• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,116
19,970
174
सभी भाइयो और मेरे पाठको को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई
💥💐💥
उम्मीद करता हूँ ये दीवालि आपके जिवन खुशियो से भरपूर और मस्त रही हो

एक अनुरोध है सभी से ये कहानी का अगला भाग नये साल यानी 2025 से ही शुरु हो पाना संभव है
तो मेरी दुसरी कहानी अम्मी vs मेरी फैंटेसी दुनिया को तब तक पढे

जब ये कहानी शुरु होगी
सभी को सूचित किया जायेगा

एक बार फिर सभी का धन्यवाद
 
985
1,196
124
UPDATE 222

राज के घर

इधर दोनो भाई रिक्शा कर घर के लिए निकल गए और दोनो के मन उखड़े हुए थे , मगर राज को अनुज के सिक्रेटस पता होने पर हंसी आ रही थी ।
अनुज ने नोटिस किया तो पूछ भी लिया - क्या हुआ भैया हस क्यूं रहे हो
राज - कुछ नही भाई तू उदास होना छोड़ दे । फिर कोई नई मिल जाएगी हाआआह्ह

अनुज - मैं समझा नही , क्या नई मिल जाएगी
राज हसता हुआ - रिंकी जैसी कोई , और तेरी तो किस्मत भी बुलंद है एक को छोड़ा तो दूसरी उठा ले गई तुझे हाहहा
राज की उलझी हुई बातें अनुज समझा गया कि उसके भैया को रिंकी और दुलारी भाभी दोनो की बात पता है
अनुज पहले शरमाया फिर उदास होकर - हा लेकिन क्या फायदा , पता नही कब मिलना होगा उनसे और फिर कल बुआ भी चली जाएगी

राज - अरे तो टेंशन क्यूं ले रहा है , आज घर में मम्मी पापा है नही तो काम बन जाना ही चाहिए

अनुज - सच में भैया , लेकिन मौसी है ना
राज - उसकी फिकर ना कर तू, पहले घर चलते है
इधर दोनो भाई घर की ओर बढ़ रहे थे तो वही चौराहे वाले घर रज्जो और शीला ने अपनी अपनी पैकिंग आज ही पूरी कर ली

रज्जो - उह्ह्ह्ह लोह्ह भाई ये भी बैग भर गया , अब थोड़ा आराम चाहिए मेरी तो सास ही फूलने लगी

शिला मुस्कुराई और उसको अपनी ओर खींचती हुई - फिर तो योगा वोगा शुरू कर दो मेरी जान , मेरे यहां तो मुंह खोले बिना ही सास लेनी पड़ेगी

रज्जो हस्ती हुई - धत्त कामिनी तु भी ना ,
शिला मुस्कुराई और उसकी बिस्तर पर धकेलती हुई - क्या बोली साली उम्म्म
और देखते ही देखते शिला उसके ऊपर चढ़ गई और उसके हाथ ऊपर कर उसके लिप्स चूसने शुरू कर दिए
रज्जो भी जोश में आकर शिला के लिप्स को चूबलाने लगी ,

शिला उसके ऊपर माथे जा रही थी और दोनो आपस में एक दूसरे को चूसे जा रहे थे
शिला ने अपनी कुर्ती ऊपर की और मोती मोटी दुधारू चूचियां रज्जो के मुंह पर रखती हुई ठूंसने लगी - अअह्ह्ह्ह्ह साली छीनार लेह बहुत बोलती है तेरा मुंह तो कई ऐसे ही बंद करूंगी अह्ह्ह्ह आउच उह्ह्ह्ह हरामजादी काट क्यू रही है

vid-720p-8
रज्जो उसकी मोटी चूचियां दोनो हाथो से पकड़ कर बारी बारी से निप्प्स को चूसने लगी और मिजती हुई - तेरी रसीली चूची को खा जाऊं ऐसी है ये उह्ह्ह्ह मेरी रांड शिला तेरे जोबन देख कर तो मेरा दिल बावरा हो जाता है तो तेरे घर के मर्दो का क्या हाल होता होगा उम्मम्म सीईईईईईआईआई

शिला उसके मुंह में अपनी चूचियां ठूंसती हुई - वही हाल होता है जैसा तेरा है मेरी सेक्सी रांड अअह्ह्ह्ह्ह कामिनी मुझे पटक दिया

vid-720p-10
रज्जो उसको घुमा कर नीचे कर देती है और अपनी मैक्सी उतार कर फेकती हुई वापस उसके ऊपर चढ़ कर उसकी रसीली मोटी थन सी चुचियों पर टूट पड़ती है - बहिनचोद तुझे तो पटक के पेलने में जो मजा है वो कही और कहा अअह्ह सच सच बता , तू अपने मुहल्ले भर के बच्चो को दूध पिलाती है क्या जो निप्पल तेरे इतने मोटे हो गए है अअह्ह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूचियां बदल बदल कर चूस रही थी - सच सच बता कौन कौन दूहता है तुझे मेरी जान आह्ह्ह्ह्ह्

रज्जो जिस तरह से शिला को मसल रगड़ रही थी शिला की चूत बजबजाने लगी थी - चल रही है , रोज सुबह भोर में दुहवा दूंगी तुझे भी अअह्ह्ह्हह् बहिनचोद उह्ह्ह्ह हिहिहिही आराम से फट जाएगा

vid-720p-9
रज्जो उसकी लेगी खींचती हुई - भोसड़ा बना चुकी है अब बचा ही क्या है उसमे , हाथी जैसा लंड घोंट घोंट कर पूरा हाईवे बना लिया है

शिला कसमसाती हुई अपने कूल्हे उछालने लगी - आह्ह्ह्ह्ह फिर क्यों चाट रही है उसे कुतिया के जैसे अअह्ह्ह्हह ममीइइई उह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूत में मुंह लगाए हुए - क्योंकि तेरी भोसड़ी का रस बहुत टेस्टी है अअह्ह्ह्हह कितना गर्म गर्म माल छिपा रखा है उम्मम्म्मम

vid-720p-11
रज्जो उसकी बुर में अपनी थूथ रगड़ती हुई भीतर जीभ नचाने लगी - अअह्ह्हह साली रण्डी कुतिया और चाट अअह्ह्ह्ह मेरा भोसडेदार चूत अअह्ह्ह्हह उह्ह्ह और और उह्ह्ह्ह


इधर दोनो चुदासी सेक्सी औरते आपस में एकदूसरे को मीज मसल रही थी तो वही बाहर राज और अनुज रिक्से से उतर चुके थे और गेट खोल कर मेन दरवाजा खोलते हुए हाल में घुसते है

अनुज - अरे बुआ और मौसी कहा है ? बुआआआ !!
तभी राज उसका हाथ पकड़ कर उसे रोकता हुआ अपनी मां के कमरे की ओर इशारा करते हुए चुप रहने को कहा
दोनो भाई दबे पाव कमरे की ओर बढ़े , कमरे से तेज कूलर की हनहनाहट में रज्जो और शीला की सिसकियां घुल चुकी थी
जैसे ही कमरे के दरवाजे से दोनो ने भीतर झांका राज और अनुज दोनो चौक गए

vid-720p-13
सामने बिस्तर पर शिला की जांघें खोले हुए रज्जो उसके ऊपर चढ़ कर कैंची बनाते हुए उसकी चूत से अपनी चूत आपस में रगड़ रही थी

vid-720p-12
दोनो भाई भौचक्के एक दूसरे को निहारते हुए खुश हो गए और अपना अपना लंड बाहर निकाल कर उसको सहलाते हुए कमरे में दाखिल हुए
जैसे ही शिला को भनक हुए वो रज्जो को धकेलते हुए उठ गई इस डर से की घर में बाकी लोग भी आ गए होगे

शिला - तु तुम दोनो , इतना जल्दी कैसे
अनुज हस्त हुआ - बस देखने आए थे आपको हिहिहिही
रज्जो - अनुज मस्ती नही , बता बाकी लोग कहा है ?

अनुज दांत दिखाता हुआ - खुद अकेले अकेले मस्ती कर रही हो और हमें कह रही हो मस्ती नही , देखा भैया इतनी नाइंसाफि

राज हस्त हुआ - ओहो बुआ मौसी कोई नही है , बस हम लोग है ,पापा मम्मी कल आयेंगे

रज्जो ने चैन की सास ली - लेकिन तुम दोनो अंदर कैसे आए , दीदी तुम दरवाजा लगाई थी न

शिला कुछ देर सोचा कर अपनी जीभ दांत में दबा कर मुस्कुराते हुए रज्जो को देखा और हसने लगी .
रज्जो - हम्म तभी तो मैं सोचू ये दोनो बैल घर में कैसे घुसे

अनुज - हम दोनो बैल अपनी अपनी गईया खोजते आए है मौसी हिहिहिही
शिला - ये कितना बिगड़ गया है इधर आ बताती हुं

अनुज अपना लंड सहलाता हुआ - आपके पास ही आ रहा हु बुआ
अनुज अपना लंड शिला के आगे परोसता हुआ उसके सर को सहलाने लगा ,शिला भी बिस्तर पर घोड़ी बनकर अनुज का लंड मुंह में भर कर चूसने लगी - अह्ह्ह् बुआ कितना ठंडा है अह्ह्ह्ह सीईईईईई

vid-720p-14
वही बगल से राज की भी सिसकी आने लगी - उम्म्म मौसी आह्ह्ह्ह्ह आपका तरीका बहुत अच्छा लगता है अह्ह्ह्ह कल से बहुत याद आओगे आप उह्ह्ह्ह

अनुज - हा बुआ आपकी भी बहुत याद आयेगी उह्ह्ह्ह आराम से उम्मम्म आप तो पूरा घोट जा रही हो अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह और चूसो उम्म्म्मम

शिला - मुझे भी तुम सब की बहुत याद आयेगी मेरे लाडलो उह्ह्ह्ह और ये भी कि मेरे बेटे अब जवान हो गए है आआआआअह्ह्ह औरते संभालने लायक
राज - क्यू बुआ पहले शक था क्या हिहिहिही आआआह्हह्ह्ह मौसी उह्ह्ह्ह ओह्ह्ह गॉड जी कर रहा है आपके मुंह में भर दू अह्ह्ह्ह्ह् ये लोह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह कितना मजा आता है आपके हर छेद में पेलने का उह्ह्ह्ह्ह्

राज गला फाड़ता हुआ रज्जो के गले में अपना लंड घुसेडने लगा और फिर उसको धक्का देकर बिस्तर पर चढ़ कर चूत में लंड घुसा दिया

रज्जो - आआआह्ह लल्ला उह्ह्ह्ह कबसे तेरे लंड को प्यासी थी मेरी चूत उह्ह्ह्ह और पेल आह्ह्ह्ह हा ऐसे ही अअह्ह्ह्ह्ह मजा आ रहा है बेटा ओह माआआ

vid-720p-15
राज उसकी चूत ने हचक के लंड उतार रहा था - अब ठीक न मौसी उह्ह्ह्ह लोह और लोह आज पूरी बच्चेदानी भर दूंगा तुम्हारी उह्ह्ह
रज्जजो : उह्ह्ह्ह लल्ला तेरे लंड से मेरी चूत बहने लगी है अअह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह हा खा जा उह्ह्ह्ह मम्ममिई उह्ह्ह्ह

राज लपक कर रज्जो की चूत में मुंह दे दिया और वही बगल शिला की जांघो के बीच अनुज भी उसकी बुर की फाकों से लेकर गाड़ की भूरी सुराख तक जीभ फिरा रहा था - उह्ह्ह्ह बेटा उम्म्म कितना मस्त चाटता है तू उम्मम्म्म आआह्ह्ह्ह्ह् भाभीए इन दोनो की जोड़ी कमाल की है अअह्ह्ह्हह
रज्जो बगल में लेटी हुई शिला के लिप्स से अपने लिप्स जोड़ कर मुस्कुराई हुई - जोड़ी तो हम दोनो की भी कमाल की है मेरी जान

vid-720p-16
अनुज - उम्म्म बुआ ना कबसे मुझे आपके बुर को चाटने का सपना आता था , है रोज आपकी गाड़ चाटने का सोच कर हिलाता था मैं उह्ह्ह्ह कितनी रसीली बुर है आपकी सीईईईईईआईआई

शिला - अअह्ह्ह्हह खा जा बेटा , चाट ले अपनी बुआ की बुर उम्म्मम तेरी छोटी सी जीभ मुझे पागल कर दे रही है

" मैं भी इसे खा लूं क्या मेरी जान अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह राज आराम से उह्ह्ह्ह बेटा उह्ह्ह्ह्ह" , रज्जो घोड़ी बनी हुई शिला की मोटी हिलती चूची को पकड़ कर सहलाती हुई अपने मुंह में भर लिया और उसके निप्पल चूसने लगी ।

vid-720p-17
शिला मानो पागल सी हो गई - अहह्ह्ह्ह भाभी उह्ह्ह्ह पी जाओ मेरे थन से टपकते रस को अअह्ह्ह्हह अओह्ह आराम से लाला उह्ह्ह्ह बहुत कसा है अच्छे से घुसा

रज्जो पीछे से राज के करारे झटके अपनी चूत में लेती हुई - अह्ह्ह्ह्ह लल्ला कस के घुसा एक ही बार में फाड़ दे उह्ह्ह्ह्ह

अनुज मारे जोश में शिला की टांग को अपने कंधे पर रखता हुआ एक करारे झटके के साथ शिला की रसाती बुर में हचाक से लंड पेल दिया - अअह्ह्ह्ह मम्मिई फाड़ दिया रे उह्ह्ह्ह अब रुका क्यू है चोद ना हरामी मौसी का चमचा कुत्ता कही का अअह्ह्ह्ह जल रहा है

vid-720p-18
अनुज बत्तीसी दिखा कर रजजो के साथ हस रहा और फिर अपनी बुआ की चूत में लंड चलाने लगा - ओह गॉड बुआ आपकी चूत बहुत गरम है अअह्ह्ह्ह

रज्जो - जा बेटा तेरी बुआ एक नंबर की रंडी है हमेशा आग लगी रहती है इसकी चूत में पेल आज रहम मत दिखाना
अनुज अपनी मौसी की बातें सुन कर जोश में कस कस के शिला की बुर फाड़ने लगा , शिला गला फाड़ कर चीखने लगी
वही राज ने एक बार फिर पोजिशन बदल दिया और नीचे लेट कर अपनी मौसी को चोदने लगा

राज अपनी मौसी की खरबूजे सी मुंह पर लटकती छातियां पिता हुआ उसकी बड़ी सी गाड़ थामे सटासट रज्जो की बुर में लंड पेले जा रहा था और रज्जो भी शिला की तरह बेफिकर सिसकियां ले रही थी - उह्ह्ह्ह लल्ला ना जाने तुझे इतना जोश कैसे आ जाता है जब तू अनुज के साथ होता है अअह्ह्ह्ह्ह फाड़ और पेल अपनी मौसी की चूत को अओहह्ह उम्मम्म्म रुकना मत बेटा अअह्ह्ह्ह सीईईईई

राज - वो तो पता नही मौसी लेकिन आज तो पूरी रात आपको ऐसे ही पेलने वाला हु , क्यू अनुज

vid-720p-20
अनुज जो अब तक शिला को घोड़ी बना कर उसकी चूत में लंड घुसाये हुए शिला की गाड़ मसल मसल कर पेल रहा था - अह्ह्ह्ह्ह हा भैया फिर ना जाने ये मौका कब मिले , और जब फिर से मुझे बुआ की गाड़ सहलाने को मिले आआआह्हह्ह् मेरी सेक्सी चुदक्कड़ बुआ अअह्ह्ह्हह

शिला - हा लल्ला पेल ना अपनी चुदक्कड़ बुआ को और पेल और उह्ह्ह्ह और कैसी लगती हूं मैं तुझे मेरे लाल अअह्ह्ह्ह्

अनुज मारे जोश ने शिला की चूत की जड़ो में लंड घूसाता हुआ - अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ तुम तो मुझे किसी रंडी जैसी लगती हो , अह्ह्ह्ह लगता है तुम्हारी गाड़ 50 लोग मिल कर मारते है थी इतनी बड़ी हो गई है , जी कर रहा है इसी गाड़ में झाड़ जाऊं उह्ह्ह्ह आपकी गाड़ हुआ मुझे पागल कर रही है आपकी गाड़ चाटना मुझे बहुत पसंद है बुआ अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह मेरी रंडी बुआ मेरा आने वाला है अअह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह

शिला - भर दे बेटा भर अपनी बुआ की बुर उह्ह्ह्ह
वही बगल मे राज भी रज्जो को एक बार फिर घोड़ी बनाए हुए करारे झटके दे रहा था और अनुज शिला की बातें उसे भी चरम पर ले आई थी और दोनो भाई एक साथ रज्जो और शीला की चूत में अपने अपने फब्बवारे छोड़ दिए
शिला और रज्जो देर तक उनके झटको से निकलती गर्म पिचकारी की धार चूत की दीवारों में महसूस करती रही और दोनो थक कर उनके ऊपर ही रह गए

मगर जोश कहा किसी का ठंडा होने वाला था और अनुज ने शिला की गाड़ चाटते हुए एक बार फिर से नए राउंड की पहल कर दी थी
तो वही रज्जो अपनी चूत से निकले राज के लंड को मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दी ।


अमन के घर

फोन की घंटी मुरारी को बेचैन कर चुकी थी और रंगी से इजाजत लेकर गेस्ट रूम से बाहर आ कर हाल में आया तो जीने के पास अमन बेचैन खड़ा हुआ था
मुरारी - क्या हुआ बेटा
अमन - पापा !! वो ....
मुरारी - हा बोल ना बेटा ,क्या बात है ?
अमन थोड़ा झिझक कर मुस्कुराता शर्माता - वो में ऊपर बोर हो रहा था तो सोचा आपसे बात करू , आप बिजी तो नही ।

मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि अमन की बेचैनी का कारन क्या हो सकता है और वो मुस्कुराते हुए - अच्छा ठीक है चल गोदाम में चलते है
अमन - आपके कमरे में चलते है ना
मुरारी - अरे वहा तेरी मां और वो तेरी सास होगी

अमन - नही पापा वो बाहर मौसम सुहाना हुआ है बारिश वाला तो मम्मी , उनको लेकर ऊपर ही गई है

मुरारी - अच्छा ,फिर ठीक है चल
दोनो बाप बेटे कमरे में दाखिल होते है और हल्का सा दरवाजे भिडका देते है ताकि अगर गलियारे से कोई बाथरूम की ओर कोई जाए तो भी दरवाजे की आड़ में सोफे पर बैठे हुए वो दोनो किसी को ना दिखे ।

मुरारी - हा बोल बेटा
अमन थोड़ा शर्माता हुआ - पापा क्या हुआ कल , मम्मी ने पहना था वो कपड़ा

मुरारी अमन के जज्बात बखूबी समझ रहा था और मुस्कुरा कर - हा बेटा और सच कहूं तो पिछली बार वो मजा नही आया था जो इस बार आया ।

अमन - क्यू ? ऐसा क्या हुआ इस बार ?
मुरारी अपने पजामे में अंगड़ाई लेते लंड को मिजता हुआ - अरे तब के समय में और अब के समय में तेरी मां का बदन दुगना से ज्यादा गदराया हुआ है , उसके चूतड को 3 गुना ज्यादा बड़े दिखते है अब और कल रात वो कच्छी में उसकी बड़ी सी गाड़ ने मुझे पागल कर दिया , अगर तू देखा होता तो तू भी अपनी मां पर लट्टू हो जाता

अमन का लंड एकदम से अपनी मां को उस रूप में देखने के लिए फड़फड़ा उठा - और फिर

मुरारी - बेटा तूने जो वो ब्रा ऑर्डर की थी वो तो आगे से एकदम आरपार दिखने वाली थी , उसमे से झांकती तेरी मां की मोटी मोटी चूचियां उम्मम्म कितनी रसीली लग रही थी अअह्ह्ह्हह तू देखता तो तुझे फिर से मन करता कि उसकी गोदी में लेट कर उसका दूध पी जाऊं

अमन अपना लंड अपने बाप के सामने मिजते हुए उसकी और निहार कर - पापा दिखाओ ना मम्मी को प्लीज
मुरारी अमन की आंखों में अपनी के लिए दीवानगी साफ साफ देख रहे था , उसका हाथ कैसे अपनी मां के गदराए जिस्म के बारे में सोच कर अपना लंड मसल रहा है और वो मुस्कुराता हुआ अपने जेब से मोबाइल निकाल कर गैलरी ओपन कर अमन के हाथ में मोबाइल दे देता है

20240922-150326

अमन कई सारे सेक्सी तस्वीरों मे से अपना एक तस्वीर ओपन करता है जिसमे उसकी मां सर पर चुन्नी लिए हाथ फैला कर आईने के आगे खड़ी थी और उस जालीदार चुन्नी के नीचे उसके फैले हुए चूतड की दरारों को उसके बालो के परांदे ने धक रखा था , सामने आईने में ब्रा से बिलकुल वैसी ही उसकी रसीली छातियां झलक रही थी जैसा उसके पापा अभी बता रहे थे , अपनी मां का कौमार्य रूप देख कर अमन का दिल जोरो से धड़क रहा था उसका दूसरा हाथ अपने सुपाड़े को मसल रहा था

तभी अमन ने एक वीडियो पले कर दी जिसमे उसकी मां ने घूम और अदाये दिखा कर बड़े ही सेक्सी सेक्सी पोज दिए थे और उसके पूरे बदन की नुमाइश थी उसमे - उह्ह्ह्ह गॉड कितनी सेक्सी लग रही है मम्मी

मुरारी अपने बेटे से उसके मां के लिए सेक्सी शब्द सुनकर भीतर से सिहर उठा और अपना मूसल मसलने लगा ।
अमन - पापा ये सब मैं अपने मोबाइल में लेलू प्लीज
मुरारी अमन के जजबात समझ रहा था और मुस्कुरा कर हा में सर हिला दिया और अमन ने फटाफट अपने व्हाट्सएप पर सारी तस्वीर लेली और मुरारी को मोबाइल दे दी

मुरारी मोबाइल बंद कर जेब में रखता है कि फिर से उसका mobile वाइब्रेट होता है और मोबाइल स्क्रीन पर अमन कुछ फोटो भेजे थे उसके नोटिफिकेशन देख कर - तूने क्या भेजा है बेटा

अमन इसपे मुस्कुरा कर थोड़ा शर्माता हुआ - खोल के देखो ना , वो कल रात मुझे आपकी बातें याद आ रही थी तो मैंने

इधर अमन की बातें पूरी नहीं हुई थी मुरारी चौक कर बोल पड़ा - अरे ये तो बहु है
अमन मुस्कुरा कर - जी पापा , मैने सोचा क्यों न उसको शादी में दिए हुए आपके गहने पहना कर तैयार करू जैसा आप मम्मी को करवाते हो । कैसी लग रही है आपकी बहू पापा ?

GXAqdi-W4-AAyp-G2
सामने मोबाइल में अपनी नई नवेली बहु की नंगी सिर्फ सोने के गहनों में सजी हुई उसपे से माथे पर एक लाल चुन्नी लिए खड़ी हुई देख कर मुरारी का लंड बेकाबू हो गया , उसकी नजर अपनी बहु के जिस्म से हट ही नहीं रही थी , रानी हार जो उसने खास तौर पर अपनी बहु के लिए पसंद किया था वो आज उसके दोनो मोटे मोटे चुचियों के बीच लटकता पा रहा था उसके गुलाबी निप्पल और फिर हल्के फुल्के बालों वाली गुलाबी चूत को ढकती सोने की करधन ने तो कयामत ही कर रखा था , मुरारी को उम्मीद नहीं थी कि अमन उसके लिए ऐसा तोहफा लाएगा ।

अमन अपने पापा को चोरी छिपे अपने कुर्ते के नीचे से सोनल को एक तक निहार कर अपना लंड मुठिया रहा था - बोलो ना पापा कैसी लग रही है आपकी बहू ?

मुरारी को अमन के सवाल से जोश भी आ रहा था तो भीतर डर भी था वो यूं खुल कर अमन के सामने अपने जज्बात नही रख सकता - अअह्ह्ह्ह बेटा क्या कहूं, ऐसा लग रहा है कि सालों पहले तेरी मां को निहार रहा हु

मुरारी फिर से व्हाट्सएप खोलता हुआ - रुक तुझे भी कुछ भेजता हु वो भी देख
अमन कामुकता भरी जिज्ञासा से - क्या पापा ?
मुरारी ने धड़ाधड़ एक के बार एक कुछ दूसरी तस्वीर भेजी और अमन ने जैसे ही मोबाइल में ओपन किया

20240922-150256

तो अमन उसकी मां पूरी नंगी होकर बेड पर लेटी हुई थी उसकी मोटी मोटी चूचियां और मोटे जामुन जीतने बड़े बड़े भूरे निप्पल देख कर अमन के मन में मन पानी आ गया - उह्ह्ह्ह गॉड पापा , मम्मी के दूध कितने बड़े बड़े है

मुरारी का ध्यान तो सिर्फ सोनल के गुलाबी चुचियों पर था - है ना , बहुत मजा आता है बेटा तेरी मां के ऊपर चढ़ कर उसके दूध पीने का
अमन - हा पापा मेरा भी मन कर रहा है कि मां के ऊपर लेट कर उनके दूध पियू, मां के निप्पल कितने मोटे है और सेक्सी भी

मुरारी अपने बेटे से उसकी मां के चुचियों की तारीफ सुनकर अब पूरे जोश में उसके आगे अपना लंड मसल रहा था और अमन भी बिना डरे अपने पापा के आगे अपना लंड मिज रहा था - अह्ह्ह्ह्ह पापा , आपको सोनल के निप्पल कैसे लग रहे है
मुरारी मोबाइल में सोनल की रसदार गुलाबी निप्पल को देखकर जोश ने - अअह्ह्ह्हह बेटा बहु के निप्पल तो बिलकुल तेरी के जैसे है , जब वो व्याह के आई थी , ऐसी ही कोरी कोरी मगर हल्की भूरी, मैं उन्हें खूब मिजता और चूसता था । तेरी मां को वो खूब भाता था और तूने बचपन में अपनी मां का दूध 5 साल तक पिया है इसीलिए उसके निप्पल इतने मोटे है

अमन भरे जोश में अपनी की नंगी चूचियां और मोती मोटी काली घुंडीया निहार कर आहे भरता हुआ अगली तस्वीरे देखता है - पापा मुझे फिर से मम्मी का दूध पीना है अह्ह्ह्ह कितना सेक्सी है ओह्ह्हज गॉड पापा ये भी है उफ्फफ्फ कितनी बड़ी गाड़ है मम्मी की

IMG-20221208-072604
मुरारी - हा बेटा रोज उसी गाड़ पर झड़ता हूं मैं और तेरी मां को भी अपनी गाड़ पर मेरा पानी लेना बहुत पसंद है

मुरारि भी अगली तस्विरे देखता है जिस्मे सोनल के लम्बी बालो की चोटी उसके गाड़ के दरारो तक जा रही थी

GU5v-Js-GW0-AAAfz6
मुरारि - ओझ्ह्ह बहु के चूतड भी कम बड़े नही है बेटा अह्ह्ह्ह इतनी लंबी चोटी पहले तेरी मां की भी थी जो ऐसे ही उसके गाड़ के दरारों को ढक लेती थी

अमन - सीईईईईईआई पापा एक बात पूछूं
मुरारी अपना लंड हिलाते हुए अपनी बहु के एक वीडियो में हिलते चूतड निहार रहा था - हा बोल ना बेटा अअह्ह्ह्ह्ह क्या पूछना है
अमन - पापा आपने कभी मम्मी की गाड़ मारी है , कभी उसके बड़े बड़े चूतड के दरारों में अपना लंड डाल कर घिसा है , मैं सोनल को लिटा कर उसके मोटे मोटे गाड़ के दरारों में लंड घिसता हु और कल रात को

मुरारी अपनी बहु के बारे में सोच कर - क्याह्ह बेटा क्या हुआ कल रात को ?
अमन आंखे बंद कर जोरो से लंड को लोअर के ऊपर से से हिलाता हुआ - कल रात को उसके गाड़ के दरारों में ही झड़ गया था , पूरा रस उसके चूत के फाकों में भर गया था

मुरारी अमन की बातें आंखे बंद कर अपनी कल्पना में बहु के गाड़ की दरारों में झड़ता हुआ अमन को महसूस कर रहा था देख रहा था कैसे उसके गाड़ से उसकी चूत तक अमन का गाढ़ा मलाईदार रस बहु के गुलाबी फाकों को और गुलाबी किए जा रहा था ।

अमन - पापा मैं बाथरूम जा रहा हु
मुरारी उसको पकड़ कर बिठाते हुए - अब मुझसे क्या शर्मा रहा है , मैं नही जानता क्या करेगा वहा जाकर

अमन मुस्कुराने लगा - तो क्या आपके सामने
मुरारी झटके से अपना तनमनाया लंड बाहर निकाल जिसका सुपाड़ा खूब लाल हुआ पडा था मसलने से - अरे तू भी निकाल भाई

और अमन ने भी अपना हथियार निकाला , जो सीधे मुरारी का स्वा गुना दिख रहा था था जिसे देख कर मुरारी का हलक सूखने लगा और अगले ही पल अभिमान से भरता हुआ - बाप शेर तो बेटा स्वा शेर हा हां

अमन अपना लंड सहलाता हुआ - पापा एक बात और पुछु
मुरारी सोफे पर फैलता हुआ अपना मूसल मसलने लगा- हा बेटा पूछ ना
अमन भी उसकी देखा देखी वैसे ही पोजिशन में आ गया - पापा आपको मम्मी की गाड़ चाटने का मन नाही करता ,उसकी चूत के फांके चुबलाने का मन नाही करता

मुरारी - क्यू तू बहु की चूत और गाड़ चाटता है क्या
अमन आंखे बंद कर अपना लंड हिलाता हुआ - पापा , उसकी गाड़ का गुलाबी छेद देखोगे तो आप भी खुद को रोक नहीं पाओगे जैसे मैं नहीं रोक पाता खुद को

मुरारी आंखे बन्द कर अपनी बहु के गाड़ के गहरे दरारों में उसके गुलाबी सुराख की कल्पना कर - क्या सच में बेटा , बहु की गाड़ का सुराख गुलाबी है
अमन - हा पापा और उसके बुर के फांके भी एकदम सुर्ख गुलाबी , जीभ चलाओ तो पूरी लाल होने लगती है

मुरारी अपना लंड मसलता हुआ - अह्ह्ह्ह्ह सच में ऐसी चूत को कौन नहीं चाटेगा बेटा , मुझे मिले तो मैं खा जाऊं , तू क्या करेगा बेटा अगर तुझे तेरी मां की नंगी गाड़ मिल जाए

अमन सिसकियां लेटा हुआ - अअह्ह्ह्ह पापा मुझे मां की गाड़ मिल जाए तो मैं उन्हें अपने मुंह पर घंटो बैठने को कहूंगा और खूब जीभ लगा लगा कर उनकी गाड़ और चूत चाटूंगा , ताकि वो जब झड़े तो सारा रस मेरे मुंह में आए

मुरारी अपने बेटे की बातें सुनकर वो पल सोचने लगा जब ममता अमन के मुंह पर अपनी गाड़ रख देगी और अमन उसकी गाड़ चाटेगा , मुरारी अब तक एकदम चरम पर आ गया था
अमन - पापा आप क्या करोगे अगर सोनल की नंगी चूत मिल जाए आपको तो आप क्या करोगे

मुरारी अपनी कल्पना में अपने आगे अपनी बहु को नंगी अपनी चूत खोले देखता है जो अपनी जांघें फैलाये उसे अपनी ओर बुला रही होती है और मुरारी उस कल्पना में उसकी गुलाबी बहती चूत में अपना टोपा फसा रहा था - अह्ह्ह्ह्ह बेटा मुझ बहु की चूत मिल जाए तो मैं उसे चोद दूंगा , उसकी गुलाब सी पंखुड़ियों को रौदता हुआ अपना लंड उसके बुर के जड़ो में उतार दूंगा

सोनल की चूत में अपने पापा का मोटा लंड घुसाने का सोच कर ही अमन पूरे जोश में आ गया - हा पापा चोद लेना भर देना अपनी बहु की गुलाबी चूत को उह्ह्ह्ह आपकी बहु बहुत चुदक्कड़ है खूब लंड लेती है मेरा

मुरारी - क्या सच में बेटा
अमन - हा पापा आपकी बहू को चुदाई करना बहुत पसंद है , वो तो मेरे लंड की दीवानी है , इसे खूब चूसती है खुद बुर में घुसती है

मुरारी - अअह्ह्ह्हह बेटा तेरा फौलादी लंड अगर तेरी मां देख ले तो वो भी दीवानी हो जाएगी , उसकी लंबी फाकों वाली बड़ी चूत के लिए तेरा लंड तो एकदम फिट है , पूरा घुस जायेगा उसके भोसड़े में

अमन तेजी से अपना लंड हिलाने लगा - हा पापा , मुझे भी मम्मी की गर्म चूत में घुसना है और उसके ऊपर चढ़ कर उसको चोदते हुए उसके मोटे मोटे दूध पीना है

मुरारी - हा बेटा पेल लेना तू भी अपनी मां को और पेल पेल एक उसकी गाड़ पर झड़ना , बोल झड़ेगा न अपनी मां की बड़ी सी गाड़ पर उम्मम्म

अमन - हा पापा झडूंगा अअह्ह्ह्हह ममीइइई की गाड़ को भर दूंगा मैं अअह्ह्ह्ह्ह आप कहा झड़ोगे सोनल को चोद कर

मुरारी तेजी से अपना लंड मुठियाता हुआ - बेटा मैं तो मेरी लाडली बहु के गुलाबी चुचियों पर अपना रस गिराऊंगा जिससे वो और भी गुलाबी हो जाएंगी अह्ह्ह्ह्ह

अमन - ओह पापा अअह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी मम्मी अह्ह्ह्ह्ह आपकी गाड़ मुझे बहुत पसंद है देखो ना पापा मैं मम्मी की गाड़ पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्हह ममीई उह्ह्ह्ह
और अमन की पिचकारी छुट गई , वही मुरारी भी तेज सिसकियां लेता हुआ झड़ने लगा - अअह्ह्ह्ह बेटा मैं भी बहु के चुचियों पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा भी अह्ह्ह्ह्ह बहु तेरे चूचे उम्मम्म अअह्ह्ह्ह

जल्द ही दोनो बाप बेटे ने आखिरी बूंद तक बहु और मां के नाम पर निचोड़ दी और सुस्त होकर सोफे पर फेल गए

वही उपर पीछे की बालकिनी में ममता रागिनी को लेकर पहुंची थी ।

रागिनी - हम्म् तो ये है आपकी वो खास जगह

ममता रेलिंग पर आगे झुकती हुई - जी , मुझे मेरे घर का ये हिस्सा बहुत पसंद है और खास कर जब रात का समय या फिर ऐसा सुहाना मौसम हो , यह मुझे बहुत अच्छा लगता है

रागिनी ने ममता के उभरे हुए कूल्हे सहलाती हुई उसके करीब खड़ी होकर - तो क्या कभी इस खास जगह पर खास माहौल बनाया है

ममता - मतलब
रागिनी हस्ती हुई - अब इतनी भी भोली न बनो बहना , इतनी स्पेशल जगह पर समधी जी ने यह चादर न बिछाई हो , ऐसे कैसे हो सकता है हिहिहिही

ममता लजाती हुई - धत्त आपके दिमाग में वही सब चलता है क्या हिहिहिही
रागिनी - अरे शरमाओ मत , बताओ ना मैं सब कुछ सिक्रेट रखूंगी पक्का

ममता - नही अभी तक तो नही ,क्योंकि उनका खूंटा बंद कमरे में ही खड़ा होता है हिहिहिही

रागिनी हस्ती हुई - अरे जब खूंटा खड़ा हो और धीरे से नंगे ही कमरे से बाहर निकल जाओ और सीढ़िया चढ़ कर यहां, देखो कैसे लार टपकाते हुए आते है हिहिही

ममता - हा जैसे घर में कोई रहेगा नही , किसी ने देख लिया तो

रागिनी - अरे मेरी बहना इतना डरोगी तो लाइफ के मजे कैसे लोगी हिहिहिही, थोड़ा हिम्मत दिखाओ
एक बात बताऊं

ममता जिज्ञासु होकर उसकी ओर देखा

रागिनी - कभी कभी जब आपके समधी जी नही होते है तो मैं अपने कमरे में ही सारे कपड़े उतार कर नंगी होकर ऊपर चली जाती हु और खुली छत पर अंधेरी रात में पीछे की ओर खेतो में देखना मुझे अच्छा लगता है

ममता - क्या सच में और बच्चे ?
रागिनी - वो सब अपने अपने कमरे में सो रहे होते है , लेकिन मजा बहुत आता है हल्की सर्द हवाएं जब जिस्म को छूती है और तब तो आपके समधी जी याद और भी आती है । मन करता है ऐसे मौसम में उनकी बांहों की गरमाहट मिल जाए तो मजा दुगना हो जाएं

ममता मानो रागिनी के उस ख्वाब में खो सी गई और इधर तेज हवा चलने लगी
वही नीचे से मदन वापस आ चुका था तेज आंधियों के कारण सब कुछ उड़ रहा था , धूल कचरा भूसा पन्नी सब
वो अपनी गाड़ी लगा कर जल्दी जल्दी मेन गेट का दरवाजा लगा रहा था , और उसकी नजर अनाज के गोदाम के खुले दरवाजे पर गई वो भागता हुआ गोदाम का दरवाजा खींच कर बाहर से बंद करके चटकनी लगाना चाहता था मगर हवा के तेज झोंखे उसे ऐसा करने से रोक हुए था , तभी ऊपर टेरिस की चारदीवारी से पैरासूट की तरह खुल कर एक ब्रा हवाओं में उड़ती हुई जमीन पर गई और धूल में घिसटती हुई मदन के पाव के पास रूक गई
पैर के पास नई ब्रा देख कर मदन ने आधी खुली आंखों से फौरन ऊपर देखा कि कही ऊपर से तो नही गिरा ना और उसका अंदाजा सही निकला , जब उसने चारदीवारी से झांकती सोनल को देखा ।
सोनल मारे लिहाज के झट से पीछे हो गई और मदन समझ गया कि उसकी बहु कपड़े उतारने गई होगी और आंधी में उड़ कर बेचारी की ब्रा यहां उसके पास चली आई , तभी तेज तड़तडाहट के साथ बारिश होने लगी । मदन ने जैसे तैसे करके गोदाम बंद किया आगे अपने बहु की ब्रा को मोड़ कर कुर्ते के जेब में रखता हुआ जल्दी से घर आ गया
हाल में देखा कि वहा कोई नही है ,मदन को एक पल को लगा कि शायद सब चले गए । उसे जोरो की पेशाब लगी थी और बारिश में हल्का हल्का भीगने से प्रेसर भी जोर था मगर जेब रखी बहु की ब्रा लेकर बाथरूम में जाना उसे अनुचित लग रहा था मगर बहु को उसकी ब्रा लौटाना भी कम बोझ का काम नही था । ना ही वो अमन को इसमे शामिल करना चाहता था और अपनी भाभी या संगीता से कह कर भेजवाता तो पक्का उसका मजाक बनाती
इसीलिए वो बड़े झिझक में खुद ही ऊपर पहुंचा और सोनल के कमरे का दरवाजा खटखटाया
सामने सोनल आई और मदन ने बिना उसकी ओर देखे ही ब्रा उसकी ओर बढ़ा दी - बहु ये तुम्हारा कपड़ा नीचे गिर गया था , लो।
अगले ही पल मदन उसको देकर जैसे ही घूम कर अपना पल्ला झाड़ कर निकलने का सोचा ही था कि पीछे से सोनल ने टोका - चाचा जी ये मेरा नही है ,इतना बड़ा मैं नही पहनती । ये जरूर मम्मी जी का होगा

मदन भीतर से फिर से उलझ सा गया उसको पहले से ही अपनी बहु के आगे आने में हिचक हो रही थी , जबसे उसने शादी के बाद की अगली सुबह सोनल का खुला जोबन देखा था और अब ये ब्रा का ड्रामा

मदन का दिमाग नही चल रहा था और वो घूम कर सोनल के हाथ से ब्रा लेकर वापस जाते हुए बोला - ठीक है मैं भाभी को दे देता हु फिर

इधर सोनल ने झट से दरवाजा लगा दिया और वही मदन एक फिर अपने फैसले के लिए भीतर से खुद को गालियां देने लगा कि क्यू उसने बहु से ये लफ्ज़ कहे । बहु क्या सोचेगी कि मैं बहुत आसानी से उसकी सास को ब्रा देने जाऊंगा ।

मदन पैर पटकता हुआ नीचे आया और उसने हाल में से ही अटकलें लगाने शुरू कर दिए कि कमरे में कोई है तो नही । उसपे से पेशाब का प्रेसर और भी था ।
आखिर उसने तय किया कि एक बार वो गलियारे से भीतर ममता के कमरे में झांकता हुआ निकलेगा अगर कोई नही हुआ तो वापस लौटते समय वो ममता के कमरे में ब्रा फेंक कर आ जाएगा

मदन के लिए सब कुछ उसकी योजना के मुताबिक था , वो गलियारे से होकर बाथरूम की ओर बढ़ रहा था वो ठीक वही समय था जब दोनो बाप बेटे एक साथ मुठ्ठी मार कर झड़ कर सुस्ता रहे थे और कमरे का दरवाजा ऐसे भीडका हुआ था कि गलियारे से गुजरने वाले को यही दिखेगा कि कमरे में कोई नही है ।
मदन को भी वही भ्रम हुआ उसे जाते वक्त यही लगा कि कमरे में कोई नही है और सब कुछ एकदम शांत था , मदन जल्दी से बाथरूम में फ्रेश हुआ और हाथ धूल कर वापस आ रहा था तो उसको उसका रूमाल नही मिल रहा था , उसे यकीनन अंदाजा हुआ जरूर ऊपर बहु के कमरे पास ब्रा निकालते हुए गिरा होगा ।
उसने गीले हाथो से ही ममता की ब्रा को जेब से निकाला और आधे खुले दरवाजे से भीतर बिस्तर की ओर उसे झटक दिया और तेज कदमों से आगे बढ़ा
दरवाजे से उड़ती हुई ब्रा बिस्तर के पावे से टकरा कर जमीन पर गिरी और दोनो बाप बेटे हडबडा कर अपना कपड़ा सही करते हुए उठ खड़े हुए मुरारी ने लपक कर वो ब्रा उठाई और तेजी से दरवाजा खोल कर गलियारे से हाल में झांका तो देखा मदन हाल के सोफे पर बैठ कर सुस्ताते हुए स्टैंड फैन की हवा खा रहा है ।
मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि ये हरकत किसकी है और वो गुस्से से लाल हो गया ।

अमन - क्या हुआ पापा कौन था ।
मुरारी - और कौन होगा , तेरा चाचा था ।

अमन को अपने पापा के चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा था उसने अपने बाप को बोतल से पानी दिया और शांत होकर - क्या बात है पापा आप नाराज क्यों हो गए

मुरारी - तुझे एक राज की बात बताता हु सुन
फिर मुरारी ने अमन को संगीता और मुरारी के बीच की बातें बताई - क्या सच में बुआ और चाचा आपस में ।

मुरारी - और उसका ठरक रुकने वाला नही है , अब देख तेरी मां की ब्रा लेकर न जाने बाथरूम में क्या क्या नाश किया होगा कमीने ने हुह्ह

अमन हंसता हुआ - अब जब उनकी शादी नही करवाई आपने तो ये सब होना ही था ना , कबतक कोई खुद को रोक पाएगा पापा और फिर मां की मटकती गाड़ और बड़े बड़े चूचे किसी को भी आकर्षित कर देंगे ।

मुरारी - अरे जिससे वो शादी करना चाहता था उसके बाप ने उस लड़की की शादी कही और कर दी , तो इसने जीवन भर कुंवारा रहने का फैसला कर लिया

अमन - और वो लड़की ,मतलब चाचा की गर्लफ्रेएंड उसने खुशी खुशी कर ली शादी ?

मुरारी - नही बेटा , बाप की मजबूरी बेटियां ही समझती है उसने मजबूरी में शादी कर तो ली मगर कुछ साल पहले उसका पति एक बस दुर्घटना में चल बसा ।

अमन - आपको कैसे पता
मुरारी - कुछ महीने पहले बड़े शहर में एक बार उससे मिलना हुआ था और उसने सारी कहानी बताई , दुख की बात है कि उसकी कोई औलाद भी नही है और वंश आगे न बढ़ाने उसपे से पति के मरने का दोष देकर बेचारी के ससुराल वालो ने ही उसे घर से बेघर कर दिया है

अमन - और चाचा को इस बारे में पता है
मुरारी - नही , उसने मना किया था कि वो इनसब का जिक्र मदन से ना करे ।
अमन - पापा आपको नही लगता कि अब चाचा को उनका प्यार लौटा देना चाहिए, इन दोनो की शादी करा देना चाहिए और उससे उनकी प्रेमिका का भी दुख दूर हो जाएगा । शायद इससे चाचा की हरकते भी सुधर जाए ।

अमन की बातें सुनकर कर मुरारी - हा बेटा मैं भी उसकी शादी के लिए सोच रहा था और तेरी मां ने संगीता की छोटी ननद का प्रस्ताव भी रखा था मगर तेरी शादी के उलझन में मैने इसपे ध्यान नहीं दिया ।

अमन - तो पापा आंटी जी को खोज निकालो और हमसब चाचू को शादी के लिए मना लेंगे

मुरारी हंसता हुआ - तूने तो मेरी सारी उलझन ही सुलझा दी, अब जबतक तू हनीमून से वापस आएगा मैं तेरी चाची खोज निकालूंगा ।

अमन - ठीक है पापा , वैसे आपको अजीब नही लग रहा है हनीमून पर साली को ले जाना हिहिहिही

मुरारी - अरे तेरी किस्मत बुलंद है कि निशा जैसी मस्त खूबसूरत साली मिली है , मौका मिले तो उसके साथ भी हिहिहिही

अमन हंसता हुआ - पापा आप भी कम नहीं हो , वैसे एक बात पूछूं, क्या आपने कभी मां के अलावा किसी के साथ ?

मुरारी उसके गाल खींचता हुआ - सारी बातें आज ही उगलवा लेगा उम्मम्म, जा अब अपने हनीमून की तैयारी कर और वापस आकर सारे किस्से सुनूंगा तुझे

अमन - क्यों नहीं पापा हिहिहिही थैंक यू
मुरारी - थैंक यू किसलिए भाई ?
अमन - मेरी दोस्ती एक्सेप्ट करने के लिए
मुरारी हंसता हुआ उसके कंधे पर हाथ रख कर अपनी ओर खींच लेता है ।

जल्द ही शाम ढलती है और फिर रात के खाने के बाद ममता रागिनी को लेकर अपने कमरे में सोने चली जाती है देर रात तक उनकी मस्तियां हसीं ठिठौली चलती है
वही मुरारी रंगी के साथ गेस्ट रूम में सो जाता , घर में रोज के जैसे ही मौहौल होता है । अमन आज दुगने जोश से सोनल की चुदाई करता है और वो भी सो जाता है ।
एक ओर जहां अनुज राज मिल कर पूरी रात शिला और रज्जो की छेद बदल बदल कर ठुकाई करते है तो दूसरी ओर राहुल एक घर में राहुल और अरुण ने दिन में चुदाई का कोटा पूरा कर सो चुके थे मगर जांगीलाल के कमरे की बत्ती देर रात तक जलती रही ।
आज की रात बदलाव की रात थी एक दूसरे से राज साझा करने की रात थी । अपने पति के प्यार के आगे शालिनी ने बड़े लाज ने निशा के सामने ही कमलनाथ से चुदने वाली बात स्वीकार कर ली तो बदले में जांगीलाल ने भी ईमानदारी दिखा कर रज्जो को चोदने का मामला साझा कर दिया ।निशा ने भी उसकी और राहुल की मिस्ट्री की सारी हिस्ट्री खोल कर अपने मम्मी पापा के आगे रख दी ।
फिर दो राउंड धमाकेदार चुदाई हुई और तीनो बाप बेटी मां एक फैमिली गैंगबेंग वाली चुदाई का सपना देखते हुए सो गए ।



अगली सुबह ......

अगली सुबह विदाई दुखद समाचार के साथ कुछ नए सफर का आगाज भी लिए खड़ी थी ।
मुरारी के यहां से रंगी और ममता ने विदाई ली और घर चले गए । उनके जाने के बाद संगीता और दुलारी भी उसी रोज अपने अपने घर के लिए निकल गए ।
इधर राज के घर से रज्जो शिला और अरुण की विदाई थी , रागिनी ने भी आंसू बहा कर सबको विदा किया ।
रज्जो शिला के साथ एक नए रोमांचक सफर के लिए निकल चुकी थी ।
राहुल के घर आज से चुदाई का एक नया अध्याय शुरू होने वाला था ।
तो वही शादी की जिम्मेदारियों मुफ्त होकर रंगी ने भी कुछ रोज की छुट्टी की इच्छा जाहिर की और कुछ रोज बाद इधर जब अमन सोनल और निशा के साथ हनीमून के निकला तो रंगी भी उसके बाद ही अपने ससुर से किया वादा पूरा करने के लिए दुकान की सारी जिम्मेदारी राज को सौप दी और खुद ससुराल निकल गया घुमने के लिए।

अनुज के बोर्ड होने वाले थे तो उस की पढ़ाई जरूरी थी ,मगर अब वो पहले वाला अनुज नही था । सोनल की शादी में अनुज बदल सा गया था अगले रोज से अनुज का कॉलेज का सफर भी शुरू हो गया था ।
वही मुरारी भी अपने बेटे से किया वादा निभाते हुए अपने भाई की प्रेमिका की तलाश में जुट गया ।


अब आगे ना जाने किसको कैसे अनुभव होने वाले थे मगर ये तय है कि आने वाला हर सफर हर एक रास्ता सबको नए सुहाने कामुक सपने जरुर दिखाएगा , कुछ हकीकत भी होंगी तो कुछ फसाने भी होंगे ।
मगर आपके लिए एंटरटेनमेंट ही एंटरटेनमेंट रहेगा इस कहानी में ।



सपना या हकीकत
अध्याय : 01

समाप्त
Super Update Bhai ❤️ ❤️ ❤️ ❤️ ❤️ ❤️ ❤️ ❤️ ❤️ Awesome ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️💝❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ Foursome ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️💝❤️💝💝❤️❤️💝💝💝❤️💝💝❤️❤️😍❤️💝💝❤️❤️💝💝 Keep It Up Waiting For Next Chapter 2
 

ajaydas241

New Member
55
136
33
UPDATE 220

राहुल के घर

बाथरूम का शावर चालू था और अरुण अपनी मामी की गदराई मुलायम जांघों में बीच चूत के फाकों में अपना लंड रगड़ता हुआ पानी में भीग रहा था ।
शालिनी को अरुण से चिपक भीगना बहुत कामोतेजक किए जा रहा था , उसकी चूत के दानों को मसलता अरुण का टोपा पीछे उसके गाड़ की सकरी कसी दरारों को भी फैला रहा था और अरुण सटासट उसकी जांघो में लंड घुसेड़ रहा था ।

11410469


शालिनी ने लपक कर उसके चेहरे को थाम कर उसके कोरे लिप्स अपने लिप्स से जोड़ कर चूसना शुरू कर दिया और अरुण अपनी मामी के मुलायम होठों का स्पर्श पाकर उसको और अपने करीब खींच लिया और उसके दोनो पंजे अब शालिनी की भीगती गाड़ को मसलते हुए फैलाने लगे ,

20230811-133220
अरुण के होठों पर पड़ता शालिनी के रसीले होंठों का जोर वो उसकी फाड़ फैला कर अपना टोपा उसकी चूत में चुभो कर ले रहा था - उह्ह्ह्ह मामीईईई उम्मम क्या मस्त कसी गाड़ है तुम्हारी उह्ह्ह
शालिनी ने अब अरुण का मोटा मूसल थाम लिया और उसकी चमड़ी आगे पीछे करने लगी - आआह्हह मेरे राजा तुम्हारे इस तगड़े हथियार के आगे तो मैं कुछ भी नही ओहह। अभी भी कितना कसा है उम्म्म क्या खाता है रे तुहह उम्म। जी कर रहा है खा जाऊं इसे उह्ह्ह्

अरुण शालिनी को अलग करता हुआ उसे नीचे सरकता हुआ

लोह्ह चूस लो मेरी सेक्सी मामी आआह्ह्हह ओहह्ह्ह और उम्म्म् ऐसे ही आआआह्हह मजा आ रहा है क्या मस्त चूस रही हो मामी

शालिनी घुटनों के बल होकर अरुण का मोटा लाल सुपाड़ा मुंह में लेके चुबला रही थी और ऊपर से पानी का शावर की धार उसके नंगे कमर और चूतड पर जा रही थी जिससे अरुण की कामुकता और बढ़ती जा रही थी

19439423
वो शालिनी का सर पकड़ कर उसके मुंह में ही पेलने लगा - ओह बहिंचोद रंडी आआह्ह्ह्ह उम्मम् फक्क येस्स्स उह्ह्ह्ह्ह और लेह मेरी सेक्सी चुदक्कड़ मामी आआह्ह्ह मजा a रहा है तुम्हारे मुंह में घुसा कर और लो मेरी जान

अरुण लगातार शालिनी के मुंह में लंड घुसा कर गले तक उतार रहा था और जोर जोर से चिंघाड़ रहा था , अगले ही पल शालिनी ने मुंह से लंड निकाला और जोर जोर से गहरी सास लेते हुई हाफने लगी । फिर से उसका मूसल चूमती चूसती हुई - उह्ह्ह्ह्ह लल्ला घुसा दे उम्म्म्म जल्दी अब और नहीं रहा जाता

अरुण भी सरक कर नीचे हो गया यार उसको अपने ऊपर खींच कर - किसमे लेगी मेरी सेक्सी चुदक्कड़ बोल ना उम्मम्म
अरुण उसके चूचे मुंह में भर कर नोच रहा था और शालिनी ने नीचे हाथ ले जा कर उसका लंड अपनी गाड़ के सुराख पर लगा कर कचकचा कर बैठ गई और देखते ही देखते अरुण का सुपाड़ा उसकी कसी हुई गाड़ की सुराख में फस गया - उह्ह्ह्ह्हह मामीईई उम्म्म बहुत टाइट है आआआह्ह्ह

शालिनी खुद से उसका लंड अपनी गाड़ में भीतर लेती हुई - इसी में तो मजा मेरे राजा आहह और तेरे इस मोटे कड़क लंड को भीतर लेके कर घुसाने में बहुत मजा है आआआह्हह्ह उह्ह्ह्ह् अहह्ह्ह साले आराम से फाड़ देगा क्या अभी भी दर्द गया नही है आह्ह्ह्ह रूक जा हरामी



19640178
अरुण बिना कुछ बोले नीचे से ताबड़तोड़ झटके देना शुरू कर दिया था - क्यू मामी मजा नही आ रहा है अब उह्ह मुझे तो ऐसे ही आपको चिल्लवाने में मजा आता है उह्ह्ह्ह मेरी रंडी अअह्ह्ह्ह साली मादरचोद उह्ह्ह्ह लेह

शालिनी अरुण की तेज रफ्तार के ताबड़तोड़ झटके से सुन्न सी पड़ गई थी मुंह बांधे वो सास रोक अपने गाड़ की सूजन पर रगड़ खाता अरुण के कड़क लंड को महसूस कर रही थी
उसपे से ऊपर से तेज ठंडी पानी की धार शावर से उसके ऊपर गिर रही थी - उम्मम्म उह्ह्ह्ह मजा नही आएगा आह्ह्ह्हह बहुत टाइट है अअह्ह्ह्हह्ह रात भर में कितना बड़ा कर लिया तूने आह्ह्ह्ह्ह कल से ज्यादा कसा है आज अअह्ह्ह लल्ला मुझे ठंड सी लग रही है अब आह्ह्ह निकाल दे मुझे पेशाब आ रहा है हट जा

अरुण मारे जोश में - तो मूत लो ना मामी मेरे ऊपर ही अअह्ह्ह्हह आपकी गरम गरम मूत से मैं भी नहाना चाहता हु अह्ह्ह्ह प्लीज

शालिनी को अजीब लगा मगर जिस तरह से अरुण उसकी आंखो में झाक कर उसे मना रहा था शालिनी खुद को रोक नहीं पाई और उठ कर गाड़ घुमा कर अरुण के ऊपर खड़े होकर मूतने लगी

24732682
शालिनी के चूत से मूत की टोटी सीधा अरुण के लंड पर गिर रही थी , अरुण धार में अपना लंड हिला कर उसे और तपा रहा था - अह्ह्ह्ह्ह मामी बहुत गरम है आपकी मूत उम्मम्म जरा पिलाओ ना

शालिनी चौकी और इससे पहले कि वो अरुण को रोकती मना कर पाती अरुण उसकी टांग उठा कर सीधा उसके बहती बुर में मुंह दे दिया ।

339bf109bb9d5999e49b251008ae1365

चूत से गर्म पानी के छीटें उसके मुंह और देह पर गिरने लगे , अरुण जीभ निकाल कर उसकी चूत के दाने पर चलने लगा , नीचे से शालिनी की मूत निकलती रही आखिरी तक जबतक वो कांपने नही लगी - आह्ह्ह्ह् बेटा मैं गिर जाऊंगी उठ जाआह
अरुण लपक कर उठा और शालिनी को पीछे से जकड़ लिया, उसकी रसदार चूचियां मसलता हुआ अपने लंड की ठोकर उसके बुर के फाकों में और गाड़ की सख्त दरारों में देने लगा - ओहहह मामीईईई क्या मस्त गाड़ है आह फैलाओ न इसे उह्ह्ह्ह

शालिनी आगे झुक कर अपने चूतड पकड़ कर दोनो तरफ से फैलाने लगी जिससे उसकी गाड़ की गुलाबी सुराख दिखने लगी जिस पर उसकी कमर से रिस रही पानी की चमकीली धार उसे और चटक दिखा रही थी
अरुण ने हाथ बढ़ा कर शावर बंद कर दिया और हाथ बढ़ा कर उसके गाड़ के सुराख पर उंगली लगा कर - वाह मामी आपकी गाड़ बहुत लाल हो गई है

शालिनी अरुण के स्पर्श से कसमसाने लगी ,उसकी बुर कुलबुलाने लगी - ओह्ह्ह बेटा उम्मम्म्म कितना अच्छा लग रहा है आह्ह्ह्ह उम्मम्म ओह्ह्ह्ह तेरी तो उंगली भी मोटी है अह्ह्ह्हह आराम से लाला उह्ह्ह्ह अभी भी दर्द है
अरुण मुस्कुरा कर - इसका दर्द कम कर दू मामी
शालिनी - कैसे करेगा कर ?
अगले ही पल अरुण अपनी सुपाड़े का फब्बारा खोल दिया और गर्म छरछराती मूत की मोटी धार सीधे उसके गाड़ के छेद पर गिरने

img-1354

गर्म जलती मूत की धार का स्पर्श पाकर शालिनी उछल पड़ी - अअह्ह्ह्ह ये क्याआह्ह कर रहा है बेटा मुझेह भी मूत से नहलाएगा क्या ?
अरुण अपना लंड का टोपा इधर उधर कर शालिनी की पीठ और उसके चूतड पर धार मारता हुआ - आआह्ह मामी आपको देख कर रहा नही गया अह्ह्ह्ह् कितनी सेक्सी लग रही है आपकी गाड़ मूत से नहा कर मेरे

और अगले ही पल जैसे ही उसका पेशाब रुका उसके आगे बढ़ कर अपना टोपा सीधा उसकी बुर में लगाते हुए पेलना शुरू कर दिया - अह्ह्ह साले हरामी अह्ह्ह्ह्ह बता तो देना था अअह्ह्ह्ह जल रहा है

अरुण उसकी सुजी हुई चूत में लंड खूब हचक के पेलता हुआ - उह्ह्ह्ह्ह मामीई इसी में तो मजा है आआआह्हह्ह्हह क्या कसी बुर है आपकी उम्मम्म् मजा आ रहा है उह्ह्ह्ह निचोड़ लेगी क्या

sex-while-standing-in-the-shower-1
शालिनी - क्यू तूने नही निचोड़ा मुझे उम्मम्म , सुबह से झड़ रही हू अअह्ह्ह्ह और पेल मादरचोद दम नही है क्या ?

अरुण और जोश में उसके कूल्हे थामे करारे झटके लगाती हुई - क्या बोली साली रण्डी फिर से बोल उम्मम्म क्या बोली , बोल ना
शालिनी आंखे उल्टती हुई सिसकियां तेज करती हुई - अअह्ह्ह्ह मैं बोली भड़वे दम नही है क्याआह चोद ना
अरुण लगातार कस कस कर उसकी बुर की जड़ो में लंड उतार रहा था - ये नही इसके पहले वाला

शालिनी - मादर चोदह्हह आह्ह्ह्हह्ह बाल मत खींच अअह्ह्ह्ह
अरुण - हा यही सुनना था , अअह्ह्ह्ह
शालिनी उसके तेज झटके सहती हुई - आह्ह्ह्ह तो तू भी पेलना चाहता है अपनी मां को उम्मम्म उस छिनार कम्मो को अह्ह्ह्ह्हह ये तेरी मां का खुला भोसड़ा नही है साले हो धीरे धीरे पेल रहा है आआह्ह्ह्ह्ह फाड़ ना

शालिनी की बातें अरुण को चरम पर ले आई थी और आखिर से 15- 20 झटको के साथ चीखने लगा - आओ मामी आ रहा है आआआह्ह्ह्हह जल्दी ओह्ह्ह्ह्ह फक्कक्क अअह्ह्ह्हह उह्ह्ह्ह्ह

painted-love-001

शालिनी तेजी से उसके कदमों में पहुंची और अरुण के पिचकारी की तेज मोटी गाढ़ी धार शालिनी के हसीन चेहरे पर गिरने लगी और शालिनी मुंह खोलकर काफी कुछ छींटे गटक कर चटकारे लेने लगी ।


अमन के घर

सोनल के कमरे में सभी भाई बहन हसीं ठिठौली में मगन थे मगर दो लोग ऐसे थे जिनकी सास उतार चढ़ाव ले रही थी ।
रिंकी और अनुज की बेचैनी दोनो के चेहरे पर साफ साफ झलक रही थी, दोनो के दिल ऐसे धड़क रहे थे मानो आज ये मुलाकात आखिरी है और हर बीतता पल उनसे उनकी धड़कन की गिनती कम कर रहा हो ।
रिंकी ने तो कई बार अनुज को बाहर आने के इशारे किए , मगर अनुज की हिम्मत नए जगह जवाब दे जा रही थी । इधर राज भी सोनल के साथ कुछ पल अकेले पाना चाहता था मगर रिंकी और अनुज की मौजूदगी में उसका काम बनता नही दिख रहा था ।
इधर रिंकी बार बार अनुज को इनसिस्ट कर रही थी और आखिर जब अरुण ने उसका उतरा हुआ उदास चेहरा देखा तो उसका दिल पसीज गया और उसने थोड़ी हिम्मत दिखा कर सबके सामने बोल ही दिया - मैं आता हूं अभी

राज सोनल निशा तीनों के चेहरे खिल उठे और राज ठहाका लगाते हुए - कहा सुसु हाहाहहहा
सोनल राज के कंधे पर हाथ मारती हुई - धत्त पगलेट , अभी भी उसे तंग करता है । क्या हुआ अनुज

अनुज शर्मा कर हस्ता हुआ राज की ओर इशारा कर - वही
सोनल के मुंह पर हसीं फूट पड़ी - धत्त पागल तू भी न , हे रिंकी बहिनी जरा इसको लिवा जाना

रिंकी की तो चांदी हो गई कि सोनल ने बजाय अनुज को कमरे के बाथरूम में भेजने के बाहर जाने को कहा और अरुण लजाता हुआ उठ कर कमरे के बाहर निकाला जैसे ही रिंकी भी उसके पीछे निकल कर कमरे का दरवाजा भिड़काई राज घुटने के बल होकर सोनल के ऊपर झपटा और उसके हसीन चेहरे को थाम कर उसके लाल होठों को चूसने लगा ,
पहले तो सोनल ने विरोध किया मगर जैसे ही उसके मुंह में राज के गर्म मुलायम होठों की मिठास घुली उसने भी राज के लिप्स चूसने शुरू कर दिया

इधर निशा - अरे तुम दोनो पागल हो कया , कोई आजाएगा क्या कर रहे हो
राज मुंह घुमा कर - दीदी दरवाजा लगा दो ना प्लीज़

और राज वापस से सोनल के ऊपर चढ़ता हुआ उसको बिस्तर पर लिटा दिया और उसके लिप्स से अपने लिप्स जोड़ दिए
नीचे उसका मोटा मूसल पेंट में से ही सोनल को जांघो पर साडी के ऊपर से चोट करने लगा और सोनल की सिसकियां शुरू हो गई
वही निशा लपक कर दरवाजे पर गईं कड़ी लगाने लगी और दूसरी ओर गलियारे में रिंकी अनुज का हाथ खींचती हुई उसे अपने कमरे में ले जाकर दरवाजे से लगाती हुई उसके होठ अपने होठों से चिपका लिए

tumblr-ce449e3fc35870bd101fdc22c348dacf-4e4b7068-500

दोनों सालों से प्यासो की तरह एक दूसरे के होठों की मिठास साझा कर रहे थे , अनुज के हाथ रिंकी के जिस्म को हर जगह छू रहे थे और रिंकी उसको अपने सीने से चिपकाए हुए उसके निचले होठों को चूस रही थी , जल्द ही दोनो के नाथुने फूलने लगे और गर्म सांसे तेजी से बाहर आने लगी । अनुज मुस्कुराता हुए मुंह खोल कर रिंकी की मादकता में चूर हो चुकी आंखो में निहारता है और दुगने जोश में उसके चूतड स्कर्ट के ऊपर से ही पकड़ कर मसलता हुआ चूत पर अपने लंड की नोक का निशाना सेट करने लगता है
रिंकी भी पूरी कामोतेजित होकर अनुज के टोपे पर अपनी चूत का मुहाना टच कराना चाहती थी मगर , स्कर्ट और जींस उनके बीच दूरी बना रहे थे ।

GIF-20240914-200156-412
रिंकी ने उसको पीछे धकेल कर बिस्तर ले गई और जल्दी जल्दी उसके जींस की जिप नीचे करती हुई अनुज का मोटा लाल हुआ लंड बाहर निकाला , उसकी तपीस रिंकी को अपने पूरे जिस्म में महसूस हो रही थी ।
रिंकी के चेहरे पर जरा भी नादानी या फिर कहे उसकी उम्र के हिसाब से कोई चंचलता नजर नहीं आ रही थी एकदम हवस से भरी मादक उग्र आंखे जो अनुज के लार टपकाटे मोटे लंड को मुंह और बुर दोनो में एक साथ खा जाने वाली नजरो से देख रही थी ।
चूत में टपकते दाने को स्कर्ट के ऊपर से मिजती हुई रिंकी ने अनुज का लंड हाथ में लेके ऊपर नीचे सहलाते हुए नीचे झुक गई और मुंह खोल कर लीची सा लाल मोटा सुपाड़ा ले लिया

GIF-20240914-200225-110

अनुज अपनी गाड़ उछला कर आंखे बंद कर एक गहरी सिसकी लेता हुआ रिंकी की नाजुक अमियो को उसके टॉप के ऊपर से सहलाने लगा और रिंकी किसी ट्रेंड पोर्नस्टार की तरह उसका लंड मुंह लेके चूसने लगी
वही नीचे सबको चाय नाश्ता कराने के बाद दुलारी की भी दिलचस्पी ऊपर अपने हम उम्र के पास जाने में हुई और खास कर राज के पास , जिसने आने के बाद सबसे ज्यादा आज उसके यौवन को और श्रींगार पर गौर किया था । रह रह कर दुलारी के दिल में राज के लिए बेताबी उठ रही थी , वो राज के उन नशीली आंखों के जज्बात साफ साफ पढ़ चुकी थी जब राज की नजरें चुप चुप कर उसके ब्लाउज में उभरे हुए पपीते के जोड़े से लेकर , उसके होठों की लाली , मादक चाल और साड़ी से झांकती उसकी नाभी निहार रही थी ।
दो चार बार तो दोनो की आंखे बस अटक सी जाती थी आपस में फिर एक चोर वाली मुस्कुराहट में सारा प्रयास अधूरा सा हो जा रहा था

दुलारी ने ममता से आज्ञा लेकर जीने से होकर ऊपर चल दी और उसका ध्यान सीधे सोनल के कमरे पर था , गलियारे को फांदते हुए शुरुवात में उसकी जरा भी नजर संगीता के कमरे के भिड़के हुए दरवाजे पर नही गई , अगर जरा भी उसकी इंद्रियां सतर्क होती वो जरूर दरवाजे के गैप से बिस्तर पर रिंकी को अपने जिस्म से कपड़े उतारते देख लेती ।
वो झटपट अमन के कमरे के दरवाजे के पास पहुंची और दरवाजे पर जोर दिया तो भीतर से बंद पाया । शंकित मन से उसने दरवाजे से कान लगाया तो कूलर की तेज हनहनाह्ट में निशा के खिलखिलाने की आवाजे उसे सुनाई दे रही थी तभी उसके कानो के किसी मर्द की हल्की सिसकी आई मगर ये आवाज कमरे के बाहर से उसे सुनाई दी थी और उसकी नजर फौरन उस और पूरी सतर्कता घूम गई ।
अब दुलारी के चेहरे पर एक शरारत भरी मीठी मुस्कान खिलने लगी थी और अपनी पायलो की रुनझुन को थामती हुई एड़ीया दबा कर संगीता के दरवाजे पर पहुंची और जैसे ही उसने भिड़का हुआ दरवाजा पाया उसके दिल की धड़कने ऐसे उछलने लगी मानो उसकी मांगी मुराद पूरी कर दी हो किसी ने और हौले से दरवाजे पर हाथ लगा कर भीतर का नजारा देखा तो अपने होठ चबाने लगी

GIF-20240914-200246-296
सामने अनुज बिस्तर के हेडबोर्ड पर अपनी पीठ टिकाए पैर फैला कर पूरा नंगा बैठा था और रिंकी भी अपने जिस्म एक एक रेशे को उतार कर घोड़ी बन कर अनुज का लंड मुंह में ले रही थी , पीछे से उसकी गुलाबी बुर और गाड़ की फैली हुई सुराख देख कर दुलारी के दोनो होठ से लार टपकने लगी
साड़ी के ऊपर से अपनी चूत को पंजे से दबाती हुई उसकी नजर अनुज को मोटे लाल सुपाड़े वाले तगड़े कसे हुए हथियार पर थी , जिसे देखकर दुलारी के तन बदन में आग लग चुकी थी ,

देखते ही देखते रिंकी ने अनुज के लंड का टोपा अपनी बुर के मुहाने पर रखा और कचकचा कर बैठ गई , कुछ उसकी चमड़ी खिंची तो कुछ अनुज की
दोनो की आंखे भींची मगर दर्द और मजे दोनो का अहसास दुलारी को हुआ उसके हाथ अब उसकी ब्लाउज के ऊपर से उसकी छातियां मिज रहे थे ।

वही कमरे में रिंकी खुद से अनुज के लंड पर उछल रही थी और अनुज उसकी नंगी नंगी गुलाबी अमीयो को मुंह में लेकर चुसरहा था उसके हाथ रिंकी की गोरी गाड़ को जी भर कर मसल रहे थे और रिंकी की चूत के उसका लंड जगह बनाए जा रहा था ।

GIF-20240914-200306-798
दुलारी तो अब राज को भूल चुकी थी उसके जहन में अनुज का वो मोटा रिंकी की चूत में लिभड़ा रसीला लंड बस चुका था, उसके देह से साड़ी उतर चुकी थी वो अपनी छातियां मिजती हुई बिलकुल निडर हो गई थी , उसे अपनी काम के आवेग में घर में आए मेहमानों की भी फिकर नही थी

GIF-20240914-200325-762

पेटीकोट के ऊपर से बुर को सहलाती हुई दुलारी अनुज के लंड को निहार रही थी जो रिंकी को घोड़ी बनाए तेजी से पेले जा रहा था और उसकी बुर बुरी तरह पानी छोड़ रही थी , रिंकी की सिकसिया अब कमरे में गूंजने लगी थी , बुर का बुरा हाल हुआ पडा था उसपे से घुटने चढ़ती जवानी में ही जवाब देने को आ गए थे

रिंकी की हालत देख कर अनुज ने उसको मिसनरी में ले आया और तेजी से उसकी बुर में लंड पेले जा रहा था , वही दुलारी अपने जिस्म से पेटीकोट तक निकाल चुकी थी और दरवाजा हल्का सा और खोल कर कमरे के मुहाने पर आकर बलाउज से अपनी चूचियां बाहर निकाल कर अनुज के आगे अपनी बुर मसल रही थी

GIF-20240914-200359-045
अनुज की नजर जैसे ही दरवाजे पर हुई हलचल पर गई उसकी फट के चार हो गई और दुलारी ने फौरन उसे चुप रहने का इशारा करते हू अपने गदराये जोबन के जोड़ों की घूंडीया घुमाती हुई मीजने लगी , अनुज का जोश अब और भी ज्यादा हो गया वो पूरी कोसिस करके रिंकी का ध्यान अपनी ओर किए हुए था मगर दरवाजे पर दुलारी भाभी की भरी हुई जवानी का नजारा देख कर उससे अब रहा नही जा रहा था और वही दुलारी ने उसको इशारा से बुलाने लगी

अनुज तो मानो दोहरी राह में फस गया एक और रिंकी की कसी करारी बुर के मजे ने उसे चरम पर पहुंचा कर झड़ाने के करीब ला रखा था तो वही दुलारी अपने जवानी के यौवन रूप दिखा कर उसे अभी ठहर जाने का इशारा कर रही थी

आखिरकार दुलारी ने बाजी मार ली और अनुज ने रिंकी की झड़ती बुर से लंड खींच लिया
रिंकी - क्या हुआ
अनुज - मुझे लग रहा है बाहर कोई टहल रहा है और देखो दरवाजा भी खुला है , अभी चेक करके आता हू

ये बोल कर अनुज नंगे ही दरवाजे की ओर भागा
रिंकी अपनी बहती बुर को पंजे से भींचती हुई करवट लेकर अनुज के छोटे छोटे गोरे नंगे उछलते चूतड देखकर हस पड़ी - अरे पागल कपड़ा तो पहन के जाओ ना
अरुण ने उसकी बातो को अनसुना कर बड़ी बेफिकरी से कमरे से निकल गया क्योंकि वो जानता था कि दुलारी भाभी बिना किसी रिस्क के ही उसके आगे दरवाजे पर नंगी हुई थी और जल्दी से लपक कर वो दुलारी के कमरे का दरवाजा खोलकर भीतर से बंद करता हुआ कमरे में चला गया ।

गलियारे में हुई तेज हलचल से सोनल के कमरे में तीनों भाई बहन अलर्ट हो आगे और राज ने सोनल को कपड़े सही करने का बोलकर खुद अपना जींस पहनता हुआ तेजी से दरवाजा खोलता है और उसकी नजर ने गलियारे में एक कमरे के अंदर से बाहर निकली एक गोरी कलाई पर गई जिसपे सजी हुई चूड़ियां और हाथ की मेंहदी सब कुछ पल भर जांच लिया और उस श्क्स की पहचान तब कन्फर्म हो गई जब वो कलाई गलियारे में बिखरी हुई साड़ी जल्दी जल्दी कमरे में खींच ले गई दरवाजा बंद हो गया
" दुलारी भाभी " , राज के जवान से शंका भरी बड़बड़ाहट उठी
कमरे से सोनल ने आवाज लगाई - क्या हुआ राज , कौन था ?

राज - पता नही देख कर आता हू , तुम लोग रहो यही
ये बोल कर राज कमरे के बाहर आकर हौले से दरवाजा लगाता हुआ दबे पाए उस कमरे की ओर बढ़ने लगा जहा से उसे दुलारी भाभी की झलक मिली मगर उस कमरे से निकलने से पहले उसकी नजर रिंकी के कमरे से आधे खुले दरवाजे से आते नजारे पर चली गई जहा रिंकी बेड पर घुटने तोड़ कर बैठी हुई अनुज का नाम लेके अपनी चूत मसल रही थी - कहा छोड़ गए मेरे हीरो

m-ldpwiqacxt-E-Ai-mh-wx87kr-KSSq7-BIGa9-38758291b
आह्ह्ह अनुज आओ ना जल्दी मेरी चूत को तुम्हारा मोटा लंड चाहिए , क्यू बाहर चले गए तुम ओह्ह, पता नही कौन मराने आ गया होगा बाहर

राज रिंकी की हालत और उसकी बड़बडाहट से सारा माजरा समझ गया कि कैसे अनुज रिंकी को पेल कर दुलारी के साथ उसके कमरे में चला गया , एक पल को उसे अपने भाई पर गर्व हुआ तो अगले पल जलन भी हुई मगर असली आग तो सामने बिस्तर पर मछली के जैसे तड़पती रिंकी लगा रही थी ।
राज उसके गुलाबी नंगे बदन को मचलता देख कर अपना खड़ा लंड मसलने लगा , उसके छोटे छोटे मौसमी से चूचो पर तनी हुई गुलाबी घुंडी देख कर राज के मुंह में लार घुलने लगी और सही मौका देख कर राज कमरे में दाखिल हो गया ।


वही नीचे ममता के कमरे में रागिनी और संगीता की हसीं ठिठौली चल रही थी , रागिनी और ममता आज मिल कर संगीता की खूब खिंचाई कर रही थी और संगीता जल्दी से उनसे छुटकारा चाह रही थी कि तभी उसकी नजर दरवाजे के बाहर गलियारे से बाथरूम की ओर जाते हुए जंगीलाल पर गई और दिल मचल उठा ।
चुकी जंगी को बाथरूम की ओर जाते हुए सिर्फ संगीता ने ही देखा था तो वो भी बाथरूम का बहाना बनाकर बाहर जाने लगी
ममता ने उसे कमरे के बाथरूम में जाने को कहा मगर संगीता ने उसको टाल कर तेजी से बाथरूम की ओर भाग गई

रागिनी और ममता उसकी तेजी पर खिलखिला कर हस पड़े
ममता - तो क्या हुआ , मेरी हीरोइन नंद की फिल्म का उम्मम्म
रागिनी मुस्कुराती हुई हा में आंखे झपकाती हुई - लाई हूं ना , ऐसा निहुरा कर पेला है देवर जी ने हिहिहिही लो देखो

और रागिनी ने उस रात शादी में चोरी छिपे हुई संगीता की वीडियो दिखाई जिसमे जंगी उसको आगे झुका कर उसकी चूत में लंड डाले हुए वीडियो बना रहा था ।
ममता उस एक ही पोजिशन में 8 मिंट तक चलने वाली चुदाई का वीडियो देख कर कभी हस्ती तो कभी जंगी के स्टैमिना की दाद देती - कुछ भी कहो दीदी आपके देवर किसी घोड़े से कम नहीं है , एक सुर में एक ही चाल से बिना रुके इतना लंबा सफर हिहिहिहि

रागिनी हस्ती हुई उसके हाथ से मोबाइल लेकर - कभी मेरे सैंया की दौड़ देखना हिहिहि बड़े भाई है बाकी सोच लो
ममता हस्ती हुई - धत्त दीदी मैं क्यू सोचू भला उनके बारे में ?
रागिनी - अरे अगर वो आपके बारे में सोच सकते है तो आप क्यों नही हिहिहिहीही
ममता अचरज से - धत्त क्या दीदी तुम भी , कैसी बात करती हो। मेरे समाधि जी बड़े सीधे है समझी आप !

रागिनी हस कर - अच्छा जी , फिर तो आपको वो बात बतानी ही पड़ेगी
ममता कौतूहल वश - क्या ? कौन सी बात ?
रागिनी अब ममता की बेबाती पर हस रही थी तो ममता हस्ती हुई उसका हाथ पकड़ कर - अरे बोलो ना दीदी , प्लीज ना

रागिनी - याद एक बार शादी के पहले मैं आपकी पैंटी लेके गई थी
ममता उसकी बात याद कर लाज गाढ़ हो गई कि उस रोज कितना तंग किया था रागिनी ने उसे और उसपे से वो पैंटी भी उसके समधी रंगीलाल को दे दी थी कि उसी नाप से बड़ा ममता के लिए दो जोड़ी ब्रा पैंटी लेते आना बड़े शहर से

रागिनी ममता को छेड़ती हुई - क्यू याद है ना उम्मम्म
ममता शर्म और हसीं से लाल होती हुई - हा बाबा याद है
रागिनी ने अब आगे झूठ मूठ की कहानी सुनानी शुरू की - पता उस रोज मैं घर आने के बाद आपकी पैंटी ऐसे खुले में ही अपने कमरे के बिस्तर पर रख कर नहाने चली गई और आपके समधी जी हिहिहिहिही

ममता को आगे जानने की भीतर से बहुत तलब हो रही थी मगर रागिनी की खिलखिलाहट कहा बंद हो रही थी
ममता ने उसको आगे बताने को कहा
रागिनी हस्ती हुई - वो कमरे में न जाने कब आ गए और आपकी पैंटी को मेरी नई पैंटी समझ कर सूंघने लगे उसे अपने वहा रगड़ने लगे

ममता चौक कर - क्या सच में !!
रागिनी हस्ती हुई थी हा में सर हिलाती हुई ममता के ऊपर झोल जा रही थी - हम्मम सच कह रही हूं और तब कहा उनको पता था कि वो आपकी है । उन्हे लगा वो मेरी नई पैंटी है और जब मैने बताया कि ये आपकी है तो ....
ममता की धड़कन अब तेज होने लगी कि आगे क्या हुआ , उसने अपने सूखते होठों से पूछ ही लिया - फिर ? फिर क्या हुआ

रागिनी सामने से ममता के पल्लू के नीचे से बलाऊज में ऊपर नीचे होती भारी चुचियों को साफ देख रही थी और ममता दिल में उठ रही जज्बात को समझ रही थी - फिर वो शोकड हो गए और फैला फैला कर घुमा घुमा कर उसे देखने लगे । हिहिहिहीह फिर जब मैने बोला कि इससे चार नंबर बड़ी size की पैंटी ब्रा आपको बड़े शहर से लानी है तो उनकी आंखे और बड़ी हो गई हिहिही फिर वो आपकी पैंटी की लास्तिक पूरी फैला कर ऐसे देख रहे थे मानो अनुमान लगा रहे हो कि इससे चार नंबर बड़ी पैंटी में आपका बड़ा पीछवाडा कैसा दिखेगा हाहाहहहाह

ममता रागिनी के मजाक पर हस के लाल हुई जा रही थी - धत्त दीदी चुप करो , आप भी ना
रागिनी हस कर - अरे अभी आगे की बात तो बाकी ही है
ममता हस्ती हुई - अब क्या ?
रागिनी - उस रात ना जाने कहा से ,वो जोश आया कि वो नानस्टाप 48 मिंट तक बिना झड़े लगे रहे हिहिहिह

ममता आंखे बड़ी कर ताज्जुब से - क्या सच में , ऐसा क्या खा लिया था
रागिनी हस्ती हुई - पक्का बता दूं
ममता हलक से लार गटकती हुई आगे की कहानी जानने को पूरी बेताबी से हा में सर हिलाया

रागिनी खिलखिलाती हुई - उस रोज नहाने के बाद आपकी ही पैंटी पहन ली थी हाहहहहाह
ममता रागिनी के मजाक पर हस्ती हुई उसके कंधे को ठेल कर - धत्त आप बहुत गंदी हो छीइई

रागिनी हस्ती हुई काफी देर तक उसे छेड़ती रही ।
ममता ने बात को घुमाने की कोशिश की - अच्छा सुनिए न , ये वीडियो कैसे मिलेगी मुझे

रागिनी इतराई - हर चीज की एक कीमत है मेरी बहना हाहाहहह तो इसकी भी बोली लगेगी

ममता - क्या चाहिए बोलो ना , मुझे ये वीडियो चाहिए ही चाहिए
रागिनी हस्ती हुई - आपकी एक और पैन्टी हिहिहिहिह

ममता हस्ती हुई लाज के मारे उठ गई और बाथरूम में जाने लगी - भक्क्क आप बहुत गंदी हो , ये सब कोई मागता है

रागिनी भी हस्ती हुई अंगड़ाई लेकर - अअह्ह्ह्ह उस रोज मेरी जगह होती तो अपनी पैंटी की कीमत समझ आती
ममता चिढ़ती हुई हस्ती हुई बाथरूम में घुस गई और रागिनी हसने लगी ।


जारी रहेगी
Bahut hi mazedar update :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2:
 

ajaydas241

New Member
55
136
33
UPDATE 221

इधर रागिनी और ममता हसीं ठिठौली करती हुई कमरे से बाहर निकली और गलियारे में आते आते ममता हस्ती हुई बाथरूम की ओर मुंह करके - अरे नंद रानी नहाने बैठ गई क्या , जरा जल्दी आओ दोपहर के खाने के समय हो रहा है भई हिहिहिही
रागिनी - मुझे लग रहा है ननदो समधन को हमारी बातों से प्रेसर ज्यादा ही आ गया हाहाहा आराम से आना दीदी हिहिही


वही बाथरूम में एक दूसरे से चिपक कर खड़े हुए जंगी और संगीता मुस्कुरा रहे थे मगर जंगी की फटी पड़ी थी कि ये लोग बाहर जाएंगी तो कही उसका भेद न खुल जाए तो वो संगीता को कैसे भी करके अलग किया और बाथरूम से निकलता हुआ - मुझे लग रहा है हमे बाहर चलना चाहिए, नही तो बात बिगड़ जाएगी

ममता ने हद कर दी और बाथरूम का दरवाजा बजाने लगी - अरे क्या कर रही हो
कामाग्नि में जलती संगीता गुस्से से बड़बड़ाती अपनी भौजाई को मन ही मन गरियाती हुई मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ बाहर आई और तीनो एक साथ हाल में जाने लगी , संगीता जैसे ही जीने के पास पहुंची तो वो जीने के और घूम गई ये बोल कर कि वो अपने कमरे से आ रही है
वही ममता रागिनी हाल से सबको किचन से लगे डायनिंग टेबल पर बैठने का बोलते हुए ममता - अरे दूसरे भाई साहब कहा चले गए
मुरारी उठ कर - अरे भाई वो पीछे बाथरूम में गए है , लग रहा है पकोड़े पचे नही हाहाहाहा
रंगी हंसता हुआ - उसका तो बचपन से ही ऐसा है बाथरूम में लंबा समय लेता है हाहाहह्ह
मुरारी - भाई लेकिन मुझसे और रुका जायेगा , अमन को ऊपर भेज दिया है सबको बुलाने के लिए तुम खाना निकालो , आओ भाई साहब तबतक बैठते है
रंगी हसता हुआ - जी चलिए
वही जंगी लाल अपना खड़ा लंड किसी तरह सेट करता हुआ बात पोंछता हाल की ओर आ रहा था कि जीने पर छिपी संगीता ने उसको लपक कर अपनी ओर खींच लिया
जंगी एकदम से हड़बड़ा गया और डर से हलकाता हुआ - येह्ह्ह क्क्याआ कर रही है आप रुकिए , सब बाहर ही है , गजब हो जाएगा

संगीता को चुदाई का सुरूर चढ़ा था और वो सीधा अपना पंजा जंगी के पेंट में उठे हुए तंबू पर जमाती हुई उसको मसलती हुई उसके चेहरे को अपनी ओर खींचती हुई अपने लिप्स उसके करीब ले जाकर - मुझसे नही रहा जा रहा है भाई साहब उम्मम्म ना जाने कब ये मौका मिले
जंगी का खूंटा संगीता की कामोतेक हरकत से ठुमके खाने लगा और उसके मुंह से आती गर्म सास उसको भीतर से सिहरा दे रही थी और जंगी से रहा नही गया उसने संगीता के लिप्स अपने होठों से जोड़ लिए , जैसे ही उसके लार की मिठास का स्वाद जंगी ने चखा उसके भीतर से वासना का एक झोंका सा उठा और उसने संगीता को अपनी ओर खींचते हुए उसके लिप्स चूसने लगा

GIF-20240918-065232-722


उसके पंजे साड़ी के ऊपर से उसके विशाल चूतड़ों को मसलने लगे ।।
दोनो को एक दूसरे की नथुनों से सासो की गर्मी मिल रही थी और नीचे संगीता जंगी का खूंटा पेंट के ऊपर से मसले जा रही थी ।
वो जल्दी जल्दी उसका पेंट खोल कर उसका मोटा बीयर की कैन सा लंबा मोटा लंड निकाल कर उसको मसलने लगी , एक अजीब सी हसीं या फिर कहे जंगी के मोटे लंड की दीवानगी सी झलक रही थी संगीता के चेहरे पर और झट से वही जीने के पास ही बैठ जंगी का मोटा लंड मुंह में भर ली और चूसने लगी

GIF-20240918-065332-112

जंगी तो मानो हवा में उड़ने लगा उसकी आंखे संगीता की जबरजस्त चुसाई से उल्टने लगी वो किचन की ओर गरदन फेर कर वहा का जायजा ले रहा था और वही नीचे बैठी संगीता उसका लंड घोटे जा रही थी

वही अमन जैसे ही ऊपर पहुंचा तो देखा कि कमरे में तो सिर्फ सोनल और निशा ही थे , और अमन को देखते ही निशा के दिल के जज्बात उड़ान भरने लगे , उसके इरादे उसकी आंखे जाहिर करने लगी ,

अमन - अरे बाकी सब कहा है
निशा उठी और उसको पकड़ कर बिस्तर तक लाती हुई - अरे जीजू सबकी छोड़ो इधर आओ , आप को तो फिकर ही नही है कि आपकी सेक्सी साली आई है हिहिहिही
अमन कुछ झिझकता तो कुछ सोनल से नज़रे चुराता हुआ मुस्कुराता हुआ निशा के पास गया और निशा उसको पकाने लगी - हम्मम फिर बताइए कैसा था हमारा सुहागरात वाला सरप्राईज उम्मम्म

सोनल को भी थोड़ी शर्म आ रही थी एक असहजता थी उसके भी मन अमन के जैसे मगर निशा एकदम फुल ऑन मूड में थी मस्ती के ।
सोनल - क्या कर रही है निशा , क्या वो सब बातें दोहरा रही है ।
निशा ठहाका लगाती हुई - अरे क्यू ना दुहराऊ हिहीही मेरे जीजू तो अपने खास पल में अपनी मनपसंद चीज के लिए तरस गए थे , कितना दुख हुआ था मुझे

सोनल - अच्छा जी , चुप कर अब जा नीचे
अमन हंसता हुआ - दरअसल सोनल , पापा ने बहु को आने को कहा है
निशा - हा तो फिर चलो चलो कमरा खाली करो हिहिहिही

निशा सोनल को ठकेलती हुई कमरे से बाहर ले जाने लगी - अरेह्ह क्या कर रही है

निशा - नही तुम जाओ जाओ , मुझे जीजू से कुछ बातें करनी है
सोनल ने उसको आंखे दिखाई तो निशा उसको आंख मारती हुई - अरे खा नही जाऊंगी जीजू को , ऐसे घूर रही हो अब जाओ

और फिर निशा ने दरवाजा अंदर से लॉक कर दिया , बाहर खड़ी सोनल जानती थी कि निशा जरूर अमन के साथ कुछ कांड करेगी मगर उसे डर था यहा कोई आ ना जाए , उसकी बेचैनी और बढ़ने लगी ।
वो एक दो बार दरवाजा हल्के हाथों से थपठपाती है ताकि आवाज ज्यादा ना हो मगर न ही निशा और न ही अमन दरवाजा खोलने के मूड में थे
जबकि अमन ने लपक कर निशा को अपनी बाहों में भरते हुए उसके गुदाज चूतड सूट के ऊपर से हाथ में भरते हुए उसके लिप्स चूसने लगा और निशा भी अपने हाथ उसके लंड पर लगा कर उसको मसलने लगी
अमन - उम्मम्म मेरी सेक्सी साली जी , हनीमून के लिए तैयार हो
निशा - इतने बड़े हथियार वाले जीजू के साथ कौन नहीं मनाना चाहेगा हनीमून अह्ह्ह्ह खोलो ना इसे उम्मम्म देखे तो कैसा है

GIF-20240918-212509-755
ओह माई गॉड कितना बड़ा और प्यारा है जीजू उह्ह्ह्ह जी कर रहा है इसको खा जाऊं " , निशा अमन का बाहर निकला हुआ मोटा लंड देखते हुए बोली ।
अमन हसता हुआ - नही नही खाना मत कही दीदी तुम्हारी गुस्सा गई तो हाहाहहा
निशा आंखे फाड़े अमन का लंड पकड़ती हुई नीचे बैठ गई और लंड को चूमती हुई उसको मुंह में भर कर चूसने लगी

GIF-20240918-212613-077

और देखते ही देखते दोनो की कामुक सिसकियां सोनल के कानो में पड़ी जिसे समझती देर नहीं लगी - साली कुतीया ने जीभ चलाना शुरू कर दिया मेरे माल पर , अह्ह्ह्ह मुझे भी बुला लेती कामिनी , खोल ना

अमन और निशा जरा भी दरवाजे की ओर ध्यान नहीं दिया और बीच कमरे में अपने काम क्रीड़ा में लगे रहे और निशा अमन का मोटा लंड गले तक घोंट रही थी ।
सोनल परेशान होकर खीझ कर नीचे जाने के लिए गलियारे से होती हुई जीने की ओर बढ़ रही थी , उसका दिमाग उलझा हुआ था और खुन्नस से भरा था , आस पास हो रही हल्की फुल्की आवाजों का उसपे जरा भी असर नहीं हुआ और वो जीने की घुमावदार सीढ़ियों से होकर जैसे ही चार सीढ़ी नीचे आई की उसकी नजर नीचे जीने की आखिर सीढ़ियों पर चल रही जांगीलाल और संगीता की कामलीला देखते ही उसका हाथ पाव सुन्न पड़ गए , एकदम से उसके शरीर अंग अंग एक भय और आश्चर्य से कांपने लगा , मुंह पर हाथ रख पर वो पीछे की तरफ अपने पैर चढ़ाते हुए नीचे देखने लगी

GIF-20240918-065557-188

जहा उसका अपना सगा चाचा उसके ससुराल में उसके पति की सगी बुआ को सीढ़ियों पर झुकाए हुए पीछे से साड़ी उठा कर सटासट लंड उसकी चूत में उतार रहा था और संगीता मजे से मुस्कुराती हुई सिसकियां ले रही थी । सोनल का गला सूखने लगा , उसे समझ नही आ रहा था कि कैसे वो लोग बिना डरे नीचे ही चालू हो और सबसे बड़ी बात इनका अफेयर कब हुआ
सोनल की हालत डर के मारे खराब हो रही थी उसे समझ नही आया कि अभी अमन को ऊपर आए 10 mint नही हुए और ये लोग कब
सोच में डूबी हुई सोनल के पैर लगातार पीछे हो रहे थे और वो पीछे हल्का सा लड़खडाई तो हाथ बढ़ा कर उसके दुलारी के कमरे के दरवाजे का पर्दा खींच कर पकड़ लिया और खुद को सहारा देते हुए उठ ही रही थी कि उसके कानो में एक और कामुक और महीन सिसकी सुनाई दी जो दुलारी के कमरे में से आ रही थी । सोनल ही हालत और खराब हो गई - यार ये सब हो क्या रहा है , दुलारी भाभी के कमरे में कौन हो सकता है और वो कुछ देर कान लगाए रही
वही दरवाजे के दूसरी ओर

GIF-20240918-064358-794


अनुज दुलारी भाभी की जांघें उठाए उनकी बुर में उंगलियां पेलता हुआ चूत के दाने को चूबला रहा था - उह्ह्ह्ह मेरे हीरो तुम तो पक्के खिलाड़ी निकले , आह्ह्ह्ह्ह्ह क्याआआ मस्त चूसते हो उह्ह्ह्ह्ह् और खा जाओ मेरी चूत उम्मम्मम सीईईई अअह्ह्ह्ह फक्क्क उह्ह्ह्ह मममीईईईईईई आआआह्ह्ह्ह सीईईई
अनुज ने देर न करते हुए खड़ा हुआ और अपना लौड़ा दुलारी के चूत लगाता हुआ हचाक से आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में घुसाता चला गया और दुलारीईई की तेज सिसकी कमरे में फेल गई जिसकी फ्रीक्वेनसी दरबाजे पर कान लगाए खड़ी सोनल के कानो में गई और उसे पक्का यकीन हो गया कि भीतर कमरे में दुलारी की चूत कोई बजा रहा है मागे कौन?

GIF-20240918-064452-184
वही कमरे में अनुज सटासट दुलारी की जांघें उठाए उसकी चूत में लंड पेले जा रहा था दोनो कामुक सिसकियां ले रहे थे और सोनल ने गर्दन फेर कर जीने की ओर फिर बढ़ी कि आगे का क्या नजारा है और वहा का नजारा सच में बदला हुआ था , जंगी संगीता को खड़े किए हुए पीछे से उसकी चूत में लंड पेले जा रहा था और संगीता किचन की ओर झांकती हुई मुंह पर हाथ रख कर अपनी सिसकियां निगलती हुई जंगी का मोटा लंड अपनी चूत की जड़ो में ले रही थी

GIF-20240918-065448-443
जंगी पूरे जोश में सटासट संगीता की चूत मारे जा रहा था और बेटी के ससुराल में सबके सामने छिप कर संगीता जैसा कसा हुआ माल पेलने का जुनून उसे चरम पर ले जाया और आखिर 10 झटको के साथ ही वो संगीता की बुर में झड़ लगा , जिसके छींटे संगीता अपनी बच्चेदानी में महसूस कर रही थी और उसकी गर्मी ने संगीता की बुर की मलाई भी पिघलने लगी और जंगी ने अपना रस से सराबोर लंड बाहर खींचा और उसके लंड से संगीता की चूत के रस में सना हुआ था

GIF-20240918-065853-376


और सोनल ऊपर से अपने चाचा का कड़क चमकता लंड देख कर थूक गटकने लगी ।
तभी बगल में दुलारी के कमरे से उसकी तेज लगातार सिसकियां आने लगी

GIF-20240918-065030-943
भीतर कमरे में दुलारी अनुज के लंड पर स्वार हो चुकी थी और अपनी चूत को उसके लंड पर मथनी की तरह मथे जा रही थी , अनुज का लंड उतना ही उसकी बुर के जड़ो में फूलता जा रहा था
वही बाहर सोनल की हालत खराब होने लगी ये सोच कर कही नीचे से संगीता ऊपर न आ जाए इससे पहले वो कमरे में भाग जाना चाहती थी
वो दौड़ती हुई अपने कमरे के दरवाजे पर पहुंची और दरवाजा बजाने लगी , मगर निशा नही मानने वाली थी वो तो अमन को लिटा कर उसका मोटा मूसल अपनी चूत के मुहाने पर लगाती हुई चूत में घुसाती चली गई,

GIF-20240918-213124-971
जैसे जैसे उसकी चूत की दिवारे फेल रही थी निशा की आंखे भी बड़ी हो रही थी उसका मुंह दर्द और मजे से खुलता जा रहा था और देखते देखते ही वो अमन का 3/4 लंड चूत में भर ली और उछलने लगी उसकी मादक दर्द भरी सिसकियां सोनल के कानो तक आने लगी , जिसे सुनते ही सोनल समझ गई कि भीतर भी मामला शुरू हो गया है और सोनल की हालत खराब होने लगी, उसे डर था कि कही संगीता बुआ ऊपर आ गई और उसे बाहर देख लिया तो गजब हो गया और वो थोड़ा तेज और हदबड़ी में दरवाजे पर हाथ से खट खताने लगी । मगर निशा को अभी तक कोई फर्क नहीं नजर आ रहा था वो बिना रुके अपनी गाड़ उछाल उछाल कर लंड को बुर में भर रही थी - अअह्ह्ह्ह जीजू कितना मजा रहा है आह्ह्ह् लग रहा है मैं झूले पर हूं उह्ह्ह्ह फक्कक मी जीजू येसेस्स येस्सस हार्ड उह्ह्ह्ह्ह उम्म्म मम्माआ ओह्ह्ह्

GIF-20240918-213012-042
कमरे से निकलती सिसकियां सोनल की दिल का डर और बढ़ा रही थी जिससे वो लगातार निशा को हल्की आवाज देती हुई दरवाजा थपथपा रही थी जिसकी गूंज अनुज और दुलारी ने अपने कमरे में पाई और अनुज को लगा बाहर कोई है इसीलिए वो तेजी ने दुलारी का कुल्हा पकड़ कर नीचे से सटासट पेलने लगा - उह्ह्ह्ह्ह्ह भाभीई लग रहा है कोई आया है बाहर आवाज दे रहा है
दुलारी - तुम मत रुकना प्लीज आआआह्ह्ह्ह्ह निकाल रहा है मेरा फकक्क्क्क मीईईईई उह्ह्ह्ह येसस्स बाबू अअह्ह्ह्ह्ह आ रहा है आआह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह ओह गॉड उह्ह्ह्ह

GIF-20240918-065129-361
अगले ही पल अनुज भी उसको हटाया - सजाओ भाबी उह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा भी आआह्ह्ह्ह्ह जल्दी अह्ह्ह्ह्ह्ह
अनुज उठ कर सीधा दुलारी का सर पकड़ कर उसके मुंह पर लंड हिलाते हुए झड़ने लगा
वही सोनल के लगातार हाथ पिटने से निशा खीझ कर अमन के लंड से उठी और फटाफट अपना सलवार चढ़ती हुई दरवाजा खोला
सामने देखा तो सोनल की हालत बुरी है - क्या हुआ क्या बात है
सोनल ने कमरे में झांक कर देखा तो अमन पेंट पहन रहा था

सोनल इशारे से - हो गया क्या ?
निशा मुंह बनाती हुई - तुझे ही जल्दी थी हुह , अब बोल बात क्या है
सोनल कुछ बोलती कि तबतक अमन भी उनके पास आ गया - अरे चलो सब राह देख रहे है भाई , मां ने आवाज दी सबको तो भागी भागी आई

अमन हसता हुआ - किसकी मां ने मेरी या तुम्हारी हाहाहहहा
सोनल चिढ़ती हुई - सासू मां ने बुलाया है , किसी मां ने ? हूंह

निशा अमन को आंख मारती है और सोनल को लेकर हस्ती हुई नीचे चली जाती है और थोड़ी देर में ही अमन और दुलारी कपड़े पहन कर बाहर आते है - लग रहा है सब नीचे चले गए है
अनुज - तो हम लोग भी चलते है
दुलारी मुस्कुरा अनुज के करीब आई - बस एक मिनट , हा अब ठीक है हिहिहिही

अनुज गर्दन के पास हाथ घुमाता है जहा अभी अभी दुलारी ने हाथ लगाया था - क्या हुआ क्या था
दुलारी हस्ती हुई - लिपस्टिक

अनुज मुस्कुराता हुआ दुलारी के साथ नीचे जाने लगता है
वही इनसब से उलट राज जबसे रिंकी के कमरे में दाखिल हुआ था , उसकी नजर रिंकी के कोमल गुलाबी देह पर अटकी थी , रिंकी की मादकता भरी महीन सिसकियां और अपनी गुलाबी चूत को सहलाते हुए अनुज को गुनगुनाते उसके पतले मुलायम होठ
जिसे देख राज अवाक भी था और वासना का सुरूर भी चढ़ रहा था । ये अनुज की दूसरी गर्लफ्रेंड थी जिसको वो ऐसी अवस्था में निहार पा रहा था , उसको फिर वही उलझन हो रही थी जिसके लिए उसने चोदमपुर से आई पल्लवी को छोड़ दिया और जिसका मलाल उसे आज तक था ।
रिंकी जैसी गर्म और रसाल लड़की जिसने अभी अभी जवानी के पंखों को फड़फड़ाया सीखा था , उसे वासना के ऊची उड़ान की कहा ही अनुभव था जो राज अब तक पा चुका था ।
अपना लंड मसलता हुआ राज रिंकी को निहारे का रहा था


कि रिंकी की गर्दन सिसकियां लेते हुए अपने बेड के पास के पिलर पर गई जिसकी आड में राज बंद कमरे में छिपकर उसे निहार रहा था ,

GIF-20240917-213804-517

लालच और गहरी वासना से लिपट उसकी आंखे देखते ही रिंकी ने झट से एक चादर से अपना जिस्म ढक लिया और कांपते हुए स्वर में राज से - आ आप यहां कैसे ?
राज मुस्कुराकर - वो मैं नीचे जा रहा था और मेरी नजर खुले दरवाजे से आप पर गई
रिंकी लाज और झेप से आंखे बंद कर खुद को कोसती हुई कि अनुज को भी मन ही मन गालियां दे रही थी ।
रिंकी - किसी और ने तो नही देखा न
राज मुस्कुराता हुआ रिंकी के पास बिस्तर पर बैठता हुआ - जी नहीं नही , मैं फौरन दरवाजा लगा दिया

रिंकी मुस्कुरा कर लाजाती हुई - प्लीज आप ये सब भाभी (सोनल) से मत कहिएगा
राज - नही बिलकुल नहीं , मगर वो आप अनुज का नाम ?
रिंकी के चेहरे अब शर्म से और भी गुलाबी होने लगा तो राज मुस्कुरा कर - तो क्या आप दोनो एक दूसरे से प्यार करते हो

रिंकी चौक कर - क्या ? नही वो बस हम लोग।
राज मुस्कुरा कर - हम्म्म समझ गया , तो इसमें इतना झिझक क्यू , मुझे भी अपनी पसंद के लोगो के बारे में सोच कर ये सब करना अच्छा लगता है । कॉलेज की क्रस के बारे में सोच कर तो मैं हिहिहिही समझ रही है ना

रिंकी का कलेजा भीतर से कांप रहा था कि अब तक वो कैसे राज के आगे इतनी देर तक खुद को बिना कपड़े के बैठे हुए और वही राज बिना उसे कुछ ब्लैकमेल किए उसके साथ बहुत प्यार से पेश आ रहा था जैसे उसे इससे कोई खास फर्क ही नहीं पड़ रहा हो ।
राज का संयम और उसकी बातें रिंकी को भीतर से उसकी ओर आकर्षित किए जा रहा था

राज ने गौर किया कि वो उसे ही निहार रही थी और चादर के नीचे कुछ तो हरकत हो रही है तो उसने हौले से रिंकी के आगे से चादर हटाया

GIF-20240917-214000-562
तो देखा रिंकी की उंगलियां उसकी चूत के गुलाबी रस से लिभड़ी फाकों को मीज रही थी और रिंकी के चेहरे पर मुस्कान आ गई थी

राज थूक गटक कर रिंकी की हिम्मत और उसकी काम के आवेग को देख कर जोश से भर गया और उसका लंड पूरा अकड़ गया ।
राज अपना पेंट खोलता हुआ - मैं भी आपका साथ दूं
रिंकी मुस्कुरा कर उसकी आंखो मे निहारती हुई चूत मसल रही थी - आप किसको सोचेंगे

राज मुस्कुरा और रिंकी की चूत को देखता हुआ अपना लंड सहलाने लगा - आपके रहते किसी को सोचने की क्या जरूरत

राज के ये शब्द रिंकी के भीतर काम का तूफान उमड़ा दिया उसकी चूत बजबजा उठी और उसने लपक कर राज का मोटा तपता लंड हाथ में पकड़ लिया । जिसकी तपिस अभी से रिंकी अपनी बुर के दरखतो में महसूस करने लगी थी - सच में इतनी पसंद हू मै आपको उह्ह्ह्ह कितना गर्म है अहह्ह्ह्ह्ह

GIF-20240917-214121-500
राज रिंकी के कोमल गोरे हाथों का स्पर्श पाकर सिहर उठा उसका लंड और कसने लगा रिंकी की मुठ्ठी में - अह्ह्ह्ह्ह अपने आप को कम मत जानो , जो भी आपकी इन गुलाबी पंखुडियों का रस पिएगा वो बहुत भाग्यशाली होगा

राज की कामुकता से भरी बातें रिंकी को एक अलग ही रोमांच पर ले जा रही थी , आज तक किसी ने उससे ऐसी लुभावनी बातें नही कि थी जो उसकी कामाग्नी को भड़का दे।
वो राज का लंड मसलती हुई अपनी बुर को दुलारती हुई हिम्मत कर बोल ही पड़ी - आप पियोगे

राज चौका और मुस्कुरा कर - क्या बोली फिर से कहिए न अअह्ह्ह्ह

रिंकी शर्मा कर मगर काम के नशे में तैरती हुई - आप पीना चाहोगे मेरे गुलाबी पंखुड़ियों का रस

राज की टांगे एकदम से सीधी हो गई और उसके जिस्म ने एक जोर की अंगड़ाई ली और देखते ही देखते वो रिंकी जांघो के बीच पहुंच गया ।
सफेद गाढ़ी मलाई से लिभड़ी उसकी चूत रगड़ने से और भी गुलाबी हो गई थी , उसके बुर के दाने पर अजीब सी सफेदी नजर आ रही थी शायद वहा उसके चूत का और वहा से उठती आंच और मादक गंध को अपने चेहरे नाक पर महसूस कर रहा था

राज ने नथुने होठ और उनसे उठती गर्म सांसे अपनी चूत के मुहाने पर पाकर रिंकी भीतर से राज के अगले कदम के लिए बहुत ही उत्तेजित हुई जा रही थी और जैसे ही राज ने उसकी फाकों पर अपनी जीभ फिराई , रिंकी का पूरा जिस्म अकड़ सा गया मानो ,
राज उसके जिस्म में होती हरकत से उसकी जांघ को पकड़ कर उसके बुर के गुलाबी फाकों को मुंह में लेके चुबलाने लगा रिंकी की हालत और खराब होने लगी , जिस तरह से राज उसके बाहर निकले बुर के छिलकों पर दांत लगा कर चूस रहा था मानो ऐसे दशहरी आमों की कल्लियां काट कर चूस रहा हो

रिंकी उसके सर पकड़ कर अकड़ रही थी उसके पैर झटके खा रहे थे गाड़ हवा में उठ गिर रहे थे और अगले ही पल राज ने अपनी उंगली उसकी बुर में पेल दी , रिंकी की आंखे फेल गई वो हवा में दोनो पैर उठा कर हाफ रही थी

GIF-20240917-214228-783

क्योंकि राज की जीभ लगातार उसके बुर के दाने पर रेंग रही थी और नीचे से राज की उंगली उसकी चूत का g-स्पॉट खुरुच रही थी , भलभला कर रिंकी की बुर रस छोड़ने लगी तो राज ने मुंह लगा दिया

रिंकी पागल सी होने लगी उसकी दबी हुई कुनमुनाती गर्म मादक सिसकियां कमरे में गूंज रही थी और राज का सर अपनी चूत में घुसा रही थी - उह्ह्ह्ह मममाआ ओहह्ह गॉड फक्क़ मीईई प्लीज अअह्ह्ह्ह येस्सस्स

राज ने सर उठा कर मुस्कुरा कर उसकी ओर देखा और रिंकी शर्मा कर मुस्कुराने लगी
राज उठ कर बैठ गया और पेंट निकाल दिया , रिंकी उसका लंड सहलाती हुई बिना रुके उसका लंड मुंह में भर कर चूसने लगी , राज उसके सर को पकड़े लंड की ओर ठेल रहा था - आआआआअह्ह कितना मस्त चूसते हो जी आप उह्ह्ह्ह खा जाओ उह्ह्ह्ह और लोह्ह्ह ऐसे ही अअह्ह्ह्ह्ह

GIF-20240917-214335-111
देखते ही देखते रिंकी राज का लंड गले तक घोटने लगी और राज उसकी लटकती चूचियां मिजता हुआ उसके नंगे गाड़ को सहलाने लगा ।
उसकी गोरी चिकनी गुलाबी गाड़ की सुराख को रगड़ते हुए उसने उसे अपनी ओर खींचा और घोड़ी बनाते उसकी चूत पर लार से उंगली घुमाने लगा , रिंकी आंखे उलटने लगी जब राज ने नीचे से अपना सुपाड़ा उसके फाकों पर रगडा और राज नेनिशाना साधा फिर हाचाक से लंड उसकी चूत में उतार दिया

GIF-20240917-214539-873
राज के लंड की मोटाई के जैसे ही रिंकी को चूत की दीवारों को खोला तो उसका मुंह भी खुला का खुला रह गया , राज का गर्म रॉड सा लंड उसकी चूत की भीतरी दीवारों को छीलता हुआ अंदर चला जा रहा था और रिंकी मस्ती में झूमने लगी थी - ओह्ह् गॉड ओह्ह्ह्ह् गॉड टू बिग उह्ह्ह्ह फक मीईई प्लीज उह्ह्ह्ह्ह येसेस्स्स और फास्ट उम्मम्म

राज भी जोश में उसकी चूत में सटासट लंड पेलने लगा - क्या मस्त बुर है आपकी उह्ह्ह्ह, गर्म रसीला और भरा हुआ उह्ह्ह्ह लग रहा है सब जल जाएगा आआआआअह्ह्ह

रिंकी उम्मम्म आपका डिक भी बहुत हार्ड है उम्मम्म येसस्स्स आआआह्ह्हह मम्माआआ उह्ह्ह्ह फक्कक मीई लाइक दैट उह्ह् गॉड यासस्सस फक फक फक उम्मम्म्म फास्ट फास्ट

राज उसकी अंग्रेजी शब्दों से एकदम मस्ती में झूम उठा - जैसे किसी अंग्रेज पोर्नस्टार को पेल रहा हो

GIF-20240917-214457-105
जल्द ही पोजिशन बदला और रिंकी की टांगे उठा कर राज उसकी बुर में पेलने लगा , सामने से रिंकी उसकी आंखो में देख कर उसे और भी कामोतेजीत किए जा रही थी

राज मुस्कुरा कर - क्या देख रही हो ?
रिंकी उसके करारे झटके सहती हुई सिसकियां लेती हुई मुस्कुरा कर न में सर हिलाया
राज उसकी और करीब खींच कर उसके बगल में लेट गया और उससे सट कर बगल से सटासट उसकी बुर में लंड घुसाने लगा , अब रिंकी की चूत की चमड़ी खिंचने लगी और सुपाड़े का सीधा उसके चूत के दाने के नीचे ठोकर मारने लगा जिससे रिंकी एकदम से पागल होने लगी .
राज - बोलो ना क्या बात है ? मजा नही रहा है
रिंकी हाफती हुई - उह्ह्ह्ह बहुत a रहा है उह्ह्ह्ह तुम्हारा तरीका बहुत अलग है अअह्ह्ह्ह्ह

राज मुस्कुरा कर उसकी मौसमी सी चूचियां मसलता हुआ - किस्से अनुज से
रिंकी लजाई - उम्म्म नही भक्क्क्क वो सब नही बोलो ना प्लीज
राज - क्यू अभी जब उसका लंड हचक के ले रही थी तब नही आई शर्म उह्ह्ह्ह और मुझसे लजा रही हो
रिंकी के पैर फड़फड़ा रहे थे वो राज के लंड पर झड़ रही थी
राज पूरी ताकत से लगातार उसकी चूत में लंड दे रहा था - देखो तो कैसे उसका नाम सुनते ही झड़ने लगी उह्ह्ह्ह कितना गर्म है अअह्ह्ह्हह् निकाल जाएगा मेरा भी

GIF-20240917-214743-027

अअह्ह्ह्ह फक्क्कक बहिनचोद आ रहा है उह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह एलो ओहह्ह्ह सीईईईईईआई अअह्ह्ह्ह्ह ममीइइ
राज अपना लंड निकाल कर रिंकी की चूत पर झाड़ने लगा और रिंकी राज का गर्म माल पाकर खुश हो गई ।

उसने घूमकर राज के लिप्स से अपने लिप्स जोड़ लिए - तुम्हारा कोई जवाब नही , उसका भी । तुम दोनो जबरजस्त हो हिहिहिही

राज - तो एक बार और हो जाए
रिंकी - उम्म्म अभी नही , बाहर हलचल हो रही थी किसी का दरवाजा खटखटाया जा रहा था , हम लोग भी निकलते है

राज को भी रिंकी की बाते सही लगी और वो कपड़े पहन कर बाहर निकल आया
इधर जैसे दुलारी और अनुज जैसे ही साथ में नीचे उतरे तो वहा मौजूद लोगो मे सबसे ज्यादा कोई शॉक्ड था तो सोनल थी ।

उसे यकीन नहीं हो रहा था कि उसका छोटा भाई जो बेहद शर्मिला और दब्बू सा है , वो दुलारी भाभी के साथ कमरे में था ।
कुछ ही मिनट में सारे लोग एकजुट हो गए और खाने के लिए एक साथ बैठ गए ।
खाना पीना हुआ हसीं ठिठौली का दौर देर तक चलता रहा , इधर मुरारी लगातार रंगी को आज रुकने के लिए मना रहा था , तो ममता ने भी किचन रागिनी से पहल की - रूक जाइए न दीदी प्लीज
रागिनी हस्ती हुई - मैं रुक जाऊंगी लेकिन शर्त वही रहेगी हिहिहिही

रागिनी के मजाक पर ममता को याद आया कि रागिनी ने उसकी पैंटी मांगी थी अभी तो वो हंसते हुए बोली - अच्छा ठीक है ले लेना , लेकिन वीडियो भी चाहिए

रागिनी - अरे ऐसे कैसे भाई , एक चीज पर एक सौदा, दूसरी के लिए दूसरी चीज लगेगी

ममता हस कर - अब क्या ? दो लेकर जाएंगी क्या ?
रांगिनी - उहु, ऊपर नीचे का दोनो हिहिहि
ममता लाज से - धत्त आप बहुत गंदी हो छीईई
रागिनी - में तो कल लेके जाऊंगी दोनो , और आज रात समधी जी का बिस्तर भी मेरा हिहीहि
ममता हस्ती हुई - बिस्तर ही क्यों , समधी जी को भी लेके सो जाना मैं एतराज नहीं करूंगी हिहिहिही

रागिनी - अरे मेरी बहना बाते गोल गोल न घुमाओ , सीधे सीधे बोलो ना अपने दीवाने उस कच्छी सूंघवा समधी के साथ सोना है

ममता शर्मा कर - धत्त दीदी चुप करो मैं नहीं जीत सकती आपसे , कैसे बोल लेती है आप

रागिनी - आज रात सारे गुर सीखा दूंगी ठीक है ना
ममता उसकी बातो पर हसने लगी
इधर ममता ने रागिनी की हामी भर ली थी तो रंगी भी मना नही पाया ।

रंगी - अच्छा ठीक है भाईसाहब आज रात रुक के जाएंगे फिर मदन भाई से मुलाकात भी नही हुई है लेकिन ?
मुरारी - क्या हुआ भाई साहब
रंगी - दरअसल घर पर सिर्फ औरतें है तो बच्चो को घर जाने देते है और जंगी भी कह रहा था कि निशा की मां बीमार है तो वो भी जायेगा

मुरारी - अरे सारे लोग चले ही जा रहे है
रंगी - अरे हम लोग है ना , और सोनल की मां के रहते लगेगा ही नही कि घर में बच्चे नही है हाआआहाहह

रागिनी बुदबुदाई - अच्छा जी , घर चलो बताती हूं।
रागिनी की आंखे और उसका झूठा गुस्सा सब लोगो ने पढ़ लिया और हाल में ठहाके लगते रहे देर तक ।

इधर अपने पापा के कहने पर राज और अनुज को घर के लिए जाना पड़ा दोनो भाई उदास मन से गए , तो जंगी निशा को लेकर अपने घर निकाल गया ।

वही मुरारी ने रंगी को गेस्ट रूम में आराम करने के लिए कह दिया और ममता रागिनी को अपने कमरे में ले गई , घर की बाकी औरते काम निपटा कर आराम करने चली गई।


मुरारी और रंगी की गेस्ट में देर तक बातें हो रही थी कि शाम 3 बजे के करीब मुरारी का मोबाइल बजा । फ़ोन देख कर मुरारी असहज हुआ और समझ गया कि ये काल किस लिए आ रहा है
फिर वो रंगी को आराम करने का बोल कर बाहर निकल गया ।

जारी रहेगी
Shandar update 🔥 :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2:
 

ajaydas241

New Member
55
136
33
UPDATE 222

राज के घर

इधर दोनो भाई रिक्शा कर घर के लिए निकल गए और दोनो के मन उखड़े हुए थे , मगर राज को अनुज के सिक्रेटस पता होने पर हंसी आ रही थी ।
अनुज ने नोटिस किया तो पूछ भी लिया - क्या हुआ भैया हस क्यूं रहे हो
राज - कुछ नही भाई तू उदास होना छोड़ दे । फिर कोई नई मिल जाएगी हाआआह्ह

अनुज - मैं समझा नही , क्या नई मिल जाएगी
राज हसता हुआ - रिंकी जैसी कोई , और तेरी तो किस्मत भी बुलंद है एक को छोड़ा तो दूसरी उठा ले गई तुझे हाहहा
राज की उलझी हुई बातें अनुज समझा गया कि उसके भैया को रिंकी और दुलारी भाभी दोनो की बात पता है
अनुज पहले शरमाया फिर उदास होकर - हा लेकिन क्या फायदा , पता नही कब मिलना होगा उनसे और फिर कल बुआ भी चली जाएगी

राज - अरे तो टेंशन क्यूं ले रहा है , आज घर में मम्मी पापा है नही तो काम बन जाना ही चाहिए

अनुज - सच में भैया , लेकिन मौसी है ना
राज - उसकी फिकर ना कर तू, पहले घर चलते है
इधर दोनो भाई घर की ओर बढ़ रहे थे तो वही चौराहे वाले घर रज्जो और शीला ने अपनी अपनी पैकिंग आज ही पूरी कर ली

रज्जो - उह्ह्ह्ह लोह्ह भाई ये भी बैग भर गया , अब थोड़ा आराम चाहिए मेरी तो सास ही फूलने लगी

शिला मुस्कुराई और उसको अपनी ओर खींचती हुई - फिर तो योगा वोगा शुरू कर दो मेरी जान , मेरे यहां तो मुंह खोले बिना ही सास लेनी पड़ेगी

रज्जो हस्ती हुई - धत्त कामिनी तु भी ना ,
शिला मुस्कुराई और उसकी बिस्तर पर धकेलती हुई - क्या बोली साली उम्म्म
और देखते ही देखते शिला उसके ऊपर चढ़ गई और उसके हाथ ऊपर कर उसके लिप्स चूसने शुरू कर दिए
रज्जो भी जोश में आकर शिला के लिप्स को चूबलाने लगी ,

शिला उसके ऊपर माथे जा रही थी और दोनो आपस में एक दूसरे को चूसे जा रहे थे
शिला ने अपनी कुर्ती ऊपर की और मोती मोटी दुधारू चूचियां रज्जो के मुंह पर रखती हुई ठूंसने लगी - अअह्ह्ह्ह्ह साली छीनार लेह बहुत बोलती है तेरा मुंह तो कई ऐसे ही बंद करूंगी अह्ह्ह्ह आउच उह्ह्ह्ह हरामजादी काट क्यू रही है

vid-720p-8
रज्जो उसकी मोटी चूचियां दोनो हाथो से पकड़ कर बारी बारी से निप्प्स को चूसने लगी और मिजती हुई - तेरी रसीली चूची को खा जाऊं ऐसी है ये उह्ह्ह्ह मेरी रांड शिला तेरे जोबन देख कर तो मेरा दिल बावरा हो जाता है तो तेरे घर के मर्दो का क्या हाल होता होगा उम्मम्म सीईईईईईआईआई

शिला उसके मुंह में अपनी चूचियां ठूंसती हुई - वही हाल होता है जैसा तेरा है मेरी सेक्सी रांड अअह्ह्ह्ह्ह कामिनी मुझे पटक दिया

vid-720p-10
रज्जो उसको घुमा कर नीचे कर देती है और अपनी मैक्सी उतार कर फेकती हुई वापस उसके ऊपर चढ़ कर उसकी रसीली मोटी थन सी चुचियों पर टूट पड़ती है - बहिनचोद तुझे तो पटक के पेलने में जो मजा है वो कही और कहा अअह्ह सच सच बता , तू अपने मुहल्ले भर के बच्चो को दूध पिलाती है क्या जो निप्पल तेरे इतने मोटे हो गए है अअह्ह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूचियां बदल बदल कर चूस रही थी - सच सच बता कौन कौन दूहता है तुझे मेरी जान आह्ह्ह्ह्ह्

रज्जो जिस तरह से शिला को मसल रगड़ रही थी शिला की चूत बजबजाने लगी थी - चल रही है , रोज सुबह भोर में दुहवा दूंगी तुझे भी अअह्ह्ह्हह् बहिनचोद उह्ह्ह्ह हिहिहिही आराम से फट जाएगा

vid-720p-9
रज्जो उसकी लेगी खींचती हुई - भोसड़ा बना चुकी है अब बचा ही क्या है उसमे , हाथी जैसा लंड घोंट घोंट कर पूरा हाईवे बना लिया है

शिला कसमसाती हुई अपने कूल्हे उछालने लगी - आह्ह्ह्ह्ह फिर क्यों चाट रही है उसे कुतिया के जैसे अअह्ह्ह्हह ममीइइई उह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूत में मुंह लगाए हुए - क्योंकि तेरी भोसड़ी का रस बहुत टेस्टी है अअह्ह्ह्हह कितना गर्म गर्म माल छिपा रखा है उम्मम्म्मम

vid-720p-11
रज्जो उसकी बुर में अपनी थूथ रगड़ती हुई भीतर जीभ नचाने लगी - अअह्ह्हह साली रण्डी कुतिया और चाट अअह्ह्ह्ह मेरा भोसडेदार चूत अअह्ह्ह्हह उह्ह्ह और और उह्ह्ह्ह


इधर दोनो चुदासी सेक्सी औरते आपस में एकदूसरे को मीज मसल रही थी तो वही बाहर राज और अनुज रिक्से से उतर चुके थे और गेट खोल कर मेन दरवाजा खोलते हुए हाल में घुसते है

अनुज - अरे बुआ और मौसी कहा है ? बुआआआ !!
तभी राज उसका हाथ पकड़ कर उसे रोकता हुआ अपनी मां के कमरे की ओर इशारा करते हुए चुप रहने को कहा
दोनो भाई दबे पाव कमरे की ओर बढ़े , कमरे से तेज कूलर की हनहनाहट में रज्जो और शीला की सिसकियां घुल चुकी थी
जैसे ही कमरे के दरवाजे से दोनो ने भीतर झांका राज और अनुज दोनो चौक गए

vid-720p-13
सामने बिस्तर पर शिला की जांघें खोले हुए रज्जो उसके ऊपर चढ़ कर कैंची बनाते हुए उसकी चूत से अपनी चूत आपस में रगड़ रही थी

vid-720p-12
दोनो भाई भौचक्के एक दूसरे को निहारते हुए खुश हो गए और अपना अपना लंड बाहर निकाल कर उसको सहलाते हुए कमरे में दाखिल हुए
जैसे ही शिला को भनक हुए वो रज्जो को धकेलते हुए उठ गई इस डर से की घर में बाकी लोग भी आ गए होगे

शिला - तु तुम दोनो , इतना जल्दी कैसे
अनुज हस्त हुआ - बस देखने आए थे आपको हिहिहिही
रज्जो - अनुज मस्ती नही , बता बाकी लोग कहा है ?

अनुज दांत दिखाता हुआ - खुद अकेले अकेले मस्ती कर रही हो और हमें कह रही हो मस्ती नही , देखा भैया इतनी नाइंसाफि

राज हस्त हुआ - ओहो बुआ मौसी कोई नही है , बस हम लोग है ,पापा मम्मी कल आयेंगे

रज्जो ने चैन की सास ली - लेकिन तुम दोनो अंदर कैसे आए , दीदी तुम दरवाजा लगाई थी न

शिला कुछ देर सोचा कर अपनी जीभ दांत में दबा कर मुस्कुराते हुए रज्जो को देखा और हसने लगी .
रज्जो - हम्म तभी तो मैं सोचू ये दोनो बैल घर में कैसे घुसे

अनुज - हम दोनो बैल अपनी अपनी गईया खोजते आए है मौसी हिहिहिही
शिला - ये कितना बिगड़ गया है इधर आ बताती हुं

अनुज अपना लंड सहलाता हुआ - आपके पास ही आ रहा हु बुआ
अनुज अपना लंड शिला के आगे परोसता हुआ उसके सर को सहलाने लगा ,शिला भी बिस्तर पर घोड़ी बनकर अनुज का लंड मुंह में भर कर चूसने लगी - अह्ह्ह् बुआ कितना ठंडा है अह्ह्ह्ह सीईईईईई

vid-720p-14
वही बगल से राज की भी सिसकी आने लगी - उम्म्म मौसी आह्ह्ह्ह्ह आपका तरीका बहुत अच्छा लगता है अह्ह्ह्ह कल से बहुत याद आओगे आप उह्ह्ह्ह

अनुज - हा बुआ आपकी भी बहुत याद आयेगी उह्ह्ह्ह आराम से उम्मम्म आप तो पूरा घोट जा रही हो अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह और चूसो उम्म्म्मम

शिला - मुझे भी तुम सब की बहुत याद आयेगी मेरे लाडलो उह्ह्ह्ह और ये भी कि मेरे बेटे अब जवान हो गए है आआआआअह्ह्ह औरते संभालने लायक
राज - क्यू बुआ पहले शक था क्या हिहिहिही आआआह्हह्ह्ह मौसी उह्ह्ह्ह ओह्ह्ह गॉड जी कर रहा है आपके मुंह में भर दू अह्ह्ह्ह्ह् ये लोह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह कितना मजा आता है आपके हर छेद में पेलने का उह्ह्ह्ह्ह्

राज गला फाड़ता हुआ रज्जो के गले में अपना लंड घुसेडने लगा और फिर उसको धक्का देकर बिस्तर पर चढ़ कर चूत में लंड घुसा दिया

रज्जो - आआआह्ह लल्ला उह्ह्ह्ह कबसे तेरे लंड को प्यासी थी मेरी चूत उह्ह्ह्ह और पेल आह्ह्ह्ह हा ऐसे ही अअह्ह्ह्ह्ह मजा आ रहा है बेटा ओह माआआ

vid-720p-15
राज उसकी चूत ने हचक के लंड उतार रहा था - अब ठीक न मौसी उह्ह्ह्ह लोह और लोह आज पूरी बच्चेदानी भर दूंगा तुम्हारी उह्ह्ह
रज्जजो : उह्ह्ह्ह लल्ला तेरे लंड से मेरी चूत बहने लगी है अअह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह हा खा जा उह्ह्ह्ह मम्ममिई उह्ह्ह्ह

राज लपक कर रज्जो की चूत में मुंह दे दिया और वही बगल शिला की जांघो के बीच अनुज भी उसकी बुर की फाकों से लेकर गाड़ की भूरी सुराख तक जीभ फिरा रहा था - उह्ह्ह्ह बेटा उम्म्म कितना मस्त चाटता है तू उम्मम्म्म आआह्ह्ह्ह्ह् भाभीए इन दोनो की जोड़ी कमाल की है अअह्ह्ह्हह
रज्जो बगल में लेटी हुई शिला के लिप्स से अपने लिप्स जोड़ कर मुस्कुराई हुई - जोड़ी तो हम दोनो की भी कमाल की है मेरी जान

vid-720p-16
अनुज - उम्म्म बुआ ना कबसे मुझे आपके बुर को चाटने का सपना आता था , है रोज आपकी गाड़ चाटने का सोच कर हिलाता था मैं उह्ह्ह्ह कितनी रसीली बुर है आपकी सीईईईईईआईआई

शिला - अअह्ह्ह्हह खा जा बेटा , चाट ले अपनी बुआ की बुर उम्म्मम तेरी छोटी सी जीभ मुझे पागल कर दे रही है

" मैं भी इसे खा लूं क्या मेरी जान अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह राज आराम से उह्ह्ह्ह बेटा उह्ह्ह्ह्ह" , रज्जो घोड़ी बनी हुई शिला की मोटी हिलती चूची को पकड़ कर सहलाती हुई अपने मुंह में भर लिया और उसके निप्पल चूसने लगी ।

vid-720p-17
शिला मानो पागल सी हो गई - अहह्ह्ह्ह भाभी उह्ह्ह्ह पी जाओ मेरे थन से टपकते रस को अअह्ह्ह्हह अओह्ह आराम से लाला उह्ह्ह्ह बहुत कसा है अच्छे से घुसा

रज्जो पीछे से राज के करारे झटके अपनी चूत में लेती हुई - अह्ह्ह्ह्ह लल्ला कस के घुसा एक ही बार में फाड़ दे उह्ह्ह्ह्ह

अनुज मारे जोश में शिला की टांग को अपने कंधे पर रखता हुआ एक करारे झटके के साथ शिला की रसाती बुर में हचाक से लंड पेल दिया - अअह्ह्ह्ह मम्मिई फाड़ दिया रे उह्ह्ह्ह अब रुका क्यू है चोद ना हरामी मौसी का चमचा कुत्ता कही का अअह्ह्ह्ह जल रहा है

vid-720p-18
अनुज बत्तीसी दिखा कर रजजो के साथ हस रहा और फिर अपनी बुआ की चूत में लंड चलाने लगा - ओह गॉड बुआ आपकी चूत बहुत गरम है अअह्ह्ह्ह

रज्जो - जा बेटा तेरी बुआ एक नंबर की रंडी है हमेशा आग लगी रहती है इसकी चूत में पेल आज रहम मत दिखाना
अनुज अपनी मौसी की बातें सुन कर जोश में कस कस के शिला की बुर फाड़ने लगा , शिला गला फाड़ कर चीखने लगी
वही राज ने एक बार फिर पोजिशन बदल दिया और नीचे लेट कर अपनी मौसी को चोदने लगा

राज अपनी मौसी की खरबूजे सी मुंह पर लटकती छातियां पिता हुआ उसकी बड़ी सी गाड़ थामे सटासट रज्जो की बुर में लंड पेले जा रहा था और रज्जो भी शिला की तरह बेफिकर सिसकियां ले रही थी - उह्ह्ह्ह लल्ला ना जाने तुझे इतना जोश कैसे आ जाता है जब तू अनुज के साथ होता है अअह्ह्ह्ह्ह फाड़ और पेल अपनी मौसी की चूत को अओहह्ह उम्मम्म्म रुकना मत बेटा अअह्ह्ह्ह सीईईईई

राज - वो तो पता नही मौसी लेकिन आज तो पूरी रात आपको ऐसे ही पेलने वाला हु , क्यू अनुज

vid-720p-20
अनुज जो अब तक शिला को घोड़ी बना कर उसकी चूत में लंड घुसाये हुए शिला की गाड़ मसल मसल कर पेल रहा था - अह्ह्ह्ह्ह हा भैया फिर ना जाने ये मौका कब मिले , और जब फिर से मुझे बुआ की गाड़ सहलाने को मिले आआआह्हह्ह् मेरी सेक्सी चुदक्कड़ बुआ अअह्ह्ह्हह

शिला - हा लल्ला पेल ना अपनी चुदक्कड़ बुआ को और पेल और उह्ह्ह्ह और कैसी लगती हूं मैं तुझे मेरे लाल अअह्ह्ह्ह्

अनुज मारे जोश ने शिला की चूत की जड़ो में लंड घूसाता हुआ - अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ तुम तो मुझे किसी रंडी जैसी लगती हो , अह्ह्ह्ह लगता है तुम्हारी गाड़ 50 लोग मिल कर मारते है थी इतनी बड़ी हो गई है , जी कर रहा है इसी गाड़ में झाड़ जाऊं उह्ह्ह्ह आपकी गाड़ हुआ मुझे पागल कर रही है आपकी गाड़ चाटना मुझे बहुत पसंद है बुआ अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह मेरी रंडी बुआ मेरा आने वाला है अअह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह

शिला - भर दे बेटा भर अपनी बुआ की बुर उह्ह्ह्ह
वही बगल मे राज भी रज्जो को एक बार फिर घोड़ी बनाए हुए करारे झटके दे रहा था और अनुज शिला की बातें उसे भी चरम पर ले आई थी और दोनो भाई एक साथ रज्जो और शीला की चूत में अपने अपने फब्बवारे छोड़ दिए
शिला और रज्जो देर तक उनके झटको से निकलती गर्म पिचकारी की धार चूत की दीवारों में महसूस करती रही और दोनो थक कर उनके ऊपर ही रह गए

मगर जोश कहा किसी का ठंडा होने वाला था और अनुज ने शिला की गाड़ चाटते हुए एक बार फिर से नए राउंड की पहल कर दी थी
तो वही रज्जो अपनी चूत से निकले राज के लंड को मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दी ।


अमन के घर

फोन की घंटी मुरारी को बेचैन कर चुकी थी और रंगी से इजाजत लेकर गेस्ट रूम से बाहर आ कर हाल में आया तो जीने के पास अमन बेचैन खड़ा हुआ था
मुरारी - क्या हुआ बेटा
अमन - पापा !! वो ....
मुरारी - हा बोल ना बेटा ,क्या बात है ?
अमन थोड़ा झिझक कर मुस्कुराता शर्माता - वो में ऊपर बोर हो रहा था तो सोचा आपसे बात करू , आप बिजी तो नही ।

मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि अमन की बेचैनी का कारन क्या हो सकता है और वो मुस्कुराते हुए - अच्छा ठीक है चल गोदाम में चलते है
अमन - आपके कमरे में चलते है ना
मुरारी - अरे वहा तेरी मां और वो तेरी सास होगी

अमन - नही पापा वो बाहर मौसम सुहाना हुआ है बारिश वाला तो मम्मी , उनको लेकर ऊपर ही गई है

मुरारी - अच्छा ,फिर ठीक है चल
दोनो बाप बेटे कमरे में दाखिल होते है और हल्का सा दरवाजे भिडका देते है ताकि अगर गलियारे से कोई बाथरूम की ओर कोई जाए तो भी दरवाजे की आड़ में सोफे पर बैठे हुए वो दोनो किसी को ना दिखे ।

मुरारी - हा बोल बेटा
अमन थोड़ा शर्माता हुआ - पापा क्या हुआ कल , मम्मी ने पहना था वो कपड़ा

मुरारी अमन के जज्बात बखूबी समझ रहा था और मुस्कुरा कर - हा बेटा और सच कहूं तो पिछली बार वो मजा नही आया था जो इस बार आया ।

अमन - क्यू ? ऐसा क्या हुआ इस बार ?
मुरारी अपने पजामे में अंगड़ाई लेते लंड को मिजता हुआ - अरे तब के समय में और अब के समय में तेरी मां का बदन दुगना से ज्यादा गदराया हुआ है , उसके चूतड को 3 गुना ज्यादा बड़े दिखते है अब और कल रात वो कच्छी में उसकी बड़ी सी गाड़ ने मुझे पागल कर दिया , अगर तू देखा होता तो तू भी अपनी मां पर लट्टू हो जाता

अमन का लंड एकदम से अपनी मां को उस रूप में देखने के लिए फड़फड़ा उठा - और फिर

मुरारी - बेटा तूने जो वो ब्रा ऑर्डर की थी वो तो आगे से एकदम आरपार दिखने वाली थी , उसमे से झांकती तेरी मां की मोटी मोटी चूचियां उम्मम्म कितनी रसीली लग रही थी अअह्ह्ह्हह तू देखता तो तुझे फिर से मन करता कि उसकी गोदी में लेट कर उसका दूध पी जाऊं

अमन अपना लंड अपने बाप के सामने मिजते हुए उसकी और निहार कर - पापा दिखाओ ना मम्मी को प्लीज
मुरारी अमन की आंखों में अपनी के लिए दीवानगी साफ साफ देख रहे था , उसका हाथ कैसे अपनी मां के गदराए जिस्म के बारे में सोच कर अपना लंड मसल रहा है और वो मुस्कुराता हुआ अपने जेब से मोबाइल निकाल कर गैलरी ओपन कर अमन के हाथ में मोबाइल दे देता है

20240922-150326

अमन कई सारे सेक्सी तस्वीरों मे से अपना एक तस्वीर ओपन करता है जिसमे उसकी मां सर पर चुन्नी लिए हाथ फैला कर आईने के आगे खड़ी थी और उस जालीदार चुन्नी के नीचे उसके फैले हुए चूतड की दरारों को उसके बालो के परांदे ने धक रखा था , सामने आईने में ब्रा से बिलकुल वैसी ही उसकी रसीली छातियां झलक रही थी जैसा उसके पापा अभी बता रहे थे , अपनी मां का कौमार्य रूप देख कर अमन का दिल जोरो से धड़क रहा था उसका दूसरा हाथ अपने सुपाड़े को मसल रहा था

तभी अमन ने एक वीडियो पले कर दी जिसमे उसकी मां ने घूम और अदाये दिखा कर बड़े ही सेक्सी सेक्सी पोज दिए थे और उसके पूरे बदन की नुमाइश थी उसमे - उह्ह्ह्ह गॉड कितनी सेक्सी लग रही है मम्मी

मुरारी अपने बेटे से उसके मां के लिए सेक्सी शब्द सुनकर भीतर से सिहर उठा और अपना मूसल मसलने लगा ।
अमन - पापा ये सब मैं अपने मोबाइल में लेलू प्लीज
मुरारी अमन के जजबात समझ रहा था और मुस्कुरा कर हा में सर हिला दिया और अमन ने फटाफट अपने व्हाट्सएप पर सारी तस्वीर लेली और मुरारी को मोबाइल दे दी

मुरारी मोबाइल बंद कर जेब में रखता है कि फिर से उसका mobile वाइब्रेट होता है और मोबाइल स्क्रीन पर अमन कुछ फोटो भेजे थे उसके नोटिफिकेशन देख कर - तूने क्या भेजा है बेटा

अमन इसपे मुस्कुरा कर थोड़ा शर्माता हुआ - खोल के देखो ना , वो कल रात मुझे आपकी बातें याद आ रही थी तो मैंने

इधर अमन की बातें पूरी नहीं हुई थी मुरारी चौक कर बोल पड़ा - अरे ये तो बहु है
अमन मुस्कुरा कर - जी पापा , मैने सोचा क्यों न उसको शादी में दिए हुए आपके गहने पहना कर तैयार करू जैसा आप मम्मी को करवाते हो । कैसी लग रही है आपकी बहू पापा ?

GXAqdi-W4-AAyp-G2
सामने मोबाइल में अपनी नई नवेली बहु की नंगी सिर्फ सोने के गहनों में सजी हुई उसपे से माथे पर एक लाल चुन्नी लिए खड़ी हुई देख कर मुरारी का लंड बेकाबू हो गया , उसकी नजर अपनी बहु के जिस्म से हट ही नहीं रही थी , रानी हार जो उसने खास तौर पर अपनी बहु के लिए पसंद किया था वो आज उसके दोनो मोटे मोटे चुचियों के बीच लटकता पा रहा था उसके गुलाबी निप्पल और फिर हल्के फुल्के बालों वाली गुलाबी चूत को ढकती सोने की करधन ने तो कयामत ही कर रखा था , मुरारी को उम्मीद नहीं थी कि अमन उसके लिए ऐसा तोहफा लाएगा ।

अमन अपने पापा को चोरी छिपे अपने कुर्ते के नीचे से सोनल को एक तक निहार कर अपना लंड मुठिया रहा था - बोलो ना पापा कैसी लग रही है आपकी बहू ?

मुरारी को अमन के सवाल से जोश भी आ रहा था तो भीतर डर भी था वो यूं खुल कर अमन के सामने अपने जज्बात नही रख सकता - अअह्ह्ह्ह बेटा क्या कहूं, ऐसा लग रहा है कि सालों पहले तेरी मां को निहार रहा हु

मुरारी फिर से व्हाट्सएप खोलता हुआ - रुक तुझे भी कुछ भेजता हु वो भी देख
अमन कामुकता भरी जिज्ञासा से - क्या पापा ?
मुरारी ने धड़ाधड़ एक के बार एक कुछ दूसरी तस्वीर भेजी और अमन ने जैसे ही मोबाइल में ओपन किया

20240922-150256

तो अमन उसकी मां पूरी नंगी होकर बेड पर लेटी हुई थी उसकी मोटी मोटी चूचियां और मोटे जामुन जीतने बड़े बड़े भूरे निप्पल देख कर अमन के मन में मन पानी आ गया - उह्ह्ह्ह गॉड पापा , मम्मी के दूध कितने बड़े बड़े है

मुरारी का ध्यान तो सिर्फ सोनल के गुलाबी चुचियों पर था - है ना , बहुत मजा आता है बेटा तेरी मां के ऊपर चढ़ कर उसके दूध पीने का
अमन - हा पापा मेरा भी मन कर रहा है कि मां के ऊपर लेट कर उनके दूध पियू, मां के निप्पल कितने मोटे है और सेक्सी भी

मुरारी अपने बेटे से उसकी मां के चुचियों की तारीफ सुनकर अब पूरे जोश में उसके आगे अपना लंड मसल रहा था और अमन भी बिना डरे अपने पापा के आगे अपना लंड मिज रहा था - अह्ह्ह्ह्ह पापा , आपको सोनल के निप्पल कैसे लग रहे है
मुरारी मोबाइल में सोनल की रसदार गुलाबी निप्पल को देखकर जोश ने - अअह्ह्ह्हह बेटा बहु के निप्पल तो बिलकुल तेरी के जैसे है , जब वो व्याह के आई थी , ऐसी ही कोरी कोरी मगर हल्की भूरी, मैं उन्हें खूब मिजता और चूसता था । तेरी मां को वो खूब भाता था और तूने बचपन में अपनी मां का दूध 5 साल तक पिया है इसीलिए उसके निप्पल इतने मोटे है

अमन भरे जोश में अपनी की नंगी चूचियां और मोती मोटी काली घुंडीया निहार कर आहे भरता हुआ अगली तस्वीरे देखता है - पापा मुझे फिर से मम्मी का दूध पीना है अह्ह्ह्ह कितना सेक्सी है ओह्ह्हज गॉड पापा ये भी है उफ्फफ्फ कितनी बड़ी गाड़ है मम्मी की

IMG-20221208-072604
मुरारी - हा बेटा रोज उसी गाड़ पर झड़ता हूं मैं और तेरी मां को भी अपनी गाड़ पर मेरा पानी लेना बहुत पसंद है

मुरारि भी अगली तस्विरे देखता है जिस्मे सोनल के लम्बी बालो की चोटी उसके गाड़ के दरारो तक जा रही थी

GU5v-Js-GW0-AAAfz6
मुरारि - ओझ्ह्ह बहु के चूतड भी कम बड़े नही है बेटा अह्ह्ह्ह इतनी लंबी चोटी पहले तेरी मां की भी थी जो ऐसे ही उसके गाड़ के दरारों को ढक लेती थी

अमन - सीईईईईईआई पापा एक बात पूछूं
मुरारी अपना लंड हिलाते हुए अपनी बहु के एक वीडियो में हिलते चूतड निहार रहा था - हा बोल ना बेटा अअह्ह्ह्ह्ह क्या पूछना है
अमन - पापा आपने कभी मम्मी की गाड़ मारी है , कभी उसके बड़े बड़े चूतड के दरारों में अपना लंड डाल कर घिसा है , मैं सोनल को लिटा कर उसके मोटे मोटे गाड़ के दरारों में लंड घिसता हु और कल रात को

मुरारी अपनी बहु के बारे में सोच कर - क्याह्ह बेटा क्या हुआ कल रात को ?
अमन आंखे बंद कर जोरो से लंड को लोअर के ऊपर से से हिलाता हुआ - कल रात को उसके गाड़ के दरारों में ही झड़ गया था , पूरा रस उसके चूत के फाकों में भर गया था

मुरारी अमन की बातें आंखे बंद कर अपनी कल्पना में बहु के गाड़ की दरारों में झड़ता हुआ अमन को महसूस कर रहा था देख रहा था कैसे उसके गाड़ से उसकी चूत तक अमन का गाढ़ा मलाईदार रस बहु के गुलाबी फाकों को और गुलाबी किए जा रहा था ।

अमन - पापा मैं बाथरूम जा रहा हु
मुरारी उसको पकड़ कर बिठाते हुए - अब मुझसे क्या शर्मा रहा है , मैं नही जानता क्या करेगा वहा जाकर

अमन मुस्कुराने लगा - तो क्या आपके सामने
मुरारी झटके से अपना तनमनाया लंड बाहर निकाल जिसका सुपाड़ा खूब लाल हुआ पडा था मसलने से - अरे तू भी निकाल भाई

और अमन ने भी अपना हथियार निकाला , जो सीधे मुरारी का स्वा गुना दिख रहा था था जिसे देख कर मुरारी का हलक सूखने लगा और अगले ही पल अभिमान से भरता हुआ - बाप शेर तो बेटा स्वा शेर हा हां

अमन अपना लंड सहलाता हुआ - पापा एक बात और पुछु
मुरारी सोफे पर फैलता हुआ अपना मूसल मसलने लगा- हा बेटा पूछ ना
अमन भी उसकी देखा देखी वैसे ही पोजिशन में आ गया - पापा आपको मम्मी की गाड़ चाटने का मन नाही करता ,उसकी चूत के फांके चुबलाने का मन नाही करता

मुरारी - क्यू तू बहु की चूत और गाड़ चाटता है क्या
अमन आंखे बंद कर अपना लंड हिलाता हुआ - पापा , उसकी गाड़ का गुलाबी छेद देखोगे तो आप भी खुद को रोक नहीं पाओगे जैसे मैं नहीं रोक पाता खुद को

मुरारी आंखे बन्द कर अपनी बहु के गाड़ के गहरे दरारों में उसके गुलाबी सुराख की कल्पना कर - क्या सच में बेटा , बहु की गाड़ का सुराख गुलाबी है
अमन - हा पापा और उसके बुर के फांके भी एकदम सुर्ख गुलाबी , जीभ चलाओ तो पूरी लाल होने लगती है

मुरारी अपना लंड मसलता हुआ - अह्ह्ह्ह्ह सच में ऐसी चूत को कौन नहीं चाटेगा बेटा , मुझे मिले तो मैं खा जाऊं , तू क्या करेगा बेटा अगर तुझे तेरी मां की नंगी गाड़ मिल जाए

अमन सिसकियां लेटा हुआ - अअह्ह्ह्ह पापा मुझे मां की गाड़ मिल जाए तो मैं उन्हें अपने मुंह पर घंटो बैठने को कहूंगा और खूब जीभ लगा लगा कर उनकी गाड़ और चूत चाटूंगा , ताकि वो जब झड़े तो सारा रस मेरे मुंह में आए

मुरारी अपने बेटे की बातें सुनकर वो पल सोचने लगा जब ममता अमन के मुंह पर अपनी गाड़ रख देगी और अमन उसकी गाड़ चाटेगा , मुरारी अब तक एकदम चरम पर आ गया था
अमन - पापा आप क्या करोगे अगर सोनल की नंगी चूत मिल जाए आपको तो आप क्या करोगे

मुरारी अपनी कल्पना में अपने आगे अपनी बहु को नंगी अपनी चूत खोले देखता है जो अपनी जांघें फैलाये उसे अपनी ओर बुला रही होती है और मुरारी उस कल्पना में उसकी गुलाबी बहती चूत में अपना टोपा फसा रहा था - अह्ह्ह्ह्ह बेटा मुझ बहु की चूत मिल जाए तो मैं उसे चोद दूंगा , उसकी गुलाब सी पंखुड़ियों को रौदता हुआ अपना लंड उसके बुर के जड़ो में उतार दूंगा

सोनल की चूत में अपने पापा का मोटा लंड घुसाने का सोच कर ही अमन पूरे जोश में आ गया - हा पापा चोद लेना भर देना अपनी बहु की गुलाबी चूत को उह्ह्ह्ह आपकी बहु बहुत चुदक्कड़ है खूब लंड लेती है मेरा

मुरारी - क्या सच में बेटा
अमन - हा पापा आपकी बहू को चुदाई करना बहुत पसंद है , वो तो मेरे लंड की दीवानी है , इसे खूब चूसती है खुद बुर में घुसती है

मुरारी - अअह्ह्ह्हह बेटा तेरा फौलादी लंड अगर तेरी मां देख ले तो वो भी दीवानी हो जाएगी , उसकी लंबी फाकों वाली बड़ी चूत के लिए तेरा लंड तो एकदम फिट है , पूरा घुस जायेगा उसके भोसड़े में

अमन तेजी से अपना लंड हिलाने लगा - हा पापा , मुझे भी मम्मी की गर्म चूत में घुसना है और उसके ऊपर चढ़ कर उसको चोदते हुए उसके मोटे मोटे दूध पीना है

मुरारी - हा बेटा पेल लेना तू भी अपनी मां को और पेल पेल एक उसकी गाड़ पर झड़ना , बोल झड़ेगा न अपनी मां की बड़ी सी गाड़ पर उम्मम्म

अमन - हा पापा झडूंगा अअह्ह्ह्हह ममीइइई की गाड़ को भर दूंगा मैं अअह्ह्ह्ह्ह आप कहा झड़ोगे सोनल को चोद कर

मुरारी तेजी से अपना लंड मुठियाता हुआ - बेटा मैं तो मेरी लाडली बहु के गुलाबी चुचियों पर अपना रस गिराऊंगा जिससे वो और भी गुलाबी हो जाएंगी अह्ह्ह्ह्ह

अमन - ओह पापा अअह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी मम्मी अह्ह्ह्ह्ह आपकी गाड़ मुझे बहुत पसंद है देखो ना पापा मैं मम्मी की गाड़ पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्हह ममीई उह्ह्ह्ह
और अमन की पिचकारी छुट गई , वही मुरारी भी तेज सिसकियां लेता हुआ झड़ने लगा - अअह्ह्ह्ह बेटा मैं भी बहु के चुचियों पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा भी अह्ह्ह्ह्ह बहु तेरे चूचे उम्मम्म अअह्ह्ह्ह

जल्द ही दोनो बाप बेटे ने आखिरी बूंद तक बहु और मां के नाम पर निचोड़ दी और सुस्त होकर सोफे पर फेल गए

वही उपर पीछे की बालकिनी में ममता रागिनी को लेकर पहुंची थी ।

रागिनी - हम्म् तो ये है आपकी वो खास जगह

ममता रेलिंग पर आगे झुकती हुई - जी , मुझे मेरे घर का ये हिस्सा बहुत पसंद है और खास कर जब रात का समय या फिर ऐसा सुहाना मौसम हो , यह मुझे बहुत अच्छा लगता है

रागिनी ने ममता के उभरे हुए कूल्हे सहलाती हुई उसके करीब खड़ी होकर - तो क्या कभी इस खास जगह पर खास माहौल बनाया है

ममता - मतलब
रागिनी हस्ती हुई - अब इतनी भी भोली न बनो बहना , इतनी स्पेशल जगह पर समधी जी ने यह चादर न बिछाई हो , ऐसे कैसे हो सकता है हिहिहिही

ममता लजाती हुई - धत्त आपके दिमाग में वही सब चलता है क्या हिहिहिही
रागिनी - अरे शरमाओ मत , बताओ ना मैं सब कुछ सिक्रेट रखूंगी पक्का

ममता - नही अभी तक तो नही ,क्योंकि उनका खूंटा बंद कमरे में ही खड़ा होता है हिहिहिही

रागिनी हस्ती हुई - अरे जब खूंटा खड़ा हो और धीरे से नंगे ही कमरे से बाहर निकल जाओ और सीढ़िया चढ़ कर यहां, देखो कैसे लार टपकाते हुए आते है हिहिही

ममता - हा जैसे घर में कोई रहेगा नही , किसी ने देख लिया तो

रागिनी - अरे मेरी बहना इतना डरोगी तो लाइफ के मजे कैसे लोगी हिहिहिही, थोड़ा हिम्मत दिखाओ
एक बात बताऊं

ममता जिज्ञासु होकर उसकी ओर देखा

रागिनी - कभी कभी जब आपके समधी जी नही होते है तो मैं अपने कमरे में ही सारे कपड़े उतार कर नंगी होकर ऊपर चली जाती हु और खुली छत पर अंधेरी रात में पीछे की ओर खेतो में देखना मुझे अच्छा लगता है

ममता - क्या सच में और बच्चे ?
रागिनी - वो सब अपने अपने कमरे में सो रहे होते है , लेकिन मजा बहुत आता है हल्की सर्द हवाएं जब जिस्म को छूती है और तब तो आपके समधी जी याद और भी आती है । मन करता है ऐसे मौसम में उनकी बांहों की गरमाहट मिल जाए तो मजा दुगना हो जाएं

ममता मानो रागिनी के उस ख्वाब में खो सी गई और इधर तेज हवा चलने लगी
वही नीचे से मदन वापस आ चुका था तेज आंधियों के कारण सब कुछ उड़ रहा था , धूल कचरा भूसा पन्नी सब
वो अपनी गाड़ी लगा कर जल्दी जल्दी मेन गेट का दरवाजा लगा रहा था , और उसकी नजर अनाज के गोदाम के खुले दरवाजे पर गई वो भागता हुआ गोदाम का दरवाजा खींच कर बाहर से बंद करके चटकनी लगाना चाहता था मगर हवा के तेज झोंखे उसे ऐसा करने से रोक हुए था , तभी ऊपर टेरिस की चारदीवारी से पैरासूट की तरह खुल कर एक ब्रा हवाओं में उड़ती हुई जमीन पर गई और धूल में घिसटती हुई मदन के पाव के पास रूक गई
पैर के पास नई ब्रा देख कर मदन ने आधी खुली आंखों से फौरन ऊपर देखा कि कही ऊपर से तो नही गिरा ना और उसका अंदाजा सही निकला , जब उसने चारदीवारी से झांकती सोनल को देखा ।
सोनल मारे लिहाज के झट से पीछे हो गई और मदन समझ गया कि उसकी बहु कपड़े उतारने गई होगी और आंधी में उड़ कर बेचारी की ब्रा यहां उसके पास चली आई , तभी तेज तड़तडाहट के साथ बारिश होने लगी । मदन ने जैसे तैसे करके गोदाम बंद किया आगे अपने बहु की ब्रा को मोड़ कर कुर्ते के जेब में रखता हुआ जल्दी से घर आ गया
हाल में देखा कि वहा कोई नही है ,मदन को एक पल को लगा कि शायद सब चले गए । उसे जोरो की पेशाब लगी थी और बारिश में हल्का हल्का भीगने से प्रेसर भी जोर था मगर जेब रखी बहु की ब्रा लेकर बाथरूम में जाना उसे अनुचित लग रहा था मगर बहु को उसकी ब्रा लौटाना भी कम बोझ का काम नही था । ना ही वो अमन को इसमे शामिल करना चाहता था और अपनी भाभी या संगीता से कह कर भेजवाता तो पक्का उसका मजाक बनाती
इसीलिए वो बड़े झिझक में खुद ही ऊपर पहुंचा और सोनल के कमरे का दरवाजा खटखटाया
सामने सोनल आई और मदन ने बिना उसकी ओर देखे ही ब्रा उसकी ओर बढ़ा दी - बहु ये तुम्हारा कपड़ा नीचे गिर गया था , लो।
अगले ही पल मदन उसको देकर जैसे ही घूम कर अपना पल्ला झाड़ कर निकलने का सोचा ही था कि पीछे से सोनल ने टोका - चाचा जी ये मेरा नही है ,इतना बड़ा मैं नही पहनती । ये जरूर मम्मी जी का होगा

मदन भीतर से फिर से उलझ सा गया उसको पहले से ही अपनी बहु के आगे आने में हिचक हो रही थी , जबसे उसने शादी के बाद की अगली सुबह सोनल का खुला जोबन देखा था और अब ये ब्रा का ड्रामा

मदन का दिमाग नही चल रहा था और वो घूम कर सोनल के हाथ से ब्रा लेकर वापस जाते हुए बोला - ठीक है मैं भाभी को दे देता हु फिर

इधर सोनल ने झट से दरवाजा लगा दिया और वही मदन एक फिर अपने फैसले के लिए भीतर से खुद को गालियां देने लगा कि क्यू उसने बहु से ये लफ्ज़ कहे । बहु क्या सोचेगी कि मैं बहुत आसानी से उसकी सास को ब्रा देने जाऊंगा ।

मदन पैर पटकता हुआ नीचे आया और उसने हाल में से ही अटकलें लगाने शुरू कर दिए कि कमरे में कोई है तो नही । उसपे से पेशाब का प्रेसर और भी था ।
आखिर उसने तय किया कि एक बार वो गलियारे से भीतर ममता के कमरे में झांकता हुआ निकलेगा अगर कोई नही हुआ तो वापस लौटते समय वो ममता के कमरे में ब्रा फेंक कर आ जाएगा

मदन के लिए सब कुछ उसकी योजना के मुताबिक था , वो गलियारे से होकर बाथरूम की ओर बढ़ रहा था वो ठीक वही समय था जब दोनो बाप बेटे एक साथ मुठ्ठी मार कर झड़ कर सुस्ता रहे थे और कमरे का दरवाजा ऐसे भीडका हुआ था कि गलियारे से गुजरने वाले को यही दिखेगा कि कमरे में कोई नही है ।
मदन को भी वही भ्रम हुआ उसे जाते वक्त यही लगा कि कमरे में कोई नही है और सब कुछ एकदम शांत था , मदन जल्दी से बाथरूम में फ्रेश हुआ और हाथ धूल कर वापस आ रहा था तो उसको उसका रूमाल नही मिल रहा था , उसे यकीनन अंदाजा हुआ जरूर ऊपर बहु के कमरे पास ब्रा निकालते हुए गिरा होगा ।
उसने गीले हाथो से ही ममता की ब्रा को जेब से निकाला और आधे खुले दरवाजे से भीतर बिस्तर की ओर उसे झटक दिया और तेज कदमों से आगे बढ़ा
दरवाजे से उड़ती हुई ब्रा बिस्तर के पावे से टकरा कर जमीन पर गिरी और दोनो बाप बेटे हडबडा कर अपना कपड़ा सही करते हुए उठ खड़े हुए मुरारी ने लपक कर वो ब्रा उठाई और तेजी से दरवाजा खोल कर गलियारे से हाल में झांका तो देखा मदन हाल के सोफे पर बैठ कर सुस्ताते हुए स्टैंड फैन की हवा खा रहा है ।
मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि ये हरकत किसकी है और वो गुस्से से लाल हो गया ।

अमन - क्या हुआ पापा कौन था ।
मुरारी - और कौन होगा , तेरा चाचा था ।

अमन को अपने पापा के चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा था उसने अपने बाप को बोतल से पानी दिया और शांत होकर - क्या बात है पापा आप नाराज क्यों हो गए

मुरारी - तुझे एक राज की बात बताता हु सुन
फिर मुरारी ने अमन को संगीता और मुरारी के बीच की बातें बताई - क्या सच में बुआ और चाचा आपस में ।

मुरारी - और उसका ठरक रुकने वाला नही है , अब देख तेरी मां की ब्रा लेकर न जाने बाथरूम में क्या क्या नाश किया होगा कमीने ने हुह्ह

अमन हंसता हुआ - अब जब उनकी शादी नही करवाई आपने तो ये सब होना ही था ना , कबतक कोई खुद को रोक पाएगा पापा और फिर मां की मटकती गाड़ और बड़े बड़े चूचे किसी को भी आकर्षित कर देंगे ।

मुरारी - अरे जिससे वो शादी करना चाहता था उसके बाप ने उस लड़की की शादी कही और कर दी , तो इसने जीवन भर कुंवारा रहने का फैसला कर लिया

अमन - और वो लड़की ,मतलब चाचा की गर्लफ्रेएंड उसने खुशी खुशी कर ली शादी ?

मुरारी - नही बेटा , बाप की मजबूरी बेटियां ही समझती है उसने मजबूरी में शादी कर तो ली मगर कुछ साल पहले उसका पति एक बस दुर्घटना में चल बसा ।

अमन - आपको कैसे पता
मुरारी - कुछ महीने पहले बड़े शहर में एक बार उससे मिलना हुआ था और उसने सारी कहानी बताई , दुख की बात है कि उसकी कोई औलाद भी नही है और वंश आगे न बढ़ाने उसपे से पति के मरने का दोष देकर बेचारी के ससुराल वालो ने ही उसे घर से बेघर कर दिया है

अमन - और चाचा को इस बारे में पता है
मुरारी - नही , उसने मना किया था कि वो इनसब का जिक्र मदन से ना करे ।
अमन - पापा आपको नही लगता कि अब चाचा को उनका प्यार लौटा देना चाहिए, इन दोनो की शादी करा देना चाहिए और उससे उनकी प्रेमिका का भी दुख दूर हो जाएगा । शायद इससे चाचा की हरकते भी सुधर जाए ।

अमन की बातें सुनकर कर मुरारी - हा बेटा मैं भी उसकी शादी के लिए सोच रहा था और तेरी मां ने संगीता की छोटी ननद का प्रस्ताव भी रखा था मगर तेरी शादी के उलझन में मैने इसपे ध्यान नहीं दिया ।

अमन - तो पापा आंटी जी को खोज निकालो और हमसब चाचू को शादी के लिए मना लेंगे

मुरारी हंसता हुआ - तूने तो मेरी सारी उलझन ही सुलझा दी, अब जबतक तू हनीमून से वापस आएगा मैं तेरी चाची खोज निकालूंगा ।

अमन - ठीक है पापा , वैसे आपको अजीब नही लग रहा है हनीमून पर साली को ले जाना हिहिहिही

मुरारी - अरे तेरी किस्मत बुलंद है कि निशा जैसी मस्त खूबसूरत साली मिली है , मौका मिले तो उसके साथ भी हिहिहिही

अमन हंसता हुआ - पापा आप भी कम नहीं हो , वैसे एक बात पूछूं, क्या आपने कभी मां के अलावा किसी के साथ ?

मुरारी उसके गाल खींचता हुआ - सारी बातें आज ही उगलवा लेगा उम्मम्म, जा अब अपने हनीमून की तैयारी कर और वापस आकर सारे किस्से सुनूंगा तुझे

अमन - क्यों नहीं पापा हिहिहिही थैंक यू
मुरारी - थैंक यू किसलिए भाई ?
अमन - मेरी दोस्ती एक्सेप्ट करने के लिए
मुरारी हंसता हुआ उसके कंधे पर हाथ रख कर अपनी ओर खींच लेता है ।

जल्द ही शाम ढलती है और फिर रात के खाने के बाद ममता रागिनी को लेकर अपने कमरे में सोने चली जाती है देर रात तक उनकी मस्तियां हसीं ठिठौली चलती है
वही मुरारी रंगी के साथ गेस्ट रूम में सो जाता , घर में रोज के जैसे ही मौहौल होता है । अमन आज दुगने जोश से सोनल की चुदाई करता है और वो भी सो जाता है ।
एक ओर जहां अनुज राज मिल कर पूरी रात शिला और रज्जो की छेद बदल बदल कर ठुकाई करते है तो दूसरी ओर राहुल एक घर में राहुल और अरुण ने दिन में चुदाई का कोटा पूरा कर सो चुके थे मगर जांगीलाल के कमरे की बत्ती देर रात तक जलती रही ।
आज की रात बदलाव की रात थी एक दूसरे से राज साझा करने की रात थी । अपने पति के प्यार के आगे शालिनी ने बड़े लाज ने निशा के सामने ही कमलनाथ से चुदने वाली बात स्वीकार कर ली तो बदले में जांगीलाल ने भी ईमानदारी दिखा कर रज्जो को चोदने का मामला साझा कर दिया ।निशा ने भी उसकी और राहुल की मिस्ट्री की सारी हिस्ट्री खोल कर अपने मम्मी पापा के आगे रख दी ।
फिर दो राउंड धमाकेदार चुदाई हुई और तीनो बाप बेटी मां एक फैमिली गैंगबेंग वाली चुदाई का सपना देखते हुए सो गए ।



अगली सुबह ......

अगली सुबह विदाई दुखद समाचार के साथ कुछ नए सफर का आगाज भी लिए खड़ी थी ।
मुरारी के यहां से रंगी और ममता ने विदाई ली और घर चले गए । उनके जाने के बाद संगीता और दुलारी भी उसी रोज अपने अपने घर के लिए निकल गए ।
इधर राज के घर से रज्जो शिला और अरुण की विदाई थी , रागिनी ने भी आंसू बहा कर सबको विदा किया ।
रज्जो शिला के साथ एक नए रोमांचक सफर के लिए निकल चुकी थी ।
राहुल के घर आज से चुदाई का एक नया अध्याय शुरू होने वाला था ।
तो वही शादी की जिम्मेदारियों मुफ्त होकर रंगी ने भी कुछ रोज की छुट्टी की इच्छा जाहिर की और कुछ रोज बाद इधर जब अमन सोनल और निशा के साथ हनीमून के निकला तो रंगी भी उसके बाद ही अपने ससुर से किया वादा पूरा करने के लिए दुकान की सारी जिम्मेदारी राज को सौप दी और खुद ससुराल निकल गया घुमने के लिए।

अनुज के बोर्ड होने वाले थे तो उस की पढ़ाई जरूरी थी ,मगर अब वो पहले वाला अनुज नही था । सोनल की शादी में अनुज बदल सा गया था अगले रोज से अनुज का कॉलेज का सफर भी शुरू हो गया था ।
वही मुरारी भी अपने बेटे से किया वादा निभाते हुए अपने भाई की प्रेमिका की तलाश में जुट गया ।


अब आगे ना जाने किसको कैसे अनुभव होने वाले थे मगर ये तय है कि आने वाला हर सफर हर एक रास्ता सबको नए सुहाने कामुक सपने जरुर दिखाएगा , कुछ हकीकत भी होंगी तो कुछ फसाने भी होंगे ।
मगर आपके लिए एंटरटेनमेंट ही एंटरटेनमेंट रहेगा इस कहानी में ।



सपना या हकीकत
अध्याय : 01

समाप्त
Bahut bahut lajawaab update bhai :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2: :booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2::booby2:
 

Sanju@

Well-Known Member
4,710
18,919
158
UPDATE 219

आगे चीजे सब जस की तस बनी रही ।
शालीनी की तबियत ठीक रही उस रात तो जंगी का कुछ काम नही बन पाया उलटे अपनी प्यारी बीवी की तबियत खराब होने का दोषी कही ना कही खुद को मानता रहा , ग्लानि भाव वो अपनी बीवी की देख रेख देर रात तक करता रहा ।

वही राहुल और अरुण ने अपना आज का कोटा पूरा कर लिया था तो वो भी चैन से सो गये ।
अनुज शिला को ना पाकर अपनी सेक्स की चसक निशा से निपटा कर सो गया
वही आज लगातार तीसरी रात रंगी ने तीन घोडीयो की सवारी की और उसके बड़े बेटे राज ने भी उसका साथ फिर से दिया ।
वही अमन के यहा का मौहौल भी समान्य रहा , खा पीकर सब अपने कमरे मे पहुच गये थे मगर असली खेल मुरारी शुरु करने जा रहा था ।

मुरारी- लो मेरी जान आज ये ट्राई करो
ममता खिलखिलाती हुई मुरारि के हाथ से पैकेट लेकर - इसमे क्या है ?
मुरारी- वही सरप्राइज जिस्का कल वादा किया था
ममता - ओहो सच मे

"अरे वाह वाह सेठ जी क्या बात है , क़्वालीटी और साइज़ एकदम सही " , ममता ने ब्रा पैंटी हाथ मे लेती हुई बोली ।

ममता ने मुरारी को चिढाने का सोचा और पैटी फैलाती हुई - ये मेरे किस काम की , ये आप अपनी संगीता को देदो हिहिही

मुरारी उसका मजाक समझ रहा था और उसने अपना हाथ बढा कर ममता की बुर को सलवार के उपर से टटोला - ये मै मेरी इस सन्गीता के लिये ही तो लेके आया हूँ मेरी जान,जरा उसे पहना के दिखाओ ना

ममता सिस्क कर - अह्ह्ह मेरे बलमा बहिनचोद उह्ह्ह सीईई उस रोज की तरह तैयार हो जाऊ
मुरारी उसको अपनी बाहो मे भरता हुआ - आह्ह मेरी जान तुमने तो मेरे दिल की बात जान ली , कैसे ?

ममता घूम कर उसके सामने होकर बोली - अपने राजा के दिल की रानी हु , मुझसे बेहतर कौन जानेगा कि आपको क्या चाहिये

मुरारी आगे बढ़ कर उसके सेब से लाल होते गाल को चूम लिया - ऊमम्मम्माआहहह मेरी रानी , अब जल्दी से तैयार होकर दिखा दो ना प्लीज

ममता - उहू ऐसे नही , पहले आप बाहर जाओ और जब मै बुलाऊ तब आना

मुरारी- क्या बाहर , इतनी रात मे मै बाहर क्या करूंगा
ममता खिलखिला कर उसको दरवाजे की ओर धकेलती हुई - जाओ देखो तुम्हारी बहिनिय फिर से मुह मारने किस कमरे मे जा रही है हिहिहिही
ये बोलकर ममता ने दरवाजा ल्गा दिया और मुरारी हसता हुआ गलियारे मे खड़ा अपना मुसल मसल कर - आह्ह आज तो अलग ही मूड मे है मेरी रानी इस्स्स्स मजा आयेगा

तभी उसको संगीता का ख्याल आया और वो लपक कर मदन के कमरे की ओर बढ़ गया , उम्मीद अनुसार वहा से मादक सिस्किया आ रही थी मगर दरवाजा लगा हुआ था

मगर आज ना जाने क्यू मुरारी को इस बात का बुरा नही लगा खैर चक्कर लगाता हुआ वो कभी हाल मे कभी गैलरी मे तो कभी मदन के कमरे के पास 20-25 मिंट बिता कर वो अपने कमरे के दरवाजे के पास पहुचा और आवाज दी
ममता - बस बस 2 मिंट उसके बाद आप दरवाजा खोल कर आ जाना ,

"और प्लीज कोई चिटिंग नही ,पूरे दो मिंट " ममता ने मुरारी के उमड़ते जज्बात को और सताते हुए बोली ।

बैचैन मुरारी फडफ्ड़ा कर रह गया और जैसे ही ममता की आवाज आई - आ जाओ
मुरारी का रोम रोम पुलकित हो उठा , उसके जिस्म मे सरसरी सी होने लगी, चेहरे पर अटूट खुशी की मुस्कुराहट खिल गयी और लन्ड बौरा उठा


सामने का नजारा बहुत कामुक और आकर्षक था , ममता कमरे के आईने आगे मुरारी के दिये गिफ्ट को अपने देह पर सोहल सृंगार सहित सजा चुकी थी
पैरो मे पाजेब , गले मे हार , कानो मे मैचींग झुमके , लटदार जुल्फो से सजी मांग से माथे तक लटकता टिका , आंखो के कजरा होठों पर लाली , हल्का फुल्का मेकअप का टचअप , हाथो मे खनक भरी चूडियां और सबसे बढ़ कर उसके बालों मे लगा हुआ गोल्डेन परान्दा जो लटक कर उसके गाड़ के दरारो तक पहुच रहा था ।

20240907-183633
सर पर आरपार दिखने वाली मैचींग चुन्नी लिये ममता आईने के आगे मूर्ती सी खड़ी थी
आईना मे उसके आधे जिस्म की झलक ही नजर आ रही थी बाकी सब छिप सा गया था उसके बड़े भडकिले फैले हुए चुतडो के आगे
मुरारी दरवाजे के पास ही आंखे फ़ाड कर खडा उसे निहार रहा था , सालो बाद आज उसने ममता का ये रूप देख , तब के मुकाबले अब ममता का शरीर 3 गुना विकास कर चुका था और वो बहुत ही सेक्सी दिख रही थी ।

ममता ने आईने मे अपने पति को दरवाजे के पास आंखे फ़ाड कर निहारते देखा तो मुस्कुरा कर अपनी चुन्नी को हाथो से फैला कर अपना आगे का जोबन दिखाती हुई उसकी ओर घूम गयी - कैसी लग रही हु मेरे राजा

20240907-183649

मुरारी की हालत तो और भी खराब हो गयी , उस मिड ट्रासपैरेंस ब्रा मे कसी हुई उसकी छातीय्प के गोल काले घेरे साफ झलक रहे थे और जांघो के बिच से निकली पैंटी भी ममता के चुत की लम्बी फाको को छिपाने मे नाकाम थी ।

ममता खिलखिलाई - क्यू मेरे राजा हो गयि बत्ती गुल्ल हिहिहहीही

मुरारी झट से दरवाजे पर कड़ी लगा कर ममता के पास आया और उसको पीछे से अपनी बाहो मे भर लिया , उसका मोटा खुन्टा तन कर सीधा ममता के मुलायम चुतड मे चुभ रहा था - आह्ह मेरी जान तु सच मे बहुत सेक्सी लग रही है सीईई जी कर रहा है तुझे सारी उम्र ऐसे ही रखू उम्म्ंम्माह्ह्ह
ममता उसकी बाहो मे कसमसाइ और बोली - उम्म्ंम सच मे मेरे राजा , रख लो ना जैसे तुम चाहो । मै तो तुम्हारी ही हु ना मेरे साजन उम्म्ंम

मुरारी अपना लन्ड पजामे मे से उसकी नरम नरम मे कोंचता हुआ उसकी छातीया दबोच लिया - अह्ह्ह मेरी जान आह तुम बहुत कमाल लग रही है , जी कर रहा है ये पल यही कैद कर लू ।

ममता सिस्स्क कर - समय को कैसे रोकू मेरे राजा वो तो बीत जायेगा , हम तो बस ये प्यार के पल यादो के सजो सकते है

मुरारी - मेरे पास एक आईडिया है
ममता उसकी बाहो मे ही पडे हुए सामने आईने उसका चेहरा देख कर बोली - कैसा आईडिया

मुरारी- रुको बताता हु।
फिर मुरारी ने जेब से मोबाईल निकाला और कैमेरा चालू कर तस्वीरे निकालने लगा

ममता - ओहो मेरे सैया फोटोग्राफर हिहिहिही रुको पोज भी देती हूँ

फिर एक के बाद एक ममता ने सेक्सी पोज दिये और मुरारी ने कुछ एक वीडियो भी बनाई ।
फिर उसने उसको पक्ड कर अपनी बाहो मे भर लिया ।

मुरारी- जान सुनो ना
ममता - हा मेरे राजा बोलो ना
मुरारी हाथ आगे बढा कर उसकी बुर पर रखा था - जान आज मै मेरी इस संगीता को खुब प्यार देना चाहता हु

ममता मुरारि के मुह से संगीता का नाम सून कर सिहर उठी - ओह्ह्ह सच मे मेरे राजा उम्म्ंम तो कर लो ना

ass-squeeze-001-2
मुरारी दोनो हाथो से उसके विशाल फैले हुए चुतड़ जकड़ लिये - उह्ह्ह मेरी सच मे उम्म्ंम्ं क्या मस्त कसी गाड़ है तेरी अह्ह्ह जी करता खा जाउउम्ंंं

ममता उससे अलग हुई अपने सर से चुन्नी सरका दिया और पहले ब्रा खोल दिया फिर अपनी गाड़ फैला कर अपनी पैंटी गाड से सरकाने लगी

IMG-20221205-193232
मुरारी की हालात खराब होने लगी और वो जल्दी जल्दी अपने देह से सारे कपड़े निकालने लगा और जब वो अपना अंडरवियर उतार रहा था तब तक ममता उसके सामने से पूरी नंगी होकर पाजेब खनकाती हुई उसके आगे से अपने कुल्हे मटकाते हुए बिस्तर की ओर बढ गयी ।

20221129-134416

मुरारी ममता के मोटे थिरकते चुतड देख कर अपना लन्ड भिंचने लगा और देखते ही देखते ममता घुटनो के बल होकर बिस्तर पर घोडी बन अपनी गाड़ को उठाते हुए पुरा भरसक फैला दिया

मुरारी को अब उसके दोनो भूरे सुराख साफ साफ नजर आ रहे थे और उससे रहा जा रहा था

20240907-184818

ममता वही झुकी हुई अपनी बुर सहलाने लगी -आओ ना मेरे राजा , करो ना अपनी संगीता को प्यार , आपके लिए आज इसे नंगी कर दी हु अह्हहह मेरे राजा आजाओ ना उम्म्ंम्ं

मुरारी ममता की बाते सुन कर भीतर से पुरा सिहर उठा और आगे बढ़ कर वो बिस्तर पर आ गया
हाथ बढा कर वो ममता के मखमाली चर्बीदार गोरे चुतड़ सहला रहा था - ऊहह मेरी जान क्या मस्त गाड़ है तेरे और ये फूली हुई पाव सी चुत उह्ह्ह कितनी तप रही है

ममता - आह्ह मेरे राजा तो गरम गर्म ही उस्का मजा लेलो ना मुह लगा कर

m-ldpwiqacxt-E-Ai-mh-mn-Ba-idff-QODn-Zu-D-22819721b
मुरारी से अब जरा भी रहा ना गया और उसने झुक कर अपना मुह ममता के गाड की गहरी दरारो मे दे दिया और जीभ से उसके गाड़ की सुराख चाटने लगा

ममता - आह्ह मेरे राजा आप बडे चालू हो उम्म्ंम सीईई ओह्ह्ह संगीता को छोड़ कर उसकी पड़ोसन को प्यार दे रहे हो अह्ह्ह सीईई

मुरारी मुह निकाल कर हाथो से उसकी चुत मलता हुआ - दोनो बहने मस्त है मेरी जान तो कैसे दूसरी वाली को छोड दू

ममता मुस्कुराआई - आह्ह तुम ना पक्के वाले बहिनचोद हो अह्ह्ह माह्ह्ह सीई ओह्ह मेरे राजा अह्ह्ह आ ही गये उह्ह्ह खा जाओ अपनी संगीता के होठ उह्ह्ह्ह सीई ऐसे ही ओह्ह्ह और चुसो उसके लिप्स उम्म्ंम्ं क्या मस्त चबाते हो मेरे राजा मेरे सैयाह्ह बहिनचोद

मुरारी ममता के बुर के फाके चुसलाये जा रहा था और चाटे जा रहा था उसके हाथ ममता की मोटी पहाड़ सी विशाल चुतडो को सहला रहे थे

ममता लगातार उसको उकसाती जोश दिलाती सिस्क रही थी - अह्ह्ह हा मेरे राजा अह्ह्ह्ह ऐसे ही उम्म्ं खा जाओ अपनी बहन की बुर उह्ह्ह ओह्ह नरम है ना अह्ह्ह आह्ह मेरे साजन अह्ह्ह निचोड डालो इह्ह्ह सीईई आ रहा है उम्म्ंम्ं रुकना मत अह्ह्ह

मुरारी रुकने के बजाय एक कदम आगे की सोची और अपना तनमनाया मुसल चुत के मुहाने पर लगा कर ह्चाक से उसकी गर्म लबलबाती चुत मे उतार दिया- अह्ह्ह मेरे राअजाह्ह्ह ऊहह कितना गर्म आपका लन्ड उह्ह्ह्ह्स्स्स जैसे लोहे का गरम सलिया घुसा हो भितर अह्ह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह और तेज्ज्झ उन्म्ं

मुरारी- ओह्ह्ह मेरी जान कितनी कसी हुई चुत है और बहुत गर्म अह्ह्ह लग रहा है पिघल ही जायेगा उम्म्ंम्ं ओह्ह्ह लेह्ह्ह और लेह्ह्ह्ह

ssstwitter-com-1717304014014-1
मुरारी अब उसके कुल्हे थामकर ह्च्च् ह्च्च जोर जोर से पेलने लगा , ममता के मोटे मोटे भारी भरकम चुतड अब मुरारि के देह से टकरा भरी थप्प थ्प्प्प की आवाज निकाल रहे थे और मुरारी की नजर उसके भूरे सुराख पर थी

ममता - आह्ह मेरी राजा उह्ह्ह फाड़ डालो मे और हचक के डालो अपनी संगीता मे उम्म् अह्ह्ह और तेज चोदो उसे और तेज्ज्ज
ममता - तुम्हारी सगिता को तुम्हारा मोटा लन्ड घुस्वा कर पेलवाना पसन्द है आह्ह मेरे राजा और पेलो उह्ह्ह रुकना पेलते जाओ अपनी बहिन का बुर समझ कर , एक भाई से वो चुदवाति है तुम्हारा ले लेगी क्या घट जायेगा रन्डी का अह्ह्ह मेरे राजा हा ऐसे ही ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह
मुरारि अब पुरे जोश मे आ चुका था और अपनी सगी बहन संगीता को पेलने ख्याल आने से वो अब झडने के करीब था
ममता - अह्ह्ह मेरे राज भर दो अपनी वहन की बुर समझ कर नहला दो अह्ह्ह अह्ह्ह फिर आ रहा है मेरा अह्ह्ह सीईई ओह्ह

मुरारी- आह्ह मेरी रानी ऊहह मेरी बहना ओह्ह आ रहाहै आह्ह आज नहला दुगा तुझे ओह्ह्ह लेह्ह्ह्ह आयाह्ह्ह अह्ह्ह

Gifs-for-Tumblr-1799
मुरारी ने उसकी चुत के लण्ड निकाल कर मोटी गाढ़ी पिचकारी ममता के गाड़ पर मारने लगा
ममता - अह्ह्ह मेरे राजा भर दो मेरी गाड़ मेरा चुत आह्ह नहला दो आज्ज्ज उह्ह्ह मेरे सैयाअंं बहिनचौद मेरे बलमा बहिनचोद अह्ह्ह्ह

मुरारि -अह्ह्व साली रन्डी एल्ह्ह्ह सारा माल निकाल रहा हु इह्ह 3ल्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ब

मुरारी भी आखिरी बूंद तक उसके गाड़ पर झडता रहा और उसकी गाढी मलाई रिस कर गाड़ के सुराख से उसकी चुत के फाको से होकर जांघो तक जाने लगी

वही मुरारी हाफ कर बिस्तर पर गिर पडा

कुछ पल बाद
ममता - तो मेरे बालम बहिनचोद मजा आया
मुरारि उसको अपनी बाहो मे भरता हुआ - हा मेरी रानी बहुत

ममता - तो क्या सोचा मेरे राजा
मुरारी- किस बारे मे
ममता - अरे अब परसो तो संगीता चली जायेगी , पक्के वाले बहिनचोद नही बनना उम्म्ं


मुरारी- धत्त क्या तु भी अमन की मा , मुझसे नही होगा
ममता - अरे ट्राई करने मे क्या हरज है , मिल गयी तो आपकी चांदी हिहिहिही


मुरारि- हा लेकिन मै मेरी बीवी के साथ धोखा नही कर सकता ना
ममता - अच्छा जी इनको देखो अभी अपनी बहिनिया के नाम पर झड रहे थे और अभी शरारफ झाड़ रहे है हिहिही

मुरारी- अब बस करो भई , चलो सो जाओ कल बहुत सारे काम है
ममता उससे लिपट कर - ये मेरे राजा , आपकी संगीता थोडा और प्यार माग रही है देदो ना
मुरारी- अच्छा ऐसा क्या , अभी कर देता हु मेरी रानी

और एक बार फिर कमरे मे मादक सिस्किया उठने लगी और जल्द ही दोनो सो गये


राज के घर

अगली सुबह घर मे तैयारियां जोरो पर थी , शकुन की टोकरिया बॉक्स हाल मे बिछे हुए थे , घर मे चहल पहल भरा मौहौल था
रंगी फोन पर लगातार जंगी से बात कर रहा था और कुछ ना कुछ सामान की सूची उससे साझा कर रहा था ।
इधर रागिनी और निशा तैयार हो रही थी तो राज और अनुज भी अपनी अपनी बेल्ट कस रहे थे
देखते ही देखते 10 बजने को हो गये और सामान गाड़ीयो मे लद गया
रागिनी अपने साडी की पिन सही करती हुई - अरे देवर जी कहा रह गये

जन्गी हाल मे दोनो हाथ मे झोला लेकर आता हुआ - आ गया भाभी , भाईसाहब इसमे मिठाईया है और कुछ बाकी तो नही रह गया

रन्गी - नही नही सब हो ही गया है , राज अनुज इसे भी गाड़ी मे रख दो और सब लोग ज्लदी बैठो भाई , समधि जी का बार बार फोन आ रहा है ।

सब्को आगे भेज कर रागिनी - हा आप लोग चलिये , देवर जी एक मिंट आयियेगा

रागिनी जंगी को जीने के करीब ले गयी और मुस्कुराते हुए - अरे वो आपसे पुछना रह गया था , वो उस रोज शादी मे मेरी समधन की ननद आई थी ना ! उसका क्या हुआ ?

रागिनी की शरारत भरि मुस्कुराहट से ही जन्गी की उस रात की यादे ताजा हो गयी जब उसने अमन की बुआ को चोदते हुए वीडियो बनाया था
जन्गी आस पास देख कर खुश होकर - जी भाभी वो कैसे भूल सकता हूँ

रागिनी आंखे नचा कर - तो काम हुआ था या नही ?
जन्गी - क्या भाभी आपको अपने देवर पर इतना भी भरोसा नही है उम्म्ंम्ं

रागिनी - ओहो फिर फिल्म ? हिहिहिही
जन्गी - मेरे मोबाइल मे है दिखाऊ क्या ?
रागिनी शर्मा कर हस्ती हुई - धत्त नटखट मुझे नही देखना , आप बस इस मोबाइल मे उसको भेज दो ।

रागिनी ने रज्जो का मोबाइल जन्गी को दिया और जन्गी ने झट से वो वीडियो रज्जो के मोबाइल मे भेज दिया - हो गया भाभी ।

रागिनी - हम्म्म अब अपने मोबाइल से उडा दो उसको हिहिहिही नही तो निशा की मा को आपकी करतुत बता दुगी

जन्गी हस के आवाक होकर रह गया और रागीनी उसके आगे से हस्ती खिलखिलाती हुई बाहर निकल गयी ।


जल्द ही 6 जन सवारी राज के घर से निकल पड़ी
राज अनुज रंगी जन्गी निशा और रागीनी ।
रज्जो और शिला को घर की जिम्मेदारी दे दी गयी थी ।

जल्द ही सारे लोग अमन के यहा पहुचे , चौखट मे खुब हसी खुशी समधि समधन आपस मे मिले
ममता ने आज फिर से साडी डाली हुई थी ,

images

उसके भरे बदन पर साडी उसे काफी आकर्षक दिखा रही थी । संगीता भी अपने जलवे दिखाने मे कहा पीछे थी ।
अनुज रिन्की की आंख मिचौली चल रही थी तो निशा भी अपने जीजू अमन के आगे खुब इतरा रही थी

GW25wty-Wg-AAhk2s
मुरारी भी अपनी गदराई समधन रागिनी के चुस्त दुरुस्त बदन पर लिपटी हुई साड़ी से झाकती जोबनो पर नजर फेरता दिख रहा था तो

flirting-staring

जन्गी और संगीता की अपनी गुपचुप मुस्कुराहट साझा की जा रही थी ।
सारे लोग हाल मे एक जुट हो रहे थे कि राज की नजर किचन से रिन्की के साथ आती दुलारी भाभी पर गयी

20240907-183717
हर मायने वो उसे अपनी पंखुडी भौजाई की याद दिला रही थी , वैसा ही गठिला गदराया बदन , वही देसी गाव की भौजाइयो वाली शरारत भरी नजर और मुस्कुराह्ट ।
उसपे से हल्के रंग की औरगंजा साड़ी मे उसके सपाट पेट से झाकती गुदाज गहरी नाभि देख कर राज का दिल एकदम गार्डन गार्डन हो गया ।

चाय नाश्ते की चुस्किया चल रही थी नास्ते का दौर चलता रहा और निशा राज अनुज सब काफी समय तक सोनल के निचे आने का वेट करते रहे और फिर उनकी बेचैनी समझ कर ममता ने रिन्की को कहा कि तीनो को उपर सोनल के कमरे लिवा जाये और फिर चारो उपर चले गये
वही इधर हाल मे बात चित का दौर लम्बा खिंचता रहा ।


राहुल के घर

इधर जंगी के जाने के बाद शालिनी उठी और नहाने के लिए कपडे उतार रही थी कि पीछे से अरुण ने उसे ब्रा पैटी मे ही दबोच लिया - अह्ह्ह मेरी मामी , सारी रात तुम्हारी याद मे नीद नही आई , उम्म्ंम्ं कितनी सेक्सी और हॉट हो आप

अरून शालिनी की गाड़ पर अपने लोवर के भीतर से लन्ड घिसता हुआ उसकी चुचिया मिजने लगा , शालिनी उसकी बाहो मे सिस्कने लगी - उहहह छोड ना , कल मन नही भरा तेरा जो सुबह सुबह तन्ग कर रहा है अह्ह्हू सीईई ओह्ह्ह अरुण मान जा मेरा बच्चा अह्ह्झ उम्म्ंम

अरुण हाथ निचे ले जाकर पैटी के उपर से ही उसकी बुर कुरेदने लगा - आह्ह मामी थोडा सुबह रसिला नासता ती करा दो उम्मममं कल तो वैसे भी घर चला जाउन्गा मै उम्म्ंम्ं प्लिज्ज्ज्ज ना
शालीनी का मन थोड़ा उदास हुआ एक पल को मगर वो इस दिन को यादगार बनाने वाली थी और उसने घूम कर अरुन को बेड पर धकेल दिया और लोवर निचे कर उसके लन्ड पर टुट पड़ी

अरून- ओह्ह माय सेक्सी मामी उह्ह्ह सच मे बहुत याद आओगे आप आह्ह मेरी रन्डी आह्ह और चुस्स्स उम्म्ंम

शालीनी मुह खोलकर सुरुकती हुई अरुण का मोटा लन्ड चुस रही थी -अह्ह्ह मै भी इसे बहुत मिस्स करने वाली हु और मेरी चुत भी अह्ह्ह्ह उम्म्ंम कितना कड़ा है उह्ह्ह्ह सीईई उम्मममंम्म्ं घुउउउऊऊ घुउउउऊऊ अह्ह्ह्ह इसको तो आज निचोड लुगी अह्ह्ह्ह


jr6-Ij-Du9z-Zq5bn-Lq-1
अरून का लन्ड और कसता फैलता जा रहा था , वो शालीनी का सर दबाये निचे से अपना गाड़ टाइट कर लन्ड उसके मुह मे पेलने लगा

तभी दरवाजे पर राहुल जो नहाने के लिए निकला था वो कमरे से आ रही आवाजो से अपनी मा के कमरे तौलिया लपेटेआ पहूचा था - ओह्ह बहिनचोद ,मै बोला तो डाट दिया

इधर अरून उसको चुपके से आने को बोलता है तो राहुल खुशी खुशी धिरे से अपनी मा के पीछे पहुचता है और तौलिया खोलकर अपना तनमनाता मोटा लन्ड निकाल लेता है और दोनो पन्जे अपनी मा के नंगे चुतडो पर जडता है - अह्ह्ह्ह मममीईई राहुल कुत्ते तु है क्या

राहुल अब अपनी मा की गोरी गाड पर गर्म तपता कडक लन्ड घिसता हुआ - हा मा मै ही हु , अभी मुझे डाट दिया और इसे नही

jr6-Ij-Du9z-Zq5bn-Lq-8
शालिनी मुस्कुरा कर अपनी पैंती खिंच कर चुतड़ पर चढाती हुई - अच्छा ले घुसा ले
राहुल ने तुरंत थुक लगा कर अपना मोटा सुपाडा अपनी मा के चुत मे लगा कर घुसेड़ दिया,

jr6-Ij-Du9z-Zq5bn-Lq-3
जिससे शालिनी दर्द से मचल उठी , दर्द और चुत मे खींचाव क भाव उसके चेहरे पर साफ साफ दिख रहे थे -अह्ह्ह्ह कमिने आराम से उह्ह्ह दर्द है और अभी भी सुजी हुई है चुत मेरी उह्ह्ह्ज आराम से उम्म्ंम्ं

शालिनी राहुल हिदायत देकर वाप्स अरून का लन्ड चुसने लगी
राहुल - ओह्ह मम्मी आज आपकी बुर बहुत कसी है अह्ह्ह सीई कितनी गर्म है अह्ह्ह मन कर रहा है घुसा घुसा कर फाड़ दू ओह्ह्ह मम्मा उह्ह्ह फ़क यू बीच्च उह्ह्ह साली कुतिया अह्ह्ह एल्झ्ह

jr6-Ij-Du9z-Zq5bn-Lq-4
शालीनी का सर अरुण के लंन्ड पर जमा था और अरुण भी गाड उठा उठा कर उसकी मुह मे पेलाई कर रहा था - ओह्ह्ह मामीईई ऊहह ऐसे ही उम्म्ं और चुसो मेरी रन्डी चुद्क्कड मामी ओह्फक्क यू उम्मममं और लोह्ह्ह सीई अह्ह्ह

राहुल भी हचर हचर पेले जा रहा था और जल्दी ही पोजिसन बदला और अरुन ने जगह ली और वो शालीनी गाड़ को मसलता हुआ पीछे से फचर फचर पेलने लगा -अह्ह्ह मामी सच मे आपकी बुर बहुत गर्म है आह्ह्ह आह्ह आज तो पुरा दिन आपकी बुर फाड़ने वाला हु ओह्ह्ह्ह फक्क्क्क अह्ह्ह बहिनचोद क्या कसी चुत है आपकी मामी अह्ह्ह मजा आ रहा है

शालिनी - आह्ह हा बेटा फ़ाड दे आज पुरा दिन तुझसे पेलवाने वाली हु मै अह्ह्ह जबतक थका ना दू तुझ्र अह्ह्ह और तेज्ज उह्ह्ह और पेल उम्म्ं रुकना मत

वही राहुल उसके मुह पर अपना लन्ड रगड़ता हुआ उसके मुह मे लन्ड घुसा दिया -आह्ह और मेरा क्या अह्ह्ह मुझे तरसायेगी साली कुतिया लेह्ह चुस ले अपने मादरचोद बेटे का लन्ड चुस अह्ह्ह मेरी चुदक्कड़ मम्मीई ऊहह फक्क ऊहह साली कुतिया अह्ह्ह लेह्ह्ह्ह्ह

jr6-Ij-Du9z-Zq5bn-Lq-5
इधर अरुन उसकी चुत मे लन्ड पेले जा रहा था और शालीनी मुह मे अपने बेटे का लन्द चुसे जा रही थी और उसकी बड़ी बड़ी थन सी चुचिया लटकी हुई हिल रही थी
ऐसे कुछ देर चुदाई के बाद फिर से पोजीसन बदला और शालिनी की टाँगे उठा कर अब राहुल उसकी चुत मे लन्ड पेल रहा था और अरून का मोटा लन्ड अब शालिनी की मुह गले तक जा रहा था -अह्ह्ह मेरी मामी आपकी मुह मे ही पेल कर झड जाउगा मै अह्ह्ह सीई आह्ह फक्क्क्क

jr6-Ij-Du9z-Zq5bn-Lq-7
वही राहुल पेलते पेलते जोर जोर से चिखने लगा - अह्ह्ह मम्मीई ओह्ह अब और नही आह्ह लेलो अह्ह्ह फ्क्क्क आह्ह मेरी रंडी मा आह्ह आज तुझे नहला दुन्गा ओह्ह्ह अह्ह्ह
शालिनी अरुण का लन्ड छोद देती है और अपनी चुचिया मिजती हुई राहुल को और जोश दिलाती हुई - हा बेटा आजा , अपनी मा को भीगा दे और नहला दे अपने रस दे अह्ह्ह मेरा बेटा अह्ह्ह उह्ह्ह

3464dec0a69e8e86dbe570668c30b4db

राहुल जोर जोर से चिन्घाडता हुआ शालिनी के उपर झड़ने लगता है और अरुण वही खडा होकर अपना लन्ड हिलाता हुआ मा बेटे की जुगलबंदी निहारने लगा

राहुल के झडते ही शालिनी ने उसे अपना दुसरा रूप दिखाया और कपड़े पहन कर फौरन दूकान खोलने की फटकार लगा दी
राहुल मुह बना कर तौलिया उठा कर अरुन को मुस्कूराता देखता रहा और शालीनी उठ कर अरुन का हाथ पकड कर उसके लिप्स चुसती हुई बोली - मेरे साथ नहाने चलेगा

अरुन इस हसीन और कामुक मौके को कैसे जाने दे सकता था और दोनो बाथरुम की ओर नंगे ही बढ गये ।

जारी रहेगी
बहुत ही कामुक गरमागरम अपडेट है
अमन के घर सब एक दूसरे से नैन मटका कर रहे हैं सब नए शिकार की तलाश में हैं वही शालिनी अरुण के साथ मजे कर रही है उसे अरुण का लन्ड पसंद आ गया है वह राहुल को तो मना कर देती है लेकिन अरुण को मना नहीं कर पाती है
 

Premkumar65

Don't Miss the Opportunity
5,180
5,317
173
UPDATE 217

राहुल के घर

बन्द कमरे मे शालिनी बड़े जोश मे अपने बेटे के लन्ड पर उछल रही थी और ये चोरी चोरी वाली चुदाई ने उसके मन को और भी ज्यादा नादानिया करने को पागल कर दिया था

देखते ही देखते शालिनी अपने जिस्म से सारे कपडे उतार चुकी थी और अपने सगे जवान बेटे का कसा हुआ मोटा लन्ड हुमुच हुमच कर बुर मे ले रही थी

राहुल बस अपनी मा की कामुकता और लन्ड़ के लिए उसकी दिवानगी को देख कर भौचका था - अह्ह्ह माअह्ह्ह क्या हो गया है आज तुम्हे ओह्ह्ह्ह उम्मममं

शालिनी - अह्ह्ह मेरे लाल उह्ह्ह तेरा सुपाडा मेरी चुत मे खुब खुजली पैदा कर रहा है अह्ह्ह आज इसको निचोड कर भर लूंगी अह्ह्ह्ह

वही पीछे खड़ा अरुण अपना लन्ड हिला रहा था उसकी नजर शालीनी के हिलती उछलती नाचती मोटी गाड़ के दरारो मे झाकती सुराख पर थी । उन्के बदले हुए सुर साफ बयां कर चुके थे कि ये इनका पहली बार नही था

अरुण भाप चुका था कि उसकी मामी ने उसे ही मामा बना दिया आज और ये सोच कर ही उसका जोश चार गुना हो गया
लन्ड के टोपे को थूक से चटक करता चमकाता हुआ वो अप्ना लन्ड हिलाता हुआ आगे बढ़ा ।
उसका सारा फोकस अब शालिनी के गाड़ के गुलाबी सुराख पर था , जिस तरह से वो सास ले रहा था
ढेर सारा लार अपने टोपे मे लिभ्डाता हुआ वो दोनो के करीब आ गया
शालिनी और राहुल दोनो एकदुसरे मे रमे हुए थे , राहुल शालिनी की नंगी चुचियो मे मुह दिये हुए था और शालीनी उसके तने हुए खूँटे पर अपनी गाड़ घिस घिस कर उसे चुत की गहरायो मे ले जा रही थी , उसकी बुर बुरी तरह से रस छोड़ रही थी शालिनी मस्त हो चुकी थी राहुल के लन्ड की गर्मी से और अरुन ने सही मौका देख कर शालिनी की धीमी पड़ती गति का फायदा लेता हुआ सिधा अपने सुपाड़े की टिप उसके गाड़ के मुहाने पर लगाय और पूरी ताकत के साथ हचाक से उसके गाड़ की कसी हुई गुलाबी सुराख मे अपना मोटा टाइट लन्ड घुसेड दिया- अह्ह्ह्ह मैयाआआ ओह्ह्ह्ह्ह बहिनचोद कौन है अह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह फाड़ दिया रेह्ह्ह्ह्ह

19621914
राहुल भी अपनी मा की दरद भरि चिख से चौका और गरदन फेर का देखा तो अरुण बत्तिसी दिखा रहा था -

"क्या बे लोडू , साले तुम मा बेटे मुझे ही चुतिया बना रहे थे ", अरुण शालीनी कमर पक्डता हुआ अपना लन्ड पूरी ताकत से उसकी गाड़ पेलता हुआ बोला

शालीनी - आह्ह साले हारामी निकाल उह्ह्ह दर्द हो रहा है अरून अह्ह्जू माअह्ह्ह्ह
राहुल - हा अरुण निकाल दे अह्ह्ह मा को बहुत दर्द हो रहा है
अरुण गुस्से मे तमतमाया - भ्क्क्क बहनचोद नाटक कर रही है , रात मे ऐसे ऐसे हचक हचक कर पेलवा रही थी मुझसे पुछ साली से ,

राहुल - क्या ये सच है मा
शालिनी बेज्वाब हो गयी और दर्द से तड़प रही थी - अह्ह्ह बेटा अह्ह्ह्ह सीईई कुछ लगा ले अह्ह्ह सूखा सूखा मत घुसा अह्ह्ह्ह्ह

राहुल का मुसल अपनी मा की बात सूनकर एकदम से तनतना गया और उसकी रसिली चुचिया मिजता हुआ - अह्ह्ह मम्मीई मुझे भी बुला लेती ना साथ मे मजे करते अह्ह्ह सच मे बहुत बड़ी चुद्क्क्ड हो तुम
अरुण - अह्ह्ह मामीईई ओह्ह्ह कितनी कसी गाड़ है तुम्हारि अह्ह्ह्ह बहिनचोद ओह्ह्ह अब लो मेरा मोटा कसा लन्ड अपनी गाड़ क्यू मजा आ रहा है ना ,उम्म्ं बोल ना साली ओह्ह्ह्ह सीईई बोल ना

19620398
शालिनी को अरुण ने बुरी तरह जकड रखा था और उसकी दोनो सुराख मे अब दो जवान बास से कडक मोटे तने हुए लन्ड घचाघच हो रहे थे ।हफतो बाद उसने ये अनुभव दुबारा से किया था और उसकी बुर की दिवार भलभला कर रस बहाए जा रही थी - आह्ह हा बेटा ओह्ह्ह सीईई अह्ह्ह फ़ाड ही देगा क्या अह्ह्ह बहुत मजा आ रहा है अह्ह्ह तेरा लन्ड ही ऐसा है रे अह्ह्ह्ह उह्ह्ह तुम दोनो मिले हुए थे आ हारामीयो अह्ह्ह्ह माह्ह्व


राहुल अब बत्तिसी दिखाने लगा - अह्ह्ह मम्मीई तुम्हे देख कर किसी का भी लन्ड उछलने लगे फिर हम तो घर के थे अह्ह्ह कितनी कसी चुत है अह्ह्ह माह्ह्ह्ह ओह्ह्ह लोझ्ह और लोह्ह्ह उह्ंम्ंं

शालिनी - आह्ह मेरे लाल भर दे ना उसे अपने मोटे लन्ड से अह्ह्ह घुसा घुसा कर फाड़ दे अह्ह्ह उह्ह्ह मै तप आज पागल हो जाउंगी उह्ह्ह्ह और चोदो मुज्जे अह्ह्ज्ज हा अरुण ओह्ह्ह और कस के डाल बेटा घुसा दे उह्ह्ह्ह्ह म्माअह्झ्ह्ज सीईई उह्ह्ह्ह क्या खा कर जना था रे तेरी मा ने तुझे पुरा साढ़ पैदा की है साली ने ओह्ह्ह

अरुण - तुम भी किसी दुधारू गाय से कम नही हो मामी आपकी ये मोटे फाके वाली बुर देख कर लगता है कि मै भी ऐसे अह्ह्ह अह्ह्ह

शालिनी की आंखे फैलने लगी - अह्ह्ह कुत्ते क्या कर रहा है अह्ह्ह फट जायेगी कमिने रुक जा

अरुण - आह्ह मामी कुछ नही होगा रुको तोह्ह अह्ह्ह बहुत लचीली बुर है आपकी अह्ह्ह्ह देखो जा रहा है अह्ह्ह्ह

राहुल - आह्ह भाई आराम से बहुत तप रहा है तेरा
शालिनी बुरी तरह से काप रही थी दर्द से तड़प रही थी उसका चेहरा लाल हुआ जा रहा था और चुत का फाका दुगनी चौड़ाई मे फैलते हुए लाल हुआ जा रहा और देखते ही देखते अरुण ने शालिनी को बुर मे लन्ड घुसेड़ ही दी -अह्ह्ह हिहिही आ गया हुहुहू

21886307
शालिनी जोर से चिख चिलला रही - आह्ह मादरचोद फ़ाड दिया रे हरामी साले तेरी मा के भोस्दे मे हाथी का लन्ड डालूंगी भडवे साले अह्ह्ह मह्ह्ह्ह उह्ह्ह

राहुल ने इशारे से अरुण की ओर देखा कि अब क्या किया जाये तो अरुण ने उसे चुप रहने का कहा और धिरे से लन्ड को चलाना शुरु किया - बस मामी हो जायेगा अह्ह्ह सच मे आपकी बुर बहुत लचीली हैया हहह क्या गर्मी है अह्ह्ह्ह

शालिनी खुद का कलेजा मजबूत किये हुए थी और अरुन धीरे धीरे अपनी गति तेज करने लगा - अह्ह्ह बेटा ओह्ह्ह उम्म्ं माह्ह्ह पुरा फैला रखा है रे ओह्ह्ह उम्म्ंम लग रहा है दो दो बास की लाठी घुसा रखी है अह्ह्ह उम्म्ंम

राहुल भी अब हौले हौले निचे से झटके मारने -अह्ह्ह मेरी रंडी माह्ह ऊहह आज तक ऐसा सिर्फ़ वो वाली फिल्मो मे देखा था अह्ह्ह केह्ह्ह और लेह्ह्ह तेरे अंदर तो चार चार घुसा दू हहहह

एक बार फिर सिस्किया तेज होने लगी और शालिनी दोनो को गालिया बके जा रहा थी और दोनो पूरी तरह से जोश मे तेजी से शालिनी की बुर मे लन्ड फचर फचर पेले जा रहे थे - अह्ह्ह आह्ह रुकना मता मादरचोदो अह्ह्ह पेलो आह्ह और और उह्ह्ह ऐसे ही अह्ह्ह आहहहह आ रहा है उह्ह्ह्ह ईईई उह्ह्ह माअह्ह्ह अह्ह्ह ह्ह्ज उम्म्ंम्ं ओह्ह्ह आह्ह और और बेटा अह ऐसे ही रुकना मत इमम्म्ंम्म्ंं ओह्ह्ह उह्ह्ह्ज

दोनो के लन्ड उसकी रस की धार से नहा रहे थे और शालिनी पस्त होकर गिर पड़ी ।
अरुण ने उसकी हालत देख कर लन्ड बाहर खिंच लिया
राहुल ने भी अपनी मा को किनारे का अपने देह का बोझ कम किया
शालिनी टाँगे खोले लेटी हुई हाफ रही थी और दोनो भाई वही खड़े होकर अपना मोटा खड़ा लन्ड हिला रहे थे ।


राज के घर

11 बजने को हो रहे थे और दोपहर का खाना लगभग तैयार ही था ,किचन से रागिनी ने हाल मे बैठी हुई रज्जो और शिला को आवाज देकर बोली - अरे जीजी जरा अनुज को आवाज देदो आकर खाना खा ले ,

रागिनी की बात पर रज्जो - दीदी जाओ ना बुला लाओ उसे , मुझे सीढिया चढने का जरा भी मन नही है रात भर जमाई बाबू ने घोडी बना कर बुरा हाल कर दिया है ।

शिला - अरे भाभी बुरा हाल तो मेरा अनुज ने कर रखा है , पता है आज सुबह सुबह फिर से मेरी एक लेगिंस खराब कर दी । मै नही जाने वाली आप ही जाओ

रज्जो खिलखिलाती हुई - अरे जवान भतीजा अपनी बुआ पर फीदा पर है और तुम बहाने बना रही हो , चलो अब मै भी चल के देखती हु क्या करता है वो ।

रज्जो और शिला दोनो सीढियो से फुसुरफुसर करते हुए उपर गयि और धीरे धीरे अनुज के कमरे की ओर बढ़े और हौले से कमरे का दरवाजा खोला
शिला - इसको देखो है इसको कोई डर
रज्जो - क्या हुआ फिल्म ही देख रहा है ना
शिला हस्ती हुई - अरे भाभी उसका हाथ देखो कहा है हिहिही कौन सी फिल्म होगी समझ जाओगी

Livid-Sore-Groundhog-max-1mb
रज्जो ने अनुज को गौर से देखा तो वो अपना एक हाथ लोवर मे घुसाये हुए लैपटॉप मे देख रहा है और उसके चेहरे के भाव देख कर साफ साफ लग रहा था वो अपना लन्ड हिला रहा था ।

रज्जो - आहाहा शिला रानी लोहा गरम है मार दो हथौड़ा

शिला - मतलब ?
रज्जो - देख नही रही कैसे मसल मसल कर अपने हथियार को धार दे रहा है , अब इससे अच्छा मौका नही मिलेगा जाओ और चढ़ जाओ ।
शिला का कलेजा धकधक होने लगा
उसे अभी संकोच हो रहा था कि क्या अनुज की नादानी मे उसे भी शामिल हो जाना चाहिये , एक उलझन मे थी और बहाने तरह तरह से उसके जहन मे आ रहे थे -

एक पल को उसे अनुज के लड़कपन की परवाह भी थी तो अगले ही पल उसकी चुत की आग रज्जो भड़का दे रही थीं
रज्जो ने सही समय देख कर उसे कमरे मे धकेल दिया और दरवाजे पर तेज आहट पाते ही अनुज चौक कर सकपकाते हुए खड़ा हो गया

उसके लोवर मे बड़ा का तम्बू बना हुआ था और बिस्तर पर लैपटाप मे हार्डकोर फोरसम चुदाई की वीडियो चल रही थी ।


अनुज सामने शिला को पाकर खुश हो जाता है - अरे बुआ आप हो , मै तो डर ही गया
शिला उसको घुरती हुई गुस्सा करने का नाटक कर - यही सब के लिए तेरी मा ने लैपटॉप दिलाया है उम्म्ंम

अनुज बत्तिसी दिखाते हुए अपना सुपाडा मिजने लगा

शिला उसको अपना सुपाडा मिजता देख हस पड़ी- अरे कुछ तो शर्म कर ले कमीने मै तेरी बुआ हु , आह्ह क्या कर रहा है अंदर कर

अनुज बड़ी बेशरमी से अपना लन्ड बाहर निकाल कर शिला के आगे हिलाने लगा - अह्ह्ज बुआ तुम्हे देख कर तो और भी फूल जाता है अह्ह्ह्व्सीईई देखो ना कैसे लाल हो रहा है

शिला की धड़कने तेज हो गयी और उसकी नजर अनुज के मोटे लाल सुपाड़े पर गयि , पहली बार शिला ने सामने से उसका तना हुआ एकदम रॉड सा कडक लन्ड देखा था ,

जिस तरह से अनुज अपना लन्ड मुथिया रहा था उसके सुपाड़े की लाली और गहरा रही थी और शिला की बुर बजबजा रही थी ।
शिला ने एक नजर घूम कर दरवाजे पर देखा और उसे दरवाजे के बारीक ओट मे रज्जो की झलकती साडी दिखाई दी अब तो उसे रज्जो की मन की आवाज भी आती मह्सूस हो रही थी - कि अब रुक मत दबोच ले

शिला आगे बढ़ी और लपक कर उस्का मोटा लन्ड हाथ मे दबोच लिया -अह्ह्ह कितना गर्म है रे उम्म्म्ं सच मे तुझे इतनी अच्छी लगती हु मै उम्म्ंम

ssstwitter-com-1715401560931-1
अपनी बुआ का स्पर्श पाकर अनुज एड़ियो के बल होता हुआ हवा मे उड़ने लगा - अह्ह्ह बुआह्ह्ह उह्ह्ह्ब सीईईई आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो अह्ह्ह्ह मुझे आपके साथ सब कुछ करना है अह्ह्ह मेरो सेक्सी बुआ

शिला उसका मोटा लन्ड अपनी ओर भींच कर सहलाती हुई - अह्ह्ह क्या करेगा मेरे साथ तु उम्म्ंम्ं

अनुज लपक कर शिला की दूध की मोटी थैलिया जो उसने अपने सूट में छिपा रखी उसको हाथ मेभर लिया और उन्हे दबोचता हुआ - अह्ह्ह बुआ आपकी ये दूध मसल डालूंगा मै उम्म्ंम्ं कितने नरम है अह्ह्ह्ह उह्ह्ह बुआ चुसो ना उम्म्ं चुसो मेरा लन्ड अह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ ओह्ह्ह सक माय डिक उह्ह्ह्ह

शिला - उम्म्ं देखो तो कैसे उतावला हो रहा है अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह कितना टाइट है रे तेरा अह्ह्ह्ह

अनुज - आह्ह बुआ मुह मे लेलो ना उम्म्ं प्लीज बहुत जल रहा है सब कुछ
शिला घुटनो के बल होती हुई - क्या जल रहा है बेटा उम्म्ंम बोल ना

अनुज अपना लन्ड शिला के लबो तक लाकर उसके बालो पर हाथ रखते हुए - मेरा लन्ड जल रहा है बुआ अह्ह्ह इसे ठंडा कर दो ना उम्म्ंम्म आह्ह येस्स्स बुआअह ओह्ह्ह मम्मीईई उह्ह्ह्ह फक्क्क्क एस्स बुआआ ओह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं

ssstwitter-com-1715401560931-2
अगले ही पल शिला से उसका मोटा लन्ड मुह मे भर लिया और चुसने लगी
अनुज का जिस्म अकड़ने लगा और वो अपनी बुआ के सर पक्डते हुए सिस्कने लगा - ओह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ ओह्ह्ह फ्क्क्क एस्स सक माय डिक बेबी उह्ह्ह एस्स उम्म्ंम्ं और चुसो बुआ उम्म्ंम कितना मस्त लग रहा है ओह्ह

वही दरवाजे के बाहर गैप से कमरे का नजारा देखती रज्जो के निप्प्ल भी कडक हो गये , उसकी हाथ अब खुद के जिस्म पर रेंगने लगे थे , बुर मे चिपचिपाहट सी होने लगी थी ।
इधर शिला लगातार लन्ड चुस और उसे और बड़ा किये जा रहि थी जिससे अनुज की सिसकियाँ और तेज हो रही थी
मगर तभी रज्जो को सीढियो पर आहट हुई मगर जबतक वो शिला को सतर्क कर पाती निशा तेज कदमो से सीढियां फांदती हुई उपर आ गयी - अरे मौसी आप यही हो , अनुज और बुआ कहा है । चलो बड़ी मा बुला रही है

कमरे मे शिला और अनुज ,निशा की आवाज सूनकर चौके और फटाफट अलग हो गये ।
जितनी जल्दी हो सका दोंनो खुद को सही करते हुए कमरे से बाहर आने लगे ।

शिला सफाई देती हुई - हा हा भाई आ रहे है ,वो तो मै इसे थोड़ी डांट लगाने लगी । कबसे बैठ कर फिल्म देख रहा था


निशा - अच्छा आप लोग जाओ , मै आती हु
रज्जो - तु कहा चली ?
निशा हसती हुई अपनी पिंक फिंगर दिखा कर - मौसी एक नम्बर हिहिहिही

शिला हस्ती हुई - धत्त पागल जा अब
वही इनसब ड्रामे के बीच अनुज का ये सोच कर लंड और कड़ा हो रहा था कि शिला बुआ जो कुछ कर रही थी सब कुछ मौसी ने बाहर खड़े होकर देखा और सुना ।

निशा के उपर जाते ही रज्जो मुस्कुराती हुई - बड़े प्यार से डांट रही थी अपने भतिजे को क्यू दीदी

शिला शर्मा कर - धत्त क्या भाभी तुम भी , चलो अब
रज्जो हस्ती हुई - मै सोच रही थी कि मै भी थोड़ा अनुज को समझा बूझा दू , क्यू अनुज तु क्या बोल रहा है ।

अनुज चहक कर रज्जो को हग करता हुआ - मौसी मै तो चाहता हु आप दोनो मिल कर मुझे डाट लगाओ हिहिही

शिला - चुप कर बदमाश कही का , चल निचे तेरी आदत बिगड़ गयी अभी तक मै पसंद थी अब मौसी उम्म्ंम

रज्जो हस कर - मेरे लाडले की पहली पसंद तो मै ही हु ,तुम्हारा नम्बर दुसरा लगा है हिहिहिही

शिला ने घुर कर अनुज को देखा और समझ गयी कि रज्जो जैसी खिडालन ने अनुज का रस चख चुकी है तभी वो इतना खुल कर है - हुह फिर अब तु अपनी मौसी के पास रहना, मेरे पास नही आना

ये बोल कर शिला तेज कदमो आगे बढ़ी और कुर्ती मे मटकती उसकी गाड़ देख कर अनुज उसकी ओर लपका और पीछे से बाहो मेभर लिया - बुआ बुआ बुआ हिहिही आप गुस्सा क्यू हो रहे हो , मौसी तो मजाक कर रही थी

शिला - नही छोड मुझे अह्ह्ह
अनुज - बुआ मै तुम्हे चोद सकता हु पर छोड़ नही सकता हिहिहिही

शिला उसके कैद से निकल कर - धत्त कमीना कही का और तुम भाभी तुम भी कम नही हो

रज्जो इस्से पहले कुछ बोलती कि निचे से एक बार फिर रागिनी की आवाज आई और सब चुपचाप होकर हस्ते हुए निचे चले गये

उपर एक चुप सन्नाटा पसर गया
वही निशा उपर से फ्रेश होकर आ रही थी और जीने से आते हुए उपर छाई शान्ति के बीच उसे कही से छोटे स्पीकर की हल्की आवाजे आ रही थी ,
निशा को लगा कही कोई मोबाईल पर बात तो नही कर रहा , पर ध्यान देने पर पाया कि ये आवाज तो अनुज के कमरे से आ रही है ।

निशा -ये लड़का लग रहा है फिल्म वैसे ही छोद कर चला आया ,
कमरे मे आई तो पाया कि उसकी नजर अनुज के हेडफॉन पर गयी जिसमे से आवाजे आ रही थी और जैसे ही वो उसकी नजर लैपटॉप पर गयि
पहले तो वो चौकी फिर मुस्कुराती हुई -ओहो तो बुआ इस फिल्म के लिये अनुज को डांट लगा रही थी हिहिही सही है बच्चू की अब खैर नही हिहिहीही

फिर निशा ने फटाफ़ट उसका लैपटॉप टटोला और उसमे एक दो पोर्न ज्लदी जल्दी वीडियो चलाये
जिसे देख कर निशा मन मचल गया और वो गहरि सासे भरती हुई अपने कडक हो चुके निप्प्ल वाले चुचो पर हाथ रख कर अपनी धड़कने थामती हुई - उफ्फ्फ ये तो खजाना है हिहिहिही , इसको तो बाद मे देखती हु

निशा ने फटाफट लैपटॉप ऑफ किया और निचे चली गयी
इधर सब खाना खा कर फीट हुए और रागिनी जबरन खाने का टिफ़िन अनुज को देकर उसके साथ दुकान के लिए निकल गयी ।



राहुल के घर
Round 02


शालिनी घुटनो के बल खड़ी थी उसके सामने दोनो भाई राहुल और अरुण लन्ड परोसे खड़े थे और शालिनी दोनो के मोटे लन्ड पकड कर बारी बारी से चुस रही थी ।

राहुल - आह्ह मम्मीईई उह्ह्ग क्या मस्त चुस रही हो अह्ह्ह सीई और लोह्ह्ह उम्म्ंम्ं

21848691
अरुण- अह्ह्ह मामी अह्ह्ह मेरा भी ओह्ह्ह येस्स्स एस्स माय सेक्सी मामी उम्म्ंम्ं सक इट ओह्ह्ह उझ्ह्ज्ज उम्म्ंम और और और आहाहा उह्ह्ह हिहिहो ऐसे ह

शालिनी अरुन का मुसक गले तक चोक करती बाहर निकाली और सहलाने लगी -अह्ह क्या हो गया है आज ओह्ह्ह माह्ह कितना टाइट कैसे और निकल भी नही रहा है

अरुन - सब आपकी उस रसिली चुत का कमाल है मामी ओह्ह्ह्ह उह्ह्ज आराम से ओह्ह्ह फोड दोगी क्या उह्ह्ह्ह

शालिनी अरुण के आड़ो को सहलाती हुई मुह मे राहुल का मुसल भर चुकी थी - आह्ह मम्मी ओह्ह्ह घोट जाओ अह्ह्ह ऐसे ही अह्ह्ह कितनी मुलायम चुची है आपकी अह्ह्हू जी कर रहा है रगड़ डालू

राहुल को झुक कर शालिनी की चुचिया मिजते देख कर अरुण का भी जी लल्चा गया और वो भी झुक्कर चुचिया छूने लगा

शालीनी समझ गयी अब इनका मूड बदल रहा है और वो खड़ी हो गयी और
दोंनो के दूध की टंकीयो पर टुट पडे

शालिनी मचल उठि वो खड़े खड़े अपनी टागे आपस मे घिसने लगी और उसकी चुत पर चींटिया रेंगने लगी - अह्ह्ह बच्चो आराम से लल्ला अह्ह्ह काटों मत ओह्ह्ह उम्म्ंम तुमने तो मेरी चुत की आग फिर से भड़का दी अह्ह्ह्ह सीईई

अरुण उसकी चुचिया चुसता हुआ लपक कर शालीनी की बुर पर हथेली घुमाने लगा - अह्ह्ह मामी आपकी बुर तो तप रही है उह्ह्ह्ह

शालिनी - हा लल्ला अह्ह्ह राहुल क्या कर रहा है

राहुल जो उसकी गाड़ के दरारो के ऊंगलियां घुसा रहा - आह्ह मम्मी मुझे भी आपकी गाड़ चाहिये

शालिनी - आह्ह बेटा बहुत कसी है वो ,तेल लेके आ ना वो आलमारी से
राहुल लपक कर जबतक आल्मारि से तेल की सीसी ढूढता तक अरुन के शालिनी को सोफे पर लिटा कर उसकी चुत मे लन्ड उतार चुका था - ओह्ह्ह हा बेटा ऐसे ही अह्ह्ह्ह और तेज उह्ह्ह बहुत टाइट है अह्ह्ह और और उह्ह्ह कितना मस्त लन्ड है रे तेरा ओह्ह्ह और और

अपनी मा की तेज सिस्किया सून कर और कमरे का ।नजारा देख कर राहुल का लन्ड फड़फ्ड़ाने लगा और वो जल्दी जल्दी दराज खोल कर तेल खोजने लगा और जल्द ही वो उसे लेकर अपनी मा के पास पहुचा

राहुल को सुपाड़े पर तेल लभेड़ता देख शालीनी - हा बेटा अच्छेह्ह अह्ह्ह सीई लगा लेह्ह्ह उम्म्ंम और मेरे पर भी लगा ओह्ह्ह अरून उम्म्ं बाबू उह्ह्ह

राहुल ने शालिनी की गाड़ के सुराख पर भी तेल लगाया और सुपाडा टिका कर हचाक से उतार दिया - अह्ह्ह मैयाहहहह ओह्ह्ह सीई कितना जल रहा है रे अह्ह्ह्ह

राहुल - बस बस मम्मी घुस गया है अह्ह्ह्ह बहुत कसा है अह्ह्ह्ह हुहू हिहिही कितना टाइट है अह्ह्ह्ह ओह्ह मेरी सेक्सी मम्मा आह्ह मेरी चुद्क्कड रन्डी मा अह्ह्ह

शालिनी एक बार फिर दोहरे लन्ड का मजा पाकर रोमांचित हो उठी - अह मेरे ।चोदू बेटा चौद अपनी मा को अह्ह्ह और और ओह्ह कितना मजा आ रहा है आह्ह ऐसे ही आज मेरी चुत और गाड़ की चटनी बना दो उह्ह्ह

19620403
अरुण - हा मेरी जान आज तो इसको फाड़ देंगे अह्ह्ह लेह्ह्ह्ह और लेह्ह्ह साली कुतिया उह्ह्ह मन कर रहा ऐसे हचर ह्चर पेलता रहू

राहुल -ओझ्ह मेरी रंडी मा कैसा लग रहा है दो दो लन्द लेके अह्ह्ह्ह
शालीनी - अह बेटा बहुत मजा आ रहा है उह्ह्ह और चोदो अह्ह निकल रहा है मेरा बेटा रुको मत अह्ह्ह्ह सीईई

राहुल और अरुण तेजी से बुर और गाड़ मे पेलने लगे , शालिनी की चुत बजबजा कर झडती रही -अह्ह्ह मादरचोदो और पेलो अह्ह्ह फाड़ दो अह्ह्ह और और उह्ह्ह्ह उम्म्ं

इधर इनकी चुदाई पीक पर थी वही दूकान मे जन्गी की बेचनी कम नही हुइ थी ।
रात मे उसके अरमान पर शालिनी पानि फेर चुकी थी और जाने कबतक उसकी नाराजगी आगे तक रहने वाली थी ।
इनसब के बिच आस की एक मात्र किरन उसे रंगी ही नजर आ रहा था
उसे अपने भैया से बात करनी पड़ेगी
इधर उसका दिमाग उलट पलट हो रहा था तो वही कमरे मे राहुल और अरुण शालिनी को उलट पुलट कर चोदने मे लगे थे

अब राहुल निचे से शालीनी की गाड़ मार रहा था और अरुण आगे से चुत
अरून के करारे तेज झटको से उसका लन्ड भाले की तरह शालिनी की चुत की जड़ मे चोट कर रहा था और शालिनी बुरी तरह चिख रही थी

6081275
दोनो कडक लन्ड आज थकने वाले नही लग रहे थे - अह्ह्ह बेटा ओह्ह्ह फिर से आ रहाहै मेरा ओह्ह्ह ओह्ह्ह और और रुकना मत अह्ह्ह्ह

6051072
अरुन - आह्ह मामी आपका पानी बहुत गर्म है अह्ह्ह उह्ह्ह्ह उम्म्ंम
शालिनी - हा बेटा ज्ल्दी कर अब तु भी निकाल ले , 12 बजने वाले है अह्ह्ह

अरुण - अभी निकल जायेगा मामी बस आपको ।थोड़ा सा दर्द सहना होगा
शालिनी - क्या कैसा दर्द
अरुन मुस्कुराया और शालिनी के रस से लिभडाया लण्ड निकाल कर शालिनी के गाड़ के सुराख पर रखने लगा ,जिसमे पहले से ही राहुल का मुसल जड़ तक घुसा हुआ था - अह्ह्ह नही नही बेटा मै नही कर पाउगीअह्ह्ह पलिज मान जा

तभी राहुल उपर कर उसकी बुर सहलाता हुआ - डरो मत मम्मी मै हु ना

शालिनी - तु क्या करेगा फटेगी मेरी ना अह्ह्ह ओह्ह्ह्ह मत कर अरुण मान जा बेटा अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह नहीईई न्हीईईईईईईईईईई उम्म्ंममममहहहह रुक जाअह्ह्ह्ह्ह मादरचोद अह्ह्ह्ह रुक रुक अब रोक दे अह्ह्ह और नही
अरुन अपना सुपाडा घुसेड़ चुका था - बस मामी अब तो बस धक्का लगाना है

राहुल - आह्ह भाई बहुत कस गया है मेरा लन्ड ओह्ह्ह

अरुण - अह्ह्ह मामी बहुत टाइट है अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह उम्म्ंमममं क्या गाड़ है मेरी चुद्दो मामी उह्ह्ह्ह आज तो फाड़ दूंगा अह्ह्ह मेरी सेक्सी रंडी मामी

शालीनी - आह्ह साले हरामी आपनी मा के भोस्डा मे डाल मे चार चार अह्ह्ह मेरी क्यू फाड़ रहा है अह्ह्ह्ह बहिनचोद निकाल दे उह्ह्ह अह्ह्ह्ह न्हीईईई ओह्ह्ह्ह मह्ह्ह्ह उझ्ह्झ्ज

निचे से राहुल ने उसकी बुर के दाने को सहलाने लगा और हौले हौले अरुण लन्ड घुसेड़ने लगा - अह्ह्ह भाई तु भी आगे पीछे कर अह्ह्ह देख जगह बन रही है अह्ह्ह ऐसे ही हिहिह8। साले लौडा गरम है तेरा भ

angela-white-double-penetration-triple-penetration-porn-gif-005
राहुल - अह्ह्ह भाई मा की गाड़ बहुत आग फेक रही ओह्ह्ह मम्मी आह्ह मेरी रंडी मा मजा आ रहा है ना दो दो लन्ड से फड्वा कर आह्ह बोल ना

राहुल उसकी बुर के फाके रगड़ कर उससे कबूलवाने लगा और दोनो भाई अब बारि बारि आगे पीछे कर शालिनी के गाड़ दीवारे चौड़ी करने लगे
शालिनी की चुत एक बार फिर कुलबुलाने लगी और उसकी चुत की गर्मी बढने लगी - अह्ह्ह हा बेटा आ रहा है लेकीन दर्द हो रहा है अह्ह्ह अह्ह्ह लग रहा है दो दो लाठी घुसा रखा है अह्ह्ह

राहुल - ओह्ह मा उह्ह्ह्ह तुम्हारी गाड़ क्प देख देख कर हम पागल हो जाते है आज मौका मिला तो मिल कर फ़ाड रहे है अह्ह्ह मम्मीई ओह्ह कस क्यू रही हो अह्ह्ह

शालिनी - आज पिस दूंगी इसी मे तेरा लन्दह्ह्ह्ह मुझे दर्द दिया ना अह्ह्ह लेह्ह अब तु भी तडप , अह्ह्ह्ह साले हरामी अरून मादरचोद अह्ह्ह्ह हाथ हटा मेरी बुर से अह्ह्ह अह्ह्ह्ह आ रहा हौआ हहहहह ओह्ह्ह्ह्ह फिर आ र्हा है मेरा

शालीनी चौथी बार झड रही थी दोनो के आगे और इस जोश से अरुन्ं मे तेजी से लण्ड उसकी गाड़ मे ठेलनेलगा

राहुल - आह्ह भाआई निकाल बाहर फट जायेगा अह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह माह्ह्ह्ह आयेगा मेरा भी ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्ह

अरुण भी अपना लन्ड खिंचता हुआ - ओह्ह्ह येस्स्स मामी आओ जल्दी आ रहा है

शालिनी झट से उठ कर घुटनो के बल होने लगी और अरुण की पिचकारि छूट पड़ी

मुह आंख गला चुचिया सब नहलाने लगा , वो वीर्य की धार मे जैसे शालिनी पर मूत रहा हो और हर पिचकारि के साथ शालिनी का चेहरा सनाने लगा

gif-2-cocks-cum-on-her-pretty-face-5f02650f8cee0
तभी एक और मोटी पिचकारि से गाढ़ी मलाई उसके लसराये मुह पर गयी - ओह्ह्ह मेरी रान्ड़ मम्मीई लेह्ह आह्ह तुझे नहला दन्गा ओह्ह्ह लेह पी जा अह्ह्ह्ह मम्मीई ओह्ह्ह अह्ह्ह्ह
अरुण- अह्ह्ह मेरी सेक्सी मामी क्या मस्त खिल रही हो एक फोटो तो बन्ता है आपके इस रूप का

शालिनी भी संतुश्त थी तो अरुं के सेलफी मे सामिल हो गयी ।
जिसमे अरुण अप्ना लण्ड शालिनी केवीर्य से सने मुह के आगे रखा हुआ और वो उसके आगे मुह खोले दिख रही थी ।
मानो खा जाने का इशारा हो
1638741285-29-xphoto-name-p-milf-cumshot-compilation-porn-35
शालिनी - किसी को दिखाना मत
अरुण - ना ना बिल्कुल नही मेरी जान, ये तो जाने के बाद अपनी मामी को याद रखुन्गा उसके लिये हिहिही

राहुल - भाई मेरी भी ले ना एक मा के साथ
शालिनी ने उसके साथ भी उसी अवस्था मे पोज दिया ।

images
शालिनी - चलो चलो अब जाओ तुम सब और मुझे नहाना पडेगा

और जैसे ही शालिनी उठी उसकी कमर मे लचक सी आई- अह्ह्ह आऊचछच उह्ह्ह मर गयी रेहहह

दोनो भाई शालिनी की ओर लपके और उसे सहारा दिया
फिर छिपते छिपाते बाथरूम मे पहुचाया

ठन्डे पानी से नहाने के बाद शालिनी के बदन मे थोड़ी स्पुर्ती आई और वो किसी तरह दोपहर के खाने परोसने की तैयारि मे लग गयी ।

जारी रहेगी
Jabardast update.
 

Premkumar65

Don't Miss the Opportunity
5,180
5,317
173
UPDATE 218

अमन के घर

दोपहर के खाने के बाद ममता, दुलारी और संगीता को लेकर कुछ खरीदारी के लिए बाजार निकल गयी ।
मदन अपने कमरे मे आराम फरमा रहा था तो रिन्की दुलारि के कमरे मे दो घन्टे से सो रही थी जबसे अमन ने उसकी चुत फाडी थी ।
इधर अमन भी सोनल के साथ कुछ प्रेम भरे पल बाट रहा था । सोनल भी कल के लिए अपने घर वालो से मिलने के लिए उत्साहित थी

दोनो प्रेमी आपस मे एकदूसरे से लिपटे हुए थे और अमन की दिलीइच्छा थी कि इस बार निशा भी आये ।
सोनल उसे छेड़ते हुए तुनक कर - आपको तो उसके काले अंगूर का ही रस पीना है , यहा मेरी गुलाबी मीठी किस्मिस की कली सूख रही है उसका नही ध्यान

अमन सोनल के प्यार भरे ताने से भितर से सिहर उठा और उसका खुन्टा लोवर मे हरकत करने लगा । उसने सोनल को अपनी ओर कसा और अपने तम्बू का बम्बू उसकी साडी के उपर से उसकी चुत पर चुभोता हुआ - ओह्ह्ह मेरी जान तेरे इस गुलाबी किस्मिस के दाने को अभी गीला कर देता हु

ये बोलकर अमन ने सोनल की मोटी उभरी हुई ब्लाउज से झाकती छातियो पर हाथ फेरा और सोनल सिहर उठी - अह्ह्ह मेरे राजाह्ह्ह्ह उम्म्ंम सीईई ना जाने आपमे क्या जादू है बाबू छूते हो और ये खड़ी हो जाती है

अमन उसकी मुलायम दूध से भरी मोटी पपीते सी छातियो को हाथ मे भर कर मिजता हुआ ब्लाउज के उपर से निप्प्ल वाली जगह को मुह मे भर काटता है - उम्म्ंमममं सीईई ओह्ह मेरी जान तुम्हारी इन्ही रसदार boobs का ही तो दीवाना हु मै उम्म्ंम

सोनल- अह्ह्ह माय बेबी उम्म्ंम सक इट उह्ह्ह मेरा बाबू उम्म्ंम ओह्ह आराम से ईईइस्स्स्स

तभी दरवाजे पर दसतक हुई और दोनो अलग हुए , इस अचरज और शंका भरे भाव से घर की औरते तो बाजार गयि है फिर कौन उपर आकर उन्हे परेशान करेगा
तभी अमन का दिमाग ठनका और उसे अपने बाप की याद आई । वो जल्दी से उठ कर खड़ा हुआ और हड़बड़ाहट भरे लहजे मे - उठो उठो , पापा है !

ससुर के आने की बात पर सोनल की भी हालत खराब हुई जल्दी जल्दी वो भी खड़ि होकर अपने जोबनो पर आन्चल डाला और साडी सही करने लगी ।

अमन ने अपना लन्ड सेट करने को कोसिस की मगर कोसिस नाकाम ही रही , उसका लन्ड मोटे रॉड की तरह अभी भी उसके लोवर मे उभरा हुआ साफ नजर आ रहा था ।

बड़ी मुश्किल से दरवाजे के ओट मे खुद को छिपाते हुए उसने दरवाजा खोला और सामने मुरारी था ।
सारी हकीकत से परिचित होने के बाद भी अमन ने उस्से सवाल किया - अरे पापा आप यहा ? फ़ोन कर देते !

मुरारी झिझक भरे लहजे मे अमन के पीछे खड़ी सोनल को एक नजर देखा जो सन्सकार बस मुस्कराती हुई अपने सर पल्लू कर रही थी

img-3-1725447421592
और अनायास मुरारि की नजर अपनी नयी नवेली बहु के चिकने पेट के किनारो पर चली गयि , जिसकी कोमलता और मलाई सी गोरी चमडी देख कर मुरारी एक पल के लिए सम्मोहीत सा हो गया , मगर अगले ही पल उसने खुद को उस नजारे से अलग किया - अह फ़ोन किया था मैने , तुने उठाया नही ।तुझ्से थोडा काम है जरा निचे आना

ये बोलकर मुरारी घूम कर वापस जाने लगा और फिर घूम कर - और वो समान कल मगाया था वो लेते आना ।

जाते जाते एक बार फिर मुरारी ने सोनल की चिकनी कमर पर नजर मारनी चाही मगर इस बार देखा तो सोनल मे सब कुछ अच्छे से ढक रखा था । उस पल भर मे ही मुरारी समझ गया कि सोनल ने उसकी चोरी पकड ली और वो बिना अपनी बहू की ओर देखे चुपचाप निकल गया ।
सोनल ने पार्सल के बारे पूछा तो अमन के बात बदल दी और वो पैकेट लेकर निकल गया नीचे

वही मुरारी अपने कमरे मे बेचैन टहल रहा था जैसे ही अमन कमरे मे दाखिल हुआ उसकी चेहरे पर मुस्कान छा गयी - आ गया बेटा आ आ बैठ
अमन मुस्कुरा कर सोफे पर बैठ गया और मुरारी हसता हुआ - माफ करना बेटे मैने तेरे और बहू के एकांत के पल में डिस्टर्ब कर दिया ।

अमन लजाता हुआ मुस्कुरा कर - क्या पापा ऐसा कुछ नही कर रहे थे हम लोग , सची मे
मुरारि - वो जब तु दरवाजे के पीछे छिपा था तभी मै समझ गया है हाहाहा अरे मुझसे क्या शर्माना , ऐसा तो मेरे साथ भी हुआ है कई बार हिहिहिही

अमन - हैं सच मे ? कब ?
मुरारी- अरे वो तब जवानी के दिनो की बात थी , गाव वाले घर मे मुश्किल से तो तेरी मा के साथ समय मिलता था और ज्यादातर तो हाहहहा
अमन - क्या ज्यादातर ?
मुरारी हस्ता हुआ - अरे वो तुम जवान लोग आपस मे आजकल क्या बोलते हो ? एलकेपीडी ...

अमन हसता हुआ - वो केएलपीडी होता है पापा हाहाहा
मुरारी हस्ता हुआ - हा वही खड़े लन्ड पर धोखा हाहाहा यही मतलब है ना उसका
मुरारि के यूँ खुल कर मजाक करने से अमन थोडा सा लाज से झेप जाता है और मुस्कुरा कर - जी

मुरारी अपनी बात आगे बढ़ाता हुआ - और उसपे से तेरी मा , खूब नखरिली हाहाहा मुझे सताने मे ना जाने क्या मजा आता है उसे ।

" वो तो सबकी बिवियाँ करती है ", अमन बहुत महिन सा बुदबुदाया मगर मुरारि के तेज कानो ने उसकी आवाज को पकड़ लिया ।

मुरारि हस्ता हुआ - अच्छा तो बहू भी कुछ नही है हाहाहा , वैसे रात मे क्या हुआ ?

अमन के कान खड़े हो गये कि ये क्या पूछ रहा है उसका बाप ।
अमन - मतलब ?
मुरारी धीमी आवाज मे उसके पास होकर - अरे वो रात मे दिया था ना , वो यूज किया कि नही ?

अमन लाज भरि मुस्कुराहट के साथ - हम्म्म किया ।

मुरारी का खुन्टा एकदम कड़क होने लगा उसे जानने की उत्सुकता भी थी और झिझक भी हो रही थी

हिम्मत कर मुरारी ने पूछ ही लिया - कितनी बार
अमन मुस्कुरा कर - आपने जितनी बार कहा था

मुरारी का लण्ड एकदम से फड़फडा उठा - और बहू , उसने ऐतराज नही किया ?

अमन - उहू ... मेरे ख्याल से उतना नानुकुर सब बिवियां करती होगी बस उतना ही उसने भी किया ।

मुरारी हसता हुआ - वैसे पूछना तो नही चाहिये लेकिन कैसा लगा तुझे उस समय

अमन के चेहरे पर मुस्कुराहट थी मगर शर्म से लाल होते उसके गाल भी साफ नजर आ रहे थे - अह अब कैसे बताऊ , आपको तो पता है कैसा लगता है । इसमे बताने जैसा क्या है पापा ?
मुरारी पैर फैला कर अंगड़ाई लेता है और पजामे मे बना हुआ उस्का तम्बू साफ साफ अमन को दिखता है - अह्ह्ह अब क्या बताऊ अमन तुझे और बहू को देखता हु तो अपने जवानी के दिन की यादे ताज़ा हो जाती है । शुरुआती दिनो की वो मीठी शरारतें , घर मे चोरी छिपकर तेरी मा के देह से छिपकना खेलना उम्म्ं वो यादे उफ्फ़फ्फ

अमन खिलखिलाता है तो मुरारी मुस्कुरा कर - हा भाई सच कह रहा हु , तुझे तो तेरा अपना कमरा मिला है , गाव मे होता तो पता चलता कैसे रात के सन्नाटे मे सासे थाम कर सिसकिया घोट कर चुदाई करते हैं ।
अमन हस रहा था
मुरारी- लेकिन उस तकलिफ मे भी मजा होता था जब हम अपनी मस्तियाँ पूरी करने मे कामयाब हो जाते थे । जब मै तेरी मा के भीतर झड़ जाता था सारी खुन्नस सारी शिकायते सब बह जाती थी ।

अमन गला साफ करता हुआ चोर नजरो से अपने बाप को उसकी यादो मे खोया हुआ अपना मोटा मुसल पजामे के उपर से मसलता देखता है और खुद भी अंगड़ाई लेकर अपना लन्ड मसल कर सीधा करता हुआ - आह्ह पापा लो ये आपका पार्सल

मुरारी- अरे हा खोल खोल देखता हु जरा
अमन फटाफ़ट से पैकेज खोलता है और फिर उसमे से ब्रा पैंटी को निकाल कर अपने पापा को देता है ।

मुरारी उस नरम मुलायम महिन सूत वाले कपड़ों के बने ब्रा और पैंटी का मखमलीपन अपनी उंगलियो मे मह्सूस करता हुआ उन्हे अपने नथुनो तक ले जाता है - उम्म्ंम्ममम्ंम्ं वाह एकदम फ्रेश है

अमन अपने पापा की कामुकता को अजीब नजरो से निहारता है - क्या सुँघ रहे हो पापा
मुरारी हस कर - ओह मुझे ये नये ताजे कपड़ो की खुशबू अच्छी लगती है और जब इसमे तेरी के देह की खुस्बू भीन जायेगी उह्ह्ह्ह तब तो येहहह ओह्ह्ह्ह्ह

अमन अपनी मा के जिस्म की खुस्बू के नाम से ही गनगना गया और उसका मुसल हथौड़ा सा हो गया । गुपचुप से उसने अपना मुसल खुजाया ।

मुरारी- और इसका कलर बहुत खिलेगा तेरी मा पर और इस रंग की चुन्नी भी तो है उसके पास

अमन - चुन्नी ? इसपे चुन्नी का क्या काम ?
मुरारी खिलखिला कर हसता हुआ अमन के कंधे पर हाथ घुमाता है - हाहाहाहा तु भले ही इस जमाने का है मगर शादीशुदा जीवन के मजे लेने मे पीछे ही रहेगा अपने बाप से

अमन - मै समझा नही पापा , आखिर ब्रा पैंटी के साथ उसकी मैचींग चुन्नी का क्या काम?

मुरारी- क्या काम!! बेटा तुझे एक बार की बात बताता हु
हुआ यूँ था कि शादी के कुछ महीने बाद एक रिस्तेदार के यहा शादी मे घर के बाकी जन गये हुए थे और चूकि तेरी मा अभी नयी ब्याही आई थी तो उसको साल भर तक किसी के यहा जाने पर मनाही थी और उसकी देख रेख का ख्याल रखने के लिए मुझे रुकना पड़ा था
अमन - अरे वाह फिर
मुरारी अमन की चहकपने पर हसकर - बताता हु भाई सुन

पूरे 3 रोज के लिए घर के सारे लोग गये थे और मैने तेरी मा को इस बात के लिए मनाने लगा कि वो फिर से शादी वाला लाल जोडा पहने , बहुत नानुकुर और प्यार जताने पर वो मान ही गयी
अमन - मतलब फिर से सुहागरात हिहिही

मुरारी- हा ऐसा ही कुछ फिर मुझे ख्याल आया क्यूँ ना उसके लाल जोड़े को पुरा करने के लिए लाल रंग की ब्रा पैंटी भी ला दूँ और उसी रोज मै बाजार जाकर ले आया ।
उस रोज तेरी मा बहुत खुश थी लेकीन जब मैने कहा कि मुझे इसे पहन कर दिखा तो वो शर्मा कर मना करने लगी।

अपने पापा की बातें और अपनी मा को लाल रंग की ब्रा पैंटी मे सोच कर ही अमन का लन्ड बौरा गया , वो अपना मुसल रगड़ते हुए सिसका - फिर पापा क्या हुआ , क्या मा पहन कर आई ?

मुरारी- हा बेटा और वो नजारा आजतक नही भुला उफ्फ्फ जैसे ही मै कमरे मे दाखिल हुआ मेरा मन मचल उठा , दिल खुशी से उछलने लगा , सामने तेरी मा बिस्तर के पास खड़ी थी उसने अपने सर पर शादी की विदाई वाली लाल चुनरी ओढ़ कर घूँघट कर रखी थी और गले से निचे उसका गोरा संगमरमरी बदन मेरे दिये तोहफो से सजा हुआ था ।

FWh-Xk-VHWQAACBi8
वो छींट वाली प्रिंट की ब्रा उसके तंदुरुस्त दूध पर कसे हुए थे और वो पतले पट्टी वाली लाल कच्छी उसकी जांघो के बीच से जैसे कमल सी खिल उठी थी ।


अमन का दिल अपने पापा की बाते सुन कर जोरो से धड़कने लगा उसका लन्ड अपनी मा को लाल ब्रा पैंती मे सोच कर पुरा फडकने लगा , चेहरे पर कामुकता साफ साफ हावि दिख रही थी । वही मुरारी बड़ी बेबाकी और बेहिचक होकर अमन को सारी बाते बता रहा था

मुरारी- सच कह रहा हु बेटा अगर तु उस समय अपनी मा को देख लेता तो तु भी उसका दिवाना हो जाता हाय्य्य

और उसने अमन की ओर देखा जो आंखे बन्द किये तेज तेज सासे ले रहा था और उसका हाथ उसके लन्ड को भींच रहा था । मुरारि समझ गया कि अमन अपनी मा को अपनी कल्पना मे देख रहा है ।

मुरारी- बस आज रात वो यादे ताज़ा होने वाली है ,आज की रात मै उसे फिर तैयार होने को कहुगा
अमन - हा पापा मै भी

मुरारी चौककर - क्या मतलव
अमन हस कर - अरे मतलब आज मै भी सोनल को ऐसे ही तैयार होने को कहूँगा , वैसे क्या मा ने सारे साज सृंगार किये थे या बस चुन्नी ली थी ।

मुरारी हस कर - अरे सबर कर ले , कल मै तुझे उसकी फोटो दिखाऊँगा फिर तु समझ जायेगा

अमन की आंखे चमक उठी - क्या सच पापा ?
मुरारी मन मे उभरते लालच को दबाता हुआ - हा उसमे क्या है , तु उसका ही बेटा है गैर थोड़ी ।

मुरारी ने इस बात के साथ अपना दाव खेल दिया था इस उम्मीद मे कि शायद ममता के बदले अमन सोनल की भी तसविरे उसे दिखाये और अपनी हीरोईन सी सेक्सी गोरी चिट्टी बहू को ऐसे तैयार होकर देखने के बारे मे सोच कर मुरारि का जजबात उबाल मारने लगे
मगर उसने अपने जजबात को काबू मे रखा और संयम से इंतजार करना सही समझा ।



राज के घर

रागिनी अनुज को लेकर दोपहर का टिफ़िन लेके बाजर के लिए निकल गयी थी , निशा भी किचन के काम निपटाने के बाद नहाने के लिए उपर जा चुकी थी

वही रागिनी के रूम मे शिला और रज्जो आपस मे मिलाप कर रही थी , शिला अपनी बड़ी सी तरबूज सी गाड़ फैलाये कुर्ती उठाए आगे झुकी हुई थी

Fan-Of-Huge-Tits-Babes-Angelina-Castro-and-Sofia-Rose-Cum-www-saveporn-net-1


रज्जो उसकी नंगी गोरी गाड़ को सहलाती हुई उसके नरम मुलायम चुतड पर पन्जा जड़ती है जिससे शिला सिस्क पड़ती है - अह्ह्ह्ह भाभीईई उम्म्ंम्ं ओह्ह्ह मान जाओ ना प्लीज एक बार

रज्जो उसकी गाड़ की दरारो मे उंगलिया घुसाती हुई सुराख मे उंगली पेल दी - अह्ह्ह तुम समझ नही रही हो दीदी उम्म्ंम रमन के पापा नाराज हो जायेन्गे

शिला - अह्ह्ह भाभीईई उह्ह्ह्ह उफ्फफ़फ़ उम्म्ंम खा जाओ उम्म्ंम्ं और चाटो उम्म्ं ये अनुज मुये ने मेरी चुत की खुजली बढा दी अह्ह्ह्ह सीईई

Fan-Of-Huge-Tits-Babes-Angelina-Castro-and-Sofia-Rose-Cum-www-saveporn-net-2
रज्जो शिला की टाँगे खोले उसकी चुत पर जीभ चला रहा थी और चाट रही थी ।
शिला - आह्ह भाभीईई बस तुम हा करो । वहा तुम्हे वो मजा मिलेगा वैसा तुमने कभी नही लिया होगा


रज्जो उसकी चुत से अलग हुई और अपनी नंगी छातिया मिजने लगी

Fan-Of-Huge-Tits-Babes-Angelina-Castro-and-Sofia-Rose-Cum-www-saveporn-net-3

शिला ने अपने पैर उसके गुदाज चुचो पर रख कर निप्प्ल पर सहलाने लगी जिस्से रज्जो की सासे उखड़ने लगी - ऊहह छोडो ना दिदी , चलो ना नहाते है आओ

ये बोल कर रज्जो उठ खड़ि हुई और अपनी कमर मे अटकी पेतिकोट को सरका कर सिर्फ पैंटी मे आ गयी और कुल्हे हिलाती मुस्कुराती हुई बाथरूम मे चली गयी ।

शिला भी अपनी कुरती उतार कर फेक दिया और तौलिया लेकर बाथरूम मे दाखिल हुई और उसकी नजर रज्जो के पर गयि
अपने जिस्म से ब्रा उतार कर पूरी नंगी हो रज्जो के करीब गयी और उसको पीछे से जकड़ लिया - अह्ह्ह भाभीई मेरी जान मान भी जाओ ना बस कुछ रोज की ही बात है

रज्जो के चुचो पर शिला के रेंगते हाथ उसने कस कर पकड़ लिये तो शिला ने उसकी चुचिया मिजनी शुरु कर दी - अह्ह्ह्ह दिदीईई उम्म्ंम्म्ं अह्ह्ह्ह्ह

शिला - थोडा सा भरोसा रखो मेरी जान उम्म्ंम वहा तुम्हारा बदन और निखर जाएगा

XNXX-amateur-homemade-porn-HD-2
"और तुम्हारे ये गोल मटोल तरबूज के चुतड उम्म्ंम्म्ं" , शिला निचे बैठ कर रज्जो की पैंती के गाड़ से सरकाती हुई उसे चूमती हुई निचे करने लगी ।


शिला - ओह्ह भाभी तम्हारी ये गाड़ उम्म्ं इसको ऐसे ना तरसाओ इसमे तो जमाने भर के लन्ड घुसाने की जगह है उम्म्ंंम्ंम्ं सीईई

XNXX-amateur-homemade-porn-HD-3
शिला रज्जो की गाड़ मसलती हुई उसके चुसने चाटने लगती है - अह्ह्ह्ह दीदी उउम्ंंंं ओह्ह्ह पर मुझे डर लगता है अह्ह्ह रमन के पापा को क्या कहुगी मै उम्म्ं

शिला उठ खड़ी हुई और घुमाती हुई उसके लिप्स से अपने लिप्स जोड़ लिये , रज्जो ने भी उसके होठ चुसने शुरु कर दिये
दोनो रसभर अधर एकदुसरे मे घुले जा रहे थे और उनकी नगन छातियां आपस मे चुभ रही थी ,
रज्जो के हाथ शिला की मक्खन सी जांघो को उठा हुए उसके चर्बीदार चुतडो को सहला रही थी ।
रज्जो - अह्ह्ह मेरी जान मेरे सैयया मतल्ब रमन के पापा तो अभी से मेरे बिना पागल है , वो और मुझसे दूरी नही सह पायेंगे अह्ह्ह्ज समझ ना

शिला उसके गाड़ को पक्ड कर अपनी ओर उसको खिंचती हुई - तेरे उस गाड़ चतोरे साजन की फिकर ना कर उसको कैसे मनाना मै जानती हु मेरी चुदक्क्ड घोडी तू हा कर बस

रज्जो ने मुस्कुरा कर शिला को देखा - मतल्ब दीदी तुम कैसे ? शिला शर्माई और बोली - तेरे साजन बहुत कुछ तुझसे छिपाते है मेरी सजनी

रज्जो ने आगे बढा कर शिला के बुर टटोलती हुई - मतलब इस भोस्ड़े मे भी उन्होने खुन्टा गाड़ दिया उम्म्ंम

XNXX-amateur-homemade-porn-HD-1
शिला मुस्कुराती हुई सिसकी तो रज्जो ने उसकी दोनो निप्प्ल पक्ड कर नोचती हुई उसे अपने अपनी बाहो के भर के उसके होठ चुसने लगी - अह्ह्ह साली रंडी तु तो मेरा ही माल खा गयी उम्म्ंम अब देख कैसे तेरा माल मै खाती हुई वो भी तेरे घर मे घुस कर

शिला खिल उठी - तो क्या सच मे भाभी तुम चलोगी
रज्जो - हा चलूँगी ना , अगर तु मेरी चुत चाट कर खुश कर दे

शिला मुस्कुरा कर उसकी बुर सहलाने लगी - उम्म्ं मेरि सेक्सी रान्ड़ इसमे मेरा ही फाय्दा है आजा

शिला सरकर निचे हो गयी और रज्जो ने उस्के मुह पर अपनी बुर रख दी

वही उपर नहाने के बाद निशा निचे आने लगी ये खोज खबर लेने कि अगर घर की बाकी औरते बिजी हो तो वो अरून के लैपटॉप मे पोर्न्ं देख पाये

चुपचाप दबे पाव वो निचे हाल मे आई और निचे पुरा सन्नाटा पसरा हुआ था और गेस्ट रूम का दरवाजा खुला
कही कोई नजर नही आया तो निशा रागिनी के कमरे की ओर बढ़ी
दरवाजा खुला हुआ था और बाथरूम से तेज सिस्किया और अवाजे गूंज रही ।

निशा ने भागकर सबसे पहले मेन गेट चेक किया और वापस आई उसकी सासे तेज चल रही थी तेज कामुक सिसकियाँ सूनकर उस्के जहन मे समझ आ रही था किसी की तगडी पेलाई चल रही थी मगर किसकी ?

उसके निप्प्ल कडक हो गये और सासे दुगनी गति से चल रही थी , कलेजा थाम कर जैसे जैसे वो दरवाजे की ओर बढ़ रही थी उसको रज्जो की साफ और स्पष्ट गाली भरी चीख सुनाई दे रही - अह्ह्ह बहिनचोद चाट ओह्ह्ह ऐसे उम्म्ं खा मेरी बुर उह्ह्ह ओह्ह आज तुझे नहला दूँगी अपनी रस से ओह्ह्ह्ह एल्ह्ह्ह उम्म्ंम

निशा के कान खड़े हो गये कि रज्जो किसकी मुह पर अपना भोस्डा रग्ड रही है और जैसे ही उसने बाथरूम मे झाका तो देखा ,

XNXX-amateur-homemade-porn-HD-5
बाथरूम की फर्श पर शिला बुआ फैली हुई गरदन उठा हुए थी और रज्जो मौसी अपनी चुत उनके मुह पर दर रही थी - लेह्ह्ह साली कुतिया चाट उम्म्ंम पी जाह्ह्ब उह्ह्ह मादरचोद उह्ह्ह लेह्ह्ह ओह्ह्ह ओझ्ह शिलाअह्ह्ह मेरी जान उम्म्ंम आ रहा है ओह

निशा की आंखे फटी की फटी रह गयी कि रज्जो मौसी और शिला बुआ एक साथ ऐसे , अन्जाने मे उसके मुह यही निकला - ओह्ह गॉड बुआ मौसी आप लोग ?


दोनो चौके और निशा को देख कर खड़े हो गये शिला की हालत खराब थी वो रज्जो से फुसफुसाई - अब क्या करे
रज्जो- अरे शिकार खुद चल कर आया तो हलाल होगा

रज्जो - तु यहा कया कर रही है ये , इधर आ पहले

निशा - हा लेकिन आप लोग ऐसे ? दरवाजा बन्द कर लेते
रज्जो- तु बड़ी समझदार है उम्म्ं इधर अभी तुझे ठिक करती ह
ये बोल कर रज्जो ने उसे पकड़ कर खिंच और लोवर के उपर से उसकी चुतड़ पर थपेड लगाती हुई - किसी के कमरे मे जाने से पहले दरवाजा खटखटाना चाहिये ना

निशा - अह्ह्ह सॉरी ना मौसी , लेकिन आप लोग ये सब क्या कर रहे थे अह्ह्ज्ज

रज्जो - दीदी इसको भी अनुज की तरह सजा दो , कपडे उतारो
अनुज की तरह सजा का मतलब कुछ कुछ समझ आ रहा था निशा को - क्या मतलब अनुज की तरह सजा, उसने भी देखा क्या आप दोनो

शिला उसका लोवर खिंच कर - देखो तो कैसे सवाल जवाब कर रही है हा ,बहुत बिगड़ गयी है तु भी
ये बोल कर शिला के चुतड़ पर चट्ट से पन्जे जड़ देती है जिस्से निशा का जिस्म झनझना जाता है -अह्ह्ह बुआ मार क्यू रहे हो ओह्ह्ज उम्म्ं

XNXX-bangbros-latin-milf-with-big-ass-and-her-equally-sexy-lesbian-partner-get-caught-in-the-bathroo
इधर रज्जो ने उसकी पैंती पकड़ कर खिंचती हुई - उसके गाड़ पर थपेड़ लगाती हुई - देखो तो इस्क्प एक तो चोरी उसपे से सिना जोरि

निशा - अह्ज्ज मैने किया क्या है लेकिन
रज्जो - अरे दिदी यही तुम्हारा बड़ा वाला समान लेके गयी थी
शिला - क्या सच मे ? ये लडकी बोल कहा रखा है उसे ,

रज्जो ये ऐसे नही बोलेगी इसको कमरे मे के चलो और

1E93557

फिर रज्जो उसे टांग लिया और कमरे मे घोडी बना कर उसकी पैटी खिंच कर उसकी गाड़ पर थपेड लगा कर - बोल कहा रखा है तुने उसे

निशा - आह्ह क्या बोल रही हो मौसी मै कहा लाई थी
रज्जो - मैने साफ साफ देखा था दिदी इसको कमरे से निकलते हुए ,

शिला - तभी तो मै सोचू इसकी जवानी कैसे निखर रही है आह्ह अभी से इसने घोट रखा है इतना सारा
रज्जो - बोल देगी की नही वापस

निशा - मै नही लेके गयी थी बुआ बोलो ना मौसी को
रज्जो - ये ऐसे नही मानेगी रुक

रज्जो ने उसे लिटाया और उसके मुह पर बैठ गयी - उम्म्ंम बोल ऐसे ही तेरे ये जोबन मोटे हुए है उम्म्ंम

शिला - हा रुको मै भी निचे से चेक करती हु सारी सच्चाई खुल जायेगी ये बोल कर शिला ने उस्की टांगो से पैंती खिंच कर अलग कर दी , उसकी बजबजाती बुर पर हाथ फेर कर उसके फाके अलग करती हुई - हम्म्म्म साफ साफ लग रहा है इसने घुसाया उम्म्ंम

निशा - आह्ह सीईई ओह्ह्ह बुआ क्याअह्ह्ह कर रही हो उम्मममंम्ं ओह्ह्ह
रज्जो - साली रंडी ले चाट अह्ह्ह्ह बोल मत , तेरा भेद खुल गया है अह्ह्ह उम्म्ंम

निशा मुस्कुराई और आंख मारते हुए रज्जो से हल्के से बोली - लेकीन ड्रामा करने मे माजा आ रहा है

निशा हसती हुईई - ओह्ह्ह बुआ ये क्या कर रही हो अपनी बेटी के साथ उह्ह्ह्ह मत चाटो उसकी कुवारि चुत को अह्ह्ज सीईयियो
रज्जो निशा की शरारत पर हस पड़ि और अपनी बुर को उसके मुह पर रख दी जिसे निशा चाटने लगी

XNXX-bangbros-latin-milf-with-big-ass-and-her-equally-sexy-lesbian-partner-get-caught-in-the-bathroo
वहि शिला भुखी शेरनी की तरह निशा की बुर पर टुट पड़ि थी , उसके सपने आज हकिकत हो रहे थे , दिल मे जो अरमानो का बाग लेके आई थी वो खिल रहे थे

निशा की नमकीन चुत का स्वाद पाकर वो पागल हो गयी थी - आह्ह निशा तेरी बुर सच मे बहुत गर्म है उम्म्ं ऐसी ही कुवारि चुत का रस पसम्द है उम्मममं सीईई

निशा - अह्ह्ह बुआ अह्ह्ह इतनी अच्छी है क्या उम्म्ंम खा जाओ उह्ह्ह येस्स्स उम्म्ंम फ्क्क्क्क ओह्ह्ह जीभ से भी आह्ह हा ऐसे ही उम्म्ंम फक्क्क ओह्ह्ह बुआअह्ह्ह्ह मेरी प्यारी बुआ ओह्ह्ह अह्ह्ह्ह आ रहा है उह्ह्ह्ह

रज्जो - रुक जा रुका जा ऐसे नही मुझे भी तो अपनी भतीजी के चुत का रस लेने दे आजा

XNXX-bangbros-latin-milf-with-big-ass-and-her-equally-sexy-lesbian-partner-get-caught-in-the-bathroo
ये बोल कर रज्जो उठी और निशा की टांगो मे कैची बना कर उसकी चुत पर अपनी चुत रगड़ने लगी - अह्ह्ह मौसी उह्ह्ह ये तो अलग ही मजा आ है अह्ह्ह्ज उम्म्ंम्ं कितना तप रहा है आप्का भोस्डा अह्ह्ह उह्ह्ज्ज फक्क्क्क उम्म्ंम्ं

शिला - अह झड जा बेटी झड जा अपनी मौसी के बुर पर ओह्ह्ह
निशा - हा बुआ फिर आप चाटना अपनी बेटी की वुर बोलो चातोगे ना उम्म्ंम अह्ह्ज्ज्ज सीयिओई और तेज मौसी अह्ह्ज बहुत मुलायम है अह्ह्ह रहा नही जा रहा है अह्ह्ह्ज फक्क्क्क ऐसे ही उह्ह्ह्ह आओ जा बुआ तुम भी अओझ्ह अह्ह्ज

XNXX-bangbros-latin-milf-with-big-ass-and-her-equally-sexy-lesbian-partner-get-caught-in-the-bathroo
शिला उठ कर उनके पास आ गयी और दोनौ उसकी चुचिया मुह के भर कर चुसने लगे - आह्ह बेटा उम्म्ंम पी ले ऊहह और चुस उह्झ भाभीईई अह्ह्ह काट डालोगी क्या आह्ह सीईईईई अह्ह्ह

रज्जो - ओह्ह्ह निशा अह्ह्ह सीईई आ रहा है मेरा अओह्ह्ह्ह।
निशा -हा मौसी मेरा भी उम्म्ंम अह्ह्ह्ह हहह फ्क्क्क अह्ह्ह मम्मीईई अह्ह्ह आह्ह आ रहा उह्ह्ह बुआआ हहहहह आ गया आ गया ओह्ह्ह शिट उह्ह्ह फक्क्क ऊहह फक्क्क


रज्जो और निशा हाफने लगे और फैल लार लेट गये वही शिला बारी बारी से दोनो के बुर के मिले हुए रस को चाटने लगी ।

जारी रहेगी
Super duper update.
 

insotter

Member
236
363
64
UPDATE 222

राज के घर

इधर दोनो भाई रिक्शा कर घर के लिए निकल गए और दोनो के मन उखड़े हुए थे , मगर राज को अनुज के सिक्रेटस पता होने पर हंसी आ रही थी ।
अनुज ने नोटिस किया तो पूछ भी लिया - क्या हुआ भैया हस क्यूं रहे हो
राज - कुछ नही भाई तू उदास होना छोड़ दे । फिर कोई नई मिल जाएगी हाआआह्ह

अनुज - मैं समझा नही , क्या नई मिल जाएगी
राज हसता हुआ - रिंकी जैसी कोई , और तेरी तो किस्मत भी बुलंद है एक को छोड़ा तो दूसरी उठा ले गई तुझे हाहहा
राज की उलझी हुई बातें अनुज समझा गया कि उसके भैया को रिंकी और दुलारी भाभी दोनो की बात पता है
अनुज पहले शरमाया फिर उदास होकर - हा लेकिन क्या फायदा , पता नही कब मिलना होगा उनसे और फिर कल बुआ भी चली जाएगी

राज - अरे तो टेंशन क्यूं ले रहा है , आज घर में मम्मी पापा है नही तो काम बन जाना ही चाहिए

अनुज - सच में भैया , लेकिन मौसी है ना
राज - उसकी फिकर ना कर तू, पहले घर चलते है
इधर दोनो भाई घर की ओर बढ़ रहे थे तो वही चौराहे वाले घर रज्जो और शीला ने अपनी अपनी पैकिंग आज ही पूरी कर ली

रज्जो - उह्ह्ह्ह लोह्ह भाई ये भी बैग भर गया , अब थोड़ा आराम चाहिए मेरी तो सास ही फूलने लगी

शिला मुस्कुराई और उसको अपनी ओर खींचती हुई - फिर तो योगा वोगा शुरू कर दो मेरी जान , मेरे यहां तो मुंह खोले बिना ही सास लेनी पड़ेगी

रज्जो हस्ती हुई - धत्त कामिनी तु भी ना ,
शिला मुस्कुराई और उसकी बिस्तर पर धकेलती हुई - क्या बोली साली उम्म्म
और देखते ही देखते शिला उसके ऊपर चढ़ गई और उसके हाथ ऊपर कर उसके लिप्स चूसने शुरू कर दिए
रज्जो भी जोश में आकर शिला के लिप्स को चूबलाने लगी ,

शिला उसके ऊपर माथे जा रही थी और दोनो आपस में एक दूसरे को चूसे जा रहे थे
शिला ने अपनी कुर्ती ऊपर की और मोती मोटी दुधारू चूचियां रज्जो के मुंह पर रखती हुई ठूंसने लगी - अअह्ह्ह्ह्ह साली छीनार लेह बहुत बोलती है तेरा मुंह तो कई ऐसे ही बंद करूंगी अह्ह्ह्ह आउच उह्ह्ह्ह हरामजादी काट क्यू रही है

vid-720p-8
रज्जो उसकी मोटी चूचियां दोनो हाथो से पकड़ कर बारी बारी से निप्प्स को चूसने लगी और मिजती हुई - तेरी रसीली चूची को खा जाऊं ऐसी है ये उह्ह्ह्ह मेरी रांड शिला तेरे जोबन देख कर तो मेरा दिल बावरा हो जाता है तो तेरे घर के मर्दो का क्या हाल होता होगा उम्मम्म सीईईईईईआईआई

शिला उसके मुंह में अपनी चूचियां ठूंसती हुई - वही हाल होता है जैसा तेरा है मेरी सेक्सी रांड अअह्ह्ह्ह्ह कामिनी मुझे पटक दिया

vid-720p-10
रज्जो उसको घुमा कर नीचे कर देती है और अपनी मैक्सी उतार कर फेकती हुई वापस उसके ऊपर चढ़ कर उसकी रसीली मोटी थन सी चुचियों पर टूट पड़ती है - बहिनचोद तुझे तो पटक के पेलने में जो मजा है वो कही और कहा अअह्ह सच सच बता , तू अपने मुहल्ले भर के बच्चो को दूध पिलाती है क्या जो निप्पल तेरे इतने मोटे हो गए है अअह्ह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूचियां बदल बदल कर चूस रही थी - सच सच बता कौन कौन दूहता है तुझे मेरी जान आह्ह्ह्ह्ह्

रज्जो जिस तरह से शिला को मसल रगड़ रही थी शिला की चूत बजबजाने लगी थी - चल रही है , रोज सुबह भोर में दुहवा दूंगी तुझे भी अअह्ह्ह्हह् बहिनचोद उह्ह्ह्ह हिहिहिही आराम से फट जाएगा

vid-720p-9
रज्जो उसकी लेगी खींचती हुई - भोसड़ा बना चुकी है अब बचा ही क्या है उसमे , हाथी जैसा लंड घोंट घोंट कर पूरा हाईवे बना लिया है

शिला कसमसाती हुई अपने कूल्हे उछालने लगी - आह्ह्ह्ह्ह फिर क्यों चाट रही है उसे कुतिया के जैसे अअह्ह्ह्हह ममीइइई उह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूत में मुंह लगाए हुए - क्योंकि तेरी भोसड़ी का रस बहुत टेस्टी है अअह्ह्ह्हह कितना गर्म गर्म माल छिपा रखा है उम्मम्म्मम

vid-720p-11
रज्जो उसकी बुर में अपनी थूथ रगड़ती हुई भीतर जीभ नचाने लगी - अअह्ह्हह साली रण्डी कुतिया और चाट अअह्ह्ह्ह मेरा भोसडेदार चूत अअह्ह्ह्हह उह्ह्ह और और उह्ह्ह्ह


इधर दोनो चुदासी सेक्सी औरते आपस में एकदूसरे को मीज मसल रही थी तो वही बाहर राज और अनुज रिक्से से उतर चुके थे और गेट खोल कर मेन दरवाजा खोलते हुए हाल में घुसते है

अनुज - अरे बुआ और मौसी कहा है ? बुआआआ !!
तभी राज उसका हाथ पकड़ कर उसे रोकता हुआ अपनी मां के कमरे की ओर इशारा करते हुए चुप रहने को कहा
दोनो भाई दबे पाव कमरे की ओर बढ़े , कमरे से तेज कूलर की हनहनाहट में रज्जो और शीला की सिसकियां घुल चुकी थी
जैसे ही कमरे के दरवाजे से दोनो ने भीतर झांका राज और अनुज दोनो चौक गए

vid-720p-13
सामने बिस्तर पर शिला की जांघें खोले हुए रज्जो उसके ऊपर चढ़ कर कैंची बनाते हुए उसकी चूत से अपनी चूत आपस में रगड़ रही थी

vid-720p-12
दोनो भाई भौचक्के एक दूसरे को निहारते हुए खुश हो गए और अपना अपना लंड बाहर निकाल कर उसको सहलाते हुए कमरे में दाखिल हुए
जैसे ही शिला को भनक हुए वो रज्जो को धकेलते हुए उठ गई इस डर से की घर में बाकी लोग भी आ गए होगे

शिला - तु तुम दोनो , इतना जल्दी कैसे
अनुज हस्त हुआ - बस देखने आए थे आपको हिहिहिही
रज्जो - अनुज मस्ती नही , बता बाकी लोग कहा है ?

अनुज दांत दिखाता हुआ - खुद अकेले अकेले मस्ती कर रही हो और हमें कह रही हो मस्ती नही , देखा भैया इतनी नाइंसाफि

राज हस्त हुआ - ओहो बुआ मौसी कोई नही है , बस हम लोग है ,पापा मम्मी कल आयेंगे

रज्जो ने चैन की सास ली - लेकिन तुम दोनो अंदर कैसे आए , दीदी तुम दरवाजा लगाई थी न

शिला कुछ देर सोचा कर अपनी जीभ दांत में दबा कर मुस्कुराते हुए रज्जो को देखा और हसने लगी .
रज्जो - हम्म तभी तो मैं सोचू ये दोनो बैल घर में कैसे घुसे

अनुज - हम दोनो बैल अपनी अपनी गईया खोजते आए है मौसी हिहिहिही
शिला - ये कितना बिगड़ गया है इधर आ बताती हुं

अनुज अपना लंड सहलाता हुआ - आपके पास ही आ रहा हु बुआ
अनुज अपना लंड शिला के आगे परोसता हुआ उसके सर को सहलाने लगा ,शिला भी बिस्तर पर घोड़ी बनकर अनुज का लंड मुंह में भर कर चूसने लगी - अह्ह्ह् बुआ कितना ठंडा है अह्ह्ह्ह सीईईईईई

vid-720p-14
वही बगल से राज की भी सिसकी आने लगी - उम्म्म मौसी आह्ह्ह्ह्ह आपका तरीका बहुत अच्छा लगता है अह्ह्ह्ह कल से बहुत याद आओगे आप उह्ह्ह्ह

अनुज - हा बुआ आपकी भी बहुत याद आयेगी उह्ह्ह्ह आराम से उम्मम्म आप तो पूरा घोट जा रही हो अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह और चूसो उम्म्म्मम

शिला - मुझे भी तुम सब की बहुत याद आयेगी मेरे लाडलो उह्ह्ह्ह और ये भी कि मेरे बेटे अब जवान हो गए है आआआआअह्ह्ह औरते संभालने लायक
राज - क्यू बुआ पहले शक था क्या हिहिहिही आआआह्हह्ह्ह मौसी उह्ह्ह्ह ओह्ह्ह गॉड जी कर रहा है आपके मुंह में भर दू अह्ह्ह्ह्ह् ये लोह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह कितना मजा आता है आपके हर छेद में पेलने का उह्ह्ह्ह्ह्

राज गला फाड़ता हुआ रज्जो के गले में अपना लंड घुसेडने लगा और फिर उसको धक्का देकर बिस्तर पर चढ़ कर चूत में लंड घुसा दिया

रज्जो - आआआह्ह लल्ला उह्ह्ह्ह कबसे तेरे लंड को प्यासी थी मेरी चूत उह्ह्ह्ह और पेल आह्ह्ह्ह हा ऐसे ही अअह्ह्ह्ह्ह मजा आ रहा है बेटा ओह माआआ

vid-720p-15
राज उसकी चूत ने हचक के लंड उतार रहा था - अब ठीक न मौसी उह्ह्ह्ह लोह और लोह आज पूरी बच्चेदानी भर दूंगा तुम्हारी उह्ह्ह
रज्जजो : उह्ह्ह्ह लल्ला तेरे लंड से मेरी चूत बहने लगी है अअह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह हा खा जा उह्ह्ह्ह मम्ममिई उह्ह्ह्ह

राज लपक कर रज्जो की चूत में मुंह दे दिया और वही बगल शिला की जांघो के बीच अनुज भी उसकी बुर की फाकों से लेकर गाड़ की भूरी सुराख तक जीभ फिरा रहा था - उह्ह्ह्ह बेटा उम्म्म कितना मस्त चाटता है तू उम्मम्म्म आआह्ह्ह्ह्ह् भाभीए इन दोनो की जोड़ी कमाल की है अअह्ह्ह्हह
रज्जो बगल में लेटी हुई शिला के लिप्स से अपने लिप्स जोड़ कर मुस्कुराई हुई - जोड़ी तो हम दोनो की भी कमाल की है मेरी जान

vid-720p-16
अनुज - उम्म्म बुआ ना कबसे मुझे आपके बुर को चाटने का सपना आता था , है रोज आपकी गाड़ चाटने का सोच कर हिलाता था मैं उह्ह्ह्ह कितनी रसीली बुर है आपकी सीईईईईईआईआई

शिला - अअह्ह्ह्हह खा जा बेटा , चाट ले अपनी बुआ की बुर उम्म्मम तेरी छोटी सी जीभ मुझे पागल कर दे रही है

" मैं भी इसे खा लूं क्या मेरी जान अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह राज आराम से उह्ह्ह्ह बेटा उह्ह्ह्ह्ह" , रज्जो घोड़ी बनी हुई शिला की मोटी हिलती चूची को पकड़ कर सहलाती हुई अपने मुंह में भर लिया और उसके निप्पल चूसने लगी ।

vid-720p-17
शिला मानो पागल सी हो गई - अहह्ह्ह्ह भाभी उह्ह्ह्ह पी जाओ मेरे थन से टपकते रस को अअह्ह्ह्हह अओह्ह आराम से लाला उह्ह्ह्ह बहुत कसा है अच्छे से घुसा

रज्जो पीछे से राज के करारे झटके अपनी चूत में लेती हुई - अह्ह्ह्ह्ह लल्ला कस के घुसा एक ही बार में फाड़ दे उह्ह्ह्ह्ह

अनुज मारे जोश में शिला की टांग को अपने कंधे पर रखता हुआ एक करारे झटके के साथ शिला की रसाती बुर में हचाक से लंड पेल दिया - अअह्ह्ह्ह मम्मिई फाड़ दिया रे उह्ह्ह्ह अब रुका क्यू है चोद ना हरामी मौसी का चमचा कुत्ता कही का अअह्ह्ह्ह जल रहा है

vid-720p-18
अनुज बत्तीसी दिखा कर रजजो के साथ हस रहा और फिर अपनी बुआ की चूत में लंड चलाने लगा - ओह गॉड बुआ आपकी चूत बहुत गरम है अअह्ह्ह्ह

रज्जो - जा बेटा तेरी बुआ एक नंबर की रंडी है हमेशा आग लगी रहती है इसकी चूत में पेल आज रहम मत दिखाना
अनुज अपनी मौसी की बातें सुन कर जोश में कस कस के शिला की बुर फाड़ने लगा , शिला गला फाड़ कर चीखने लगी
वही राज ने एक बार फिर पोजिशन बदल दिया और नीचे लेट कर अपनी मौसी को चोदने लगा

राज अपनी मौसी की खरबूजे सी मुंह पर लटकती छातियां पिता हुआ उसकी बड़ी सी गाड़ थामे सटासट रज्जो की बुर में लंड पेले जा रहा था और रज्जो भी शिला की तरह बेफिकर सिसकियां ले रही थी - उह्ह्ह्ह लल्ला ना जाने तुझे इतना जोश कैसे आ जाता है जब तू अनुज के साथ होता है अअह्ह्ह्ह्ह फाड़ और पेल अपनी मौसी की चूत को अओहह्ह उम्मम्म्म रुकना मत बेटा अअह्ह्ह्ह सीईईईई

राज - वो तो पता नही मौसी लेकिन आज तो पूरी रात आपको ऐसे ही पेलने वाला हु , क्यू अनुज

vid-720p-20
अनुज जो अब तक शिला को घोड़ी बना कर उसकी चूत में लंड घुसाये हुए शिला की गाड़ मसल मसल कर पेल रहा था - अह्ह्ह्ह्ह हा भैया फिर ना जाने ये मौका कब मिले , और जब फिर से मुझे बुआ की गाड़ सहलाने को मिले आआआह्हह्ह् मेरी सेक्सी चुदक्कड़ बुआ अअह्ह्ह्हह

शिला - हा लल्ला पेल ना अपनी चुदक्कड़ बुआ को और पेल और उह्ह्ह्ह और कैसी लगती हूं मैं तुझे मेरे लाल अअह्ह्ह्ह्

अनुज मारे जोश ने शिला की चूत की जड़ो में लंड घूसाता हुआ - अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ तुम तो मुझे किसी रंडी जैसी लगती हो , अह्ह्ह्ह लगता है तुम्हारी गाड़ 50 लोग मिल कर मारते है थी इतनी बड़ी हो गई है , जी कर रहा है इसी गाड़ में झाड़ जाऊं उह्ह्ह्ह आपकी गाड़ हुआ मुझे पागल कर रही है आपकी गाड़ चाटना मुझे बहुत पसंद है बुआ अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह मेरी रंडी बुआ मेरा आने वाला है अअह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह

शिला - भर दे बेटा भर अपनी बुआ की बुर उह्ह्ह्ह
वही बगल मे राज भी रज्जो को एक बार फिर घोड़ी बनाए हुए करारे झटके दे रहा था और अनुज शिला की बातें उसे भी चरम पर ले आई थी और दोनो भाई एक साथ रज्जो और शीला की चूत में अपने अपने फब्बवारे छोड़ दिए
शिला और रज्जो देर तक उनके झटको से निकलती गर्म पिचकारी की धार चूत की दीवारों में महसूस करती रही और दोनो थक कर उनके ऊपर ही रह गए

मगर जोश कहा किसी का ठंडा होने वाला था और अनुज ने शिला की गाड़ चाटते हुए एक बार फिर से नए राउंड की पहल कर दी थी
तो वही रज्जो अपनी चूत से निकले राज के लंड को मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दी ।


अमन के घर

फोन की घंटी मुरारी को बेचैन कर चुकी थी और रंगी से इजाजत लेकर गेस्ट रूम से बाहर आ कर हाल में आया तो जीने के पास अमन बेचैन खड़ा हुआ था
मुरारी - क्या हुआ बेटा
अमन - पापा !! वो ....
मुरारी - हा बोल ना बेटा ,क्या बात है ?
अमन थोड़ा झिझक कर मुस्कुराता शर्माता - वो में ऊपर बोर हो रहा था तो सोचा आपसे बात करू , आप बिजी तो नही ।

मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि अमन की बेचैनी का कारन क्या हो सकता है और वो मुस्कुराते हुए - अच्छा ठीक है चल गोदाम में चलते है
अमन - आपके कमरे में चलते है ना
मुरारी - अरे वहा तेरी मां और वो तेरी सास होगी

अमन - नही पापा वो बाहर मौसम सुहाना हुआ है बारिश वाला तो मम्मी , उनको लेकर ऊपर ही गई है

मुरारी - अच्छा ,फिर ठीक है चल
दोनो बाप बेटे कमरे में दाखिल होते है और हल्का सा दरवाजे भिडका देते है ताकि अगर गलियारे से कोई बाथरूम की ओर कोई जाए तो भी दरवाजे की आड़ में सोफे पर बैठे हुए वो दोनो किसी को ना दिखे ।

मुरारी - हा बोल बेटा
अमन थोड़ा शर्माता हुआ - पापा क्या हुआ कल , मम्मी ने पहना था वो कपड़ा

मुरारी अमन के जज्बात बखूबी समझ रहा था और मुस्कुरा कर - हा बेटा और सच कहूं तो पिछली बार वो मजा नही आया था जो इस बार आया ।

अमन - क्यू ? ऐसा क्या हुआ इस बार ?
मुरारी अपने पजामे में अंगड़ाई लेते लंड को मिजता हुआ - अरे तब के समय में और अब के समय में तेरी मां का बदन दुगना से ज्यादा गदराया हुआ है , उसके चूतड को 3 गुना ज्यादा बड़े दिखते है अब और कल रात वो कच्छी में उसकी बड़ी सी गाड़ ने मुझे पागल कर दिया , अगर तू देखा होता तो तू भी अपनी मां पर लट्टू हो जाता

अमन का लंड एकदम से अपनी मां को उस रूप में देखने के लिए फड़फड़ा उठा - और फिर

मुरारी - बेटा तूने जो वो ब्रा ऑर्डर की थी वो तो आगे से एकदम आरपार दिखने वाली थी , उसमे से झांकती तेरी मां की मोटी मोटी चूचियां उम्मम्म कितनी रसीली लग रही थी अअह्ह्ह्हह तू देखता तो तुझे फिर से मन करता कि उसकी गोदी में लेट कर उसका दूध पी जाऊं

अमन अपना लंड अपने बाप के सामने मिजते हुए उसकी और निहार कर - पापा दिखाओ ना मम्मी को प्लीज
मुरारी अमन की आंखों में अपनी के लिए दीवानगी साफ साफ देख रहे था , उसका हाथ कैसे अपनी मां के गदराए जिस्म के बारे में सोच कर अपना लंड मसल रहा है और वो मुस्कुराता हुआ अपने जेब से मोबाइल निकाल कर गैलरी ओपन कर अमन के हाथ में मोबाइल दे देता है

20240922-150326

अमन कई सारे सेक्सी तस्वीरों मे से अपना एक तस्वीर ओपन करता है जिसमे उसकी मां सर पर चुन्नी लिए हाथ फैला कर आईने के आगे खड़ी थी और उस जालीदार चुन्नी के नीचे उसके फैले हुए चूतड की दरारों को उसके बालो के परांदे ने धक रखा था , सामने आईने में ब्रा से बिलकुल वैसी ही उसकी रसीली छातियां झलक रही थी जैसा उसके पापा अभी बता रहे थे , अपनी मां का कौमार्य रूप देख कर अमन का दिल जोरो से धड़क रहा था उसका दूसरा हाथ अपने सुपाड़े को मसल रहा था

तभी अमन ने एक वीडियो पले कर दी जिसमे उसकी मां ने घूम और अदाये दिखा कर बड़े ही सेक्सी सेक्सी पोज दिए थे और उसके पूरे बदन की नुमाइश थी उसमे - उह्ह्ह्ह गॉड कितनी सेक्सी लग रही है मम्मी

मुरारी अपने बेटे से उसके मां के लिए सेक्सी शब्द सुनकर भीतर से सिहर उठा और अपना मूसल मसलने लगा ।
अमन - पापा ये सब मैं अपने मोबाइल में लेलू प्लीज
मुरारी अमन के जजबात समझ रहा था और मुस्कुरा कर हा में सर हिला दिया और अमन ने फटाफट अपने व्हाट्सएप पर सारी तस्वीर लेली और मुरारी को मोबाइल दे दी

मुरारी मोबाइल बंद कर जेब में रखता है कि फिर से उसका mobile वाइब्रेट होता है और मोबाइल स्क्रीन पर अमन कुछ फोटो भेजे थे उसके नोटिफिकेशन देख कर - तूने क्या भेजा है बेटा

अमन इसपे मुस्कुरा कर थोड़ा शर्माता हुआ - खोल के देखो ना , वो कल रात मुझे आपकी बातें याद आ रही थी तो मैंने

इधर अमन की बातें पूरी नहीं हुई थी मुरारी चौक कर बोल पड़ा - अरे ये तो बहु है
अमन मुस्कुरा कर - जी पापा , मैने सोचा क्यों न उसको शादी में दिए हुए आपके गहने पहना कर तैयार करू जैसा आप मम्मी को करवाते हो । कैसी लग रही है आपकी बहू पापा ?

GXAqdi-W4-AAyp-G2
सामने मोबाइल में अपनी नई नवेली बहु की नंगी सिर्फ सोने के गहनों में सजी हुई उसपे से माथे पर एक लाल चुन्नी लिए खड़ी हुई देख कर मुरारी का लंड बेकाबू हो गया , उसकी नजर अपनी बहु के जिस्म से हट ही नहीं रही थी , रानी हार जो उसने खास तौर पर अपनी बहु के लिए पसंद किया था वो आज उसके दोनो मोटे मोटे चुचियों के बीच लटकता पा रहा था उसके गुलाबी निप्पल और फिर हल्के फुल्के बालों वाली गुलाबी चूत को ढकती सोने की करधन ने तो कयामत ही कर रखा था , मुरारी को उम्मीद नहीं थी कि अमन उसके लिए ऐसा तोहफा लाएगा ।

अमन अपने पापा को चोरी छिपे अपने कुर्ते के नीचे से सोनल को एक तक निहार कर अपना लंड मुठिया रहा था - बोलो ना पापा कैसी लग रही है आपकी बहू ?

मुरारी को अमन के सवाल से जोश भी आ रहा था तो भीतर डर भी था वो यूं खुल कर अमन के सामने अपने जज्बात नही रख सकता - अअह्ह्ह्ह बेटा क्या कहूं, ऐसा लग रहा है कि सालों पहले तेरी मां को निहार रहा हु

मुरारी फिर से व्हाट्सएप खोलता हुआ - रुक तुझे भी कुछ भेजता हु वो भी देख
अमन कामुकता भरी जिज्ञासा से - क्या पापा ?
मुरारी ने धड़ाधड़ एक के बार एक कुछ दूसरी तस्वीर भेजी और अमन ने जैसे ही मोबाइल में ओपन किया

20240922-150256

तो अमन उसकी मां पूरी नंगी होकर बेड पर लेटी हुई थी उसकी मोटी मोटी चूचियां और मोटे जामुन जीतने बड़े बड़े भूरे निप्पल देख कर अमन के मन में मन पानी आ गया - उह्ह्ह्ह गॉड पापा , मम्मी के दूध कितने बड़े बड़े है

मुरारी का ध्यान तो सिर्फ सोनल के गुलाबी चुचियों पर था - है ना , बहुत मजा आता है बेटा तेरी मां के ऊपर चढ़ कर उसके दूध पीने का
अमन - हा पापा मेरा भी मन कर रहा है कि मां के ऊपर लेट कर उनके दूध पियू, मां के निप्पल कितने मोटे है और सेक्सी भी

मुरारी अपने बेटे से उसकी मां के चुचियों की तारीफ सुनकर अब पूरे जोश में उसके आगे अपना लंड मसल रहा था और अमन भी बिना डरे अपने पापा के आगे अपना लंड मिज रहा था - अह्ह्ह्ह्ह पापा , आपको सोनल के निप्पल कैसे लग रहे है
मुरारी मोबाइल में सोनल की रसदार गुलाबी निप्पल को देखकर जोश ने - अअह्ह्ह्हह बेटा बहु के निप्पल तो बिलकुल तेरी के जैसे है , जब वो व्याह के आई थी , ऐसी ही कोरी कोरी मगर हल्की भूरी, मैं उन्हें खूब मिजता और चूसता था । तेरी मां को वो खूब भाता था और तूने बचपन में अपनी मां का दूध 5 साल तक पिया है इसीलिए उसके निप्पल इतने मोटे है

अमन भरे जोश में अपनी की नंगी चूचियां और मोती मोटी काली घुंडीया निहार कर आहे भरता हुआ अगली तस्वीरे देखता है - पापा मुझे फिर से मम्मी का दूध पीना है अह्ह्ह्ह कितना सेक्सी है ओह्ह्हज गॉड पापा ये भी है उफ्फफ्फ कितनी बड़ी गाड़ है मम्मी की

IMG-20221208-072604
मुरारी - हा बेटा रोज उसी गाड़ पर झड़ता हूं मैं और तेरी मां को भी अपनी गाड़ पर मेरा पानी लेना बहुत पसंद है

मुरारि भी अगली तस्विरे देखता है जिस्मे सोनल के लम्बी बालो की चोटी उसके गाड़ के दरारो तक जा रही थी

GU5v-Js-GW0-AAAfz6
मुरारि - ओझ्ह्ह बहु के चूतड भी कम बड़े नही है बेटा अह्ह्ह्ह इतनी लंबी चोटी पहले तेरी मां की भी थी जो ऐसे ही उसके गाड़ के दरारों को ढक लेती थी

अमन - सीईईईईईआई पापा एक बात पूछूं
मुरारी अपना लंड हिलाते हुए अपनी बहु के एक वीडियो में हिलते चूतड निहार रहा था - हा बोल ना बेटा अअह्ह्ह्ह्ह क्या पूछना है
अमन - पापा आपने कभी मम्मी की गाड़ मारी है , कभी उसके बड़े बड़े चूतड के दरारों में अपना लंड डाल कर घिसा है , मैं सोनल को लिटा कर उसके मोटे मोटे गाड़ के दरारों में लंड घिसता हु और कल रात को

मुरारी अपनी बहु के बारे में सोच कर - क्याह्ह बेटा क्या हुआ कल रात को ?
अमन आंखे बंद कर जोरो से लंड को लोअर के ऊपर से से हिलाता हुआ - कल रात को उसके गाड़ के दरारों में ही झड़ गया था , पूरा रस उसके चूत के फाकों में भर गया था

मुरारी अमन की बातें आंखे बंद कर अपनी कल्पना में बहु के गाड़ की दरारों में झड़ता हुआ अमन को महसूस कर रहा था देख रहा था कैसे उसके गाड़ से उसकी चूत तक अमन का गाढ़ा मलाईदार रस बहु के गुलाबी फाकों को और गुलाबी किए जा रहा था ।

अमन - पापा मैं बाथरूम जा रहा हु
मुरारी उसको पकड़ कर बिठाते हुए - अब मुझसे क्या शर्मा रहा है , मैं नही जानता क्या करेगा वहा जाकर

अमन मुस्कुराने लगा - तो क्या आपके सामने
मुरारी झटके से अपना तनमनाया लंड बाहर निकाल जिसका सुपाड़ा खूब लाल हुआ पडा था मसलने से - अरे तू भी निकाल भाई

और अमन ने भी अपना हथियार निकाला , जो सीधे मुरारी का स्वा गुना दिख रहा था था जिसे देख कर मुरारी का हलक सूखने लगा और अगले ही पल अभिमान से भरता हुआ - बाप शेर तो बेटा स्वा शेर हा हां

अमन अपना लंड सहलाता हुआ - पापा एक बात और पुछु
मुरारी सोफे पर फैलता हुआ अपना मूसल मसलने लगा- हा बेटा पूछ ना
अमन भी उसकी देखा देखी वैसे ही पोजिशन में आ गया - पापा आपको मम्मी की गाड़ चाटने का मन नाही करता ,उसकी चूत के फांके चुबलाने का मन नाही करता

मुरारी - क्यू तू बहु की चूत और गाड़ चाटता है क्या
अमन आंखे बंद कर अपना लंड हिलाता हुआ - पापा , उसकी गाड़ का गुलाबी छेद देखोगे तो आप भी खुद को रोक नहीं पाओगे जैसे मैं नहीं रोक पाता खुद को

मुरारी आंखे बन्द कर अपनी बहु के गाड़ के गहरे दरारों में उसके गुलाबी सुराख की कल्पना कर - क्या सच में बेटा , बहु की गाड़ का सुराख गुलाबी है
अमन - हा पापा और उसके बुर के फांके भी एकदम सुर्ख गुलाबी , जीभ चलाओ तो पूरी लाल होने लगती है

मुरारी अपना लंड मसलता हुआ - अह्ह्ह्ह्ह सच में ऐसी चूत को कौन नहीं चाटेगा बेटा , मुझे मिले तो मैं खा जाऊं , तू क्या करेगा बेटा अगर तुझे तेरी मां की नंगी गाड़ मिल जाए

अमन सिसकियां लेटा हुआ - अअह्ह्ह्ह पापा मुझे मां की गाड़ मिल जाए तो मैं उन्हें अपने मुंह पर घंटो बैठने को कहूंगा और खूब जीभ लगा लगा कर उनकी गाड़ और चूत चाटूंगा , ताकि वो जब झड़े तो सारा रस मेरे मुंह में आए

मुरारी अपने बेटे की बातें सुनकर वो पल सोचने लगा जब ममता अमन के मुंह पर अपनी गाड़ रख देगी और अमन उसकी गाड़ चाटेगा , मुरारी अब तक एकदम चरम पर आ गया था
अमन - पापा आप क्या करोगे अगर सोनल की नंगी चूत मिल जाए आपको तो आप क्या करोगे

मुरारी अपनी कल्पना में अपने आगे अपनी बहु को नंगी अपनी चूत खोले देखता है जो अपनी जांघें फैलाये उसे अपनी ओर बुला रही होती है और मुरारी उस कल्पना में उसकी गुलाबी बहती चूत में अपना टोपा फसा रहा था - अह्ह्ह्ह्ह बेटा मुझ बहु की चूत मिल जाए तो मैं उसे चोद दूंगा , उसकी गुलाब सी पंखुड़ियों को रौदता हुआ अपना लंड उसके बुर के जड़ो में उतार दूंगा

सोनल की चूत में अपने पापा का मोटा लंड घुसाने का सोच कर ही अमन पूरे जोश में आ गया - हा पापा चोद लेना भर देना अपनी बहु की गुलाबी चूत को उह्ह्ह्ह आपकी बहु बहुत चुदक्कड़ है खूब लंड लेती है मेरा

मुरारी - क्या सच में बेटा
अमन - हा पापा आपकी बहू को चुदाई करना बहुत पसंद है , वो तो मेरे लंड की दीवानी है , इसे खूब चूसती है खुद बुर में घुसती है

मुरारी - अअह्ह्ह्हह बेटा तेरा फौलादी लंड अगर तेरी मां देख ले तो वो भी दीवानी हो जाएगी , उसकी लंबी फाकों वाली बड़ी चूत के लिए तेरा लंड तो एकदम फिट है , पूरा घुस जायेगा उसके भोसड़े में

अमन तेजी से अपना लंड हिलाने लगा - हा पापा , मुझे भी मम्मी की गर्म चूत में घुसना है और उसके ऊपर चढ़ कर उसको चोदते हुए उसके मोटे मोटे दूध पीना है

मुरारी - हा बेटा पेल लेना तू भी अपनी मां को और पेल पेल एक उसकी गाड़ पर झड़ना , बोल झड़ेगा न अपनी मां की बड़ी सी गाड़ पर उम्मम्म

अमन - हा पापा झडूंगा अअह्ह्ह्हह ममीइइई की गाड़ को भर दूंगा मैं अअह्ह्ह्ह्ह आप कहा झड़ोगे सोनल को चोद कर

मुरारी तेजी से अपना लंड मुठियाता हुआ - बेटा मैं तो मेरी लाडली बहु के गुलाबी चुचियों पर अपना रस गिराऊंगा जिससे वो और भी गुलाबी हो जाएंगी अह्ह्ह्ह्ह

अमन - ओह पापा अअह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी मम्मी अह्ह्ह्ह्ह आपकी गाड़ मुझे बहुत पसंद है देखो ना पापा मैं मम्मी की गाड़ पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्हह ममीई उह्ह्ह्ह
और अमन की पिचकारी छुट गई , वही मुरारी भी तेज सिसकियां लेता हुआ झड़ने लगा - अअह्ह्ह्ह बेटा मैं भी बहु के चुचियों पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा भी अह्ह्ह्ह्ह बहु तेरे चूचे उम्मम्म अअह्ह्ह्ह

जल्द ही दोनो बाप बेटे ने आखिरी बूंद तक बहु और मां के नाम पर निचोड़ दी और सुस्त होकर सोफे पर फेल गए

वही उपर पीछे की बालकिनी में ममता रागिनी को लेकर पहुंची थी ।

रागिनी - हम्म् तो ये है आपकी वो खास जगह

ममता रेलिंग पर आगे झुकती हुई - जी , मुझे मेरे घर का ये हिस्सा बहुत पसंद है और खास कर जब रात का समय या फिर ऐसा सुहाना मौसम हो , यह मुझे बहुत अच्छा लगता है

रागिनी ने ममता के उभरे हुए कूल्हे सहलाती हुई उसके करीब खड़ी होकर - तो क्या कभी इस खास जगह पर खास माहौल बनाया है

ममता - मतलब
रागिनी हस्ती हुई - अब इतनी भी भोली न बनो बहना , इतनी स्पेशल जगह पर समधी जी ने यह चादर न बिछाई हो , ऐसे कैसे हो सकता है हिहिहिही

ममता लजाती हुई - धत्त आपके दिमाग में वही सब चलता है क्या हिहिहिही
रागिनी - अरे शरमाओ मत , बताओ ना मैं सब कुछ सिक्रेट रखूंगी पक्का

ममता - नही अभी तक तो नही ,क्योंकि उनका खूंटा बंद कमरे में ही खड़ा होता है हिहिहिही

रागिनी हस्ती हुई - अरे जब खूंटा खड़ा हो और धीरे से नंगे ही कमरे से बाहर निकल जाओ और सीढ़िया चढ़ कर यहां, देखो कैसे लार टपकाते हुए आते है हिहिही

ममता - हा जैसे घर में कोई रहेगा नही , किसी ने देख लिया तो

रागिनी - अरे मेरी बहना इतना डरोगी तो लाइफ के मजे कैसे लोगी हिहिहिही, थोड़ा हिम्मत दिखाओ
एक बात बताऊं

ममता जिज्ञासु होकर उसकी ओर देखा

रागिनी - कभी कभी जब आपके समधी जी नही होते है तो मैं अपने कमरे में ही सारे कपड़े उतार कर नंगी होकर ऊपर चली जाती हु और खुली छत पर अंधेरी रात में पीछे की ओर खेतो में देखना मुझे अच्छा लगता है

ममता - क्या सच में और बच्चे ?
रागिनी - वो सब अपने अपने कमरे में सो रहे होते है , लेकिन मजा बहुत आता है हल्की सर्द हवाएं जब जिस्म को छूती है और तब तो आपके समधी जी याद और भी आती है । मन करता है ऐसे मौसम में उनकी बांहों की गरमाहट मिल जाए तो मजा दुगना हो जाएं

ममता मानो रागिनी के उस ख्वाब में खो सी गई और इधर तेज हवा चलने लगी
वही नीचे से मदन वापस आ चुका था तेज आंधियों के कारण सब कुछ उड़ रहा था , धूल कचरा भूसा पन्नी सब
वो अपनी गाड़ी लगा कर जल्दी जल्दी मेन गेट का दरवाजा लगा रहा था , और उसकी नजर अनाज के गोदाम के खुले दरवाजे पर गई वो भागता हुआ गोदाम का दरवाजा खींच कर बाहर से बंद करके चटकनी लगाना चाहता था मगर हवा के तेज झोंखे उसे ऐसा करने से रोक हुए था , तभी ऊपर टेरिस की चारदीवारी से पैरासूट की तरह खुल कर एक ब्रा हवाओं में उड़ती हुई जमीन पर गई और धूल में घिसटती हुई मदन के पाव के पास रूक गई
पैर के पास नई ब्रा देख कर मदन ने आधी खुली आंखों से फौरन ऊपर देखा कि कही ऊपर से तो नही गिरा ना और उसका अंदाजा सही निकला , जब उसने चारदीवारी से झांकती सोनल को देखा ।
सोनल मारे लिहाज के झट से पीछे हो गई और मदन समझ गया कि उसकी बहु कपड़े उतारने गई होगी और आंधी में उड़ कर बेचारी की ब्रा यहां उसके पास चली आई , तभी तेज तड़तडाहट के साथ बारिश होने लगी । मदन ने जैसे तैसे करके गोदाम बंद किया आगे अपने बहु की ब्रा को मोड़ कर कुर्ते के जेब में रखता हुआ जल्दी से घर आ गया
हाल में देखा कि वहा कोई नही है ,मदन को एक पल को लगा कि शायद सब चले गए । उसे जोरो की पेशाब लगी थी और बारिश में हल्का हल्का भीगने से प्रेसर भी जोर था मगर जेब रखी बहु की ब्रा लेकर बाथरूम में जाना उसे अनुचित लग रहा था मगर बहु को उसकी ब्रा लौटाना भी कम बोझ का काम नही था । ना ही वो अमन को इसमे शामिल करना चाहता था और अपनी भाभी या संगीता से कह कर भेजवाता तो पक्का उसका मजाक बनाती
इसीलिए वो बड़े झिझक में खुद ही ऊपर पहुंचा और सोनल के कमरे का दरवाजा खटखटाया
सामने सोनल आई और मदन ने बिना उसकी ओर देखे ही ब्रा उसकी ओर बढ़ा दी - बहु ये तुम्हारा कपड़ा नीचे गिर गया था , लो।
अगले ही पल मदन उसको देकर जैसे ही घूम कर अपना पल्ला झाड़ कर निकलने का सोचा ही था कि पीछे से सोनल ने टोका - चाचा जी ये मेरा नही है ,इतना बड़ा मैं नही पहनती । ये जरूर मम्मी जी का होगा

मदन भीतर से फिर से उलझ सा गया उसको पहले से ही अपनी बहु के आगे आने में हिचक हो रही थी , जबसे उसने शादी के बाद की अगली सुबह सोनल का खुला जोबन देखा था और अब ये ब्रा का ड्रामा

मदन का दिमाग नही चल रहा था और वो घूम कर सोनल के हाथ से ब्रा लेकर वापस जाते हुए बोला - ठीक है मैं भाभी को दे देता हु फिर

इधर सोनल ने झट से दरवाजा लगा दिया और वही मदन एक फिर अपने फैसले के लिए भीतर से खुद को गालियां देने लगा कि क्यू उसने बहु से ये लफ्ज़ कहे । बहु क्या सोचेगी कि मैं बहुत आसानी से उसकी सास को ब्रा देने जाऊंगा ।

मदन पैर पटकता हुआ नीचे आया और उसने हाल में से ही अटकलें लगाने शुरू कर दिए कि कमरे में कोई है तो नही । उसपे से पेशाब का प्रेसर और भी था ।
आखिर उसने तय किया कि एक बार वो गलियारे से भीतर ममता के कमरे में झांकता हुआ निकलेगा अगर कोई नही हुआ तो वापस लौटते समय वो ममता के कमरे में ब्रा फेंक कर आ जाएगा

मदन के लिए सब कुछ उसकी योजना के मुताबिक था , वो गलियारे से होकर बाथरूम की ओर बढ़ रहा था वो ठीक वही समय था जब दोनो बाप बेटे एक साथ मुठ्ठी मार कर झड़ कर सुस्ता रहे थे और कमरे का दरवाजा ऐसे भीडका हुआ था कि गलियारे से गुजरने वाले को यही दिखेगा कि कमरे में कोई नही है ।
मदन को भी वही भ्रम हुआ उसे जाते वक्त यही लगा कि कमरे में कोई नही है और सब कुछ एकदम शांत था , मदन जल्दी से बाथरूम में फ्रेश हुआ और हाथ धूल कर वापस आ रहा था तो उसको उसका रूमाल नही मिल रहा था , उसे यकीनन अंदाजा हुआ जरूर ऊपर बहु के कमरे पास ब्रा निकालते हुए गिरा होगा ।
उसने गीले हाथो से ही ममता की ब्रा को जेब से निकाला और आधे खुले दरवाजे से भीतर बिस्तर की ओर उसे झटक दिया और तेज कदमों से आगे बढ़ा
दरवाजे से उड़ती हुई ब्रा बिस्तर के पावे से टकरा कर जमीन पर गिरी और दोनो बाप बेटे हडबडा कर अपना कपड़ा सही करते हुए उठ खड़े हुए मुरारी ने लपक कर वो ब्रा उठाई और तेजी से दरवाजा खोल कर गलियारे से हाल में झांका तो देखा मदन हाल के सोफे पर बैठ कर सुस्ताते हुए स्टैंड फैन की हवा खा रहा है ।
मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि ये हरकत किसकी है और वो गुस्से से लाल हो गया ।

अमन - क्या हुआ पापा कौन था ।
मुरारी - और कौन होगा , तेरा चाचा था ।

अमन को अपने पापा के चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा था उसने अपने बाप को बोतल से पानी दिया और शांत होकर - क्या बात है पापा आप नाराज क्यों हो गए

मुरारी - तुझे एक राज की बात बताता हु सुन
फिर मुरारी ने अमन को संगीता और मुरारी के बीच की बातें बताई - क्या सच में बुआ और चाचा आपस में ।

मुरारी - और उसका ठरक रुकने वाला नही है , अब देख तेरी मां की ब्रा लेकर न जाने बाथरूम में क्या क्या नाश किया होगा कमीने ने हुह्ह

अमन हंसता हुआ - अब जब उनकी शादी नही करवाई आपने तो ये सब होना ही था ना , कबतक कोई खुद को रोक पाएगा पापा और फिर मां की मटकती गाड़ और बड़े बड़े चूचे किसी को भी आकर्षित कर देंगे ।

मुरारी - अरे जिससे वो शादी करना चाहता था उसके बाप ने उस लड़की की शादी कही और कर दी , तो इसने जीवन भर कुंवारा रहने का फैसला कर लिया

अमन - और वो लड़की ,मतलब चाचा की गर्लफ्रेएंड उसने खुशी खुशी कर ली शादी ?

मुरारी - नही बेटा , बाप की मजबूरी बेटियां ही समझती है उसने मजबूरी में शादी कर तो ली मगर कुछ साल पहले उसका पति एक बस दुर्घटना में चल बसा ।

अमन - आपको कैसे पता
मुरारी - कुछ महीने पहले बड़े शहर में एक बार उससे मिलना हुआ था और उसने सारी कहानी बताई , दुख की बात है कि उसकी कोई औलाद भी नही है और वंश आगे न बढ़ाने उसपे से पति के मरने का दोष देकर बेचारी के ससुराल वालो ने ही उसे घर से बेघर कर दिया है

अमन - और चाचा को इस बारे में पता है
मुरारी - नही , उसने मना किया था कि वो इनसब का जिक्र मदन से ना करे ।
अमन - पापा आपको नही लगता कि अब चाचा को उनका प्यार लौटा देना चाहिए, इन दोनो की शादी करा देना चाहिए और उससे उनकी प्रेमिका का भी दुख दूर हो जाएगा । शायद इससे चाचा की हरकते भी सुधर जाए ।

अमन की बातें सुनकर कर मुरारी - हा बेटा मैं भी उसकी शादी के लिए सोच रहा था और तेरी मां ने संगीता की छोटी ननद का प्रस्ताव भी रखा था मगर तेरी शादी के उलझन में मैने इसपे ध्यान नहीं दिया ।

अमन - तो पापा आंटी जी को खोज निकालो और हमसब चाचू को शादी के लिए मना लेंगे

मुरारी हंसता हुआ - तूने तो मेरी सारी उलझन ही सुलझा दी, अब जबतक तू हनीमून से वापस आएगा मैं तेरी चाची खोज निकालूंगा ।

अमन - ठीक है पापा , वैसे आपको अजीब नही लग रहा है हनीमून पर साली को ले जाना हिहिहिही

मुरारी - अरे तेरी किस्मत बुलंद है कि निशा जैसी मस्त खूबसूरत साली मिली है , मौका मिले तो उसके साथ भी हिहिहिही

अमन हंसता हुआ - पापा आप भी कम नहीं हो , वैसे एक बात पूछूं, क्या आपने कभी मां के अलावा किसी के साथ ?

मुरारी उसके गाल खींचता हुआ - सारी बातें आज ही उगलवा लेगा उम्मम्म, जा अब अपने हनीमून की तैयारी कर और वापस आकर सारे किस्से सुनूंगा तुझे

अमन - क्यों नहीं पापा हिहिहिही थैंक यू
मुरारी - थैंक यू किसलिए भाई ?
अमन - मेरी दोस्ती एक्सेप्ट करने के लिए
मुरारी हंसता हुआ उसके कंधे पर हाथ रख कर अपनी ओर खींच लेता है ।

जल्द ही शाम ढलती है और फिर रात के खाने के बाद ममता रागिनी को लेकर अपने कमरे में सोने चली जाती है देर रात तक उनकी मस्तियां हसीं ठिठौली चलती है
वही मुरारी रंगी के साथ गेस्ट रूम में सो जाता , घर में रोज के जैसे ही मौहौल होता है । अमन आज दुगने जोश से सोनल की चुदाई करता है और वो भी सो जाता है ।
एक ओर जहां अनुज राज मिल कर पूरी रात शिला और रज्जो की छेद बदल बदल कर ठुकाई करते है तो दूसरी ओर राहुल एक घर में राहुल और अरुण ने दिन में चुदाई का कोटा पूरा कर सो चुके थे मगर जांगीलाल के कमरे की बत्ती देर रात तक जलती रही ।
आज की रात बदलाव की रात थी एक दूसरे से राज साझा करने की रात थी । अपने पति के प्यार के आगे शालिनी ने बड़े लाज ने निशा के सामने ही कमलनाथ से चुदने वाली बात स्वीकार कर ली तो बदले में जांगीलाल ने भी ईमानदारी दिखा कर रज्जो को चोदने का मामला साझा कर दिया ।निशा ने भी उसकी और राहुल की मिस्ट्री की सारी हिस्ट्री खोल कर अपने मम्मी पापा के आगे रख दी ।
फिर दो राउंड धमाकेदार चुदाई हुई और तीनो बाप बेटी मां एक फैमिली गैंगबेंग वाली चुदाई का सपना देखते हुए सो गए ।



अगली सुबह ......

अगली सुबह विदाई दुखद समाचार के साथ कुछ नए सफर का आगाज भी लिए खड़ी थी ।
मुरारी के यहां से रंगी और ममता ने विदाई ली और घर चले गए । उनके जाने के बाद संगीता और दुलारी भी उसी रोज अपने अपने घर के लिए निकल गए ।
इधर राज के घर से रज्जो शिला और अरुण की विदाई थी , रागिनी ने भी आंसू बहा कर सबको विदा किया ।
रज्जो शिला के साथ एक नए रोमांचक सफर के लिए निकल चुकी थी ।
राहुल के घर आज से चुदाई का एक नया अध्याय शुरू होने वाला था ।
तो वही शादी की जिम्मेदारियों मुफ्त होकर रंगी ने भी कुछ रोज की छुट्टी की इच्छा जाहिर की और कुछ रोज बाद इधर जब अमन सोनल और निशा के साथ हनीमून के निकला तो रंगी भी उसके बाद ही अपने ससुर से किया वादा पूरा करने के लिए दुकान की सारी जिम्मेदारी राज को सौप दी और खुद ससुराल निकल गया घुमने के लिए।

अनुज के बोर्ड होने वाले थे तो उस की पढ़ाई जरूरी थी ,मगर अब वो पहले वाला अनुज नही था । सोनल की शादी में अनुज बदल सा गया था अगले रोज से अनुज का कॉलेज का सफर भी शुरू हो गया था ।
वही मुरारी भी अपने बेटे से किया वादा निभाते हुए अपने भाई की प्रेमिका की तलाश में जुट गया ।


अब आगे ना जाने किसको कैसे अनुभव होने वाले थे मगर ये तय है कि आने वाला हर सफर हर एक रास्ता सबको नए सुहाने कामुक सपने जरुर दिखाएगा , कुछ हकीकत भी होंगी तो कुछ फसाने भी होंगे ।
मगर आपके लिए एंटरटेनमेंट ही एंटरटेनमेंट रहेगा इस कहानी में ।



सपना या हकीकत
अध्याय : 01

समाप्त
Bhai kahani ka ant aapne bahut hi acha👍👍 diya hai pad ke laga ki ye chapter close ho gaya or naye chapter jb kabhi aayega to hum sab padne ko taiyar rahenge.... Aapka bahut bahut dhanyawad🙏🙏 jo aapne hamare liye samay nikal ke hame ye charam sukh wala anubhav diya ..... Kahani samapt ab naye chapter me comment karenge 😀😀
 

Deepaksoni

Active Member
941
1,636
123
UPDATE 222

राज के घर

इधर दोनो भाई रिक्शा कर घर के लिए निकल गए और दोनो के मन उखड़े हुए थे , मगर राज को अनुज के सिक्रेटस पता होने पर हंसी आ रही थी ।
अनुज ने नोटिस किया तो पूछ भी लिया - क्या हुआ भैया हस क्यूं रहे हो
राज - कुछ नही भाई तू उदास होना छोड़ दे । फिर कोई नई मिल जाएगी हाआआह्ह

अनुज - मैं समझा नही , क्या नई मिल जाएगी
राज हसता हुआ - रिंकी जैसी कोई , और तेरी तो किस्मत भी बुलंद है एक को छोड़ा तो दूसरी उठा ले गई तुझे हाहहा
राज की उलझी हुई बातें अनुज समझा गया कि उसके भैया को रिंकी और दुलारी भाभी दोनो की बात पता है
अनुज पहले शरमाया फिर उदास होकर - हा लेकिन क्या फायदा , पता नही कब मिलना होगा उनसे और फिर कल बुआ भी चली जाएगी

राज - अरे तो टेंशन क्यूं ले रहा है , आज घर में मम्मी पापा है नही तो काम बन जाना ही चाहिए

अनुज - सच में भैया , लेकिन मौसी है ना
राज - उसकी फिकर ना कर तू, पहले घर चलते है
इधर दोनो भाई घर की ओर बढ़ रहे थे तो वही चौराहे वाले घर रज्जो और शीला ने अपनी अपनी पैकिंग आज ही पूरी कर ली

रज्जो - उह्ह्ह्ह लोह्ह भाई ये भी बैग भर गया , अब थोड़ा आराम चाहिए मेरी तो सास ही फूलने लगी

शिला मुस्कुराई और उसको अपनी ओर खींचती हुई - फिर तो योगा वोगा शुरू कर दो मेरी जान , मेरे यहां तो मुंह खोले बिना ही सास लेनी पड़ेगी

रज्जो हस्ती हुई - धत्त कामिनी तु भी ना ,
शिला मुस्कुराई और उसकी बिस्तर पर धकेलती हुई - क्या बोली साली उम्म्म
और देखते ही देखते शिला उसके ऊपर चढ़ गई और उसके हाथ ऊपर कर उसके लिप्स चूसने शुरू कर दिए
रज्जो भी जोश में आकर शिला के लिप्स को चूबलाने लगी ,

शिला उसके ऊपर माथे जा रही थी और दोनो आपस में एक दूसरे को चूसे जा रहे थे
शिला ने अपनी कुर्ती ऊपर की और मोती मोटी दुधारू चूचियां रज्जो के मुंह पर रखती हुई ठूंसने लगी - अअह्ह्ह्ह्ह साली छीनार लेह बहुत बोलती है तेरा मुंह तो कई ऐसे ही बंद करूंगी अह्ह्ह्ह आउच उह्ह्ह्ह हरामजादी काट क्यू रही है

vid-720p-8
रज्जो उसकी मोटी चूचियां दोनो हाथो से पकड़ कर बारी बारी से निप्प्स को चूसने लगी और मिजती हुई - तेरी रसीली चूची को खा जाऊं ऐसी है ये उह्ह्ह्ह मेरी रांड शिला तेरे जोबन देख कर तो मेरा दिल बावरा हो जाता है तो तेरे घर के मर्दो का क्या हाल होता होगा उम्मम्म सीईईईईईआईआई

शिला उसके मुंह में अपनी चूचियां ठूंसती हुई - वही हाल होता है जैसा तेरा है मेरी सेक्सी रांड अअह्ह्ह्ह्ह कामिनी मुझे पटक दिया

vid-720p-10
रज्जो उसको घुमा कर नीचे कर देती है और अपनी मैक्सी उतार कर फेकती हुई वापस उसके ऊपर चढ़ कर उसकी रसीली मोटी थन सी चुचियों पर टूट पड़ती है - बहिनचोद तुझे तो पटक के पेलने में जो मजा है वो कही और कहा अअह्ह सच सच बता , तू अपने मुहल्ले भर के बच्चो को दूध पिलाती है क्या जो निप्पल तेरे इतने मोटे हो गए है अअह्ह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूचियां बदल बदल कर चूस रही थी - सच सच बता कौन कौन दूहता है तुझे मेरी जान आह्ह्ह्ह्ह्

रज्जो जिस तरह से शिला को मसल रगड़ रही थी शिला की चूत बजबजाने लगी थी - चल रही है , रोज सुबह भोर में दुहवा दूंगी तुझे भी अअह्ह्ह्हह् बहिनचोद उह्ह्ह्ह हिहिहिही आराम से फट जाएगा

vid-720p-9
रज्जो उसकी लेगी खींचती हुई - भोसड़ा बना चुकी है अब बचा ही क्या है उसमे , हाथी जैसा लंड घोंट घोंट कर पूरा हाईवे बना लिया है

शिला कसमसाती हुई अपने कूल्हे उछालने लगी - आह्ह्ह्ह्ह फिर क्यों चाट रही है उसे कुतिया के जैसे अअह्ह्ह्हह ममीइइई उह्ह्ह्ह

रज्जो उसकी चूत में मुंह लगाए हुए - क्योंकि तेरी भोसड़ी का रस बहुत टेस्टी है अअह्ह्ह्हह कितना गर्म गर्म माल छिपा रखा है उम्मम्म्मम

vid-720p-11
रज्जो उसकी बुर में अपनी थूथ रगड़ती हुई भीतर जीभ नचाने लगी - अअह्ह्हह साली रण्डी कुतिया और चाट अअह्ह्ह्ह मेरा भोसडेदार चूत अअह्ह्ह्हह उह्ह्ह और और उह्ह्ह्ह


इधर दोनो चुदासी सेक्सी औरते आपस में एकदूसरे को मीज मसल रही थी तो वही बाहर राज और अनुज रिक्से से उतर चुके थे और गेट खोल कर मेन दरवाजा खोलते हुए हाल में घुसते है

अनुज - अरे बुआ और मौसी कहा है ? बुआआआ !!
तभी राज उसका हाथ पकड़ कर उसे रोकता हुआ अपनी मां के कमरे की ओर इशारा करते हुए चुप रहने को कहा
दोनो भाई दबे पाव कमरे की ओर बढ़े , कमरे से तेज कूलर की हनहनाहट में रज्जो और शीला की सिसकियां घुल चुकी थी
जैसे ही कमरे के दरवाजे से दोनो ने भीतर झांका राज और अनुज दोनो चौक गए

vid-720p-13
सामने बिस्तर पर शिला की जांघें खोले हुए रज्जो उसके ऊपर चढ़ कर कैंची बनाते हुए उसकी चूत से अपनी चूत आपस में रगड़ रही थी

vid-720p-12
दोनो भाई भौचक्के एक दूसरे को निहारते हुए खुश हो गए और अपना अपना लंड बाहर निकाल कर उसको सहलाते हुए कमरे में दाखिल हुए
जैसे ही शिला को भनक हुए वो रज्जो को धकेलते हुए उठ गई इस डर से की घर में बाकी लोग भी आ गए होगे

शिला - तु तुम दोनो , इतना जल्दी कैसे
अनुज हस्त हुआ - बस देखने आए थे आपको हिहिहिही
रज्जो - अनुज मस्ती नही , बता बाकी लोग कहा है ?

अनुज दांत दिखाता हुआ - खुद अकेले अकेले मस्ती कर रही हो और हमें कह रही हो मस्ती नही , देखा भैया इतनी नाइंसाफि

राज हस्त हुआ - ओहो बुआ मौसी कोई नही है , बस हम लोग है ,पापा मम्मी कल आयेंगे

रज्जो ने चैन की सास ली - लेकिन तुम दोनो अंदर कैसे आए , दीदी तुम दरवाजा लगाई थी न

शिला कुछ देर सोचा कर अपनी जीभ दांत में दबा कर मुस्कुराते हुए रज्जो को देखा और हसने लगी .
रज्जो - हम्म तभी तो मैं सोचू ये दोनो बैल घर में कैसे घुसे

अनुज - हम दोनो बैल अपनी अपनी गईया खोजते आए है मौसी हिहिहिही
शिला - ये कितना बिगड़ गया है इधर आ बताती हुं

अनुज अपना लंड सहलाता हुआ - आपके पास ही आ रहा हु बुआ
अनुज अपना लंड शिला के आगे परोसता हुआ उसके सर को सहलाने लगा ,शिला भी बिस्तर पर घोड़ी बनकर अनुज का लंड मुंह में भर कर चूसने लगी - अह्ह्ह् बुआ कितना ठंडा है अह्ह्ह्ह सीईईईईई

vid-720p-14
वही बगल से राज की भी सिसकी आने लगी - उम्म्म मौसी आह्ह्ह्ह्ह आपका तरीका बहुत अच्छा लगता है अह्ह्ह्ह कल से बहुत याद आओगे आप उह्ह्ह्ह

अनुज - हा बुआ आपकी भी बहुत याद आयेगी उह्ह्ह्ह आराम से उम्मम्म आप तो पूरा घोट जा रही हो अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह और चूसो उम्म्म्मम

शिला - मुझे भी तुम सब की बहुत याद आयेगी मेरे लाडलो उह्ह्ह्ह और ये भी कि मेरे बेटे अब जवान हो गए है आआआआअह्ह्ह औरते संभालने लायक
राज - क्यू बुआ पहले शक था क्या हिहिहिही आआआह्हह्ह्ह मौसी उह्ह्ह्ह ओह्ह्ह गॉड जी कर रहा है आपके मुंह में भर दू अह्ह्ह्ह्ह् ये लोह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह कितना मजा आता है आपके हर छेद में पेलने का उह्ह्ह्ह्ह्

राज गला फाड़ता हुआ रज्जो के गले में अपना लंड घुसेडने लगा और फिर उसको धक्का देकर बिस्तर पर चढ़ कर चूत में लंड घुसा दिया

रज्जो - आआआह्ह लल्ला उह्ह्ह्ह कबसे तेरे लंड को प्यासी थी मेरी चूत उह्ह्ह्ह और पेल आह्ह्ह्ह हा ऐसे ही अअह्ह्ह्ह्ह मजा आ रहा है बेटा ओह माआआ

vid-720p-15
राज उसकी चूत ने हचक के लंड उतार रहा था - अब ठीक न मौसी उह्ह्ह्ह लोह और लोह आज पूरी बच्चेदानी भर दूंगा तुम्हारी उह्ह्ह
रज्जजो : उह्ह्ह्ह लल्ला तेरे लंड से मेरी चूत बहने लगी है अअह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह हा खा जा उह्ह्ह्ह मम्ममिई उह्ह्ह्ह

राज लपक कर रज्जो की चूत में मुंह दे दिया और वही बगल शिला की जांघो के बीच अनुज भी उसकी बुर की फाकों से लेकर गाड़ की भूरी सुराख तक जीभ फिरा रहा था - उह्ह्ह्ह बेटा उम्म्म कितना मस्त चाटता है तू उम्मम्म्म आआह्ह्ह्ह्ह् भाभीए इन दोनो की जोड़ी कमाल की है अअह्ह्ह्हह
रज्जो बगल में लेटी हुई शिला के लिप्स से अपने लिप्स जोड़ कर मुस्कुराई हुई - जोड़ी तो हम दोनो की भी कमाल की है मेरी जान

vid-720p-16
अनुज - उम्म्म बुआ ना कबसे मुझे आपके बुर को चाटने का सपना आता था , है रोज आपकी गाड़ चाटने का सोच कर हिलाता था मैं उह्ह्ह्ह कितनी रसीली बुर है आपकी सीईईईईईआईआई

शिला - अअह्ह्ह्हह खा जा बेटा , चाट ले अपनी बुआ की बुर उम्म्मम तेरी छोटी सी जीभ मुझे पागल कर दे रही है

" मैं भी इसे खा लूं क्या मेरी जान अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह राज आराम से उह्ह्ह्ह बेटा उह्ह्ह्ह्ह" , रज्जो घोड़ी बनी हुई शिला की मोटी हिलती चूची को पकड़ कर सहलाती हुई अपने मुंह में भर लिया और उसके निप्पल चूसने लगी ।

vid-720p-17
शिला मानो पागल सी हो गई - अहह्ह्ह्ह भाभी उह्ह्ह्ह पी जाओ मेरे थन से टपकते रस को अअह्ह्ह्हह अओह्ह आराम से लाला उह्ह्ह्ह बहुत कसा है अच्छे से घुसा

रज्जो पीछे से राज के करारे झटके अपनी चूत में लेती हुई - अह्ह्ह्ह्ह लल्ला कस के घुसा एक ही बार में फाड़ दे उह्ह्ह्ह्ह

अनुज मारे जोश में शिला की टांग को अपने कंधे पर रखता हुआ एक करारे झटके के साथ शिला की रसाती बुर में हचाक से लंड पेल दिया - अअह्ह्ह्ह मम्मिई फाड़ दिया रे उह्ह्ह्ह अब रुका क्यू है चोद ना हरामी मौसी का चमचा कुत्ता कही का अअह्ह्ह्ह जल रहा है

vid-720p-18
अनुज बत्तीसी दिखा कर रजजो के साथ हस रहा और फिर अपनी बुआ की चूत में लंड चलाने लगा - ओह गॉड बुआ आपकी चूत बहुत गरम है अअह्ह्ह्ह

रज्जो - जा बेटा तेरी बुआ एक नंबर की रंडी है हमेशा आग लगी रहती है इसकी चूत में पेल आज रहम मत दिखाना
अनुज अपनी मौसी की बातें सुन कर जोश में कस कस के शिला की बुर फाड़ने लगा , शिला गला फाड़ कर चीखने लगी
वही राज ने एक बार फिर पोजिशन बदल दिया और नीचे लेट कर अपनी मौसी को चोदने लगा

राज अपनी मौसी की खरबूजे सी मुंह पर लटकती छातियां पिता हुआ उसकी बड़ी सी गाड़ थामे सटासट रज्जो की बुर में लंड पेले जा रहा था और रज्जो भी शिला की तरह बेफिकर सिसकियां ले रही थी - उह्ह्ह्ह लल्ला ना जाने तुझे इतना जोश कैसे आ जाता है जब तू अनुज के साथ होता है अअह्ह्ह्ह्ह फाड़ और पेल अपनी मौसी की चूत को अओहह्ह उम्मम्म्म रुकना मत बेटा अअह्ह्ह्ह सीईईईई

राज - वो तो पता नही मौसी लेकिन आज तो पूरी रात आपको ऐसे ही पेलने वाला हु , क्यू अनुज

vid-720p-20
अनुज जो अब तक शिला को घोड़ी बना कर उसकी चूत में लंड घुसाये हुए शिला की गाड़ मसल मसल कर पेल रहा था - अह्ह्ह्ह्ह हा भैया फिर ना जाने ये मौका कब मिले , और जब फिर से मुझे बुआ की गाड़ सहलाने को मिले आआआह्हह्ह् मेरी सेक्सी चुदक्कड़ बुआ अअह्ह्ह्हह

शिला - हा लल्ला पेल ना अपनी चुदक्कड़ बुआ को और पेल और उह्ह्ह्ह और कैसी लगती हूं मैं तुझे मेरे लाल अअह्ह्ह्ह्

अनुज मारे जोश ने शिला की चूत की जड़ो में लंड घूसाता हुआ - अअह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ तुम तो मुझे किसी रंडी जैसी लगती हो , अह्ह्ह्ह लगता है तुम्हारी गाड़ 50 लोग मिल कर मारते है थी इतनी बड़ी हो गई है , जी कर रहा है इसी गाड़ में झाड़ जाऊं उह्ह्ह्ह आपकी गाड़ हुआ मुझे पागल कर रही है आपकी गाड़ चाटना मुझे बहुत पसंद है बुआ अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी बुआ उह्ह्ह्ह मेरी रंडी बुआ मेरा आने वाला है अअह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह

शिला - भर दे बेटा भर अपनी बुआ की बुर उह्ह्ह्ह
वही बगल मे राज भी रज्जो को एक बार फिर घोड़ी बनाए हुए करारे झटके दे रहा था और अनुज शिला की बातें उसे भी चरम पर ले आई थी और दोनो भाई एक साथ रज्जो और शीला की चूत में अपने अपने फब्बवारे छोड़ दिए
शिला और रज्जो देर तक उनके झटको से निकलती गर्म पिचकारी की धार चूत की दीवारों में महसूस करती रही और दोनो थक कर उनके ऊपर ही रह गए

मगर जोश कहा किसी का ठंडा होने वाला था और अनुज ने शिला की गाड़ चाटते हुए एक बार फिर से नए राउंड की पहल कर दी थी
तो वही रज्जो अपनी चूत से निकले राज के लंड को मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दी ।


अमन के घर

फोन की घंटी मुरारी को बेचैन कर चुकी थी और रंगी से इजाजत लेकर गेस्ट रूम से बाहर आ कर हाल में आया तो जीने के पास अमन बेचैन खड़ा हुआ था
मुरारी - क्या हुआ बेटा
अमन - पापा !! वो ....
मुरारी - हा बोल ना बेटा ,क्या बात है ?
अमन थोड़ा झिझक कर मुस्कुराता शर्माता - वो में ऊपर बोर हो रहा था तो सोचा आपसे बात करू , आप बिजी तो नही ।

मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि अमन की बेचैनी का कारन क्या हो सकता है और वो मुस्कुराते हुए - अच्छा ठीक है चल गोदाम में चलते है
अमन - आपके कमरे में चलते है ना
मुरारी - अरे वहा तेरी मां और वो तेरी सास होगी

अमन - नही पापा वो बाहर मौसम सुहाना हुआ है बारिश वाला तो मम्मी , उनको लेकर ऊपर ही गई है

मुरारी - अच्छा ,फिर ठीक है चल
दोनो बाप बेटे कमरे में दाखिल होते है और हल्का सा दरवाजे भिडका देते है ताकि अगर गलियारे से कोई बाथरूम की ओर कोई जाए तो भी दरवाजे की आड़ में सोफे पर बैठे हुए वो दोनो किसी को ना दिखे ।

मुरारी - हा बोल बेटा
अमन थोड़ा शर्माता हुआ - पापा क्या हुआ कल , मम्मी ने पहना था वो कपड़ा

मुरारी अमन के जज्बात बखूबी समझ रहा था और मुस्कुरा कर - हा बेटा और सच कहूं तो पिछली बार वो मजा नही आया था जो इस बार आया ।

अमन - क्यू ? ऐसा क्या हुआ इस बार ?
मुरारी अपने पजामे में अंगड़ाई लेते लंड को मिजता हुआ - अरे तब के समय में और अब के समय में तेरी मां का बदन दुगना से ज्यादा गदराया हुआ है , उसके चूतड को 3 गुना ज्यादा बड़े दिखते है अब और कल रात वो कच्छी में उसकी बड़ी सी गाड़ ने मुझे पागल कर दिया , अगर तू देखा होता तो तू भी अपनी मां पर लट्टू हो जाता

अमन का लंड एकदम से अपनी मां को उस रूप में देखने के लिए फड़फड़ा उठा - और फिर

मुरारी - बेटा तूने जो वो ब्रा ऑर्डर की थी वो तो आगे से एकदम आरपार दिखने वाली थी , उसमे से झांकती तेरी मां की मोटी मोटी चूचियां उम्मम्म कितनी रसीली लग रही थी अअह्ह्ह्हह तू देखता तो तुझे फिर से मन करता कि उसकी गोदी में लेट कर उसका दूध पी जाऊं

अमन अपना लंड अपने बाप के सामने मिजते हुए उसकी और निहार कर - पापा दिखाओ ना मम्मी को प्लीज
मुरारी अमन की आंखों में अपनी के लिए दीवानगी साफ साफ देख रहे था , उसका हाथ कैसे अपनी मां के गदराए जिस्म के बारे में सोच कर अपना लंड मसल रहा है और वो मुस्कुराता हुआ अपने जेब से मोबाइल निकाल कर गैलरी ओपन कर अमन के हाथ में मोबाइल दे देता है

20240922-150326

अमन कई सारे सेक्सी तस्वीरों मे से अपना एक तस्वीर ओपन करता है जिसमे उसकी मां सर पर चुन्नी लिए हाथ फैला कर आईने के आगे खड़ी थी और उस जालीदार चुन्नी के नीचे उसके फैले हुए चूतड की दरारों को उसके बालो के परांदे ने धक रखा था , सामने आईने में ब्रा से बिलकुल वैसी ही उसकी रसीली छातियां झलक रही थी जैसा उसके पापा अभी बता रहे थे , अपनी मां का कौमार्य रूप देख कर अमन का दिल जोरो से धड़क रहा था उसका दूसरा हाथ अपने सुपाड़े को मसल रहा था

तभी अमन ने एक वीडियो पले कर दी जिसमे उसकी मां ने घूम और अदाये दिखा कर बड़े ही सेक्सी सेक्सी पोज दिए थे और उसके पूरे बदन की नुमाइश थी उसमे - उह्ह्ह्ह गॉड कितनी सेक्सी लग रही है मम्मी

मुरारी अपने बेटे से उसके मां के लिए सेक्सी शब्द सुनकर भीतर से सिहर उठा और अपना मूसल मसलने लगा ।
अमन - पापा ये सब मैं अपने मोबाइल में लेलू प्लीज
मुरारी अमन के जजबात समझ रहा था और मुस्कुरा कर हा में सर हिला दिया और अमन ने फटाफट अपने व्हाट्सएप पर सारी तस्वीर लेली और मुरारी को मोबाइल दे दी

मुरारी मोबाइल बंद कर जेब में रखता है कि फिर से उसका mobile वाइब्रेट होता है और मोबाइल स्क्रीन पर अमन कुछ फोटो भेजे थे उसके नोटिफिकेशन देख कर - तूने क्या भेजा है बेटा

अमन इसपे मुस्कुरा कर थोड़ा शर्माता हुआ - खोल के देखो ना , वो कल रात मुझे आपकी बातें याद आ रही थी तो मैंने

इधर अमन की बातें पूरी नहीं हुई थी मुरारी चौक कर बोल पड़ा - अरे ये तो बहु है
अमन मुस्कुरा कर - जी पापा , मैने सोचा क्यों न उसको शादी में दिए हुए आपके गहने पहना कर तैयार करू जैसा आप मम्मी को करवाते हो । कैसी लग रही है आपकी बहू पापा ?

GXAqdi-W4-AAyp-G2
सामने मोबाइल में अपनी नई नवेली बहु की नंगी सिर्फ सोने के गहनों में सजी हुई उसपे से माथे पर एक लाल चुन्नी लिए खड़ी हुई देख कर मुरारी का लंड बेकाबू हो गया , उसकी नजर अपनी बहु के जिस्म से हट ही नहीं रही थी , रानी हार जो उसने खास तौर पर अपनी बहु के लिए पसंद किया था वो आज उसके दोनो मोटे मोटे चुचियों के बीच लटकता पा रहा था उसके गुलाबी निप्पल और फिर हल्के फुल्के बालों वाली गुलाबी चूत को ढकती सोने की करधन ने तो कयामत ही कर रखा था , मुरारी को उम्मीद नहीं थी कि अमन उसके लिए ऐसा तोहफा लाएगा ।

अमन अपने पापा को चोरी छिपे अपने कुर्ते के नीचे से सोनल को एक तक निहार कर अपना लंड मुठिया रहा था - बोलो ना पापा कैसी लग रही है आपकी बहू ?

मुरारी को अमन के सवाल से जोश भी आ रहा था तो भीतर डर भी था वो यूं खुल कर अमन के सामने अपने जज्बात नही रख सकता - अअह्ह्ह्ह बेटा क्या कहूं, ऐसा लग रहा है कि सालों पहले तेरी मां को निहार रहा हु

मुरारी फिर से व्हाट्सएप खोलता हुआ - रुक तुझे भी कुछ भेजता हु वो भी देख
अमन कामुकता भरी जिज्ञासा से - क्या पापा ?
मुरारी ने धड़ाधड़ एक के बार एक कुछ दूसरी तस्वीर भेजी और अमन ने जैसे ही मोबाइल में ओपन किया

20240922-150256

तो अमन उसकी मां पूरी नंगी होकर बेड पर लेटी हुई थी उसकी मोटी मोटी चूचियां और मोटे जामुन जीतने बड़े बड़े भूरे निप्पल देख कर अमन के मन में मन पानी आ गया - उह्ह्ह्ह गॉड पापा , मम्मी के दूध कितने बड़े बड़े है

मुरारी का ध्यान तो सिर्फ सोनल के गुलाबी चुचियों पर था - है ना , बहुत मजा आता है बेटा तेरी मां के ऊपर चढ़ कर उसके दूध पीने का
अमन - हा पापा मेरा भी मन कर रहा है कि मां के ऊपर लेट कर उनके दूध पियू, मां के निप्पल कितने मोटे है और सेक्सी भी

मुरारी अपने बेटे से उसकी मां के चुचियों की तारीफ सुनकर अब पूरे जोश में उसके आगे अपना लंड मसल रहा था और अमन भी बिना डरे अपने पापा के आगे अपना लंड मिज रहा था - अह्ह्ह्ह्ह पापा , आपको सोनल के निप्पल कैसे लग रहे है
मुरारी मोबाइल में सोनल की रसदार गुलाबी निप्पल को देखकर जोश ने - अअह्ह्ह्हह बेटा बहु के निप्पल तो बिलकुल तेरी के जैसे है , जब वो व्याह के आई थी , ऐसी ही कोरी कोरी मगर हल्की भूरी, मैं उन्हें खूब मिजता और चूसता था । तेरी मां को वो खूब भाता था और तूने बचपन में अपनी मां का दूध 5 साल तक पिया है इसीलिए उसके निप्पल इतने मोटे है

अमन भरे जोश में अपनी की नंगी चूचियां और मोती मोटी काली घुंडीया निहार कर आहे भरता हुआ अगली तस्वीरे देखता है - पापा मुझे फिर से मम्मी का दूध पीना है अह्ह्ह्ह कितना सेक्सी है ओह्ह्हज गॉड पापा ये भी है उफ्फफ्फ कितनी बड़ी गाड़ है मम्मी की

IMG-20221208-072604
मुरारी - हा बेटा रोज उसी गाड़ पर झड़ता हूं मैं और तेरी मां को भी अपनी गाड़ पर मेरा पानी लेना बहुत पसंद है

मुरारि भी अगली तस्विरे देखता है जिस्मे सोनल के लम्बी बालो की चोटी उसके गाड़ के दरारो तक जा रही थी

GU5v-Js-GW0-AAAfz6
मुरारि - ओझ्ह्ह बहु के चूतड भी कम बड़े नही है बेटा अह्ह्ह्ह इतनी लंबी चोटी पहले तेरी मां की भी थी जो ऐसे ही उसके गाड़ के दरारों को ढक लेती थी

अमन - सीईईईईईआई पापा एक बात पूछूं
मुरारी अपना लंड हिलाते हुए अपनी बहु के एक वीडियो में हिलते चूतड निहार रहा था - हा बोल ना बेटा अअह्ह्ह्ह्ह क्या पूछना है
अमन - पापा आपने कभी मम्मी की गाड़ मारी है , कभी उसके बड़े बड़े चूतड के दरारों में अपना लंड डाल कर घिसा है , मैं सोनल को लिटा कर उसके मोटे मोटे गाड़ के दरारों में लंड घिसता हु और कल रात को

मुरारी अपनी बहु के बारे में सोच कर - क्याह्ह बेटा क्या हुआ कल रात को ?
अमन आंखे बंद कर जोरो से लंड को लोअर के ऊपर से से हिलाता हुआ - कल रात को उसके गाड़ के दरारों में ही झड़ गया था , पूरा रस उसके चूत के फाकों में भर गया था

मुरारी अमन की बातें आंखे बंद कर अपनी कल्पना में बहु के गाड़ की दरारों में झड़ता हुआ अमन को महसूस कर रहा था देख रहा था कैसे उसके गाड़ से उसकी चूत तक अमन का गाढ़ा मलाईदार रस बहु के गुलाबी फाकों को और गुलाबी किए जा रहा था ।

अमन - पापा मैं बाथरूम जा रहा हु
मुरारी उसको पकड़ कर बिठाते हुए - अब मुझसे क्या शर्मा रहा है , मैं नही जानता क्या करेगा वहा जाकर

अमन मुस्कुराने लगा - तो क्या आपके सामने
मुरारी झटके से अपना तनमनाया लंड बाहर निकाल जिसका सुपाड़ा खूब लाल हुआ पडा था मसलने से - अरे तू भी निकाल भाई

और अमन ने भी अपना हथियार निकाला , जो सीधे मुरारी का स्वा गुना दिख रहा था था जिसे देख कर मुरारी का हलक सूखने लगा और अगले ही पल अभिमान से भरता हुआ - बाप शेर तो बेटा स्वा शेर हा हां

अमन अपना लंड सहलाता हुआ - पापा एक बात और पुछु
मुरारी सोफे पर फैलता हुआ अपना मूसल मसलने लगा- हा बेटा पूछ ना
अमन भी उसकी देखा देखी वैसे ही पोजिशन में आ गया - पापा आपको मम्मी की गाड़ चाटने का मन नाही करता ,उसकी चूत के फांके चुबलाने का मन नाही करता

मुरारी - क्यू तू बहु की चूत और गाड़ चाटता है क्या
अमन आंखे बंद कर अपना लंड हिलाता हुआ - पापा , उसकी गाड़ का गुलाबी छेद देखोगे तो आप भी खुद को रोक नहीं पाओगे जैसे मैं नहीं रोक पाता खुद को

मुरारी आंखे बन्द कर अपनी बहु के गाड़ के गहरे दरारों में उसके गुलाबी सुराख की कल्पना कर - क्या सच में बेटा , बहु की गाड़ का सुराख गुलाबी है
अमन - हा पापा और उसके बुर के फांके भी एकदम सुर्ख गुलाबी , जीभ चलाओ तो पूरी लाल होने लगती है

मुरारी अपना लंड मसलता हुआ - अह्ह्ह्ह्ह सच में ऐसी चूत को कौन नहीं चाटेगा बेटा , मुझे मिले तो मैं खा जाऊं , तू क्या करेगा बेटा अगर तुझे तेरी मां की नंगी गाड़ मिल जाए

अमन सिसकियां लेटा हुआ - अअह्ह्ह्ह पापा मुझे मां की गाड़ मिल जाए तो मैं उन्हें अपने मुंह पर घंटो बैठने को कहूंगा और खूब जीभ लगा लगा कर उनकी गाड़ और चूत चाटूंगा , ताकि वो जब झड़े तो सारा रस मेरे मुंह में आए

मुरारी अपने बेटे की बातें सुनकर वो पल सोचने लगा जब ममता अमन के मुंह पर अपनी गाड़ रख देगी और अमन उसकी गाड़ चाटेगा , मुरारी अब तक एकदम चरम पर आ गया था
अमन - पापा आप क्या करोगे अगर सोनल की नंगी चूत मिल जाए आपको तो आप क्या करोगे

मुरारी अपनी कल्पना में अपने आगे अपनी बहु को नंगी अपनी चूत खोले देखता है जो अपनी जांघें फैलाये उसे अपनी ओर बुला रही होती है और मुरारी उस कल्पना में उसकी गुलाबी बहती चूत में अपना टोपा फसा रहा था - अह्ह्ह्ह्ह बेटा मुझ बहु की चूत मिल जाए तो मैं उसे चोद दूंगा , उसकी गुलाब सी पंखुड़ियों को रौदता हुआ अपना लंड उसके बुर के जड़ो में उतार दूंगा

सोनल की चूत में अपने पापा का मोटा लंड घुसाने का सोच कर ही अमन पूरे जोश में आ गया - हा पापा चोद लेना भर देना अपनी बहु की गुलाबी चूत को उह्ह्ह्ह आपकी बहु बहुत चुदक्कड़ है खूब लंड लेती है मेरा

मुरारी - क्या सच में बेटा
अमन - हा पापा आपकी बहू को चुदाई करना बहुत पसंद है , वो तो मेरे लंड की दीवानी है , इसे खूब चूसती है खुद बुर में घुसती है

मुरारी - अअह्ह्ह्हह बेटा तेरा फौलादी लंड अगर तेरी मां देख ले तो वो भी दीवानी हो जाएगी , उसकी लंबी फाकों वाली बड़ी चूत के लिए तेरा लंड तो एकदम फिट है , पूरा घुस जायेगा उसके भोसड़े में

अमन तेजी से अपना लंड हिलाने लगा - हा पापा , मुझे भी मम्मी की गर्म चूत में घुसना है और उसके ऊपर चढ़ कर उसको चोदते हुए उसके मोटे मोटे दूध पीना है

मुरारी - हा बेटा पेल लेना तू भी अपनी मां को और पेल पेल एक उसकी गाड़ पर झड़ना , बोल झड़ेगा न अपनी मां की बड़ी सी गाड़ पर उम्मम्म

अमन - हा पापा झडूंगा अअह्ह्ह्हह ममीइइई की गाड़ को भर दूंगा मैं अअह्ह्ह्ह्ह आप कहा झड़ोगे सोनल को चोद कर

मुरारी तेजी से अपना लंड मुठियाता हुआ - बेटा मैं तो मेरी लाडली बहु के गुलाबी चुचियों पर अपना रस गिराऊंगा जिससे वो और भी गुलाबी हो जाएंगी अह्ह्ह्ह्ह

अमन - ओह पापा अअह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा अअह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी मम्मी अह्ह्ह्ह्ह आपकी गाड़ मुझे बहुत पसंद है देखो ना पापा मैं मम्मी की गाड़ पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्हह ममीई उह्ह्ह्ह
और अमन की पिचकारी छुट गई , वही मुरारी भी तेज सिसकियां लेता हुआ झड़ने लगा - अअह्ह्ह्ह बेटा मैं भी बहु के चुचियों पर झड़ रहा हु अअह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह आ रहा है मेरा भी अह्ह्ह्ह्ह बहु तेरे चूचे उम्मम्म अअह्ह्ह्ह

जल्द ही दोनो बाप बेटे ने आखिरी बूंद तक बहु और मां के नाम पर निचोड़ दी और सुस्त होकर सोफे पर फेल गए

वही उपर पीछे की बालकिनी में ममता रागिनी को लेकर पहुंची थी ।

रागिनी - हम्म् तो ये है आपकी वो खास जगह

ममता रेलिंग पर आगे झुकती हुई - जी , मुझे मेरे घर का ये हिस्सा बहुत पसंद है और खास कर जब रात का समय या फिर ऐसा सुहाना मौसम हो , यह मुझे बहुत अच्छा लगता है

रागिनी ने ममता के उभरे हुए कूल्हे सहलाती हुई उसके करीब खड़ी होकर - तो क्या कभी इस खास जगह पर खास माहौल बनाया है

ममता - मतलब
रागिनी हस्ती हुई - अब इतनी भी भोली न बनो बहना , इतनी स्पेशल जगह पर समधी जी ने यह चादर न बिछाई हो , ऐसे कैसे हो सकता है हिहिहिही

ममता लजाती हुई - धत्त आपके दिमाग में वही सब चलता है क्या हिहिहिही
रागिनी - अरे शरमाओ मत , बताओ ना मैं सब कुछ सिक्रेट रखूंगी पक्का

ममता - नही अभी तक तो नही ,क्योंकि उनका खूंटा बंद कमरे में ही खड़ा होता है हिहिहिही

रागिनी हस्ती हुई - अरे जब खूंटा खड़ा हो और धीरे से नंगे ही कमरे से बाहर निकल जाओ और सीढ़िया चढ़ कर यहां, देखो कैसे लार टपकाते हुए आते है हिहिही

ममता - हा जैसे घर में कोई रहेगा नही , किसी ने देख लिया तो

रागिनी - अरे मेरी बहना इतना डरोगी तो लाइफ के मजे कैसे लोगी हिहिहिही, थोड़ा हिम्मत दिखाओ
एक बात बताऊं

ममता जिज्ञासु होकर उसकी ओर देखा

रागिनी - कभी कभी जब आपके समधी जी नही होते है तो मैं अपने कमरे में ही सारे कपड़े उतार कर नंगी होकर ऊपर चली जाती हु और खुली छत पर अंधेरी रात में पीछे की ओर खेतो में देखना मुझे अच्छा लगता है

ममता - क्या सच में और बच्चे ?
रागिनी - वो सब अपने अपने कमरे में सो रहे होते है , लेकिन मजा बहुत आता है हल्की सर्द हवाएं जब जिस्म को छूती है और तब तो आपके समधी जी याद और भी आती है । मन करता है ऐसे मौसम में उनकी बांहों की गरमाहट मिल जाए तो मजा दुगना हो जाएं

ममता मानो रागिनी के उस ख्वाब में खो सी गई और इधर तेज हवा चलने लगी
वही नीचे से मदन वापस आ चुका था तेज आंधियों के कारण सब कुछ उड़ रहा था , धूल कचरा भूसा पन्नी सब
वो अपनी गाड़ी लगा कर जल्दी जल्दी मेन गेट का दरवाजा लगा रहा था , और उसकी नजर अनाज के गोदाम के खुले दरवाजे पर गई वो भागता हुआ गोदाम का दरवाजा खींच कर बाहर से बंद करके चटकनी लगाना चाहता था मगर हवा के तेज झोंखे उसे ऐसा करने से रोक हुए था , तभी ऊपर टेरिस की चारदीवारी से पैरासूट की तरह खुल कर एक ब्रा हवाओं में उड़ती हुई जमीन पर गई और धूल में घिसटती हुई मदन के पाव के पास रूक गई
पैर के पास नई ब्रा देख कर मदन ने आधी खुली आंखों से फौरन ऊपर देखा कि कही ऊपर से तो नही गिरा ना और उसका अंदाजा सही निकला , जब उसने चारदीवारी से झांकती सोनल को देखा ।
सोनल मारे लिहाज के झट से पीछे हो गई और मदन समझ गया कि उसकी बहु कपड़े उतारने गई होगी और आंधी में उड़ कर बेचारी की ब्रा यहां उसके पास चली आई , तभी तेज तड़तडाहट के साथ बारिश होने लगी । मदन ने जैसे तैसे करके गोदाम बंद किया आगे अपने बहु की ब्रा को मोड़ कर कुर्ते के जेब में रखता हुआ जल्दी से घर आ गया
हाल में देखा कि वहा कोई नही है ,मदन को एक पल को लगा कि शायद सब चले गए । उसे जोरो की पेशाब लगी थी और बारिश में हल्का हल्का भीगने से प्रेसर भी जोर था मगर जेब रखी बहु की ब्रा लेकर बाथरूम में जाना उसे अनुचित लग रहा था मगर बहु को उसकी ब्रा लौटाना भी कम बोझ का काम नही था । ना ही वो अमन को इसमे शामिल करना चाहता था और अपनी भाभी या संगीता से कह कर भेजवाता तो पक्का उसका मजाक बनाती
इसीलिए वो बड़े झिझक में खुद ही ऊपर पहुंचा और सोनल के कमरे का दरवाजा खटखटाया
सामने सोनल आई और मदन ने बिना उसकी ओर देखे ही ब्रा उसकी ओर बढ़ा दी - बहु ये तुम्हारा कपड़ा नीचे गिर गया था , लो।
अगले ही पल मदन उसको देकर जैसे ही घूम कर अपना पल्ला झाड़ कर निकलने का सोचा ही था कि पीछे से सोनल ने टोका - चाचा जी ये मेरा नही है ,इतना बड़ा मैं नही पहनती । ये जरूर मम्मी जी का होगा

मदन भीतर से फिर से उलझ सा गया उसको पहले से ही अपनी बहु के आगे आने में हिचक हो रही थी , जबसे उसने शादी के बाद की अगली सुबह सोनल का खुला जोबन देखा था और अब ये ब्रा का ड्रामा

मदन का दिमाग नही चल रहा था और वो घूम कर सोनल के हाथ से ब्रा लेकर वापस जाते हुए बोला - ठीक है मैं भाभी को दे देता हु फिर

इधर सोनल ने झट से दरवाजा लगा दिया और वही मदन एक फिर अपने फैसले के लिए भीतर से खुद को गालियां देने लगा कि क्यू उसने बहु से ये लफ्ज़ कहे । बहु क्या सोचेगी कि मैं बहुत आसानी से उसकी सास को ब्रा देने जाऊंगा ।

मदन पैर पटकता हुआ नीचे आया और उसने हाल में से ही अटकलें लगाने शुरू कर दिए कि कमरे में कोई है तो नही । उसपे से पेशाब का प्रेसर और भी था ।
आखिर उसने तय किया कि एक बार वो गलियारे से भीतर ममता के कमरे में झांकता हुआ निकलेगा अगर कोई नही हुआ तो वापस लौटते समय वो ममता के कमरे में ब्रा फेंक कर आ जाएगा

मदन के लिए सब कुछ उसकी योजना के मुताबिक था , वो गलियारे से होकर बाथरूम की ओर बढ़ रहा था वो ठीक वही समय था जब दोनो बाप बेटे एक साथ मुठ्ठी मार कर झड़ कर सुस्ता रहे थे और कमरे का दरवाजा ऐसे भीडका हुआ था कि गलियारे से गुजरने वाले को यही दिखेगा कि कमरे में कोई नही है ।
मदन को भी वही भ्रम हुआ उसे जाते वक्त यही लगा कि कमरे में कोई नही है और सब कुछ एकदम शांत था , मदन जल्दी से बाथरूम में फ्रेश हुआ और हाथ धूल कर वापस आ रहा था तो उसको उसका रूमाल नही मिल रहा था , उसे यकीनन अंदाजा हुआ जरूर ऊपर बहु के कमरे पास ब्रा निकालते हुए गिरा होगा ।
उसने गीले हाथो से ही ममता की ब्रा को जेब से निकाला और आधे खुले दरवाजे से भीतर बिस्तर की ओर उसे झटक दिया और तेज कदमों से आगे बढ़ा
दरवाजे से उड़ती हुई ब्रा बिस्तर के पावे से टकरा कर जमीन पर गिरी और दोनो बाप बेटे हडबडा कर अपना कपड़ा सही करते हुए उठ खड़े हुए मुरारी ने लपक कर वो ब्रा उठाई और तेजी से दरवाजा खोल कर गलियारे से हाल में झांका तो देखा मदन हाल के सोफे पर बैठ कर सुस्ताते हुए स्टैंड फैन की हवा खा रहा है ।
मुरारी को समझते देर नहीं लगी कि ये हरकत किसकी है और वो गुस्से से लाल हो गया ।

अमन - क्या हुआ पापा कौन था ।
मुरारी - और कौन होगा , तेरा चाचा था ।

अमन को अपने पापा के चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा था उसने अपने बाप को बोतल से पानी दिया और शांत होकर - क्या बात है पापा आप नाराज क्यों हो गए

मुरारी - तुझे एक राज की बात बताता हु सुन
फिर मुरारी ने अमन को संगीता और मुरारी के बीच की बातें बताई - क्या सच में बुआ और चाचा आपस में ।

मुरारी - और उसका ठरक रुकने वाला नही है , अब देख तेरी मां की ब्रा लेकर न जाने बाथरूम में क्या क्या नाश किया होगा कमीने ने हुह्ह

अमन हंसता हुआ - अब जब उनकी शादी नही करवाई आपने तो ये सब होना ही था ना , कबतक कोई खुद को रोक पाएगा पापा और फिर मां की मटकती गाड़ और बड़े बड़े चूचे किसी को भी आकर्षित कर देंगे ।

मुरारी - अरे जिससे वो शादी करना चाहता था उसके बाप ने उस लड़की की शादी कही और कर दी , तो इसने जीवन भर कुंवारा रहने का फैसला कर लिया

अमन - और वो लड़की ,मतलब चाचा की गर्लफ्रेएंड उसने खुशी खुशी कर ली शादी ?

मुरारी - नही बेटा , बाप की मजबूरी बेटियां ही समझती है उसने मजबूरी में शादी कर तो ली मगर कुछ साल पहले उसका पति एक बस दुर्घटना में चल बसा ।

अमन - आपको कैसे पता
मुरारी - कुछ महीने पहले बड़े शहर में एक बार उससे मिलना हुआ था और उसने सारी कहानी बताई , दुख की बात है कि उसकी कोई औलाद भी नही है और वंश आगे न बढ़ाने उसपे से पति के मरने का दोष देकर बेचारी के ससुराल वालो ने ही उसे घर से बेघर कर दिया है

अमन - और चाचा को इस बारे में पता है
मुरारी - नही , उसने मना किया था कि वो इनसब का जिक्र मदन से ना करे ।
अमन - पापा आपको नही लगता कि अब चाचा को उनका प्यार लौटा देना चाहिए, इन दोनो की शादी करा देना चाहिए और उससे उनकी प्रेमिका का भी दुख दूर हो जाएगा । शायद इससे चाचा की हरकते भी सुधर जाए ।

अमन की बातें सुनकर कर मुरारी - हा बेटा मैं भी उसकी शादी के लिए सोच रहा था और तेरी मां ने संगीता की छोटी ननद का प्रस्ताव भी रखा था मगर तेरी शादी के उलझन में मैने इसपे ध्यान नहीं दिया ।

अमन - तो पापा आंटी जी को खोज निकालो और हमसब चाचू को शादी के लिए मना लेंगे

मुरारी हंसता हुआ - तूने तो मेरी सारी उलझन ही सुलझा दी, अब जबतक तू हनीमून से वापस आएगा मैं तेरी चाची खोज निकालूंगा ।

अमन - ठीक है पापा , वैसे आपको अजीब नही लग रहा है हनीमून पर साली को ले जाना हिहिहिही

मुरारी - अरे तेरी किस्मत बुलंद है कि निशा जैसी मस्त खूबसूरत साली मिली है , मौका मिले तो उसके साथ भी हिहिहिही

अमन हंसता हुआ - पापा आप भी कम नहीं हो , वैसे एक बात पूछूं, क्या आपने कभी मां के अलावा किसी के साथ ?

मुरारी उसके गाल खींचता हुआ - सारी बातें आज ही उगलवा लेगा उम्मम्म, जा अब अपने हनीमून की तैयारी कर और वापस आकर सारे किस्से सुनूंगा तुझे

अमन - क्यों नहीं पापा हिहिहिही थैंक यू
मुरारी - थैंक यू किसलिए भाई ?
अमन - मेरी दोस्ती एक्सेप्ट करने के लिए
मुरारी हंसता हुआ उसके कंधे पर हाथ रख कर अपनी ओर खींच लेता है ।

जल्द ही शाम ढलती है और फिर रात के खाने के बाद ममता रागिनी को लेकर अपने कमरे में सोने चली जाती है देर रात तक उनकी मस्तियां हसीं ठिठौली चलती है
वही मुरारी रंगी के साथ गेस्ट रूम में सो जाता , घर में रोज के जैसे ही मौहौल होता है । अमन आज दुगने जोश से सोनल की चुदाई करता है और वो भी सो जाता है ।
एक ओर जहां अनुज राज मिल कर पूरी रात शिला और रज्जो की छेद बदल बदल कर ठुकाई करते है तो दूसरी ओर राहुल एक घर में राहुल और अरुण ने दिन में चुदाई का कोटा पूरा कर सो चुके थे मगर जांगीलाल के कमरे की बत्ती देर रात तक जलती रही ।
आज की रात बदलाव की रात थी एक दूसरे से राज साझा करने की रात थी । अपने पति के प्यार के आगे शालिनी ने बड़े लाज ने निशा के सामने ही कमलनाथ से चुदने वाली बात स्वीकार कर ली तो बदले में जांगीलाल ने भी ईमानदारी दिखा कर रज्जो को चोदने का मामला साझा कर दिया ।निशा ने भी उसकी और राहुल की मिस्ट्री की सारी हिस्ट्री खोल कर अपने मम्मी पापा के आगे रख दी ।
फिर दो राउंड धमाकेदार चुदाई हुई और तीनो बाप बेटी मां एक फैमिली गैंगबेंग वाली चुदाई का सपना देखते हुए सो गए ।



अगली सुबह ......

अगली सुबह विदाई दुखद समाचार के साथ कुछ नए सफर का आगाज भी लिए खड़ी थी ।
मुरारी के यहां से रंगी और ममता ने विदाई ली और घर चले गए । उनके जाने के बाद संगीता और दुलारी भी उसी रोज अपने अपने घर के लिए निकल गए ।
इधर राज के घर से रज्जो शिला और अरुण की विदाई थी , रागिनी ने भी आंसू बहा कर सबको विदा किया ।
रज्जो शिला के साथ एक नए रोमांचक सफर के लिए निकल चुकी थी ।
राहुल के घर आज से चुदाई का एक नया अध्याय शुरू होने वाला था ।
तो वही शादी की जिम्मेदारियों मुफ्त होकर रंगी ने भी कुछ रोज की छुट्टी की इच्छा जाहिर की और कुछ रोज बाद इधर जब अमन सोनल और निशा के साथ हनीमून के निकला तो रंगी भी उसके बाद ही अपने ससुर से किया वादा पूरा करने के लिए दुकान की सारी जिम्मेदारी राज को सौप दी और खुद ससुराल निकल गया घुमने के लिए।

अनुज के बोर्ड होने वाले थे तो उस की पढ़ाई जरूरी थी ,मगर अब वो पहले वाला अनुज नही था । सोनल की शादी में अनुज बदल सा गया था अगले रोज से अनुज का कॉलेज का सफर भी शुरू हो गया था ।
वही मुरारी भी अपने बेटे से किया वादा निभाते हुए अपने भाई की प्रेमिका की तलाश में जुट गया ।


अब आगे ना जाने किसको कैसे अनुभव होने वाले थे मगर ये तय है कि आने वाला हर सफर हर एक रास्ता सबको नए सुहाने कामुक सपने जरुर दिखाएगा , कुछ हकीकत भी होंगी तो कुछ फसाने भी होंगे ।
मगर आपके लिए एंटरटेनमेंट ही एंटरटेनमेंट रहेगा इस कहानी में ।



सपना या हकीकत
अध्याय : 01

समाप्त
Bht hi majedar safar rha aap ki story k sath bhai ji aap ke naye naye kamuk or sexy tarike pad kr bht maja aya bhai ji

Waise pehla adyay to pura hua ab dusra adyay bhi majedar hi hoga intjar rahega aap kamuk oe sexy lekh padne ka bhai ji
Thoda jaldi dene ki kripa kare
 
Top