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Adultery "संभोग"

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निरूपा नटराज से जोरदार ठुकाई करने के बाद फिर से वही कमरे में आ गयी जहां पे शमशेर जंजीरों पर बंधा हुआ था.... श्यामला वैसी ही जमीन पर पड़ी हुई थी... उसकी जिस्म में वो ताकत नहीं बची थी कि वो खड़ी हो जाये... सावित्री हाथ में injection लिए बैठी थी....

सावित्री- दीदी तुम्हारा काम हो गयी ना ? (हंसते हुए)

निरूपा- हां...

सावित्री- अब बताइये ये injection कैसे मारना है ?

निरूपा- वो में बताती हूँ....

तभी नटराज कमरे के अंदर आ गया.....

साबित्री इंजेक्शन निरूपा के हाथ में दे के नटराज के पास गई और धीरे से बोली- लगता है दीदी की ठुकाई करके आ रहे हो ?

नटराज- तुम्हारी दीदी सच में क्या माल है ? चोद के मजा आ गया... चुत अभी तक टाइट है....

सावित्री नटराज के छाती में हाथ फेरती हुई बोली- मेरी चुत भी टाइट ही है...

नटराज- मेरा लन्ड कब से तैयार है तुम्हारी चुत को ढीली करने के लिए....

निरूपा- सावित्री यहाँ आओ....

सावित्री- बोलो दीदी...

निरूपा इंजेक्शन हाथ में लेकर शमशेर के पास गई और शमशेर के मुंह में कस के एक थप्पड़ मारी... शमशेर के मुंह से एक दर्द भरी चीख निकल गया....

निरूपा- मेरे हाथ में ये इंजेक्शन देख रहा है ना, पता है ये कौनसा इंजेक्शन है ?

शमशेर- नहीं

निरूपा- आज के बाद तेरा लन्ड कभी खड़ा नहीं होगा... और तू कभी किसी औरत को चोद नहीं पायेगा....

शमशेर चिल्लाने लगा- नहीं प्लीज ऐसा मत करो....

निरूपा हंसती हुई बोली- तेरा तो ये सुनके गाँड़ फट गया बहनचोद...

शमशेर- नहीं ऐसा मत करो प्लीज...

निरूपा- तुझे दूसरे की बीवी और माँ चोदने की बहुत शौक है ना, आज के बाद चोदना तो दूर की बात मुठ भी मार नहीं पायेगा...

सावित्री पीछे खड़ी हंस रही थी....

निरूपा इंजेक्शन ले कर शमशेर के लन्ड को एक हाथ से पकड़ ली.... निरूपा के हाथ लगते ही शमशेर का लन्ड झट से खड़ा हो गया....

शमशेर चिल्ला रहा था- नहीं इंजेक्शन मत दो....

सावित्री- मादरचोद चुप हो जा.... दीदी जल्दी इंजेक्शन लगाओ...

निरूपा उसके खड़े लन्ड पे इंजेक्शन लगा दिया...

शमशेर के मुंह से एक जोरदार चीख निकल गया....

कुछ ही सेकंड में शमशेर बेहोश हो गया....

निरूपा- नटराज अब तुम्हारा काम है शमशेर और उसकी मम्मी को सही सलामत उसके घर ले जाओ और छोड़ दो... वैसे भी शमशेर अब कुछ करने की लायक नहीं बचा....

नटराज- जी मेडम....

नटराज सीधा सावित्री के पास गया और उसके कान में फुसफुसाया- याद है ना, काम हो जाने के बाद तुम्हारी ठुकाई करना है मुझे....

सावित्री मादक हंसी हंसती हुई बोली- तुम पहले इन दोनों को छोड़ के आओ, फिर देखते हैं....

नटराज साबित्री की बड़ी गाँड़ को हाथ से हल्का सा दबाता हुआ बोला- तुम्हे रात भर पेलना है मुझे.... बहुत दिन हो गया तुम्हारी ये मादक जिस्म देखते देखते....

सावित्री हंसती हुई बोली- ठीक है तुम पहले अपना काम करो...

नटराज फिर शमशेर और उसके मम्मी श्यामला को लेकर जीप में डाल दिया और जाने लगा....

नटराज के जाने के बाद निरूपा बोली- सावित्री आज मेरी दिल को ठंडक पहुंची...

सावित्री- हां दीदी...

निरूपा- बस तकलीफ है तो बस इस बात की मेरा पति मुझे छोड़ दिया है और मेरे बच्चे मुझसे अलग हो गए हैं....

सावित्री- दीदी में तो कहती हूँ तुम दूसरी शादी कर लो....

निरूपा- अब इस उम्र में मुझसे कौन शादी करेगा ?

सावित्री- तुम बस" हाँ " कर दो, में तुम्हारी शादी करवाउंगी....

निरूपा- ठीक है.....

*************************

नटराज जल्दी से रातों रात शमशेर और उसकी मम्मी श्यामला को उसके घर मैं डाल के आ गया....

नटराज साबित्री के बंगले में पहुंचते ही सिधा सावित्री के कमरे में गयी.... साबित्री उस वक़्त बाथरूम में नहा रही थी...

नटराज बाथरूम के बाहर से आवाज दिया- कभी हमें भी तो एक साथ नहाने का मौका दो मेडम...

तभी निरूपा उस कमरे में आ गयी... वो एक सेक्सी नाइटी पहनी हुई थी जिससे उसकी भारी गाँड़ और बड़ी बड़ी चुचियां साफ नजर आ रहे थे... नटराज घूर घूर के उसके जिस्म को देख रहा था...

निरूपा- ऐसे क्या घूर रहे हो नटराज ?

नटराज- देख रहा हूँ कि इस उम्र में भी तुम्हारी जवानी क़यामत पैदा कर रही है....

निरूपा नटराज के करीब आके बोली- बस एक माली की जरूरत है जो मेरे बगीचे में रोज पानी डाले....

नटराज- इस बगीचे में पानी डालने के लिए में तैयार हूँ....

निरूपा नटराज को देख के बोली- तुम बहुत बड़े चोदू मर्द हो...

नटराज जैसे ही निरूपा के चूची को पकड़ना चाहा निरूपा दूर हटते हुए बोली- जो भी करना है कल सुबह कर लेना...

ये कहते हुए निरूपा हंसती हुई कमरे के बाहर चली गयी....

नटराज उसकी ऊपर नीचे होती भारी गाँड़ को देखते हुए बोला- जब तक तेरी गाँड़ ना मार लूँ, लन्ड को ठंडक नहीं मिलेगी...

ठीक उसी वक़्त सावित्री बाथरूम से बाहर निकली, वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी... नटराज उसे देखता ही रह गया... गदरायी बदन, मोटी गाँड़, बड़ी Boobs, देख कर नटराज का खुद पे कंट्रोल नहीं हो रहा था... वो बिना देर किए सावित्री को दबोच लिया....

सावित्री- अरे छोड़ो ना, क्या कर रहे हो नटराज ?

नटराज- वहीं कर रहा हूँ, जो मुझे बहुत पहले कर लेना चाहिए था...

सावित्री- हैं बस थोड़ा सब्र रखो....

नटराज- मेरे सामने ब्रा और पैंटी में खड़ी हो जाती हो, भला सब्र कैसे रखूँ ? चलो बैडरूम आज तुम्हे जी भर के ठोकना है...

सावित्री- अरे सुनो तो...

नटराज- मुझे कुछ नहीं सुनना है...

सावित्री- तुम्हारे लिए एक खास आफर है मेरी तरफ से.....

नटराज सावित्री की चूची को ब्रा के ऊपर से दबाते हुए- केसी आफर ?

सावित्री- तुम पहले चूची दबाना बन्द करो फिर बताती हूँ...

नटराज- दबाने दो ना.... काफी दिन हो गया तुम्हारी चूची देखते देखते....

सावित्री उससे अलग होती हुई बोली- आफर ये हैं कि तुम्हे मेरी दीदी से शादी करना होगा...

नटराज- निरूपा मेडम से ?

सावित्री- हाँ

नटराज- लेकिन ?

सावित्री- लेकिन क्या ? वो बिल्कुल अकेली हो गयी है... उसका पति उसे छोड़ दीया है...

नटराज चुप था...

सावित्री- तुम यही सोच रहे हो ना कि तुम 30 साल के हो और मेरी दीदी निरूपा 50 साल की है... सेक्स उम्र नहीं देखता....

नटराज- निरूपा मेडम को चोद के बाकई ऐसा नहीं लगा कि वो 50 साल की औरत हैं.... काफी टाइट चुत है अभी तक...

सावित्री- तुम्हे सबकी चुत की खबर है (सेक्सी स्माइल करती हुई)

नटराज- और नहीं तो क्या ? खास कर निरूपा मेडम की चुत मारने में ज्यादा मजा आया...

सावित्री- तभी तो में देख रही हूं तुम दीदी को हमेशा क्यों घूर रहे थे......

नटराज- एक बात बताओ, निरूपा मेडम की शादी पहले किससे हुई थी और उनके कितने बच्चे हैं ?

सावित्री- दीदी की शादी गोकुलपुरी के मेघनाद गुप्ता के साथ हुई थी... उनके 3 बच्चे हैं....

नटराज- हूँ मेने उनके पति मेघनाद को निरंजन तिवारी के बेटी की शादी में देखा था... उस वक़्त निरूपा मेडम भी उसके साथ आई थी.... तब से मेरा नजर निरूपा मेडम पर था...

सावित्री- मतलब तुम मेरे दीदी को बहुत पहले से चोदना चाहते थे...

नटराज- हाँ... उस पार्टी में निरूपा मेडम गजब की चुदक्कड़ लग रही थी.... मेने उस वक़्त फैसला कर लिया था कि में निरूपा मेडम को पटाऊंगा और चोदूंगा... लेकिन इससे पहले की में निरूपा मेडम को पटाऊं, शमशेर ने उन्हें अपना रखैल बना लिया.... रखैल बनने के बाद में उनको पटाने की कोसिस करने लगा पर उनसे बात करने का ज्यादा टाइम नहीं मिलता था... क्योंकि शमशेर उन्हें दिन रात चोदता रहता था.... मेरा गुस्सा उस वक़्त शमशेर पर ज्यादा हो गया था क्योंकि वो निरूपा मेडम जैसी पटाखा को दिन रात चोदता था मेरे सामने... जबकि मेरा मन था कि में निरूपा मेडम को रात भर बिस्तर पर चोदू.... पर आज तुम्हारी बात सुनकर खुशी हुआ कि आखिरकार में निरूपा मेडम को रात भर चोद पाऊंगा....

सावित्री हंसती हुई बोली- हाँ तुम्हारे लिए ये खास आफर है... मेरी दीदी से शादी कर लो और अपनी ख्वाहिश भी पूरी कर लो...

नटराज- हाँ निरूपा मेडम से शादी तो में करूँगा ही क्योंकि ऐसी माल बारबार नहीं मिलते... पर मेरा एक शर्त है...

सावित्री- क्या ?

नटराज- निरूपा मेडम से शादी से पहले में तुम्हे एक रात के लिए अपना रण्डी बना कर चोदना चाहता हूँ....

सावित्री सेक्सी स्माइल करती हुई- मंजूर है....

नटराज- तो कब मेरा रण्डी बन रही हो...

सावित्री- कल रात को....

नटराज- ठीक है....

फिर नटराज वहां से निकल कर गेस्टरूम पे आ गया जहां पे उसका बेड था....

बेड पर लेटे हुए नटराज मन ही मन बोल रहा था- चलो सावित्री की चुत भी मिलेगी और साथ में निरूपा रांड की चुत भी permanently मिल जाएगी... बस एक बार निरूपा से शादी होने दो, फिर उसकी गाँड़ भी मारना है मुझे.... उफ्फ काफी दिनों से निरूपा रांड के चक्कर में मैने कितने पापड़ बेले हैं... पर किस्मत देखो वो मेरी बीवी बनने वाली है... उसकी जमकर ठुकाई करना पड़ेगा.... उस दिन श्यामला को ज्यादा चोदने के कारण में ज्यादा गरम हो गया था इसलिए निरूपा को उतना चोद नहीं पाया... बस सुहागरात पर निरूपा की ऐसी ठुकाई करूँगा की वो हमेशा के लिए अपना पहला पति मेघनाद गुप्ता को भूल जाएगी....

यही सोचते सोचते नटराज सो गया.....

***********************

सावित्री- दीदी मेने तुम्हारे लिए लड़का देख लिया है शादी के लिए....

निरूपा- मुझे और एक बार शादी नहीं करनी है साबित्री... जो हो गया सो हो गया...

सावित्री- औरत को अकेले नहीं जीना चाहिए, उसको एक मर्द का सहारा जरूर चाहिए....

निरूपा- रहने दो... भला मुझसे शादी करने के लिए कौन तैयार होगा ? 50 कि उम्र है मेरी...

सावित्री- पर खूबसूरती में जवान लड़की को मात दे दोगी दीदी... तुम्हारी खूबसूरती पे एक जवान लड़का मर मिट गया है और वो तुमसे शादी करने के लिए भी तैयार है....

निरूपा- अच्छा कौन है वो ?

सावित्री- नटराज तुम्हारी खूबसूरती पे पागल है.....

निरूपा- वो मेरी जिस्म के लिए पागल है... मुझे हर हाल में भोगना चाहता है....

सावित्री-हाँ तो इसमें गलत क्या है दीदी... आखिर मर्द की नजर हमेशा औरत की जिस्म पर ही तो रहता है... औरत की जिस्म ही तो औरत की सबसे बड़ा हथियार है...

निरूपा- मुझे डर है कि कहीं नटराज मुझे बीच मझधार में ना छोड़ दे....

सावित्री- ऐसा कुछ नहीं होगा... वो तुम्हे हमेशा खुश रखेगा....

निरूपा- ठीक है जैसा तु चाहे....

सावित्री खुश हो के बोली- और हाँ बहुत जल्दी ही तुम्हे मुझे एक बेटा देना होगा (हंसते हुए)

निरूपा- पहले शादी तो होने दे... फिर बच्चे के बारे में सोचेंगे....

सावित्री- समझ लो शादी हो गई...

तभी कमरे में नटराज आ गया...

साबित्री- आओ नटराज, दीदी तुमसे कुछ बातें करना चाहती थी...

नटराज आके कुर्सी पे बेठ गया, सामने निरूपा बैठी हुई थी....

सावित्री- तुम दोनों बातें करो, में कॉफी बना कर लेती हूँ (नटराज को देख के हंसते हुए)

फिर सावित्री वहां से चली गयी...

नटराज कुछ देर निरूपा को देखने के बाद बोला- और बोलिये निरूपा मेडम, क्या बात है ?

निरूपा- बात ये है कि जो मेने सुना क्या वो सच है ? क्या तुम मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो ?

नटराज- हाँ अगर तुम हाँ करो तो...

निरूपा चुप हो गयी...

नटराज निरूपा की चुचियों को घूरते हुए बोला- तुम्हारी खूबसूरती का में दीवाना हूँ...

निरूपा हंसती हुई बोली- लेकिन मेरी एक शर्त है...

नटराज उसकी ब्लाउज के नीचे देखते हुए बोला- केसा शर्त ?

निरूपा- शादी के बाद तुम और में दिल्ली चले जायेंगे... वहीं पे मेरी एक छोटी सी कारोबार है..

नटराज कुछ सोचते हुए- ठीक है...

फिर नटराज निरूपा के पास गया और उसकी हाथ पकड़ कर बोला- कल मेने तुम्हे बैडरूम में चोदा था, बताओ कैसा लगा ?

निरूपा- सच बोलूं तो पहली बार किसी मर्द ने मुझे पूरी तरह संतुष्ट किया...

नटराज- वो कुछ भी नहीं... सुहागरात में इतना लंबा चुदाई करूँगा की तुम्हे जन्नत का सैर करवाऊंगा...

निरूपा नटराज को गले लगाती हुई बोली- मुझे उस दिन का इंतजार है.....

नटराज मन ही मन बोला- बस एक बार तू मेरी बीवी बन जा, फिर दिन रात ऐसा ठोकुंगा की जिस्म की सारी गर्मी उतार दूंगा...

उसी वक़्त सावित्री दरवाजे पर खड़ी हो कर दोनो को देख कर मुस्कुरा रही थी...

नटराज जब उसे देखा तो हाथों से उसे कुछ इशारा करने लगा जिसे सावित्री समझ गयी.....

************************

उस रात सावित्री सिर्फ ब्लाउज और पैंटी में खड़ी थी, और सामने नटराज कुर्सी पर बैठा था...

नटराज- चलो मेडम जल्दी जल्दी अपना सारा कपड़ा उतारो... आज पूरी रात तुम्हे चोदना है...

सावित्री नखरे दिखाते हुए बोली- अगर में तुम्हे चोदने ना दु तो ?

नटराज- ऐसे कैसे होगा ? तुमने वादा किया था कि काम हो जाने के बाद तुम मुझे चुत दोगी..

सावित्री हंसती हुई बोली- बड़े चालाक हो, मेरी दीदी को भी चोदो, और मुझे भी....

नटराज- क्यों नहीं ? एक हाथ में रसगोला और दूसरे में गुलाब जामुन.......

सावित्री अपनी लाल ब्लाउज निकाल दी....

नटराज उसके चुचियों को घूरते हुए बोला- क्या चूची है तुम्हारा.... आज इसको निचोड़ने का मौका मिल रहा है....

सावित्री मादक हंसी हंस रही थी....

फिर कुछ देर बाद सुरु हुआ हवस का गंदा खेल... नटराज पूरी रात सावित्री को चोद रहा था.... सावित्री की हर एक अंग को वो चूस रहा था...

सावित्री सुबह बेड से उठ नहीं पा रही थी क्योंकि नटराज बड़े ही बेरहमी से रात भर पेला था...

सावित्री खुश थी और मन ही मन बोल रही थी- नटराज क्या जबरदस्त चोदता है... दीदी से शादी करने के बाद दीदी की हालत बुरा होने वाला है....

***********************

अगले दिन मंदिर में नटराज और निरूपा की शादी का कार्यक्रम था... जहां पे ज्यादा लोगों को बुलाया नहीं गया था...

निरूपा लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी..... लाल रंग की ब्लाउज के साथ साथ होंठ पर लाल लिपस्टिक, बहुत ही सेक्सी लग रही थी.... सावित्री भी साड़ी में सेक्स की देवी लग रही थी....

कुछ देर बाद शादी का कर्यक्रम सुरु हुआ... मंदिर का पूजारी शादी करवा रहा था... दिखने में पुजारी की लंबी लंबी दाढ़ी थी, मूंछ भी बड़े थे...... उम्र लगभग 60 साल का था बुड्डा था...

निरूपा की बड़ी बड़ी चुचियों को पुजारी बड़े ही ध्यान से घूर घूर के मंत्र पढ़ रहा था....

निरूपा उस पुजारी को देख के समझ गयी कि वो क्या देख रहा है...

शादी की रस्म खत्म होते ही पुजारी बोला- आज से तुम दोनों पति पत्नी हुए....

मंदिर का पुजारी अपने हाथ से दाढ़ी को सहलाते हुए निरूपा की दोनों चुचियों को घूर रहा था...

शादी हो जाने के बाद साबित्री, निरूपा और नटराज कार के पास आ गए घर जाने के लिए...
तभी निरूपा बोली- तुम लोग कार में बेठ जाओ, में थोड़ा मंदिर की पुजारी से कुछ घर में हवन को लेकर कुछ जरूरी बात करके आती हूँ....

साबित्री और नटराज कार के अंदर बेठ गए... निरूपा पुजारी के पास जा रही थी... मंदिर का पुजारी निरूपा को उसी की तरफ आती हुई देख लिया और उसकी ऊपर नीचे होती चुचियों को घूरने लगा....

निरूपा पुजारी के पास जा के बोली- आप बहुत ही अच्छे तरीके से पूजा करवा रहे हैं, मुझे बहुत अच्छी लगी... क्या में आपका नाम जान सकती हूँ ?

पुजारी बोला- दयानंद त्रिपाठी....

निरूपा पुजारी की छाती के बाल को घूरते हुए बोली- आप मुझे तो जानते होंग ?

पुजारी- जी हां आप सावित्री जी की बड़ी बहन हैं...

निरूपा- पुजारी जी क्या आप अपना फ़ोन नम्बर मुझे देंगे ? क्या है ना में कभी घर में पूजा करवाउंगी तो हो सकता है आपको मेरे घर आने के लिए बुलाना पड़े (अपनी दांत से निचले होंठ को दबाती हुई )

पुजारी जोश में आ गया और बोला- जरूर मेडम....

पुजारी अपना फोन नम्बर दे दिया और निरूपा अपने फोन पर save करने लगी...

निरूपा- ठीक है दयानंद जी, तो फिर में चलती हूँ... अपना खयाल रखियेगा (सेक्सी स्माइल करते हुए)

पुजारी बड़े ही जोश में निरूपा की चुचियों को घूरते हुए बोला- आप जरूर फोन कीजियेगा मेडम...

निरूपा हल्के से हंसती हुई अपनी मोटी मोटी गाँड़ मटकाते हुए मंदिर से कार के पास जा रही थी...

पुजारी बड़े ही ध्यान से निरूपा की ऊपर नीचे होती गाँड़ को घूर रहा था.....

*************************
 

Napster

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काफी उत्तेजक और कामुकता से भरपूर और मादक अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 
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कार में ड्राइवर के साथ सावित्री, निरूपा और नटराज बैठे हुए थे...

तभी सावित्री के पास अपने पति जनार्दन का फ़ोन आया....

सावित्री- हेलो

जनार्दन- निरूपा की शादी हो गयी ना....

सावित्री- हाँ

जनार्दन- अफसोस कि में इस मौके पर वहां नहीं रहा.... लेकिन ये बताओ नटराज केसा आदमी है ? वो मेरी साली निरूपा को खुश रखेगा ना...

सावित्री- अच्छा आदमी है.....

जनार्दन- अच्छा, जरा निरूपा को फोन देना...

सावित्री- दीदी ये लो, जनार्दन तुमसे बात करना चाहते हैं ...

निरूपा फोन कान में लगाती हुई बोली- कैसे हो जीजू ???

जनार्दन- बहुत बढ़िया... शादी हो गयी ना !!!

निरूपा- हाँ

जनार्दन- मुझे माफ करना में इस वक़्त तुम लोगों के साथ नहीं हूं... पर घर जा कर एक शानदार पार्टी करेंगे...

निरूपा- कोई बात नहीं, वैसे भी में चाहती हूं कि मेरी ये शादी में ज्यादा सेलिब्रेशन नहीं होनी चाहिए....

जनार्दन- अच्छा एक बात बताओ, तुम्हारे साथ सुहागरात तुम्हारी नया पति मनाएगा या में जाऊं ? (हंसते हुए)

निरूपा- अगर तुम करना चाहते हो तो आ जाओ...

जनार्दन- बहुत दिन हो गया तुमको चोद के... दो दिन बाद जा रहा हूँ, चुत देने के लिए तैयार रहो.... (हंसते हुए)

निरूपा- बड़े बदमाश हो....

फिर जनार्दन फोन रखते ही निरूपा हंसती हुई फोन रखने लगी....

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उस रात पूरा बंगला को दुल्हन की तरह सजाया गया था....

निरूपा कमरे के अंदर बेठ के नटराज का इंतजार कर रही थी... क्योंकि आज उसकी सुहागरात थी, वो दूसरी बार सुहागरात मनाने वाली थी... पहली सुहागरात अपना पहला पति मेघनाद गुप्ता के साथ मनाई थी...

तभी नटराज कमरे के अंदर आ गया....

निरूपा नटराज को देखते हुए बोली- आओ ना जल्दी, कहाँ गए थे ?

नटराज उसकी कमर पर अपना हाथ डाल के बोला- अभी तो पूरी रात पड़ी है, इतनी भी क्या जल्दी है ?

निरूपा- पर मुझसे रहा नहीं जा रही है...

नटराज उसकी दोनो गाँड़ को हाथ से दबाता हुआ बोला- आज से तुम मेरे बीवी हो... जब चाहूँ तब तुम्हारी प्यास बुझाऊंगा. ..

निरूपा- तो फिर देखते क्या हो ?

नटराज झट से निरूपा की साड़ी उतार दिया....

फिर सुरु हो गया दोनो की सुहागरात...

कुछ देर बाद निरूपा की मादक सिसकियां गूंजने लगा...

नटराज बड़े ही तेजी से दनादन चुदाई कर रहा था.... निरूपा की दोनो चूची को चूस चूस कर लाल कर दिया....

कमरे के अंदर सिर्फ निरूपा को सेक्सी सिसकियां सुनाई दे रहा था...

नटराज अब निरूपा को doggy पोज़ में ठुकाई कर रहा था... जिससे उसकी बड़ी बड़ी चुचियां बड़े ही तेजी से नीचे झूल रहे थे मानो दो आम पेड़ में झूल रहे हों..

चुदते वक़्त निरूपा बोल रही थी- हाँ ऐसे ही ओर जोर से चोदो... मजा आ रहा है...

पीछे से नटराज तेज तेज झटके मार रहा था.... दोनो गाँड़ पकड़ के शॉट पे शॉट मार रहा था....

नटराज अब निरूपा की कस कस के चुदाई कर रहा था...

करीब आधे घण्टे तक नटराज निरूपा की चुत अलग अलग पोज़ में मारने के बाद उसका सारा पानी निरूपा की चुत में डाल दिया .....

निरूपा जोड़ जोर से हांफती हुई बेड के ऊपर पड़ी हुई थी... उसकी बड़ी बड़ी चुचियां ऊपर नीचे हो रही थी.....

कुछ देर के बाद नटराज बोला- और एक राउंड हो जाये....

निरूपा- जरूर

नटराज निरूपा को फिर से ठोकना सुरु किया... निरूपा की चुत अब पूरी तरह से सूज चुकी थी... नटराज का लन्ड उसकी चुत में टाइट हो के अंदर बाहर हो रहा था....

नटराज- ओह निरूपा क्या मस्त चुत हैं तुम्हारी...

नटराज पूरी रात निरूपा को चोदता रहा....

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सुबह निरूपा बेड से उठ नहीं पा रही थी क्योंकि नटराज उसे रात भर ठोका था....

सावित्री सुबह उसके लिए चाय लेके आयी....

सावित्री- उठ जाओ दीदी... लगता है जीजू ने तुम्हे रात भर सोने नहीं दिया....

निरूपा आंख खोलती हुई बोली- पूछ मत...

सावित्री ध्यान से निरूपा को दोनो चूची को देखने लगी...

सावित्री- दीदी तुम्हारी दोनो Boobs तो पूरी तरह लाल पड़ गए हैं...

निरूपा हंसती हुई बोली- ये तेरा जीजू का काम है...

सावित्री मन ही मन बोली- काश मेरा पति भी मुझे इस तरह मेरी चूची को रात भर चूसता... पर मेरे नसीब में उस बुड्ढे जनार्दन से चुदना लिखा हुआ है...

उधर जनार्दन की गाड़ी बंगले के अंदर घुस चुका था...

जनार्दन सबसे पहले निरूपा से मिलना चाहा.....

जनार्दन सीधा निरूपा के कमरे में गया... निरूपा को जाके गले लगाते हुए उसकी एक चूची को हाथ से दबाते हुए बोला- बहुत दिन हो गया तुम्हे चोदा नहीं....

निरूपा- में कहाँ भागी जा रही हूँ, जब मन चाहे तब चोद लेना...

जनार्दन- मेरी चुदक्कड़ साली निरूपा, तेरी चुत मुझे ज्यादा पसंद है.....

तभी नटराज कमरे के अंदर आ गया.. जनार्दन उसे देख कर चूची दबाना बन्द किया....

जनार्दन- अगर में गलत नहीं हूं तो तुम शमशेर के दोस्त हो ना, क्या नाम है तुम्हारा ?

नटराज- मेरा नाम नटराज है...

जनार्दन- वैसे मेने निरूपा की दुख भरी बातें सुना है..... निरूपा की ऐसी घड़ी में तुमने इसकी हाथ थामा... इसके लिए धन्यबाद...

नटराज- कोई बात नहीं जनार्दन जी....

जनार्दन- अच्छा निरूपा का ठीक से खयाल रखना... ये मेरा बीवी की बड़ी बहन है....

फिर जनार्दन निरूपा को हाथ से जाने की इशारा करते हुए कमरे से बाहर निकल गया...

जनार्दन के बाहर जाते ही नटराज निरूपा के पास बेठ गया और बोला- मेने सब देखा कि किस तरह जनार्दन तुम्हारी चूची दबा रहा था.......

निरूपा चौंकते हुए बोली- कब ?

नटराज- अभी मेरे आने से पहले...

निरूपा- ओह नटराज, तुमने कुछ और देखा होगा .....

नटराज- अब जो सच है वही बता दो... वैसे भी मेरा कई औरतों से और तुम्हारी कई मर्दों से चुदाई हो चुका है.. तो इसमें छुपाने वाली क्या बात है.... तो बोलो जनार्दन तुम्हारी चूची दबा रहा था ना ?

निरूपा- हाँ (नटराज को देखते हुए)

नटराज- बस जो सच है वही बता दो... मुझसे क्या छुपाना... वैसे ये बताओ जनार्दन ने तुम्हे इससे पहले भी कभी ऐसे ही चूची दबाया था ?

निरूपा- छोड़ो ना इस बात को नटराज......

नटराज- कैसे छोड़ू ? वो मेरे बीवी का Boobs निचोड़ के चला जाये और में इस बात को छोड़ दूं...

निरूपा- तुम कहना क्या चाहते हो ?

नटराज- ये की जनार्दन ने तुम्हे कभी चोदा है या नहीं ?

निरूपा गुस्सा हो के बोली- हाँ चोदा है.... क्यों तुम क्या कर लोगे ?

नटराज- निरूपा देखो तुम पहले जो भी थी, या जो भी जिससे भी चुदाई किये हो, मुझे उससे कोई मतलब नहीं, पर में चाहता हूं कि तुम आगे से मेरे सिवा किसी से चुदाई मत करना....

निरूपा- देखो नटराज, तुम कुछ ज्यादा ही बोल रहे हो....

नटराज- मेरे बात को ध्यान रखना नटराज.....

फिर नटराज वहां से चला गया...

नटराज के जाते ही निरूपा मन ही मन बोला- में किसी के लिए खुद को नहीं बदल सकती.... चुदाई करना मेरी सबसे बड़ी कमजोरी है... और मुझे चुदाई करने से कोई नहीं रोक सकता...

तभी एक अनजान फोन नम्बर से उसकी मोबाइल पे कॉल आया... वो कॉल रिसीव करते ही उधर से एक आवाज आया- केसी है रांड ?

निरूपा- कौन बोल रहा है ?

Unknown caller- मुझे नहीं पहचान रही है, तू मेरा रखैल है, तुझे पता है ना...

निरूपा को ये समझते देर नहीं लगी कि वो और कोई नहीं, शमशेर था....

निरूपा- ओह तो तू है बहनचोद....

शमशेर- हाँ मेरी रानी...

निरूपा- रस्सी जल गई मगर बल नहीं गया....

शमशेर- ये मजबूत रस्सी है... तेरे जैसी छिनाल की रस्सी नहीं...

निरूपा- तू और मजबूत, अब तो तू नामर्द हो चुका है...

शमशेर- इसी का बदला तो मुझे लेना है तुझसे और तेरी रण्डी बहन से....

निरूपा- लौड़े का बाल, उस बार तेरा लन्ड पे इंजेक्शन दिया था, अबकी बार लन्ड को ही काट दूंगा बहनचोद....

शमशेर- तू देखता जा, एक दिन आएगा, जब में तेरे दोनो बड़ी बड़ी चूची को काट दूंगा... उसके बाद हिजड़े भी तुझे लाइन नहीं मारेंगे....

निरूपा- हिजड़ा तो तू है....

शमशेर- चुप कर मादरचोद...

निरूपा- तू चुप कर बहन के लौड़े... तेरी माँ की चुत....

शमशेर- सुना है तुझसे नटराज ने शादी कर लिया है... ज्यादा खुश मत हो... नटराज पहले तेरे जवानी का रस चूसेगा, फिर तुझे फेंक डालेगा किसी कोठे में....

निरूपा- हूँ सबको अपने जैसे समझ रहा है क्या बहनचोद...

शमशेर- मुझे पता है नटराज तुझे रात भर ठोक रहा है...क्योंकि तुझसे ज्यादा उसे में अच्छे तरह से जानता हूँ... वो औरत को ठोक ठोक के उसकी सारी रस चूस लेता है.... फिर उस औरत को पूछता भी नहीं ही... वो चुत का भूखा है....

निरूपा चुप थी...

शमशेर- और तू भी लन्ड की भूखी है... साली रण्डी छिनाल...

निरूपा- मादरचोद फोन रख...

शमशेर- अपने पति नटराज को बोल दे कि उसको में कभी भी टपका सकता हूँ... साले ने मेरे सामने मेरे मम्मी को rape किया... उसका मरना तो तय है....

निरूपा- में जब तक हूँ तू नटराज को छू भी नही सकता....

शमशेर- देखते हैं, चल रण्डी फोन रखता हूँ....

निरूपा- मादरचोद चुत की झांट...

फिर निरूपा ये सभी बातें नटराज को बता दिया....

*************************

रात में बंगले की सिर्फ एक ही कमरे की लाइट ऑन थी.... वो थी निरूपा और नटराज का कमरा....

जनार्दन उस कमरे के बाहर दरवाजे के पास अपना कान टिका कर कुछ सुनने की प्रयाश कर रहा था....

कमरे के अंदर से निरूपा की मादक सिसकियों की आवाज़ें आ रही थी "आआआहहहहहहहह ओहहहहहहहहह ममममममम ओह नटराज, हाँ ऐसे ही चोदते रहो, ज्यादा मजा आ रही है, ओह आआआहहहहहह में तो तुम्हारे लन्ड की दीवानी हो गयी हूँ नटराज....

जनार्दन दरवाजे के पास कान रख कर ध्यान से सुन रहा था....

अंदर से निरूपा की सिसकियां के साथ साथ पलँग भी हिलने की ज्यादा आवाज आ रहा था....

जनार्दन मन ही मन बोला- लगता है नटराज जबरदस्त ठुकाई कर रहा है...

निरूपा और जोर जोर से चिल्लाने लगी और बोली- आआआहहहहहह नटराज मेरे गाँड़ को ऐसे ही चोदते रहो उफ्फ...

नटराज- लगता है नटराज अभी गाँड़ भी मार रहा है... तभी तो निरूपा की गाँड़ की साइज पहले से कहीं ज्यादा बढ़ी हुई है... साली रण्डी रोज गाँड़ मरवाती होगी....

फिर से निरूपा की आवाज आई- लन्ड बाहर निकालो नटराज, मेरी गाँड़ दुख रही है....

नटराज- बस और 5 मिनट....

निरूपा- ओह ये लन्ड मेरी गाँड़ फाड़ डालेगा आज तो...

फिर निरूपा जोर जोर से सिसकियां लेने लगी- ससससससस मममममममम ओह मम्मी अअअअअअअ मेरी गाँड़.....

नटराज- अब चुत की बारी..

निरूपा कुछ देर के लिए चिल्लाना बन्द कर दी, शायद नटराज गाँड़ मारना बन्द कर दिया था....

नटराज- तुम्हारी चुत को चोदना कोई आसान काम नहीं है.... हालांकि मजा ज्यादा आता है पर तुम्हारी चुत थोड़ी सी ढीली हो गयी है....

निरूपा- जब रोज इतने बड़े लन्ड से चोदोगे तो चुत तो ढीली होनी ही है.....

नटराज ने कस के एक शॉट चुत में मारा और निरूपा की मुंह से एक दर्द भरी चीख निकली- उइमा मर गयी....

नटराज- सच बताना जनार्दन ने तुम्हे कितनी बार चोदा है ?

निरूपा- बहुत बार....

जनार्दन चौंक गया जो कि दरवाजे के पास खड़ा था और ये सब सुन रहा था.....

नटराज- मजा देता था ना बुड्डा ?

निरूपा- कहाँ का मजा ? छोटे लन्ड से मजा नहीं आता चुदने में...

नटराज जोर जोर से हंसने लगा और बोला- फिर वो चोदता केसा था ?

निरूपा- बस चुत में अपना छोटा लन्ड डाल कर हिलाता था बस...

नटराज जोर जोर से हंस रहा था....

बाहर जनार्दन गुस्सा हो के मन ही मन बोल रहा था- साली रण्डी सब बात बता दे उसे.... बहनचोद रांड....

तभी पीछे से किसीने जनार्दन के कंधे पर हाथ रखा तो जनार्दन चौंक गया....

सामने साबित्री थी... वो सिर्फ पेटीकोट में थी, शायद बाथरूम से निकली हुई थी....

जनार्दन- तुम सिर्फ पेटीकोट में क्यों आयी हो बाहर ?

सावित्री- में बाथरूम गयी थी ना इसलिए....

जनार्दन- चुपचाप अपने कमरे में जाओ....

सावित्री- सुनो ना, बहुत दिन हो गया, चलो ना....

जनार्दन- नहीं तुम जाओ सोने के लिए....

सावित्री गुस्सा हो गयी और बोली- बीवी को चोदने की वजाए दूसरे औरत की चुदाई की आवाज़ें सुन रहे हो....

जनार्दन गुस्से से सावित्री को देखने लगा....

सावित्री- क्यों सच बोल दी तो मिर्ची लग गयी....

जनार्दन- रण्डी जैसी बात मत करना मेरे सामने...

सावित्री- में रण्डी हुन तो तुम क्या हो ? तुम भी तो कई औरतों को चोद चुके हो... कई औरतों को तो मेरे सामने चोदे हो....

जनार्दन गुस्से से वहां से चला गया...

उसके जाते ही सावित्री बोली- साले बहनचोद, मुझको रण्डी बोलता है..

तभी उसे निरूपा की चिल्लाने की आवाज आई.... साबित्री ध्यान से सुनने लगी तो निरूपा बोल रही थी- ओह नटराज लगता है आज मेरी चुत को फाड़ डालोगे.....

चुत से जोर जोर से "पच पच पच पच पच पच पच पच" आवाज़ें आ रही थी...

सावित्री ये सुनके गरम हो गयी....

निरूपा- ओह नटराज ऐसे ही चोदते रहो.... है भगवान इतना बड़ा लन्ड मुझे अब मिल रही है...

नटराज- अगर तुम मुझे पहले मिल जाती तो अब तक तुम्हारी चुत को तालाब बना चुका होता..

निरूपा- ओह ओह ओह मम्मी....

सावित्री बाहर सिर्फ पेटीकोट पहनी खड़ी थी.... और अब वो अपनी चुत में उंगली डालने लगी थी और मन ही मन बोल रही थी- काश नटराज मेरा पति होता.... उसके बड़े लन्ड से रोज ठुकाई करती...

अचानक निरूपा की चिल्लाने की आवाज तेज होने लगी...

निरूपा- ओहहहहहहहहहहहह.... मम्मी आआआआआआआआआ नटराज मेरी चुत... है भगवान.... मम्ममम्ममम्ममम्म सससससससस मआआआआआ ओहहहहहहहहहहहहहहहह आआआआआआआ ममममममम सससससससस आआआआआ र्रर्रर्रर्रर चोदो ऐसे ही चोदते रहो मेरी चुत फाड़ डालो मेरी चूची चूस लो.....

बाहर खड़ी सावित्री मन ही मन बोली- काफी दर्दनाक चुदाई चल रही है अंदर... ओह नटराज काश तुम्हारा लन्ड मेरी चुत में होती....

फिर कुछ देर बाद निरूपा और नटराज चुप हो गए... शायद चुदाई खत्म हो चुकी थी.....

साबित्री हंसती हुई वहां से जनार्दन की कमरे की तरफ गयी, जैसे ही वो अंदर गयी तो चौंक गयी... जनार्दन आंखे बंद करके बेड के ऊपर लेटा था लेकिन आने हाथ से लन्ड पकड़ कर मुठ मार रहा था.....

सावित्री- बड़े ही शर्म की बात है, इतनी सेक्सी बीवी हो के मुठ मार रहे हो.....

जनार्दन चौंक गया और लन्ड से हाथ को हटाने लगा तो साबित्री बोली- अब कोई फायदा नहीं.... तुम मुठ ही मार लो, चुत की ठुकाई तो तुमसे होगा नहीं....

जनार्दन- बात तो ऐसे कर रही हो, जैसे मेने तुम्हे कभी ठोका नहीं...

सावित्री अपने हाथ से जनार्दन की लन्ड को आगे पीछे करती हुई बोली- हा तो सही तो बोली ..

जनार्दन- हाँ अगर मेने तुम्हे नहीं ठोका तो मेरे दो बच्चे क्या आसमान से टपके... तुम्हे चोदा तो वो दोनो पैदा हुए ना....

सावित्री मुठ मारते हुए बोली- छोटे लन्ड से कोई भी बच्चा पैदा कर सकता है.. पर कभी मेरी जोरदार ठुकाई किये हो... जैसे कि अभी नटराज मेरी दीदी को ठोक रहा है...

जनार्दन- अच्छा तो अब नटराज की ठुकाई की तारीफ कर रही हो... एक काम करो अगर तुम्हें बड़े लन्ड से चुदने का इतना ही शौक है तो जाओ और नटराज के लन्ड पे बेठ जाओ...

सावित्री तेजी से लन्ड को ऊपर नीचे करके गुस्से से बोली- बेकार की बातें मत करो... और अपने लन्ड पे कोई तेल लगाया करो ताकि लन्ड बड़ा हो जाए...

जनार्दन झड़ने ही वाला था....

सावित्री तेजी से लन्ड को ऊपर नीचे कर रही थी.... तभी जनार्दन की लन्ड ने पानी की पिचकारी मारने लगा जिसकी वजह से कुछ पानी सावित्री की मुंह पे जा गिरी और कुछ हाथ में रह गयी.....

फिर जनार्दन थका हुआ सोने लगा....

सावित्री मन ही मन बोली- साला बहनचोद बुड्डा, लन्ड सिर्फ मूतने के लिए रखा है मादरचोद....

जनार्दन का तो लन्ड से पानी निकल गया लेकिन सावित्री प्यासी रह गयी थी तो वो कमरे से बाहर निकल कर बालकनी पर खड़ी बाहर की तरफ देख रही थी... तभी पीछे से किसी ने उसको उसकी कमर पर पकड़ के दबोच लिया....

सावित्री चौंक गई और बोली- कककककननननन ??

अरे में हु डार्लिंग.....

पीछे नटराज ने उसे दबोच लिया था...

सावित्री खुश होते हुए बोली- ओह तो तुम हो नटराज....

नटराज उसकी पेटीकोट के ऊपर से गाँड़ को हाथ से दबा रहा था..

सावित्री नखरे दिखाती हुई बोली- किसी दूसरे की बीवी को इतने रात ऐसे पकड़ने का मतलब क्या है ?

नटराज- जब तुम ऐसी हालत में रहोगी, सिर्फ पेटीकोट पहन कर तो कोई भी मर्द तुम्हे खड़े खड़े चोद देगा....

सावित्री हंसते हुए बोली- सिर्फ मेरे पति को छोड़ कर.. साले का लन्ड मुझे ऐसी हालत में देख कर भी खड़ा नहीं होता....

नटराज उसकी पेटीकोट को नीचे सरकाते हुए उसकी एक चूची को दबाते हुए बोला- ये तुम्हारे पति का समस्या है, में तो तुम्हे यहां पर खड़े खड़े चोदूगा....

सावित्री- तो तुम्हे रोका कोन है ? अपना ही माल समझो....

नटराज अब दोनो चूची को दोनो हाथ से दबा रहा था....

नटराज- भगवान ने तुम दोनों बहनों को बड़े ही फुर्सत से बनाया है.... गजब की जिस्म है तुम दिनों की.... खास कर तुम दोनों की चुचियाँ बहुत ही मस्त है....

सावित्री की मुंह से हल्की हल्की सिसकियां निकलने लगी थी- आहहह ओहहहहह ओहहह....

सावित्री- हम दोनों में से कौन ज्यादा सेक्सी है ?

नटराज दोनो चुचियों को मसलते हुए बोला- दोनो की दोनो एक जैसे हो.... निरूपा की चूची बहुत ही रसीले हैं और तुम्हारी भी... गाँड़ भी मस्त है निरूपा की....

सावित्री- और चुत केसी है दीदी की ?

नटराज- चुत हल्की सी ढीली हो गयी है.... क्योंकि निरूपा बहुत ज्यादा लन्ड ले चुकी है अपनी चुत में.... सुना है उसकी पहला पति मेघनाद के सारे दोस्त उसे चोद चुके हैं... और तो और कई नेता मंत्री भी निरूपा को चोदते थे, खास कर निरंजन तिवारी जो कि इस एरिया की विधायक है...

सावित्री- ओह ओह... सच में दीदी मुझसे भी ज्यादा चुदककड़ है....

नटराज दोनो निप्पल को खींचते हुए बोला- निरूपा इतने लन्ड से चुदने के बाद भी गजब की सेक्सी है....

सावित्री- पर तुम्हे ये सब कैसे पता ?

नटराज- मुझे उस वक़्त सब इनफार्मेशन मिलता था, और जबसे मेने निरूपा को निरंजन तिवारी के पार्टी में देखा था, उसी दिन से उसे चोदने के लिए उसका चक्कर काटने लगा.....

सावित्री हंसती हुई बोली- और आज तुम्हारा किस्मत देखो, आज तुम दीदी को रात भर चोद रहे हो....

नटराज- वो तो होना ही है.. चुत कब तक अकेली रहेगी, उसे भी तो लन्ड चाहिए चुदने के लिए... मुझे पता था कि जब से शमशेर ने निरूपा को अपना रखैल बनाया था, में समझ गया था कि निरूपा को चोदना अब आसान हो जाएगा.....

सावित्री की मुंह से मादक सिसकियां निकलने लगी क्योंकी नटराज उसकी चूची चुसने लगा था....

सावित्री- तब तो दीदी की मंत्रियों से ज्यादा जान पहचान होगी ?

नटराज चूची से मुंह निकालते हुए बोला- हाँ बहुत है, क्योंकि बड़े बड़े मंत्री भी निरूपा को ठोक चुके हैं..... लेकिन सबसे ज्यादा निरंजन तिवारी ठोकता था...

सावित्री- सही बात है... जिंदगी कुछ दिन की है, खाओ पीओ ऐश करो, जिंदा रहने तक चुदते रहो....

नटराज- में भी यही सोचता हूँ....

साबित्री- दीदी तो सच में बहुत बड़ी चुदक्कड़ है नटराज....

नटराज- तुम्हारी दीदी की चुचियाँ ऐसे ही बड़े बड़े नहीं हुए हैं.. उसमें नाजाने कितने मर्दों के हाथ लगे हुए हैं और आगे भी लगते रहेंगे.....

सावित्री- गाँड़ भी बहुत बड़े हैं...

नटराज- कितने मर्दों ने घोड़ी बना कर ठोका होगा उसको....

सावित्री- दीदी ने बहुत ऐश किये हैं लाइफ में.... लेकिन मेरा तुमसे एक request है....

नटराज नीचे चूत में उंगली मारते हुए बोला- बोलो क्या reqest है ?

सावित्री- आआहहहहहहहहह... हाँ में तुमसे ये request करती हूं कि मेरी दीदी को जल्दी ही एक बच्चे दे दो... क्या है ना वो अपने बच्चों से अलग हो गयी है ना इसलिए....

नटराज- उसकी फिक्र तुम मत करो.... में सोच के रखा हु की निरूपा को 5 बच्चे की माँ बनाऊंगा.....

सावित्री- बहुत बढ़िया....

नटराज सावित्री को बालकनी के रेलिंग पे टिकाया और बोला- ज्यादा आवाज़ें मत करना वरना वॉचमैन आ जायेगा...

सावित्री- ठीक है...

नटराज पीछे से सावित्री की कमर पकड़ कर उसकी चुत में अपना लन्ड डाल दिया "फ़फ़फचकककककक......

साबित्री- आउच...........

सावित्री बालकनी के ऊपर लोहे की रेलिंग पकड़ कर झुकी हुई थी और नटराज पिछे से doggy पोज़ में चोद रहा था...

नटराज धीरे धीरे पेलना सुरु किया... सावित्री हल्की हल्की सिसकियां ले रही थी....

नटराज कुछ देर बाद चोदने की स्पीड बढ़ा दिया....

सावित्री की मुंह से मादक सिसकारी जोर जोर से निकलने लगी.... Main gate का वॉचमैन gate के पास से ये नजारा देख रहा था... उसे सावित्री की दो बड़ी बड़ी चुचियाँ जोर जोर से हिलते हुए दिखाई दे रहे थे.... वो बोला- सावित्री मालकिन तो एक नम्बर की रांड हैं सचमुच.... जनार्दन साहब इसलिए इनको हमेशा रांड बोलते रहते हैं....

नटराज दनादन पेल रहा था...

सावित्री की चुत से पानी टपकने लगी थी लेकिन नटराज लगातार पेले जा रहा था....

कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद नटराज सावित्री को उठा के बाथरूम के अंदर ले गया....

वॉचमैन ये देख के बोला- कहीं साले ने मुझे देख तो नहीं लिया, मेडम को अंदर क्यों ले गया... कितना मजा आ रहा था बहनचोद.... क्या चूची है है भगवान.... पीने का मन हो गया देख के....

नटराज बाथरूम के अंदर सावित्री को खड़े खड़े दनादन चोद रहा था... सावित्री की सिसकारी बड़े ही जोर से गूंज रही थी.....

सावित्री- आआआआआआआ सससससससस मममममममम ओहहहहहहहहहहहहहहह....

नटराज का लन्ड सावित्री की चुत के पूरा अंदर तक घुस रहा था...

साबित्री की चुत से पानी बार बार तपक रही थी लेकिन नटराज चोदने में कमी नहीं कर रहा था....

नटराज करीब 2 बार बाथरूम में सावित्री की चुत मारी... फिर दोनो अपने अपने कमरे में सोने चले गए... उधर वॉचमैन सावित्री की चूची को याद करते हुए मुठ मार रहा था... और सोच रहा था- वो आदमी किस तरह मेडम को खड़े खड़े घोड़ी बना कर चोद रहा था.....

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गजब का कामुक और उत्तेजना से भरपूर धमाकेदार और मादक अपडेट है भाई मजा आगया
अगले जबरदस्त अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 
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अगली सुबह नटराज और निरूपा कुछ काम के लिए पास वाले सहर जा रहे थे..... दरअसल जनार्दन रघुनाथपुर में एक दारू की भट्टी खोलना चाहता था, तो इसके लिए उस एरिया की विधायक से इजाजत लेना बहुत जरूरी होता है..... तो उसी सिलसिले में निरूपा और नटराज वहां के विधायक से मिलने जा रहे थे... क्योंकि विधायक से निरूपा की जान पहचान बहुत अच्छे थे... तो काम और भी आसान हो, इसलिए निरूपा खुद जा रही थी.... जनार्दन की तबियत खराब होने की वजह से वो रेस्ट लिया हुआ था....

नटराज कार को Main gate के पास ले गया और गाड़ी से उतरके सीधा वॉचमैन के पास गया....

नटराज- मुझे पता है कल रात तूने सब कुछ देखा....

वॉचमैन हकलाता हुआ बोला- क्या...... साहब ?

नटराज सिगरेट की फूँक मारते हुए बोला- ज्यादा शरीफ मत बन, और सच बोल.... कल रात को तूने देखा ना ?

वॉचमैन डरते हुए बोला- साहब मेरा ड्यूटी तो दिन में होता है...

नटराज- तो फिर रात को तू इधर क्या कर रहा था बहनचोद ?

वॉचमैन- वो वो....

नटराज- तेरा शादी हुआ है ना !!!

वॉचमैन- जी साहब

नटराज- तो जा के अपनो बीवी को नंगी करके देख, इधर रात को इस बंगले की मालकिन को नंगी देखने का शौक क्यों पाल रखा है... जबकि तेरा डयूटी दिन में होता है....

वॉचमैन डर के मारे कांप रहा था...

नटराज- चल बता, तेरा इरादा क्या है ?

वॉचमैन- वो साहब...

नटराज- चल में ही बता देता हूँ.. बहुत दिनों से तेरा नजर इस बंगले की मालकिन सावित्री पर है... इसलिए तू रात को दूसरे वॉचमैन की ड्यूटी भी खुद कर रहा है, क्योंकि तुझे सावित्री को ताड़ना है...

वॉचमैन के डर के मारे पसीने निकल गए...

नटराज- मादरचोद अपने काम पे काम रख, वरना अच्छा नही होगा....

वॉचमैन डर के मारे कांप रहा था...

नटराज- और ये साली औरतें भी घर से निकलने में घण्टों लगा देते हैं...

ये कहते हुए नटराज निरूपा को फ़ोन लगाने लगा...

नटराज- और कितना टाइम लगेगा तुम्हे बाहर निकलने में ?

निरूपा- बस हो गया बाबा... जा रही हूं....

फिर कुछ देर बाद हाथ में वैनिटी बैग पकड़े हुए निरूपा बंगले से निकल कर main gate की तरफ आ रही थी... वो लाल रंग की Transparent साड़ी पहनी हुई थी, जिससे उसकी लाल रंग की ब्लाउज पूरी तरह नजर आ रही थी... साथ ही उसकी बड़ी बड़ी चुचियाँ साफ साफ दिखाई दे रहे थे....

निरूपा को देख कर वॉचमैन का मुंह खुला रह गया....

नटराज- अबे अपना मुंह बंद कर मादरचोद....

वॉचमैन डर के मारे अपना मुंह बंद किया पर तिरछी नजर से निरूपा की भारी गाँड़ को देख रहा था... जो कि निरूपा के चलते ही बुरी तरह से ऊपर नीचे होके हिल रहे थे....

नटराज- तुम औरतें कभी टाइम पर नहीं निकलते ना !!!

निरूपा अपनी मादक होंठ पर एक सेक्सी स्माइल करते हुए बोली- हाँ वो तो है ही....

निरूपा पास आते ही वॉचमैन को देख के बोली- अरे घनश्याम, तुझे इतना पसीना क्यों आ रहा है, और तू इतना क्यों कांप रहा है...

वॉचमैन पहले नटराज को देखा फिर निरूपा के मादक चुचियों को तिरछी नजर से देखते हुए बोला- नहीं मालकिन कुछ तो नहीं है....

नटराज- अरे कुछ नहीं है, तुम गाड़ी पे बेठ जाओ, बहुत देर हो रहा है...

निरूपा कार के आगे सीट पर बेठ गयी....

नटराज उस वॉचमैन के कान में धीरे से बोला- कल रात तूने जो भी देखा, उसे भूल जा.. नहीं तो एक बात अच्छी तरह से जान ले उसी बालकनी पे सावित्री की जगह तेरी बीवी होगी... और हाँ बंगले की औरतों को घूरना बन्द कर....

वॉचमैन हाँ में अपना सर हिलाया...

फिर नटराज गाड़ी के ड्राइविंग सीट पर बेठ गया... और गाड़ी स्टार्ट करके निकल गया....

नटराज के जाते ही वॉचमैन बोला- साला कितना हरामी आदमी है, मेरे बीवी को चोदने की धमकी दे रहा है... में अपने आप को कैसे रोकूँ जब कि इस बंगले में रंडियां भरे पड़े हैं.... सुबह हुई कि नहीं बड़ी बड़ी चुचियाँ और बड़ी बड़ी गाँड़ के दर्शन हो रहे हैं... साला दिन भर देखते देखते लन्ड से पानी निकल जाता है... रात को बीवी को ठोकने के लिए भी पानी नहीं बचता है....

ये कहते हुए वॉचमैन जिसका नाम घनश्याम था, बोतल की पानी पीने लगा और बालकनी पर एक तार पर टंगी हुई लाल रंग की ब्रा को निहारने लगा....

घनश्याम- इतना यकीन के साथ कह सकता हूँ कि वो ब्रा निरूपा मेडम की है.... क्योंकि सबसे बड़ी चूची उसकी ही है यहां पर.... साली बहुत बड़ी चुदककड़ है....

फिर पीछे से एक आवाज आया- मुझे पूछ की निरूपा कितनी बड़ी चुदक्कड़ है ?

घनश्याम पीछे मुड़ के देखा तो सामने एक बुड्डा खड़ा था....

घनश्याम- आप कौन ?

बुड्डा- मेरे बारे में जान के क्या करोगे ?

घनश्याम- जानना जरूरी है...

बुड्डा- छोड़ बेटा....

घनश्याम- और आप अभी क्या बोल रहे थे निरूपा मेडम के बारे में ?

बुड्डा- यही की वो सिर्फ चुदक्कड़ औरत ही नहीं एक धोखेबाज औरत भी है....

घनश्याम चौंक गया और बोला- अच्छा आप इतना कैसे जानते हैं ?

बुड्डा बोला- सुन में तुझे एक राज की बात बताता हूँ.... और वो घनश्याम की कान में धीरे से कुछ फुसफुसाया.....

घनश्याम- वाह मजा आ गया सुनके....

बुड्डा- लेकिन मुझे तेरा मदद चाहिए इसमें.... फिर तू भी अमीर हो जाएगा और मुझे भी सब कुछ मिल जाएगा....

घनश्याम- जरूर मदद करूँगा... आप बस मुझसे संपर्क बनाए रखें..

बुड्डा- ठीक है... तो फिर ये लो मेरा कार्ड.... मुझे हर एक छोटी बड़ी बात बताते रहना जो इस बंगले में होगा....

घनश्याम खुश होते हए बोला- आप फिक्र मत कीजिये सहाब... समझो काम हो गया...

बुड्डा एक बैग में से एक रुपये की गड्डी निकाल कर वॉचमैन को देते हुए बोला- बाकी काम हो जाने के बाद...

वॉचमैन (खुश होते हुए)- जी साहब....

तभी बालकनी पर सावित्री कपड़े सुखाने आयी.... वो नाइटी पहनी हुई थी, अंदर ब्रा ना होने के कारण उसकी चुचियाँ कुछ ज्यादा ही हिल रही थी...

वो बुड्डा की नजर जब बालकनी पर कपड़े सुखाती साबित्री पर पड़ा तो वो बोला- अच्छा ये बताओ, वो औरत कौन है ?

वॉचमैन- इस बंगले की मालकिन हैं नाम है सावित्री चौधुरी....

बुड्डा अपनी दांत दबाते हुए बोला- इसे भी में अच्छी तरह से जानता हूँ....

वॉचमैन- हाँ आप तो जानते ही होंगे ? (हंसते हुए)

बुड्डा- ये भी एक पटाखा है, सेक्स बम बोला जाए तो गलत नहीं होगा....

वॉचमैन- बिल्कुल सही कहा आपने... कड़क माल हैं....

बुड्डा- तुम यहाँ पर कितने दिनों से नौकरी कर रहे हो ?

वॉचमैन- 7 साल हो गए...

बुड्डा- तो फिर देखते क्या हो, इसको पटाओ और चोद डालो... अगर में तुम्हारे जगह होता तो इस सेक्स बम को अभी तक फोड़ चुका होता....

घनश्याम- इसको पटाना इतना आसान नहीं है साहब ? बहुत ही कड़क हैं ये...

बुड्डा- तुम्हारे लिए मुश्किल होगा पर मेरे लिए ये बहुत आसान है... मैने इसके जैसे कई चुत मारे हैं....

घनश्याम- मारे होंगे पर ये थोड़ी अलग है...

बुड्डा- क्या अलग है.... कुछ अलग नहीं है.... औरत को क्या चाहिए ? ढेर सारा पैसा, भरपूर सेक्स, और क्या चाहिए... इसको तो पैसे नहीं चाहिए क्योंकि इतने बड़े बंगले हैं जाहिर है ये पैसे वाली है... इसको सेक्स ही ज्यादा चाहिए....

घनश्याम- हाँ बात तो सही है...

बुड्डा- इसके पति को ठीक तरीके से जानते हो या नहीं मतलब उसके कुछ अंदरूनी बातें ?

घनश्याम- हाँ सुना है इसका पति जनार्दन और इसकी हमेशा झगड़ा होती रहती है....

बुड्डा- तो फिर क्या देख रहे हो ? मतलब वो अपने पति से खुश नहीं है... उसका पति उसे ठीक से चोद नहीं पा रहा है... इसी का फायदा तुम्हे उठाना है...

घनश्याम- पर यहां पर और एक आदमी है जो अभी अभी बाहर गया, जो कि निरूपा मेडम से शादी किया है, नाम है नटराज... वो सावित्री मेडम की रोज ठुकाई करता है... ऐसे में सावित्री को पटाना इतना आसान नहीं है....

बुड्डा- एक बात हमेशा याद रखना- सावित्री जैसी औरतें कभी भी एक लन्ड पे खुश नहीं रहते... इनको हर रोज नया लन्ड चाहिए होता है... इसको तुम अपना लन्ड का दर्शन करवाओ... अगले दिन वो अपनी चुत तुम्हारे आगे रख देगी....

घनश्याम- लगता है आप इस काम में माहिर है (हंसते हुए)

बुड्डा- मेने अपनी लाइफ में बहुत सारी चुत का स्वाद चखा है... और ये सावित्री जैसी औरत को तो में अपना मूत पिलाता हूँ...

घनश्याम- पास में पैसा हो तो क्या नहीं हो सकता साहब ?

बुड्डा- सही बात है पर खुद पे आत्म-विस्वास बहुत जरूरी चाहे आप जो भी काम करें....

घनस्याम- आप से बात करके मेरा आत्म-विस्वास बहुत बढ़ गया साहब...

बुड्डा- तो फिर ज्यादा देर मत करो, आज से काम पे लग जाओ और हाँ मेरा काम करना मत भूलना....

घनस्याम- ठीक है साहब...

बुड्डा- जिस दिन तुम इस सावित्री को पटा के बिस्तर पर ले जाओगे, ठीक उसी वक़्त मुझे फोन करना....

घनश्याम- जरूर.....

बुड्डा- अच्छा में इस गाँव को कुछ दिनों के लिए आया हूँ, और यहां के गेस्ट हाउस पे रुका हुआ हूँ.... तो मुझे तुमसे और एक मदद चाहिए....

घनश्याम- जी बोलिये...

बुड्डा- मुझे आज रात के लिए एक रण्डी चाहिए, क्या इस गाँव में कोई रण्डी मिलेगी चोदने के लिए.... क्या है ना मुझे रंडियां चोदने की आदत सी हो गयी है..

घनश्याम- नहीं यहां पर तो कोई रण्डी नहीं है...

बुड्डा फिर अपने बैग से पैसे की दो गड्डी निकाल के घनश्याम को देते हुए बोला- तुम्हारी बीवी जवान है ना ?

घनश्याम तो पहले चौंक गया फिर पैसे की दो गड्डी देख के लालच में आ गया और बोला- जवान भी है और चुदक्कड़ भी....

बुड्डा- तो फिर आज रात उसे गेस्ट हाउस ले कर आ जाना.. जाते वक्त और पैसे ले जाना....

घनश्याम उस बुड्ढे से पैसे लेते हुए हंसता हुआ बोला- जी साहब....

फिर बुड्डा वहां से पास में खड़ी कार में बेठ कर चला गया...

बुड्ढे की जाते ही घनश्याम मन ही मन बोला- क्या मस्त बन्दा है यार ? साला इसने तो आज ही मुझे मालामाल कर दिया... इसका साथ मुझे नहीं छोड़ना चाहिए.... बहुत पैसे मिलेगा मुझे...

फिर वो गेट पे रखी हुई लैंडलाइन फोन की घण्टी से चौंक गया और जा के फोन उठाया- हेलो..

उधर से आवाज आया- घनस्याम अभी अभी गेट पर तुम्हारे साथ कौन खड़ा था.....

घनश्याम- मेडम वो कोई दूसरा गाँव का आदमी था ...

घनश्याम को सावित्री ने फोन किया था...

सावित्री- नहीं मुझे ऐसा लगा कि मैने उसे शायद पहचाना है, मतलब में उसे जानती हूँ, मुझे उसका चेहरा ठीक से दिखा नहीं...

घनश्याम- जी

सावित्री- क्या नाम बताया अपना ?

घनश्याम- जी मेने उसे उसका नाम पूछना भूल गया...

सावित्री- क्या बात कर रहा है इडियट... अनजान आदमी को नाम तो पूछना चाहिए.... कब अक्ल आएगा तुझे....

घनश्याम- गलती हो गया मेडम..

सावित्री- ध्यान रहे, ऐसी गलती दुबारा ना हो... कौन गेट पर आ रहा है या नहीं इसका खबर मुझे होनी चाहिए...

घनश्याम- जी मेडम...

सावित्री के फोन रखते ही घनश्याम बोला- साली रांड, बस कुछ दिन रुक जा, फिर तू मेरे लन्ड के नीचे होगी, और में तेरे चुत को तेल लगा लगा कर पेलूँगा.....

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SKYESH

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pelo....................sarkar ...aur pelo ...................................:wink::wink:🤪😜😝😛
 
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