Update 08
सुरज दोपहर को सो के उठा और पढ़ाई की कोषिश की लेकिन उसका मन ही नही हुआ की कुछ पढ़े तो वो अपने मोबाइल में यूट्यूब शॉट्स देखने लगा...
काजोल के साथ SRK ka romence देख सूरज का लोड़ा फिर उछला...और वो इसे और विडियो देखता ही गया...की उसकी नजर एक वीडियो पे गई... "How to Seduced Women" सूरज एक एक कर कही विडियो देखने लगा...अब सूरज सोच ही रहा की वो ये सब समझ तो लिया लेकिन क्या सच में ऐसा होता है..क्या एक औरत सच में इतना कमजोर हो जाती होगी ये सब कर के...
कुछ देर में वो पानी पीने रसोई घर में गया... वहा का नजारा देख सुरज की हालत फिर से खराब हो गई...सामने उसकी मां वैसी ही सारी जैसी काजोल ने पहन रखी थी पहने काम में लगी हुई थी... सूरज आज उसकी मां के थोड़े बहुत भी दिख रहे खुले जिस्म को बड़ी आतुरता से निहार रहा था... पतली कमर.. सुडोल नितभ... लंबे बाल...
उसके कानो में वीडियो में देखें कामूक दृश्य चलन लगे...वो अपनी मां की खूबसूरती का नयन सुख प्राप्त कर अब धीरे से अपनी मां के पीछे खड़ा हुआ सूरज का दिल जोरो से धड़क रहा था...अपनी पूरी हिम्मत जुटा के सूरज अपना हाथ धीरे से पारुल के हाथो के नीचे से होते हुए उसकी कमर से होते हुए आगे ले गया...और अपनी मां से पूरा चिकप के खड़ा हो के अपनी मां के पेट के हाथ रख दिया... सूरज की कद काठी के आगे सुमित्रा कद छोटा ही था...पर उतना नहीं....पारुल के अपने आप को किसी मर्द की पकड़ में पाई...और दर के मारे उछल पड़ी...उसकी कसी हुई चूची भी ब्लाउज में ऊपर निचे हो गई...और कुछ ही पल में अपने बेटे का स्पर्श और महक याद आते ही वो सहज हो गई और सूरज की और मुंह कर गुस्सा दिखाते हुए बोली... जटके से पीछे होने से उसकी चोटी भी उसके साथ आगे को हो गई..."क्या कर रहा है डरा ही दिया मुझे..चल हट काम करने दे" सूरज अपनी मां प्यार भरा गुस्सा देख अपनी हिम्मत बड़ा के पारुल पर अपनी पकड़ और अधिक बड़ा दिया और उसके हाथ से पारुल के पेट को सहलाते हुए...बाते करने लगा... पारुल अपना काम करते हुए भी अपने बेटे को अपने से दूर नही करती..."आज बड़ा प्यार आ रहा है तुझे अपनी मां पे क्या बात है कुछ चाइए क्या" "नही मां बस आज आप बहोत प्यारी लग रही हो" "अच्छा पहले तो कभी अपनी प्यारी मां को इसे अपनी बाहों में नही भरता था तू" "अरे आप भी सब औरते जैसी हो प्यार न दो तो भी नाराज दो तभ भी.." पारुल को एक पल के लिए लगा जैसे उसके पीछे उसका पति ही है जो उसे प्यार कर रहा है....पारुल एक दम मस्त होकर सूरज के साथ मस्ती करती हुई काम करने लगी...
सूरज पहली बार एक लड़की या औरत को अपनी बाहों में भर के खड़ा था वो उत्तेजना में पूरी तरह से जल रहा था...उसका बड़ा दिल हो रहा था की अपनी मां के गुलाबी होंठ को चूम ले..अपनी मां के हर हिस्से को चूम के अपना प्यार जाहिर करे...
लेकिन उसकी हिम्मत नही हुए...पर वो कुछ देर बाद अपनी मां के कमर पेट को सहलाते हुए...धीरे धीरे से बाते करते हुए ही...अपनी मां की बैकलेस ब्लाउज में पूरी तरह से नंगी पीठ और गर्दन के पास अपने मुंह को रख चूम लेता है...पारुल के लिए ये एक दम नया अनुभव था...रसोई घर में इसे कभी उसके पति ने भी उसे ऐसे चूमने की हिम्मत नही की थी...पारुल का रोम रोम उत्तेजित हो उठा...उसकी योनि ने जवाब दे दिया और पारुल की कच्ची को गीली होती गई...