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Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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मेरे सभी प्यारे दुलारे मुठ्ठल मित्रों पाठकों एवं उंगलीबाजो
देर सवेर ही सही आप सभी को गैंगबैंग रूप से नए साल की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
दारू वाली गैंग के लिए
शिला बुआ की तरफ से स्पेशल ट्रीट

Ggco-M1o-Ww-AAevx-P

आप सभी खुशहाल रहें और स्वस्थ रहें और हिलाते रहे


एक महत्वपूर्ण सूचना

इस कहानी का नया सीजन मेरे रनिंग कहानी के खत्म होने के बाद भी शुरू होगा , अब उसमें दिन लगे महीने या वर्षों ।
कृपया मेरी व्यस्तता और मजबूरी को समझे , निगेटिव कमेंट करके या मुझे निकम्मा ठहरा कर अपनी ऊर्जा व्यय ना करें
मै बहुत ही हेहर प्रकृति का प्राणी हु , आपके नकारात्मक शब्दों मुझे खीझा सकते है मगर मेरी चेतना को भ्रमित नहीं कर सकते । उसमे मैं माहिर हुं
आप सभी का प्रेम सराहनीय है और मेरे मन में उसकी बहुत इज्जत है , मगर मै अपने सिद्धांत पर चलने वाला इंसान हु ।

फिर अगर किसी को ऑफिशल डिकियलरेशन की आशा है कि मै ये कहानी बंद करने वाला हु तो ऐसा नहीं है
ये कहानी शुरू होगी मगर मेरी अपनी शर्तों और जब मुझे समय रहेगा इसके लिए।
नया साल अभी शुरू हुआ है इंजॉय करिए
अपडेट जब आयेगा इस कहानी से जुड़े हर उस व्यक्ति को मै व्यक्तिगत रूप से DM करके बुलाऊंगा ये मेरा वादा है ।



मेरे शब्दों और मुझ पर भरोसा कीजिए
मेरी दूसरी कहानी का भी मजा लीजिए
धन्यवाद 🙏
 
Last edited:

FaizaNKhaN

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UPDATE 17

आज मौसी की ताबड़तोड़ ठुकाई और दिन भर की भागदौड़ से बहुत थक गया था तो आज रात पापा मम्मी को देखना छोड निचे स्टोररुम मे अपने बेड पर सोने चला गया ।

अगली सुबह आंख खुली तो घड़ी में देखा तो 6 बज रहे थे,,, मै सोचा यार मै तो जल्दी उठ गया ,,,, फिर मै फ्रेश होने छत पर गया जहा बाथरूम से मुझे किसी के नहाने की आवाज आ रही थी

मै सोचने लगा पापा तो 8 बजे से पहले उठते नही अनुज भी सो रहा होगा

फिर बाथरुम मे कौन हो सकता मा या दीदी

यार कोई भी यही इंतजार करता हू देखता हू कौन बाहर आता है

थोडी देर बाद दरवजा खुला तो मेरी अप्सरा जैसी सुन्दर दीदी निकली
उनके भिगे बाल और निचे गोरी चिकनी गुदाज जान्घे और तौलिये मे लिपटी जवानी जो उनके नरम कामुक बदन को ढकने की नाकाम कोसिस मे लगे थे उफ्फ्फ क्या मस्त दिख रही थी दीदी

फिर जैसे ही दीदी की नजर मुझ पर पडी तो कपड़ो से भरी बाल्टी उनसे छूट गयी और वो तौलिये को निचे खिच कर अपने मखमली जांघो को छिपाने लगी और इसी हडबडी मे ऊपर से तौलिया खुल गया

और दीदी एकदम नंगी हो गयी
सुबह की हल्की सुनहरी रोशनी मे उनका दुधिया बदन और खिल सा गया ,, उनका दो अनमोल रतन कुछ पलो के लिए निर्वस्त्र हो गये उफ्फ्फ्फ क्या रसिले मम्मे थे दीदी के ,,,, और उनकी हल्की चॉकलेटी रंग की मुंगफली के दाने सी निप्प्ल ,,,,
और हल्की बालो वाली भीगी हुई पिंक चुत जो सुबह की रोशनी मे चमक रही थी
इससे पहले कि मै जी भर कर कुछ देख पाता दीदी ने लपक कर तौलिया उठाया और आगे कर लिया फिर बिना कुछ बोले बाथरूम की तरफ भागी


ह्य्य्य्य ह्य्य्य्य कयामत होना था उस दिन
दीदी के घूमते ही उनकी गोरी चिकनी गुदाज गांड मेरे आँखो के सामने आ गयी और वो हिलते हुए जा रहे थे उफ्फ्फ
मेरे आँखो की सुकून मिल पाता तभी दीदी ने बाथरूम का लॉक लगा दिया
थोडी देर शान्ति के बाद मै बाथरूम के पास गया और बोला - सॉरी दिदी मुझे नही पता था की आप ऐसे अचानक से निकलोगे
मै टॉयलेट मे जा रहा हूँ आप निचे चले जाओ

फिर मै टॉयलेट मे घुसा दो मिनट बाद बाथरूम का दरवाजा खुला और दिदी बिना कुछ बोले निचे चली गई

मेरे मन में थोडी शान्ति हुई की कोई हंगामा नही हुआ मै भी जल्दी से फ्रेश हुआ और नहा कर निचे आया तो दीदी टीशर्ट लोवर पहने किचन मे थी और अनुज बेडरूम मे सोया था मम्मी पापा भी ऊपर नही आये थे

मुझे लगा की मुझे दीदी से बात करनी चाहिए
तो मै किचन मे गया और उनसे पानी मागा और उन्होंने बिना मेरी तरफ देखे एक ग्लास पानी दे दिया और बर्तन धुलने लगी ।

मै - सॉरी दीदी ,,मुझे नही पता था कि ऊपर आप हो और वो सब अचानक से हुआ तो
मैने जानबूझ कर सडा सा मुह बना कर दीदी के सामने नजरे नीचे किये हुए खड़ा रहा जैसे मुझे कितना बुरा मह्सूस हो रहा हो ।

दीदी ने एक नजर मुझे ऐसे देखा और मुस्करा कर बोली - हम्म्म्म ठीक है माफ किया लेकिन एक शर्त है

मै खुश हो गया - थैंक्स दीदी ,,, लेकिन क्या शर्त

दिदी मुस्कुराते हुए बोली -पहली ये कि वो मुझे आज रात भी तेरा मोबाइल चाहिये

मै - बोला ठीक है लेकिन अभी कहा है मोबाइल मेरा

दीदी - वो मेरे लोवर की जेब मे है भाई
मै - तो दो न
दीदी - अरे बर्तन धुल रही हू ,,, तू खुद निकाल

मै - मै मै
दीदी - हा निकाल भाई
फिर उनके पास गया और धीरे से उनकी जेब से बहुत सम्भाल के की उनकी बॉडी को ना छुए मेरा हाथ मोबाईल निकाल लिया

मै - थैंक्स दीदी ,,,फिर जाने लगा

दीदी - अरे दुसरी शर्त तो सुन कर जा
मै चौकते हुए - दुसरी शर्त क्या अब

दीदी - देख अगले महीने रक्षाबंधन है और गिन कर 14 दिन बचे है तो मुझे एक नया मोबाइल चहिये मेरा गिफ्ट

मै - अच्छा ठीक है मै पापा से बोलूंगा

दीदी भी खुश हो गयी और बोली - और हा सुन एक बात

मै - हा बोलो न दिदी
दीदी - आगे से सुबह जल्दी उठकर मत आना नही तो अगली बार और महगा शर्त रखूंगी ,,,,हिहिहिहिही ,,चल भाग अब

मै शर्माते हुए - ठीक है दीदी जो चाहे ले लेना ,,,,और हस्ते हुए भाग गया

दीदी मुझे पकड़ने के लिए दौड़ती तब तक मै निचे भाग आया

और देखा दुकान तो अभी बंद है और अभी 7 ही बज रहे थे फिर मैने पापा के रुम की तरफ देखा तो रुम बंद था लेकिन कुछ बात चित की अवाजे आ रही थी ।
मै खिडकी के पास गया और अंदर देखा ,,अहहा क्या नजारा था

पापा दीवाल से टेक लगाये बिस्तर पर बैठे हैं और मा झुक कर उनका लण्ड चुस रही है

पापा - जानती हो रागिनी ,, अगले हफ्ते शीला दीदी आने वाली है

मा लण्ड को निकाल कर - अरे इस बार इतना जल्दी ,,,, रक्षाबंधन को तो 2 हफ्ते है

पापा - हा वो जन्गिलाल की औरत , निशा और राहुल के साथ अगले हफ्ते मायके जा रही है वहा कोई शादी का कार्यक्रम है तो वही कल फोन की थी दुकान पर था ।

मा - अच्छा ठीक है फिर
मा - और मुझे भी तो रक्षाबंधन पर जाना है मायके 2 दिन के लिए

पापा - क्या दो दिन
मा - हा राजेश भैया की औरत हमेशा बोलती है की आती हो रुकती नही

पापा - लेकिन मेरा क्या होगा जान 2 दिन
मा - 2 दिन अपनी शीला दीदी को चोद लेना ,,,,मा उनको छेद्ते हुए बोली

पापा - हाय्य्य शीला दीदी
मा - क्या हुआ ,,कही सच मे चोदने का सोच तो नही रहे

पापा - हा सोच रहा हूँ मेरा तो ठीक है लेकिन तू 2 दिन कैसे रहेगी ,,
मा - मेरे मायके में मेरे आशिको की कमी थोडी है ,,,हिहिही किसी को भी बुला लुंगी


पापा - ओहोहो किसी की क्या जरुरत है राजेश है ना ,,,,हहाहहहा फिर पापा मा को पकड के हग कर लेतेहै

मा - चलो बहुत हो गई मस्ती अब नहा धो लो मै नास्ता लगाती हू

फिर मै भी जल्दी से ऊपर भागा ।

अब देख्ते है क्या होने वाला है
Nice and beautiful
 

FaizaNKhaN

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UPDATE 019

सब्बो का फोन आते ही मेरा मन गदगद हो गया
मैने अनुज को आवाज दी और उसे दुकान मे बिठा कर निकल गया रान्डटोले की तरफ

शाम 7 बजे का समय था मै टहलते हुए सब्बो के गली मे गया
वहा उसके घर के आस पास के घरो के बाहर कोई न कोई बच्चा बूढ़ा बैठा था
घर के बाहर सब्बो दरवाजे पर खडी थी , मै सोच रहा था कि इतने लोग बाहर है मै कैसे जाऊ इसके घर तभी

सब्बो - अरे राज आ गया ,,, आ मा अंदर इंतजार कर रही है
मै थोड़ा हिचकिचाते हुए कहा- हा वो पापा ने बोला जल्दी चला जा रात हो गई है हिसाब किताब कर ले बर्तन वाला
पर
हम दोनो ने कोई प्री प्लानिंग नही की थी बस सब कुछ सयोग से हो रहा था
मै भी घर मे घुसा और अन्दर गया तो सच मे सब्बो की मा रुबीना अंदर बैठे सब्जी काट रही थी

वो ब्लाऊज पेतिकोट पहने हुए थी जिसमे उसका गदरायी जवानी साफ दिख रही थी
मै रुबीना को पहली बार ऐसे देख रहा था
उसका पेतिकोट जांघो तक उठा था ऊपर के दो बटन खुले थे

ये नजारा देख मेरा लण्ड खड़ा हो गया और मेरा मन सब्बो से हट कर रुबीना की गदरायी जवानी मे खो गया
सब्बो ना जाने कब मेरे बगल मे खडी हो गई और मुझे उसके मा को हवस भरी नजरो से निहारते हुए देख रही थी और मुस्कुरा रही थी

सब्बो - अम्मी लगता है राज को मेरी नही अभी आपकी जरुरत है

रुबीना - क्यो सेठ जी कही मुड बदल तो नही दिया न

मै - हा काकी मूड तो बदल गया है लेकिन
रुबीना- लेकिन क्या सेठ जी
मै - मै तो आया तो सिर्फ सब्बो के लिए ही था लेकिन अब इसके साथ आपको नही छोड़ना है

रुबीना - सम्भाल लोगे एक साथ दो घोडीयो को

मै - क्यू आपको क्या लगता है
रुबीना- चलो देख लेते है कि तुम मे अपने बाप जितना दम है भी या नही

मै चौकते हुए - मतलब
रुबीना - आज आये थे दोपहर में बाऊ जी तेरे हम दोनो को .... और मुस्कुराने लगी रुबीना

मै सोचने लगा - अच्छा तो पापा को यहा आना था पैसे लेने ,,, साला मेरा बाप तो एक नम्बर का रन्डीबाज है

फिर मैने सब्बो को अपनी ओर खींचते हुए उसकी होटों को चुस्ते हुए उसकी चुत को स्कर्ट के ऊपर से ही उसकी मा के सामने रगड़ना शुरू कर दिया
करीब 2 मिनत के बाद को मै सब्बो को पकडे उसके मा तक गया और उनके सामने खड़ा हो गया

रुबीना नीचे बैठे बैठे मेरे लोवर को निचे किया और मेरा कडक लण्ड उछल कर बाहर आ कर हिलने लगा , जिसे रुबीना बडे प्यार से मुसकुराते हुए मेरी आँखो मे देखते हुए सहलाना शुरू किया
इधर मै वापस सबबो की मोटी गांड सहलाते हुए उसकी चुचियो को एक हाथ से मस्लना चालू कर दिया और फिर उसका टीशर्त निकाल दिया
और सब्बो की सावली रसभरी कोमल चुचियो को मुह मे लेके चुस्ते हुए एक कदम रुबीना की तरफ आगे हुआ

रुबीना ने लपक कर मेरा लण्ड मुह मे किया और चूसना शुरू कर दिया

अब नजारा कुछ यू था मेरा दाहिना हाथ सब्बो की नंगी कमर पर था जो उसको पकड के उसके रसिले चुचो को चुस रहा था और एक हाथ को रुबीना के सर पर रखा था जो मेरे लण्ड को गपागप चूसे जा रही थी ।

रुबीना के लण्ड चूसने से मेरी उत्तेजना और बढ गयी और मैने सब्बो को छोड रुबीना के बालो को पकड तेज़ी से उसके मुह मे पेलना शुरू कर दिया

थोडी ही देर में रुबीना ने खासना शुरू कर दिया और मैने एक हाथ से अपना गिला लौडा उसके मुह से निकाल के उसके बालो को खीचते हुए उसके चेहरे पर लण्ड को पटकने और रगड़ने लगा

फिर वापस रुबीना के मुह मे डाल के चोदने लगा और करीब 3 से 4 मिंट की सास फुला देने वाली जबरदस्त मुह पेलाई के बाद मै पुरा लण्ड रुबीना के मुह भर कर अन्दर ही झडने लगा और मेरा माल उसके मुह से होकर बाहर उसकी पसीने से भीगी थन जैसी चुचियो पर गिरने लगा ।

जब मैने पूरी तरह से अपना लण्ड खाली कर लिया तो मुह से बाहर निकाला

रुबीना- खो खो खो ह्य्य्य्य अल्लाह क्या कर रहा था मादर्चोद ,,,
मै - सालि रन्डी तू ही तो मेरा दम देखना चाहती थी ना अब क्या हुआ
रुबीना - अरे सेठ वो तो मै ,,,,खैर इस मामले मे तुम अपने पापा से आगे ही हो ,,,तो अब बाकी का काम भी करना है की नही

मै - हा करना है ना लेकिन सब्बो रानी के साथ तू आराम कर अभी रान्ड
इतना कह कर वापस से सब्बो की चुचियो को मस्ल्ते हुए चूसने लगा और उसे बिस्तर पर ले गया

बिस्तर पर ले जाकर सब्बो को चुचियो को मिजते हुए चूसना शुरू किया साथ मे अपना लण्ड स्कर्ट के ऊपर से ही उसकी चुत पर रगडने लगा

थोडी देर बाद मैने उसको घोड़ी बनाया और स्कर्ट को कमर तक चढा दिया
उफ्फ्फ क्या गद्देदार गांड थी सब्बो की ,,, हल्की गोरी गुदाज चुतड के दो पाटो के बीच एक चाकलेटी दर्रार और निचे गोल गोल भूरे रंग की सिकुडी हुए चमडी मे उसके गांड का छेद
ये देख मेरे मुह मे पानी आ गया और मेरा लण्ड फिर से फन्फ्ना गया ।
फिर मैने उसके चुतडो को फैलाया और एक अंगूठे को उस छेद पर थोड़ा सा रब किया फिर मैने झुक कर अपनी जीभ को नुकीला करते हुए उसके भूरे गांड की छेद को टच करने लगा और अपनी लार से गिला करने लगा

सब्बो तडप उठी क्योकि ये उसके लिये पहला अनुभव था
मै लगातार उसके चुतडो को फैलाये उसकी गांड की छेद को चाटे जा रहा था और एक हाथ निचे से उसकी चुत को भी सहलाना सुरु किया

मेरे दोहरे attack से सब्बो सीस्कियो मे बह गयी और उसकी तडप मे वह बिस्तर पर गिर गयी और हाफने लगी ,, सब्बो का कामरस उसकी जांघो पर रिस रहा था, करीब एक मिनट बाद सब्बो सीधा लेट कर तेज़ी से अपना चुत सहलाने लगी
सब्बो - आह्हह राज आजा डाल दे ,,उम्म्ंम उफ्फ्फ और तेज़ी से अपना गांड पटक कर चुत रगड़े जा रही थी ,,

मैने भी देखा की लोहा गरम हो चूका है ब्स हथौड़ा मारने की देर है
और मैने भी देर ना करते हुए ऊपर आकर उसकी चुत पर अपना लण्ड पटकने लगा और उसकी चुचिया नोचने ल्गा ,,,,, फिर मैने अपने लण्ड का सुपारा निकाला और गीली चुत के फलको पर रगड़ने लगा
सब्बो तडप उठी ,,,
हालाकि सब्बो को मेरे से मोटे बडे लण्ड ने चौदा था मगर चरम सुख का आनन्द आज तक नहीं मिला ,,, वो कमर उठा कर चुत को मेरे लण्ड पर रगड़ती रही और उसके चुत का वो छोटे छोटे बालो से घिरा दाना मेरे लाल सुपारे के पेसाब वाले छेद मे चुब्ने से मेरा लण्ड फौलादी हो गया
और मै भी सबर को ताख पर रख उसकी चुत मे लंड डाला और चोद्ना शुरू कर दिया ।

सब्बो - आह्हह राज कितना मस्त चोदू है रे तू कहा था उफ्फ़फ्फ अह्ह्ह्ह ह्ह्य्य्य्य
सब्बो - और तेज़ चोद मेरे राजा अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह आह्हह उफ्फ्फ उम्म्ंम हा ऐसे ही और तेज़ ..... अह्ह्ह्ह
मै - हहहह क्या हुआ सब्बो जान,,,, अभी तो मैने डाला ही है ,,,,, तुने तो इससे भी बडे लण्ड खाये है
सब्बो - आह्हह उफ्फ़फ्फ बात लण्ड की नही तेरा चोदने का तरीका सबसे अलग है मेरे राजा ,,,उह्ह्ह्ह्ज औरतेज़ चोद , उह्ह्ह्ह हाआ हा और तेज़ और अह्ह्ज ऐसे ही
मै लगातार धक्के मारते हुए उसकी चुत में चोदे जा रहा था
करीब 20 मिनत तक भरपूर आनंद से सब्बो को चोदने के बाद मैने अपना लण्ड बाहर निकाला और उसके सामने खड़े होकर उसके बदन और चेहरे पर सारा माल गिरा दिया ।

सब्बो वही थक कर पडी रही
मै उठा और अपने कपडे सही किये और बाहर आया तो रुबीना खाना बना रही थी

मै उसको फिर आने का बोल के घर की तरफ निकल गया

अब देखते है क्या होता है
Nice and beautiful
 

TharkiPo

I'M BACK
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15,560
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HAPPY 3RD ANNIVERSARY
🎉🎊:celebconf:🎊🎉

सभी पाठकों को बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद
आपके प्यार और स्नेह की बदौलत
आज इस कहानी को ना सिर्फ
3 साल पूरे हुए
बल्कि 60 लाख व्यूज भी हो रहे है ।
कहानी पहले ही हजार पेज की रेस मे दौड़ रही है

आप सभी का आभार एक ऐसी कहानी को प्रेम देने के लिए जहा मेरे जैसे अड़ियल मिजाज वाले लेखक की मनमानी ही आपको पढने और सुनने को मिलती है ।
बिना किसी पोल और ओपेनियन लिये आप पाठक फिर भी कहानी से जुड़े है उसके लिए मै ऋणी रहूंगा


एक बार फिर से धन्यवाद 🙏
बहुत बहुत बधाई हो मित्र, तीन साल तक लगातार टिके रहने और बैटिंग करते रहने के लिए, दोहरा शतक आप पहले ही पूरा कर चुके हैं, 1000 से ऊपर रन भी हैं, और स्ट्राइक रेट का तो क्या ही कहना, इसी तरह पिच सूखी हो या गीली, अपडेट के छक्के चौके लगाते रहें, बहुत बहुत बधाई
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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Anniversary special koi update milega kya......

Humme pata hii nahi chala. 3 years ho gaye padte padte....kash aisa chalta hii rahe...

Iss forum main tharkipo...

Aur dreamboy 40 mere favorites writers ho.....

Aur ek Bengali mai BUMBA DA naam se ek writer tha....Jo ki bahut special tha... Sayed likhna chod Diya yaa kuch hua hai pata nahi...
..uski ek bimari tha. .... Jo kabhi achhi nahi ho sakta tha...aisa usne kaha tha....
Pata nahi ab kaisa hai .... online nahi aata hai....

Agar Bengali samajhti ho kohi toh uske story padke dekhna uska zabra fan ho jaoge
Xforum .....pe
Bahut bahut dhaywaand bhaai
Update milega aaj hi
 
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Reactions: Raj Kumar Kannada

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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Dreamboy40 bhai ji
Aap ko aap ke story k varshgadh k liye bht bht bdai or aap ke 60 lakh view k liye bhi bht sarri bdhai

hm sab ka sath to aap ke sath to hmesa rahega bhai ji bas aap ese hi manmohak or kamuk garma garam update ki varsha karte rahiye
Bahut bahut dhanywaad dost
 
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Reactions: Raj Kumar Kannada
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