटराज ?
नटराज- देख रहा हूँ कि इस उम्र में भी तुम्हारी जवानी क़यामत पैदा कर रही है....
निरूपा नटराज के करीब आके बोली- बस एक माली की जरूरत है जो मेरे बगीचे में रोज पानी डाले....
नटराज- इस बगीचे में पानी डालने के लिए में तैयार हूँ....
निरूपा नटराज को देख के बोली- तुम बहुत बड़े चोदू मर्द हो...
नटराज जैसे ही निरूपा के चूची को पकड़ना चाहा निरूपा दूर हटते हुए बोली- जो भी करना है कल सुबह कर लेना...
ये कहते हुए निरूपा हंसती हुई कमरे के बाहर चली गयी....
नटराज उसकी ऊपर नीचे होती भारी गाँड़ को देखते हुए बोला- जब तक तेरी गाँड़ ना मार लूँ, लन्ड को ठंडक नहीं मिलेगी...
ठीक उसी वक़्त सावित्री बाथरूम से बाहर निकली, वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी... नटराज उसे देखता ही रह गया... गदरायी बदन, मोटी गाँड़, बड़ी Boobs, देख कर नटराज का खुद पे कंट्रोल नहीं हो रहा था... वो बिना देर किए सावित्री को दबोच लिया....
सावित्री- अरे छोड़ो ना, क्या कर रहे हो नटराज ?
नटराज- वहीं कर रहा हूँ, जो मुझे बहुत पहले कर लेना चाहिए था...
सावित्री- हैं बस थोड़ा सब्र रखो....
नटराज- मेरे सामने ब्रा और पैंटी में खड़ी हो जाती हो, भला सब्र कैसे रखूँ ? चलो बैडरूम आज तुम्हे जी भर के ठोकना है...
सावित्री- अरे सुनो तो...
नटराज- मुझे कुछ नहीं सुनना है...
सावित्री- तुम्हारे लिए एक खास आफर है मेरी तरफ से.....
नटराज सावित्री की चूची को ब्रा के ऊपर से दबाते हुए- केसी आफर ?
सावित्री- तुम पहले चूची दबाना बन्द करो फिर बताती हूँ...
नटराज- दबाने दो ना.... काफी दिन हो गया तुम्हारी चूची देखते देखते....
सावित्री उससे अलग होती हुई बोली- आफर ये हैं कि तुम्हे मेरी दीदी से शादी करना होगा...
नटराज- निरूपा मेडम से ?
सावित्री- हाँ
नटराज- लेकिन ?
सावित्री- लेकिन क्या ? वो बिल्कुल अकेली हो गयी है... उसका पति उसे छोड़ दीया है...
नटराज चुप था...
सावित्री- तुम यही सोच रहे हो ना कि तुम 30 साल के हो और मेरी दीदी निरूपा 50 साल की है... सेक्स उम्र नहीं देखता....
नटराज- निरूपा मेडम को चोद के बाकई ऐसा नहीं लगा कि वो 50 साल की औरत हैं.... काफी टाइट चुत है अभी तक...
सावित्री- तुम्हे सबकी चुत की खबर है (सेक्सी स्माइल करती हुई)
नटराज- और नहीं तो क्या ? खास कर निरूपा मेडम की चुत मारने में ज्यादा मजा आया...
सावित्री- तभी तो में देख रही हूं तुम दीदी को हमेशा क्यों घूर रहे थे......
नटराज- एक बात बताओ, निरूपा मेडम की शादी पहले किससे हुई थी और उनके कितने बच्चे हैं ?
सावित्री- दीदी की शादी गोकुलपुरी के मेघनाद गुप्ता के साथ हुई थी... उनके 3 बच्चे हैं....
नटराज- हूँ मेने उनके पति मेघनाद को निरंजन तिवारी के बेटी की शादी में देखा था... उस वक़्त निरूपा मेडम भी उसके साथ आई थी.... तब से मेरा नजर निरूपा मेडम पर था...
सावित्री- मतलब तुम मेरे दीदी को बहुत पहले से चोदना चाहते थे...
नटराज- हाँ... उस पार्टी में निरूपा मेडम गजब की चुदक्कड़ लग रही थी.... मेने उस वक़्त फैसला कर लिया था कि में निरूपा मेडम को पटाऊंगा और चोदूंगा... लेकिन इससे पहले की में निरूपा मेडम को पटाऊं, शमशेर ने उन्हें अपना रखैल बना लिया.... रखैल बनने के बाद में उनको पटाने की कोसिस करने लगा पर उनसे बात करने का ज्यादा टाइम नहीं मिलता था... क्योंकि शमशेर उन्हें दिन रात चोदता रहता था.... मेरा गुस्सा उस वक़्त शमशेर पर ज्यादा हो गया था क्योंकि वो निरूपा मेडम जैसी पटाखा को दिन रात चोदता था मेरे सामने... जबकि मेरा मन था कि में निरूपा मेडम को रात भर बिस्तर पर चोदू.... पर आज तुम्हारी बात सुनकर खुशी हुआ कि आखिरकार में निरूपा मेडम को रात भर चोद पाऊंगा....
सावित्री हंसती हुई बोली- हाँ तुम्हारे लिए ये खास आफर है... मेरी दीदी से शादी कर लो और अपनी ख्वाहिश भी पूरी कर लो...
नटराज- हाँ निरूपा मेडम से शादी तो में करूँगा ही क्योंकि ऐसी माल बारबार नहीं मिलते... पर मेरा एक शर्त है...
सावित्री- क्या ?
नटराज- निरूपा मेडम से शादी से पहले में तुम्हे एक रात के लिए अपना रण्डी बना कर चोदना चाहता हूँ....
सावित्री सेक्सी स्माइल करती हुई- मंजूर है....
नटराज- तो कब मेरा रण्डी बन रही हो...
सावित्री- कल रात को....
नटराज- ठीक है....
फिर नटराज वहां से निकल कर गेस्टरूम पे आ गया जहां पे उसका बेड था....
बेड पर लेटे हुए नटराज मन ही मन बोल रहा था- चलो सावित्री की चुत भी मिलेगी और साथ में निरूपा रांड की चुत भी permanently मिल जाएगी... बस एक बार निरूपा से शादी होने दो, फिर उसकी गाँड़ भी मारना है मुझे.... उफ्फ काफी दिनों से निरूपा रांड के चक्कर में मैने कितने पापड़ बेले हैं... पर किस्मत देखो वो मेरी बीवी बनने वाली है... उसकी जमकर ठुकाई करना पड़ेगा.... उस दिन श्यामला को ज्यादा चोदने के कारण में ज्यादा गरम हो गया था इसलिए निरूपा को उतना चोद नहीं पाया... बस सुहागरात पर निरूपा की ऐसी ठुकाई करूँगा की वो हमेशा के लिए अपना पहला पति मेघनाद गुप्ता को भूल जाएगी....
यही सोचते सोचते नटराज सो गया.....
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सावित्री- दीदी मेने तुम्हारे लिए लड़का देख लिया है शादी के लिए....
निरूपा- मुझे और एक बार शादी नहीं करनी है साबित्री... जो हो गया सो हो गया...
सावित्री- औरत को अकेले नहीं जीना चाहिए, उसको एक मर्द का सहारा जरूर चाहिए....
निरूपा- रहने दो... भला मुझसे शादी करने के लिए कौन तैयार होगा ? 50 कि उम्र है मेरी...
सावित्री- पर खूबसूरती में जवान लड़की को मात दे दोगी दीदी... तुम्हारी खूबसूरती पे एक जवान लड़का मर मिट गया है और वो तुमसे शादी करने के लिए भी तैयार है....
निरूपा- अच्छा कौन है वो ?
सावित्री- नटराज तुम्हारी खूबसूरती पे पागल है.....
निरूपा- वो मेरी जिस्म के लिए पागल है... मुझे हर हाल में भोगना चाहता है....
सावित्री-हाँ तो इसमें गलत क्या है दीदी... आखिर मर्द की नजर हमेशा औरत की जिस्म पर ही तो रहता है... औरत की जिस्म ही तो औरत की सबसे बड़ा हथियार है...
निरूपा- मुझे डर है कि कहीं नटराज मुझे बीच मझधार में ना छोड़ दे....
सावित्री- ऐसा कुछ नहीं होगा... वो तुम्हे हमेशा खुश रखेगा....
निरूपा- ठीक है जैसा तु चाहे....
सावित्री खुश हो के बोली- और हाँ बहुत जल्दी ही तुम्हे मुझे एक बेटा देना होगा (हंसते हुए)
निरूपा- पहले शादी तो होने दे... फिर बच्चे के बारे में सोचेंगे....
सावित्री- समझ लो शादी हो गई...
तभी कमरे में नटराज आ गया...
साबित्री- आओ नटराज, दीदी तुमसे कुछ बातें करना चाहती थी...
नटराज आके कुर्सी पे बेठ गया, सामने निरूपा बैठी हुई थी....
सावित्री- तुम दोनों बातें करो, में कॉफी बना कर लेती हूँ (नटराज को देख के हंसते हुए)
फिर सावित्री वहां से चली गयी...
नटराज कुछ देर निरूपा को देखने के बाद बोला- और बोलिये निरूपा मेडम, क्या बात है ?
निरूपा- बात ये है कि जो मेने सुना क्या वो सच है ? क्या तुम मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो ?
नटराज- हाँ अगर तुम हाँ करो तो...
निरूपा चुप हो गयी...
नटराज निरूपा की चुचियों को घूरते हुए बोला- तुम्हारी खूबसूरती का में दीवाना हूँ...
निरूपा हंसती हुई बोली- लेकिन मेरी एक शर्त है...
नटराज उसकी ब्लाउज के नीचे देखते हुए बोला- केसा शर्त ?
निरूपा- शादी के बाद तुम और में दिल्ली चले जायेंगे... वहीं पे मेरी एक छोटी सी कारोबार है..
नटराज कुछ सोचते हुए- ठीक है...
फिर नटराज निरूपा के पास गया और उसकी हाथ पकड़ कर बोला- कल मेने तुम्हे बैडरूम में चोदा था, बताओ कैसा लगा ?
निरूपा- सच बोलूं तो पहली बार किसी मर्द ने मुझे पूरी तरह संतुष्ट किया...
नटराज- वो कुछ भी नहीं... सुहागरात में इतना लंबा चुदाई करूँगा की तुम्हे जन्नत का सैर करवाऊंगा...
निरूपा नटराज को गले लगाती हुई बोली- मुझे उस दिन का इंतजार है.....
नटराज मन ही मन बोला- बस एक बार तू मेरी बीवी बन जा, फिर दिन रात ऐसा ठोकुंगा की जिस्म की सारी गर्मी उतार दूंगा...
उसी वक़्त सावित्री दरवाजे पर खड़ी हो कर दोनो को देख कर मुस्कुरा रही थी...
नटराज जब उसे देखा तो हाथों से उसे कुछ इशारा करने लगा जिसे सावित्री समझ गयी.....
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उस रात सावित्री सिर्फ ब्लाउज और पैंटी में खड़ी थी, और सामने नटराज कुर्सी पर बैठा था...
नटराज- चलो मेडम जल्दी जल्दी अपना सारा कपड़ा उतारो... आज पूरी रात तुम्हे चोदना है...
सावित्री नखरे दिखाते हुए बोली- अगर में तुम्हे चोदने ना दु तो ?
नटराज- ऐसे कैसे होगा ? तुमने वादा किया था कि काम हो जाने के बाद तुम मुझे चुत दोगी..
सावित्री हंसती हुई बोली- बड़े चालाक हो, मेरी दीदी को भी चोदो, और मुझे भी....
नटराज- क्यों नहीं ? एक हाथ में रसगोला और दूसरे में गुलाब जामुन.......
सावित्री अपनी लाल ब्लाउज निकाल दी....
नटराज उसके चुचियों को घूरते हुए बोला- क्या चूची है तुम्हारा.... आज इसको निचोड़ने का मौका मिल रहा है....
सावित्री मादक हंसी हंस रही थी....
फिर कुछ देर बाद सुरु हुआ हवस का गंदा खेल... नटराज पूरी रात सावित्री को चोद रहा था.... सावित्री की हर एक अंग को वो चूस रहा था...
सावित्री सुबह बेड से उठ नहीं पा रही थी क्योंकि नटराज बड़े ही बेरहमी से रात भर पेला था...
सावित्री खुश थी और मन ही मन बोल रही थी- नटराज क्या जबरदस्त चोदता है... दीदी से शादी करने के बाद दीदी की हालत बुरा होने वाला है....
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अगले दिन मंदिर में नटराज और निरूपा की शादी का कार्यक्रम था... जहां पे ज्यादा लोगों को बुलाया नहीं गया था...
निरूपा लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी..... लाल रंग की ब्लाउज के साथ साथ होंठ पर लाल लिपस्टिक, बहुत ही सेक्सी लग रही थी.... सावित्री भी साड़ी में सेक्स की देवी लग रही थी....
कुछ देर बाद शादी का कर्यक्रम सुरु हुआ... मंदिर का पूजारी शादी करवा रहा था... दिखने में पुजारी की लंबी लंबी दाढ़ी थी, मूंछ भी बड़े थे...... उम्र लगभग 60 साल का था बुड्डा था...
निरूपा की बड़ी बड़ी चुचियों को पुजारी बड़े ही ध्यान से घूर घूर के मंत्र पढ़ रहा था....
निरूपा उस पुजारी को देख के समझ गयी कि वो क्या देख रहा है...
शादी की रस्म खत्म होते ही पुजारी बोला- आज से तुम दोनों पति पत्नी हुए....
मंदिर का पुजारी अपने हाथ से दाढ़ी को सहलाते हुए निरूपा की दोनों चुचियों को घूर रहा था...
शादी हो जाने के बाद साबित्री, निरूपा और नटराज कार के पास आ गए घर जाने के लिए...
तभी निरूपा बोली- तुम लोग कार में बेठ जाओ, में थोड़ा मंदिर की पुजारी से कुछ घर में हवन को लेकर कुछ जरूरी बात करके आती हूँ....
साबित्री और नटराज कार के अंदर बेठ गए... निरूपा पुजारी के पास जा रही थी... मंदिर का पुजारी निरूपा को उसी की तरफ आती हुई देख लिया और उसकी ऊपर नीचे होती चुचियों को घूरने लगा....
निरूपा पुजारी के पास जा के बोली- आप बहुत ही अच्छे तरीके से पूजा करवा रहे हैं, मुझे बहुत अच्छी लगी... क्या में आपका नाम जान सकती हूँ ?
पुजारी बोला- दयानंद त्रिपाठी....
निरूपा पुजारी की छाती के बाल को घूरते हुए बोली- आप मुझे तो जानते होंग ?
पुजारी- जी हां आप सावित्री जी की बड़ी बहन हैं...
निरूपा- पुजारी जी क्या आप अपना फ़ोन नम्बर मुझे देंगे ? क्या है ना में कभी घर में पूजा करवाउंगी तो हो सकता है आपको मेरे घर आने के लिए बुलाना पड़े (अपनी दांत से निचले होंठ को दबाती हुई )
पुजारी जोश में आ गया और बोला- जरूर मेडम....
पुजारी अपना फोन नम्बर दे दिया और निरूपा अपने फोन पर save करने लगी...
निरूपा- ठीक है दयानंद जी, तो फिर में चलती हूँ... अपना खयाल रखियेगा (सेक्सी स्माइल करते हुए)
पुजारी बड़े ही जोश में निरूपा की चुचियों को घूरते हुए बोला- आप जरूर फोन कीजियेगा मेडम...
निरूपा हल्के से हंसती हुई अपनी मोटी मोटी गाँड़ मटकाते हुए मंदिर से कार के पास जा रही थी...
पुजारी बड़े ही ध्यान से निरूपा की ऊपर नीचे होती गाँड़ को घूर रहा था.....
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