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Adultery "संभोग"

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जोरदार चुदाई की वजह से सावित्री की पुर्जे पुर्जे हिल गयी थी... जनार्दन ने उसे आज तक कभी ऐसी चुदाई नहीं कि थी.... सावित्री जब सामने पड़े Viagra पैकेट देख लिया तो उसे अनुमान लगाते देर नहीं लगी कि आज ये घंटो तक चोदेगा......

जनार्दन पूरे फ्रस्ट्रेशन में था, उसे अपर्णा की जिस्म ने पागल कर रखा था, सावित्री की चुत को अपर्णा की चुत समझ कर दनादन पेल रहा था.....

सावित्री दर्द से कराहते हुए अपने कमरे में सोई थी.... जनार्दन ने उसके चुत को बुरी तरह से ठोका था.... यूँ कहे तो जनार्दन ने उसकी Rape किया था ......

जनार्दन ने 48 साल की औरत की ढीली चूत की धज्जियां उड़ा दिया था..... हालांकि सावित्री की ढीली चुत चोदने में जनार्दन को मजा नहीं आ रहा था क्योंकि उसका लन्ड पूरा ढीला अंदर घुस रहा था, फिर भी जनार्दन का गुस्सा सावित्री पर बहुत दिनों से होने की वजह से वो सावित्री को सबक सिखाना चाहता था..... वो सावित्री को ये एहसास कराना चाहता कि एक मर्द चाहे तो एक औरत की क्या हश्र कर सकता है.....

अगले दिन सुबह सावित्री धीरे धीरे चलते हुए बाथरूम की तरफ जा रही थी... तभी राजेश ने पीछे से सावित्री को दबोच लिया....

राजेश-कहां जा रहे हो जानेमन ?

सावित्री- नहाने जा रही हूं, मुझे छोड़ो....

राजेश- मुझे भी नहाना है तुम्हारे साथ...

सावित्री- पागल हो गए हो, घर में सब हैं, किसी ने देख लिया तो मार खाओगे.....

राजेश- कौन देख लेगा ? चलो साथ में नहाते हैं...

सावित्री- नहीं राजेश, जिद मत करो, नम्रता आ जायेगी छोड़ो....

राजेश- ये नाइटी में सेक्स बम लग रही हो मेरी रानी....

सावित्री- छोड़ो ना....

राजेश- ठीक है अभी के लिए छोड़ रहा हूँ.... पर आज रात मुझे तुम्हारी चुत चाहिए, मिलेगा ना ?

सावित्री- ठीक है, अब तो छोड़ो....

राजेश के छोड़ते ही सावित्री लंगड़ाते हुए बाथरूम की तरफ जाने लगी.....

राजेश- ये तुम ऐसे लँगड़ा क्यों रही हो ?

सावित्री- नहीं वो मेरी जांघ के पास एक सूजन सी हो गयी है इसलिए....

राजेश- ठीक है मलम लगा लो....

सावित्री बाथरूम के अंदर जा के सोचने लगी- आज रात को राजेश को मना कर देती हूं, दर्द हो रही है चुत में......

ये सोचते हुए सावित्री अपने जिस्म से सारे कपड़े निकाल दिए.... अव वो बाथरूम में मिरर के सामने नंगी खड़ी थी और अपने जिस्म को निहार रही थी.... जनार्दन की जोरदार दबाने और चूसने की वजह से उसकी चुचियाँ लाल हो गयी थी.... सावित्री अपने दोनों चूची को हाथ में पकड़ कर मन ही मन बोली- साले ठरकी ने चूची की बैंड बजा के रख दी..... nipples को भी दांत से काट काट कर सुझा दिया है बहनचोद ने....

चूची से उतर के सावित्री की नजर जब उसकी चुत पे पड़ी तो वो दंग रह गयी.... चुत में सूजन आ गयी थी जिसकी वजह से ज्यादा दर्द हो रही थी..... सावित्री मन ही मन बोली- मादरचोद हमेशा मुझे ढीली चुत बोल बोल के चोदने से मना कर देता था, कल तो कुछ ज्यादा ही मजा आ रहा था मेरी ढीली चुत को चोदने में.... बहनचोद ने मेरा Rape किया है... उसका बदला तो में एक दिन ले के रहूंगी... जनार्दन चौधुरी आज से उल्टी गिनती सुरु कर ले, तेरी माँ चोद के रख दूंगी......

सावित्री नहा के अपने कमरे में साड़ी पहन रही थी कि उसके मोबाइल पे फ़ोन रिंग हुई, वो समझ गयी कि ये कॉल पक्का उसी अनजान आदमी का ही होगा..... सावित्री ने फ़ोन उठा के बोली- बोलो आज क्या बोलना चाहते हो ?

अनजान आदमी- कल की ठुकाई केसी लगी मेडम ?

सावित्री चौंक गई, क्योंकी ये बात सिर्फ उसको, जनार्दन को और शांति को पता थी..... तो फिर इसे कैसे पता चला.....

अनजान आदमी- क्यों तेरी मुंह बंद क्यों हो गयी, तेरे पति ने तेरे मुंह पर भी ठोका है क्या ?

सावित्री हड़बड़ाते हुए बोली- वो वो....

अनजान आदमी- क्यों यही सोच रही है ना की मुझे कैसे पता चला ?

ये कहते हुए वो शख्स जोर जोर से हसने लगा.....

सावित्री चुप थी....

अनजान आदमी- मुझे तेरी हर एक हलचल पता है, तू कहाँ जाती है, किससे चुदती है, क्या खाती है, क्या पहनती है ? में तो ये भी बता सकता हूँ की तू तेरे साड़ी ब्लाउज के अंदर किस रंग की ब्रा पहनी हुई है और पैंटी का भी.....

सावित्री दंग रह गयी थी.....

अनजान आदमी- तो फिर ये बता तेरे पति ने तेरी चुत की धज्जियां उड़ाया, तुझे गुस्सा नहीं आ रही ?

सावित्री- वो में....

अनजान आदमी- बोल ना रांड...

सावित्री- प्लीज अभी मुझे अकेली छोड़ दे....

अनजान आदमी- ठीक है, बाद में तेरी हिसाब लेता हूं....

फ़ोन कट होते ही सावित्री मन ही मन बोली- ये साले ने भी जीना हराम कर रखा है.......

ये सोचते हुए कपड़े पहनने लगी....

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दोपहर को अपर्णा और रंजीत की किसिंग चल रही थी.... रंजीत बांहो पे पकड़ के पागलों की तरह अपर्णा की होंठ चूस रहा था ..

तभी अपर्णा की फ़ोन रिंग हुआ, अपर्णा ने झट से हाथ हटा के रंजीत को एक धक्का दे दिया और रंजीत बेड पर जा गिरा....

रंजीत- क्या हुआ बेबी ?

अपर्णा- रुको मुझे कॉल रिसीव करने दो....

रंजीत- ये केसा चुतियापा है ?

अपर्णा ने कॉल रिसीव किये तो उधर से आवाज आया- हेलो अपर्णा, में तुम्हारा पॉप....

अपर्णा को जब पता चली पॉप की फ़ोन है तो वो कमरे की कोने में चली गयी और बोली- हाँ बोलो पॉप....

जनार्दन- आज फोटोशूट नहीं करनी है क्या ?

अपर्णा- करनी है ना....

जनार्दन- तो फिर 15 मिनट के अंदर साइड वाले हॉल में आ जाओ....

अपर्णा- Ok पॉप....

अपर्णा फ़ोन रखते ही रंजीत से बोली- सॉरी रंजीत, सेक्स को अभी रहने देते हैं, रात को करेंगे....

रंजीत- क्यों क्या हुआ, अभी तो मन थी तुम्हारी ?

अपर्णा- वो मेरी मूड ऑफ हो गयी...

रंजीत- तुम्हारी मूड की कोई गारन्टी नही है सच में....

अपर्णा- जैसा तुम समझो...

रंजीत- सारे मूड का सत्यानाश कर दिया तुमने......

रंजीत गुस्सा होते हुए कार निकाल के बंगले की बाहर चला गया.......

अपर्णा जल्दी से फ्रेश हो के मॉडर्न कपड़े पहन के तैयार होने लगी....

उधर जनार्दन मन ही मन बोल रहा था- आज तो पक्का अपर्णा की ठुकाई करूँगा..... आखिर कब तक खुद को संभालूं.... साली की चुत ने पागल कर रखा है...

ये सोचते हुए जनार्दन हॉल की तरफ बढ़ने लगा....

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रंजीत गुस्सा हो कर बंगले से निकला था.. वो अपर्णा से कुछ ज्यादा ही खफा था..... सिगरेट मुंह पे डाल कर कार ड्राइविंग कर रहा था....

अचानक उसका नजर सड़क के किनारे पर पड़ा, एक औरत जो yellow रंग की साड़ी पहनी हुई थी, बड़े ही मादक ढंग से चल रही थी... उसकी बड़ी बड़ी गांड ऊपर नीचे हो रही थी.... रंजीत की वासना की आग भड़कने लगा, वैसे भी कुछ देर पहले अपर्णा ने उसके वासना को भड़काया था....

रंजीत ने गाड़ी को slow कर के उस औरत के पास पास ले गया और गाड़ी के अंदर से ही बोला- हेलो, क्या में आपका मदद कर सकता हूँ ?

वो औरत रुक गयी और रंजीत की तरफ मुंह करके बोली- जी नहीं, इसकी कोई जरूरत नहीं....

वो औरत दिखने में बहुत उम्र की लग रही थी ये कोई 48-49 साल की होगी, पर थी बड़ी सेक्सी.... गोरी बदन, मादक होंठ, उसकी बड़ी बड़ी Boobs और गांड किसी भी मर्द को अपनी तरफ आकर्षित कर सकता था...

रंजीत ने सोचा- माल तो पका हुआ है, फिर भी है सेक्सी... ऐसी औरतों को चोदने में भी एक अलग मजा है..... दिखने में तो मेरे मम्मी की उमर की लग रही है, लेकिन इसे चोदने में क्या बुराई है ? आखिर चुत तो चुत ही होती है, चाहे किसी कुंवारी की हो या किसी शादीसुदा मम्मी की... हर चुत को लन्ड चाहिए....

रंजीत- अरे आप चल के क्यों जा रहे हैं ? आइये ना में आपको आपके घर छोड़ देता हूँ.....

औरत- छोड़ देंगे ना....

रंजीत- हाँ पक्का....

औरत Thank you कहते हुए कार की आगे वाली सीट पर बैठ गयी.....

रंजीत गाड़ी चलाना सुरु कर दिया....रंजीत की नजर उस औरत की सेक्सी boobs पर था जो कि 38 साइज की होगी.... 38 साइज की बड़ी चूची देख कर रंजीत मन ही मन बोल रहा था- ओह बहनचोद !!! क्या चूची है ? कितने बड़े हैं, इसे चूसने में ज्यादा मजा आएंगे..... लगता है इसकी चूची की मालिश बहुत हुई है तभी जाके इतनी बड़ी चूची है....

रंजीत- वैसे मेने आपको कभी इस गाँव में नही देखा, शायद आप बाहर से हैं ?

औरत- जी में पास क शहर से हूँ....

रंजीत- ओह... यहाँ पे कैसे ?

औरत- जी इस गाँव में जो सरकारी हॉस्पिटल है, में वहीं नर्स की नौकरी करती हूं....

रंजीत- ओह.....

रंजीत मन ही मन बोला- ये तो हमारे गांव की हॉस्पिटल में नर्स है, इसे पटाने में और आसानी होगी.....

रंजीत- जी आपका नाम ?

औरत- जी सुलक्षणा....

रंजीत मन ही मन बोला- ओह !! नाम भी बड़ी सेक्सी है इसकी....

रंजीत- जी बहुत अच्छा नाम है आपका..

सुलक्षणा- thanks और आपका ?

रंजीत- जी रंजीत चौधुरी, यहां के जमींदार जनार्दन चौधुरी मेरे पापा हैं.....

सुलक्षणा- हाँ उनके बारे में मैने बहुत कुछ सुना है, लोग कहते हैं वो हर असहाय आदमी को मदद करते हैं, खास कर औरतों को....

रंजीत- जी आपने सही सुना है...

सुलक्षणा- बस उनसे एक बार मिलने की ख्वाहिश है....

रंजीत को तो मानो मौका ही मिल गया...

रंजीत- क्यों नहीं ? अगर आप चाहेंगे तो में आपको उनसे मिलवा दूंगा...

सुलक्षणा- जी क्यों नहीं ?

रंजीत- तो बोलिये में आपको कब लेने जाऊं ?

सुलक्षणा- कल ही आ जाईये.... कल मेरी duty ऑफ है....

रंजीत- क्यों नहीं ? वैसे आपका contact नम्बर मिल जाता तो आपको contact करने में मुश्किल नहीं होता....

सुलक्षणा- sure... लिखिए 9********6.......

रंजीत नम्बर नोट करके खुस हो गया.... उसे जितना मजा आ रहा था जितना कि अपर्णा को पटा के नहीं आया था.....

रंजीत- और बताईये, आपके घर में कौन कौन हैं ?

सुलक्षणा- मेरे पति और मेरे 3 बच्चे....

रंजीत मन ही मन बोला- क्या बात है, 3 बच्चे की माँ होके इतनी सेक्सी.... जवानी की रस भरी हुई है अभी तक..... इसकी रस चूसने में ज्यादा मजा आएगा....

रंजीत- सब यहां पे हैं ?

सुलक्षणा- नहीं वो लोग सहर में हैं.... में यहां पे अकेली हूँ, फिलहाल हॉस्पिटल के एक खाली कमरे में हूँ, अगर कोई किराये की मकान मिल जाये तो वहीं रह लुंगी....

रंजीत को एक अच्छा सा मौका मिल गया था....

रंजीत- अरे ऐसे कैसे, हमारे बंगले में इतने कमरे खाली पड़े हुए हैं, वहीं पे रह लीजिये ना....

सुलक्षणा- क्या ऐसा हो सकता है ?

रंजीत- में हुँ ना, आप चिंता क्यों कर रहे हैं ? में आपको कमरा दिलाऊंगा....

सुलक्षणा- वो तो आपके पापा जनार्दन जी से बात करनी पड़ेगी ना ?

रंजीत- में उनसे बातें कर लूंगा और बेसे भी कल में आपको उनसे मिलवाऊंगा.... देखना वो आपके एक कमरा जरूर देंगे रहने के लिए....

सुलक्षणा- Thank you रंजीत जी....

रंजीत मन ही मन बोल रहा था- बस एक बार तू हमारे बंगले में रह जा फिर तुझे मेरे रंडी बनने से कोई नहीं रोक सकता..…

हॉस्पिटल के पास रंजीत ने गाड़ी को रोक दिया ....

सुलक्षणा- थैंक यू रंजीत जी, मुझे यहां तक छोड़ने के लिए....

रंजीत- its ok मेडम... और हां कोई भी समस्या हो मुझे फ़ोन कीजियेगा (सुलक्षणा की बड़ी बड़ी चुचियों को घूरते हुए)

सुलक्षणा- जी sure....

सुलक्षणा हॉस्पिटल के साइड में बने कमरे की तरफ जा रही थी जहां पे वो रहती थी ....

रंजीत ध्यान से सुलक्षणा की ऊपर नीचे होती हुई गांड को देख रहा था और मन ही मन बोल रहा था- साला जिंदगी में मैने कितने चुत चोदे हैं, कितने रंडियां चोदी है, लेकिन इतनी मादकता आज इसी औरत पर देख रहा हूँ.... पता नहीं क्यों ये औरत की जिस्म बारबार मेरे लन्ड को मजबूर कर रहा है खड़ा होने के लिए..... क्या गांड है सचमुच ?

रंजीत यही सोचते हुए गाड़ी के अंदर से लन्ड मसलता रह गया....

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उधर हॉल के अंदर अपर्णा सेक्सी सेक्सी पोज़ में खड़ी हो के फोटोशूट करवा रही थी.... जनार्दन फोटोज खीचने में व्यस्त था, हर फोटोज को ज़ूम करके अपर्णा की Boobs और गांड को ध्यान से देख रहा था.... जनार्दन की हालत बहुत खराब हो रहा था.....

जनार्दन- मुझे आज कुछ करना ही पड़ेगा, कब तक अपने लन्ड को काबू में रखूं (सोचते हुए)

अपर्णा- फोटोशूट हो गए...

जनार्दन- हां हो गया.... में क्या बोल रहा हूँ अपर्णा.... तुम कुछ diffrent पोज़ try करोगी तो केस होगा ?

अपर्णा- कौन सी वाली....

जनार्दन को समझ नहीं आ रहा था कि अपर्णा को कैसे बोले क्योंकि वो उसकी बहु थी...

जनार्दन- नहीं तो बोलना चाहिए पर वो ये है कि जो मॉडल लोग पहनते हैं ना छोटी छोटी कपड़े.... क्या है ना तब पता चलेगा कि मॉडल बनने की potential कितनी है तुम्हारो अंदर.....

अपर्णा- Oh आपके कहने का मतलब "मुझे ब्रा पैंटी में फ़ोटो खिंचवाने चाहिए ...

जनार्दन खामोश रह गया अपर्णा की ये ब्रा पैंटी वाला बात सुनकर...

अपर्णा- अरे इसमें क्या है जो आप बोलने के लिए हिचकिचा रहे थे, आजकल की जमाना मॉडर्न है, तो खुल के मॉडर्न की तरह बात कीजिये.... कैमरा रेडी कीजिये में पोज़ दे रही हूं...

अपर्णा ने झट से अपनी ऊपर की टॉप निकाल दिए.... टॉप उतारते ही अपर्णा की बड़ी बड़ी चुचियाँ लाल रंग की ब्रा में झूलते हुए नजर आ गए.....

ये देख कर जनार्दन की होश उड़ गए.... वो पहली बार अपने बहु को सिर्फ ब्रा में देख रहा था.....

फिर अपर्णा ने झट से अपनी स्कर्ट भी उतार दिए ... स्कर्ट उतारते ही लाल रंग की पैंटी नजर आने लगी.....

जनार्दन ये देख कर पागल हो रहा था ... उसका मन किया कि जा के अपर्णा को खड़े खड़े चोद दे.... लेकिन वी सही वक्त का इंतज़ार कर रहा था.....

फिर अपर्णा सेक्सी पोज़ में खड़ी होने लगी.... ब्रा और पैंटी में अपर्णा सेक्स की देवी लग रही थी... जनार्दन की लन्ड काबू से बाहर हो रहा था...

अपर्णा नीचे झुकने की पोज़ में थी तो जनार्दन को अपर्णा की सफेद चूची साफ दिख रहे थे साथ में लाल रंग की निप्पल भी दिख रही थी....

जनार्दन मन ही मन बोला- जनार्दन अगर आज ये औरत बिना चुदाई किये यहां से बाहर गयी तो लानत है तेरे मर्दानगी पर, तू मर्द नहीं है, आज इसी कमरे में इस औरत मादक सिसकारियां गूँजनी चाहिए... तो फिर देखता क्या है झपट पड़ इस रांड पर....

जनार्दन ने कहा- अपर्णा तुम तो एक खूबसूरत मॉडल बन ही सकती हो, मेरा एक ख्वाहिश है अगर तुम मना नहीं करोगी तो में बोलू ?

अपर्णा- बोलिये ना पॉप....

जनार्दन- क्या में तुम्हारे साथ अपनी फोटो खिंचवा सकता हूँ....

अपर्णा- बस इतनी सी बात... आ जाईये...

जनार्दन- वो तुम ब्रा पैंटी में हो तो में ????

अपर्णा कुछ सोचने के बाद बोली- हाँ आप भी शर्ट पैंट निकाल के आ जाईये....

जनार्दन बस इसी मौके की तलाश में था...

जनार्दन ने अपने कपड़े उतार दिए और सिर्फ काले रंग की अंडरवियर में अपर्णा के पास जा कर खड़ा हो गया ...

जनार्दन- मेने कैमरा पे ऑटो-क्लिक किये हैं, जहां पे फोटोज अपने आप क्लिक होगी... चलो पोज़ बनाओ....

फिर अपर्णा और जनार्दन ने एक साथ फोटो खिंचवाई.... अपर्णा ब्रा पैंटी में थी और जनार्दन सिर्फ अंडरवियर में.....

अपर्णा- पॉप, आप फोटोज खिंचवा ही रहे हैं तो क्यों ना कुछ हॉट फोटोज भी लिया जाए....

जनार्दन- में कुछ समझा नहीं अपर्णा...

अपर्णा- अभी समझती हूं पॉप...

अपर्णा ने जनार्दन की एक हाथ को अपने कंधे पर डाल दिया और दूसरे हाथ को अपने कमर पर रख के सेक्सी पोज़ में खड़ी हो गयी, मानो दो प्रेमी जोड़ा खड़े हुए हों.... फोटोज आटोमेटिक क्लिक हो रहे थे..... ,जनार्दन की गांड फट रहा था... फिर अपर्णा जनार्दन के आगे खड़ी हो गयी और बोली- पॉप मेरे नाभि पर हाथ रखो.... जनार्दन यही सोच रहा था कि क्या अपर्णा को ये सब बुरा नहीं लग रहा है ...,फिर सोचा शायद ये मॉडर्न औरतें ऐसी ही होती हैं....

अपर्णा- अब आप वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन कीजिये, में slowly चलते हुए आउंगी और में गिरने ही वाली रहूंगी और आप मुझे पकड़ लेना, बस इतना ही करना....

जनार्दन को अब मजा आने लगा था... उसने वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन किया....

फिर हुआ scene- अपर्णा मादकता भरी अपने गांड हिलाते हुए चलते चलते गिरने ही वाली थी कि जनार्दन ने उसे पकड़ लिया और अपनी और खींच लिया.....

अपर्णा को जनार्दन ने अपनी और खींच लिया तो अपर्णा को अपनी गांड पर कुछ मोटे डंडे जैसी चीज का एहसास हुआ, वो ध्यान से देखने लगी तो चौंक गई- वो जनार्दन की लन्ड था जो पूरे जोश के साथ अंडरवियर के अंदर खड़ा था.... जिससे कि अंडरवियर फैल गया था और लन्ड साफ दिख रहा था....

अपर्णा लन्ड को देखते ही दूसरी तरफ मुंह कर दी... बस इसी मौके की तलाश में था जनार्दन....

जनार्दन ने झट से अपर्णा को पीछे से पकड़ लिया.... अपर्णा पहले तो चौंक गई और बोली- पॉप अपने आप को संभालो...

जनार्दन- नहीं अपर्णा अब मुझसे नहीं होता....

ये कहते हुए जनार्दन ने अपर्णा की दोनों बड़ी चूची को दोनों हाथ से पकड़ लिया...

अपर्णा- Oh पॉप..... छोड दीजिये मेरी Boobs को....

जनार्दन Boobs दबाते हुए बोला- एक बार पकड़ लिया तो कैसे छोडूं ?

अपर्णा कुछ सोचने के बाद बोली- ok में तैयार हु तुमसे सेक्स करने के लिए.... पर मेरी एक बात तो सुन लो...

जनार्दन ने चूची दबाना बन्द किया और बोला- हां बोलो....

अपर्णा- मुझे वैसे भी सेक्स करना पसंद है.... इसमें क्या है ? मेरी एक ही बात है कि- तुम मुझको पूरी तरह satisfied करोगे.....

जनार्दन मन हीं मन बोला- ये तो साली मुझसे भी आगे निकल गयी.... पता नहीं मेरे बेटे से शादी से पहले कितनों की लन्ड ले चुकी होगी ....

जनार्दन- ठीक है....

फिर जनार्दन ने अपर्णा की Boobs को ब्रा के ऊपर से दोनों हाथो से मसल रहा था....

अपर्णा- Oh Honey !!! आआआहहहहहहहहहहहह....

जनार्दन की कितने दिनों की मेहनत आज रंग ला रहा था.... जनार्दन अपर्णा की ब्रा पैंटी उतार चुका था, और अब वो दोनों पास में पड़े कुर्सी के ऊपर बैठे हुए थे.... जनार्दन कुर्सी के ऊपर बैठा था और उसके जांघ पे अपर्णा बैठी हुई थी... जनार्दन अपर्णा की गोरी गोरी बड़ी बड़ी Boobs को मुंह लगा कर चूस रहा था और बीच बीच में nipples को दांत से दबा रहा था.....

अपर्णा- Oh my God !!! Fucking old man.....

जनार्दन लगातार अपर्णा की चुचियाँ चूसते जा रहा था और गांड को हाथों से मसल रहा था....

अपर्णा की चुचियाँ लाल हो चुकी थी....

अपर्णा सेक्सी सिसकारी ले रही थी....

जनार्दन कुर्सी के ऊपर बेठ कर अपर्णा को अपने जांघ पर बिठा कर उसकी दोनो चूची को चूस रहा था, साथ में एक हाथ से गांड को दबा रहा था और एक हाथ ले जा कर अपर्णा की चुत में एक उंगली डाल दिया.....

अपर्णा- Oh my God !!! Just fingering my juicy pussy....

जनार्दन अपने एक उंगली घुसा के चुत के अंदर बाहर कर रहा था, फिर दोनों उंगली घुसा दिए और जोर जोर से चुत पे उंगली मारने लगा.....

अपर्णा- Oh !!! Its amazing... you are fucking old man ...

जनार्दन दोनो उंगली से बड़े जोर से चुत पे उंगली मार रहा था.... अपर्णा की चुत पूरी तरह गीली हो चुकी थी जिससे जनार्दन की उंगलियां गीली हो गयी थी......

जनार्दन थोड़ी देर चूची चूसने और चुत पे उंगली करने के बाद अपर्णा को खड़ी कर दिया और बोला- चलो मेरा लन्ड चुसो ....

अपर्णा नीचे बैठ गयी और जनार्दन की लन्ड पकड़ते हुए बोली- मुझे लन्ड चूसना बहुत पसंद है, i like to suck a big cock ....

ये सुनके जनार्दन मन ही मन बोला- साली पता नहीं कितनो की लन्ड चूसी होगी तू.... अभी तेरा ससुर की चूस ले रांड......

अपर्णा बड़े ही प्यार से जनार्दन की लन्ड को चूस रही थी....

जनार्दन की हवस की प्यास और तेज बढ़ रहा था.....

कुछ देर लन्ड चूसने के बाद जनार्दन ने अपर्णा को कहा- चलो कुर्सी पकड़ के कुतिया बन जाओ.....

अपर्णा बोली- पॉप, क्या आप मेरी चुत नहीं चाटोगे ?

जनार्दन ने एक अजीब सा मुंह बनाया और सोचा- पता नहीं रांड कितनो का लन्ड ले चुकी हिगी इसी चुत पर.....

अपर्णा बोली- एक बार चाट के देख लीजिए ना... मुझे ये बहुत पसंद है.....

जनार्दन ने मन ही मन बोला- चल बेटा तेरा बहु इतने प्यार से दे रही है, चाट लेते हैं..... पता नहीं ये मॉडर्न औरतें और क्या क्या करवाएंगी ?

जनार्दन- ठीक है चलो जल्दी....

अपर्णा कुर्सी के ऊपर बेठ के दोनों टांगे फैला दिए.... जनार्दन सामने बैठ कर अपर्णा की चुत पर मुंह लगा के चाटना सुरु किया....

अपर्णा- Oh honey.... its juicy pussy for you baby...

जनार्दन को अब चुत चाटने में बहुत मजा आ रहा था.... बड़े ही मजे से अपर्णा की चुत चाट रहा था...

अपर्णा- Oh my God !!! Fuck fuck fuck....

जनार्दन अपर्णा की ऐसी आवाज़ें सुनकर और जोर से चुत को चाटे जा रहा था.....

कमरे में सिर्फ अपर्णा की सिसकारी गूंज रही थी.....

जनार्दन थोड़ी देर चुत चाटने के बाद अपर्णा को कुर्सी पे टिका के कुतिया पोज़ में खड़ी कर दिया और पीछे से जा कर चुत में अपना लन्ड डाल दिया.....

अपर्णा- Oh my God !!! What a big cock....

अब जनार्दन Doggy पोज़ में अपनी बहू अपर्णा को पेल रहा था....

जनार्दन बड़े ही जोर से अपर्णा को चोद रहा था और अपर्णा की बड़ी बड़ी चुचियाँ बड़े तेजी से नीचे झूल रहा था.....

अपर्णा- Fucking Father-in-law...... Fuck fuck fuck oh yaa fuck fuck me hard, destroy my pussy, oh my god, what a big cock you have pop.....

जनार्दन बड़े ही जोश में दनादन शॉट पेल रहा था.... वो चाहता था कि अपर्णा इस ठुकाई को ज़िन्दगी भर याद रखे.... इसलिए वो चोदने से पहले sex increase का टेबलेट का सेवन किया था.....

जनार्दन continuesly 10 मिनट अपर्णा को doggy पोज़ में चोद रहा था....

अपर्णा की हालत धीरे धीरे खराब होने लगी थी, उसकी चुत में दर्द होना सुरु हो चुकी थी.....

अपर्णा- fuck me hard baby... i want big dick.... this is the best one dick for my tight pussy.. oh my god......

जनार्दन कस कस के शॉट पे शॉट मार रहा था..... जनार्दन अब एक्सप्रेस की तरह चोद रहा था, अपर्णा की चुत से कुछ सफेद जूस निकल कर नीचे गिर रही थी ... शायद अपर्णा झड़ गयी थी पर जनार्दन झडा नहीं था अभी तक.... वो दनादन शॉट मार रहा था.....

अपर्णा की हालत खराब होने लगी.....

अपर्णा- Oh my god..... Your cock is amazing... you are better than your son..... come on make me your slave and fuck my tight pussy whole night.......

जनार्दन और अपर्णा दोनो पसीने से लथपथ थे और हॉल के अंदर एक जबरदस्त चुदाई चल रहा था.....

जनार्दन अब अपर्णा को उठा के नीचे लिटा दिया और उसकी दोनो टांग को उठा के अपने कंधे पर रख कर चुत में लन्ड डाल कर बड़े ही बेरहमी से चोदने लगा.....

अपर्णा- Oh my God !!! और जोर से चोदो.... oh पॉप... i love you..... आप अपने बेटे से भी अच्छे हो.... आपकी लन्ड आपके बेटे की लन्ड से भी बड़ा है... its amazing..... Fuck fuck fuck fuck .........

जनार्दन जोर जोर से चोदते हुए बोला- मेरे बेटे का लन्ड तुम भूल जाओ, आज से मेरा लन्ड तुम्हारी चुत मारेगा.....

अपर्णा- हाँ पॉप... you are amazing..... Make me your bitch and fuck my tight pussy whole night.....

जनार्दन को ज्यादा इंग्लिश नहीं आता था तो वो समझ नही पाया और बोला- इसका मतलब ?

अपर्णा- मुझे अपनी रांड बना कर रात भर मेरी टाइट चुत को मारो....

जनार्दन हल्की सी मुस्कुराते हुए बोला- तुम्हारी टाइट चुत को में ही ढीला करूँगा अपर्णा.... तुम्हे रांड बना कर रात भर चोदूंगा.....

धीरे धीरे अपर्णा की हालत खराब हो रही थी....

जनार्दन अब फूल गियर में था.....

कुछ देर बाद अपर्णा की मुंह से दर्द भरी सिसकारी निकल रही थी.....

अपर्णा- आआआहहहहहहह.... ओहहहहहहह.... मममममममममम ससससससस आआआआआआआ....ममममममममम ममममममम सससससस.....

जनार्दन को टाइट चुत चोद कर बहुत मजा आ रहा था, वो कई दिनों से ऐसी चुत ढूंढ रहा था लेकिन अफसोस उसे हमेशा ढीली चुत ही मिल रहा था... गाँव की कुंवारी लड़कियां शादी करके दूसरे गांव जा चुके थे, बस शादीसुदा औरतें, कई बच्चों के माँ, ऐसी औरतों को जनार्दन ने रांड बना कर चोदा था.... गाँव की अधिकांश औरतें जनार्दन के लन्ड के नीचे आ चुके थे....

अपर्णा को धीरे धीरे दर्द होने लगी थी....

अपर्णा- ओह पॉप... now i cant take it anymore.... में और नही ले सकती.... प्लीज अपना लन्ड निकालो.....

जनार्दन ने एक भी नही सुना और जबरदस्त ठुकाई कर रहा था....

अपर्णा दर्द से कराह रही थी और बोल रही थी- please stop now... i cant take it now.... oh my god !!! This cock already broke my pussy.......

जनार्दन आखिरकार 40 मिनट चोदने के बाद अपर्णा की चुत में सारा पानी डाल दिया....... अपर्णा की चुत जनार्दन की स्पर्म से भर गई थी.....
अपर्णा बुरी तरह हांफ रही थी, पूरा बदन लाल हो गए थे... जनार्दन बुरी तरह से उसको रौंदा था.... अपर्णा को पहली बार किसीने इतने बेरहमी से चोदा था....
अपर्णा आंखे खोल के जनार्दन की तरफ देख रही थी और बोली- पॉप.. सच में तुम असली मर्द हो....

जनार्दन ने अपर्णा को दोनों हाथों से ऊपर उठा लिया और बोला- और एक राउंड हो जाये अपर्णा डार्लिंग.....

अपर्णा- ना बाबा ना.... मेरी चुत सही सलामत रहेगी तो जिंदगी भर चोदोगे.....

फिर दोनों खिलखिलाकर हंसने लगे..........

अपर्णा- चलो जल्दी कपड़े पहन लो, वरना कोई देख लेगा...

जनार्दन- किसी बहनचोद की इतनी हिम्मत नही है कि जनार्दन को आंख दिखा कर बात कर सके....

अपर्णा सेक्सी स्माइल कर रही थी और बोली- ठीक है पॉप.... अपने कपड़े तो पहन लो और मुझे भी पहनने दो....

जनार्दन- मेरा मन कर रहा है कि तुम्हे ऐसी ही नंगी करके रखूं.... पर अफसोस तुम मेरी बहु हो....

अपर्णा- तो क्या हुआ ? में आपकी बीवी भी हो सकती हूं अगर आप चाहेंगे तो....

फिर दोनों की हंसी से पूरा हॉल गूँजने लगा......

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Kabir

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jabardast kahani


bas aise hi regular bade update dete raho
 
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अगले दिन रंजीत की कार बाहर से आते हुए बंगले के अंदर दाखिल हुई.... पास में परमेस्वर और रघु गार्डेन में पौधों को पानी दे रहे थे.....

पहले रंजीत बाहर निकला फिर दूसरी गेट से गोरी खूबसूरत सुलक्षणा बाहर निकली जो कि लाल रंग की साड़ी ब्लाउज पहनी हुई थी... होंठ लाल लिपस्टिक से चमक रही थी......

रघु और परमेस्वर की मुंह खुला रह गया था सुलक्षणा को देख कर.... दोनो की नजर सुलक्षणा की बड़े बड़े चूची और गांड पे जाके टिक गया था...... सुलक्षणा अपने गांड हिलाते हिलाते रंजीत के साथ बंगले के अंदर जा रही थी....

परमेस्वर- भाई इसको तो पहले कभी नहीं देखा इस बंगले में....

रघु- लगता है रंजीत साहब ने कोई रंडी बुलाये हैं शहर से....

परमेस्वर- पर घर में अपर्णा मेडम हैं तो रंजीत साहब क्यों बुलाएंगे रंडी ?

रघु- तू इन बड़े लोगों की शौक नहीं जानता भाई... ये लोग बीवी के सामने रंडियां चोदते हैं.... अपना जनार्दन साहब को ही देख ले, सावित्री मेडम जैसी खूबसूरत और रापचीक बीवी रहते हुए रंडियां बुलाके चोदते हैं....

परमेस्वर- हां बात तो सही है....

रघु- पर आज रंजीत साहब अपने साथ जो रंडी लाये हैं साली बम लग रही है..... आज तो रंजीत साहब दिन भर दारू पी पी कर इस रंडी की चुत फाड़ेंगे....

परमेस्वर- क्या किस्मत है भाई इन लोगों का... साला रोज नई नई चुत चोद रहे हैं और हम लोग वही पुरानी सडेली चुत मार रहे हैं....

रघु- धीरज रख भाई.... कल यही सब चुत अपना होगा.... में तो सावित्री को चोदने के लिए कुछ भी कर सकता हूँ....

परमेस्वर-तो फिर तू अपना लन्ड पे तेल लगाना सुरु कर दे और लन्ड को बड़ा कर.. क्योंकि सावित्री मालकिन की चुत बहुत लोगों से चुद चुद के ढीली हो चुकी है....

रघु- तू उसकी फिक्र मत कर.... जब इस रघु का लन्ड सावित्री की चुत में घुसेगा ना तो चुत में से पानी निकलने के लिए जगह नहीं बचेगी...

फिर दोनों हंसने लगे.....

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Guest Room में जनार्दन, रंजीत और सुलक्षणा बैठे हुए थे.... सुलक्षणा को जबसे जनार्दन ने देखा था बस उसे ही घूरते जा रहे था और सुलक्षणा भी उनको देख के सेक्सी एक्सप्रेशन दे रही थी....

रंजीत- पापा इनसे मिलो, ये हैं हमारे गांव की हॉस्पिटल के नए नर्स श्रीमती सुलक्षणा शर्मा....

सुलक्षणा- नमस्ते चौधुरी साहब...

जनार्दन- नमस्ते

जनार्दन मन ही मन बोला- अरे ये तो वही है जिसके बारे में शांति मुझे बताई थी कि कोई नर्स आयी है.... अच्छी बात है शिकार खुद शिकारी के पास आई है.... क्या पटाखा है बहनचोद.....

रंजीत- पापा दरअसल इनको आपको मिलाने का मतलब यही है कि इनको गाँव में रहने के लिए किराये का मकान चाहिए और वो मिल नहीं रहा है... हमारे बंगले में तो कई कमरा खाली पड़ा है क्यों ना इन्हें एक कमरा किराये पर दे दें.....

ये सुनके जनार्दन का चेहरा खिल उठा.....

जनार्दन- क्यों नहीं ? सुलक्षणा जी आप यहां पर बेशक रह सकते हैं.....

सुलक्षणा- सुक्रिया चौधुरी जी (एक आंख मारते हुए)

ये देख के जनार्दन मन ही मन बोला- इसको पटाने की जरूरत ही नहीं है... चालू माल लग रही है ये तो..... पर एक बार इसकी रस तो चूसना ही पड़ेगा.....

रंजीत- देखा सुलक्षणा जी, में बोला था ना कि पापा मना कर ही नहीं सकते... पापा हमेशा औरतों की मदद करते हैं....

सुलक्षणा जनार्दन को देख के अपने दांत से निचले होंठ का दबा रही थी....

जनार्दन- हाय क्या अदा है मादरचोद रांड की... रंजीत पास में नही होता तो इसकी राँड़पन निकाल देता (सोचते हुए)

सुलक्षणा- जनार्दन जी तो में आज से यहीं पर रह लूं ? आप मेरी हर मदद करेंगे ना (ब्लाउज को ठीक करते हुए)

जनार्दन- अरे आपकी हर प्रकार की मदद करने के लिए ही तो हम बैठे हुए हैं यहां (चूची को घूरते हुए)

सुलक्षणा की मादक स्माइल देख कर रंजीत की होश उड़ रहे थे. ..

फिर उस दिन ही सुलक्षणा बंगले में शिफ्ट हो गयी..

जनार्दन अपने कमरे में बैठे हुए सिगरेट पीते हुए सोच रहा था- साली एक नम्बर की चालू औरत लग रही है.... चुत तो यूँ ही दे देगी ये तो.... इसको तेल लगा लगा कर चोदूंगा....

सावित्री को जब इस बारे में पता चली की बंगले में कोई नर्स रहने के लिए आई है, तो सावित्रि को ये सोचने में देर नहीं लगी कि अब तो जनार्दन को और एक चुत मिल गया है .... अब इसकी चुत मारेगा......

सुलक्षणा अपने कमरे में अकेली बैठी हुई थी और किसीसे फ़ोन पे बात कर रही थी- हाँ में पहुंच गयी हूं ....

शांति कमरे में चाय ले के आयी और बोली- मेडम लीजिये चाय पीजिये....

सुलक्षणा- ठीक है, तुम्हारा नाम क्या है बहन ?

शांति- जी शांति....

सुलक्षणा- और बताओ यहां की हवा पानी केसी है ?

शांति- सब अच्छी है मेडम...

सुलक्षणा- और चौधुरी साहब के बारे में कुछ बताओ .. सुना है ये औरतों की बहुत खातिरदारी करते हैं ?

शान्ति- हाँ वो तो है...

शांति मन ही मन बोली- रुक जा तेरी भी खातिरदारी होगी...

शांति वहां से आते वक्त हंस हंस के आ रही थी......

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कुछ दिन बीत गए...

एक दिन रात को जनार्दन को नींद नही आ रहा था... सोचा- क्यों ना सुलक्षणा नर्स की कमरे की तरफ रुख किया जाए और वो उसके कमरे की तरफ चले गए... .

कमरे के पास जाते ही उन्हें एक औरत की सिसकारी लेने की आवाज सुनाई दी... उन्हीने देखा खिड़की भी खुली हुई थी.... वो अंदर झांक कर देखे तो चौक गए.... अंदर रंजीत पूरा नंगा था और सुलक्षणा भी पूरी तरह से नंगी थी..... वो सुलक्षणा की दोनों टांगो को अपने दोनों कंधे पर रख के दनादन चोद रहा था.... सुलक्षणा की दोनों चुचियाँ बहुत जोर जोर से हिल रहे थे और उसके मुंह से मादक सिसकारियां निकल रही थी "आआहहहहहहहह, उहहहहहह... ससससस म्ममम्ममम्म......

चुदाई इतनी स्पीड से हो रही थी कि बेड जोर जोर से हिल रहे थे और उसकी आवाज भी आ रही थी "कें कें कें कें ...

रंजीत पूरे जोश के साथ पेल रहा था....

जनार्दन ने मन ही मन बोला- चलो कोई बात नही, पहले मेरा बेटा को इसकी रस चूसने दो..... फिर मैं चुसूंगा.....

जनार्दन ये देख ही रहा था कि सुलक्षणा की नजर उनपे पड़ गयी.... जनार्दन चौंक गया लेकिन वहां से हिल नहीं पाया....

सुलक्षणा ने जनार्दन को देख कर एक आंख मार दी और सेक्सी स्माइल करने लगी.....

ये देख के जनार्दन की लन्ड खड़ा हो गया और वो मन ही मन बोला- साली एक नम्बर की रांड है ये तो.... साली चुदते हुए भी दूसरों को बुला रही है.... मादरचोद तेरी माँ की चुत....

रंजीत boobs चूस चूस के चोद रहा था....

सुलक्षणा चुदते हुए जनार्दन को देख रही थी और बोली- और जोर से चोदो मेरे राजा.... चौधुरी साहब का खून दौड़ रहा है तुम्हारे अंदर ....इतना चोदो की चौधुरी साहब खुश हो जाएं ....ये कहते हुए सुलक्षणा सेक्सी स्माइल कर रही थी ...

ये सुन कर जनार्दन ने मन ही मन बोला- रंजीत अगर तू मेरा बेटा है तो इस रांड को इतना चोद की ये चलने की लायक ना रहे.... राँड़ मुझे देख कर बोल रही है...

रंजीत अब पागलों की तरह सुलक्षणा को चोद रहा था....

जनार्दन ने सोचा- रंजीत तो यहां पे इस रांड को चोद रहा है, क्यों ना में अपर्णा को जाके चोद लूं.. ये सही आईडिया है.....

जनार्दन सीधा अपर्णा की कमरे की तरफ बढ़ने लगा तो जाके देखा कमरा खुला ही था, लेकिन अपर्णा अंदर नहीं थी....

फिर वो अपर्णा को सभी जगह प ढूंढा, बाथरूम पे, बालकनी पे सब पे लेकिन वो कहीं पे दिखाई नहीं दी....

जनार्दन- ये रांड कहाँ चली गयी ?

जनार्दन जब सावित्री की कमरे होके जा रहा था तो उसे सावित्री की सिसकारी लेने की आवाज आई.... तो जनार्दन ने जब अंदर झांक कर देखा तो जनार्दन खामोश रह गया....

वो अंदर देखा कि- बेड पे सावित्री और अपर्णा बिल्कुल नंगी थीं.... सावित्री बेड के ऊपर लेटी हुई थी और अपर्णा सावित्री के पैर के पास बैठ के सावित्री की चुत के अंदर काला बैंगन घुसा के अंदर बाहर कर रही थी .... वो काला बैंगन भी काफी मोटा और लम्बा था.... जिसकी वजह से सावित्री सिसकारियां ले रही थी......

जनार्दन ये देख के मन ही मन बोला- मादरचोद रंडयों, क्या चौधुरी खानदान में लन्ड वालों की कमी हो गया जो चुत के अंदर बैंगन डाल रहे हो ...

अपर्णा बड़े ही तेजी से सावित्री के चुत को बैंगन से चोद रही थी.....

सावित्री- अपर्णा ये बता क्या रंजीत का लन्ड इस बैंगन से बड़ा है ?

अपर्णा- नहीं सासु मा, ये बहुत बड़ी है....

सावित्री- लेगी ना चुत में

अपर्णा- हां सासु मा....

सावित्री- अब इस चौधुरी परिवार में सारे मर्दों की लन्ड छोटे हो गए हैं.... अब इस बैंगन से ही हमको चुदना पड़ेगा .....

ये देख के जनार्दन मन ही मन बोला- रांड तू उस दिन की ठुकाई इतनी जल्दी भूल गयी, साली तुझे और एक बार बताना पड़ेगा कि चोदना किसे कहते हैं ?

सावित्री- अपर्णा मुझे ये भी पता है कि तेरी और तेरे ससुर के बीच में क्या चल रही है ?

अपर्णा- वो सासु मा (हिचकिचाते हुए)

सावित्री- कोई बात नहीं बहु... लन्ड ही तो है ना.... चाहे किसकी भी हो... मजा तो same देगा ना.... वैसे तुझे बता दूं तेरे ससुर मस्त चोदते हैं... खास कर रंडियों को.....

जनार्दन ये सब देख रहा था....

अब अपर्णा नीचे लेट गयी और सावित्री अपर्णा की चुत के अंदर बेंगन डाल के मारने लगी....अपर्णा आह भर रही थी....

जनार्दन- साली सब एक से बढ़ कर एक रांड है यहां पे....

उस रात जनार्दन को ठीक से नींद नही आया... उसे सावित्री की एक बात बारबार कान में गूंज रहा था- कि चौधुरे परिवार में सबके लन्ड छोटे हो गए हैं ?

सोचते सोचते सुबह हो गया.......

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अगले दिन सुबह रघु बगीचे में पानी देते वक्त उसका नजर बालकनी पे खड़ी सुलक्षणा के ऊपर पड़ा.... सुलक्षणा सिर्फ लाल रंग की ब्रा और नीचे सफेद पेटीकोट पहनी हुई थी....

रघु उसे घूर घूर के देखते हुए पौधों पर पानी दे रहा था और मन ही मन बोल रहा था- बहनचोद क्या सीन है ?

लाल रंग की ब्रा में 38 की चुचियाँ मुश्किल से छुपी हुई थी..बड़ी चूची की वजह से ब्रा छोटी लग रही थी....

सुलक्षणा रघु को देख कर एक सेक्सी स्माइल दी... बदले में रघु ने भी स्माइल किया....

सुलक्षणा- रघु क्या कर रहे हो ?

रघु- मेडम पौधों को पानी पिला रहा हूं.....

सुलक्षणा- अंदर आ जाओ, तुम्हे दूध पिलाती हूँ, सुबह सुबह दूध पीना सेहत के लिए अच्छी है (अपनी दोनो चूची को दोनों हाथ से दबाते हुए)

रघु ये देख के खुद को कंट्रोल नहीं कर पाया और बोला- अभी आता हूँ मेडम....

सुलक्षणा की चेहरे पर मादक मुस्कान खिल रही थी.....

रघु वहां से सीधा सुलक्षणा की कमरे में आ गया....

सुलक्षणा- आओ रघु, बहुत दिनों से सोच रही थी कि तुम्हे अपनी दूध पिलाऊँ, पिओगे ना ( अपनी चूची को दबाते हुए)

रघु- क्यों नहीं मेडम ? अगर आप दे रहे हैं तो जरूर पी लूंगा....

सुलक्षणा- तो फिर देखते क्या हो, ये ब्रा की हुक थोड़ा खोल दो...

सुलक्षणा रघु की तरफ पीठ करके खड़ी हो गयी...

रघु को ये विस्वास नही हो रहा था कि एक खूबसूरत औरत आज उसको अपनी चूची के रस पिलाने वाली है.....

रघु कांपते हाथों से सुलक्षणा के लाल ब्रा की हुक को खोलने लगा... सुलक्षणा सेक्सी स्माइल कर रही थी....

रघु ने ब्रा की हुक खोल दिये... ब्रा की हुक खोलते ही सुलक्षणा की दोनों बड़ी बड़ी चुचियाँ आजाद पंछी की तरह झूलने लगे....

सुलक्षणा जैसे ही रघु की तरफ मुड़ गयी.... रघु दोनो चूची देख कर पागल सा हो गया.... 38 की बड़ी बड़ी चूची दूध के जैसी सफेद थी और उसके ऊपर लाल रंग की Nipples तन के खड़ी हुई थी, ये देख कर रघु की लन्ड झट से खड़ा हो गया....

सुलक्षणा- देख क्या रहे हो, दूध पी लो.....

रघु झट से आगे बढ़ा और सुलक्षणा की दोनों चूची को हाथ में कस के पकड़ लिया और एक चूची को मुंह पे डाल के चूसने लगा....

सुलक्षणा सेक्सी हंसी हंस रही थी और बोली- मुझे मर्दों की ऐसी हालत देख के मजा आ जाती है....

रघु एक हाथ से Boobs दबा रहा था तो दूसरे boobs को मुंह लगा के चूस रहा था.....

सुलक्षणा- रघु लगता है तुम बहुत दिनों स दूध नहीं पिये थे ?

रघु हाँ में अपना सर हिला रहा था ...

रघु 10 मिनट हो गया सुलक्षणा की दोनों चूची को मुंह लगा के चूस रहा था और दबा दबा के दूध पी रहा था.... सुलक्षणा की चूची से दूध निकल रहे थे जिसको रघु बड़े ही मजे से चूस चूस के पी रहा था.....

सुलक्षणा- अब बस करो रघु, सारा दूध पी जाओगे क्या ? मेरे पति और बच्चों को क्या पिलाऊंगी (हंसते हुए) ?

रघु ने चूची चूसना बन्द कर दिया.....

रघु का मन किया कि सुलक्षणा को यहां चोद दे पर वो जनार्दन साहब को डर रहा था क्योंकि सुलक्षणा उनकी मेहमान थी ......

सुलक्षणा- क्यों दूध पी के मजा आया ना...

रघु- हाँ मेडम....

सुलक्षणा रघु की पैंट के अंदर से फूली हुई लन्ड को देखते हुए बोली- और क्या चाहिए तो बोलो ?

रघु- जी वो वो....

सुलक्षणा- हाँ हाँ बोलो, डरो मत...

रघु बड़े हो जोश से बोला- आपकी चुत चाहिए....

सुलक्षणा बड़े ही जोर जोर से हंसने लगी, और जोर जोर से हंसने की वजह से उसकी दोनो चूची ऊपर नीचे हो रही थी.....

सुलक्षणा- रघु वो चीज़ तुम्हे कोई दूसरा दिन मिलेगी..... फिलहाल तुम जाओ, दूध पी चुके हो, कोई अच्छी जगह देख के अपनी दूध निकाल लो...

सुलक्षणा रघु को मुठ मारने की बात बोल रही थी....

सुलक्षणा रघु को बड़े ही सेक्सी नजर से देख के बोली.....

रघु मन ही मन बोला- साली रांड मेरा लन्ड खड़ा करके मुझे मुठ मारने के लिए बोल रही है....

रघु- ठीक है मेडम....

रघु जाते हुए बारबार पीछे मुड़ के सुलक्षणा को देख रहा था और सुलक्षणा के होंठ पे मादक स्माइल थी, जिसे देख कर रघु का लन्ड फड़फड़ा रहा था......

रघु वहां से बाहर निकलते हुए सीधा visitors लोगों के लिए बनाए गए Toilet के अंदर घुस गया और जोर जोर से मुठ मारने लगा.....

Watchman ने रघु की आवाज सुन लिया और वो टॉयलेट के पास जा कर बोला- अबे अंदर कौन है बहनचोद ?

रघु- बस हो गया तिवारी.....

रघु मुठ मारके टॉयलेट के बाहर निकला तो उसके मुंह पसीना पसीना हो गया था और वो जैसे ही बालकनी की तरफ देखा तो उसको सुलक्षणा बालकनी पे खड़ी दिखाई दी और वो भी रघु को देख रही थी..... लेकिन इस वक़्त वो नाइटी में थी.....

सुलक्षणा रघु को देख कर सेक्सी स्माइल करते हुए बोली- टॉयलेट में अपनी दूध निकाल दिए क्या ?

रघु- हाँ मेडम....

सुलक्षणा- लगे रहो रघु (सेक्सी स्माइल करते हुए)

सुलक्षणा हंसते हुए मोटी मोटी गांड को हिलाते हुए अंदर चली गयी और रघु अपना दाँत दबाता रह गया......

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