• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery "संभोग"

205
917
93
बेटा बहु की स्वागत करने के लिए बंगले के कंपाउंड में सावित्री, नम्रता, राजेश और जनार्दन खड़े थे.... सावित्री हाथ में एक थाली पकड़ी हुई थी जहां पे फूल के साथ साथ अगरबत्ती लगे हुए थे....

गाड़ी अब बंगले के अंदर एंट्री कर रही थी... सभी की exicitement बढ़ रही थी... रघु गाड़ी से उतरा और पीछे वयली सीट की दरवाजा खोल दिया... पिछेवाली सीट के दरवाजे खुलते ही अंदर से रंजीत बाहर निकला, जिसे देखते ही सावित्री की खुशी की ठिकाना ही नहीं रहा... और अगली दरवाजा खुलते ही अंदर से अपर्णा बाहर निकल रही थी....

अपर्णा को देखते ही जनार्दन और राजेश देखते ही रह गये... मिनी स्कर्ट पे अपर्णा सेक्स बम लग रही थी... बड़ी बड़ी चुचियाँ, बड़ी गाँड़, मिनी स्कर्ट पे ऐसे चिपकी हुई थी कि दोनों मर्दों की नजर उसपे टिक गया था.... जनार्दन की मुंह तो खुला रह गया था.. उसने आजतक कितने रंडियां चोदे हैं पर अपर्णा जैसी पटाखा कभी नही देखा था.... जनार्दन ने खुद को संभाला क्योंकि अपर्णा थी उसकी बहु, तो खुद को कंट्रोल किया....

रंजीत और अपर्णा को सावित्री ने गले लगा लिया... नम्रता ने अपने भाई रंजीत को गले लगा लिया.... सावित्री दोनो की फूल माला के साथ साथ आरती करके स्वागत कर रही थी, वहीं जनार्दन और राजेश की नजर अपर्णा के मादक जिस्म पर था....

सावित्री- आते वक्त कोई तकलीफ तो नही हुई....

रंजीत- नहीं मम्मी...

सावित्री- अरे बहु रानी, तुम पीछे क्यों खड़ी हो, इधर आओ और इनसे मिलो ये हैं तुम्हारे ससुर....

अपर्णा- Hii अंकल...

जनार्दन के साथ साथ सब भौंचका रह गए....

तब रंजीत ने सबको समझा दिया कि दिल्ली की लड़की होने की वजह से ये थोड़ी modern है...

जनार्दन- कोई बात नहीं बहु... और तुम्हारा नाम क्या है ?

अपर्णा- जी अपर्णा....

जनार्दन- बहुत प्यारा नाम है (बड़ी बड़ी चुचियों को घूरते हुए)

सावित्री- और इससे मिलो ये तुम्हारे ननद नम्रता....

अपर्णा- hii sweet heart

नम्रता- Hii darling भाभी...

फिर नम्रता और अपर्णा एक दूसरे के गले लग गए, जिससे कि दोनों की Boobs आपस में टकरा रहे थे... क्योंकि दोनों same हाइट के थे.... ये सब राजेश देख के पागल जैसा हो रहा था....

सावित्री- और इनसे मिलो ये हैं नम्रता के पति राजेश....

अपर्णा- हेलो हैंडसम....

राजेश- हेलो gorgeous (सेक्सी नजर से देखते हुए)

सावित्री को समझते देर नही लगी कि राजेश और जनार्दन की नजर अपर्णा पर पड़ चुका था....

रंजीत- और ये हैं मेरा खूबसूरत मम्मी और तुम्हारी सासु जी (सावित्री को कंधे से पकड़ के)

अपर्णा- hiii आंटी....

ये सुनके राजेश की मुंह से हंसी छूट गया क्योंकि अपर्णा ने सावित्री को आंटी जो बोली... सावित्री ने गुस्से की नजर से राजेश को देखा तो राजेश चुप हो गया....

सावित्री- और वो है हमारा ड्राइवर रघु, और ये दोनो यहां के नौकर हैं.... कोई भी जरूरत हो इन्हें बोल देना...

अपर्णा- ठीक है आंटी....

सावित्री- आंटी मत बोलो, मम्मी बोलो चलेगा...

राजेश सावित्री की तरफ देख कर आंख मार के हंस रहा था....

फिर सब बंगले के अंदर दाखिल हुए....

उनके जाते ही रघु परमेस्वर से बोला" अब लग रहा है रंडीखाना...

परमेस्वर- अबे धीरे बोल, कोई सुन न ले....

रघु- बंगले में हैं 3-3 रंडियां, सब एक से एक चुदक्कड़ औरतें..

परमेस्वर- मेरी नजर तो कब से नम्रता रांड पर टिकी हुई है, काश एक बार मिल जाये तो कस के चोदता....

रघु- तू चिंता मत कर परमेस्वर, एक दिन ये तीनो रंडियां हमारी लन्ड चूसेंगे...

परमेस्वर- क्या सच में ऐसा हो सकता है ?

रघु- तू बस देखता जा....

परमेस्वर- अभी जो मेडम आयी है उसका नाम क्या है ?

रघु- अपर्णा, रंजीत की बीवी...

परमेस्वर- क्या कपड़ा पहनी है भाई, वैसी ड्रेस तो फिल्मों की हीरोइनें पहनती हैं...

रघु- हां बड़े सहर की है ना, सबको गाँड़ और चुचीं दिखा रही है, लेकिन उसे पता नहीं है कि इस बंगले में एक से एक चोदू मर्द हैं, उसे रांड बनाके चोदने में देर नहीं लगेगा...

परमेस्वर- तुझे क्या लगता है, इसकी सुरुआत कौन करेगा ?

रघु- और कौन, हमारे जनार्दन साहब... देखा नहीं किस तरह अपर्णा को ताड़ रहे थे... जनार्दन साहब पक्का उसकी चुत मारेंगे... क्योंकि वो हैं ही चुत के आशिक...

परमेस्वर- हां वो तो है... रघुनाथपुर की ऐसी कोई औरत बची नहीं जिसको जनार्दन साहब ने ना चोदा हो....

रघु- अपर्णा का रंडी बनना तो तय है....

परमेस्वर- हां

रघु- अभी सावित्री को ही ले ले, राजेश की रांड बन चुकी है साली.. लन्ड चुसा चुसा के चोद रहा है साला....इस मादरचोद राजेश को में छोडूंगा नहीं....

परमेस्वर- भाइ मुझे लग रहा है राजेश अपर्णा को भी नहीं छोड़ेगा, पक्का उसके चुत के पीछे पड़ जायेगा....

रघु- चोदने दे... पर सावित्री को ऐसे चोदता है ना साला मुझे बर्दास्त नही होता.... में नहीं चाहता कि सावित्री को कोई और चोदे...

परमेस्वर- तू तो ऐसे बात कर रहा है जैसे सावित्री मालकिन तेरा बीवी हो...

रघु- मादरचोद तू नहुँ समझेगा... उस औरत की चुत जब तक नहीं मार लेता मुझे शांति नही मिलेगा...

परमेस्वर- चल भाई अपना काम करने वरना सपने देखते देखते तेरे लन्ड से पिचकारी निकल जायेगा...

ये कहते हुए दोनों हंसते हुए काम करने चले गए.....

**********************
 
Last edited:
205
917
93
सावित्री पहले से ही अनजान फ़ोन कॉल के लिए परेशान थी.. ऊपर से राजेश का अपर्णा की तरफ आकर्षित होना उसे अच्छा नहीं लग रहा था.....

सावित्री ने रंजीत और अपर्णा को उनके कमरे दिखा दिए.... साथ ही परिवार के सब एक साथ बेठ कर डिनर किये..... डिनर के वक़्त भी राजेश और जनार्दन की नजर अपर्णा पर था... अपर्णा उस वक़्त नाइटी पहनी हुई थी वो भी sleeveless, जिसे देख कर दोनो मर्द गरम हो रहे थे.....

सावित्री ये सब देख रही थी..... खाना हो जाने के बाद सावित्री राजेश की कान में धीरे से बोली- थोड़ी देर के बाद टेरेस पर आ जाना, में वहीं पे तुम्हारा इंतजार कर रही हूं...

कुछ देर बाद जब राजेश टेरेस की तरफ जा रहा था तो रंजीत की कमरे से किसी औरत की जोरदार चिल्लाने की आवाज आ रही थी....

राजेश ने ध्यान से सुना तो पता चला कि वो आवाज अपर्णा की थी, रंजीत उसकी चुदाई कर रहा था..... अपर्णा बड़े ही सेक्सी स्टाइल में आह्रीं भर रही थी और बोल रही थी "Come on baby, fuck me hard"...
ये सुनके राजेश की लन्ड तन के खड़ा हो गया...फिर राजेश छत की तरफ आगे बढ़ा....

राजेश छत में जाकर देखा तो सावित्री कोने में खड़ी हो के बाहर का नजारा देख रही थी....

राजेश- आते ही गेम सुरु हो गया..

सावित्री- कौन सा game ?

राजेश- तुम्हारे बेटा और बहू की ठुकाई की गेम....

सावित्री- राजेश में देख रही हूं, जबसे मेरी बहु अपर्णा यहां आयी है, तुम्हारा नजर उस पर है ?

राजेश- क्यों अच्छी चीज देखना मना है क्या ?

सावित्री- क्यों में अच्छी चीज नहीं हूं क्या ?

राजेश- तुम तो देशी शराब हो और वो विदेशी शराब....

सावित्री- देसी ही ज्यादा मजा देती है समझे....

राजेश- जब तक आदमी को विदेशी नहीं मिलता तब तक आदमी देशी ही पिता है...

सावित्री- मतलब तुम मुझे छोड़ दोगे और अपर्णा के पीछे पड़ोगे...

राजेश- नहीं ऐसा नही है...

सावित्री- खबरदार जो मेरी बहु पर नजर दिया तो...

राजेश- तुम्हारी जैसी रापचीक माल को छोड़ कर उसपे क्यों नजर डालूं मेरी जान....

ये कहते हुए राजेश सावित्री की होठ पर एक जबरदस्त किस दे दिया ....

फिर सावित्री और राजेश ने छत के ऊपर हवस का खेल खेलने लगे......

***********************

उधर रंजीत अपनी बीवी अपर्णा को कुतिया बना कर चोद रहा था...

अपर्णा- आहहहहहहह.. आउच... fuck me, fuck me baby......

रंजीत शराब पिया हुआ था और दनादन शॉट मार रहा था... जिसकी वजह से अपर्णा के दोनों चुचीं हवा में झूल रहे थे......

उधर जनार्दन को अपने कमरे में नींद नही आ रहा था, अपर्णा की मादक जिस्म उनके सामने आ रही थी.... बड़ी बड़ी boobs, बड़ी बड़ी गाँड़, ये सब सोच सोच कर जनार्दन की हालत खराब हो रहा था.....

उधर टेरेस पर राजेश सावित्री की जबरदस्त ठुकाई कर रहा था....

जनार्दन ने सोचा चलो अपर्णा की कमरे की तरफ थोड़ा टहल कर आऊं.... तो वो जैसे ही रंजीत के कमरे के पास पहुंचा तो अंदर से आती हुई अपर्णा की मादक सिसकारियां उसे सुनाई दिया... जनार्दन ध्यान से उस सिसकारी को सुनने लगा....

अपर्णा- आआआआआहहहहहहह.... ऊऊऊऊऊऊठठहठहठहद.... oh my god.... oh honey, come on fuck me hard baby.... जोर से चोदो मुझे... और जोर से आआआआ, i love hard fucking, मुझे जोर से चोदो रंजीत, मुझे चुदना ज्यादा पसंद है ... come on fuck me hard, मेरी चुत को फाड़ दो... i love sex...

ये सुन के जनार्दन की चेहरे पे हल्की सी मुस्कान आ गया... जनार्दन को ये पता चल गया कि अपर्णा को वो पटा सकता है क्योंकि वो अंदाजा लगा दिया कि अपर्णा को सेक्स ज्यादा पसंद है और अपर्णा एक तो मॉडर्न औरत थी... जनार्दन की चेहरे पे कुटिल मुस्कान आ गया... जनार्दन मन ही मन बोला" तेरी चुत तो में फाडूंगा बहु रानी, बस कुछ दिन सब्र कर"

जनार्दन वहां से सीधा अपने कमरे में आ गया...

उस दिन से जनार्दन ज्यादा से ज्यादा अपर्णा के करीब आने की कोसिस करने लगा और उससे ज्यादा बातें करने लगा... सावित्री को ये पता थी कि जनार्दन की मन में क्या चल रहा है...

एक दिन जब रात को बेड पे जनार्दन लेटा हुआ था तो सावित्री कमरे में आई और जनार्दन को बाहों में भर के उसके पास सो गई...

जनार्दन- क्या हुआ, बहुत दिनों बाद मेरे बेड पे आयी हो ?

सावित्री- आपको फुर्सत ही कहाँ है मेरे लिए.... बस बाहर की औरतों के लिए ज्यादा टाइम है आपके पास...

जनार्दन- ऐसा नहीं है सावित्री...

सावित्री- ऐसा ही है ... वरना आप मुझे छोड़ के गाँव से रंडियां क्यों बुलाते हैं.....

जनार्दन- देखो तुम गलत बात बोल रहे हो...

सावित्री- ठीक है बाबा... सॉरी... लेकिन आज मेरा बहुत मन हो रही है....

जनार्दन- क्या ?

सावित्री- सेक्स करने की...

जनार्दन- लेकिन मेरा मन नहीं है...

सावित्री- आप ऐसे ही करते हो...

जनार्दन- में बहुत थक सा जा रहा हूँ आजकल...

सावित्री- झुठ... तो फिर ...

जनार्दन- क्या तो फिर ?

सावित्री- एक बात बोलू, आप जो कर रहे हैं वो ठीक नहीं कर रहे हैं ?

जनार्दन- क्या ?

सावित्री- अपर्णा आपकी बहु है, उसपे नजर डालना अछि बात है क्या ?

जनार्दन- क्या बक रही है तू ?

सावित्री- ठीक ही तो कह रही हूं, कुछ दिनों से देख रही हूं आप उसके पीछे पड़े हुए हैं, वो हमारी बहु है, आपकी बेटे की बीवी, ये गलत है चौधुरी साहब...

जनार्दन को बहुत गुस्सा आ रहा था सावित्री पर...

जनार्दन- में ज्यादा कुछ उल्टा सीधा बोल दूँ, यहां से चला जा रांड.... बहनचोद....

सावित्री- जा रही हुँ, लेकिन मेने कुछ गलत तो नहीं कहा...

जनार्दन- मादरचोद बात तो ऐसे कर रही है जैसे तू कोई सती सावित्री हो...

सावित्री- आप ख़्वामोखा मुझपे गुस्सा कर रहे हैं, आपने मेरे सामने गाँव के कई औरतों को चोदा है मेने कुछ नहीं बोला... लेकिन अभी तो आप समझो, अपर्णा आपकी बहु है.... उसे बक्श दो...

जनार्दन का गुस्सा तेज हो गया...

जनार्दन- साली रांड, हट बहनचोद.....

सावित्री को भी गुस्सा आ रही थी पर वो उसे कंट्रोल कर रही थी... वो सीधा वहां से अपने कमरे में आ गयी और गुस्से से शराब पीने लगी....

शराब पीने के बाद जब नशे में हो गयी तो जनार्दन को दुनिया भर की गाली दे रही थी...

सावित्री- मादरचोद भड़वा, दुनिया भर की रंडी चोदने वाला हरामी, कभी अपनी बीवी को जी भर के चोदा नही, बात करता है बहनचोद... राजेश से मिलके तेरा गाँड़ ना मार दूं तो मेरा नाम सावित्री नहीं....

सावित्री ऐसी गालियां देते हुए सो गई.....

***********************
 

rajeev13

Active Member
639
995
108
बहुत मदमस्त और मादक कहानी है।
कहीं जनार्दन के गुस्से की आग वासना की अग्नि में न परिवर्तित हो जाये, शायद अंत में अपर्णा का मर्दन करके समाप्त हो।
अगले कड़ी की प्रतीक्षा में . . . . .
 
205
917
93
जनार्दन को हवस भरी नजर अपर्णा पर पड़ चुका था... वो हर हाल में अपनी बहू को चोदना चाहता था.... इसलिए अपर्णा को पटाने की बहुत कोशिशें कर रहा था....

एक दिन दोंनो गार्डन में बैठ कर चाय पीते हुए बाते कर रहे थे....

जनार्दन- दिल्ली की लड़की होने की वजह से तुम सबसे अलग हो यहां पर..

अपर्णा- गांव में सब ऐसा क्यों सोचते हैं कि औरतों को छोटी कपड़े नहीं पहनना चाहिए....

जनार्दन- सब ऐसा नहीं सोचते... बल्कि में ऐसा नहीं सोचता... में चाहता हूं कि गांव की लड़की औरतें भी मिनी स्कर्ट पहनें...

अपर्णा- बहुत बढ़िया ख्याल है आपका... बिल्कुल मेरे ख्याल से मिलता जुलता है....

जनार्दन- में चाहता हैं हर औरत को अपनी शौक पूरी करना चाहिए (अपर्णा के बड़ी बड़ी चुचियों को घूरते हुए)

अपर्णा उस वक़्त सफेद रंग की टॉप पहनी हुई थी और नीचे स्कर्ट और वो भी बिल्कुल टाइट थी.... उसके Boobs और गांड बाहर की तरफ पिचकी हुई निकली हुई थी, जिसे देख कर जनार्दन पागल सा हो गया था..... औरत की जिस्म से खेलने की लत जो हो गयी थी उसे.... अपर्णा 26 साल की कसी हुई माल थी... जिसको देख कर हर कोई दीवाना था....

जनार्दन उस वक़्त अपर्णा को घूरते हुए बातें कर रहे थे....

अपर्णा- में आपकी बात से सहमत हूँ कि हर औरत को अपनी शौक पूरी करना चाहिए....

जनार्दन- तो फिर तुम्हारे भी कुछ शौक होंगे अपर्णा.....

अपर्णा- जी हां अंकल.. मुझे भी एक शौक है लेकिन लगता नहीं कि ये कभी पूरा हो पाएगी....

जनार्दन- अंकल मत बोलो, चाहो तो तुम मुझे मेरे नाम से पुकार सकते हो....

अपर्णा हल्की सी मुस्कुराते हुए बोली- आप मेरे husband के पापा हैं, आपका नाम लेके कैसे बुलाऊँ ?

जनार्दन- तुम तो एक मॉडर्न लड़की हो तुम्हे क्या दिक्कत है... ठीक है कोई दूसरा नाम से बुला लेना....

अपर्णा- ठीक है में आपको पॉप कहके बुलाऊंगी..

जनार्दन- ये सही है.... हाँ तो तुम किस शौक के बारे में बात कर रहे थे....

अपर्णा- हाँ वो.. मेरी एक ख्वाहिस है कि में एक मॉडल बनूँ, पर अफसोस रंजीत ये नहीं चाहता.....

जनार्दन- क्यों वो क्यों नहीं चाहता..

अपर्णा- पता नहीं क्यों ?

जनार्दन- तुम्हारे जैसे खूबसूरत लड़की को तो मॉडल बनना ही चाहिए...

अपर्णा- क्या में मॉडल की तरह दिखती हूँ, सच सच बताना पॉप...

जनार्दन अपर्णा के पूरे वदन को ऊपर से लेकर नीचे तक घूरते हुए कहा- इसमें कोई शक नहीं है कि तुम एक बहुत बड़ी मॉडल बन सकती हो.....

अपर्णा सेक्सी स्माइल करते हुए- बस आपके बेटे को मेरी कदर नहीं है, वो इसके खिलाफ है....

जनार्दन- कोई बात नहीं में उसे समझाऊंगा....

अपर्णा- सच में पॉप...

जनार्दन- हां...

अपर्णा- ओह पॉप, you are so sweet...

जनार्दन मन ही मन बोल रहा था- चिंता मत कर तुझे एक दिन मेरा नंगी मॉडल बना कर रहूंगा...

जनार्दन- वैसे तुम हो ही एक मॉडल के जैसी... कपड़े के साथ साथ तुम्हारे स्टाइल भी बिल्कुल एक मॉडल के जैसी....

अपर्णा बहुत ही खुश नजर आ रही थी....

अपर्णा- Thank you पॉप...

जनार्दन- वैसे मेरा भी एक बहुत बड़ा ख्वाहिश था कि नए बहुत बड़ा फोटोग्राफर बनूँ...

अपर्णा- ओह Really !!

जनार्दन- हां पर कुछ ना हो पाया पर में फोटोग्राफी अच्छा कर लेता हूँ....

अपर्णा- Really !! क्या आप अभी भी फोटोग्राफी कर लेते हो...

जनार्दन को यही तो मौका था अपर्णा को फ़साने का....

जनार्दन- हां मेरे पास High Quality के कैमरे भी हैं....

अपर्णा- तो क्यों ना आप मेरे कुछ photographs ले लें....

जनार्दन- अभी

अपर्णा- हां, आप देख लेना में मॉडल लगती हु या नहीं ....

जनार्दन बस इसी मौके की तलाश में था ...

जनार्दन- क्यों नहीं, अगर तुम चाहती हो तो जरूर हो सकता है...

अपर्णा- Oh पॉप... You are Amazing.... तो फिर बोलो कहाँ पे लेंगे photos...

जनार्दन- बंगले के किसी खाली हॉल में चलते हैं वहां photos आसानी से ले सकते हैं...

अपर्णा- ठीक है पॉप... आज दोपहर को photoshoot कर लेंगे....

जनार्दन- ठीक है....

दोनो हंस हंस के बातें कर रहे थे और ये सब टेरेस के ऊपर खड़ी हुई सावित्री सब देख रही थी....

सावित्री मन ही मन बोल रही थी- बुड्ढा हो गया फिर भी ठरक गयी नहीं इसकी.... औरत देखी नहीं कि उसको चोदने का काम सुरु... ये आदमी सुधरेगा नहीं... शादी के इतने साल हो गए पर बुड्ढे ने मुझे कभी जी भर के चोदा नहीं, सिर्फ रंडियां ही चोद रहा है.... लगता है मेरी बहु को भी ये चोद के ही रहेगा....

***********************
 
205
917
93
सावित्री मन ही मन ये सोच ही रही थी कि उसके मोबाइल रिंग हुआ.... जब मोबाइल पर नजर गयी तो देखा वही अनजान आदमी का फ़ोन था.... सावित्री ना चाहते हुए भी कॉल को रिसीव किया....

अनजान आदमी- तेरा पति ने लम्बा हाथ मार लिया, तेरी बहु की कह कह के लेगा अब तो...

सावित्री- तू कोन है मादरचोद ? सामने क्यों नही आता ?

अनजान आदमी- जब वक़्त आएगा ना तब सब हो जाएगा... तू मेरे सामने रहेगी.…. और में तेरी नंगा नाच देखूंगा...

सावित्री की जिस्म पसीने से लथपथ हो रही थी....

सावित्री- देखो तुम जो भी हो, तुम्हे क्या चाहिए और तुम्हे ये सब कैसे पता कि मेरे पति क्या कर रहे हैं क्या नहीं ? मेरे परिवार के बारे में इतना कैसे जानते हो...

अनजान आदमी- धीरे धीरे सब राज खुलेंगे सावित्री डार्लिंग...

सावित्री- मुझे डार्लिंग मत बोलो...

अनजान आदमी- सॉरी, मुझे तो तुझे रांड कहना चाहिए....

सावित्री- देखो तुम मुझे जानते नही हो ?

अनजान आदमी- तुझे अच्छी तरह से जानता हु में की तू कितनी बड़ी रांड है....

सावित्री गुस्से से बोली- जुबान पे कंट्रोल कर बहनचोद....

अनजान आदमी- तुझे कौन कौन चोद रहा है और कितने आदमियों ने चोदा है सब का हिसाब है मेरे पास.... मर्दों की बिस्तर गरम करने का शौक है ना तुझे....

सावित्री को shock लग गयी थी कि आखिर ये कौन है जो मेरे बारे में इतना जानता हूँ....

सावित्री की आवाज धीमी हो गयी और इमोशनल हो कर बोली- प्लीज तुम जो भी हो मुझे तुम्हारा डिमांड बताओ, में तुम्हारे लिए क्या कर सकती हूं, पैसा चाहिए तो बोलो, बोलो क्या है तुम्हारा डिमांड ?

अनजान आदमी बड़े जोर जोर से हंसने लगा- अब आयी ना लाइन पे... सुन जब टाइम आएगा ना तुझे सब पता चल जाएगा... फिलहाल ऐश कर....

साबित्री- लेकिन कब ?

अनजान आदमी- और ये बता तेरा दामाद तुझे ठीक से ठोक रहा है ना ?

सावित्री खामोश थी...

अनजान आदमी- तुझे कुछ पूछ रहा हूँ जवाब दे....

सावित्री- हाँ

अनजान आदमी- अगर तेरा दामाद का लन्ड से तेरी चुत की गर्मी ठंडी नही हो रही है तो बोल मेरे 10/15 आदमी को तेरे घर भेज दे रहा हूँ, तेरी चुत की आग को बुझा के आएंगे.... कमीने बोल रहे हैं कि बहुत दिन हो गया कोई गरम चुत चोदा नहीं....

सावित्री- नहीं प्लीज मेरे घर पे कोई आदमी मत भेजो....

अनजान आदमी हँसने लगा- इतने में डर गया बहनचोद... तू तो इतनी बड़ी रांड है कि 10/15 लन्ड आराम से तेरी चुत में ले सकती है.... वैसे भी तेरी experience भी है बहुत सारे लन्ड लेने की ....

सावित्री- नहीं प्लीज, कुछ ऐसा मत करना... घर में मेरा बेटा, बेटी सब हैं.... मुझे जलील मत करो....

अनजान आदमी- में चाहूँ तो तुझे तेरे घर से उठा के ले जाऊंगा और तेरी चुत फाड़ दूंगा, मगर में ऐसा करूँगा नहीं.....

सावित्री ने चैन की सांस ली....

अनजान आदमी- चल ऐश कर, आराम से तेरी दामाद से चुदवा...

फ़ोन कट हो गया... सावित्री पसीने से भीग गयी थी... वो ये सोच रही थी कि आखिर ये है कौन ? जो ऐसी ब्लैकमेल कर रहा है.... वो मेरी History कैसे जानता है ? सावित्री ये सोच सोच कर टेरेस से नीचे आ गयी...

************************
 
205
917
93
दोपहर का समय था... बंगले के Right साइड में बने शानदार हॉल में जनार्दन के साथ अपर्णा मौजूद थी... जनार्दन के हाथ में एक कैमरा थी, जिसे देखने में ही लग रहा था कि कैमरा महँगा है.... अपर्णा बिल्कुल सजधज के तैयार थी... अपर्णा काले रंग की सेक्सी मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी, पैर में High heel लगाई हुई थी... और जब वो मिनी स्कर्ट के साथ high heel पहन कर चल रही थी तो बड़ी मादक लग रही थी... अपर्णा को ऐसी रूप में देख कर जनार्दन गरम हो रहा था.. उसका जी कर रहा था कि यहां उसको पकड़ के चोद दे....

अपर्णा- पॉप, तो फिर फोटोग्राफी सुरु कर दें....

जनार्दन- क्यों नहीं ?

अपर्णा एक तरफ खड़ी हो गयी जहां पे पीछे पर्दे लगे हुए थे और जनार्दन आगे कैमरा स्टैंड पे कैमरा लगाए हुए खड़ा हुआ था...

जनार्दन- Ready 1 2 3 4.. start...

अपर्णा सेक्सी सेक्सी पोज़ में खड़ी होने लगी... जनार्दन फ़ोटो खीचने लगा... अपर्णा की हर पोज़ में जनार्दन की लन्ड खड़ा हो रहा था.... अपर्णा की बड़ी बड़ी चुचियां मुश्किल से मिनी स्कर्ट पे चिपकी हुई थी, जिसकी वजह से चूची की उभार साफ नजर आ रही थी... और गांड तो ऐसे दिख रहा था मानो कोई पहाड़ हो... जनार्दन अब धीरे धीरे out of कंट्रोल हो रहा था...

जनार्दन- अपर्णा very good... बहुत अच्छा लग रही हो...

अपर्णा- thanks पॉप...

जनार्दन- में जो बोल रहा हूँ वैसी पोज़ में खड़ी हो जाओ, बिल्कुल एक मॉडल की तरह.. photos और भी अच्छे आएंगे..

अपर्णा- ok पॉप...

जनार्दन- सामने पड़े कुर्शी पे बेठ जाओ..

अपर्णा कुर्सी पे बैठ गयी...

जनार्दन- अपनी एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखो...

अपर्णा अपनी एक पैर को उठा के दूसरे पैर पर रखते वक़्त जनार्दन की नजर अपर्णा के मिनी स्कर्ट के अंदर पहनी हुई लाल पैंटी पर पड़ गयी... जनार्दन की होश उड़ गए..

जनार्दन फ़ोटो खींचने लगा...

जनार्दन- अब खड़ी हो जाओ और मेरी तरफ पीठ करके खड़ी हो जाओ...

अपर्णा पीठ को पीछे करके खड़ी हो गयी...

जनार्दन- ऐसे खड़ी रह के मेरी तरफ हल्का सा देखो और मुस्कुराओ...

अपर्णा बिना घूमे जनार्दन की तरफ मुंह करके हल्की सी मुस्कुरा रही थी...

अपर्णा के इसी पोज़ देख कर जनार्दन की गांड फट रही थी... अपर्णा की बड़ी बड़ी गांड जनार्दन के आंखों के सामने थे जो कि मिनी स्कर्ट पे मुश्किल से चिपके हुए थे.... ऊपर से अपर्णा की सेक्सी स्माइल देख कर जनार्दन की लन्ड सलामी दे रहा था.....

जनार्दन- बहुत खूब... क्या scene है.... अब सीधा खड़ी हो जाओ और अपने कमर पर दोनों तरफ हाथ रखो...

अपर्णा पीछे मुड़ गयी और जनार्दन की तरफ मुंह करके कमर पर दोनों हाथ रखके खड़ी हो गयी....

जनार्दन बड़े ही जोश से फ़ोटो ले रहा था.... जनार्दन कैमरा को ज़ूम करके अपर्णा की बड़ी बड़ी चुचियों को ध्यान से देख रहा था.. जनार्दन ज़ूम करके देखते वक़्त देखा कि अपर्णा की बड़ी बड़ी चूची के साथ साथ दोनो nipple भी साफ नजर आ रहे थे, जिसे देख कर जनार्दन की होश उड़ रहे थे....

अपर्णा- क्या हुआ पॉप ? आप रुक क्यों गए ?

अपर्णा की आवाज सुनकर जनार्दन चौंक गया मानो नींद से उठा हो....

जनार्दन- हाँ... अब एक काम करो, मॉडल की तरह चलो...

अपर्णा- ok... वैसे में कई बार कॉलेज में Ramp walk कर चुकी हूं...

जनार्दन ने कैमरा में वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन किये....

अपर्णा मॉडल की तरह चलना सुरु किया... हॉल के चारो तरफ मॉडल की तरह घूमने लगी, मिनी स्कर्ट के साथ High हील पहन के अपर्णा बड़े ही सेक्सी ढंग से चल रही थी.... ये देख के जनार्दन का मन कर रहा था कि अपर्णा को यहां पे खड़े खड़े चोद दे...

जनार्दन अपने हवस की प्यास को दबा कर वीडियो रिकॉर्डिंग करने लगा....

अपर्णा बड़े ही सेक्सी अदा के साथ चल रही थी... चलते वक़्त उसे दोनो boobs ऊपर नीचे हो रहे थे और गांड इधर उधर हिल रहे थे.... जनार्दन बहुत गरम हो रहा था ये देख कर..... जनार्दन खुद को सम्भाल नहीं पा रहा था....

जनार्दन- ठीक है आज के लिए बस इतना ही फ़ोटो काफी है....

अपर्णा-ok पॉप... अगर आप कहेंगे तो और भी पोज़ में खड़ी हो जाउंगी....

जनार्दन के लन्ड बहुत ही खड़ा हो रहा था, लेकिन अपने बहु को इतनी जल्दी नहीं चोद सकता था, इसलिए खुद को रोक के रखा था....

जनार्दन- नहीं अभी हो गया... बाकी की photos कल लेंगे....

अपर्णा- ठीक है पॉप... लेकिन अभी खिंची हुई photos तो दिखा दो....

जनार्दन- क्यों नहीं ? लो देख लो...

अपर्णा कैमरा ले के सब फोटोज देखने लगी....

अपर्णा- फोटोज ठीक है ना पॉप..

जनार्दन- बहुत बढ़िया... तुम तो एक सुपर मॉडल लग रही हो...

अपर्णा- Oh thank you very much पॉप...

जनार्दन- और तुम्हारी रैंप वाला walk देख लो....

अपर्णा- wow !!! बहुत बढ़िया है ना पॉप ?

जनार्दन- सुपर लग रही हो...

अपर्णा- oh पॉप... you are so nice...

जनार्दन मन ही मन सोच रहा था- मछली अब धीरे धीरे जाल में आ रही है....

अपर्णा- क्या आप ये सब फोटोज मेरे मोबाइल में ट्रांसफर कर सकते हो पॉप ?

जनार्दन- क्यों नही, अभी कर देता हूँ....

जनार्दन ने अपर्णा की मोबाइल पे सब फोटोज bluetooth के जरिये से send कर दिये ...

अपर्णा- थैंक यू पॉप... और ये फोटोग्राफी के बारे में किसीको मत बताना, रंजीत को भी नहीं....

जनार्दन- ठीक है...

अपर्णा- वरना वो मुझपे गुस्सा करेगा कि मैने फिर से मॉडल बनना सुरु कर दिया....

जनार्दन- मेरे हिसाब से तुम मॉडल बनने के लिए फिट हो ..

अपर्णा- Oh so sweet of you पॉप...

जनार्दन अपर्णा की रसीले होंठ को देख रहा था...

अपर्णा- तो फिर दूसरे दिन फोटोग्राफी कब करेंगे...

जनार्दन- में तुम्हे बुला लूंगा....

अपर्णा- ठीक है...

जनार्दन- पर कैसे बुलाऊँ ? मेरे पास तुम्हारे नंबर भी नहीं है....

अपर्णा- तो ले लीजिए ना मेरा फ़ोन नम्बर....

ये कहते हुए अपर्णा ने जनार्दन को अपना फ़ोन नम्बर दे दी....

हॉल से दोनों निकल के अपने अपने कमरे की तरफ चले गए...

***********************

जनार्दन अपने कमरे में जा कर कैमरा को ड्रा में रख दिया... उसके चेहरे पर एक अलग सी मुस्कान था... मानो कोई जंग जीत के आया हो.. वो अपर्णा की मादक जिस्म को देख देख बहुत गरम हो चुका था... उसका लन्ड अभी अभी सलामी दे रहा था...

जनार्दन ने मन ही मन सोचा- साली ने बहुत ही ज्यादा लन्ड खड़ा कर दिया आज तो.... लन्ड को शांत करना ही पड़ेगा... अभी किसी की चूत मारना ही पड़ेगा लन्ड को शांत करने के लिए... क्या सावित्री को बुला लूं ? नहीं उसकी चुत बहुत ढीली हो चुकी है, मजा नहीं आएगा... शांति गार्डन पे काम कर रही है उसे ही बुला लेता हूँ....

जनार्दन ने बालकनी पे आके शांति को आवाज लगाए ...

शांति गार्डन में काम कर रही थी और वहां से ही बोली- जा रही हूं मालिक....

वहां पे रघु भी था.... रघु ने शांति को देख के कहा- जा मालिक आज तेरी चुदाई करेंगे शायद ?

शांति- चुप कर साले....

रघु चुप हो गया और कुछ देर बाद हंसने लगा....

शांति रघु क घुर घूर के जा रही थी....

शांति वहां से सीधा जनार्दन की कमरे में गयी, जहां पे जनार्दन सिर्फ बनियान और अंडरवियर में था...

जनार्दन- दरवाजा बंद कर और अंदर आजा....

शांति मन ही मन सोची- ये रघु ठीक ही बोल रहा था...

शांति दरवाजा बंद करके अंदर आ के खड़ी हो गयी....

जनार्दन- अब खड़ी हो के मेरा मुंह क्यों देख रहा है, फटाफट अपने सारे कपड़े उतार के बेड पर लेट जा....

जनार्दन एक कुर्सी पर बैठ गया और एक सिगरेट मुंह पे लगा लिया....

शांति पहले अपनी नीले रंग की साड़ी उतार रही थी, जनार्दन उसे ध्यान से देख रहा था... शांति साड़ी को निकाल के रख दी और ब्लाउज उतारने लगी... वो काले रंग की ब्लाउज में जनार्दन के मुंह के सामने थी... उसकी 36 की दोनो चूची ब्लाउज में बिल्कुल टाइट थी.... शांति ब्लाउज और पेटिकट भी निकाल दिया.... जनार्दन सिगरेट पी पी कर शांति की जवानी देख रहा था.... शांति अब सिर्फ सफेद रंग की ब्रा और चड्डी में थी.... शांति ब्रा और चड्डी भी उतार दिए और बेड के ऊपर जा कर लेट गयी.... जनार्दन कुर्सी पे बैठे हुए ही शांति की बड़ी बड़ी चूची को ध्यान से देख रहा था, जो कि दूध जैसी सफेद थी.... शांति की चूत के ऊपर झांट भी जनार्दन को साफ नजर आ रहे थे....

कुछ देर सिगरेट पीने के बाद जनार्दन मन ही मन बोला- चल जनार्दन, अपर्णा ना सही शांति की चूत मार के आज की प्यास बुझा लेते हैं.. जनार्दन अपने बनियान और अंडरवियर निकाल दिया और नंगा हो कर बेड के ऊपर चढ़ गया.....

शांति चुपचाप बेड के ऊपर लेटी हुई थी.... बड़ी बड़ी गोरी चूची पहाड़ के जैसे तन के खड़ी हुई थी जिसे देख कर जनार्दन को जोश आ रहा था...

जनार्दन शांति के पास लेट कर शांति की एक चूची को हाथ में हल्का हल्का दबा रहा था....

जनार्दन- शांति केसी है तू ?

शांति- ठीक हु मालीक....

जनार्दन- लगता है तेरा पति तुझे रोज चोदता है, काफी बड़ी बड़ी हो गयी है तेरी चूची....

शांति आंखे बंद कर के धीरे धीरे सिसकारी ले रही थी... आहहहहह...उहहहहहहहहह...

जनार्दन- और बता गांव में कोई नई माल आयी है या नहीं ?

शांति आंखे बंद करके ही बोली- कल ही गांव के हॉस्पिटल में एक नई नर्स आयी है....

जनार्दन- बहुत बढ़िया.... वो नर्स एक हफ्ते के अंदर मेरे नीचे आनी चाहिए....

शांति- जी मालिक....

जनार्दन अब दोनों हाथों से दोनों चुचियों को मसल रहा था ...

शांति आंखे बंद करके सिसकारी ले रही थी.... आहहहह, ममममममममम, उहहहहहहहह..

जनार्दन चुचियां दबाते दबाते nipple को हल्का सा खींच दिया... शांति की मुंह से एक जोरदार आवाज निकली- उइमा..... आआआहहहहहहहह..

जनार्दन अब मुंह लगा कर दोनों चूची को चूस रहा था.... शांति के तन बदन पर सिहरन हो रही थी.... जनार्दन हल्के हल्के शांति के दोनों चूची को चूस रहा था... जनादर्न nipples को मुंह पे लगा के खींच खींच कर चूस रहा था.... शांति के जिस्म में आग लग रही थी....उसकी सांसे तेज चल रही थी जिसकी वजह से दोनों चुचियाँ ऊपर नीचे हो रही थी...

जनार्दन बड़े ही मजे से शांति के दोनों चूची चूसने के साथ साथ चाट रहा था, कभी कभी निप्पल्स को अपने दांत से दबा कर खींच रहा था....

शांति आंखे बंद करके सिसकारी ले रही थी...
"आआआहहहहहहहह... उहहहहहहहहहहहहहह... मम्ममम्ममम्ममम्ममम्ममम्म....

जनार्दन शांति के चूची चूसते वक़्त अपर्णा की मादक चूची को याद कर रहा था और पागलों की तरह शांति के चूची को चूस रहा था ....
शांति के मुंह से सिसकारी धीरे धीरे जोर से निकल रहे थे... जनार्दन पागलों की तरह चूची चूस रहा था मानो वो अपर्णा की चूची चूस रहा हो... शांति की दोनों चूची लाल हो चुके थे.... शांति आंखे बंद करके जोर जोर से सिसकारी ले रही थी....

कुछ देर boobs चूसने के बाद बेड से उतर कर खड़ा हो गया और बोला- चल इधर आ, मेरा लन्ड चूस....

जनार्दन की लन्ड किसी लोहे की रॉड की तरह तन के खड़ा हुआ था ... शांति बेड से उतर कर जनार्दन के सामने घुटनों के बल बेठ गयी और लन्ड को हाथ से पकड़ कर मुंह में डालने लगी.... शांति धीरे धीरे जनार्दन की लन्ड चूस रही थी...

जनार्दन- लन्ड मुंह के अंदर पूरा ले ले....

जनार्दन की लन्ड शांति की मुंह पे आधा ही जा रहा था.... शांति उसे पूरा नहीं ले पा रही थी तो जनार्दन ने शांति के गांड पे कस के एक चांटा लगा दिए....

शांति झट से मुंह से लन्ड निकाली और बोली- अभी ले रही हूं मालिक...

शांति अब अपने मुंह पे पूरा लन्ड ले रही थी, वो भी मुश्किल से... जनार्दन की एक चांटा पड़ने की वजह से शांति की गांड लाल हो गयी थी...

जनार्दन ने शांति के सर के बाल पकड़ के बड़े तेजी से लन्ड चूसा रहे थे....

शांति के मुंह से बस इतनी ही आवाज निकल रही थी- मम्ममम्ममम्ममम्म....मम्ममम्मममम्ममम्ममम्म.... मममममम

कुछ देर लन्ड चूसाने के बाद जनार्दन ने शांति से कहा- चल बेड पर लेट जा, अभी तुझे ठोकने की बारी है....

ज्यादा लन्ड चूसने की वजह से शांति की गाल दर्द करने लगी थी.... शांति जा के बेड के ऊपर लेट गयी.....

जनार्दन बेड के ऊपर चढ़ गया और शांति की दोनों टांग को उठा के अपने जांघो पर रख दिया और चुत पे थोड़ी सी थूक डाल के धीरे धीरे उंगली घुसाने लगा....

शांति की मुंह से तेज सिसकारी निकल गयी- आआआहहहहहहह... मआआआआआ....

जनार्दन धीरे धीरे उंगली को चुत के अंदर बाहर करने लगा....

शांति की जिस्म में आग जैसी करंट लग रही थी....

शांति मादक सिसकारियां ले रही थी.....

जनार्दन धीरे धीरे उंगली को बड़े ही तेजी से चुत में अंदर बाहर करने लगा....

शांति की आवाज कमरे में तेज होने लगी "आआहहहछह.... ऊइमआआआआ.... ओहहहहहज्झ......

जनार्दन बड़े ही तेजी से शांति की चूत पे उंगली मार रहा था....

शांति आंखे बंद करके तेज सिसकारी ले रही थी....

शांति की चूत झांटो से भरी हुई थी जो कि पूरी तरह गीली हो चुकी थी, जनार्दन की उंगली गीली हो चुकी थी.....

जनार्दन चुत से उंगली निकाले और चुत के सामने अपना लन्ड टिका दिए और एक ही झटके में चुत के अंदर अपना लन्ड घुसा दिए "फचककककककक"

शांति के मुंह से एक तेज आवाज निकल गयी "ऊऊऊईईईईमाआआ.......

जनार्दन अब धीरे धीरे शांति को चोद रहा था.... शांति आंखे बन्द करके सिसकारी ले रही थी.... चोदते चोदते दोनो चूची को दोनों हाथ से मसल रहा था..... शांति मादक सिसकारियां ले रही थी....

जनार्दन धीरे धीरे चोदने की स्पीड बढा दिया... जैसे ही चोदने की स्पीड बढ़ गया वैसी ही शांति की सिसकारी की आवाज बढ़ गयी "ऊऊईमाआआ.आआहहहहह, ओहहहहहहदझज्ज्ज्ज्......

जोरदार चुदाई की वजह से चुत के अंदर से "पच..पच...पच...पच की आवाज़ें आ रहा था और बेड बहुत जोर से हिल रहा था....

जनार्दन की चोदने की स्पीड बढ़ गया था.... अब बो बड़े बेरहमी से शांति को चोद रहा था....

शांति बड़े तेजी से सिसकारी ले रही थी" आआआआआआठहठहद, ममममममममम, ससससससससस......

शांति के दोनों टांगों को अपने दोनों कंधे पर रख कर जनार्दन बड़े ही जोर से दनादन शॉट मार रहा था.....

शांति अब जोर से चिल्ला रही थी "आआआआहहहहहह धीरे धीरे चोदो मालिक, अअअअअ मेरी चुत.....

जनार्दन अपर्णा के मादक जिस्म को याद कर कर के बड़े ही बेरहमी से चोदे जा रहा था ..

शांति चिल्ला रही थी- आआआआआ मालिक, धीरे से, अअअअअ मेरी चुत.... माआआआआआआआ......
जनार्दन इतने तेजी से चोद रहा था कि शांति की गांड फट रही थी... और वो जोर जोर से चिल्ला रही थी.....

जनार्दन और शांति की चुदाई चल रही थी लेकिन उन्हें ये पता नहीं था कि सावित्री उन दोनों को छुप छुप कर देख रही थी ..... क्योंकि शांति दरवाजा लॉक नही की थी, ऐसे ही छोड़ दी थी ...

जनार्दन बड़े बेरहमी से शांति की चुत मार रहा था.... शांति जोर जोर से चिल्ला रही थी....

सावित्री ये सब देख रही थी और मन ही मन बोली- साले बहनचोद सिर्फ रंडियों को चोदना आता है... कभी अपने बीवी को भी इस तरह चोद ले, लगता है आज इस रंडी की चूत तो गयी....

बेरहमी चुदाई के कारण शांति की मुंह लाल हो चुकी थी....

शान्ति दो बार झड़ चुकी थी लेकिन जनार्दन same स्पीड से चोद रहा था ..

जनार्दन बड़े ही बेरहमी से चोदे जा रहा था और शांति जोर जोर से चिल्ला रही थी..... शांति की आंखों से पानी निकल रही थी....

सावित्री ये देख कर सोचने लगी- आज तो पक्का इसकी चुत फट जाएगी.... मुझे जनार्दन को रोकना हो होगा....

फिर सावित्री कमरे के अंदर घुस गई और बोली- ये क्या कर रहे हैं आप ? भला इस तरह कोई करता है ? ये मर जाएगी....

जनार्दन ने पीछे मुड़ के देखा तो सावित्री खड़ी थी....

जनार्दन- बहनचोद तू कैसे अंदर आ गयी ? और तू मुझे क्यों रोक रही है चोदने से ?

सावित्री- देखो ये मर जाएगी, इसे छोड़ दो.....

जनार्दन- मादरचोद, रुक अभी दिखाता हुँ...

जनार्दन ने शांति की चूत से अपना लन्ड निकाला और बोला- शांति अब तू जा, तेरा हो गया, अभी तेरी मालकिन की बारी है...

शांति फटाफट कपड़े पहन के बाहर जा रही थी ...

जनार्दन- बहार पे बैठी रह, जैसे कोई अंदर ना आ सके..... तेरी मालकिन की जोरदार ठुकाई होने वाली है....

शांति दरवाजा बंद करके कमरे के बाहर बैठ गयी.... ज्यादा चुदाई की वजह से शांति के मुंह, गाल लाल हो गए थे....
शांति मन ही मन सोच रही थी- अच्छा हुआ मालकिन आ गयी वरना आज तो बुड्डा चुत ही फाड़ देता.... पता नहीं आज इतना जोश में कैसे है ?

शांति बाहर बैठी हुई थी कि अचानक कमरे से सावित्री की सिसकारी की आवाज आई... वो समझ गयी कि अंदर चुदाई सुरु हो चुकी है.....

अंदर जनार्दन सावित्री को ठीक उसी पोज़ में चोद रहा था जैसे शांति को चोद रहा था....

जनार्दन- बहनचोद तेरी हिम्मत कैसे हुई मुझे चोदने से मना करने की.....

सावित्री पूरी नंगी थी, जिसे जनार्दन दनादन पेल रहा था....

सावित्री- देखो वो मर जाती....

जनार्दन- चुप कर रंडी.....

जनार्दन बड़े जोर जोर से सावित्री की चूत मार रहा था....

सावित्री- आआआहहहहह... मम्ममम्ममम्ममम्म, सससससससस, ममममममममम

सावित्री की 38 की चुचियाँ बड़े ही जोर से हिल रहे थे.....

जनार्दन सावित्री को गालियां दे दे कर चोद रहा था.....

नॉन स्टॉप चुदाई की वजह से धीरे धीरे सावित्री को दर्द होने लगी थी ...

सावित्री- ऊऊऊऊईईईईमाआआआ..... आआआआआठठहठहज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्.......

जनार्दन की हर शॉट पे सावित्री की गांड फट रही थी....

जनार्दन सावित्री को करीब 15 मिनट चोद चुका था, सावित्री की चूत की ठुकाई इतनी तेज हो रहा था कि सावित्री की मुंह से दर्द भरी सिसकारी निकल रही थी.... चुदते वक़्त सावित्री की नजर पास में पड़े Viagra पैकेट पर गयी तो वो समझ गयी कि जनार्दन दवाई खा के इतनी हार्ड चुदाई कर रहा है, ये लंबा टाइम तक ठोकेगा.....

जनार्दन की चोदने की स्पीड बढ़ चुका था... सावित्री को दर्द होने लगी थी.....

सावित्री- रहने दो, में और नही ले सकती, इसे बाहर निकालो....

जनार्दन- साली रांड, क्या हुआ ? गांड फट रही है क्या ?

जनार्दन की चोदने की स्पीड बढ़ चुका था.... सावित्री जोर जोर से चिल्ला रही थी "आआआआआ छोड़ दो, में नही ले सकती आआआआ मममममममम.....

जनार्दन- दुनिया भर की लन्ड अपने चुत में ले रही है, अपने पति की लन्ड लेने की बारी आया तो मना कर रही है बहनचोद रांड.....

सावित्री- नहीं आआआआआ ममममममममम ससससससससस उठठठहज्ज्ज्ज्,

सावित्री के दोनों बड़ी चुचियाँ बड़े ही तेजी से हिल रहे थे और चुत के अंदर से कुछ सफेद रंग की जूस निकल के नीचे गिर रही थी, शायद सावित्री झड़ चुकी थी, लेकिन फिर भी जनार्दन शॉट पे शॉट मारे जा रहा था ... सावित्री की बुरा हाल हो रही थी.....

जनार्दन- रांड, दूसरों की बिस्तर गरम करती है, आज अपने पति की कर.....

सावित्री जोर जोर से चिल्ला रही थी- नहीं मुझे छोड़ दो.... आहहहहहहहहहहहहह.....

जनार्दन- जब तक तेरी चुत ना फाड़ दूँ तब तक तुझे चोदता रहूंगा बहनचोद.. ....

सावित्री दर्द के मारे रोये जा रही थी......

जनार्दन अपने बीवी के ऊपर रहम दिखाने की मुड़ में नहीं था...

जनार्दन- जबसे तुझे शादी करके लाया हूँ, तबसे गैर मर्दों के साथ चुद रही है बहनचोद रांड.... तू समझ रही है मुझे कुछ नहीं पता, मुझे सब पता है बहनचोद....

गाली दे दे कर जनार्दन एक्सप्रेस की तरह चोद रहा था ....

सावित्री रोये जा रही थी.... उसके जिस्म को जनार्दन कस के पकड़ा हुआ था और कस कस के चुत पे धक्का मार रहा था......

जनार्दन- तेरे चुत में पति का लन्ड कम और बाहर वाले का लन्ड ज्यादा घुसा है...... चुदवा चुदवा के चुत ढीली हो चुकी है बहनचोद.....

बाहर बैठ कर शांति अंदर से सावित्री की रोने की आवाज सुन रही थी.... और मन ही मन बोली- आज तो मालकिन की चूत गयी..... बेचारी मुझे बचाने की चक्कर में खुद फंस गई.....

करीब 45 मिनट के बाद जनार्दन कमरे के अंदर से बाहर निकला और शांति से बोला- अंदर जा और तेरे मालकिन को उसके कमरे में छोड़ दे.....

शांति- जी मालिक

शांति जन कमरे के अंदर गयी तो देखी सावित्री नंगी ही बेड पर पड़ी हुई थी, और जोर जोर से हांफ रही थी.... जोर जोर से हांफने की वजह से दोनों बड़ी बड़ी चूची ऊपर नीचे हो रही थी.... चुत के अंदर से सफेद सफेद जूस लगे हुए थे.... चुत सूझ सी गयी थी.... चूची लाल लाल हो गए थे ..... शांति समझ गयी कि बड़ी बेरहमी से मालकिन की ठुकाई की है जनार्दन साहब ने.....

शांति ने मालकिन को एक टॉवल पहनाई और खड़ी करके अपने कंधे पर उसकी हाथ रख के उसके कमरे में ले गयी और बेड पर लिटा दिये .....

उस दिन सब बाहर गए हुए थे राजेश और नम्रता सुबह ही रघु के साथ शहर गए हुए थे.... रंजीत खेती देखने गया था और सिर्फ अपर्णा फोटोशूट के बाद अपने रूम पे थी....

शांति वहां से सावित्री को बेड पर लिटा के जा ही रही थी की जनार्दन ने पीछे से कहा- वो जो नई नर्स आयी है हॉस्पिटल में वो जितनी जल्दी हो सके मेरे बेड में होने चाहिए.... उस से बात कर, अगर नहीं माने तो मुझे बोल देना, हॉस्पिटल जा के उसकी ठुकाई करूँगा.....

शांति- जी मालिक.....

फिर शांति चैन की सांस लेते हुए गार्डन की तरफ गयी......

*************************
 
Last edited:

prkin

Well-Known Member
5,372
6,091
189
आपकी कहानी बहुत बढ़िया है.

लिखने के लिए धन्यवाद।
 
Top