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Adultery "संभोग"

prkin

Well-Known Member
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बहुत अच्छी शुरुआत। कृपया और आगे लिखें।
 
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नम्रता बहुत दिनों बाद अपनी मायके आयी थी... नम्रता की उम्र 26 साल की होगी.. उसकी 24 साल की उम्र में ही शादी हो गयी थी 25 साल की राजेश के साथ... नम्रता खूबसूरत होने के साथ साथ बड़ी बड़ी बूब्स और पाहाड जैसी गाँड़ की मालकिन थी...

जनार्दन ने भी अपने बेटी और दामाद से मिले और उनका हालचाल पूछा...

हॉल में जनार्दन, सावित्री, नम्रता और राजेश बेठ के बातें कर रहे थे... तभी शांति हाथ चाय की ट्रे ले के हॉल में आयी और सबको चाय देने लगी... राजेश की नजर शांति पर जैसे पड़ा वो हवस की नजर से शांति को देख रहा था... ये सावित्री ने देख लिया था.....

सावित्री- राजेश इधर उधर मत देखो, चाय पियो...

राजेश (हंसते हुए)- यहां पे तो हरियाली ही हरियाली है सासु मां...

सावित्री सेक्सी स्माइल दे रही थी...

राजेश ने सावित्री को आंखों से कुछ इशारा किया, जिसे सावित्री ने समझ लिया....

सावित्री- अच्छा बेटी, तुम और तुम्हारे पापा बातें कर लो, में राजेश को टेरेस पर से हमारे जमीन दिखा दूं....

नम्रता- ठीक है mom....

सावित्री (सेक्सी स्माइल करते हुए)- चलो राजेश...

राजेश और सावित्री टेरेस के ऊपर जाने लगे....

टेरेस पर राजेश सावित्री को अपने बांहों में भर कर पकड़ा हुआ था...

राजेश- वो औरत कौन थी जो चाय लायी थी...

सावित्री- क्यों ? तुम्हे क्या करना है ?

राजेश- ऐसे ही पूंछ रहा हूँ..

सावित्री- और तुम उसे ऐसे क्यों घूर रहे थे... वो हमारी घर की नौकरानी है शांति...

राजेश- ठीक है, अगर तुम कहो तो तुम्हारे बेटी को भी ना घुरुं...

सावित्री- चलो हटो...

राजेश एक हाथ से सावित्री के ब्लाउज के ऊपर से एक चुची को हल्का सा दबा के बोला- लगता है चौधुरी साहब रोज मालिश कर रहे हैं तुम्हारे Boobs की, कितना बड़ा हो गया है....

सावित्री- धत... मेरी ऐसी किस्मत कहां...

राजेश- क्यों क्या हुआ ? पाप जी ठोकते नहीं है क्या रात को...

सावित्री- तुम भी ना राजेश, बहुत दिन बाद आते हो, बहुत दिन हो गया तुमसे चुदाई कर के...

राजेश- तो फिर इतने दिन चुत पे उंगली डाल के मजे ले रहे थे क्या ?

सावित्री- पूछो मत....

राजेश- कोई बात नहीं, अभी में आ गया हूँ.. यहां पे 5 दिन रुकूँगा तो सारी प्यास बुझा दूंगा...

सावित्री- 5 दिन क्यों, यहां पे 1 महीने रुक जाओ... में नम्रता को मना लुंगी...

राजेश- अगर में 1 महीना रुका तो रोज तुम्हारी ठुकाई करूँगा, बोलो मंजूर है !!

सावित्री- मंजूर है....

फिर राजेश एक हाथ से सावित्री के चुचियों को ब्लाउज के ऊपर से दबा रहा था...

सावित्री- उफ्फ छोड़ो, यहां पे कोई देख लेगा...

राजेश- देखने दो, अपने सास की चुचीं दबाने में क्या बुराई है...

फिर दोनों हंसने लगे...

राजेश सावित्री को अपने बांहों पे भर के उसकी चुचीं दबा रहा था और सावित्री राजेश की छाती पे मुंह रख के चुचीं दबाने की मजा ले रही थी.....

लेकिन दोनों को पता नहीं था कि कोई तीसरा आदमी उन्हें देख रहा था... वो तीसरा आदमो कोई और नहीं रघु था, जो पीछे से छुप के सब देख रहा था और अपने हाथ से पैंट के ऊपर से लन्ड मसल रहा था...

राजेश चुचीं दबाते दबाते सावित्री की होठ पे किस कर रहा था.. सावित्री भी बड़े ही प्यार से मजे ले रही थी... रघु ये सब देख रहा था और लन्ड मसलते हुए मन ही मन बोल रहा था- साली बहुत बड़ी चुदक्कड़ है रांड...

राजेश अब अपना हाथ पीछे ले जा कर सावित्री की गाँड़ दबा रहा था... रघु की तो ये सब देख कर गाँड़ फट रहा था.... और उसकी लन्ड सलामी दे रहा था...

राजेश जैसे ही सावित्री की पैंटी उतारने की कोशिश की सावित्री बोली- यहां पे नहीं, कोई आ जायेगा...

राजेश- अरे कोई नहीं आएगा... पहले भी तो यहां तुम्हे कई बार चोदा हुँ सासु मां....

सावित्री- ठीक है पर जल्दी करना ...

राजेश ने सावित्री की पैंटी उतार दिया.. रघु ये सब लाइव देख रहा था और लन्ड पैंट के बाहर निकाल कर मुठ मार रहा था... रघु को ये पता चल गया था कि यह पर सावित्री की ठुकाई होने वाली है...

राजेश भी अपना पैंट उतार चुका था.. वो सिर्फ अंडरवियर में था... और ऊपर शर्ट पहना हुआ था..

फिर राजेश ने सावित्री की एक टांग उठा कर उसकी जांघ को पकड़ लिया और खड़े खड़े अपना लन्ड सावित्री की चुत में डाल दिया...

सावित्री- आउच.... ससससससस..

राजेश धीरे धीरे पेलने लगा... सावित्री हल्की हल्की सिसकारी ले रही थी.... और टेरेस की गेट पर छुपा रघु बहुत तेज से मुठ मार रहा था... राजेश कुछ समय धीरे धीरे चोदने के बाद अपनी स्पीड बढ़ा दी और दनादन चोद रहा था खड़े खड़े... सावित्री भी सिसकारी भर रही थी लेकिन धीरे धीरे... रघु ये सब देख के बहुत तेज मुठ मारते हुए धीरे से बोल रहा था- साली रांड, चुदक्कड़, चिनाल, नाम सावित्री है पर एक नंबर की रांड है.. अपनी ही दामाद से खुलेआम चुद रही है... राजेश जैसे जैसे शॉट मार रहा था, रघु वैसे वैसे बोल रहा था- और जोर से ठोक रंडी को, चुत फाड़ कर रख दे साली की...
राजेश खड़े खड़े बड़े तेजी से सावित्री को चोद रहा था... सावित्री की मुंह से सिसकारी गूंज रही थी...
"उहहह.. ऊइमा... आहहहहह..

सावित्री साड़ी पहनी हुई थी, राजेश सिर्फ उसकी चड्डी निकाल के एक टांग को ऊपर उठा कर खड़े खड़े चोद रहा था और सावित्री मजे से चुद रही थी....

रघु ऐसी मादक दृश्य देख देख के जोर जोर से मुठ मार रहा था...

करीब 10 मिनट चोदने के बाद राजेश सावित्री की चुत में सब पानी छोड़ दिया और रघु भी मुठ मारते मारते झड़ गया और सब पानी नीचे डाल दिया....

रघु बड़े तेजी से नीचे की तरफ जा रहा था क्योंकि राजेश और सावित्री नीचे आने वाले थे....

************************

सावित्री और राजेश टेरेस से सीधा हॉल में आ गए जहां पे नम्रता और जनार्दन बेठे हुए थे....

नम्रता- राजेश मम्मी ने सब दिखा दिया ना ?

राजेश- हां मम्मी ने सब कुछ खुल के दिखा दिया, मजा आ गया सचमुच....

ऐसी डबल मीनिंग बातें सुन के सावित्री राजेश की और देख कर सेक्सी स्माइल कर रही थी...

नम्रता- मम्मी राजेश को सब समझा दिए ना ?

सावित्री- राजेश को समझाने की क्या जरूरत है, ये तो पहले से समझदार हैं....

राजेश और सावित्री एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा रहे थे.....

सावित्री- तुम सब एक दूसरे से बात कर लो, मैं आती हूं...

ये कहते हुए सावित्री बाहर आ गयी और रघु को आवाज दी, जो कि गाड़ी धो रहा था.... मालकिन की आवाज सुनके रघु फौरन पास आ गया....

सावित्री- रघु पास वाले मेडिकल जा और तेरे जनार्दन साहब के लिए कुछ दवाइयां ले के आ, सब दवाई खत्म हो गयी है..

रघु- जी मालकिन

रघु जा ही रहा था और सावित्री ने फिर से कहा- और हाँ सुन, छुप छुप के किसी को देखना और किसी की बात सुनना अच्छी बात नहीं है, अपने काम पे ध्यान दे...

रघु ये सुनके घबरा गया और पसीना पसीना हो गया...

सावित्री- क्या हुआ, हां या ना...

रघु- जी मालकिन...

सावित्री- अब जा...

रघु वहां से मेडिकल के लिए बंगले से बाहर निकल रहा था... रास्ते भर ये सोच रहा था कि आखिर सावित्री को कैसे पता चल गया कि में छुप छुप के उन्हें देख रहा था... कहीं उसने मुझे देख तो नहीं लिया... नहीं अगर देखा तो वो मुझे डांटति, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया सिर्फ समझाई....

रघु के मन में कुछ सवाल घूम रहे थे.. वो ये सोच रहा था- सावित्री ने पहले मुझे और निर्मला को झाड़ी के पास देखा, फिर भी वो कुछ नहीं बोली, सिर्फ सवाल पूछी.. मेने उसकी ब्रा और पैंटी चुराई, उसे कैसे पता चली, कुछ समझ में नहीं आ रहा है... उसे ये भी पता था कि मैने ब्रा पैंटी चुराए हैं फिर भी वो कुछ नहीं बोली... और अब कहीं उसने मुझे टेरेस पे तो नहीं देख लिया ?

रघु ये सोचते सोचते मेडिकल के पास पहुंच गया.....

रघु ने सैंपल के लिए दवाई की कुछ पत्ती लाया था जिसे मेडिकल वाले को दिखा दिया...

मेडिकल वाला- भाइ साहब ये दवाई अपने बीवी के लिए ले जा रहे हो ना ?

रघु- क्या ? नहीं ये तो !

ये कहते हुए रघु सोच में पड़ गया और मेडिकल वाले से पूछा- भाइ साहब ये बताइए ये कौनसी दावाई है ?

मेडिकल वाला- ये औरतों की दावाई है, इससे प्रेगनेंसी रोका जाता है...

रघु चौंक गया और पूछा- मतलब ?

मेडिकल वाला- मतलब औरत को जितना भी सेक्स करो वो प्रेग्नेंट या गर्वबती नही होगी...

रघु अब सब समझ गया कि सावित्री ने उसे झूट क्यों बोला कि ये दवाई जनार्दन सहाब की हैं, लेकिन असल में ये दावाई खुद के लिए है जिसे खा कर अपने दामाद राजेश से जी भर के ठुकाई करनी है ताकि वो प्रेग्नेंट ना हो.. बड़ी ही चालाक और रंडी औरत है ये....

मेडिकल वाला- किस सोच में पड़ गए भाइ ? लगता है किसी की जोरदार ठुकाई करने वाले हैं आप, तभी तो ये दवाई ले रहे हैं...

रघु- अभी तो नहीं लेकिन एक दिन तो पक्का जोरदार ठुकाई करूँगा किसीकी (सावित्री को सोच कर)

रघु वहां से दवाई ले कर सीधा सावित्री मेडम के पास आया और दवाई दे दिया...

सावित्री दवाई लेते वक्त हल्की सी मुस्कुरा रही थी.....

ये देख कर रघु मन ही मन बोला- साली रांड चिनाल चुदक्कड़ औरत... एक दिन ये दवाई खिला कर इसकी जोरदार ठुकाई करूँगा ...

रघु वहां से फिर गाड़ी धोने के लिए आ गया....

************************
 

Nasn

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हीरो जनार्दन लग रहा है।।

शुरुआत बहुत ही जबरदस्त है।


जनार्दन और नमृता की भी चुदाई दिखाओ
मज़ा आएगा..

बाहर के माल ठोंकने के साथ घर की
बेटी की चुदाई करे तो और मज़ा आएगा...
 
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रघु गाड़ी धो रहा था, पीछे से परमेस्वर ने आके रघु से कहा- क्या भाई रघु क्या हालचाल है ?

रघु- साला पूछ मत....आज टेरेस के ऊपर सावित्री अपने दामाद से चुदवा रही थी...

परमेस्वर- क्या बात कर रहा है ?

रघु- हां सच में.. साला क्या पेल रहा था सावित्री को... गाँड़ उठा उठा के चोद रहा था... मेरा तो मन किया कि जाके सावित्री रांड की ठुकाई कर दूं....

परमेस्वर- फिर तूने क्या किया ?

रघु- में मुठ मारता रह गया... साली सच में बहुत बड़ी रांड है... इसका सारा रस ये साला उसका दामाद चूस लेगा... इसका कुछ करना पड़ेगा...

परमेस्वर- तू क्या करने वाला है ?

रघु- तू देखता जा, में क्या करता हूँ इस मादरचोद राजेश की....

***********************

हर रोज राजेश अपने सास सावित्री को मौका पाते ही चोद रहा था.... कभी टेरेस पे तो कभी बाथरूम के अंदर, हर जगह जहां मौका मिला उधर सावित्री को राजेश ठोक रहा था.... रघु कई बार दोनो को चुदाई करते हुए देख चुका था..... सावित्री और राजेश की रासलीला नम्रता को पता नही थी....

उस रात सावित्री की चुत में आग लगी हुई थी, वो राजेश की रूम की तरफ आगे बढ़ रही थी.. लेकिन राजेश की दरवाजे पे पहुंचते ही वो रुक गयी क्योंकि रूम के अंदर से नम्रता की सिसकारी आ रही थी... शायद राजेश नम्रता को पेल रहा था... सावित्री मन मार के अपने रूम पे आ गयी और चुत पे उंगली घुसाके आह भरने लगी.....

ठीक उसी वक़्त सावित्री की फ़ोन रिंग हुआ, किसी अनजान नंबर से कॉल आया था...

सावित्री फ़ोन उठाते ही उधर से आवाज आया- केसी है जानेमन, अगर लन्ड नहीं मिल रहा है तो बोल कुछ आदमी भेज देता हूँ तेरे पास, तेरे चुत की कचूमर बनाने के लिए....

सावित्री- हेलो, कौन बोल रहा है ?

आदमी- इतनी जल्दी भूल गयी मुझे...

सावित्री- कौन हो तुम ?

आदमी- इतने सारे लन्ड अपनी चुत में ले रही हो कि मुझे भूल गयी हो तुम.....

सावित्री- कौन हो देखो बकवास मत करो, और ये क्या तरीका है लेडीज से बात करने का...

आदमी- रांड से कैसे बात किया जाता है ये तू मुझे मत सीखा....

सावित्री- जुबान सम्भाल के बात करो....

आदमी- चल फ़ोन रखता हूँ... चुत में बैंगन डाल लें... साली रांड...

और उस आदमी ने फ़ोन काट दिया... सावित्री को बहुत गुस्सा आ रही थी, वो सोच रही थी आखिर ये आदमी है कौन जो उससे इस तरह गाली गलौच करके बात कर रहा है....

तभी पीछे से किसी का हाथ सावित्री की दोनो चुचियों को कस के पकड़ लिया... सावित्री चिहुंक गयी और डर के मारे बोली- कौन है ?

क्या सासु मां, आप तो डर गए कहते हुए राजेश चूचीओं को दबा दिया....

सावित्री- में तो डर गई थी राजेश...

राजेश- क्यों मुझस क्या डर ?

सावित्री- नम्रता सो गई क्या ?

राजेश- हां

सावित्री- आज तो बड़े मूड में थे, नम्रता से सेक्स कर रहे थे...

राजेश- अभी भी मूड में हुँ, पहले बेटी को चोदा, अभी उसकी माँ को चोदूंगा...

सावित्री- तुम्हे कोई रोका है क्या ?

राजेश ने सावित्री को बांहों में उठा के टेरेस के ऊपर ले गया और वहां पे सुरु हो गया रोज का खेल...

राजेश ने पहले सावित्री को पूरी तरह से नंगी कर दिया... बदन में एक भी धागा नहीं था... सावित्री की 38 की चुचियाँ देखने लायक था, जिसे देख कर राजेश का लन्ड खड़ा हो के सलामी ठोक रहा था...

राजेश ने उस रात सावित्री को हर पोजीशन में चोदा... कभी doggy तो कभी missionary, हर पोज़ में सावित्री की ठुकाई किया....

राजेश सावित्री को doggy पोज़ में चोद रहा था....

सावित्री- और थोड़ा जोर से चोदो राजेश...

राजेश कस कस के शॉट मार रहा था और हर धक्के के साथ साथ सावित्री की दोनो चुचीं तेज रफ्तार से हिल रहे थे...

सावित्री- थोड़ा जोर से मारो ना राजेश....

राजेश- और कितना जोर से सासु जी....

सावित्री- कभी रंडी नहीं चोदे हो क्या ?

राजेश- अभी तो चोद रहा हूँ मेरी जान...

सावित्री खिलखिलाकर हंसने लगी....

राजेश दनादन शॉट मार रहा था..

सावित्री- कल मेरा बेटा रंजीत और मेरी बहु दिल्ली से आ रहे हैं...

राजेश- क्या बात है ? साले साहब आ रहे हैं और साथ में उनकी बीवी भी... ये बताओ साले ने शादी कब कर लिया...

सावित्री चुदते हुए बोल रही थी- उसने love marraige की है... दिल्ली की लड़की है...

राजेश- तब तो मस्त माल होगी तुम्हारी बहु...

सावित्री- क्या बोले, मेरी बहु को ऐसी नजर से मत देखना बता रही हूं....

राजेश- हम चुत के आशिक हैं.. अछि चुत दिखे तो उसे ठोकने में देर नही लगाते....

सावित्री- पर वो मेरी बहु है...

राजेश- तो क्या हुआ, तुम भी तो मेरी सास हो, तुम्हे तो में चोद रहा हूँ ना...लन्ड और चुत का कोई रिश्ता नही होता....

सावित्री- फिर भी मेरी बहु पे नजर मत डालना....

राजेश- देख लो, कहीं जनार्दन साहब की नजर ना पड़ जाए तुम्हारे बहु के ऊपर... वो भी तो चुत के आशिक हैं...

सावित्री- हां उनको थोड़ा सम्भालना पड़ेगा... उनकी नजर बहुत गन्दी है....

राजेश- उनकी नजर तुम्हारी बहु पे पड़ गया तो समझो ठुकाई कर ही देंगे....

राजेश अब जोर जोर से शॉट मार रहा था और सावित्री की गाँड़ फट रही थी....सिसकारी मार मार के छत के ऊपर शोर मचा रही थी.....

राजेश अब सावित्री को नीचे लिटा दिया और उसके बड़े बड़े गोल गोल चुचियों को चूसने लगा... nipples को चूसने लगा....

सावित्री- aahhhhhhhhhhhh....

राजेश- मन करता है कि ये चुचीं को अपने घर ले जाऊं, क्या दूध है यार..

राजेश पागलों की तरह boobs को चूसे जा रहा था और सावित्री को मजा बहुत आ रही थी....

राजेश कुछ देर boobs चूसने के बाद चुत पे लन्ड डाल के पागलों की तरह चोदने लगा, जीससे सावित्री की चुत से पानी बहने लगा... सावित्री की जोरदार ठुकाई की वजह से उसके चुत सूझ गयी थी और चुचियाँ और गाँड़ लाल हो गए थे....

उस रात राजेश ने सावित्री को कई बार चोदा....राजेश को जवान लन्ड सावित्री की 48 साल की चुत को बड़े बेरहमी से चोद रहा था... चुत के अंदर राजेश का लन्ड बड़े ही तेजी से अंदर बाहर हो रहा था....

राजेश कई बार चोदने के बाद सावित्री की गाँड़ फट गई थी फिर भी वो एक रांड की तरह चुदवा रही थी....

राजेश अपने life में पहली बार ऐसी चुदक्कड़ औरत को चोद रहा था....

कई बार चोदने के बाद राजेश आखरी बार सावित्री की चुत पे झड़ गया....

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सावित्री वो अनजान फ़ोन कॉल के लिए बहुत परेशान थी, क्योंकि वो अनजान शख्स बार बार उसे फ़ोन करके टॉर्चर कर रहा था.... लेकिन उसे एक बात से खुशी लग रही थी कि आज उसकी बेटा और बहू आने वाले थे......

सावित्री ने रघु को जाके बोली- रघु, आज तेरे छोटे साहब आने वाले हैं, गाड़ी ले के शहर चला जा....

रघु- जी मालकिन....

रघु सावित्री की मादक जिस्म को घूरे जा रहा था... सावित्री लाल नाइटी में BOMB लग रही थी.... बड़े बड़े चुचि साफ नजर आ रहे थे....

रघु गाड़ी निकाल के शहर की तरफ रवाना हो गयी....

सावित्री की फ़ोन पे फिर वही अनजान शख्स की कॉल आने लगा... सावित्री ने इस बार मन बना लिया कि इसे थोड़ा गाली दिया जाए.....

सावित्री- कौन है तू ?

अनजान शख्स- सुना है आज तेरा बेटा आ रहा है और साथ में रस मलाई जैसी बीवी भी है....

सावित्री- मेरे बेटे बहु पर नजर मत डाल कमीने...

अनजान शख्स- क्यों, रस मलाई पे नजर डालना गुनाह है क्या ? लगता है तेरी बहु तेरी तरह ही चुदक्कड़ होगी...

सावित्री- जुबान सम्भाल कर बात कर बहनचोद....

अनजान शख्स- अरे वाह ! अभी तू गाली देना भी सिख गयी... वैसे राण्डों को गाली बहुत पसंद है....

सावित्री- रांड किसको बोल रहा है भड़वे....

अनजान शख्स- एक रांड को ही रांड बोल रहा हूँ, जिसके चुत में दुनिया भर की लन्ड घुस चुका है... फिलहाल इस रांड को उसका दामाद जी भर के पेल रहा है....

सावित्री की पसीना निकल गयी थी ये बात सुनके...

सावित्री- कौन है तू ?

अनजान शख्स- तेरा ग्राहक हु में रांड....

सावित्री- सुन में पुलिस कंप्लेन करूंगी तेरे नंबर पर...

अनजान शख्स- भूल से भी ये गलती मत करना वरना जीवन भर पछताएगी...

सावित्री डर के मारे पसीना पसीना हो गयी....

अनजान शख्स- चल फ़ोन रखता हूँ, तेरा बेटा बहु आने वाले हैं, स्वागत की तैयारी कर....

फ़ोन कट होते ही सावित्री सोफे पे चिंता के मारे बेठ गयी...

तभी नम्रता आयी और बोली- क्या हुआ मम्मी, आप थोड़ा परेशान लग रही हैं...

सावित्री- कुछ नही बेटी, बस थोड़ा सा सरदर्द हो रही है...

सावित्री के मन में एक ही सवाल गूंज रही थी कि आखिर ये शख्स कौन है जिसे मेरी हर बात मालूम है.... वो ये बात किसी को बता नहीं पा रही थी... ना पति को ना राजेश को...

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रघु गाड़ी ले के शहर की एयरपोर्ट पहुंच चुका था.... कुछ देर रुकने के बाद उसने रंजीत के नंबर पे फ़ोन लगाया, जो कि सावित्री ने नंबर दिया था....

रघु- आप पहुंच गए ना साहब...

रंजीत- हां तू कहां है ?

रघु- जी आप एयरपोर्ट के बाहर आ जाईये...

रंजीत- ठीक है ...

कुछ देर बाद रघु ने देखा सामने से एक लंबा सा हट्टे कट्टे आदमी आ रहा था और उसके पीछे एक खूबसूरत औरत जो कि मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी बिल्कुल टाइट थी..... रघु उस औरत को देखता ही रह गया... उसकी बड़ी बड़ी Boobs उसकी मिनी स्कर्ट पर टाइट चिपके हुए थे, जिसे देख कर रघु की लन्ड झट से खड़ा हो गया.....

वो आदमी पास आके रघु से बोला- तुम ही रघु हो ना ?

रघु- जी साहब..

रंजीत- तो फिर सामान गाड़ी में रखो और जल्दी चलो...

रघु- ठीक है साहब...

रघु समझ गया कि वो औरत रंजीत की बीवी थी... रघु उसकी सेक्सी फिगर पर लट्टू हो गया था...

रघु रास्ते भर गाड़ी के mirror से रंजीत की बीवी को घूरे जा रहा था, सोच रहा था- क्या item है... अब तो दोनों सास बहू बंगले में उधम मचाएंगे... बंगला एक रंडीखाना बन जायेगा.... मां की चुत क्या माल है.....

रंजीत- रघु mom केसी हैं ?

रघु- जी अच्छे हैं साहब...

रघु मन में बोल रहा था- तेरी mom तो रांड है साली, बाहर की लन्ड ले रही है चुत में....

रघु- साहब अगर आप बुरा ना मानो तो एक बात पुछु ?

रंजीत- पूछ...

रघु- आपके साथ जो आये हैं ये मेडम कौन हैं ?

रंजीत- अरे हां, ये मेरी बीवी है अपर्णा....

रघु- जी साहब....

रघु मिरर पे देख के अपने दांत दबा रहा था और मन ही मन बोल रहा था- अपर्णा मेडम, चलो बंगले में तुम्हे भी रांड बनते देर नही लगेगा..... जनार्दन साहब वैसे भी बहुत बड़े चुत के शिकारी हैं..... इसकी शिकार तो पक्का है....

गाड़ी अब धीरे धीरे रघुनाथपुर में Entry मार रहा था...

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